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स्वच्छ भारत अभियान निबंध – Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi  – दोस्तों स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विध्याथियो के लिए लिखा गया है। स्वच्छ भारत अभियान निबंधके माध्यम से सभी विद्यार्थी जान पाएंगे

कि यह अभियान हमारे देश के लिए क्यों जरूरी है और इसके उद्देश्य क्या है और इसकी शुरुआत कब हुई थी।  स्वच्छ भारत अभियान एस्से इन हिंदी.

भारत देश जो कभी किसी जमाने में सोने की चिड़िया कहा जाता था, जो कि अपने वैभव और संस्कृति के लिए जाना जाता था उस समय भारत में हर तरह की सुविधा उपलब्ध है और उस समय हमारा देश विकसित देशों की श्रेणी में आता था

लेकिन समय के बदलाव के चलते हमारे देश पर कई बाहरी ताकतों ने राज किया जिससे हमारी देश की हालत खराब हो गई।

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Get Some Essay on Swachh Bharat Abhiyan Essay Hindi School or College Student – 100, 250, 400, 600 or 3400 words.

हमारे देश में स्वच्छता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता है आपने देखा होगा कि हमारे देश का कोई भी बड़ा राज्य हो या शहर हो या फिर गांव हो या फिर कोई गली या मोहल्ला हो वहां पर भी आपको कूड़ा करकट मिलेगा।

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जिसके कारण हमारे देश में अनेक बीमारियां फैल रही हैं और साथ ही हम हमारी जिंदगी गंदगी में जीने को मजबूर हैं। अब तो ऐसा लगता है मानो गंदगी हमारा जीवन हो गया है।

हमारे देश के विकास में बाधा पहुंचाने वाली समस्याओं में एक मुख्य कारण गंदगी भी है क्योंकि इसके कारण लोग हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं और जिससे हमारे देश को इतनी ख्याति नहीं मिलती है।  

(1) Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 100 Words

स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ करने के उद्देश्य से चलाया गया है। इस अभियान से हमारा देश साफ सुथरा होने के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास को भी सहारा मिलेगा हर तरफ खुशहाली होगी।

इस अभियान को 2 अक्टूबर 2014 को माननीय प्रधानमंत्री ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सफाई करके इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान के अंतर्गत भारत देश के सभी शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्लों और गलियों में साफ सफाई करना है।

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इस अभियान में प्रमुख रुप से खुले में शौच मुक्त भारत बनाने पर जोर दिया गया है क्योंकि आज भी हमारे गांव में अधिकतर घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है जिसके कारण लोग बाहर शौच करने जाते हैं  जिससे वातावरण प्रदूषित होता है और साथ ही नई बीमारियां भी जन्म लेती हैं।

(2) स्वच्छ भारत अभियान निबंध (250 शब्द) Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान को गांधी जी के विचारों से प्रेरित होकर शुरू किया गया है क्योंकि गांधीजी ने आजादी से पहले सपना देखा था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह साफ सुथरा हो लेकिन किसी कारण वश वह सपना पूरा नहीं हो सका।

इसलिए  माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गांधीजी के विचारों से प्रेरणा लेकर उन्हीं के 145 वीं जन्मदिवस पर इस अभियान का प्रारंभ किया था।

नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान को पूरा करने के लिए 5 साल का लक्ष्य रखा था और उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी जी के 150 वीं जयंती तक पूरे भारत को स्वच्छ करने का लक्ष्य रखा है। इसमें उन्होंने प्रत्येक भारतवासी से आग्रह किया था

कि वे इस अभियान से जुड़ें और अपने आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई करें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने देश के 11 महत्वपूर्ण एवं प्रभावी लोगों कोई इसका प्रचार प्रसार करने के लिए चुना है।

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जिनमें कुछ क्रिकेटर, कुछ फिल्मकार, और कुछ महान लोग हैं जिनको लोग सुनना पसंद करते हैं और उनकी बातों पर अमल भी करते हैं। मोदी जी ने कहा था कि हर एक व्यक्ति को इस अभियान में 9 लोगों को जोड़ना है और फिर वह दूसरा व्यक्ति भी 9 लोगों को जोड़ेगा इससे अभियान का प्रचार प्रसार भी होगा और लोगों में उत्साह भी होगा कि अपने  आसपास सफाई रखनी आवश्यक है।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयं मोदी जी ने सड़कों पर साफ सफाई की थी। इसको देखकर लोगों में साफ सफाई के प्रति नया उत्साह पैदा हो गया और लोगों ने साफ सफाई भी करना चालू कर दिया है।

इस अभियान का उद्देश्य है कि 2019 तक पूरा भारत स्वच्छ एवं साफ सुथरा हो।

(3) Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 400 words

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।  

भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से उन्नति करेगा क्योंकि आज देश में हर जगह कूड़ा करकट और गंदगी फैल होने के कारण विदेशी पर्यटक हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं। इसलिए जैसे ही हमारा देश साफ सुथरा हो जाएगा तो विदेशी पर्यटक भी हमारे देश में आने के लिए आकर्षित होंगे।

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स्वच्छ भारत अभियान को तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया था। उन्होंने कहा था कि अगर देश में विकास चाहिए तो सबसे पहले देश को साफ सुथरा होना आवश्यक है। इस अभियान के अंतर्गत है शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गई है ।

जिनमें शहरों में सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस, बैंक, मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों आदि के पास सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और साथ ही जिन आवासीय कॉलोनियों में घरों में शौचालय बनाने की जगह नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनाने की योजना है।

ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर लोग आज भी घरों से बाहर शौच करने जाते हैं इसकी मुख्य वजह उनके घर में शौचालय नहीं होना है और शौचालय बनाने के लिए उनके पास इतनी धनराशि भी नहीं है।  

इसलिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर को 12000 रुपए देने की योजना बनाई है। जिससे वहां के लोग शौचालय का निर्माण करवा सकें और भारत को स्वच्छ करने में अपना सहयोग दें।

इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर पान, गुटखा, धूम्रपान  जैसे गंदगी फैलाने उत्पादों पर रोक लगा दी।

अब सरकारी कार्यालयों में लोग पान गुटखा खाकर कहीं भी थूक नहीं सकते है। क्योंकि लोग पान गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर थूकते हैं जिससे दीवारें खराब हो जाती हैं। योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता अभियान  मैं लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए सड़कों की साफ सफाई भी की थी। जिससे लोगों मैं साफ सफाई के प्रति चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश के प्रत्येक घर में पक्के शौचालय का निर्माण हो और लोग इसका उपयोग करके भारत को स्वच्छता की ओर बढ़ाने में सहयोग करें।

(4) स्वच्छ भारत अभियान निबंध (600 शब्द) Swachh Bharat Abhiyan Par Nibandh

गांधी जी ने आजादी से पहले ही भांप लिया था कि हमारे देश को अगर आगे बढ़ना है तो हमारे देश कहां सोच होना बहुत जरूरी है। क्योंकि सोचता ही मनुष्य की रीड की हड्डी है अगर वही टूट जाएगी, तो देश का विकास कैसे होगा।

गांधी जी का मानना था कि लोग जब तक स्वच्छता के प्रति सचेत नहीं होंगे तब तक हमारा देश स्वच्छ एवं साफ सुथरा नहीं हो सकता है।

इस अभियान को महात्मा गांधी जी के 145 वी जयंती पर आरंभ किया गया था। इसका उद्घाटन 2 अक्टूबर 2014 माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर सफाई करके किया था।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे भारत देश को स्वस्थ एवं साफ-सुथरा बनाना है। क्योंकि आपने देखा होगा कि हमारे भारत देश  के शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्ला और गलियों में कूड़ा करकट और गंदगी का अंबार लगा रहता है। जिसके कारण बहुत ही भयंकर बीमारियां जन्म लेती हैं और लोगों का स्वास्थ्य खराब हो जाता है इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण भी प्रदूषित होता है।  

इस अभियान को  देश के हर क्षेत्र मैं पहुंचाने के लिए मोदी जी ने देश के 9 प्रभावी लोगों को चुना है  जिनके नाम इस प्रकार हैं – सचिन तेंदुलकर, प्रियंका चोपड़ा, महेंद्र सिंह धोनी, अनिल अंबानी, बाबा रामदेव, सलमान खान, तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम, कमल हसन, शशि थरूर आदि व्यक्तियों को चुना गया है।

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 इन लोगों का कार्य है कि अपने अपने क्षेत्र में स्वच्छता अभियान का प्रचार प्रसार करें और अपने से 9 व्यक्तियों को भी चुने जो कि इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। ऐसा करके यह यह अभियान व्यक्ति दर व्यक्ति आगे बढ़ता जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान का आरंभ किया था इसके अंतर्गत उन्होंने स्कूल के शिक्षकों और बच्चों को विद्यालय की साफ सफाई करने का लक्ष्य रखा था।

इस अभियान का उद्देश्य केवल स्वच्छता तक ही सीमित नहीं है क्योंकि इस अभियान के अंतर्गत है हमारे वातावरण का भी ध्यान रखा गया है इसमें नए पेड़ पौधे लगाने, जंगलों को बचाने, पानी बचाने जैसे मुख्य मुद्दे भी शामिल हैं।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे के निस्तारण के लिए सरकार ने तरल एवं ठोस अपशिष्ट पदार्थों और अन्य कूड़ा करकट के लिए वेस्ट मैनेजमेंट  की नई तकनीकों को बढ़ाने पर जोर दिया है। जिससे गंदगी भी कम होगी और कचरे का सदुपयोग भी हो जाएगा।

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इसके अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और  ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में शौचालय बनाने की योजना है। स्वच्छ भारत अभियान में गरीब लोगों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को शौचालय बनवाने के लिए सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य के लक्ष्य को पाने के लिए 5  साल की योजना बनाई है जोकि 2019 में पूरी होगी इसके अंतर्गत पूरे भारत को खुले में शौच मुक्त करना है। अगर लोग इसी प्रकार  श्रमदान करते रहे तो यह लक्ष्य भी पा लिया जाएगा।

इस अभियान का एक और मुख्य उद्देश्य है कि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। क्योंकि लोग स्वच्छता के प्रति आज भी लापरवाह है इसी लापरवाही के कारण आए दिन में नई बीमारी से जूझते रहते हैं।

इसलिए जब लोग स्वच्छता के प्रति जागरुक होंगे तो वह समय साफ सफाई की ओर ध्यान देंगे और देश स्वच्छता की ओर अग्रसर होगा।  इसकी शुरुआत हमें खुद से ही करनी होगी क्योंकि जब तक हम हैं समय साफ-सफाई नहीं करेंगे तब तक भारत के स्वच्छ होने का सपना नहीं देखा जा सकता है।

इसलिए हमें स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और कुछ नहीं तो हमें कम से कम रोज हमारे घर के सामने की गली को ही साफ कर लेना चाहिए। आप भी इस अभियान से जुड़ सकते हैं

इस अभियान से जुड़ने के लिए सिर्फ आपको अपने आसपास के क्षेत्र में साफ सफाई रखनी होगी और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करना होगा।

(5) Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 3400 Words

स्वच्छ भारत अभियान – swachh bharat abhiyan.

हमारा देश भी पूर्णतया स्वच्छ हो इसके लिए कई महापुरुषों ने जिसके सपने देखे थे और इन को साकार करने की भी कोशिश की थी लेकिन वह किसी कारण सफल नहीं हो पाए उनमें से एक महात्मा गांधी जी भी थे जिन्होंने भारत को एक निर्मल और स्वच्छ देश बनाने का सपना देखा था।

वे चाहते थे कि विदेशों की तरह हमारा देश भी साफ सुथरा दिखे इसके लिए उन्होंने इसके लिए लोगों को जागरूक भी करना चालू किया था लेकिन उस समय देश की आजादी का आंदोलन भी जोरों पर था जिसके कारण लोगों ने स्वच्छ भारत योजना पर ध्यान नहीं दिया था।

लेकिन आजादी के इतने सालों के बाद भी हमारा देश सोच नहीं हुआ है बल्कि और ज्यादा कूड़े-करकट और गंदगी से भर गया है। क्योंकि हमारे देश के किसी भी सरकार ने स्वच्छ भारत की ओर ध्यान नहीं दिया। और अगर उन्होंने ध्यान भी दिया तो उस पर पूरी तरह से अमल नहीं हो पाया जिसके कारण आज हमारा देश गंदगी के ढेर पर बैठा है।

आज भी हमारे देश के कुछ ही घरों में शौचालय की सुविधा है, गाँवो में तो लोग आज भी शौच करने बाहर ही जाते हैं जिसके कारण गाँवो में भी गंदगी फैल जाती है। और शहरों की बात करें तो शहरों में शौचालय तो है

लेकिन वहां पर अन्य गंदगी यहां बहुत ज्यादा है जैसे की फैक्ट्रियों का  अपशिष्ट कूड़ा करकट, गंदे नाले और घरेलू अपशिष्ट जोकि सड़कों पर इतनी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है कि हमारे देश की सड़कें दिखाई नहीं देती हैं सिर्फ और सिर्फ कूड़ा करकट दिखाई देता है।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है – Swachh Bharat Abhiyan Kya Hai

हमारे देश को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार ने एक नई योजना निकाली है जिसका नाम स्वच्छ भारत अभियान रखा गया है। इस अभियान के तहत सभी देशवासियों को इसमें शामिल होने के लिए कहा गया है। यह अभियान आधिकारिक रूप से 1999 से चला रहा है पहले इसका नाम ग्रामीण स्वच्छता अभियान था  लेकिन सरकार ने इसका पुनर्गठन करते हुए इसका नाम पूर्ण स्वच्छता अभियान कर दिया था।

लेकिन 1 अप्रैल 2012 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस योजना में बदलाव करते हुए इस योजना का नाम निर्मल भारत अभियान रख दिया और बाद में स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 24 सितंबर 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस को मंजूरी मिल गई।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती पर किया था। क्योंकि गांधी जी का सपना था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह पूर्ण स्वस्थ और निर्मल दिखाई दे।  इस बात को मध्य नजर रखते हुए प्रधानमंत्री जी ने उन्हीं के जन्मदिवस पर इस अभियान की शुरुआत दिल्ली के राजघाट से की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दिल्ली कि वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर झाड़ू लगाई थी। जिससे देश के लोगों में यह जागरुकता है कि अगर हमारे देश का प्रधानमंत्री देश को स्वच्छ करने के लिए सड़क पर झाड़ू लगा सकता है तो हमें भी अपने देश को स्वच्छ रखने के लिए अपने आसपास सफाई रखनी होगी।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य – Swachh Bharat Abhiyan ka Uddeshya

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसके अंतर्गत हमारे पूरे देश को स्वच्छ करने का लक्ष्य लिया गया है।

  • इस अभियान का प्रथम उद्देश्य है कि  देश का कोना कोना साफ सुथरा हो।
  • लोगों को बाहर खुले में शौच करने से रोका जाए।
  • भारत के हर शहर और ग्रामीण इलाकों के घरों में शौचालय का निर्माण करवाया जाए।
  • शहर और गांव की प्रत्येक सड़क गली और मोहल्ले साफ-सुथरे हो।
  • हर एक गली में कम से कम एक कचरा पात्र आवश्यक रूप से लगाया जाए।

स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत क्यों पड़ी – Swachh Bharat Abhiyan ki Jarurat Kyo Padi

आपने देखा होगा कि हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से अटी पड़ी है।

जिसके कारण लोग आए दिन बीमार पड़ रहे हैं और नई-नई बीमारियां जन्म ले रही हैं, आर्थिक रूप से भी गरीब बना रही है। जिसके कारण हमारे देश आर्थिक विकास नहीं हो पा रहा है।

हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है। और गाँवो में अच्छी चिकित्सा सुविधा नहीं होने के कारण कई बार तो लोगों को मौत का मुंह अभी देखना पड़ जाता है।  

आपने देखा होगा कि हर शहर के नुक्कड़ पर सड़कों पर गंदगी इतनी फैली होती है कि वहां पर लगा कचरा पत्थर भी कचरे से भरा होता है और उसके आसपास बहुत ज्यादा कूड़ा करकट और गंदगी रहती है।

जिसके कारण हर समय बीमारियां होने का खतरा रहता है। हमारे आसपास के सभी नदी  नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।

इस कूड़ा करकट और गंदगी कारण लोग हमारे देश में खाना कम ही पसंद करते हैं जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है।  इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।

पृथ्वी के प्रदूषित होने के कारण हमें हवा, जल और अन्न भी प्रदूषित ही मिलता है। गंदगी हमारे वातावरण के लिए हर तरह से खतरनाक है  यह कहीं महामारी का रूप धारण कर ले इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई है।

इस गंदगी और कूड़े-करकट का जिम्मेदार भी हम और आप ही हैं क्योंकि हम लोग भी कभी जानबूझकर और कभी अनजाने में कहीं भी कचरा फेंक देते हैं जिसके कारण हमारे देश में हर तरफ कचरा फैल जाता है और इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण प्रदूषित हो जाता है।

यह गंदगी और कूड़ा करकट दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं जिसके कारण अनेकों परेशानियां खड़ी हो रही हैं इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत पड़ी जिसके तहत देश के सभी घरों में शौचालय बनवाए जाएंगे और सभी लोग इसमें श्रमदान करके अपने गली मोहल्ले की रोज सफाई रखेंगे जिससे कि हमारा पूरा भारत स्वच्छ और साफ दिखाई दें।

हमारे देश स्वच्छ नहीं होने के कारण – Hamare Desh Ke Swachh Nahi Hone ke Karan

हमारे देश की सोच नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही है क्योंकि गंदगी और कूड़ा करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है।  आप और हम कहीं भी कूड़ा करकट फेंक देते हैं

और हर तरफ गंदगी फैला देते हैं और उसका दोष हम दूसरों को देते हैं लेकिन हम कभी अपने आप को नहीं देखते हैं कि हम क्या कर रहे हैं। हमारे देश के स्वच्छ और साफ सुथरा नहीं होने के कई कारण है जिनमें से है प्रमुख कारण यहां पर लिख रहे हैं।

1. शिक्षा का अभाव –

हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में बहुत पिछड़ा हुआ है हालांकि शिक्षा के क्षेत्र में धीरे-धीरे क्रांति आई है लेकिन अभी भी शिक्षा का घर घर पहुंचना बाकी है। क्योंकि अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो उन्हें पता ही नहीं होगा कि वे अनजाने में अपने आसपास के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं,

और वातावरण के प्रदूषित होने के कारण उनको क्या नुकसान हो रहा है। लोगों में स्वच्छ और साफ सुथरे भारत के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी है।

2. खराब मानसिकता –

हमारे देश का गंदगी से अटे रहने का एक और कारण लोगों की खराब मानसिकता भी है क्योंकि ऐसी मानसिकता वाले लोग मानते हैं कि हमारी थोड़े से कचरा फैलाने से देश गंदा थोड़ी ना होगा।  इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग हर जगह कचरा फैलाते रहते हैं जिसके कारण वह थोड़ा-थोड़ा कचरा बहुत ही ज्यादा बन जाता है।

और हमारे देश की सभी सड़कें गलियां इस कचरे की भेंट चढ़ जाती हैं। ऐसे लोग सरकार को दोष देते हैं कि वह सफाई नहीं करती लेकिन वह खुद के फैलाए कचरे के बारे में कभी ध्यान नहीं देते हैं।

3. घरों में शौचालयो का नहीं होना –

आपने देखा होगा कि अक्सर गांव में घरों में शौचालय नहीं पाए जाते हैं जिसके कारण लोग सोच करने के लिए या तो खेतों में जाते हैं या फिर रेल की पटरियों के पास जाकर शौच करते हैं जिसके कारण हर तरफ गंदगी का माहौल पैदा हो जाता है।

जो कि सिर्फ मनुष्य जाति के लिए ही नहीं पृथ्वी की हर जीव जंतु के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। इससे गंदगी तो फैलती है और साथ में वायु प्रदूषण भी होता है। जिससे लोगों को गंभीर बीमारियां होने का खतरा पैदा हो जाता है इसलिए हर घर में शौचालय बनवाना आवश्यक है।

4. अत्यधिक जनसंख्या –

हमारा भारत देश जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर आता है, अगर इसी प्रकार से जनसंख्या बढ़ती रही तो आने वाले वर्षों में  जनसंख्या के मामले में पहला नंबर हमारे देश का ही होगा।

अधिक जनसंख्या होने के कारण कचरा और गंदगी भी अधिक होती है जिसका निस्तारण करना बहुत ही मुश्किल होता है। गंदगी अधिक अधिक होने के कारण इस गंदगी को साफ करने के लिए हमारे देश के आर्थिक विकास में लगने वाली पूंजी गंदगी की सफाई में ही लग जाती है।  

इसलिए मैं जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने चाहिए सरकार ने इसके लिए प्रयास भी किए हैं और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए स्लोगन भी लिखे हैं जैसे की हम दो हमारे दो।

5। सार्वजनिक शौचालय का अभाव –

हमारे देश में सार्वजनिक शौचालयों का अभाव हर जगह पाया जाता है जिसके कारण लोग कहीं भी सड़क के किनारे या कोई कोना देखकर सोच कर लेते हैं जिससे बहुत ज्यादा गंदगी फैलती है। हमें देश में हर मुख्य स्थान पर सार्वजनिक शौचालय बनाने की अत्यधिक जरूरत है। अगर सार्वजनिक शौचालय होंगे तो लोग उनका इस्तेमाल करेंगे और बाहर सड़कों पर गंदगी कम फैलेगी।

6. कचरे की सही निस्तारण का अभाव –

हमारे देश में कचरा बहुत बड़ी समस्या है, 2017 के आंकड़ों के अनुसार भारत प्रति दिन 1,00,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है। इतनी बड़ी संख्या में कचरा निकलने के बावजूद भी इसके निस्तारण के सही उपाय नहीं किए गए हैं

जिसके कारण वह कचरा हमें सड़कों और गली मोहल्लों में दिखाई देता है। कभी-कभी तो कचरा और गंदगी कारण लोगों में इंशा भी हो जाती है जिससे जान माल की हानि होती है। इसलिए कचरे के सही निस्तारण के  लिए जब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाएंगे तब तक कचरे के कारण फैली गंदगी हमारे जीवन को प्रभावित करती रहेगी।

7. उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ –

हमारे देश में छोटे बड़े मिलाकर बहुत सारे उद्योग धंधे हैं, जिनसे अलग-अलग प्रकार का बहुत बड़ी मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ निकलता है  जिसे साधारण शब्दों में हम गंदगी का भंडार कर सकते हैं।

इन उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोग इस अपशिष्ट पदार्थ का निस्तारण करने का सही उपाय नहीं खोजते हैं और पास ही बहरे नदी नालों में इसको बहा देते हैं जिससे कि पूरा वातावरण ही प्रदूषित हो जाता है क्योंकि अगर नदियां ही प्रदूषित हो जाएंगे तो उनसे मिलने वाला जल भी प्रदूषित होगा और उनका जल पीने वाला हर प्राणी इसका शिकार हो जाएगा।

अगर इस पर जल्द ही कोई कार्यवाही नहीं होती है तो एक दिन हमारी सभी नदियों का जल जहर बन जाएगा।  इसलिए सरकार को इसके खिलाफ ठोस कदम उठाकर नए कानून बनाने चाहिए और उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी जानी चाहिए कि वह अपना अपशिष्ट पदार्थ किसी भी नदी नाले नहीं फेकेंगे।

हमारे भारत देश को स्वच्छ रखने के उपाय – Hamare Bharat Desh Ko Swachh Rakhne ke Upay

हमारे भारत देश को स्वच्छ  और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है।

इसलिए हमें अपने घरों के साथ-साथ अपने गली-मोहल्लों को भी खुद ही साफ रखना होगा वहां पर किसी भी प्रकार की गंदगी नहीं फैलानी होगी जो भी कचरा होगा सदैव कचरा पात्र में ही डालें।

  • हमें  देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
  • हर शहर हर हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
  • लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
  • हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
  • शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
  • लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव गांव तक पहुंचाना होगा।
  • लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा जिससे की  उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
  • हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
  • हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
  • हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
  • हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

स्वच्छ भारत अभियान के लिए चुने गए प्रभावी व्यक्ति – (Swachh Bharat Abhiyan ke Prabhavi Vyakti)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार प्रसार के लिए कुछ प्रभावी व्यक्तियों को चुना था जिनका काम अपने अपने क्षेत्र में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना है उन लोगों के नाम इस प्रकार हैं-

  • सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर)
  • प्रियंका चोपड़ा (अभिनेत्री)
  • अनिल अंबानी (उद्योगपति)
  • बाबा रामदेव
  • सलमान खान (अभिनेता)
  • शशि थरूर (संसद के सदस्य)
  • तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
  • मृदुला सिन्हा (लेखिका)
  • कमल हसन (अभिनेता)
  • विराट कोहली (क्रिकेटर)
  • महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर)
  • ईआर। दिलकेश्वर कुमार

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान (Shari chetro me Swachh Bharat Abhiyan) –

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत हमारे भारत के शहरों को साफ सुथरा रखने के लिए एक अलग से रणनीति बनाई गई है। इस अभियान का उद्देश्य है कि देश के विभिन्न शहरों के 1।4 लाख करोड लोगों को शामिल करते हुए 2.5 लाख सामुदायिक और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

क्योंकि हमारे देश में शौचालयों की बहुत कमी है इस कमी के कारण लोग शौच करने बाहर जाते हैं जिससे कि गंदगी बहुत अधिक मात्रा में फैलती है। इस अभियान के तहत जहां पर सार्वजनिक शौचालय बनाना संभव नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनवाए जाएंगे।

इस अभियान का प्रथम चरण 2 अक्टूबर 2019 को पूरा होगा, इस 5 साल की अवधि में 4401 शहरों को शामिल किया जाएगा । इसमें शहरों के प्रमुख स्थान जैसे कि सार्वजनिक अस्पताल, बस स्टैंड, बैंक, पोस्ट ऑफिस, रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार, सरकारी कार्यालयों आदि के पास  सार्वजनिक शौचालय बनाए जाएंगे

क्योंकि लोग इन्हीं प्रमुख स्थलों पर बहुत ज्यादा आते हैं, और अगर उनको इन्हीं प्रमुख स्थलों पर शौचालय नहीं मिलता है तो वे इधर उधर कहीं भी शोच करते है। जिसका परिणाम आपने देखा होगा कि हर सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा करकट और गंदगी का अंबार लगा रहता है।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए 62,009 करोड़ रुपयों का बजट बनाया गया है, जिसमें से 14,623 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा इस  अभियान में लगाए जाएंगे। हमारे देश में ठोस अपशिष्ट पदार्थ का कचरा बहुत ज्यादा उत्पन्न होता है उसके स्थाई समाधान के लिए 7,366 करोड़ लगाए जाएंगे।

चूँकि हमारे देश में घरों में शौचालय की बहुत कमी है इसलिए सरकार ने इसको भी मध्य नजर रखते हुए 4,165 करोड़ रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय बनवाने का बजट रखा है। इसके साथ ही 1,828 करोड़ रुपये स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार प्रसार में खर्च किए जाएंगे और 655 करोड़ रुपये सामुदायिक शौचालय का बजट रखा गया है।

इस अभियान का मुख्य लक्ष्य है कि लोगों में जितना हो सके स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई जाए और खुले में शौच की रोकथाम, गंदगी से भरे शौचालयों को स्वचालित फ्लश शौचालय  में बदलना, ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन करना।

इसके साथ ही लोगों को स्वच्छता के लाभ बताना और उनको व्यापार में कैसे लाया जाए यह भी लोगों को बताया जाएगा। जिससे लोग खुद साफ सफाई की ओर ध्यान देने लगे।  और देश को स्वच्छ करने के इस अभियान में अपना समर्थन दें।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान (Gramin chetro me Swachh Bharat Abhiyan) –

आपने देखा होगा कि जितनी तेजी से हमारे शहरों का विकास हुआ है ग्रामीण क्षेत्र उतना ही पिछड़ा हुआ है  हालांकि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को भी सुख सुविधा पूर्ण बनाने के लिए बहुत प्रयास किए हैं लेकिन उन योजनाओं का पूरा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को नहीं मिला है

जिस कारण आज भी ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादातर घरों में शौचालय नहीं पाए जाते है। जिस कारण वहां के लोग आज भी  खुले में शौच करने को मजबूर है, इसलिए सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत है ग्रामीण क्षेत्रों को भी शामिल किया है।

गाँवो में यह अभियान 1999 से निर्मल भारत अभियान योजना के नाम से चलता आ रहा है । और 24 सितंबर 2014 में इस कार्यक्रम का पुनर्गठन किया गया जिसमें इसका नाम स्वच्छ भारत अभियान रख दिया गया।

ग्रामीण इलाकों में कचरे के प्रबंधन के लिए ग्रामीण लोगों को कचरे से खाद कैसे बनाई जाए इसके बारे में बताया जाएगा और इस कचरे से बनी खाद के क्या लाभ हैं यह भी बताया जाएगा ताकि लोग अपने खेतों में इस तरह की खाद का उपयोग करें।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 11 करोड़ 11 लाख शौचालय निर्मित करने की योजना है। इस अभियान को गांव के हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए स्कूल के शिक्षको, स्कूली छात्र छात्राओं  और पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत को भी इस से जोड़ा जाएगा ताकि जल्द से जल्द लोगों में स्वच्छता के प्रति  चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान के तहत है ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर पर 10000 रुपए आवंटित किए गए थे। लेकिन इन सालों में महंगाई बढ़ने के कारण यह राशि 10000 से बढ़ाकर 12000 रुपए कर दी गई है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में यह कार्य किए जाएंगे-

  • ग्रामीण इलाकों को खुला शौच मुक्त करना।
  • ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण करवाना।
  • कूड़े-करकट और कचरे  को उपयोगी बनाकर उसे खाद का निर्माण करना।
  • गंदे पानी के निकास के लिए नालियां बनवाना।
  • ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर कचरा पात्र का निर्माण करवाना।
  • लोगों में स्वच्छता के प्रति  चेतना जगाना।

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान – Swachh Bharat Swachh Vidyalaya Abhiyan

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान भारत की तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने 25 सितंबर 2014 में इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान को शिक्षकों और स्कूली छात्र छात्राओं के लिए बनाया गया था

और इस अभियान में माननीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी भाग लिया था। इस अभियान के अंतर्गत शिक्षकों और विद्यार्थियों को अपने विद्यालय में साफ सफाई रखनी थी।

इस अभियान को 25 सितंबर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक चलाया गया था  इसके अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की गई जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं-

  • स्कूलों के हर एक कक्षा में कचरा पात्र रखवाए गए।
  • स्कूलों के मैदानों और बगीचों को साफ किया गया।
  • कक्षा पुस्तकालय सभा स्थल एंव प्रयोगशाला में साफ सफाई की गई।
  • स्कूलों का वार्षिक रखरखाव करना जिनमें टूटी-फूटी देना कि फिर से मरमत करना और  स्कूल की दीवारों पर रंग रोगन करना।
  • स्कूल  की पानी की टंकियों की सफाई करना।
  • स्वच्छता के प्रति चेतना के लिए वाद विवाद एवं नाटकों की प्रतियोगिता करना।
  • चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन करना जिसमें स्वच्छता से संबंधित चित्रों का चित्रण करना।
  • स्कूलों में हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाना।
  • सभी बच्चों को बताया गया कि खाना खाने से पहले हाथ धोना और खाना खाने के बाद भी हाथ धोना चाहिए।
  • सभी बच्चों की साफ-सुथरी वेशभूषा रखने के लिए प्रेरित करना।

उपसंहार –

हमारे भारत में जहां स्वच्छता होती है वहां पर ईश्वर निवास करते हैं इस प्रथा को माना जाता है इसलिए हमें भी सोचता को अपनाना चाहिए। इसकी शुरुआत हमें और आपको मिलकर करनी होगी

जिससे कि हमारा पूरा देश साफ सुथरा हो जाए। स्वच्छ भारत अभियान भारत को स्वच्छ करने के लिए एक कड़ी का काम कर रहा है। लोग इसके उद्देश्य से उत्साहित होकर स्वच्छता के प्रति सचेत हो रहे हैं। यह भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम है।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारे आने वाला कल बहुत ही सुंदर एवं अकल्पनीय होगा। अगर आप और हम मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्य को पूरा करने में लग जाए तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा पूरा देश विदेशों की तरह पूरी तरह से साफ सुथरा दिखाई देगा।

स्वच्छ भारत अभियान में आप भी भागीदार बनें लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक बनाएं।

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हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Swachh Bharat Abhiyan  पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

42 thoughts on “स्वच्छ भारत अभियान निबंध – Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi”

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i wrote this for hw and when i read to the class ma’am loved it thnx a lot

Thank you Aditi Maitra for appreciation.

This helped me a lot and I got 1st price in whole high school

Nice Praveen and congratulations for 1st Prize.

Thank u for this.. It helped a lot…

welcome Swapnarani dash and keep visiting hindi yatra.

This essay helps me to do my H.W and I got 1 st position in my class thanks to u

Thank you Tapas kumar for appreciation, we glad you like our content and congratulations for 1st position.

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Welcome lokesh kumar and thank you for appreciation.

Very nice sir very good essay

Thank you Nik arora keep visiting hindiyatra.

Very nice essay on swachh Bharat abhiyan

Thank you nirupma roy, We were very happy that you liked the essay written by us. Keep visiting our website to read such essays.

Very nice essay about swaach bharat

Thank you Pramod for appreciation, keep visiting hindiyatra.

Thanks a lot for providing such a great essay.

Welcome Rehmath keep visiting hindiyatra.

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Thank you Swj For appreciation, keep visiting hindiyatra

Thanks for sending this amaziiing essay

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Thanks a lot this helped me to complete my hindi project . Very nice essay.👍👍👍👍👍👍

Welcome Ankit kumar, keep visiting hindiyatra.com

Very good essay on swachh Bharat abhiyan i need this type of essay

Thank you for appreciation, hardik

Very nice sir ji ye essay bahot simple and saral Hai…

PUSHRAM PATELji, Manobal badhane ke liye aap ka bhut bhut dhanyawad, aise hi website par aate rahe.

Sir ji nibandh bahut best he me reqest karta hu ki aap hamesh hamara margdarshan karte rahe

Dhanyawad Narendra mahera, Aap ko hamare duvara likha gya essay aacha laga hame bhut khushi hui, aap bhi daily website par aakar hamara hoshla badhate rhe Dhanyawad.

Very nice essay i am proud of you

Thank you Deepak prajapati.

It was very beautifully written I love it thanks it helps me for my 10th class exam

mene yah nibandh likhkar apni class me top kiya tnx sir

class me top karne ke liye badhai ho prince or hamare protsahan ke liye bhut bhut dhanyawad

Nice sir jiiii I am proud of you guru jiiii

Thank you Suheb Akhtar ji, aap aise hi hamari website par aate rhe or naye nibandh padhte rahe.

Very nice eassy I am proud of you

Thank you priya sharma

Good essay swachh bhartya abhiyan is a good think

Thank you Naman Kumar

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi : स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में

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  • Updated on  
  • अक्टूबर 2, 2023

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कई क्रांतिकारी अभियान चलाएं हैं जिसमें स्वच्छ भारत अभियान एक है जिसका उद्देश्य ना सिर्फ आसपास की सफाई करना ही नहीं है बल्कि नागरिकों के सहयोग से अधिक-से अधिक पेड़ लगाना, कचरा मुक्त वातावरण बनाना, शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराना और उसे साफ़ रखना है जिससे एक स्वच्छ भारत का निर्माण हो सके। इस अभियान के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके बारे में विद्यार्थियों को समझ प्रदान कराने के उद्देश्य से उन्हें Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi लिखने को दिया जाता है और बोर्ड परीक्षाओं में भी लिखने को दिया जाता है ताकि वे ध्यानपूर्वक इस अभियान को समझ सकें। स्वच्छ भारत अभियान पर स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध यहां दिया गया है।

This Blog Includes:

Swachh bharat abhiyan पर निबंध 100 शब्दों में  , swachh bharat abhiyan पर निबंध 200 शब्दों में  , स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य, स्वच्छ भारत अभियान की उपलब्धियां, swachh bharat abhiyan पर 10 लाइन्स , swachh bharat abhiyan quotes in hindi, swachh bharat abhiyan से जुड़े कुछ तथ्य , स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेसडर.

“स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण पहल है। इस अभियान की शुरुआत भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा की गई थी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत में स्वच्छता और स्वच्छता की अद्भुतता को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत, लोगों को जागरूक किया जाता है कि वे अपने घरों, सड़कों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखें। यह अभियान नहीं केवल जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए है, बल्कि इसका एक महत्वपूर्ण भूमिका है स्वच्छता से जुड़े बीमारियों को नियंत्रित करने में भी। स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से, हम एक स्वस्थ और स्वच्छ भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था, जो महात्मा गांधी की जयंती के रूप में मनाई जाती है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए जागरूकता फैलाना है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत, लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षा दी जाती है, और उन्हें अपने घरों, स्कूलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके अंतर्गत, शौचालय निर्माण, स्वच्छता अभियान, और जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से सार्वजनिक स्वच्छता को सुनिश्चित करने के साथ-साथ जल, हवा, और भूमि की रक्षा भी की जाती है। यह अभियान भारत के स्वास्थ्य और पर्यावरण को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों की सजगता और सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा दिया है और भारत को एक स्वच्छ और हरित भूगोल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं, जैसे कि “स्वच्छता ही सेवा” अभियान और “स्वच्छ ग्रामीण भारत” कार्यक्रम। यह अभियान सामाजिक सांस्कृतिक बदलाव को भी प्रोत्साहित करता है, जिससे भारतीय समाज में स्वच्छता के मामूले में सुधार होता है। स्वच्छ भारत अभियान ने दुनिया भर में बड़े पैमाने पर स्वच्छता के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाई है।

यह भी पढ़ें: Diwali par Nibandh   

Swachh Bharat Abhiyan पर निबंध 500 शब्दों में

Swachh Bharat Abhiyan पर निबंध 500 शब्दों में नीचे दिया गया है :

“स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती के दिन शुरू हुई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। यह भारतीय समाज को स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूक करने का प्रयास है और उन्हें स्वच्छता के मामूले में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करता है। 

इस अभियान के तहत, स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए लोगों को अपने घरों, स्कूलों, कामकाजी स्थलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके अलावा, शौचालय निर्माण, स्वच्छता अभियान, और जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य न केवल स्वच्छता को बढ़ावा देना है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वच्छता से जुड़े बीमारियों को नियंत्रित करने में भी मदद करना है और भारत को एक स्वस्थ और स्वच्छ भविष्य की ओर बढ़ाना है।

“स्वच्छ भारत अभियान” के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना: इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य लोगों को स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूक करना है और उन्हें स्वच्छता के मामूले में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
  • सार्वजनिक स्वच्छता सुनिश्चित करना: अभियान के तहत, लोगों को उनके घरों, स्कूलों, कामकाजी स्थलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे सार्वजनिक स्वच्छता को सुनिश्चित किया जाता है।
  • स्वास्थ्य सुधारना: यह अभियान स्वच्छता के माध्यम से बीमारियों को नियंत्रित करने में मदद करता है और भारतीय समुदाय के स्वास्थ्य को सुधारता है।
  • जल, हवा, और भूमि की रक्षा: इस अभियान के माध्यम से जल, हवा, और भूमि की रक्षा की जाती है, जिससे पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
  •  सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा: स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों की सजगता और सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा दिया है और समाज में स्वच्छता के मामूले में सुधार लाने में मदद की है।

स्वच्छ भारत अभियान के कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं, जिनमें निम्नलिखित कुछ मुख्य हैं:

  • सार्वजनिक स्वच्छता की सुधार: अभियान के प्रारंभ होते ही सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता में सुधार हुआ है, जैसे कि रेलवे स्थानक, बस डिपो, और अन्य सार्वजनिक स्थल।
  • शौचालय निर्माण: अभियान के तहत देशभर में लाखों शौचालय निर्मित किए गए हैं, जिससे जनमानस को स्वच्छ सौदा और स्वच्छ जीवनस्तर मिला है।
  • स्वच्छता ही सेवा: हर साल 2 अक्टूबर को “स्वच्छता ही सेवा” अभियान चलाया जाता है, जिसमें लोग स्वच्छता के लिए सेवा करने का प्रतिबद्ध रहते हैं।
  • स्वच्छ ग्रामीण भारत: अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता को प्रमोट करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जैसे कि ग्रामीण शौचालय निर्माण योजना।
  • स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत: इस अभियान ने भारत को स्वस्थ भारत के रूप में प्रमोट किया है, क्योंकि स्वच्छता और स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध होता है।
  • जल, हवा, और भूमि के संरक्षण: अभियान ने पर्यावरण संरक्षण को भी महत्वपूर्ण बनाया है और जल, हवा, और भूमि की रक्षा के उपायों को प्रमोट किया है।
  • जन-जागरूकता: स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई है और समुदाय के सदस्यों को इसके लिए सजग बनाया है।
  • स्वच्छता सर्वेक्षण: अभियान के अंतर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम चलाया जाता है जिसके तहत स्वच्छता के प्रति लोगों के समुदायों की जांच की जाती है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारत को स्वच्छता और स्वस्थता के मामूले में सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का प्रयास कर रहा है। इस अभियान के परिणामस्वरूप, सार्वजनिक स्वच्छता में सुधार हुआ है, शौचालय निर्माण बढ़ा है, स्वच्छता सर्वेक्षण की प्रक्रिया तेजी से बढ़ी है, और जनमानस में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। यह अभियान न केवल स्वच्छता को प्रमोट कर रहा है, बल्कि भारत को स्वस्थ और स्वच्छ भविष्य की ओर अग्रसर कर रहा है।

 10 लाइन्स स्वच्छ भारत अभियान के बारे में:

  • स्वच्छ भारत अभियान भारतीय सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है।
  •  इसका मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ बनाना और सफाई के अच्छे प्रथाओं को प्रमोट करना है।
  • अभियान लोगों के बीच स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाता है।
  • इसके तहत, नागरिकों से अपने आस-पास की स्वच्छता बनाए रखने की सहयता करने का आग्रह किया जाता है।
  • इस अभियान के अंतर्गत, शौचालय निर्माण और सफाई अभियान जैसे कई पहल हैं।
  • स्वच्छ भारत अभियान ने सार्वजनिक स्वच्छता में दृश्यमान सुधार किया है।
  • यह ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालय निर्माण को बढ़ावा दिया है।
  • अभियान में स्वच्छता निरीक्षण शामिल है, जिसका उद्देश्य स्वच्छता मानकों का पालन सुनिश्चित करना है।
  • स्वच्छ भारत अभियान स्वस्थ और स्वच्छ भारत की ओर एक कदम बढ़ा रहा है।
  • यह अभियान सड़कों से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक स्वच्छता के प्रति नागरिकों में जिम्मेदारी की भावना डालने में सफल रहा है।

Swachh Bharat Abhiyan कोट्स निम्न है:

“स्वच्छता ने ही स्वास्थ्य को मिलाने की कुंजी है।” – महात्मा गांधी

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

“स्वच्छ भारत ही समृद्ध भारत हो सकता है।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छता का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है, और यह नागरिकों की दायित्व है।” – एपीजे अब्दुल कलाम 
“स्वच्छता से जुड़ी शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छ भारत अभियान एक सपना नहीं, एक प्रतिबद्धता है।” – नरेंद्र मोदी

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

“स्वच्छता का पालन करना न सिर्फ हमारी देशभक्ति है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छता का मतलब है, हमारे आस-पास की सब कुछ सुखद और शुद्ध हो।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छता एक अच्छे जीवन का पहला कदम है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छ भारत की ओर हमारा कदम बढ़ाएं, क्योंकि यह हमारी जिम्मेदारी है।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छ भारत अभियान केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक समाज की पहल भी है।” – एपीजे अब्दुल कलाम

यह भी पढ़ें: शिक्षक दिवस पर निबंध

Swachh Bharat Abhiyan से जुड़े कुछ तथ्य यहां दिए गए हैं:

  • अभियान की शुरुआत: “स्वच्छ भारत अभियान” का आरंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को किया गया था, महात्मा गांधी की जयंती के दिन।
  • मुख्य उद्देश्य: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है, साथ ही स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूकता फैलाना है।
  • द्विचरणीय धारा: इस अभियान का मुख्य धाराएँ “ग्रामीण स्वच्छता” और “शहरी स्वच्छता” हैं, जिसके तहत गांवों और शहरों में स्वच्छता को प्राथमिकता दी जाती है।
  • शौचालय निर्माण: इस अभियान के तहत लाखों शौचालय निर्मित किए गए हैं, जिससे सार्वजनिक जगहों पर शौच मुक्ति मिली है।
  • स्वच्छता सर्वेक्षण: स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत स्वच्छता के प्रति लोगों के समुदायों की जांच की जाती है और स्वच्छता मानकों का पालन मापता जाता है।
  • स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत: इस अभियान ने स्वस्थ भारत को स्वच्छ भारत के साथ जोड़कर प्रमोट किया है, क्योंकि स्वच्छता और स्वास्थ्य में गहरा संबंध होता है।
  • स्वच्छ भारत अभियान का संदेश: “स्वच्छता ही सेवा” और “स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत” जैसे संदेशों के माध्यम से इस अभियान का प्रचार किया जाता है।

स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेसडर:

स्वच्छ भारत मिशन – ग्रामीण, पेयजल सार्वभौमिक स्वच्छता प्राप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने के लिए और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने हेतु भारत के प्रधान मंत्री ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन का आरंभ किया था।

भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की नई दिल्ली, राजपथ पर शुरूआत करते हुए कहा था कि “एक स्वच्छ भारत के द्वारा ही देश 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अपनी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि दे सकते हैं।” 2 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन देश भर में व्यापक तौर पर राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध, swachh bharat abhiyan nibandh लिखने के लिए आपको इसे बारे मे आवश्यक जानकारी प्राप्त करनी होगी। उसके बाद सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को मिलाकर निबंध लिखें। निबंध को एक ठोस संरचना दें, जैसे कि प्रस्तावना, मुख्य भाग, और निष्कर्षण। साफ, सुविधाजनक भाषा का प्रयोग करें और संयुक्ताक्षरों या विचारों को स्पष्टत: रूप से व्यक्त करें। अपने निबंध को समर्थन के लिए उपयुक्त स्रोतों से समर्थित करें। अपने दृष्टिकोण को व्यक्त करें, लेकिन दूसरों के खिलाफ वाद-विवाद से बचें। अपने निबंध को लिखने के बाद, इसे पुनः पढ़ें और सुधारें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्तूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी. यह महत्वाकांक्षी योजना दरअसल पहले की सरकार के केंद्रीय ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम (1986-1999) और संपूर्ण स्वच्छता अभियान (1999) का बदला हुआ रूप है. संपूर्ण स्वच्छता अभियान का नाम 2012 में बदल कर निर्मल भारत अभियान कर दिया गया था। 

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के हिंदी निबंध के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi)

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) - स्वच्छ भारत अभियान पिछले दशक से शुरू हुए भारत की सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण पहलों में से एक है। महात्मा गांधी के स्वच्छ राष्ट्र के विजन को आगे बढ़ाने का आवाह्न करते हुए उनके जन्मदिन पर वर्ष 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Mission in Hindi) की शुरुआत की घोषणा की। यहां 'स्वच्छ भारत अभियान' पर कुछ नमूना निबंध दिए गए हैं। विस्तार से समझने के लिए लेख को पूरा पढ़ें। इससे आपको संक्षिप्त निबंध से लेकर बड़े निबंध लिखने में मदद मिलेगी।

स्वच्छ भारत अभियान पर 100 शब्द में निबंध (100 Words Essay On Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi)

पर्यावरण संरक्षण के नजरिये से हमारे देश में स्वच्छ भारत अभियान की काफी जरूरत भी है, क्योंकि पर्यावरणीय प्रदर्शन सूचकांक (Environmental Performance Index -EPI) में 180 देशों की सूची में भारत की स्थिति सबसे खराब है। इससे पहले देश में स्वच्छता का स्तर कैसा रहा होगा इस बात का केवल अनुमान ही लगाया जा सकता है। स्वच्छ भारत अभियान पर लिखे गए निबंध से न केवल जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध लिखने के लिए उपयोगी सामग्री भी मिलेगी जिसकी मदद से स्वच्छ भारत मिशन पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) लिखने और स्वच्छ भारत पर भाषण तैयार करने में मदद मिलेगी।

अन्य निबंध पढ़ें-

  • हिंदी में निबंध पढ़ें
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  • 10वीं के बाद लोकप्रिय कोर्स
  • महात्मा गांधी पर निबंध

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध - प्रस्तावना- अभियान क्यों है जरूरी

स्वच्छता का हम सभी के जीवन में बेहद महत्वपूर्ण स्थान है। हम सब जानते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। मन को स्वस्थ रखने के लिए तन का स्वस्थ होना जरूरी है और स्वच्छता के बिना स्वस्थ रहने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। किसी भी देश की सबसे बड़ी पूंजी वहां के निवासी होते हैं ऐसे में अपनी सबसे बड़ी पूंजी को बनाए रखने, उसे समृद्ध करने और बढ़ाने के लिए बड़े जतन करने होते हैं। भारत जैसे देश में स्वच्छ भारत अभियान जैसी पहल की एक लंबे अरसे से जरूरत रही है।

  • हिंदी दिवस पर कविता
  • प्रदूषण पर निबंध
  • दशहरा पर निबंध

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध- महात्मा गाधी के जन्म दिवस पर शुरू हुआ मिशन

भारत की सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण पहलों में से एक स्वच्छ भारत अभियान है। राष्ट्रपिता ने “स्वच्छ भारत” का सपना देखा था, वे चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें और इस सपने को साकार बनाएं। महात्मा गांधी के स्वच्छ राष्ट्र के दृष्टिकोण के सम्मान में, भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को इस अभियान की शुरुआत की घोषणा की। उन्हें पूरा भरोसा था कि प्यारे बापू के इस दृष्टिकोण को हर भारतवासी समझेगा और इसमें भरसक योगदान देगा।

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महात्मा गांधी ने इस स्वच्छता के महत्व को बहुत पहले ही समझ लिया था। वे कहते थे "स्वच्छता स्वतंत्रता से अधिक जरूरी है।” महात्मा गांधी बेहद सफाई पसंद व्यक्ति थे। आजीवन वे स्वच्छता के बहुत बड़े पैरोकार रहे। यही वजह थी स्वच्छता और सफाईकर्मियों से उन्हें सदैव विशेष प्रेम रहा। उस समय सफाई से जुड़े कार्य करने वाले लोगों को समाज में हेय दृष्टि से देखा जाता था, लोग उनको अछूत मानते थे, लेकिन गांधी जी ने उनको हरिजन की संज्ञा दी और समाज में सम्मान वापस दिलाने की कोशिश की।

देश के 14वें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी जरूरत को गहराई से समझा और 2019 में आने वाली राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उनको सर्वोत्तम श्रद्धांजलि देने के लिए नई दिल्ली के कर्तव्य पथ (तब राजपथ) पर देशव्यापी स्वच्छता अभियान स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की। स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य हर परिवार को शौचालय, अपशिष्ट निपटान प्रणाली, गांवों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के साथ ही सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल आपूर्ति जैसी सुविधाएँ मुहैया कराना है। केवल सरकारी तंत्र के बूते स्वच्छ भारत कभी सफल नहीं हो सकता इसलिए स्वच्छ भारत अभियान को जन अभियान का रूप देने की आवश्यकता थी, सभी देशवासियों की इस अभियान में भागीदारी सुनिश्चित करनी थी। इसके लिए उन्होंने 2 अक्टूबर, 2014 को “न मैं गंदगी करूंगा, न ही करने दूंगा” के मूल मंत्र के साथ अभियान को हरी झंडी दी।

  • बाल दिवस पर हिंदी में भाषण
  • वायु प्रदूषण पर निबंध
  • होली पर निबंध

कक्षा 10वीं के बाद करियर बनाने में सहायक कुछ महत्वपूर्ण लेख पढ़ें

  • बी.टेक क्या है? (फुल फार्म)
  • इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें?

सफाई को ईश्वर भक्ति के बाद दूसरा स्थान माना जाता है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने खुले में शौच को खत्म करने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार करने और लोगों को स्वच्छता के मूल्य को समझने में मदद करके 2019 तक भारत को स्वच्छ बनाने के लिए 2014 में गांधी जयंती के अवसर पर एक मिशन की घोषणा की। यह पहल हमारे देश और उसके नागरिकों को प्रभावित करने वाली सभी गंदगी और अशुद्धियों को खत्म करने के महात्मा गांधी के दृष्टिकोण से प्रेरित है।

स्वच्छ भारत-2

स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत आंदोलन को आम तौर पर इस पहल के रूप में जाना जाता है। सभी भारतीय शहरों और कस्बों को साफ करना इस प्रयास का लक्ष्य है। देश भर में, सभी कस्बों-गांवों और शहरों को स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छता अभियान में शामिल किया गया। आम जनता को स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षित करना वास्तव में एक उत्कृष्ट पहल है।

कुछ महत्वपूर्ण लेख पढ़ें

  • एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में कैसे संवारें अपना भविष्य
  • एमबीए (MBA - Full Form)
  • CLAT (क्लैट)

भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को स्वच्छ भारत अभियान पहल के सम्मान में 25 सितंबर, 2019 को न्यूयॉर्क में गेट्स फाउंडेशन का "ग्लोबल गोलकीपर" पुरस्कार मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान भारत को स्वच्छ बनाने का एक प्रयास है। इसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 145वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर 2014 को उनके स्वच्छता प्रेम स्वच्छ भारत के सपने को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पेश किया गया।

आवास और शहरी मामले विभाग एवं पेयजल और स्वच्छता विभाग राष्ट्रीय स्वच्छता कार्यक्रम के प्रभारी हैं। महात्मा गांधी के जन्म की 150वीं वर्षगांठ, 2 अक्टूबर, 2019 तक सुझाई गई योजनाओं को पूरा करने के लिए पांच वर्षों के लिए स्वच्छ भारत अभियान की कल्पना की गई थी।

स्वच्छ भारत अभियान के कैंपेन:

  • प्लास्टिक से रक्षा
  • स्वच्छता पखवाड़ा
  • स्वच्छता श्रमदान
  • स्वच्छता ही सेवा

स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता के महत्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है। स्वच्छ भारत अभियान के अनुसार, भारत के प्रत्येक निवासी को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल मुहैया कराने के साथ-साथ बाथरूम, तरल और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली और स्वच्छ गांवों सहित बुनियादी स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच सुनिश्चित की जानी है।

  • एचसीएल टेकबी कार्यक्रम के माध्यम से आईटी में कैरियर
  • डॉक्टर कैसे बनें (How to become a doctor)
  • इंजीनियरिंग क्या है? (What is Engineering? Hindi)

स्वच्छ भारत अभियान (Swachchh Bharat Abhiyan in Hindi), को Clean India Mission या स्वच्छ भारत मिशन (Swachchh Bharat Mission in Hindi) के रूप में भी जाना जाता है, यह एक देशव्यापी परियोजना है जिसे भारत सरकार ने खुले में शौच को खत्म करने और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार के लिए 2014 में शुरू किया था। यह निर्मल भारत अभियान का एक उन्नत संस्करण है।

स्वच्छ भारत-3

स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 (Swachh Bharat Mission in Hindi -Urban 2.0)

वित्त मंत्रालय ने फरवरी 2021 में घोषणा की कि स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 को "स्वास्थ्य और कल्याण" घटक के तहत लागू किया जाएगा। एसबीएम-यू चरण II में 1 लाख से कम आबादी वाले सभी शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में नए सीवेज ट्रीटमेंट के साथ ही खराब सीवेज ट्रीटमेंट को जगह दी गई है।

स्वच्छ भारत मिशन का पहला चरण अक्टूबर 2019 में पूरा हुआ। चरण 1 की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन चरण 2 को 2020-2021 और 2024-2025 के बीच पूरा किया जा रहा है। सरकार ने केंद्रीय बजट 2021 में स्वच्छ भारत मिशन (यू) 2.0 के लिए 1,41,678 करोड़ रुपये आवंटित किए। यहां एसबीएम-शहरी 2.0 में इन बातों को जगह दी गई है-

अपशिष्ट प्रबंधन - ठोस

क्षमता निर्माण, सूचना, शिक्षा और संचार

1 लाख से कम आबादी वाले सभी शहरी स्थानीय निकायों के लिए अपशिष्ट जल उपचार शामिल

पर्यावरण स्वच्छता (शौचालय का निर्माण)

शहरी स्वच्छ भारत मिशन 1.0

कुल 377 मिलियन की आबादी वाले सभी 4041 सांविधिक कस्बों को जो शहरी विकास मंत्रालय द्वारा प्रशासित स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के हिस्से के रूप में घरेलू शौचालय और स्वच्छता सुविधाएं प्रदान करना आवश्यक था। पांच साल के बजट में 62,009 करोड़ रुपये का अनुमान किया गया था, जिसमें से 14,623 करोड़ रुपये केंद्र द्वारा दिए जाने थे। मिशन का उद्देश्य 1.04 करोड़ परिवारों को 2.5 लाख स्थानीय और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय सीटें प्रदान करना है। इसके अतिरिक्त, इसमें प्रत्येक समुदाय में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं के निर्माण का सुझाव दिया गया। छह प्रमुख बातों इस मिशन में जगह दी गई:

प्रत्येक घर के लिए अलग शौचालय;

सार्वजनिक प्रशाधन

नगरपालिका के ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन,

सामुदायिक प्रसाधन

सूचना और शिक्षा संचार जागरूकता

क्षमता निर्माण

भारत में गंदगी और अस्वच्छता से निपटने के लिए स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ भारत अभियान-शैली अभियान की सख्त जरूरत है। नागरिकों का विकास उनके सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण के संदर्भ में कार्यक्रम पर निर्भर करता है। आमतौर पर, ग्रामीण स्थानों में निवासियों के लिए अधिक शौचालयों की आवश्यकता होती है। मलत्याग करने के लिए निवासी बाहर सड़कों या खेतों में चले गए। इससे लोगों के लिए स्वच्छता संबंधी कई समस्याएं पैदा हो गईं। इसलिए, स्वच्छ भारत मिशन इन लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने में महत्वपूर्ण सहायता कर सकता है।

स्वच्छ भारत अभियान की योजना (Plan for Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने स्वच्छ भारत अभियान कार्य योजना की तैयार की। 2019 तक इसका इरादा स्वच्छता सुविधाओं की संख्या बढ़ाने का था। भारत को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) बनाना प्राथमिक आवश्यकता थी।

कार्य योजना के मुख्य बिंदु:

2019 तक शौचालय की विकास दर 3% से बढ़ाकर 10% करना।

स्कूली बच्चे जल, स्वच्छता और सफाई के जाकरूकता अभियानों में भाग लें।

प्रतिदिन शौचालय निर्माण की संख्या 14000 से बढ़कर 48000 करना।

ऑडियो-विज़ुअल, मोबाइल टेलीफोन और स्थानीय कार्यक्रमों का उपयोग करके जागरूकता फैलाने के लिए एक राष्ट्रीय/राज्य-स्तरीय मीडिया अभियान का शुभारंभ करना।

स्वच्छ भारत अभियान का महत्त्व (Importance of Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य खुले में शौच और अपशिष्ट प्रबंधन के मुद्दों के साथ-साथ सामान्य स्वच्छता से जुड़े सामान्य लक्ष्य को हासिल करना है, क्योंकि ये मुद्दे देश की प्रगति में बाधा डालते हैं।

स्वच्छ भारत कार्यक्रम के प्राथमिक उद्देश्य हैं:

खुले में शौच की समाप्ति

अस्वच्छ शौचालयों का रूपांतरण

मैनुअल कचरा संग्रहण।

पूर्ण अपशिष्ट निपटान

अपशिष्ट का पुन: उपयोग

उम्मीद है कि भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी और सराहनीय पहल स्वच्छ भारत अभियान के बारे में इस निबंध से उपयोगी जानकारी मिल गई होगी। महात्मा गांधी के सपनों के भारत का निर्माण करने के लिए देश की सबसे बड़ी पूंजी मानव संसाधन को स्वस्थ रखने की आवश्यकता होगी और इसमें स्वच्छ भारत अभियान बेहद अहम भूमिका निभाएगा। Swachh Bharat Abhiyan par Hindi nibandh से न केवल इसके बारे में उपयोगी जानकारी मिली होगी बल्कि उम्मीद है कि इसके महत्व को समझते हुए स्वच्छ और स्वस्थ भारत के निर्माण में अपनी भूमिका के साथ भी न्याय करेंगे।

  • जलवायु परिवर्तन पर निबंध
  • जी 20 पर निबंध
  • गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर भाषण

Frequently Asked Question (FAQs)

गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर, 2014 को  स्वच्छ भारत अभियान के देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य पथ पर आयोजित एक कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाई।

देश में निर्मल भारत अभियान नाम से एक योजना 1999 से संचालित थी, बाद में केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी से 24 सितंबर 2014 को इसे स्वच्छ भारत अभियान के रूप में पुनर्गठित किया गया। गांधी जयंती के अवसर पर इसे जोश के साथ स्वच्छ भारत मिशन को लागू किया गया।

स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए कई कैंपेन चलाए गए- 

स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत महात्मा गांधी की 150वीं जयंती यानी 2 अक्टूबर 2019, तक सभी गांवों, ग्राम पंचायतों, जिलों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ग्रामीण हिस्सों में 100 मिलियन से अधिक शौचालयों का निर्माण करके खुद को भारत ने "खुले में शौच मुक्त" (ओडीएफ) घोषित कर दिया।

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Data Administrator

Database professionals use software to store and organise data such as financial information, and customer shipping records. Individuals who opt for a career as data administrators ensure that data is available for users and secured from unauthorised sales. DB administrators may work in various types of industries. It may involve computer systems design, service firms, insurance companies, banks and hospitals.

Bio Medical Engineer

The field of biomedical engineering opens up a universe of expert chances. An Individual in the biomedical engineering career path work in the field of engineering as well as medicine, in order to find out solutions to common problems of the two fields. The biomedical engineering job opportunities are to collaborate with doctors and researchers to develop medical systems, equipment, or devices that can solve clinical problems. Here we will be discussing jobs after biomedical engineering, how to get a job in biomedical engineering, biomedical engineering scope, and salary. 

Ethical Hacker

A career as ethical hacker involves various challenges and provides lucrative opportunities in the digital era where every giant business and startup owns its cyberspace on the world wide web. Individuals in the ethical hacker career path try to find the vulnerabilities in the cyber system to get its authority. If he or she succeeds in it then he or she gets its illegal authority. Individuals in the ethical hacker career path then steal information or delete the file that could affect the business, functioning, or services of the organization.

GIS officer work on various GIS software to conduct a study and gather spatial and non-spatial information. GIS experts update the GIS data and maintain it. The databases include aerial or satellite imagery, latitudinal and longitudinal coordinates, and manually digitized images of maps. In a career as GIS expert, one is responsible for creating online and mobile maps.

Data Analyst

The invention of the database has given fresh breath to the people involved in the data analytics career path. Analysis refers to splitting up a whole into its individual components for individual analysis. Data analysis is a method through which raw data are processed and transformed into information that would be beneficial for user strategic thinking.

Data are collected and examined to respond to questions, evaluate hypotheses or contradict theories. It is a tool for analyzing, transforming, modeling, and arranging data with useful knowledge, to assist in decision-making and methods, encompassing various strategies, and is used in different fields of business, research, and social science.

Geothermal Engineer

Individuals who opt for a career as geothermal engineers are the professionals involved in the processing of geothermal energy. The responsibilities of geothermal engineers may vary depending on the workplace location. Those who work in fields design facilities to process and distribute geothermal energy. They oversee the functioning of machinery used in the field.

Database Architect

If you are intrigued by the programming world and are interested in developing communications networks then a career as database architect may be a good option for you. Data architect roles and responsibilities include building design models for data communication networks. Wide Area Networks (WANs), local area networks (LANs), and intranets are included in the database networks. It is expected that database architects will have in-depth knowledge of a company's business to develop a network to fulfil the requirements of the organisation. Stay tuned as we look at the larger picture and give you more information on what is db architecture, why you should pursue database architecture, what to expect from such a degree and what your job opportunities will be after graduation. Here, we will be discussing how to become a data architect. Students can visit NIT Trichy , IIT Kharagpur , JMI New Delhi . 

Remote Sensing Technician

Individuals who opt for a career as a remote sensing technician possess unique personalities. Remote sensing analysts seem to be rational human beings, they are strong, independent, persistent, sincere, realistic and resourceful. Some of them are analytical as well, which means they are intelligent, introspective and inquisitive. 

Remote sensing scientists use remote sensing technology to support scientists in fields such as community planning, flight planning or the management of natural resources. Analysing data collected from aircraft, satellites or ground-based platforms using statistical analysis software, image analysis software or Geographic Information Systems (GIS) is a significant part of their work. Do you want to learn how to become remote sensing technician? There's no need to be concerned; we've devised a simple remote sensing technician career path for you. Scroll through the pages and read.

Budget Analyst

Budget analysis, in a nutshell, entails thoroughly analyzing the details of a financial budget. The budget analysis aims to better understand and manage revenue. Budget analysts assist in the achievement of financial targets, the preservation of profitability, and the pursuit of long-term growth for a business. Budget analysts generally have a bachelor's degree in accounting, finance, economics, or a closely related field. Knowledge of Financial Management is of prime importance in this career.

Underwriter

An underwriter is a person who assesses and evaluates the risk of insurance in his or her field like mortgage, loan, health policy, investment, and so on and so forth. The underwriter career path does involve risks as analysing the risks means finding out if there is a way for the insurance underwriter jobs to recover the money from its clients. If the risk turns out to be too much for the company then in the future it is an underwriter who will be held accountable for it. Therefore, one must carry out his or her job with a lot of attention and diligence.

Finance Executive

Product manager.

A Product Manager is a professional responsible for product planning and marketing. He or she manages the product throughout the Product Life Cycle, gathering and prioritising the product. A product manager job description includes defining the product vision and working closely with team members of other departments to deliver winning products.  

Operations Manager

Individuals in the operations manager jobs are responsible for ensuring the efficiency of each department to acquire its optimal goal. They plan the use of resources and distribution of materials. The operations manager's job description includes managing budgets, negotiating contracts, and performing administrative tasks.

Stock Analyst

Individuals who opt for a career as a stock analyst examine the company's investments makes decisions and keep track of financial securities. The nature of such investments will differ from one business to the next. Individuals in the stock analyst career use data mining to forecast a company's profits and revenues, advise clients on whether to buy or sell, participate in seminars, and discussing financial matters with executives and evaluate annual reports.

A Researcher is a professional who is responsible for collecting data and information by reviewing the literature and conducting experiments and surveys. He or she uses various methodological processes to provide accurate data and information that is utilised by academicians and other industry professionals. Here, we will discuss what is a researcher, the researcher's salary, types of researchers.

Welding Engineer

Welding Engineer Job Description: A Welding Engineer work involves managing welding projects and supervising welding teams. He or she is responsible for reviewing welding procedures, processes and documentation. A career as Welding Engineer involves conducting failure analyses and causes on welding issues. 

Transportation Planner

A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.

Environmental Engineer

Individuals who opt for a career as an environmental engineer are construction professionals who utilise the skills and knowledge of biology, soil science, chemistry and the concept of engineering to design and develop projects that serve as solutions to various environmental problems. 

Safety Manager

A Safety Manager is a professional responsible for employee’s safety at work. He or she plans, implements and oversees the company’s employee safety. A Safety Manager ensures compliance and adherence to Occupational Health and Safety (OHS) guidelines.

Conservation Architect

A Conservation Architect is a professional responsible for conserving and restoring buildings or monuments having a historic value. He or she applies techniques to document and stabilise the object’s state without any further damage. A Conservation Architect restores the monuments and heritage buildings to bring them back to their original state.

Structural Engineer

A Structural Engineer designs buildings, bridges, and other related structures. He or she analyzes the structures and makes sure the structures are strong enough to be used by the people. A career as a Structural Engineer requires working in the construction process. It comes under the civil engineering discipline. A Structure Engineer creates structural models with the help of computer-aided design software. 

Highway Engineer

Highway Engineer Job Description:  A Highway Engineer is a civil engineer who specialises in planning and building thousands of miles of roads that support connectivity and allow transportation across the country. He or she ensures that traffic management schemes are effectively planned concerning economic sustainability and successful implementation.

Field Surveyor

Are you searching for a Field Surveyor Job Description? A Field Surveyor is a professional responsible for conducting field surveys for various places or geographical conditions. He or she collects the required data and information as per the instructions given by senior officials. 

Orthotist and Prosthetist

Orthotists and Prosthetists are professionals who provide aid to patients with disabilities. They fix them to artificial limbs (prosthetics) and help them to regain stability. There are times when people lose their limbs in an accident. In some other occasions, they are born without a limb or orthopaedic impairment. Orthotists and prosthetists play a crucial role in their lives with fixing them to assistive devices and provide mobility.

Pathologist

A career in pathology in India is filled with several responsibilities as it is a medical branch and affects human lives. The demand for pathologists has been increasing over the past few years as people are getting more aware of different diseases. Not only that, but an increase in population and lifestyle changes have also contributed to the increase in a pathologist’s demand. The pathology careers provide an extremely huge number of opportunities and if you want to be a part of the medical field you can consider being a pathologist. If you want to know more about a career in pathology in India then continue reading this article.

Veterinary Doctor

Speech therapist, gynaecologist.

Gynaecology can be defined as the study of the female body. The job outlook for gynaecology is excellent since there is evergreen demand for one because of their responsibility of dealing with not only women’s health but also fertility and pregnancy issues. Although most women prefer to have a women obstetrician gynaecologist as their doctor, men also explore a career as a gynaecologist and there are ample amounts of male doctors in the field who are gynaecologists and aid women during delivery and childbirth. 

Audiologist

The audiologist career involves audiology professionals who are responsible to treat hearing loss and proactively preventing the relevant damage. Individuals who opt for a career as an audiologist use various testing strategies with the aim to determine if someone has a normal sensitivity to sounds or not. After the identification of hearing loss, a hearing doctor is required to determine which sections of the hearing are affected, to what extent they are affected, and where the wound causing the hearing loss is found. As soon as the hearing loss is identified, the patients are provided with recommendations for interventions and rehabilitation such as hearing aids, cochlear implants, and appropriate medical referrals. While audiology is a branch of science that studies and researches hearing, balance, and related disorders.

An oncologist is a specialised doctor responsible for providing medical care to patients diagnosed with cancer. He or she uses several therapies to control the cancer and its effect on the human body such as chemotherapy, immunotherapy, radiation therapy and biopsy. An oncologist designs a treatment plan based on a pathology report after diagnosing the type of cancer and where it is spreading inside the body.

Are you searching for an ‘Anatomist job description’? An Anatomist is a research professional who applies the laws of biological science to determine the ability of bodies of various living organisms including animals and humans to regenerate the damaged or destroyed organs. If you want to know what does an anatomist do, then read the entire article, where we will answer all your questions.

For an individual who opts for a career as an actor, the primary responsibility is to completely speak to the character he or she is playing and to persuade the crowd that the character is genuine by connecting with them and bringing them into the story. This applies to significant roles and littler parts, as all roles join to make an effective creation. Here in this article, we will discuss how to become an actor in India, actor exams, actor salary in India, and actor jobs. 

Individuals who opt for a career as acrobats create and direct original routines for themselves, in addition to developing interpretations of existing routines. The work of circus acrobats can be seen in a variety of performance settings, including circus, reality shows, sports events like the Olympics, movies and commercials. Individuals who opt for a career as acrobats must be prepared to face rejections and intermittent periods of work. The creativity of acrobats may extend to other aspects of the performance. For example, acrobats in the circus may work with gym trainers, celebrities or collaborate with other professionals to enhance such performance elements as costume and or maybe at the teaching end of the career.

Video Game Designer

Career as a video game designer is filled with excitement as well as responsibilities. A video game designer is someone who is involved in the process of creating a game from day one. He or she is responsible for fulfilling duties like designing the character of the game, the several levels involved, plot, art and similar other elements. Individuals who opt for a career as a video game designer may also write the codes for the game using different programming languages.

Depending on the video game designer job description and experience they may also have to lead a team and do the early testing of the game in order to suggest changes and find loopholes.

Radio Jockey

Radio Jockey is an exciting, promising career and a great challenge for music lovers. If you are really interested in a career as radio jockey, then it is very important for an RJ to have an automatic, fun, and friendly personality. If you want to get a job done in this field, a strong command of the language and a good voice are always good things. Apart from this, in order to be a good radio jockey, you will also listen to good radio jockeys so that you can understand their style and later make your own by practicing.

A career as radio jockey has a lot to offer to deserving candidates. If you want to know more about a career as radio jockey, and how to become a radio jockey then continue reading the article.

Choreographer

The word “choreography" actually comes from Greek words that mean “dance writing." Individuals who opt for a career as a choreographer create and direct original dances, in addition to developing interpretations of existing dances. A Choreographer dances and utilises his or her creativity in other aspects of dance performance. For example, he or she may work with the music director to select music or collaborate with other famous choreographers to enhance such performance elements as lighting, costume and set design.

Social Media Manager

A career as social media manager involves implementing the company’s or brand’s marketing plan across all social media channels. Social media managers help in building or improving a brand’s or a company’s website traffic, build brand awareness, create and implement marketing and brand strategy. Social media managers are key to important social communication as well.

Photographer

Photography is considered both a science and an art, an artistic means of expression in which the camera replaces the pen. In a career as a photographer, an individual is hired to capture the moments of public and private events, such as press conferences or weddings, or may also work inside a studio, where people go to get their picture clicked. Photography is divided into many streams each generating numerous career opportunities in photography. With the boom in advertising, media, and the fashion industry, photography has emerged as a lucrative and thrilling career option for many Indian youths.

An individual who is pursuing a career as a producer is responsible for managing the business aspects of production. They are involved in each aspect of production from its inception to deception. Famous movie producers review the script, recommend changes and visualise the story. 

They are responsible for overseeing the finance involved in the project and distributing the film for broadcasting on various platforms. A career as a producer is quite fulfilling as well as exhaustive in terms of playing different roles in order for a production to be successful. Famous movie producers are responsible for hiring creative and technical personnel on contract basis.

Copy Writer

In a career as a copywriter, one has to consult with the client and understand the brief well. A career as a copywriter has a lot to offer to deserving candidates. Several new mediums of advertising are opening therefore making it a lucrative career choice. Students can pursue various copywriter courses such as Journalism , Advertising , Marketing Management . Here, we have discussed how to become a freelance copywriter, copywriter career path, how to become a copywriter in India, and copywriting career outlook. 

In a career as a vlogger, one generally works for himself or herself. However, once an individual has gained viewership there are several brands and companies that approach them for paid collaboration. It is one of those fields where an individual can earn well while following his or her passion. 

Ever since internet costs got reduced the viewership for these types of content has increased on a large scale. Therefore, a career as a vlogger has a lot to offer. If you want to know more about the Vlogger eligibility, roles and responsibilities then continue reading the article. 

For publishing books, newspapers, magazines and digital material, editorial and commercial strategies are set by publishers. Individuals in publishing career paths make choices about the markets their businesses will reach and the type of content that their audience will be served. Individuals in book publisher careers collaborate with editorial staff, designers, authors, and freelance contributors who develop and manage the creation of content.

Careers in journalism are filled with excitement as well as responsibilities. One cannot afford to miss out on the details. As it is the small details that provide insights into a story. Depending on those insights a journalist goes about writing a news article. A journalism career can be stressful at times but if you are someone who is passionate about it then it is the right choice for you. If you want to know more about the media field and journalist career then continue reading this article.

Individuals in the editor career path is an unsung hero of the news industry who polishes the language of the news stories provided by stringers, reporters, copywriters and content writers and also news agencies. Individuals who opt for a career as an editor make it more persuasive, concise and clear for readers. In this article, we will discuss the details of the editor's career path such as how to become an editor in India, editor salary in India and editor skills and qualities.

Individuals who opt for a career as a reporter may often be at work on national holidays and festivities. He or she pitches various story ideas and covers news stories in risky situations. Students can pursue a BMC (Bachelor of Mass Communication) , B.M.M. (Bachelor of Mass Media) , or  MAJMC (MA in Journalism and Mass Communication) to become a reporter. While we sit at home reporters travel to locations to collect information that carries a news value.  

Corporate Executive

Are you searching for a Corporate Executive job description? A Corporate Executive role comes with administrative duties. He or she provides support to the leadership of the organisation. A Corporate Executive fulfils the business purpose and ensures its financial stability. In this article, we are going to discuss how to become corporate executive.

Multimedia Specialist

A multimedia specialist is a media professional who creates, audio, videos, graphic image files, computer animations for multimedia applications. He or she is responsible for planning, producing, and maintaining websites and applications. 

Quality Controller

A quality controller plays a crucial role in an organisation. He or she is responsible for performing quality checks on manufactured products. He or she identifies the defects in a product and rejects the product. 

A quality controller records detailed information about products with defects and sends it to the supervisor or plant manager to take necessary actions to improve the production process.

Production Manager

A QA Lead is in charge of the QA Team. The role of QA Lead comes with the responsibility of assessing services and products in order to determine that he or she meets the quality standards. He or she develops, implements and manages test plans. 

Process Development Engineer

The Process Development Engineers design, implement, manufacture, mine, and other production systems using technical knowledge and expertise in the industry. They use computer modeling software to test technologies and machinery. An individual who is opting career as Process Development Engineer is responsible for developing cost-effective and efficient processes. They also monitor the production process and ensure it functions smoothly and efficiently.

AWS Solution Architect

An AWS Solution Architect is someone who specializes in developing and implementing cloud computing systems. He or she has a good understanding of the various aspects of cloud computing and can confidently deploy and manage their systems. He or she troubleshoots the issues and evaluates the risk from the third party. 

Azure Administrator

An Azure Administrator is a professional responsible for implementing, monitoring, and maintaining Azure Solutions. He or she manages cloud infrastructure service instances and various cloud servers as well as sets up public and private cloud systems. 

Computer Programmer

Careers in computer programming primarily refer to the systematic act of writing code and moreover include wider computer science areas. The word 'programmer' or 'coder' has entered into practice with the growing number of newly self-taught tech enthusiasts. Computer programming careers involve the use of designs created by software developers and engineers and transforming them into commands that can be implemented by computers. These commands result in regular usage of social media sites, word-processing applications and browsers.

Information Security Manager

Individuals in the information security manager career path involves in overseeing and controlling all aspects of computer security. The IT security manager job description includes planning and carrying out security measures to protect the business data and information from corruption, theft, unauthorised access, and deliberate attack 

ITSM Manager

Automation test engineer.

An Automation Test Engineer job involves executing automated test scripts. He or she identifies the project’s problems and troubleshoots them. The role involves documenting the defect using management tools. He or she works with the application team in order to resolve any issues arising during the testing process. 

Applications for Admissions are open.

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स्वच्छ भारत अभियान पर छोटा और बड़ा निबंध

भारत के अभियानों में सबसे बड़ा अभियान है स्वच्छ भारत अभियान है। क्या आप जानते है स्वच्छ भारत अभियान क्या है? अगर नहीं, तो इस लेख में हमने स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध लिखा हैं। तो इस लेख को अंत तक पढ़े।

वैसे तो श्रीमान नरेंद्र मोदी जी ने बहुत से अभियानों की शुरुआत की, ठीक उसी तरह स्वच्छ भारत अभियान सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है।

स्वच्छ भारत अभियान का अर्थ केवल हम भारतीय ही नहीं बाकी पूरा संसार जानता है।

सारे संसार के लोगों में केवल एक यही बात है कि बहुत से लोग स्वच्छ भारत अभियान पर काम कर रहे है और बहुत से लोग इस अभियान को अपने दिमाग में भी नहीं डाल रहे है।

HindiParichay.com पर आज मैं आपके साथ  स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध प्रस्तुत करने जा रहा हूँ जिससे आपको इसकी महानता के विषय में पता चल सके।

स्वच्छ भारत अभियान के शुभारंभ पर पीएम का भाषण

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध कैसे लिखें?

स्वच्छ भारत पर छोटे बच्चों से लेकर बड़े सभी के लिए स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध , छोटे बच्चे जैसे कि कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और B.A., B. com आदि सबके लिए Swachh Bharat Essay in Hindi Language में लिखा जा रहा है।

भारत के बहुत से अभियानों का भाग है ये स्वच्छ भारत अभियान लेकिन सभी अभियानों में सबसे ज्यादा जरूरी अभियान “ स्वच्छ भारत अभियान ” है।

भारत के विभिन्न देशों में ये अभियान शुरू किया जा चुका है। भारत के स्वच्छ भारत अभियान की चर्चा भारत के स्वतंत्र होने से पहले से ही है।

चलिए अब ज्यादा समय व्यक्त ना करते हुए, स्वच्छ भारत पर निबंध पढ़ना शुरू करते हैं।

Role of Students in Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

India Flag

हम भारत जैसे देश में रहते है जहां करोड़ों भारतीय है। प्रत्येक भारतीय ये बात अच्छी तरह जानता है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रत्येक प्रकार की साफ सफाई की बात की गयी है चाहे वो देश की सड़कें स्मारक आदि हो या देश के सरकारी दफ्तरों आदि में भ्रष्टाचार फैला हुआ हो।

भारत एक ऐसा देश है जहां प्रत्येक नागरिक अपना जीवन अपनी इच्छा अनुसार जी रहा है। प्रत्येक कार्य अपनी मन की इच्छा के आधार पर कर रहा है।

आज के इस लेख में मैं आपको स्वच्छ भारत अभियान निबंध देने जा रहा हूँ।

Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi 200 words

Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

महात्मा गांधी जी का सपना है भारत को स्वच्छ भारत बनाए रखना है। भारत से गंदगी हटाना है, भारत में स्वच्छता लानी है। स्वच्छता हमारे घर से शुरू होती है और सड़कों तक जाती है।

जब भारत में स्वच्छता आएगी तभी जाकर भारत महान बनेगा। साफ सफाई को अपनाना है और गंदगी को हटाना है। भारत की स्वच्छता को बनाए रखने में सभी का हाथ होना चाहिए लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है जो कि भारत को और भी ज्यादा गंदा करते जा रहे है, गलत जगह पर फैक्ट्री लगाते हैं, जल को हवा को गंदगी से भर देते है।

भारत में आए दिन नई नई मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है जिससे सब जगह प्रदुषण फैलता जा रहा है। हमें भारत को स्वच्छ बनाए रखने के लिए फैक्ट्रियों को सही जगह लगाना चाहिए जिससे हवा, जल आदि में प्रदूषण न फैलता हो। कूड़े को कूड़ेदान में डालना चाहिए और स्वच्छता के नियम को अपनाना चाहिए।

स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने…

Essay on Swachh Bharat in Hindi in 300 Words

Swachh Bharat Abhiyan Nibandh

– स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत पर निबंध

भारत को स्वच्छ बनाए रखने का सपना भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने देखा था और उस सपने को साकार करने का जिम्मा हम सभी पर है और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान की शुरुआत 02 अक्टूबर 2014 से की।

इस दिन महात्मा गांधी जी की 145वीं जयंती का अवसर था और इस शुभ अवसर पर महात्मा गांधी जी के सपने को साकार किया गया।

भारत में स्वच्छ अभियान को चलाने के लिए सभी भारतवासियों का योगदान देना बहुत ही जरूरी है। भारत में साफ सफाई रखने वाला ही एक अच्छा नागरिक है। भारत में शिक्षा को बढ़ाना बहुत ही जरूरी है जिससे लोगों को ये पता होना चाहिए कि स्वच्छ भारत के होने से ही एक अच्छे और साफ सुथरे देश का अस्तिव बनेगा।

स्वच्छता अपनाने से दुनिया भर की बीमारियों को रोका जा सकता है। स्वच्छता बनाए रखने से एक व्यक्ति के जीवन में बहुत प्रभाव पडता है।

गंदगी को खत्म करने के लिए लोगों को शिक्षा का सहारा लेना, जागरूक होना बहुत जरूरी है और भारत की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए कठिन से कठिन नियम को लागू होना आवश्यक है।

अशिक्षित लोग कहीं भी फैक्ट्री खोल लेते है और जल, वायु, ध्वनी प्रदूषण करते है। अशिक्षित लोग कूड़े को कूड़ेदान में न फेंक कर सड़कों पर फेंकते है, इधर उधर थूकते है।

गन्दगी को फैलाने वाले कभी भी स्वच्छता को नहीं अपनाएंगे इसलिए हम सभी को ये कसम खानी है चाहे कुछ भी हो सब जगह स्वच्छता को बनाए रखने में सहयोग देना है।

Speech on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi For Students

Speech on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi For Students

स्वच्छता केवल घरों और सड़कों में ही नहीं पूरी दूनिया में होनी चाहिए। स्वच्छता भारत के लिए बहुत ही जरूरी है। स्वच्छता अभियान से सम्पूर्ण भारत अन्य देशों से ज्यादा अच्छा और आर्थिक मामलों में ऊँचा रहेगा। इसी को मध्य रखते हुए भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को लागू किया गया है। यह गांव के प्रत्येक गली गांव की सड़कों की सफाई से लेकर शौचालयों का निर्माण करना है।

  • स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने एक सपना देखा था और उस सपने को पूरा करने का जिम्मा हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने लिया था। महात्मा गांधी जी के 145वें जन्मदिन के दिन 02 अक्टूबर 2014 के दिन प्रधानमंत्री जी ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू कराया था।

मोदी जी ने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादीओं से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा, साफ-सफाई के संदर्भ में यह सबसे बड़ा अभियान है। साफ-सफाई को लेकर भारत की छवि को बदलने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को इस अभियान से जुड़ने के लिए जन आंदोलन बनाकर इसकी शुरुआत की।

इस अभियान के फायदे के बारे में सम्पूर्ण जनता को बताया। महात्मा गांधी जी का सपना शिक्षा और स्वच्छता को फैलाना था। उनका मानना था कि स्वच्छता भगवान की पूजा है। गांधी जी हमेशा से ही चाहते थे कि स्वच्छता की शिक्षा को सभी आम जनता को प्रदान करी जा सके।

गांधी जी का सपना था कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत वह सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर देश को साफ रखने का अभियान चलेंगे।

स्वच्छता के अभियान के अंतर्गत जिस आश्रम में वो रहते थे वहां रोजाना सुबह 4:00 बजे उठकर स्वयं सफाई करते थे। उन्होंने वर्धा आश्रम में अपना स्वयं का शौचालय बनवाया था जिसको प्रतिदिन सुबह-शाम साफ भी किया करते थे।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध कक्षा 10, 11, 12 छात्रों के लिए 1000 शब्दों में

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान आधिकारिक रूप से सन् 1999 से चल रहा है पहले इसका नाम ग्रामीण स्वच्छता अभियान था। लेकिन सरकार ने इसका पुनर्गठन करते हुए इसका नाम पूर्ण स्वच्छता अभियान कर दिया था।

1 अप्रैल 2012 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस योजना में बदलाव करते हुए इस योजना का नाम निर्मल भारत अभियान रख दिया और बाद में स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 24 सितंबर 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस को मंजूरी मिल गई।

भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने भारत को साफ सुथरा बनाने की ठानी थी क्योंकि उन्हें पूरा विश्वास था कि भारत के विकास की नींव केवल भारत की स्वच्छता पर ही आश्रित है।

भारत का विकास संपूर्ण भारत की स्वच्छता पर निर्भर करता है।

स्वच्छ भारत का सपना जो कि महात्मा गांधी जी ने देखा था आज उसे पूरा करने के लिए नरेंद्र मोदी जी के द्वारा महात्मा गांधी जी के 145वे जन्मदिन पर अर्थात 02 अक्टूबर 2014 को इस अभियान का उदघाटन किया गया है। इस अभियान के मुख्य कारण देश में फैली गंदगी को साफ करने के लिए इस अभियान को जारी किया गया।

स्वच्छ भारत अभियान का उदघाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती पर किया था। क्योंकि गांधी जी का सपना था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह पूर्ण स्वस्थ और निर्मल दिखाई दे।

इस बात को मध्य नजर रखते हुए प्रधानमंत्री जी ने उन्हीं के जन्म दिवस पर इस अभियान की शुरुआत दिल्ली के राजघाट से की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर झाड़ू लगाई थी। जिससे देश के लोगों में यह जागरूकता आये की अगर हमारे देश का प्रधानमंत्री देश को स्वच्छ करने के लिए सड़क पर झाड़ू लगा सकता है तो हमें भी अपने देश को स्वच्छ रखने के लिए अपने आसपास सफाई रखनी होगी।

इस अभियान का केवल लक्ष्य है कि भारत देश को सम्पूर्ण तरीके से स्वच्छता की और ले जाना है।

स्वच्छता केवल सड़कों, गलियों नालियों, स्मारकों आदि की ही नहीं बाकी सरकारी दफ्तरों में जो भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी है उसे भी खत्म करनी है।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे भारत देश को स्वस्थ एवं साफ-सुथरा बनाया जा सके, इस स्वच्छ अभियान में खुले में शौच करने को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है।

आज भी बहुत से गावों में लोग शौच करने के लिए खेतों आदि का प्रयोग करते है, खुले में शौच करते हैं। खुले में शौच करने से विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो जाती है ये बात बहुत से लोगों को पता नहीं थी परंतु दिन प्रतिदिन लोगों को जागरूकता हो रही है।

आज लगभग सभी गाँव में शौचालय बन रहे है। स्वच्छ अभियान के अंतर्गत है शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वच्छता अभियान को बनाया गया है।

स्वच्छ अभियान के अंतर्गत शहरों में सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस, बैंक, मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों, अस्पतालों, सरकारी विद्यालयों के आगे आदि के पास सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और साथ ही जिन आवासीय कॉलोनियों में घरों में शौचालय बनाने की जगह नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनाने की योजना भी जारी की गयी है।

ग्रामीण क्षेत्रों का देखा जाए तो वहां पर लोग आज भी घरों से बाहर खेतों में खुले मैदानों में शौच करने जाते हैं। इसकी मुख्य वजह उनके घर में शौचालय नहीं होना ही है और शौचालय बनाने के लिए जागरूकता के साथ साथ उनके पास इतनी धनराशि भी नहीं है कि वो अपने घर में ही शौचालय बना लें। इसलिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर को 12000 रुपए देने की योजना बनाई  थी। जिससे वहां के लोग शौचालय का निर्माण करवा सकें और भारत को स्वच्छ करने में अपना सहयोग दें।

आज लगभग 70% से भी ज्यादा गाँव में शौचालय बन चुके है।

स्वच्छ भारत अभियान को देश के हर क्षेत्र मैं पहुंचाने के लिए मोदी जी ने देश के 9 प्रभावी लोगों को चुना है जिनके नाम इस प्रकार हैं:-

  • सचिन तेंदुलकर
  • प्रियंका चोपड़ा
  • महेंद्र सिंह धोनी
  • अनिल अंबानी
  • बाबा रामदेव
  • तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
  • शशि थरूर आदि व्यक्तियों को चुना गया है।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाने में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने भी सरकारी कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर पान, गुटखा, धूम्रपान, इत्यादि जैसी गंदगी फैलाने जैसे उत्पादों पर भी रोक लगा दी।

अब उत्तर प्रदेश में कहीं भी कोई भी व्यक्ति गुटखा खाकर थूकने में दस बार सोचता है, सरकारी कार्यालयों में लोग पान गुटखा खाकर कहीं भी थूक नहीं सकते है। लोग पान मसाला, गुटखा खाकर इधर उधर सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर थूकते हैं जिससे दीवारें खराब हो जाती हैं।

योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता अभियान में लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए सड़कों की साफ सफाई की शुरुआत भी की थी।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य क्या है?

स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य जिन्हें सम्पूर्ण भारत को अपनाना चाहिए।

  • खुले में शौच बंद करवाना जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती थी।
  • लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमे 1 लाख 34 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।
  • लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके।
  • शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना।
  • गांवो को साफ रखना।
  • 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गांवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे।
  • ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना।
  • सड़क फुटपाथ और बस्तियां साफ रखना।
  • साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।
  • सरकारी दफ्तरों की दीवारों पर गुटखा खाकर थूका हुआ होता था।

10 Lines on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

  • खेत खलिहान और खुले में शौच करना बंद करवाना चाहिए। खुले में शौच करने से बीमारियां फैलती है जिसकी वजह से प्रत्येक वर्ष हजारों लोगों की जान खतरे में पड़ जाती है।
  • लोगों की मानसिकता को बदलना के लिए लोगों को शिक्षित होना बहुत जरूरी है और उचित स्वच्छता का उपयोग करके।
  • शहरों से फ़ैक्टरी को हटा कर ऐसी जगह भेजनी चाहिए जहां आम जनता न रहती हो।
  • 2020 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गांवों में स्वच्छ जल की पूर्ति करने के लिए पाइपलाइन लगवानी चाइए।
  • गाँव व शहर की सड़क और फुटपाथ और बस्तियां साफ रखना।
  • लोगों को स्वच्छता के फायदे बताने चाहिए।
  • गांव और शहर को साफ रखना।

स्वच्छ भारत अभियान में मेरा योगदान पर निबंध

स्वच्छ भारत में सभी लोगों का योगदान होना चाहिए और अभी तक सभी आम लोग, सरकारी मंत्रालय के साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा सहयोग प्रदान करने वाले लोगों में मृदुला सिन्हा, बाबा रामदेव, शशि थरूर, कमल हासन, सलमान खान, प्रियंका चोपड़ा, अमीर खान, अन्य सभी हस्तियों द्वारा ये कदम उठाया जा रहा है।

स्वच्छ भारत के अभियान से भारत में पहले के मुकाबले बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है और स्वच्छता की शिक्षा को दुनिया में फैलाना चाहिए। क्योंकि अब “पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया” और “स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने” इस नारे का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।

दोस्तों आज के लेख को पढ़ कर आपको बेहद अच्छा लगा होगा|

आज मैंने आपके साथ Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi Language में शेयर करा है।

आपको स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध अच्छा लगा हो तो देरी मत करो इस लेख को दुनिया भर में फैला दो जितना हो सके उतना शेयर करो।

होली पर निबंध

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आपके द्वारा लिखे हुए सभी पोस्ट बहुत ही काम के और हेल्पफुल होते है और आपके लेख को पढ़कर समझना भी बहुत आसान होता है. में अक्सर आपके ब्लॉग को पढ़ती हूँ और आपके द्वारा लिखा हुआ पोस्ट मेरी समझ में आसानी से आता है जिसे में अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करती हु

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केंद्र एव राज्य की सरकारी योजनाओं की जानकारी in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध | Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Essay

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi:- स्वच्छ भारत अभियान को स्वच्छ भारत मिशन,यह सभी पिछड़े वैधानिक कस्बों को साफ करने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है। इस अभियान में शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, देश को आगे ले जाने के लिए गलियों, सड़कों की सफाई और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना शामिल है। यह अभिया न 2 अक्टूबर 2014 को राजघाट, नई दिल्ली में महात्मा गांधी की 145 वीं जयंती पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधिकारिक तौर पर शुरू किया गया था। इस लेख में हम आपको स्वच्छ भारत अभियान निबंध प्रस्तुत करेंगे जिसके जरिए आपको इस मिशन की सारी जानकारियां मुहैया कराई जाएगी।स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध , Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi , स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 500 शब्दों में,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 1000 शब्द,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 100 शब्दों में,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 300 शब्द,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 250 शब्दों में,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 150 शब्द,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf download,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 10 लाइन,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध लिखें।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 1000 शब्द.

मनुष्य की पहचान स्वच्छता से ही होती है। हर मनुष्य अपने शरीर को, कपड़ों को और घर के आसपास के माहौल को साफ सुथरा रखना चाहता है। मनुष्य ही नहीं बल्कि पशु-पक्षी भी सफाई का ध्यान रखते हैं। चिड़िया अपने घोसले में बीट नहीं करती है और कुत्ता भी अपने स्थान पर बैठता है, तो वह भी उस जगह को अपनी पूंछ से बुहार लेता है। 

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी क्लीन इंडिया का सपना देखते थे। उन्हीं के सपने को संदेश रूप में लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने देशभर में स्वच्छ भारत अभियान का शुभारम्भ 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के अवसर पर किया था। प्रधानमंत्री ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को गंदगी से मुक्त करने का संदेश दिया गया है। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध लिखें

पवित्रता- भारतीय संस्कृति में पवित्रता ही स्वच्छता का पर्याय बताया गया है। धर्म व संस्कृति में लोगों को पवित्रता अपनाने का उपदेश दिया गया है। तन की पवित्रता तो जरूरी है ही इसके साथ ही मन की स्वच्छता का भी हमें खयाल रखना चाहिए। मन में उठ रहे बुरे विचारों को हटाकर उन्हें स्वच्छ बनाना चाहिए। मंदिर-मस्जिदों को पवित्र बनाए रखने का अर्थ उनको अंदर और बाहर की गंदगी से मुक्त करके साफ बनाना है। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 100 शब्दों में

  • सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता 

अक्सर देखा जाता है कि भारत में सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता के प्रति उपेक्षा देखी जाती है। इसकी एक वजह तो लोगों की निर्धनता है और कुछ लोगों का अज्ञान है। कई लोग घर का कूड़ा बाहर रोड पर फेक देते हैं। हमारे मन में यही सोच रहती है कि यह काम तो नगरनिगम या पालिका का है। विदेशों में स्वच्छता – स्वच्छता प्रेम के संबंध में विदेशी हमसे आगे हैं। वे अपने नगर और शहरों को गंदा नहीं करते हैं। कूड़े को कूड़ेदान में ही फेकते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf

  • राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान 

हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत को स्वच्छ रखने का जिम्मा उठाया है। उन्होंने अपने हाथों से झाड़ू पकड़कर सार्वजनिक जगहों की सफाई करके स्वच्छता अभियान की शुरुआत की । इस अभियान को जनता के जीवन में उतारने की जरूरत होती है। यदि ऐसा नहीं होता है, तो यह सिर्फ अखबारों में छपने वाली खबर ही रह जाएगी। हमारे देश में पहले भी कई महान पुरुषों ने अपने आचरण से स्वच्छा के उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। महात्मा गांधी स्वयं अपने आश्रम की सफाई करते थे। प्रसिध्द कहानीकार मुंशी प्रेमचंद्र भी घर की सफाई करते थे। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 300 शब्द

  • स्वच्छता की प्रेरणा 
  • राष्ट्रीय स्वच्छता का अभियान लोगों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चलाया गया है। किसी काम की प्रेरणा दो प्रकार से दी जाती है, एक पुरस्कार देकर और दूसरी अवहेलना के लिए दंड देकर। भारत का जनसंख्या नियंत्रण अभियान भी पुरस्कार पर आधारित होने की वजह से सफल नहीं हो सका है। स्वच्छता अभियान को अधिक सफलता मिलना संदिग्ध है। इन दोनों आंदोलनों की सफलता के लिए उन्हें दंड की व्यवस्था से जोड़ना भी जरूरी है। सड़क पर कूड़ा फेकने, गंदा करने, थूकने, मल-मूत्र आदि पर दंड का प्रावधान करना जरूरी है। स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक भी करना चाहिए। उनको समझाया जाना चाहिए कि उनको स्वास्थ्य का स्वच्छता से गहरा संबंध है। स्वच्छता को बढ़ावा देने वालों का सम्मान किया जाना चाहिए।  

स्वच्छ अभियान का उद्देश्य हमारे देश में शहरों के आसपास की कच्ची बस्तियों में, गांवों में आज भी कई पुरुष-महिलाओं को घर के बाहर शौंच के लिए जाना पड़ता है। आज भी कई लोगों के घर पर शौचालय नहीं बनी है, जबकि पीए ने हर घर शौचालय के लिए एक योजना भई चलाई थी। इसके अलावा स्कूलों में भी पेयजल और शौचालयों की कमी है। इससे खुले में शौच करने से गंदगी बढ़ती है तथा पेयजल के साथ ही वातावरण भी गंदा होता है। गंदगी की वजह से लोगों की सेहत खराब होती है और कई तरह की बीमारियों से जूझना पड़ता है। वर्तमान में देश को लगभग ग्यारह करोड़ शौचालयों की आवश्यकता है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 250 शब्दों में

  • स्वच्छ भारत अभियान रैंकिंग 

 स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकार शहरों को रैंकिंग प्रदान करती है। इसके लिए सरकार ने कुछ नियम भी निर्धारित किए हैं। जैसे – सूखा कचड़ा अलग और गीले कचड़े को अलग कूड़ेदान में डालना, दोनों तरह के कचरे का निष्पादन भी अलग करना । इस प्रतियोगिता में जो शहर सबसे साफ सुथरा होता है, उसे नंबर वन की पोजीशन पर रखा जाता है। नंबर वन की रेस हर शहर की लगी रहती है। जो यह स्थान पा लेता है, उस शहर की वाहवाही और सम्मान तो होता ही है, साथ ही उचित राशि इनाम के तौर पर भी दी जाती है। मध्यप्रदेश का इंदौर शहर लगातार चौथी साल साफ-सफाई में नंबर वन की पोजीशन पर बना हुआ है। अब देखना होगा कि पांचवी बार कौन यह बाजी मारता है। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 500 शब्दों में

  • स्वच्छता अभियान एप 

 स्वच्छ भारत अभियान के तहत एक स्वच्छता ऐप जारी किया गया है। इस ऐप को आप प्ले स्टोर से आसानी से इंस्टॉल करके अपने आस-पास की जगह को स्वच्छ बनाए रखने में सहायता कर सकते हैं। अगर आपको किसी जगह पर गंदगी दिखती है तो इस ऐप के जरिए आप गंदे स्थान की फोटो अधिकारियों के पास भेज सकते हैं। जीपीएस सिस्टम लगे होने से संदर्भ अधिकारियों तक लोकेशन खुद ही पहुंच जाएगा और वे नियत समय में आकर उस जगह की सफाई कर देंगे। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 150 शब्द

  • जागरुकता में वृध्दि 

 स्वच्छ भारत अभियान अपने उद्देश्य में अभी तक पूरी तरह से सफल तो नहीं हुआ है, लेकिन लोगों में सफाई के लिए एक जागरुकता की लहर पैदा जरूर कर दी है। मध्यप्रदेश का इंदौर शहर इस मामले में काफी आगे निकल गया है। इंदौर लगातार चौथी साल भारत का सबसे स्वच्छ शहर बना हुआ है। 2014 से इस अभियान की शुरुआत हुई और 2019 तक पूरे भारत को स्वच्छ बनाना था, लेकिन अभी भी काफी प्रयास की जरूरत है। सिर्फ सरकारी प्रयास से यह काम मुमकिन नहीं, बल्कि इसके लिए लोगों की तरफ से पहल करना जरूरी है। हर वर्ग को सफाई के इस अभियान में साथ आना होगा, तभी यह कारगार सिध्द होगा। इस अभियान की सराहना पूरे विश्व भर में हुई है, इससे भारत का सर भी गर्व से ऊंचा हुआ है। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf download

इस अभियान से सबसे बड़ा फायदा स्वास्थ्य के क्षेत्रों में होगा। लोगों को बीमारियों से मुक्ति मिलेगी, दवाइयों पर फालतू का खर्च नहीं करना पड़ेगा। देश की छवि पूरी दुनिया में उभरेगी, प्रदूषण एकदम घट जाएगा और पेयजल भी शुध्द होगा।

FAQ’s Swachh Bharat Abhiyan Essay

Q. स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब हुई .

Ans. 2 अक्टूबर 2014 से स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत हुई।

Q. स्वच्छ भारत अभियान से क्या होगग ? 

Ans. भारत स्वच्छ और देशवासी स्वस्थ्य होंगे।

Q.  स्वच्छ भारत अभियान कब तक चलेगा ? 

Ans. वैसे तो इसका लक्ष्य 2019 तक रखा गया था, लेकिन यह एक सतत प्रक्रिया है।

Q.  स्वच्छ शहर का पता कैसे चलता है ?

Ans. इसका पता अधिकारी शहर की गुणवत्ता के आधार पर पॉइंट जारी करता है, फिर रैंकिंग जारी की जाती है।

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

सरकार समय समय पर देशहित में कई योजनाएं लाती है। यह योजनाएं देश को हर तरह से मजबूती देती है। इन्हीं योजनाओं में से एक स्वच्छ भारत अभियान है।

यह सरकार की सफल योजनाओं में से एक महत्वपूर्ण और चर्चित योजना है। इसके बारे में हर बार स्कूल और कॉलेज के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में निबंध लिखने को दिया जाता है।

Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

इस लेख में हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) जानने वाले है। यह निबन्ध बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये है। इस निबन्ध को पीडीऍफ़ (PDF) रूप में भी उपलब्ध किया है।

वर्तमान विषयों पर हिंदी में निबंध संग्रह तथा हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध पढ़ने के लिए यहां  क्लिक करें।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi)

स्वच्छता अभियान पर निबंध 150 शब्दों में.

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा की गयी अनोखी पहल है, जिसके अंतर्गत भारत देश को एक साफ एवं स्वच्छ देश बनाने का निर्णय लिया गया है। इसे क्लीन इंडिया मिशन भी कहा जाता है।

इस अभियान की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी के 145वें जन्मदिवस 2 अक्टूबर 2014 पर उनकी समाधि राजघाट, नई दिल्ली से की गई थी। इस पहल का लक्षय भारत को महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती, जो कि 2 अक्टूबर 2019 तक पूर्णतया स्वच्छ बनाना था।

इस अभियान के तहत सरकार द्वारा पिछड़े इलाक़ो में सफाई अभियान चलाकर उन्हें साफ एवं स्वच्छ बनाने के प्रयास किए गये। सरकार ने अभियान की शुरुआत में कहा था कि देश को साफ रखना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है, इसके तहत देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों नें बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश की सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में गुटखा, पान, तम्बाकू आदि खाने पर प्रतिबंध लगा दिया।

स्वच्छता अभियान पर निबंध 200 शब्दों में

स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू किया गया एक ऐसा अभियान है, जिसके तहत सफाई को अत्यधिक महत्व दिया गया है। यह अभियान 2 अक्टूबर 2014 को नई दिल्ली में शुरू किया गया था।

इस अभियान को दो और अलग नाम दिए गए थे, जो भारत मिशन और स्वच्छता अभियान थे। भारत को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार ने बहुत से कदम उठाए।

कई प्रतियोगिताएं आयोजित की, घर घर पर कचरा पात्र रखवाया, शौचालय निर्माण के लिए राशि वितरित की, स्वच्छ भारत अभियान के तहत भारत को 2019 तक स्वच्छ बनाना था।

सरकार का यह अभियान था कि भारत के हर घर में सुलभ शौचालय हो। बाहर शौचालय जाना बिल्कुल खत्म हो। सबसे जरूरी यह अभियान ग्रामीण लोगों के लिए चलाया गया क्योंकि वहां के लोग खुले में शौच जाना पसंद करते हैं।

भारत के द्वारा यह काम बहुत जरूरी था क्योंकि जितनी गंदगी देश में रहती है, उतनी ही बीमारियां पनपती हैं, इसीलिए इस कदम को उठाया गया और स्वच्छ भारत अभियान का मिशन शुरू किया गया।

swachh bharat abhiyan essay in hindi

स्वच्छता अभियान पर निबंध 300 शब्दों में

स्वच्छ भारत अभियान या स्वच्छ भारत कैम्पेन भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा एक सफाई अभियान है, जो कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर उनके स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया था।

इस कैंपेन के तहत सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नागरिको को अपना पूरा योगदान देने को कहा है ताकि भारत जल्द से जल्द एक स्वच्छ देश बन सके। इस कैंपेन के शुरुआत में खुद प्रधानमंत्री ने रोड साफ़ कर इस अभियान का आगाज़ किया था।

स्वच्छ भारत अभियान क्यों बनाया गया?

भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा, जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी। इसी सिद्धान्त के तहत भारत सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान की नींव रखी।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा, इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।

स्वच्छ भारत अभियान का असर

स्वच्छ भारत अभियान का जब आगाज किया गया और उसमें प्रसिद्ध हस्तियों को जोड़ा गया तब से देश की जनता ने साफ सफाई पर ज़ोर दिया।

जहाँ गंदगी दिखाई देती तो तुरंत सोशल मीडिया के जरिये उस गंदगी का रूबरू उनसे संबंधित कर्मचारी को भेज देते है, जिससे वो कर्मचारी वहाँ की सफाई तुरंत प्रभाव से कर सके।

स्वच्छ भारत अभियान से भारतीय नागरिकों में शौच, सफाई आदि की जागरूकता फैलने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर में भी सुधार देखने को भी मिला है।

इस अभियान का यह असर हुआ कि देश के कोने-कोने से हर व्यक्ति इसमें भाग लेने लगा, जिससे देश पहले की तुलना में साफ होने लगा। यदि सभी नागरिक ऐसे ही प्रयत्न करते रहे तो जो सपना देखा गया है, वो पूर्ण होते देर नहीं लगेगी।

swachh bharat abhiyan essay in hindi

यह भी पढ़े: आत्मनिर्भर भारत पर निबंध

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 500 शब्दों में

देश की विडम्बना देखिये कि देश को स्वच्छ बनाने के लिए हमारी सरकार को एक अभियान चलाना पड़ रहा है। खुद का घर आँगन साफ करने के लिए भी सरकार की तरफ मुँह देखते है।

महात्मा गाँधी के विजन को पूरा करने के लिए वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान का आगाज किया।

स्वच्छ भारत अभियान का आगाज़ कैसे हुआ?

खुले में शौच की प्रवृति से भारत को मुक्ति दिलाना ही इसका प्रथम ध्येय है। इसके तहत सरकार ने गाँव-गाँव में शौचालयों का निर्माण कराया। इसी वजह से 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गाँधी की 145वीं जयंती पर प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया और 5 साल बाद यानि 150वीं जयंती पर स्वच्छ भारत का लक्ष्य दिया।

इसमें लोगों को जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री ने 9 प्रसिद्ध हस्तियों का चयन किया, जो लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैला सके।

गाँवों में लोगो के लिए शौचालय बनवाकर नुक्कड़ नाटकों के माध्यमों से शौचालय के लाभ से परिचित भी करवाया गया। ग्राम पंचायतों की मदद से सभी घरों में उचित अपशिष्ट का सही से निस्तारण का कार्य भी समझाया गया।

हर घर में पानी की पाइपलाईन भी बिछाई गई है और 2012-13 में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा कराये गये सर्वेक्षण के अनुसार 40% ग्रामीण घरों में शौचालय है।

5 वर्षों के लिए अनुमानित राशि 62,009 करोड़ रुपयों की है और इसमें लगभग 14,623 करोड़ रूपये की सहायता केंद्र सरकार की ओर से हुई है।

भारत देश यदि पूर्णतया स्वच्छ बन जाता है तो इससे कई फायदे होंगे। इससे सबसे ज्यादा निजी निवेशक हमारे देश में निवेश करेंगे, जिससे भारत की जीडीपी बढ़ेगी। इसके अलावा यहाँ पर्यटकों की संख्या मे भी इजाफा होगा, रोजगार बढेगा आदि फायदे होंगे।

इसके तहत नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रत्येक नागरिक को साल में 100 घंटे स्वच्छता को सुपुर्द करने को कहे हैं ताकि देश को साफ़ एवं सुन्दर बनाया जा सके।

इसके साथ ही सरकार द्वारा विभिन्न वस्तुओं पर 0.5% स्वच्छता सेस लगाया गया है ताकि देश की स्वच्छता में सभी नागरिक योगदान दे सके और इसमें अधिक खर्च हो सकें और भारत पूर्णतया स्वच्छ देश बन सके।

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी अपना एक बड़ा योगदान देते हुए पूरे उत्तरप्रदेश के सरकारी कार्यालयों में गुठका, पान, तम्बाकू आदि बंद कर दिया।

“यदि हम अपने घरों के पीछे सफाई नहीं रख सकते तो स्वराज की बात बेईमानी होगी। हर किसी को स्वयं अपना सफाईकर्मी होना चाहिए” – महात्मा गाँधी

स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है, जिससे पूरे विश्व में भारत नयी ऊँचाईयों तक पहुंचेगा। लेकिन ऐसा संभव हो पाने के लिए देश के हर नागरिक का इसमें साथ होना जरूरी होगा।

यदि हम अपने देश को इस विश्व में नयी उपलब्धियां दिलाना चाहते हैं तो हमें सफाई की और खुद तो भरसक प्रयास करने ही होंगे। साथ में दोस्तो को भी प्रेरित करने होगा।

ऐसा यदि हुआ तो जल्द ही हमारा देश विश्व के सबसे साफ़ देशों में शुमार होगा। हमारे देश के सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों ने अपना-अपना योगदान दिया है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 850 शब्दों में

आज के समय में साफ सफाई के साथ रहना किस को पसंद नहीं आता क्योंकि स्वछता हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी होती है। साफ-सफाई रखना ना केवल घर के लिए ही जरूरी होता है बल्कि वह घर से बाहर के लिए भी उतना ही जरूरी होता है।

इससे हमारे घर के आस पास के वातावरण के साथ- साथ पूरा देश भी स्वच्छ होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने एक अभियान को चलाया जिसका नाम है ‘स्वच्छ भारत मिशन’।

यह अभियान को हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा चलाया गया। इस अभियान की शुरूआत देश के प्रत्येक गांव और शहर से की गई थी।

हमारे देश के हर गांव और शहरों में सड़कों से लेकर शौचालय तक का इस अभियान के अंतर्गत निर्माण किया गया। क्योंकि इस अभियान से देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य रहा था।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब हुई?

हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को इस अभियान को चलाने की घोषणा की। इस मिशन का नाम ‘स्वच्छ भारत अभियान’ रखा था।

इस अभियान को ‘भारत मिशन’ और ‘स्वच्छता अभियान’ भी कहा गया। हमारे प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की थी।

माननीय प्रधानमंत्री ने राजपथ पर बहुत बड़े जन समूह को संबोधित करते हुए सभी लोगों से इस अभियान में जुड़ने की अपील भी की और इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी लोगों को जागरूक होने की अपील की। क्योंकि यह अभियान साफ सफाई के संदर्भ में अब तक का सबसे बड़ा अभियान है।

स्वच्छ भारत अभियान के लिए महात्मा गांधी का सपना

स्वच्छ भारत अभियान का सपना गांधी ने देखा था और इसको सपने को पूर्ण हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने किया।

महात्मा गांधी ने अपने सपने के संदर्भ में कहा था कि ‘स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी होती है’, क्योंकि जब हम स्वस्थ रहेंगे तो हमारे आसपास का वातावरण भी स्वच्छ रहेगा, इससे हमारा शरीर निरोगी होगा।

स्वच्छता शांतिपूर्ण जीवन का यह एक अनिवार्य हिस्सा भी है। महात्मा गांधी जी अपने समय में देश में हो रही गरीबी और गंदगी से भली भांति परिचित है। फिर भी उन्होंने अपने सपना पूरा करने के बहुत प्रयास किए लेकिन वह सफल नहीं हो पाए।

उन्हीं के इन प्रयासों को हमारे प्रधानमंत्री जी ने पूरा किया और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत कर दी थी।

भारत में स्वच्छता अभियान की ज्यादा जरूरत क्यों है?

अक्सर देखा गया है कि गांव में लोग खुले में शौच करने के लिए जाते हैं। इसीलिए इस अभियान का उद्देश्य यह रहा था कि भारत के हर घर में शौचालय का निर्माण होना बहुत जरूरी है ताकि लोग खुले में शौच करने की प्रवृत्ति को छोड़ दें। इससे बाहर गंदगी भी नहीं होगी और बीमारियों का फैलने का खतरा भी नहीं होगा।

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत गांव-गांव, गली-गली, नुक्कड़ नाटकों के द्वारा भी लोगों को समझाया गया कि खुले में शौच करना उनके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है।

ग्राम पंचायतों को इसके लिए भारत सरकार के द्वारा गांव के हर व्यक्ति के घर में शौचालय का निर्माण हो, इसके लिए उन्होंने निर्माण राशि के रूप में लोगो को पैसे भी दिए गए ताकि लोग शौचालय का निर्माण कर, खुले में शौच करने की प्रवृत्ति को छोड़ दें।

स्वच्छ भारत अभियान के क्या-क्या उद्देश्य है?

हमारे माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया। इसके अंतर्गत संपूर्ण भारत को स्वच्छ रखने के प्रयास से इस अभियान को चलाया गया।

इसके अंतर्गत गांव और शहरों में हो रही गंदगी पर विशेष तौर से ध्यान दिए हैं। इस अभियान के कुछ मुख्य उद्देश्य इस प्रकार से हैं:

  • भारत में जो खुले में शौच करने की प्रवृत्ति लोगों में है, उनकी इस प्रवर्ती को जड़ से खत्म करना है। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य रहा।
  • हाथों से मल की सफाई करने की व्यवस्था को खत्म करना।
  • अच्छे स्वास्थ्य के विषय में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक करना।
  • जन-जागरुकता पैदा करने के लिये सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई के कार्यक्रम से लोगों को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ना।
  • साफ-सफाई से संबंधित सभी व्यवस्था को नियंत्रित करना तथा डिज़ाइन और संचालन करने के लिये शहरी स्थानीय निकाय को मजबूत बनाना भी इसका उद्देश्य था।

हमारे देश को साफ और स्वच्छ कैसे बनाया जाये?

हमारे देश को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। इसकी शुरुआत हमें अपने घर के आस-पास हो रही गंदगी को साफ करके करनी होगी।

क्योंकि हमारे आसपास का वातावरण और गंदगी जब नहीं होगी तो इससे हमारा गांव, शहर या कस्बा एकदम साफ सुथरा और स्वच्छ हो पाएंगे।

आइए जानते हैं अपने आसपास के वातावरण को साफ और स्वच्छ किस तरह से किया जाए:

  • भारत को एक हरा भरा और स्वच्छता से भरपूर देश बनाया जा सकता है। इसकी शुरुआत लोगों द्वारा ही की जा सकती है क्योंकि यदि लोग जागरूक होंगे तो हमारा देश एकदम साफ और स्वच्छ भारत देश बन जाएगा।
  • देश को स्वच्छ बनाने के लिए देश के हर घर में शौचालय जरूरी होने चाहिए ताकि गांव में जो-जो लोग खुले में शौच करते हैं, उनकी इस प्रवृत्ति पर रोक लगाई जा सके।
  • देश के अंदर हर गांव तथा शहर मे जगह जगह पर सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाना बहुत जरूरी है। इससे लोग शहर में भी इधर उधर गंदगी ना करें।
  • देश में लोगों को साफ सफाई और स्वच्छता के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यदि लोग इन सब के बारे में जागरूक रहेंगे तो वह अपने आसपास कभी गंदगी नहीं होने देंगे। आसपास के वातावरण को हमेशा साफ स्वच्छ और निर्मल बनाकर रखेंगे।
  • अभी सार्वजनिक जगहों पर बड़े-बड़े कूड़ा दानों का होना जरूरी है, इसके साथ ही हर गली मोहल्ले मैं छोटे-छोटे कूड़ेदान का रखना बहुत जरूरी होता है ताकि लोग अपने घरों की गंदगी उन कूड़ेदान में डाल सके।
  • हमारे देश में बच्चों की शिक्षा में स्वच्छता के पाठ को पढ़ाया जाना चाहिए। क्योंकि इससे बच्चों के साथ-साथ बड़े भी समझ पाएंगे कि देश में स्वच्छता रखना उनके लिए कितना जरूरी होता है।

स्वच्छ भारत अभियान बहुत ही अच्छा कदम है। स्वच्छता की ओर इस अभियान के तहत जितनी सफाई होगी, उतना ही अच्छा है क्योंकि गंदगी रहने से कई जानलेवा बीमारियां पनपती है।

मलेरिया, हैजा जैसी बहुत खतरनाक बीमारियां हो जाती हैं, जिसका हमें इलाज करना बहुत ही आवश्यक है। इसीलिए हमें चाहिए कि हम अपने भारत को स्वच्छ रखें।

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 1000 शब्द

स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा।

इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में प्रारम्भ की गई है।

जो देश के प्रत्येक गली गाँव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत

मोहनदास कर्मचन्द गाँधी जी की 145वीं जयंती 2 अक्टूबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की, इसे भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है।

साफ-सफाई को लेकर भारत की छवि को बदलने के लिए नरेंद्र मोदी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन बनाकर इसकी शुरुआत की।

2 अक्टूबर 2014 को नरेंद्र मोदी ने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादियों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा। फिर उन्होने वाल्मीकि बस्ती जाकर झाड़ू लगाया।

स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य

  • खुले में शौच बंद करवाना, जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है।
  • लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना, जिसमें 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे।
  • लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके।
  • शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना।
  • गांवो को साफ रखना।
  • ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना।
  • सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना।
  • साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।

स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता

सही मायनों में भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है, जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहां कुछ बिंदु दिए जा रहे हैं, जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते हैं:

  • हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है, जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है।
  • हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं, जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है।
  • हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।
  • इस कूड़ा करकट और गंदगी के कारण विदेश से लोग हमारे देश में आना कम ही पसंद करते हैं, जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है।
  • इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।
  • ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हो साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
  • नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता का निर्माण करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
  • पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना।
  • भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।

देश के स्वच्छ न होने के कारण

हमारे देश का स्वच्छ नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही है। क्योंकि गंदगी और कूड़ा करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है। इसके अलावा प्रमुख कारण निम्नलिखित है:

  • शिक्षा का अभाव
  • खराब मानसिकता
  • घरों में शौचालयों का नहीं होना
  • अत्यधिक जनसंख्या
  • सार्वजनिक शौचालय का अभाव
  • कचरे का सही से निस्तारण का अभाव
  • उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ

देश को स्वच्छ रखने के उपाय

हमारे भारत देश को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी। क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है।

कुछ उपाय निम्नलिखित है:

  • हमें देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
  • हर शहर, हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
  • लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
  • हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
  • शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
  • लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव-गांव तक पहुंचाना होगा।
  • लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा, जिससे की उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ-साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
  • हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
  • हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
  • हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
  • हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा, जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान

प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान को मजबूत बनाने के लिए प्रभावी व्यक्तियों को चुना था और उन्हें लोगों को जागरूक करने के लिए प्रोत्साहित करें।

उन्हें स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड अंबसेडर कहा गया। उन लोगों के नाम निम्नलिखित है:

  • सचिन तेंदुलकर
  • महेन्द्र सिंह धोनी
  • विराट कोहली
  • बाबा रामदेव
  • तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
  • ईआर दिलकेश्वर कुमार
  • अनिल अंबानी
  • प्रियंका चोपड़ा
  • मृदुला सिन्हा

स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होनी चाहिए। इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं। स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है बल्कि हमारा मन भी साफ रहता है।

स्वच्छ भारत अभियान की मशाल आज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है, जिसके तहत कई कार्य किये जा रहे है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi PDF)

हमने  स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध PDF  में भी उपलब्ध किया है, जिसे आप प्रिंट करके अपने प्रोजेक्ट या फिर किसी अन्य काम में उपयोग में ले सकेंगे।

हम उम्मीद करते हैं आपके लिए यह  स्वच्छ भारत अभियान निबंध (Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)  मददगार साबित होंगे। आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar

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Comments (12).

सीधी एवं सरल भाषा का उपयोग ,,,बहुत बढ़िया !

Nice essay ????

Nice ??? essay

Nice essay ??

Thank you it’s excellent

Nice essays

Bahut achhi hoti hai sochachhtabhiyan asie hi ap shabhi apane sahar ya village me sabh rakhe. Thanks people. I love my country. I love❤ sochh abhiyan

Yaa very helpful

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi | स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

हेलो स्टूडेंट, आप सभी का स्वागत है, इस लेख में आप लोगो को विस्तार में स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध पढने को मिलेगा, अगर आप के स्कूल में स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध दिया गया होगा तो आप इससे अच्छे से तैयार कर सकते है | इसके अलावा आप अपने बोर्ड के परीक्षा की भी अच्छे से तयारी कर सकते है |

Table of Contents

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध – Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 

“जो परिवर्तन आप दुनिया में देखना चाहते हैं वह सबसे पहले अपने आप में लागू करें ” – महात्मा गांधी |

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi For UPSC / Class 12:

  • स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत
  • महात्मा गांधी जी का सपना
  • स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य
  • स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता
  • देश के स्वच्छ न होने के कारण
  • देश को स्वच्छ रखने के उपाय
  • स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान

प्रस्तावना :

स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में पराम्भ की गई है । जो देश के प्रत्येक गली गांव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत:

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी जी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की , स्वच्छ भारत अभियान को भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है ।

महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी महात्मा गांधी जी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की 2 अक्टूबर 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादीओं से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा साफ-सफाई के संदर्भ में यह सबसे बड़ा अभियान है। साफ-सफाई को लेकर भारत की छवि को बदलने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन बनाकर इसकी शुरुआत की ।

महात्मा गांधी जी का सपना:

हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना था कि( स्वच्छ भारत ) इसके तहत वह सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर देश को साफ रखने के बारे में सोचते थे इसी के तहत जिस आश्रम में वो रहते थे वहां रोजाना सुबह 4:00 बजे उठकर स्वयं सफाई करते थे ।

उन्होंने वर्धा आश्रम में अपना स्वम का शौचालय बनवाया था जिसको प्रतिदिन शुबह – शाम साफ भी करते थे । गांधी जी की यही स्वच्छ भारत के सपनों को पूरा करने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करी।

स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य:

  • 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गांवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे।
  • खुले में शौच बंद करवाना जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है।
  • लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमे 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे।
  • लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके।
  •  शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना।
  • गांवो को साफ रखना।
  • ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना।
  • सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना।
  • साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।

स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता:

अपने उद्देश्य की प्राप्ति तक भारत में इस मिशन की कार्यवाही निरंतर चलती रहनी चाहिए। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये भारत के लोगों में इसका एहसास होना बेहद आवश्यक है। ये सही मायनों में भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहाँ कुछ बिंदु दिए जा रहे हैं जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते हैं –

  • हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है।
  • हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है।
  • हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।
  • इस कूड़ा करकट और गंदगी के कारण विदेश से लोग हमारे देश में आना कम ही पसंद करते हैं, जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है।
  • इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।
  • ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हो साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
  •  नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता का निर्माण करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
  • पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना।
  • भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
  •  ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।

देश के स्वच्छ न होने के कारण:

हमारे देश का स्वच्छ नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही हैं क्योंकि गंदगी और कूड़ा करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है। आप और हम कहीं भी कूड़ा करकट फेंक देते हैं और उसका दोष हम दूसरों को देते हैं। हमारे देश के स्वच्छ और साफ सुथरा नहीं होने के और भी कई कारण हैं जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं – 1. शिक्षा का अभाव –

हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में बहुत पिछड़ा हुआ है। अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो उन्हें पता ही नहीं होगा कि वे अनजाने में अपने आसपास के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं, और वातावरण के प्रदूषित होने के कारण उनको क्या नुकसान हो रहा है। लोगों में स्वच्छ और साफ सुथरे भारत के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी है।

2. खराब मानसिकता –

कुछ लोग ये मानते हैं कि हमारे थोड़ा सा कचरा फैलाने से देश गंदा थोड़ी ना होगा। इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग हर जगह कचरा फैलाते रहते हैं जिसके कारण वह थोड़ा-थोड़ा कचरा बहुत ही ज्यादा बन जाता है। 3. घरों में शौचालयो का नहीं होना –

आपने देखा होगा कि अक्सर गांव में घरों में शौचालय नहीं होते हैं, जिसके कारण लोग शौच करने के लिए या तो खेतों में जाते हैं या फिर रेल की पटरियों के पास जाकर शौच करते हैं, जिसके कारण हर तरफ गंदगी का माहौल पैदा हो जाता है। 4. अत्यधिक जनसंख्या –

हमारा भारत देश जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर आता है, अगर इसी प्रकार से जनसंख्या बढ़ती रही तो आने वाले वर्षों में जनसंख्या के मामले में पहला नंबर हमारे देश का ही होगा। अधिक जनसंख्या होने के कारण कचरा और गंदगी भी अधिक होती है। गंदगी अधिक होने के कारण इस गंदगी को साफ करने के लिए हमारे देश के आर्थिक विकास में लगने वाली पूंजी गंदगी की सफाई में ही लग जाती है।

5 सार्वजनिक शौचालय का अभाव –

हमारे देश में सार्वजनिक शौचालयों का अभाव हर जगह पाया जाता है, जिसके कारण लोग कहीं भी सड़क के किनारे या कोई कोना देखकर शौच कर लेते हैं जिससे बहुत ज्यादा गंदगी फैलती है। 6. कचरे की सही निस्तारण का अभाव –

हमारे देश में कचरा बहुत बड़ी समस्या है, 2017 के आंकड़ों के अनुसार भारत प्रति दिन 1,00,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है। इतनी बड़ी संख्या में कचरा निकलने के बावजूद भी इसके निस्तारण के सही उपाय नहीं किए गए हैं।

7. उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ –

हमारे देश में छोटे बड़े मिलाकर बहुत सारे उद्योग धंधे हैं, जिनसे अलग-अलग प्रकार का बहुत बड़ी मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ निकलता है, जिसे साधारण शब्दों में हम गंदगी का भंडार कर सकते हैं। इन उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोग इस अपशिष्ट पदार्थ को पास ही बह रहे नदी नालों में बहा देते हैं, जिससे कि पूरा वातावरण ही प्रदूषित हो जाता है।

देश को स्वच्छ रखने के उपाय:

हमारे भारत देश को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है।

  • हमें देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
  • हर शहर, हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
  • लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
  • हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
  • शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
  • लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव-गांव तक पहुंचाना होगा।
  • लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा, जिससे की उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ-साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
  • हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
  •  हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
  •  हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
  •  हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा, जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए कुछ प्रभावी व्यक्तियों को चुना था। जिनका काम अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना है।

उन लोगों के नाम निम्नलिखित हैं-

(1) सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर) (2) महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर) (3) विराट कोहली (क्रिकेटर) (4) बाबा रामदेव (5) सलमान खान (अभिनेता) (6) शशि थरूर (संसद के सदस्य) (7) तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम (8) ईआर दिलकेश्वर कुमार (9) कमल हसन (अभिनेता) (10) अनिल अंबानी (उद्योगपति) (11) प्रियंका चोपड़ा (अभिनेत्री) (12) मृदुला सिन्हा (लेखिका)

महात्मा गांधी द्वारा कहे गए यह कथन जोकि स्वच्छता पर ही आधारित है। उनके अनुसार स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होने चाहिए इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है । हमारा मन भी साफ रहता है। स्वच्छ भारत अभियान की मशाल आज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है जिसके तहत कई कार्य किये जा रहे है।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi For Class 7:

स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ करने के उद्देश्य से चलाया गया है। इस अभियान से हमारा देश साफ सुथरा होने के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास को भी सहारा मिलेगा हर तरफ खुशहाली होगी।

इस अभियान को 2 अक्टूबर 2014 को माननीय प्रधानमंत्री ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सफाई करके इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान के अंतर्गत भारत देश के सभी शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्लों और गलियों में साफ सफाई करना है।

इस अभियान में प्रमुख रुप से खुले में शौच मुक्त भारत बनाने पर जोर दिया गया है क्योंकि आज भी हमारे गांव में अधिकतर घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है जिसके कारण लोग बाहर शौच करने जाते हैं  जिससे वातावरण प्रदूषित होता है और साथ ही नई बीमारियां भी जन्म लेती हैं।

Swachh Bharat Abhiyan Per Nibandh For Class 8 – स्वच्छ भारत अभियान निबंध :

स्वच्छ भारत अभियान को गांधी जी के विचारों से प्रेरित होकर शुरू किया गया है क्योंकि गांधीजी ने आजादी से पहले सपना देखा था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह साफ सुथरा हो लेकिन किसी कारण वश वह सपना पूरा नहीं हो सका।

इसलिए  माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गांधीजी के विचारों से प्रेरणा लेकर उन्हीं के 145 वीं जन्मदिवस पर इस अभियान का प्रारंभ किया था।

नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान को पूरा करने के लिए 5 साल का लक्ष्य रखा था और उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी जी के 150 वीं जयंती तक पूरे भारत को स्वच्छ करने का लक्ष्य रखा है। इसमें उन्होंने प्रत्येक भारतवासी से आग्रह किया था

कि वे इस अभियान से जुड़ें और अपने आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई करें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने देश के 11 महत्वपूर्ण एवं प्रभावी लोगों कोई इसका प्रचार प्रसार करने के लिए चुना है।

जिनमें कुछ क्रिकेटर, कुछ फिल्मकार, और कुछ महान लोग हैं जिनको लोग सुनना पसंद करते हैं और उनकी बातों पर अमल भी करते हैं। मोदी जी ने कहा था कि हर एक व्यक्ति को इस अभियान में 9 लोगों को जोड़ना है और फिर वह दूसरा व्यक्ति भी 9 लोगों को जोड़ेगा इससे अभियान का प्रचार प्रसार भी होगा और लोगों में उत्साह भी होगा कि अपने  आसपास सफाई रखनी आवश्यक है।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयं मोदी जी ने सड़कों पर साफ सफाई की थी। इसको देखकर लोगों में साफ सफाई के प्रति नया उत्साह पैदा हो गया और लोगों ने साफ सफाई भी करना चालू कर दिया है।

इस अभियान का उद्देश्य है कि 2019 तक पूरा भारत स्वच्छ एवं साफ सुथरा हो।

Swachh Bharat Abhiyan Essay For Class 9:

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।

भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से उन्नति करेगा क्योंकि आज देश में हर जगह कूड़ा करकट और गंदगी फैल होने के कारण विदेशी पर्यटक हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं। इसलिए जैसे ही हमारा देश साफ सुथरा हो जाएगा तो विदेशी पर्यटक भी हमारे देश में आने के लिए आकर्षित होंगे।

स्वच्छ भारत अभियान को तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया था। उन्होंने कहा था कि अगर देश में विकास चाहिए तो सबसे पहले देश को साफ सुथरा होना आवश्यक है। इस अभियान के अंतर्गत है शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गई है।

जिनमें शहरों में सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस, बैंक, मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों आदि के पास सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और साथ ही जिन आवासीय कॉलोनियों में घरों में शौचालय बनाने की जगह नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनाने की योजना है।

ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर लोग आज भी घरों से बाहर शौच करने जाते हैं इसकी मुख्य वजह उनके घर में शौचालय नहीं होना है और शौचालय बनाने के लिए उनके पास इतनी धनराशि भी नहीं है।

इसलिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर को 12000 रुपए देने की योजना बनाई है। जिससे वहां के लोग शौचालय का निर्माण करवा सकें और भारत को स्वच्छ करने में अपना सहयोग दें।

इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर पान, गुटखा, धूम्रपान जैसे गंदगी फैलाने उत्पादों पर रोक लगा दी।

अब सरकारी कार्यालयों में लोग पान गुटखा खाकर कहीं भी थूक नहीं सकते है। क्योंकि लोग पान गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर थूकते हैं जिससे दीवारें खराब हो जाती हैं। योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता अभियान मैं लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए सड़कों की साफ सफाई भी की थी। जिससे लोगों मैं साफ सफाई के प्रति चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश के प्रत्येक घर में पक्के शौचालय का निर्माण हो और लोग इसका उपयोग करके भारत को स्वच्छता की ओर बढ़ाने में सहयोग करें।

Swachh Bharat Abhiyan Par Nibandh For Class 10:

गांधी जी ने आजादी से पहले ही भांप लिया था कि हमारे देश को अगर आगे बढ़ना है तो हमारे देश कहां सोच होना बहुत जरूरी है। क्योंकि सोचता ही मनुष्य की रीड की हड्डी है अगर वही टूट जाएगी, तो देश का विकास कैसे होगा।

गांधी जी का मानना था कि लोग जब तक स्वच्छता के प्रति सचेत नहीं होंगे तब तक हमारा देश स्वच्छ एवं साफ सुथरा नहीं हो सकता है।

इस अभियान को महात्मा गांधी जी के 145 वी जयंती पर आरंभ किया गया था। इसका उद्घाटन 2 अक्टूबर 2014 माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर सफाई करके किया था।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे भारत देश को स्वस्थ एवं साफ-सुथरा बनाना है। क्योंकि आपने देखा होगा कि हमारे भारत देश के शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्ला और गलियों में कूड़ा करकट और गंदगी का अंबार लगा रहता है। जिसके कारण बहुत ही भयंकर बीमारियां जन्म लेती हैं और लोगों का स्वास्थ्य खराब हो जाता है इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण भी प्रदूषित होता है।

इस अभियान को देश के हर क्षेत्र मैं पहुंचाने के लिए मोदी जी ने देश के 9 प्रभावी लोगों को चुना है जिनके नाम इस प्रकार हैं – सचिन तेंदुलकर, प्रियंका चोपड़ा, महेंद्र सिंह धोनी, अनिल अंबानी, बाबा रामदेव, सलमान खान, तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम, कमल हसन, शशि थरूर आदि व्यक्तियों को चुना गया है।

इन लोगों का कार्य है कि अपने अपने क्षेत्र में स्वच्छता अभियान का प्रचार प्रसार करें और अपने से 9 व्यक्तियों को भी चुने जो कि इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। ऐसा करके यह यह अभियान व्यक्ति दर व्यक्ति आगे बढ़ता जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान का आरंभ किया था इसके अंतर्गत उन्होंने स्कूल के शिक्षकों और बच्चों को विद्यालय की साफ सफाई करने का लक्ष्य रखा था।

इस अभियान का उद्देश्य केवल स्वच्छता तक ही सीमित नहीं है क्योंकि इस अभियान के अंतर्गत है हमारे वातावरण का भी ध्यान रखा गया है इसमें नए पेड़ पौधे लगाने, जंगलों को बचाने, पानी बचाने जैसे मुख्य मुद्दे भी शामिल हैं।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे के निस्तारण के लिए सरकार ने तरल एवं ठोस अपशिष्ट पदार्थों और अन्य कूड़ा करकट के लिए वेस्ट मैनेजमेंट की नई तकनीकों को बढ़ाने पर जोर दिया है। जिससे गंदगी भी कम होगी और कचरे का सदुपयोग भी हो जाएगा।

इसके अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में शौचालय बनाने की योजना है। स्वच्छ भारत अभियान में गरीब लोगों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को शौचालय बनवाने के लिए सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य के लक्ष्य को पाने के लिए 5 साल की योजना बनाई है जोकि 2019 में पूरी होगी इसके अंतर्गत पूरे भारत को खुले में शौच मुक्त करना है। अगर लोग इसी प्रकार श्रमदान करते रहे तो यह लक्ष्य भी पा लिया जाएगा।

इस अभियान का एक और मुख्य उद्देश्य है कि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। क्योंकि लोग स्वच्छता के प्रति आज भी लापरवाह है इसी लापरवाही के कारण आए दिन में नई बीमारी से जूझते रहते हैं।

इसलिए जब लोग स्वच्छता के प्रति जागरुक होंगे तो वह समय साफ सफाई की ओर ध्यान देंगे और देश स्वच्छता की ओर अग्रसर होगा। इसकी शुरुआत हमें खुद से ही करनी होगी क्योंकि जब तक हम हैं समय साफ-सफाई नहीं करेंगे तब तक भारत के स्वच्छ होने का सपना नहीं देखा जा सकता है।

इसलिए हमें स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और कुछ नहीं तो हमें कम से कम रोज हमारे घर के सामने की गली को ही साफ कर लेना चाहिए। आप भी इस अभियान से जुड़ सकते हैं

इस अभियान से जुड़ने के लिए सिर्फ आपको अपने आसपास के क्षेत्र में साफ सफाई रखनी होगी और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करना होगा।

इस लेख में हमने Class 7 , Class 8 , Class 9 , Class 10 और Class 12 तथा UPSC के लिए विस्तार से स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध के बारे में बताया है | हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Swachh Bharat Abhiyan पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। इस तरीके से पढ़कर अगर आपने परीक्षा में निबंध लिखा तो जरूर आपको पूरे मार्क्स मिलेंगे | अगर आपके किसी अन्य सहपाठी को भी निबंध पढ़ना है तो उसे आप यह वेबसाइट शेयर कर सकते है |

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Swachh Bharat निबंध

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध – Essay in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध .

Swachh Bharat abhiyan essay in Hindi , स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध हिंदी में – स्वच्छता कि ओर एक कदम। स्वच्छता पर आधारित सम्पूर्ण हिंदी निबंध परीक्षा तैयारियों और विध्याथियो के लिए Swachh Bharat mission essay Hindi

Swachh Bharat abhiyan

Swachh Bharat abhiyan Essay

भारतवर्ष जो कभी किसी जमाने में सोने की चिड़िया कहलाता था, जो कि अपने वैभव और संस्कृति के लिए जाना जाता था। उस समय भारत में हर तरह की सुविधा उपलब्ध थी और उस समय हमारा देश विकसित देशों की श्रेणी में आता था। लेकिन समयचक्र के बदलाव के चलते हमारे देश पर कई विदेशी ताकतों ने अपना सम्राज्य स्थापित किया जिससे हमारी देश की हालत खराब हो गई।

हमारे देश में स्वच्छता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता है। आपने देखा होगा कि हमारे देश का कोई भी बड़ा राज्य हो या शहर हो या फिर गांव हो या फिर कोई गली या मोहल्ला हो वहां पर भी आपको कूड़ा-करकट मिलेगा।

जिसके कारण हमारे देश में अनेक बीमारियां फैल रही हैं और साथ ही हम हमारी जिंदगी गंदगी में जीने को मजबूर हैं। अब तो ऐसा लगता है मानो गंदगी हमारे जीवन का एक भाग हो गया है।

हमारे देश के विकास में रोङा बनने वाली समस्याओं में एक मुख्य कारण गंदगी भी है, क्योंकि इसके कारण विदेशी लोग हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं और जिससे हमारे देश को इतनी ख्याति नहीं मिलती है।  

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का सपना:

हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना, स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना था कि (स्वच्छ भारत) इसके तहत वह सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर भारत को साफ रखने के बारे में सोचते थे इसी के तहत जिस आश्रम में वो रहते थे। वहां रोजाना प्रात: 4:00 बजे उठकर स्वयं सफाई करते थे। उन्होंने वर्धा आश्रम में अपना स्वयं का शौचालय बनवाया था जिसको प्रतिदिन शुबह – शाम साफ भी करते थे। गांधी जी की यही स्वच्छ भारत अभियान को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करी।

स्वच्छ भारत अभियान को सरकार द्वारा देश की स्वच्छता के प्रतीक के रूप में शुरू किया गया है। स्वच्छ भारत का सपना महात्मा गाँधी जी ने देखा था। अपने सपने के संदर्भ में गाँधी ने कहा कि स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है और स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का एक अनिवार्य भाग है। महात्मा गाँधी जी अपने समय में देश की गरीबी और गंदगी से अच्छी तरह अवगत थे, इसीलिए उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए बहुत से प्रयास किये लेकिन वो अपने प्रयासों में सफल न हो सके।

स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ करने के उद्देश्य से चलाया गया है। इस अभियान से हमारा देश साफ सुथरा होने के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास को भी सहारा मिलेगा हर तरफ खुशहाली होगी।

इस अभियान को 2 अक्टूबर 2014 को माननीय प्रधानमंत्री ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सफाई करके इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान के अंतर्गत भारत देश के सभी शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्लों और गलियों में साफ सफाई करना है।

स्वच्छ भारत अभियान में प्रमुख रुप से खुले में शौच मुक्त भारत बनाने पर जोर दिया गया है क्योंकि आज भी हमारे गांव में अधिकतर घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है जिसके कारण लोग बाहर शौच करने जाते हैं। जिससे वातावरण प्रदूषित होता है और साथ ही नई बीमारियां भी जन्म लेती हैं। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने सभी लोगों से निवेदन किया कि वे अपने आस-पास की और दूसरी जगहों की सफाई के लिए साल में केवल 100 घंटों के लिए अपना योगदान दे।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत:

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी जी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की , स्वच्छ भारत अभियान को भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है ।महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी महात्मा गांधी जी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की 2 अक्टूबर 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादीओं से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा साफ-सफाई के संदर्भ में यह सबसे बड़ा अभियान है। साफ-सफाई को लेकर भारत की स्थापित छवि को बदलने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन के रूप में इसकी शुरुआत की ।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान को पूरा करने के लिए 5 साल का लक्ष्य रखा था और उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी जी के 150 वीं जयंती तक पूरे भारत को स्वच्छ करने का लक्ष्य रखा है। इसमें उन्होंने प्रत्येक भारतवासी से आग्रह किया था कि वे इस अभियान से जुड़ें और अपने आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई करें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने देश के 11 महत्वपूर्ण एवं प्रभावी लोगों कोई इसका प्रचार प्रसार करने के लिए चुना है।

जिनमें कुछ क्रिकेटर, कुछ फिल्मकार, और कुछ महान लोग हैं, जिनको लोग सुनना पसंद करते हैं और उनकी बातों पर अमल भी करते हैं। मोदी जी ने कहा था कि हर एक व्यक्ति को इस अभियान में 9 लोगों को जोड़ना है और फिर वह दूसरा व्यक्ति भी 9 लोगों को जोड़ेगा इससे अभियान का प्रचार प्रसार भी होगा और लोगों में उत्साह भी होगा कि अपने आसपास सफाई रखनी आवश्यक है।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री मोदी जी और देश के गणमान्य लोगों ने सड़कों पर साफ सफाई की थी। इसको देखकर लोगों में साफ सफाई के प्रति नया उत्साह पैदा हो गया और लोगों ने साफ सफाई भी करना चालू कर दिया है।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य है कि 2019 तक पूरा भारत स्वच्छ एवं साफ सुथरा हो।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।  

भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध एवं स्वच्छ रहेगा जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से उन्नति करेगा क्योंकि आज देश में हर जगह कूड़ा-करकट और गंदगी फैल होने के कारण विदेशी पर्यटक हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं। इसलिए जैसे ही हमारा देश साफ सुथरा हो जाएगा तो विदेशी पर्यटक भी हमारे देश में आने के लिए आकर्षित होंगे।

स्वच्छ भारत अभियान को तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया था। उन्होंने कहा था कि अगर देश में विकास चाहिए तो सबसे पहले देश को स्वच्छ करना होगा। इस अभियान के अंतर्गत है शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गई है।

जिनमें शहरों में सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस, बैंक, मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों आदि के पास सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और साथ ही जिन आवासीय कॉलोनियों में घरों में शौचालय बनाने की जगह नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनाने की योजना है।

ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर लोग आज भी घरों से बाहर शौच करने जाते हैं इसकी मुख्य वजह उनके घर में शौचालय नहीं होना है और शौचालय बनाने के लिए उनके पास इतनी धनराशि भी नहीं है। इसलिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर को 12000 रुपए देने की योजना बनाई है। जिससे वहां के लोग शौचालय का निर्माण करवा सकें और भारत को स्वच्छ करने में अपना योगदान दें सके।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर पान, गुटखा, धूम्रपान  जैसे गंदगी फैलाने उत्पादों पर रोक लगा दी।

अब सरकारी कार्यालयों में लोग पान-गुटखा खाकर कहीं भी थूक नहीं सकते है। क्योंकि लोग पान-गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर थूकते हैं जिससे दीवारें खराब हो जाती हैं। योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता अभियान मैं लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए सड़कों की साफ सफाई भी की थी। जिससे लोगों मैं साफ सफाई के प्रति चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश के प्रत्येक घर में पक्के शौचालय का निर्माण हो और लोग इसका उपयोग करके भारत को स्वच्छता की ओर बढ़ाने में सहयोग करें।

गांधी जी का मानना था कि लोग जब तक स्वच्छता के प्रति सचेत नहीं होंगे तब तक हमारा देश स्वच्छ एवं साफ सुथरा नहीं हो सकता है। इस अभियान को महात्मा गांधी जी के 145 वी जयंती पर आरंभ किया गया था। इसका उद्घाटन 2 अक्टूबर 2014 माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर सफाई करके किया था।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान का आरंभ किया था। इसके अंतर्गत उन्होंने स्कूल के शिक्षकों और बच्चों को विद्यालय की साफ-सफाई करने का लक्ष्य रखा था।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य केवल स्वच्छता तक ही सीमित नहीं है क्योंकि इस अभियान के अंतर्गत है हमारे वातावरण का भी ध्यान रखा गया है इसमें नए पेड़ पौधे लगाने, जंगलों को बचाने, पानी बचाने जैसे मुख्य मुद्दे भी शामिल हैं।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे के निस्तारण के लिए सरकार ने तरल एवं ठोस अपशिष्ट पदार्थों और अन्य कूड़ा-करकट के लिए वेस्ट मैनेजमेंट की नई तकनीकों को बढ़ाने पर जोर दिया है। जिससे गंदगी भी कम होगी और कचरे का सदुपयोग भी हो जाएगा।

इसके अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में शौचालय बनाने की योजना है। स्वच्छ भारत अभियान में गरीब लोगों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को शौचालय बनवाने के लिए सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य के लक्ष्य को पाने के लिए 5 साल की योजना बनाई है, जो कि 2019 में पूरी होगी इसके अंतर्गत पूरे भारत को खुले में शौच मुक्त करना है। अगर लोग इसी प्रकार श्रमदान करते रहे तो यह लक्ष्य भी पा लिया जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान का एक और मुख्य उद्देश्य है कि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। क्योंकि लोग स्वच्छता के प्रति आज भी लापरवाह है, इसी लापरवाही के कारण आए दिन में नई बीमारी से जूझते रहते हैं। इसलिए जब लोग स्वच्छता के प्रति जागरुक होंगे तो वह समय साफ सफाई की ओर ध्यान देंगे और देश स्वच्छता की ओर अग्रसर होगा।  इसकी शुरुआत हमें खुद से ही करनी होगी क्योंकि जब तक हम हैं समय साफ-सफाई नहीं करेंगे तब तक भारत के स्वच्छ होने का सपना नहीं देखा जा सकता है।

इसलिए हमें स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और कुछ नहीं तो हमें कम से कम रोज हमारे घर के सामने की गली को ही साफ कर लेना चाहिए। आप भी इस अभियान से जुड़ सकते हैं। इस अभियान से जुड़ने के लिए सिर्फ आपको अपने आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई रखनी होगी और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करना होगा।

स्वच्छ भारत अभियान –

Swachh Bharat Mission

Swachh Bharat Mission Essay

स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती है, इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में पराम्भ की गई है। जो देश के प्रत्येक गली गांव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है।

हमारा देश भी पूर्णतया स्वच्छ हो इसके लिए कई महापुरुषों ने जिसके सपने देखे थे और इनको साकार करने की भी कोशिश की थी लेकिन वह किसी कारण सफल नहीं हो पाए, जिन्होंने भारत को एक निर्मल और स्वच्छ देश बनाने का सपना देखा था।

वे चाहते थे कि विदेशों की तरह हमारा देश भी साफ सुथरा दिखे इसके लिए उन्होंने लोगों को जागरूक भी करना चालू किया था। लेकिन उस समय देश की आजादी का आंदोलन भी जोरों पर था, जिसके कारण लोगों ने स्वच्छ भारत योजना पर ध्यान नहीं दिया था।

लेकिन आजादी के इतने सालों के बाद भी हमारा देश सोच नहीं हुआ है बल्कि और ज्यादा कूड़े-करकट और गंदगी से भर गया है। क्योंकि हमारे देश के किसी भी सरकार ने स्वच्छ भारत की ओर ध्यान नहीं दिया। और अगर उन्होंने ध्यान भी दिया तो उस पर पूरी तरह से अमल नहीं हो पाया जिसके कारण आज हमारा देश गंदगी के ढेर पर बैठा है।

आज भी हमारे देश के कुछ ही घरों में शौचालय की सुविधा है, गाँवो में तो लोग आज भी शौच करने बाहर ही जाते हैं जिसके कारण गाँवो में भी गंदगी फैल जाती है। और शहरों की बात करें तो शहरों में शौचालय तो है लेकिन वहां पर अन्य गंदगी यहां बहुत ज्यादा है जैसे की फैक्ट्रियों का अपशिष्ट कूड़ा करकट, गंदे नाले और घरेलू अपशिष्ट जो कि सड़कों पर इतनी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है कि हमारे देश की सड़कें दिखाई नहीं देती हैं सिर्फ और सिर्फ कूड़ा-करकट दिखाई देता है।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य:

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसके अंतर्गत हमारे पूरे देश को स्वच्छ करने का लक्ष्य लिया गया है। :-

  • इस अभियान का प्रथम उद्देश्य है कि देश का कोना-कोना साफ सुथरा हो।
  • भारत के हर शहर और ग्रामीण इलाकों के घरों में शौचालय का निर्माण करवाया जाए।
  • शहर और गांव की प्रत्येक सड़क गली और मोहल्ले साफ-सुथरे हो।
  • हर एक गली में कम से कम एक कचरा पात्र आवश्यक रूप से लगाया जाए।
  • खुले में शौच बंद करवाना जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है। 
  • लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत,सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमे 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे। 
  • लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके। 
  • शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना। 
  • गांवो को साफ रखना। 
  • 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गांवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे। 
  • ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना। 
  • सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना। 
  • साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। 

स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत क्यों पड़ी –

आपने देखा होगा कि हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पर कूड़ा-करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है। जिसके कारण लोग आए दिन बीमार पड़ रहे हैं और नई-नई बीमारियां जन्म ले रही हैं, आर्थिक रूप से भी गरीब बना रही है। जिसके कारण हमारे देश आर्थिक विकास नहीं हो पा रहा है।

हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है। और गाँवो में अच्छी चिकित्सा सुविधा नहीं होने के कारण कई बार तो लोगों को मौत का मुंह भी देखना पड़ जाता है।  

आपने देखा होगा कि हर शहर के नुक्कड़ पर सड़कों पर गंदगी इतनी फैली होती है कि वहां पर लगा कचरा पत्थर भी कचरे से भरा होता है और उसके आसपास बहुत ज्यादा कूड़ा-करकट और गंदगी रहती है। जिसके कारण हर समय बीमारियां होने का खतरा रहता है। हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।

इस कूड़ा-करकट और गंदगी कारण लोग हमारे देश में खाना कम ही पसंद करते हैं जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है। इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।

पृथ्वी के प्रदूषित होने के कारण हमें हवा, जल और अन्न भी प्रदूषित ही मिलता है। गंदगी हमारे वातावरण के लिए हर तरह से खतरनाक है। यह कहीं महामारी का रूप धारण कर ले, इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई है।

इस गंदगी और कूड़े-करकट का जिम्मेदार भी हम और आप ही हैं क्योंकि हम लोग भी कभी जानबूझकर और कभी अनजाने में कहीं भी कचरा फेंक देते हैं जिसके कारण हमारे देश में हर तरफ कचरा फैल जाता है और इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण प्रदूषित हो जाता है।

यह गंदगी और कूड़ा करकट दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं जिसके कारण अनेकों परेशानियां खड़ी हो रही हैं इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत पड़ी जिसके तहत देश के सभी घरों में शौचालय बनवाए जाएंगे और सभी लोग इसमें श्रमदान करके अपने गली मोहल्ले की रोज सफाई रखेंगे जिससे कि हमारा पूरा भारत स्वच्छ और साफ दिखाई दें।

हमारे देश में स्वच्छता नहीं होने के कारण –

हमारे देश की सोच नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही है क्योंकि गंदगी और कूड़ा-करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है। आप और हम कहीं भी कूड़ा-करकट फेंक देते हैं और हर तरफ गंदगी फैला देते हैं और उसका दोष हम दूसरों को देते हैं लेकिन हम कभी अपने आप को नहीं देखते हैं कि हम क्या कर रहे हैं। हमारे देश के स्वच्छ और साफ सुथरा नहीं होने के कई कारण है जिनमें से है प्रमुख कारण यहां पर लिख रहे हैं।

  • शिक्षा का अभाव:

हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में बहुत पिछड़ा हुआ है हालांकि शिक्षा के क्षेत्र में धीरे-धीरे क्रांति आई है लेकिन अभी भी शिक्षा का घर घर पहुंचना बाकी है। क्योंकि अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो उन्हें पता ही नहीं होगा कि वे अनजाने में अपने आसपास के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं, और वातावरण के प्रदूषित होने के कारण उनको क्या नुकसान हो रहा है। लोगों में स्वच्छ और साफ सुथरे भारत के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी है।

  • खराब मानसिकता:

हमारे देश का गंदगी से अटे रहने का एक और कारण लोगों की खराब मानसिकता भी है क्योंकि ऐसी मानसिकता वाले लोग मानते हैं कि हमारी थोड़े से कचरा फैलाने से देश गंदा थोड़ी ना होगा।  इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग हर जगह कचरा फैलाते रहते हैं जिसके कारण वह थोड़ा-थोड़ा कचरा बहुत ही ज्यादा बन जाता है और हमारे देश की सभी सड़कें गलियां इस कचरे की भेंट चढ़ जाती हैं। ऐसे लोग सरकार को दोष देते हैं कि वह सफाई नहीं करती लेकिन वह खुद के फैलाए कचरे के बारे में कभी ध्यान नहीं देते हैं।

  • घरों में शौचालयो का नहीं होना:

आपने देखा होगा कि अक्सर गांव में घरों में शौचालय नहीं पाए जाते हैं जिसके कारण लोग सोच करने के लिए या तो खेतों में जाते हैं या फिर रेल की पटरियों के पास जाकर शौच करते हैं जिसके कारण हर तरफ गंदगी का माहौल पैदा हो जाता है। जो कि सिर्फ मनुष्य जाति के लिए ही नहीं पृथ्वी की हर जीव जंतु के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। इससे गंदगी तो फैलती है और साथ में वायु प्रदूषण भी होता है। जिससे लोगों को गंभीर बीमारियां होने का खतरा पैदा हो जाता है इसलिए हर घर में शौचालय बनवाना आवश्यक है।

  • अत्यधिक जनसंख्या:

हमारा भारत देश जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर आता है, अगर इसी प्रकार से जनसंख्या बढ़ती रही तो आने वाले वर्षों में  जनसंख्या के मामले में पहला नंबर हमारे देश का ही होगा। अधिक जनसंख्या होने के कारण कचरा और गंदगी भी अधिक होती है जिसका निस्तारण करना बहुत ही मुश्किल होता है। गंदगी अधिक अधिक होने के कारण इस गंदगी को साफ करने के लिए हमारे देश के आर्थिक विकास में लगने वाली पूंजी गंदगी की सफाई में ही लग जाती है। इसलिए मैं जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने चाहिए सरकार ने इसके लिए प्रयास भी किए हैं और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए स्लोगन भी लिखे हैं जैसे की हम दो हमारे दो।

  • सार्वजनिक शौचालय का अभाव:

हमारे देश में सार्वजनिक शौचालयों का अभाव हर जगह पाया जाता है जिसके कारण लोग कहीं भी सड़क के किनारे या कोई कोना देखकर सोच कर लेते हैं जिससे बहुत ज्यादा गंदगी फैलती है। हमें देश में हर मुख्य स्थान पर सार्वजनिक शौचालय बनाने की अत्यधिक जरूरत है। अगर सार्वजनिक शौचालय होंगे तो लोग उनका इस्तेमाल करेंगे और बाहर सड़कों पर गंदगी कम फैलेगी।

  • कचरे की सही निस्तारण का अभाव:

हमारे देश में कचरा बहुत बड़ी समस्या है, 2017 के आंकड़ों के अनुसार भारत प्रति दिन 1,00,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है। इतनी बड़ी संख्या में कचरा निकलने के बावजूद भी इसके निस्तारण के सही उपाय नहीं किए गए हैं, जिसके कारण वह कचरा हमें सड़कों और गली मोहल्लों में दिखाई देता है। कभी-कभी तो कचरा और गंदगी कारण लोगों में इंशा भी हो जाती है जिससे जान माल की हानि होती है। इसलिए कचरे के सही निस्तारण के  लिए जब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाएंगे तब तक कचरे के कारण फैली गंदगी हमारे जीवन को प्रभावित करती रहेगी।

  • उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ:

हमारे देश में छोटे बड़े मिलाकर बहुत सारे उद्योग धंधे हैं, जिनसे अलग-अलग प्रकार का बहुत बड़ी मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ निकलता है  जिसे साधारण शब्दों में हम गंदगी का भंडार कर सकते हैं। इन उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोग इस अपशिष्ट पदार्थ का निस्तारण करने का सही उपाय नहीं खोजते हैं और पास ही बहरे नदी नालों में इसको बहा देते हैं जिससे कि पूरा वातावरण ही प्रदूषित हो जाता है क्योंकि अगर नदियां ही प्रदूषित हो जाएंगे तो उनसे मिलने वाला जल भी प्रदूषित होगा और उनका जल पीने वाला हर प्राणी इसका शिकार हो जाएगा।

अगर इस पर जल्द ही कोई कार्यवाही नहीं होती है तो एक दिन हमारी सभी नदियों का जल जहर बन जाएगा।  इसलिए सरकार को इसके खिलाफ ठोस कदम उठाकर नए कानून बनाने चाहिए और उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी जानी चाहिए कि वह अपना अपशिष्ट पदार्थ किसी भी नदी नाले नहीं फेकेंगे।

हमारे भारत देश को स्वच्छ रखने के उपाय:

स्वच्छता अभियान निबंध

स्वच्छता अभियान पर निबंध

  • हमारे भारत देश को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है। इसलिए हमें अपने घरों के साथ-साथ अपने गली-मोहल्लों को भी खुद ही साफ रखना होगा वहां पर किसी भी प्रकार की गंदगी नहीं फैलानी होगी जो भी कचरा होगा सदैव कचरा पात्र में ही डालें।
  • हमें  देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
  • हर शहर हर हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
  • लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
  • हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
  • शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
  • लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव गांव तक पहुंचाना होगा।
  • लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा जिससे की  उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
  • हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
  • हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
  • हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
  • हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

स्वच्छ भारत अभियान के लिए चुने गए प्रभावी व्यक्ति –

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार प्रसार के लिए कुछ प्रभावी व्यक्तियों को चुना था जिनका काम अपने अपने क्षेत्र में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना है उन लोगों के नाम इस प्रकार हैं-

  • सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर) 
  • अनिल अंबानी (उद्योगपति)
  • कमल हसन (अभिनेता) 
  • विराट कोहली (क्रिकेटर) 
  • महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर) 
  • ईआर दिलकेश्वर कुमार 
  • मृदुला सिन्हा 
  • बाबा रामदेव
  • प्रियंका चोपड़ा 
  • और तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम जैसी नामचीन हस्तियों भी इस अभियान से जुड़ी हैं और सभी को स्वच्छ भारत अभियान में शामिल करने को आमंत्रित कर रही है।

स्वच्छ भारत अभियान में शामिल मंत्रालय –

  • शहरी विकास मंत्रालय 
  • राज्य सरकार 
  • ग्रामीण विकास मंत्रालय 
  • गैर सरकारी संगठन 
  • पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय 
  • सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम व निगम 

इस प्रकार स्वच्छता अभियान में इन मंत्रालयों का महत्वपूर्ण योगदान है।

स्वच्छ भारत अभियान हिंदी निबंध

स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत हमारे भारत के शहरों को साफ सुथरा रखने के लिए एक अलग से रणनीति बनाई गई है। इस अभियान का उद्देश्य है कि देश के विभिन्न शहरों के 1।4 लाख करोड लोगों को शामिल करते हुए 2.5 लाख सामुदायिक और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है। क्योंकि हमारे देश में शौचालयों की बहुत कमी है इस कमी के कारण लोग शौच करने बाहर जाते हैं जिससे कि गंदगी बहुत अधिक मात्रा में फैलती है। इस अभियान के तहत जहां पर सार्वजनिक शौचालय बनाना संभव नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनवाए जाएंगे।

स्वच्छ भारत अभियान का प्रथम चरण 2 अक्टूबर 2019 को पूरा होगा, इस 5 साल की अवधि में 4401 शहरों को शामिल किया जाएगा। इसमें शहरों के प्रमुख स्थान जैसे कि सार्वजनिक अस्पताल, बस स्टैंड, बैंक, पोस्ट ऑफिस, रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार, सरकारी कार्यालयों आदि के पास  सार्वजनिक शौचालय बनाए जाएंगे। 

क्योंकि लोग इन्हीं प्रमुख स्थलों पर बहुत ज्यादा आते हैं, और अगर उनको इन्हीं प्रमुख स्थलों पर शौचालय नहीं मिलता है तो वे इधर उधर कहीं भी शोच करते है। जिसका परिणाम आपने देखा होगा कि हर सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा करकट और गंदगी का अंबार लगा रहता है।

स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए 62,009 करोड़ रुपयों का बजट बनाया गया है, जिसमें से 14,623 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा इस  अभियान में लगाए जाएंगे। हमारे देश में ठोस अपशिष्ट पदार्थ का कचरा बहुत ज्यादा उत्पन्न होता है उसके स्थाई समाधान के लिए 7,366 करोड़ लगाए जाएंगे।

चूँकि हमारे देश में घरों में शौचालय की बहुत कमी है इसलिए सरकार ने इसको भी मध्य नजर रखते हुए 4,165 करोड़ रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय बनवाने का बजट रखा है। इसके साथ ही 1,828 करोड़ रुपये स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार प्रसार में खर्च किए जाएंगे और 655 करोड़ रुपये सामुदायिक शौचालयका बजट रखा गया है।

स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य लक्ष्य है कि लोगों में जितना हो सके स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई जाए और खुले में शौच की रोकथाम, गंदगी से भरे शौचालयों को स्वचालित फ्लश शौचालय  में बदलना, ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन करना।

इसके साथ ही लोगों को स्वच्छता के लाभ बताना और उनको व्यापार में कैसे लाया जाए यह भी लोगों को बताया जाएगा। जिससे लोग खुद साफ सफाई की ओर ध्यान देने लगे।  और देश को स्वच्छ करने के इस अभियान में अपना समर्थन दें।

आपने देखा होगा कि जितनी तेजी से हमारे शहरों का विकास हुआ है ग्रामीण क्षेत्र उतना ही पिछड़ा हुआ है  हालांकि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को भी सुख सुविधा पूर्ण बनाने के लिए बहुत प्रयास किए हैं लेकिन उन योजनाओं का पूरा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को नहीं मिला है। 

जिस कारण आज भी ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादातर घरों में शौचालय नहीं पाए जाते है। जिस कारण वहां के लोग आज भी  खुले में शौच करने को मजबूर है, इसलिए सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत है ग्रामीण क्षेत्रों को भी शामिल किया है।

गाँवो में यह अभियान 1999 से निर्मल भारत अभियान योजना के नाम से चलता आ रहा है। और 24 सितंबर 2014 में इस कार्यक्रम का पुनर्गठन किया गया जिसमें इसका नाम स्वच्छ भारत अभियान रख दिया गया।

ग्रामीण इलाकों में कचरे के प्रबंधन के लिए ग्रामीण लोगों को कचरे से खाद कैसे बनाई जाए इसके बारे में बताया जाएगा और इस कचरे से बनी खाद के क्या लाभ हैं यह भी बताया जाएगा ताकि लोग अपने खेतों में इस तरह की खाद का उपयोग करें।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 11 करोड़ 11 लाख शौचालय निर्मित करने की योजना है। इस अभियान को गांव के हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए स्कूल के शिक्षको, स्कूली छात्र छात्राओं  और पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत को भी इस से जोड़ा जाएगा ताकि जल्द से जल्द लोगों में स्वच्छता के प्रति चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान के तहत है ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर पर 10000 रुपए आवंटित किए गए थे। लेकिन इन सालों में महंगाई बढ़ने के कारण यह राशि 10000 से बढ़ाकर 12000 रुपए कर दी गई है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में यह कार्य किए जाएंगे –

  • ग्रामीण इलाकों को खुला शौच मुक्त करना।
  • ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण करवाना।
  • कूड़े-करकट और कचरे  को उपयोगी बनाकर उसे खाद का निर्माण करना।
  • गंदे पानी के निकास के लिए नालियां बनवाना।
  • ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर कचरा पात्र का निर्माण करवाना।
  • लोगों में स्वच्छता के प्रति  चेतना जगाना।

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान भारत की तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने 25 सितंबर 2014 में इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान को शिक्षकों और स्कूली छात्र छात्राओं के लिए बनाया गया था और इस अभियान में माननीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी भाग लिया था। इस अभियान के अंतर्गत शिक्षकों और विद्यार्थियों को अपने विद्यालय में साफ सफाई रखनी थी।

इस अभियान को 25 सितंबर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक चलाया गया,इसके अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की गई जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं :-

  • स्कूलों के हर एक कक्षा में कचरा पात्र रखवाए गए।
  • स्कूलों के मैदानों और बगीचों को साफ किया गया।
  • कक्षा पुस्तकालय सभा स्थल एंव प्रयोगशाला में साफ सफाई की गई।
  • स्कूलों का वार्षिक रखरखाव करना जिनमें टूटी-फूटी देना कि फिर से मरमत करना और  स्कूल की दीवारों पर रंग रोगन करना।
  • स्कूल  की पानी की टंकियों की सफाई करना।
  • स्वच्छता के प्रति चेतना के लिए वाद विवाद एवं नाटकों की प्रतियोगिता करना।
  • चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन करना जिसमें स्वच्छता से संबंधित चित्रों का चित्रण करना।
  • स्कूलों में हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाना।
  • सभी बच्चों को बताया गया कि खाना खाने से पहले हाथ धोना और खाना खाने के बाद भी हाथ धोना चाहिए।
  • सभी बच्चों की साफ-सुथरी वेशभूषा रखने के लिए प्रेरित करना।

स्वच्छ भारत अभियान उपसंहार:

महात्मा गांधी द्वारा कहे गए यह कथन जोकि स्वच्छता पर ही आधारित है। उनके अनुसार स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होने चाहिए इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है । हमारा मन भी साथ रहता है। स्वच्छ भारत अभियान की मशालआज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है जिसके तहत कई. कार्य किये जा रहे है।

हमारे भारत में जहां स्वच्छता होती है वहां पर ईश्वर निवास करते हैं इस प्रथा को माना जाता है इसलिए हमें भी सोचता को अपनाना चाहिए। इसकी शुरुआत हमें और आपको मिलकर करनी होगी।

जिससे कि हमारा पूरा देश साफ सुथरा हो जाए। स्वच्छ भारत अभियान भारत को स्वच्छ करने के लिए एक कड़ी का काम कर रहा है। लोग इसके उद्देश्य से उत्साहित होकर स्वच्छता के प्रति सचेत हो रहे हैं। यह भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम है। 

स्वच्छ भारत अभियान से हमारे आने वाला कल बहुत ही सुंदर एवं अकल्पनीय होगा। अगर आप और हम मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्य को पूरा करने में लग जाए तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा पूरा देश विदेशों की तरह पूरी तरह से साफ सुथरा दिखाई देगा।

स्वच्छ भारत अभियान में आप भी भागीदार बनें, लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक बनाएं।

यह भी पढ़े:–

  • भारत में जल संकट निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध
  • महात्मा गाँधी पर हिंदी निबंध
  • भ्रष्टाचार पर हिंदी निबंध
  • हिंदी भाषा पर निबंध
  • शिक्षा पर हिंदी निबंध
  • महिला सशक्तीकरण पर निबंध
  • भारतीय समाज में नारी निबंध
  • समान नागरिक संहिता
  • सूचना का अधिकार निबंध

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Swachata Abhiyan In Hindi Essay For Students स्वच्छता अभियान हिंदी निबंध

Swachata Abhiyan In Hindi Essay:  समस्त भारत में 2 अक्टूबर 2014 से चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान, क्लीन इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान देश का सामाजिक आंदोलन हैं, जो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी द्वारा बापू की 145 वीं जयंती पर आरम्भ किया गया था,

वर्ष 2019 को 2 अक्टूबर के दिन गांधीजी की 150 वीं जयंती पर स्वच्छ भारत के रूप में उन्हें श्रद्धांजलि देने का संकल्प किया गया हैं. स्वच्छता अभियान विश्व का सबसे अधिक जन भागीदारी वाला आंदोलन बन चूका हैं,

जिसमें बड़े से बड़े व्यक्ति से निम्न वर्ग का व्यक्ति भी जुड़ पाया हैं. स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए इसी तरह सभी देशवासियों के प्रत्यक्ष सहयोग एवं समर्थन का महत्वपूर्ण योगदान हैं. 

essay on swachata in hindi –  स्वच्छता अभियान पर निबंध  में हम स्टूडेंट्स के लिए छोटा बड़ा निबंध एस्से स्पीच यहाँ लेकर आये हैं.

 स्वच्छता अभियान निबंध Swachata Abhiyan In Hindi Essay

essays on Swachh Bharat Abhiyan in easy Hindi language Swachh Bharat Abhiyan in Hindi. Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi : स्वच्छता आज भारत का अहम तत्कालिक मुद्दा हैं.

बच्चों को हिंदी में स्वच्छता अभियान पर छोटा बड़ा निबंध एस्से लिखने को कहा जाता हैं. यहाँ आज हम आपके लिए स्वच्छता एस्से कक्षा 1,2, 3,4,5,6,7,8,10 के स्टूडेंट्स के लिए 10 लाइन, 100,200,250,300,400,500 और 1000 शब्दों में स्वच्छ भारत अभियान का निबंध यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं.

Swachata Abhiyan In Hindi Essay In 100 Words

स्वच्छ भारत अभियान माननीय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चलाया गया भारत सरकार का एक सफाई अभियान हैं. यह एक महत्वपूर्ण विषय हैं और बच्चों और छात्रों को इसकी जानकारी होना अति आवश्यक हैं.

यह एक जनरल नॉलेज के विषय की तरह अब आवश्यक बन चूका हैं. क्लीन इंडिया मिशन पर स्टूडेंट्स को शोर्ट & बड़ा निबंध लिखने को कहा जाता हैं.

स्वच्छता अभियान राजनीति से मुक्त अभियान हैं. और जो देशभक्ति से प्रेरित हैं. प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य हैं कि भारत को स्वच्छ देश बनाने के लिए मोदीजी के इस अभियान में अपनी भूमिका अदा करे.

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने अपने समय में नारों द्वारा लोगों को स्वच्छता अपनाने के लिए प्रेरित किया था.

मगर लोगों की कम रूचि के चलते वे अपने लक्ष्य में कामयाब नही हो पाए थे. मगर वर्तमान समय में शिक्षक छात्र तथा आम आदमी हर्ष एवं उल्लास के साथ इस अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.

भारत में गंदगी बहुत अफ्हिक हैं. ये यहाँ के लोगों की मानसिकता बनी हुई हैं, कि अकेले व्यक्ति के करने से क्या होगा. भारत में खुले में शौच , गंदे पानी की निकासी के लिए नालियों का प्रबंध ना होना तथा सफाई के लीये कड़े कानूनों का प्रावधान न होने की वजह से भारत में स्वच्छता अभियान की आवश्यकता हैं.

Swachata Abhiyan In Hindi Essay In 150 Words

स्वच्छ भारत मेरे सपनों का भारत

भारत के महान व्यक्ति महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता स्वतंत्रता की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण हैं. गरीबी, शिक्षा की कमी, स्वच्छता की कमी और अन्य सामाजिक मुद्दों के कारण भारत अभी भी विकासशील देश हैं. हमे समाज से सभी बुरी बातों को खत्म करने की आवश्यकता हैं, जिससे हमारे देश के विकास में रुकावट न हो.

और मुझे लगता हैं कि स्वच्छता अभियान समाज को सामाजिक मुद्दों को दूर करने के साथ साथ अपने नागरिकों के व्यक्तित्व विकास व देश के विकास को बढ़ावा देने की सर्वोत्तम शुरुआत हैं.

केवल स्वच्छता अभियान की सफलता से भारत में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता हैं. यह आंतरिक और बाहरी विकास से सम्बन्धित हैं.

जो हमें स्वच्छ खुश और स्वस्थ नागरिकों द्वारा स्वस्थ व विकसित राष्ट्र का जन्म होता हैं. स्वच्छता अभियान प्र धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में महात्मा गाँधी की 145 वीं जयंती 2 अक्टूबर के अवसर पर शुरू किया था.

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारतीय ग्रामीण लोगों की कमजोरी के बारे में महात्मा गांधी अच्छी तरह जानते थे, उन्होंने इस देश को एक स्वच्छ देश बनाने का सपना देखा था.

Swachata Abhiyan In Hindi Essay In 200 Words

प्रस्तावना-  मन में जो स्थान पवित्रता का हैं, तन में वही स्वच्छता का हैं. मन आंतरिक मनोभावों और विचारों का तथा बाह्य सांसारिक वातावरण का सूचक हैं. जीवन में हम अनेक वस्तुओं का प्रयोग करते हैं.

उनका अपशिष्ट हमारे आस-पास को अस्वच्छ बनाता हैं. इस अस्वच्छता को दूर करने के लिए हमें व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयास करने होते हैं.

भारत में स्वच्छता – अस्वच्छता भारत की एक विकट समस्या हैं हमारी संस्कृति मन की पवित्रता पर जितना जोर दिया गया हैं. हमारी संस्कृति में मन की पवित्रता पर जितना जोर दिया गया हैं.

जितना जोर बाह्य परिवेश की स्वच्छता पर नही रहा हैं. परिणामस्वरूप भारतीय लोग अस्वच्छता से इतने चिंतित दिखाई नही देते हैं. अस्वच्छता ग्रामीण तथा शहरी दोनों ही स्थानों पर दिखाई देती हैं.

अस्वच्छ गाँव और शहर – गाँव अस्वच्छ हैं जहाँ पक्की गलियों, नालियों के अभाव में ही कूड़े के निस्तारण के प्रबंध की समस्या हैं. गाँवों में इस अस्वच्छता के दुष्प्रभाव से कुछ मुक्ति इस कारण मिल जाती हैं कि वहां प्रकृति स्वयं स्वच्छकरण का कर्तव्य निभाती हैं. नगरों में ज्यादा आबादी होने से हर दिन भारी मात्रा में कूड़ा निकलता हैं.

गली मुहल्लों से लेकर सडकों तक झाड पौछ करना और कचरा उठाना, उसको ड्लाबघर तक पहुचाना, उसके निष्पादन की व्यवस्था करना, गंदे पानी को नालियों नालों से होकर जाने और उनकों स्वच्छ बनाकर सिंचाई के काम लाने की व्यवस्था करना आदि कारू नगरपालिका आदि सार्वजनिक संस्थाएं करती हैं.

Swachata Abhiyan In Hindi Essay In 250 Words

गांवों में शौचालय की घरों में व्यवस्था नही होने से परेशानी तो होती ही हैं. किन्तु खुले में शौच जाने से होने वाली अस्वच्छता उतनी भयावह नही होती हैं. जितनी शहरों में होती हैं.

शहरों में जिन घरों में शौचालयों की व्यवस्था नही हैं. वहां के निवासियों को सड़कों, रेलवे लाइनों तथा खाली पड़े मैदानों, नाले नालियों के किनारे शौच करते देखा जा सकता हैं. धन के अभाव में सभी के लिए सीवर की व्यवस्था करना संभव नही हो पा रहा हैं.

अस्वच्छता और अस्वास्थ्य – अस्वस्थता का अस्वास्थ्य से गहरा रिश्ता हैं. स्वच्छता की कमी से लोगों में तरह तरह के रोग होने लगते हैं. संसार के अनेक देशों में शिशु और मातृ मृत्यु दर बहुत ज्यादा हैं.

भारत भी उनमे से एक हैं. इसको घटाने के प्रयास हो रहे हैं. नई दिल्ली में इस विषय पर वैश्विक सम्मेलन हुआ था, भारत में 1990 में पांच साल से कम आयु के एक हजार में से 126 शिशुओं की मृत्यु हो जाती हैं. वर्ष 2013 में भारत की इस संख्या को घटाकर 49 तक लाने में सफलता मिली हैं.

इस बिच शिशु मृत्यु दर सालाना 6.6 प्रतिशत घटी हैं. प्रसव के समय मरने वाली महिलाओं की संख्या जो 1990 में 560 प्रति हजार थी वह अब घटकर 67 रह गई हैं. अभी भी भारत में अस्वच्छता से होने वाले अनेक रोगों को रोकना अब भी एक बड़ी समस्या हैं.

स्वच्छता अभियान निबंध – भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छता अभियान चलाकर देश के नागरिकों को इससे जुड़ने का आव्हान किया हैं.

स्वच्छता की जिम्मेदारी सरकारी संस्थाओं की ही नही, प्रत्येक नागरिक की भी हैं. हमारे आस-पास जो गंदगी फैली दिखाई देती हैं इसका कारण हमारी आदते भी हैं. हम चाहे जहाँ कूड़ा फैकते हैं. और गंदगी फैलाते हैं.

खाते खाते केलों के छिलके सडकों को फेकना हमारी आदत हैं. मैंने एक विदेशी को देखा जो केले खाते हुए पैदल चल रहा था. और छिलके अपने कंधे पर लटके थैले में डाल रहा था. अपने आस-पास की सफाई करना अन्य देशों में बुरा नही माना जाता हैं.

महात्मा गांधी अपने आश्रम में शौचालय को भी साफ़ करना बुरा नही मानते थे. महान कहानीकार मुंशी प्रेमचन्द सवेरे घर की झाड़ू स्वयं लगाते थे.

भारत में चलने वाले स्वच्छता अभियान का लक्ष्य लोगों में यही भावना पैदा करना हैं. कि वे अपने घरों और आस-पास की सफाई करने की आदत डाले, ऐसा करने से हम अपने तथा अपने बच्चों के स्वास्थ्य के हित में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकेगे.

उपसंहार- उत्तम स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता आवश्यक हैं. अपने स्कूल, घर, दफ्तर, कारखाने आदि को स्वयं साफ करने का आदत हमें स्वच्छता के विषय में आत्म निर्भर बनाएगी.

इससे हमारे परिवेश में जो परिवर्तन होगा. हमारे स्वास्थ्य के लिए हितकारी होगा. यदपि कठोर दंड व्यवस्था द्वारा भी अस्वच्छता को रोका जा सकता हैं किन्तु स्वच्छता की आदत बनाना एक उत्तम उपाय हैं.

स्वच्छता अभियान पर निबंध

स्वच्छता हर किसी के लिए जरुरी हैं  स्वच्छता पर निबंध, स्वच्छता अभियान निबंध एस्से इन हिंदी, स्वच्छता मिशन भाषण, स्वच्छता अभियान पर निबंध कक्षा 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10 के छात्रों, स्टूडेंट्स, बच्चों व शिक्षकों के लिए दिया गया हैं. 

स्व च्छता अभियान पर निबंध को 100, 200, 250, 300, 350, 400, 500 शब्दों में बाटा गया हैं.  Swachh Bharat Abhiyan Essay in hindi giving Blow.

स्वच्छता अभियान निबंध 1

खुले में शोच की प्रवृति देश को  अस्वस्थ  बना रही हैं और आज भी देश इस बुराई से लड़ रहा हैं. जब तक खुले में शोच की प्रवर्ती समाप्त नही होगी  स्वच्छ भारत अभियान  के हर प्रयास अधूरे रहेगे.

खुले में शौच के अलावा, देश में स्वच्छता के लिए अन्य गंभीर चुनौती कचरे का निस्तारण हैं. केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और यूनिसेफ की एक सयुक्त रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण भारत हर रोज 18 अरब लीटर और 40 लाख किवटल ठोस अपशिष्ट पैदा करता हैं. 

नेशनल इनवायरमेंट इंजिनयरिंग रिसर्च इनस्टटयूट नागपुर  के अनुसार देश में हर साल 44 लाख टन खतरनाक कचरा निकल रहा हैं.

इस कचरे में से आधा कागज लकड़ी, कागज या पुट्टा होता हैं. जबकि 22 प्रतिशत अन्य घरेलू कबाड़ या कचरा होता हैं. कचरे के निपटान पुरे देश के लिए समस्या बनता जा रहा हैं.

राजधानी दिल्ली में 1950 से लेकर आज तक 12 बड़े कचरे के ढेर बनाए जा चुके हैं. जो कि सात मंजिल से अधिक ऊँचे हैं, मुंबई का सबसे बड़ा कचरा संग्रह 110 हैक्टर में फैला, देवनार कचरा स्थल हैं. यहाँ पर 92 लाख टन कचरे का ढेर लगा हुआ.

कचरा जन स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ हैं. कचरे से रिस कर जहरीला रसायन, भूमि, हवा तथा जल को दूषित कर रहा हैं. और इसके पास रहने वाली अनेक गंभीर आबादी अनेक गम्भीर बीमारियों जैसे मलेरिया, टीबी दमा तथा चर्म रोग से ग्रसित हैं.

मुंबई के देवनार इलाके में बसी बस्तियाँ में प्रत्येक एक हजार बच्चों में 60 बच्चे लेते ही मर जाते हैं, जबकि बाकी मुंबई में यह औसत 30 बच्चे प्रति हजार हैं.

आज के बढ़ते शहरीकरण के अलावा भारत जैसे विकासशील देशो में कचरा प्रबन्धन एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आया हैं. राजधानी दिल्ली का 57 प्रतिशत कचरा यमुना में बहा दिया जाता हैं.

जो कि पर्यावरण के लिए अत्यंत घातक हैं. हमारा कचरा निस्तारण बहुत पुराना हैं. अक्सर कचरा उसे समझा जाता हैं, जो बेकार हो चूका होता हैं.

लेकिन सही और सुनियोजित तरीके से कचरा प्रबन्धन का आशय, कचरे में से उपयोगी तत्वों को सुरक्षित रखा जाना उन्हें पुन: प्रयोग में लाना और पर्यावरण को सुरक्षित रखने का प्रयास हैं.

कचरे का प्रबन्धन और निस्तारण एक गंभीर समस्या के चिन्तन हेतु 7 से 9 सितम्बर 2015 को एंटवर्प (बेलिजियम) में UNEP द्वारा वैश्विक अपशिष्ट प्रबन्धन द्रष्टिकोण रिपोर्ट जारी की गईं. सयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और अंतरराष्ट्रीय ठोस अपशिष्ट संघ (ISWA) द्वारा जारी की इस रिपोर्ट में कचरा प्रबन्धन पर जागरूकता पैदा करना हैं.

वैश्विक आधार पर कचरा प्रबन्धन के लिए यह प्रथम रिपोर्ट हैं. रिपोर्ट के अनुसार भारत दुनिया में डंपिंग स्थलों ( कचरा डालने की जगह) में से एक बन गया हैं. विश्व के प्रमुख 50 डंपिंग स्थलों में 3 स्थल भारत में स्थित हैं.

स्वच्छता अभियान निबंध 2

अगर हम स्वच्छ भारत अभियान में कचरे का सही ढंग से प्रबन्धन करे तो पर्यावरण की सुरक्षा होगी ही तथा हम सतत विकास की ओर बढ़ेगे. उदहारण के लिए अगर कचरे को सही तरह से एकत्रित किया जाए.

और उनको पुन: चक्रित किया जाए तो तो हमे कच्चे पदार्थ मिल जाएगे. जिससे धातुओ को पाने के लिए खदानों का भार कम होगा, कागज के लिए जंगल कम कटेगे. कागज को पुन: चक्रित कर कम से कम उतने पेड़ो को काटे जाने से रोका जा सकता हैं.

कचरा निस्तारण में घरो से निकले जैविक खाध्य पदार्थो का उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए. मीथेन गैस उर्जा का उत्तम स्त्रोत हैं. जो जैव खाद और मिटटी की उर्वरकता बढाने में मददगार हैं.

कचरा प्रबन्धन से प्राकृतिक संसाधनो पर हमारी निर्भरता को कुछ हद तक कम किया जा सकता हैं. क्युकि कचरा प्रबन्धन के उपयोग तथा उनके पुन: उपयोग से एक चक्र बनता हैं.

जो प्राकृतिक संसाधनो के दोहन को रोकने में महती भूमिका निभाता हैं. एक शोध के अनुसार एक टन ठोस कचरे से 55 घन मीटर गैस पैदा होती हैं और 12 हजार घन मीटर गैस से एक मेगावाट बिजली का उत्पादन होता हैं. कचरा प्रबन्धन का एक उत्कृष्ट उदाहरन राजस्थान के मध्यप्रदेश की सीमा से सटे प्रतापगढ़ जिले का हैं.

यहाँ एक कचरा वाहन शुरू किया गया हैं. जो कसबे के प्रत्येक घर से कचरा एकत्रित करने के लिए दिन के अलग-अलग समय में शहर के विभिन्न क्षेत्रो में घुमता हैं.इस कार्य का प्रबंध स्वयसेवी संगठन स्रजन द्वारा किया जाता जाता हैं.

कचरे को एकत्रित करते समय ही इस बात की सावधानी रखी जाती हैं कि निस्तारित करने वाला गीला अवशिष्ट जैसे अलग स्थान पर और पुन चक्रित करने योग्य सूखे कचरे को अलग स्थान पर एकत्रित किया जाता हैं.

नागरिको को इस सम्बन्ध में जागरूक किया गया और कचरे को घर में ही अलग-अलग श्रेणियों में एकत्रित किया जाता हैं. इससे व्यापक स्तर पर कचरे को अलग करने की लागत बच जाती हैं. गीले कचरे से जैविक खाद बनाई जाती हैं.

तथा पुरे कार्य में नगर परिषद की स्रजन का सहयोग कर रही हैं. इसलिए इस जैविक खाद को नीलाम किया जाता हैं जिससे परिषद को अतिरिक्त आय होती हैं. इस प्रणाली को अपनाने के बाद शहर से गंदगी जनित रोग कम फैले हैं.

स्वच्छता अभियान निबंध 3

कचरा प्रबन्धन की दिशा में आंध्रप्रदेश की बाब्बिब्ली नगरपालिका के प्रयास सराहनीय हैं यहाँ घर से दो प्रकार का कूड़ा अलग-अलग एकत्रित किया जाता हैं.

रसोई से निकले गीले कूड़े को एक पार्क में निर्धारित स्थान पर पशूओ के खाने के लिए रख दिया हैं, बतख, मछली, सूअर आदि अपशिष्ट तथा कुत्तो द्वारा मॉस खा लिया जाता हैं.

शेष को खाद बनाकर बेच दिया जाता हैं, जहाँ उन्हें पुन: चक्रित कर दिया जाता हैं. जो कूड़ा पुन: चक्रित या खाद में परिवर्तित नही किया जाता उसे लैंडफिल में डाल दिया जाता हैं. या फिर जलाकर इसे बिजली प्राप्त कर दी जाती हैं.

आंध्र प्रदेश की ही सूर्यापेट नगरपालिका एक कदम आगे हैं. यहाँ किराणा दुकानों मिट विक्रेताओ को थैला लाने पर एक से पांच रूपये की छुट दी जाती हैं. इन शहरों की सड़के आज भी साफ़ हैं.

कचरा प्रबन्धन के चलते मैसूर भारत का सबसे स्वच्छ शहर हैं. मैसूर की स्वच्छता का सम्पूर्ण दायित्व वहां स्थानीय लोग उठाते हैं. पूर्वी मैसूर के कुंबर केप्प्ल में नागरिक कार्यकर्ता जिरो वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की देखरेख करते हैं. चार घंटो तक वे पांच हजार घरो से अलग-अलग कचरा जमा करते हैं, जिसमे गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग जमा किया जाता हैं.

और उस कचरे को वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में भेज दिया जाता हैं. 45 दिनों के प्रशोधन के बाद खाद में बदल दिया जाता हैं. जिसे किसान ले जाते हैं. वही सूखे कचरे जैसे प्लास्टिक और ग्लास आदि को जमा कर बेच दिया जाता हैं. मैसूर के नौ में से एक प्लांट की स्थापना मैसूर नगर निगम द्वारा की गई.

ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के विकेंद्रीकरण से न केवल केन्द्रीय सयंत्र का भार कम होता हैं. यहाँ एक वार्ड में 30 नागरिक कार्यकर्ताओ को कचरा जमा करने से लेकर संसाधित करने का दायित्व दिया जाता हैं.

ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन एक वार्ड से 25 हजार रूपये प्रतिमाह की आय होती हैं. जिससे क्षमता संवर्द्धन और जागरूकता कार्यक्रमों में उपयोग किया जाता हैं.

उपर्युक्त उदाहरनो से स्पष्ट हो जाता हैं कि कचरा प्रबन्धन से कचरे को संसाधन में परिवर्तित किया जा सकता हैं. वही अपने मोहल्ले क्षेत्र, गाँव राज्य और देश को स्वच्छ बनाया जा सकता हैं.

इस दिशा में हमारे प्रमुख मंत्रालय नए कानून और नियम बनाने की प्रक्रिया में हैं. कचरा प्रबन्धन के साथ ही हमे कम कचरा पैदा करने का प्रयास किया जाना चाहिए.

‘स्वच्छता बनाए रखने के लिए अनेकानेक प्रयास करने की आवश्यकता हैं हैं इसके साथ ही हमे यह जानना चाहिए कि भारत में स्वच्छता को जीवन मानने की अलख किसने जगाई थी. क्या आप जानते हैं वौ कौन हैं ? वो देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ही हैं.

स्वच्छता अभियान निबंध 4 (स्वच्छता का महत्व )

एक बार एक अंग्रेज में महात्मा गांधी से पूछा, यदि आपकों एक दिन के लिए भारत का लाट साहब बना दिया जाए तो आप क्या करेगे? गाँधीजी ने कहा- राजभवन के पास जो गंदी बसती हैं मै उसे साफ़ करुगा. अंग्रेज ने फिर कहा, मान लीजिए फिर आपकों उस पद पर रहने दिया जाए तो, गांधी ने फिर कहा दुसरे दिन भी वही करुगा.

सत्य के अन्वेषक के रूप में , गांधीजी ने बहुत सतर्क जीवन शैली अपनाई और स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की. गांधीजी ने अनुभव किया कि सफाई का राष्ट्र निर्माण में अपरिहार्य स्थान हैं. और कहा’ स्वच्छता का स्थान ईश्वर के करीब हैं’

सार्वजनिक स्वच्छता के प्रति शहर के लोगों के बेरुखी भरे रेवैयेपर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा ‘ यह सोच सुविधाजनक हैं नही हैं कि लोग बम्बई की सड़को पर निरंतर इस खौफ के इस छाए में चलते हैं कि बहुमंजिली इमारते के बाशिंदे उन पर थूक सकते हैं’

स्वास्थ्य के द्रष्टिकोण से गांधीजी ने गाँवों की स्थति को शोचनीय बताया. ‘ हमारी गरीबी का एक प्रमुख कारण स्वच्छता की अनिवार्य जानकारी उपलब्ध नही होना हैं.

यदि गाँवों की साफ़-सफाई में सुधार लाया जाए तो लाखों रूपये आसानी से बचाए जा सकते हैं और लोगों की दशा में कुछ हद तक सुधार लाया जा सकेगा.

लोक सेवक संघ के सविधान के मसौदे में उन्होंने कार्यकर्ताओ के सम्बन्ध में लिखा था-” कार्यकर्ता को गाँव की स्वच्छता और सफाई के बारे में जागरूक करना चाहिए और गाँवों में फैलने वाली बीमारियों को रोकने के सभी कदम उठाने चाहिए”

गांधीजी का विशवास था कि जो देश की भावी आधारस्तम्भ हैं अर्थात विद्यालय और विद्यार्थी जहाँ स्वच्छता का ज्ञान होना चाहिए. 20 मार्च 1916 को गुरुकुल कांगड़ी में दिए गये भाषण में उन्होंने कहा था. ‘

गुरुकुल के बच्चों के लिए स्वच्छता और सफाई के नियमों के ज्ञान के साथ ही उनका पालन करना भी प्रशिक्षण का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए”

इन अदम्य स्वच्छता निरीक्षको ने लगातार लगातार चेतावनी दी हैं, कि स्वच्छता के बारे में सब कुछ ठीक नही हैं.. मुझे लग रहा हैं कि स्वच्छता पर आगन्तुको के लिए वार्षिक व्यवहारिक सबक देने के सुनहरे मौके को हमने खो दिया हैं.

स्वच्छता अभियान निबंध 5 (swachh bharat in hindi )

गांधीजी ने स्वच्छता को शुद्दता के कार्य के रूप में देखा. गांधीजी के सचिव प्यारेलाल इस सम्बन्ध में नौखाली का किस्सा सुनाते हैं. जहाँ गांधीजी हिन्दुओ और मुसलमानों के बिच सद्भाव कायम करने के लिए कोने-कोने में जा रहे थे.

वे लिखते हैं कि नोआखली के लिए वह ओस से भी गीली रात थी. जिस संकरे फुटपाथ पर गांधीजी को चलना था. उस पर बहुत फिचलन थी. फुटपाथ बहुत संकरा था इसलिए उनके दल के लोग एक एक कर आगे बढ़ सकते थे.

अचानक इस समूह को रुकना पड़ा क्युकि गांधीजी सूखी पतियों की मदद से फुटपाथ से मल हटा रहे थे. कुछ साम्प्रदायिक शरारती तत्वों ने फुटपाथ को गन्दा कर दिया था.

मनु ने पूछा, आपने मुझे क्यों नही करने दिया? आपने इस तरह हम सभी को शर्मसार क्यों किया ? गांधीजी ने हंसते हुए कहा- तुम उस आनन्द के बारे में नही जानती, जो ऐसे काम करने में मुझे प्राप्त होता हैं.

आप सभी को गांधीजी का यह उद्बोधन आश्चयर्यचकित लगा होगा कि कैसे एक व्यक्ति को मल साफ़ करने में आनन्द प्राप्त हो सकता हैं.

इस बात को समझने के लिए अपने द्रष्टिकोण को परिवर्तित करना होगा. क्या इस धरा पर ऐसा कोई व्यक्ति हैं. जिसे गंदगी देखने में अच्छी लगती हो. नही ना! परन्तु विडम्बना यह हैं.

कि हमे गंदगी देखना तो अच्छा नही लगता पर हम उस जगह से आँख मुदकर निकल जाना बेहतर समझते हैं. या प्रशासन को कोचते हैं. राष्ट्रभक्त वही करता हैं या कहता हैं. जो बापू ने किया.

मध्यप्रदेश के एक नवयुवक ने गांधीजी का आशीर्वाद लेने के लिए सेवाग्राम आश्रम में उनसे भेट की, उस युवक ने प्रशासनिक सेवा की प्रारम्भिक परीक्षा उतीर्ण कर ली थी. बापू ने उस युवक से प्रश्न किया-तुम आईसीएस क्यों बनना चाहते हो?

युवक ने उत्तर दिया, भारत की सेवा करने के लिए. बापू ने परामर्श दिया- गाँव में जाना और साफ़-सफाई करना भारत की उत्कर्षट सेवा हैं और इसके पश्चात् आईसीएस बनने के इच्छुक अप्पा पटवर्धन सफाई की कला में विशेष्यज्ञता हासिल कर देश के स्वाधीनता सेनानियों में शामिल हो गये.

गांधीजी ने ट्रेन के तृतीय क्लास के डिब्बे में बैठकर देशभर में प्रवास किये थे. वह भारतीय रेलवे के तीसरे श्रेणी के डिब्बे की गंदगी को देखकर स्तम्भ थे.

उन्होंने 25 सितम्बर 1917 को समाचार पत्र में लिखे एक पत्र के माध्यम से आमजन का इस ओर ध्यान आक्रष्ट किया. उन्होंने लिखा इस तरह की संकट की स्थति में यात्री को परिवहन बंद कर देना चाहिए जिस तरह की गंदगी की यह स्थति इन डिब्बो में हैं.

उसे जारी रहने नही दिया जा सकता क्युकि वह हमारे स्वास्थ्य और नैतिकता को प्रभावित करती हैं. निश्चित तौर पर तीसरी श्रेणी के यात्री को जीवन की बुनियादी जरुरत हासिल करने का अधिकार तो हैं. ही तीसरे श्रेणी के यात्री की उपेक्षा कर लाखों लोगों की व्यवस्था, स्वच्छता, शालीन जीवन की शिक्षा देना, सादगी और स्वच्छता की आदते विकसित करने का बेहतरीन मौका गँवा रहे हैं.

स्वच्छता अभियान हिंदी निबंध कक्षा पांच से बारहवीं के लिए

Cleanliness campaign Hindi essay for class five to XII:  स्वच्छ भारत अर्थात स्वच्छता अभियान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूम्बर 2014 शुरू किया गया| जिन्हें महात्मा गाँधी जयंती 2020 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित हैं|

आज आपके लिए स्वच्छ भारत अभियान नारे और कुछ लोकप्रिय उद्दरण स्वच्छ भारत अभियान नारे के अलावा स्वच्छ भारत अभियान पर कविता जो हमारे प्रधानमन्त्री के मिशन स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत को साकार कर सके|

(स्वच्छता अभियान हिंदी निबंध) essay on swachh bharat swasth bharat in hindi

छात्र-छात्राओं के लिए स्वच्छ भारत अभियान पर भाषण और हिंदी निबन्ध की इस श्रखला में सभी विद्यार्थियों के लिए कक्षा 5 से 6, 7, 8, 9, 10, 11 और बाहरवी के स्टूडेंट्स के लिए स्वच्छ भारत अभियान मराठी निबंध में यहाँ उपलब्ध हैं|

यहाँ स्वच्छ भारत अभियान मराठी माहिती निबंध पढने के लिए गूगल ट्रांसलेटर टूल के जरिये आप स्वच्छ भारत मिशन योजना के इस लेख को मराठी, अग्रेजी, गुजराती, अग्रेजी, उर्दू, पंजाबी और अन्य भाषाओं में रीड कर सकेगे|

वर्तमान में स्वच्छ भारत मिशन शौचालय निर्माण का दूसरा चरण मार्च 2017 से 2020 तक चल रहा हैं| जिसकी प्रगति रिपोर्ट और आकड़े आपके लिए यहाँ एकत्रित किये गये हैं|

स्वच्छता अभियान हिंदी निबंध कक्षावार

आज स्वच्छता अभियान के इस लेख में सभी क्लास के विद्यार्थियों के भाषण और निबन्ध यहाँ दिए जा रहे हैं| सम्बन्धित कक्षा के बोद्दिक स्तर के अनुकूल शब्द सीमा में तथ्यात्मक जानकारी के साथ शुरू किया गया हैं| लीजिए मित्रो शुरू करते हैं,स्वच्छता अभियान निबंध कक्षा 1 के छात्रों के लिए-

स्वच्छता अभियान-निबंध/भाषण कक्षा 1

आजकल स्वच्छता का अर्थ हमे बेहद सकीर्ण रूप से लेते हैं|

स्वच्छता की परिभाषा को परिभाषित करना चाहे तो इनके सामान्य अर्थ(शब्दार्थ) निर्मलता, पवित्रता, सफ़ाई और उज्ज्वलता होते हैं| जिन्हें अंग्रेजी भाषा में cleanliness और neatness भी कहा जाता हैं|

अंग्रेजी व्याकरण में इसके पर्यायवाची शब्दों को तलाशे तो sincereness, sereneness,pellucidity,trimness, nattiness,primness, orderliness जैसे शब्दों से इसे परिभाषित किया जा सकता हैं|

यह स्वच्छता शब्द का जन्म आधुनिक समय की ही देन हैं| ओद्योगिक क्रांति के समय 18व़ी और 19व़ी सदी में यूरोप और अमेरिका में गंदगी का बेहद बोलबाला था| इस वजह से कई भयानक बीमारियाँ पनपनी शुरू हो गयी थी|

स्थानीय मशीनरीज और संस्थाओ ने जन-जागरूकता फैलाने के लिए स्वच्छता के सिद्दांत की खोज की| साफ़-सफाई और स्वच्छता को इश्वर के साथ जोड़कर इसे एक ईश्वरीय गुण की उपाधि दी गयी|

इस सिद्दांत में आमजन की भावनाओं को मूल में रखकर गंदगी करने वालों को जधन्य पाप की श्रेणी में माना गया| शालाओं में शारीरिक विषय के पाठ्यक्रम को पढाया जाने लगा|

उस समय लोगों में स्वच्छता मिशन के प्रति जागरूकता लाने के लिए इसे पाप और पुण्य जैसे धार्मिक हथकंडो को अपनाया गया| वैसे स्वास्थ्य का सीधा सम्बन्ध प्रत्येक व्यक्ति दे होता हैं, जिन्हें परिभाषित करने और समझने का अपना-अपना व्यू हैं|

समग्र स्वच्छता की बात करे तो इसमे आपके शारीरिक,मानसिक और बोद्दिक स्वच्छता की बात करते हैं| जिनमे सबसे बड़ी भूमिका आपके बाहरी वातावरण की होती हैं, व्यक्ति वैसा ही व्यवहार करता हैं| जिस वातावरण में वह रहता हैं उसका सीधा प्रभाव पड़ता हैं|

स्वच्छता अभियान  निबंध/भाषण कक्षा 2

समय के साथ स्वच्छता अभियान के अलग-अलग मतलब भी निकाले गये | आरम्भिक समय में साबुन और सूप को स्वच्छता से जोड़कर देखा जाता था| इसके पीछे लोजिक यह था कि बिमारी जीवाणुओं के कारण ही पनपती हैं| जिन्हें स्वच्छता रखकर नियंत्रित किया जा सकता हैं|

आज भी बहुत सारे लोग ये मानते हैं, कि दुनिया में कोई व्यवसाय या कारोबार करने से पैसा मिलता हैं, फिर हम साफसफाई क्यों करे| इसके लिए पगार कौन देता हैं| जब बात की जाती हैं, पर्यावरण की रक्षा की तो इससे हमे क्या मिलेगा|

बस यही से स्वच्छता अभियान का अभिप्राय अपने शरीर को साफ़-सुथरा रखने की रीती गढ़ दी गईं| मगर सर्वागींण स्वच्छता यही नही हैं, मानसिक,बौद्धिक,शारीरिक,आध्यात्मिक और पर्यावर्णीय स्वच्छता इसका हिस्सा हैं|

स्वच्छता अभियान  निबंध भाषण कक्षा 3

शारीरिक स्वच्छता प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहद आवश्यक हैं| यदि हम ऐसा नही करते हैं तो निकट भविष्य में हमे और अपने परिवार को कई तरह की मुशिब्तो का सामना करना पड़ सकता हैं|

हमे अपने शरीर अपने आस-पास के वातावरण की साफ़-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए| इसमे हमे कुछ वितीय खर्च आए तो भी इनसे मुह फेरने की बजाय स्वय जिम्मेदारी लेकर उनकी मरम्मत करवाए, हो सकता हैं|

इन्ही अव्यवस्थित वस्तुओ से पनपने वाली गंदगी और जीवाणु आपके परिवार के किसी सदस्य को बीमार कर सकती हैं| अथवा जान भी ले सकती हैं|

भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन में हम स्वय अपनी और अपने आस-पास के परिद्रश्य की साफ़-सफाई रखकर बड़ा योगदान दे सकते हैं|

केंद्र सरकार खुले में शोच जाने से देश को मुक्त करने के लिए निरंतर प्रयत्न कर रही हैं| भारत सरकार की शौचालय योजना तभी अपने उदेश्यों में सफल हो सकेगी जब हम अपना सक्रिय योगदान दे|

एक जिम्मेदार विद्यार्थी होने के नाते आज मै यह प्रतिज्ञा करता हु.. मै स्वयं साफ़-सुथरा रहुगा| न तो गंदगी फैलाउगा न किसी को फ़ैलाने दुगा|

स्वच्छता अभियान निबंध भाषण कक्षा 4

स्वच्छ भारत अभियान का महत्व महात्मा गाँधी की एक उक्ति ” स्वच्छता स्वत्रन्त्रता से अधिक जरुरी हैं”

आज से 100 साल पहले गांधीजी द्वारा देखे गये स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने का सकल्प माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी ने उठाया हैं| हम सभी देश के जिम्मेदार नागरिको का यह कर्तव्य बनता हैं|

हम अपने प्रधानमन्त्री के स्वच्छ भारत अभियान के सहयोगी बनने और राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के इस सपने को सन 2020 को 2 अक्टूबर उनकी 150 व़ी जयंती पर स्वच्छ भारत का नक्शा समर्पित करे|

यह सच हैं जब तक कोई सरकारी कार्य या मिशन पूरा नही होता जब जनता का सहयोग न हो| स्वच्छता अभियान के इस सपने को साकार करने के लिए हमे घर-घर शौचालय बनाने भर पर्याप्त नही हैं|

हमारी जिम्मेदारी बनती हैं, हम समाज में एक नई सोच विकसित करे जो स्वच्छता अभियान में सक्रिय भूमिका निभाए| घर में बने शौचालयों का उपयोग करे और सरकार के प्रयास को सार्थक बनाए|

देश इस गंदगी का दश बेहद झेल चूका हैं| यहाँ तक की हमारे देश को बुढा भारत तक कहा जा चूका हैं| इसकी वजह हमारी आदतों में निर्मलता और स्वच्छता को इतना महत्व नही दिया गया हैं|

बड़ी आबादी इस गंदगी के माहौल के कारण बीमार ही रहती हैं| जिनका सीधा असर हमारी अर्थव्यवस्था पर पड़ता हैं, जिस तरह एक लगडा घोड़ा रेस जीत नही सकता. हम भी इस तरीके से तो आगे नही बढ़ सकते|

स्वच्छता अभियान निबंध भाषण कक्षा 5

देश के अरबन एरिया में सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान को पूरा करने के लिए दो मापदंड अपनाए हैं| देश के सभी एक करोड़ दस लाख घरो में शौचालय का निर्माण करवाया जाए और कचरे का ठोस निपटान किया जाए|

इसके लिए ढाई-ढाई लाख सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का भी निर्माण करवाया जाना हैं| इस शौचालयों को घनी आबादी और सार्वजनिक स्थल जैसे बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन हवाई अड्डा, खेल मैदान के सा-पास बनाए जाने प्रस्तावित हैं|

यदि हम एक नजर उठाकर आस-पास के शहरों के हालात देखे तो बेहद दयनीय हैं| हालाँकि शहरो की तुलना में गाँवों की स्थति बेहद सुविधाजनक हैं| घर-घर शौचालय उपलब्ध करवाना बेहद कठिन हैं| स्वच्छता अभियान के लिए सामुदायिक शौचालयों के द्वारा भी चल रही स्थति को काफी हद तक बदला जा सकता हैं|

दूसरी तरफ अपशिष्ट और कचरे के निपटन के लिए केंद्र सरकार 9 हजार करोड़ खर्च कर चुकी हैं| इस मिशन को 2 अक्टूबर 2020 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित हैं|हमे यदि स्वच्छ भारत बनाना हैं|

 स्वय खुले में शौच जाने की प्रवर्ती को खत्म करनी होगी| साथ ही लोगों को भी इस दिशा में अग्रसर करना होगा | और अपने आस-पास सफाई अपने ऑफिस या कमरे की सफाई स्वय करने की आदत विकसित करनी होगी|

हमे बापू के सपने को पूरा करके दिखाना हैं| वाकई में यदि हम इस मिशन में 50 फीसदी भी सफल हो गये तो विश्व में भारत की छवि को और बेहतर और साफ़-सुथरी बना सकते हैं|

स्वच्छता अभियान निबंध भाषण कक्षा 6

भारत प्राक्रतिक सौदर्य का देश हैं किसी महाद्वीप में जितने दर्शनीय स्थल नही हैं उतने हमारे देश में हैं|यदि भारत की साफ़ सुथरी तस्वीर विश्व के अन्य देशो तक पहुचेगी तो यकीनन हमारा टूरिज्म कई गुना बढ़ सकता हैं जिससे हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी|

स्वच्छता अभियान में स्कुल एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं भारत के भविष्य की इस पौधशाला में कई कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं| जिसके जरिए बच्चो में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और इसके महत्व को अच्छी तरह समझ सके|इस कार्यक्रम के तहंत महात्मा गाँधी के वक्तव्यों और स्वच्छता से जुड़े विचार शिक्षा पाठ्यक्रम में समाहित किया गया हैं|

साथ ही बारिवार स्वय छात्रों को अपने कक्षा कक्ष शोधशाला और रसोई घर में साफ़ सफाई के द्वारा उनमे अच्छी आदते विकसित की जा रही हैं|साथ ही शिक्षको को भी निर्देश दिया गया हैं वे स्वय अपने कार्यालय की सफाई करे जिससे छात्रों में अच्छा संदेश प्रसारित किया जा सके|

स्वच्छता अभियान में बच्चो से उनके खेल मैदान में सफाई विद्यालय भवन के आस-पास की सफाई और पेड़ पौधो की सुरक्षा की आदते भी विकसित की जा सकती हैं|

विभिन्न संस्कृतिक कार्यक्रमों,प्रतियोगिताओ और सफाई अभियान के द्वारा एक अच्छा संदेश विद्यार्थियों और समाज में प्रसारित करने की कोशिश की जा रही हैं|

स्वच्छता अभियान निबंध भाषण कक्षा 7

भारत सरकार ने स्वच्छता अभियान के पिछले दो वर्षो की प्रगति रिपोर्ट जारी की हैं इस सूचि में देशभर के 80 शहर सम्मलित हैं| जो नगर निगम की श्रेणी में आते हैं इनकी जनसंख्या 10 लाख से उपर की हैं|

इस सूची को बनाने के लिए एक टीम का गठन किया जिन्होंने देश के सभी राज्यों के शहरों का दौरा किया| किस शहर में सफाई व्यवस्था कैसी हैं

इस पर आधारित इस सूची के टॉप में उन शहरों को स्थान दिया गया हैं जिनकी सफाई व्यवस्था सबसे अच्छी हैं| वे स्वच्छता अभियान के स्वच्छ शहर हैं|

इस सूचि के उपरी शहरों में कर्नाटक का मैसूर शहर देश का सबसे स्वच्छ शहर हैं, इसके बाद punjab का चण्डीगढ़, फिर तमिलनाडू का चिरापल्ली, चौथा स्थान राजधानी नई दिल्ली का हैं|

फिर विशाखापत्तनम और इसके बाद गुजरात के दो शहर सुरत और राजकोट फिर सिकिम की राजधानी गंगटोक और नौवे और दसवे स्थान पर महारास्ट्र राज्य के दो शहर ग्रेटर मुंबई और पिपरी आते हैं|

इस सूची में दिल्ली चोथे स्थान पर हैं, इससे अंदाजा तो कर सकते हैं नीचें की सूची के शहरों के हालात क्या हैं| हम अपने-अपने घर को साफ़ सुथरा रखकर भी अपने शहर को सुंदर बना सकते हैं|

कचरे को इधर उधर न फेककर यदि कचरा पेटी में डाले तो बहुत बड़े बदलाव देखे जा सकते हैं| सरकार अपने बजट का काफी बड़ा हिस्सा सफाई कर्मचारियों और स्वास्थ्य सेवाओं में खर्च करती हैं|

स्वच्छता अभियान निबंध भाषण कक्षा 8

स्वच्छता अभियान की इस सूची के अंतिम दस शहरों की बात की जाए तो इसमे भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश के तीन मेरठ और वाराणसी और गाजियाबाद आते हैं झारखंड के दो बिहार छतीसगढ़ और अरुणाचल प्रदेश की राजधानी क्षेत्र भी इस सूची के अंतिम पायदानों पर हैं|

हालात बदले नही हैं बल्कि अब बदले जाने हैं हम और आप मिलकर इस स्थति को सुधारेगे| जरुर आपकों एक सूचि से निराशा हाथ लगी होगी मगर ये आकडे जनवरी 2016 के हैं, जिनके बाद कई बड़े बदलाव हुए हैं प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान में 50 लाख से अधिक विद्यार्थी और शिक्षक स्वैछिक रूप से अपनी सेवाए दे रहे हैं|

साथ ही बॉलीवुड,व्यापार,खेल जगत शिक्षा और राजनीती के कई ऐसे सितारों को इस कार्यक्रम का ब्रांड अबेसदर बनाया हैं|

जो इस कार्यक्रम को जन-जन तक पहुचाने का कार्य कर रहे हैं| स्वच्छ भारत अभियान से ये हस्तियाँ जुड़ीं हुई हैं| सचिन तेंडुलकर, राज्ययोगी ब्रह्मकुमारी, किरण बेदी , अरुण पुरी,गुनुपति वेंकट कृष्ण रेड्डी,प्रियंका चोपड़ा,सोनल मानसिंह, दादी जानकीजी, मृदुला सिन्हा, कपिल शर्मा, अखिलेश यादव, सलमान खान,महेन्द्र सिंह धोनी, ईआर. दिलकेश्वर कुमार, विराट कोहली,के कविता, के कविता,स्वामी रामभद्राचार्यसुरेश रैना,हम्पी कोनेरू,वी.वी.एस. लक्ष्मण,राजू श्रीवास्तव,जे रामेश्वर राव,एस पी बालासुब्रह्मण्यम, पुलेला गोपीचंद, मोहम्मद कैफ ये सूचि बेहद लम्बी हैं|

ये वे हस्तियाँ हैं जिनके फॉलोवर करोड़ो में हैं|

स्वच्छता अभियान निबंध भाषण कक्षा 9

भारत के इतिहास में महात्मा गाँधी पहले व्यक्ति थे| जिन्होंने देश में व्याप्त गंदगी और गरीबी पर लोगों में जागरूकता लाने के प्रयत्न कियें| महात्मा गाँधी आजादी से ज्यादा महत्वपूर्ण स्वच्छता को मानते थे|

क्युकि वे जानते थे देश तो आजाद हो जाएगा मगर लोगों की आदतों से भली-भांति परिचित थे| इसमे बदलाव लाना बेहद कठिन हैं| उन्होंने कहा था हम पिछड़े या गरीब हैं तो इसका कारण हमारी दिनचर्या और स्वच्छता के प्रति ध्यान न देना हैं| आज जो देश विकसित हैं|

उनकी ताकत वहा की स्वस्थ आबादी हैं एक बीमार देश कभी भी सुपरपॉवर नही बन सकता हैं| महात्मा गाँधी की इस बात में पूर्ण सत्यता थी|

इस देश का दुर्भाग्य हैं आजादी के 77 साल बाद भी राष्ट्रपिता की इच्छा को किसी ने पूरा करने का साहस नही दिखाया माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी इस बात को पहले से समझ चुके थे महात्मा गाँधी स्वच्छ भारत का सपना देखना चाहते थे|

नरेंद्र मोदी सुपरपॉवर का अतः नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष स्वच्छता अभियान का बीड़ा उठाया| विश्व के किसी भी देश में राजनेताओ की छवि से स्वय को अलग करते हुए एक आम आदमी की तरह इन्होने न सिर्फ अपनी प्रतिबधता दोहराई बल्कि स्वय राजपथ की सड़को पर अपने हाथ से झाड़ू लगाईं|

स्वच्छता अभियान क्या हैं ?

यह सत्य हैं नकारा नही जा सकता हैं हम आलसी हैं और जल्द ही बीती बात भूल जाते हैं| नरेंद्र मोदी ने स्वय झाड़ू उठाई तो लाखोँ लोगों और सरकारी कर्मचारियों ने भी झाड़ू लगाईं थी|

मगर वहीं नजर आ रहा हैं रात गईं बात गईं| अभियान में लग्न से लगे प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी आज भी स्वयं अपने कार्यालय की सफाई करते हैं|

हमे भी यह आदत विकसित करनी होगी| जब इस देश का प्रधानमन्त्री झाड़ू से सडक पर सफाई कर सकता हैं| तो आखिर हम क्यों नही अपने घर में झाड़ू लगा सकते हैं|

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था| इसके उद्घाटन के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने संसद में भाषण दिया था| उन्होंने कहा था हम स्वच्छ भारत अभियान आरम्भ करने जा रहे हैं|

जिनमे देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो में स्वच्छता पर विशेष तोर पर ध्यान देने के अतिरिक्त कचरे निपटान पर भी ध्यान दिया जाएगा|नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा था हमे बापू की 150 व़ी जयंती पर एक स्वच्छ और आदर्श भारत का निर्माण करना हैं|

इसके लिए प्रधानमन्त्री ने देश वासियों से प्रतिवर्ष 100घंटे इस स्वच्छता अभियान में योगदान देने का अनुरोध किया था|

स्वच्छ भारत मिशन योजना के आंकड़े

  • योजना की शुरुआत- 2 अक्टूबर 2014
  • पूरी करने की तिथि- 2 अक्टूबर 2020
  • सरकार – भारतीय जनता पार्टी
  • कुल बजट- 1,96,009 करोड़ रुपये
  • उपलक्ष्य- राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी
  • स्लोगन- नीट & क्लीन इंडिया
  • वेबसाइट- swachhbharat.mygov.in
  • लीडर- नरेंद्र मोदी
  • शौचालय की लागत- 12,000 सरकार द्वारा सहायता
  • कुल शौचालय -1 करोड़ 10 लाख
  • प्रमुख मुद्दे- कचरा निपटान, शौचालय निर्माण और उपयोग
  • स्थान -नई दिल्ली

स्वच्छता अभियान निबंध भाषण कक्षा 10

स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का एक ड्रीम प्रोजेक्ट हैं जिनकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2017 को की गईं| इन्हे कई अलग-अलग नामो से जाना जाता हैं जैसे क्लीन इंडिया मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, स्वच्छता अभियान इत्यादि|

इस प्रोजेक्ट की शुरुआत में ही प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों को सक्रिय योगदान देने के लिए अपील की थी| यह एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम हैं विश्व का सबसे बड़ा मिशन को अगले पांच वर्षो में 2 अक्टूबर 2020 तक पूरा किया जाना हैं|

इस मिशन को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने शौचालय निर्माण और कचरे निपटान के सयंत्र भी लगवाए हैं| भारत ने स्वच्छता अभियान को पूरा करने के लिए विश्व बैंक से 96697500000 रूपये का लोन लिया हैं|

बड़ा दर्द होता हैं जब हमारी सरकार इतने प्रयास और पैसे खर्च करके भी लोगों से कुछ अच्छा करने की अपेक्षा करने की उम्मीद करती हैं|

तो परिणाम अपेक्षाकृत नही आते हैं| आज भी हम बड़ी संख्या में ऐसे लोगों को देख सकते हैं जो सरकार द्वारा वितीय सहायता उपलब्ध करवाने के बावजूद शौचालयों का निर्माण Construction of toilets नही करवाते हैं|

Swachh Bharat Abhiyan

Swachh Bharat Abhiyan is a dream project of Prime Minister Narendra Modi, which started on 2 October 2017. These are known by many different names such as Clean India Mission, Clean India Mission, Sanitation Campaign etc.

At the beginning of this project, Prime Minister Narendra Modi appealed to all the citizens to make active contribution. This is a nationwide program to be completed in the next five years by 2 October 2020, the world’s largest mission.

In order to fulfill this mission, the Central Government has also set up toilet and garbage disposal plants. India has taken a loan of 96697500000 from the World Bank to complete the Sanitation Campaign. वर्तमान स्थति (present situation)

यदि किसी सरकारी काम में रूकावट के डर से बनवा भी लेते हैं तो इनका उपयोग नही करते हैं| शौच के लिए वही रेलवे पटरी, खेतो में या झाड़ियो के पीछे ही जाते हैं| सभी शिक्षित नागरिको (Educated citizens) की यह जिम्मेदारी बनती हैं|

हम लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करे और स्वय भी आदतों को बदले और समाज के लिए एक उदाहरन पेश करे| लोगों को यह सोचना चाहिए आखिर सरकार आपके भले के लिए ही कर रही हैं | तो फिर स्वच्छता अभियान में सहयोग करने से पीछे नही हटना नही चाहिए|

स्वच्छता अभियान मेरा योगदान

  • स्वय साफ़ सुथरे रहे और कम से कम अपने परिवार के लोगों को ऐसा कहे|
  • कचरा इधर उधर ना फेके|
  • कोई कचरा फेक रहा हो तो उन्हें ऐसा ना करने के लिए समझाए|
  • अपने घर में शौचालय का निर्माण करवाए और उपयोग करे|
  • अपने विद्यालय को साफ़-सुथरा बनाने में रूचि दिखाए|
  • ऑफिस जाते हैं तो स्वय झाड़ू निकाले|
  • घर का कचरा इधर उधर न फेककर कचरा पेटी में ही डाले|
(Keep yourself clean and at least say to your family members. The garbage does not stop here. If someone is throwing garbage, then explain to them not to do this. Build and use toilets in your home. Show your interest in making your school clean. If you go to the office then you sweep the broom. Do not throw the garbage at home and put it in the trash.)

 निष्कर्ष

स्वच्छता अभियान  Cleanliness campaign के सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी हमने आप तक पहुचाने की कोशिश की उम्मीद करते हैं, आज का लेख आपकों पसंद आया होगा|इस लेख को सोशल मिडिया पर अधिक से अधिक शेयर कर आप भी  स्वच्छता अभियान  में भूमिका निभा सकते हैं|

We look forward to reaching out to you about all the information related to the cleanliness campaign. Today’s accounting would have liked you.

You can also play a role in the cleanliness campaign by sharing more and more articles on this social media.

Swachata Abhiyan In Hindi Essay  For class 1,  class 2, class 3, class 4,  class 5,  class 6,  class 7,  class 8,  class 9,  class 10,  class 11,  class 12.

  • स्वच्छता पर छोटी कविता
  • सफाई स्वच्छता पर नारे
  • स्वच्छता के प्रकार
  • स्वच्छता की परिभाषा और महत्व

उम्मीद करता हूँ दोस्तों Swachata Abhiyan In Hindi Essay | स्वच्छता अभियान हिंदी निबंध का यह लेख आपकों पसंद आया होगा, यदि आपकों इस निबंध में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें.

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 10 lines (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे

swachh bharat essay in hindi class 10

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) – स्वच्छता ईश्वरत्व से भी बढ़कर है – यह उक्ति हम सभी ने पढ़ी है। हमारे बापू, महात्मा गांधी, विशेष रूप से अंग्रेजों के साथ-साथ उन सभी गंदगी और अशुद्धियों को दूर करने में रुचि रखते थे, जिन्होंने हमारे देश और इसके नागरिकों को त्रस्त कर दिया था। वह तब से जानते थे कि स्वच्छता से तन और मन स्वस्थ रहता है।

बापू की दृष्टि से प्रेरित होकर, 2 अक्टूबर 2014 को, भारत सरकार ने, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, खुले में शौच उन्मूलन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार और नागरिकों को इसके बारे में जागरूक करके 2019 तक भारत को स्वच्छ बनाने का मिशन बनाया। स्वछता का महत्व। इस मिशन का नाम स्वच्छ भारत अभियान या स्वच्छ भारत आंदोलन था।

स्वच्छ भारत अभियान पर 10 पंक्तियाँ (10 LINES ON SWACHH BHARAT ABHIYAN IN HINDI)

  • 1) स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था।
  • 2) इसे भारत के प्रधान मंत्री द्वारा नई दिल्ली से लॉन्च किया गया था।
  • 3) स्वच्छ भारत अभियान शुरू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य भारत को खुले में शौच मुक्त बनाना था।
  • 4) स्वच्छ भारत अभियान की प्रक्रिया में, इसका उद्देश्य ग्रामीण भारत में 90 मिलियन शौचालयों का निर्माण करना था।
  • 5) सरकार रुपये भी प्रदान करती है। 12000 उन ग्रामीण परिवारों को प्रोत्साहन के रूप में जो स्वयं शौचालय बनाने के लिए आगे बढ़ते हैं।
  • 6) विश्व बैंक ने स्वच्छ भारत अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए धन भी प्रदान किया।
  • 7) कपिल शर्मा, सौरव गांगुली, किरण बेदी, अरुण पुरी और अन्य जैसी प्रसिद्ध हस्तियों को इस अभियान के ब्रांड एंबेसडर के रूप में नामित किया गया था।
  • 8) सरकारी आंकड़ों में कहा गया है कि भारत में लगभग 3.25 लाख गांवों को 2018 तक खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया था।
  • 9) साथ ही, कुछ संगठनों ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदान किया गया यह डेटा झूठा है और लोगों को गुमराह कर रहा है।
  • 10) भारत को स्वच्छ बनाने की दिशा में सरकार का कदम वास्तव में सराहनीय है और मुझे इसमें योगदान देना चाहिए।

स्वच्छ भारत अभियान पर 100 शब्दों का निबंध (100 Words Essay On Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

सफाई को देवत्व के बाद दूसरा माना जाता है। 2 अक्टूबर 2014 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने खुले में शौच को खत्म करने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार करने और लोगों को स्वच्छता के मूल्य को समझने में मदद करके 2019 तक भारत को स्वच्छ बनाने के लिए एक मिशन की घोषणा की। यह पहल हमारे देश और इसके नागरिकों को प्रभावित करने वाली सभी गंदगी और अशुद्धियों को दूर करने के महात्मा गांधी के दृष्टिकोण से प्रेरित थी।

स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत आंदोलन को आमतौर पर इस पहल के रूप में जाना जाता है। सभी भारतीय शहरों और कस्बों की सफाई इस प्रयास का लक्ष्य था। देश भर में, सभी शहरों-ग्रामीण और शहरी- को स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छता अभियान में शामिल किया गया था। स्वच्छता के महत्व के बारे में आम जनता को शिक्षित करना वास्तव में एक उत्कृष्ट पहल है।

इनके बारे मे भी जाने

  • Education System In India Essay
  • Essay On Swami Vivekananda
  • Gandhi Jayanti Essay
  • Good Manners Essay

स्वच्छ भारत अभियान पर 150 शब्दों का निबंध (150 Words Essay On Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

स्वच्छ भारत अभियान भारत में एक लोकप्रिय मिशन है जिसकी अन्य सभी देशों द्वारा अत्यधिक सराहना की जाती है। दूसरे पर। अक्टूबर 2014 में, भारत सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया, जिसे स्वच्छ भारत के रूप में भी जाना जाता है। मिशन बापू (महात्मा गांधी) के जन्मदिन पर शुरू हुआ क्योंकि गांधी हमेशा शुद्धता के लाभों को बताने की कोशिश कर रहे थे। इस अभियान के पीछे की प्रेरणा देश के नागरिकों के रहने के लिए एक स्वच्छ और अधिक स्वच्छ वातावरण बनाना है। न केवल शहरों में बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी लोग अपने कचरे से पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। यह पर्यावरण के लिए बुरा है। इसीलिए भारत सरकार का मानना ​​है कि देश को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए लोगों को सही काम करना चाहिए।

कार्यक्रम का उद्देश्य उचित अपशिष्ट निपटान पर ध्यान केंद्रित करना और यह सुनिश्चित करना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में स्वच्छ और स्वच्छ शौचालय हों। इस तथ्य के बावजूद कि भारत सरकार ने कार्यक्रम की शुरुआत की, देश के सभी नागरिकों ने भारत को एक स्वच्छ और हरित देश बनाने के लिए एक पाठ्यक्रम निर्धारित किया।

स्वच्छ भारत अभियान पर 200 शब्दों का निबंध (200 Words Essay On Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान पहल के सम्मान में 25 सितंबर, 2019 को न्यूयॉर्क में गेट्स फाउंडेशन का “ग्लोबल गोलकीपर” पुरस्कार प्राप्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान भारत को स्वच्छ बनाने का एक प्रयास है। इसे 2 अक्टूबर, 2014 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्वच्छता के उनके समर्थकों के 145वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में पेश किया गया था।

आवास और शहरी मामलों के विभाग और पीने और स्वच्छता विभाग राष्ट्रीय स्वच्छता कार्यक्रम के प्रभारी हैं। महात्मा गांधी के जन्म की 150 वीं वर्षगांठ 2 अक्टूबर, 2019 तक सुझाई गई योजनाओं को पूरा करने के लिए पांच साल के अभियान की परिकल्पना की गई थी।

स्वच्छ भारत अभियान के अभियान निम्नलिखित हैं:

  • प्लास्टिक के खिलाफ प्रतिरोध। (प्लास्टिक से रक्षा)
  • एक सप्ताह के लिए स्वच्छता के लिए एक ड्राइव। (स्वच्छता पखवाड़ा)
  • स्वच्छता के लिए प्रतिबद्ध। (स्वच्छता श्रमदान)
  • सेवा ही स्वच्छता है। (स्वच्छता ही सेवा)

स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता के महत्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है। स्वच्छ भारत अभियान के अनुसार, भारत के प्रत्येक निवासी को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल के साथ-साथ बाथरूम, तरल और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली, और स्वच्छ गांवों सहित बुनियादी स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच होनी चाहिए।

स्वच्छ भारत अभियान पर 250 शब्दों का निबंध (250 Words Essay On Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान पूरे भारत में स्वच्छता के विषय को शुरू करने के लिए एक बड़े पैमाने पर जन आंदोलन के रूप में भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक अभियान है। यह अभियान 2019, 2 अक्टूबर, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक ‘स्वच्छ भारत’ लक्ष्य बनाने का तरीका तलाशने के लिए शुरू किया गया था।

इस पहल का महत्व

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हमेशा भारत को एक स्वच्छ भारत बनाने का सपना देखा था और भारत में स्वच्छता के लिए हमेशा अपने कठोर प्रयास किए। यही कारण है कि स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर (महात्मा गांधी के जन्मदिन) पर शुरू किया गया था। राष्ट्रपिता के सपने को पूरा करने के लिए भारत सरकार ने इस अभियान को शुरू करने का फैसला किया है। मार्च 2017 में, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी सरकार के कार्यालयों में सफाई सुनिश्चित करने के लिए पान और गुटखा चबाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।

मिशन का उद्देश्य इस देश को दुनिया के सामने एक आदर्श देश के रूप में पेश करने के लिए सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को कवर करना है। मिशन ने खुले में शौच को खत्म करने, अस्वच्छ शौचालयों को फ्लश शौचालयों में बदलने, हाथ से मैला ढोने की प्रथा को खत्म करने और ठोस और तरल कचरे के पूर्ण निपटान और पुन: उपयोग जैसे लक्ष्यों को लक्षित किया है।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य लोगों में व्यवहार परिवर्तन लाना और स्वास्थ्य प्रथाओं को प्रेरित करना, लोगों में स्वच्छता जागरूकता फैलाना और सभी क्षेत्रों में स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करना है। यह स्वच्छता रखरखाव के लिए भारत में निवेश करने के इच्छुक सभी निजी क्षेत्रों के लिए उपयोगकर्ता के अनुकूल वातावरण बनाने में मदद करता है। अभियान में शामिल प्रत्येक व्यक्ति द्वारा नौ नए लोगों को आमंत्रित करने और भारत के प्रत्येक नागरिक के इस अभियान में शामिल होने तक इस श्रृंखला को जारी रखने का एक दिलचस्प विषय इस मिशन का है।

स्वच्छ भारत अभियान पर 300 शब्दों का निबंध (300 Words Essay On Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया जाने वाला एक राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान है और महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर 2 अक्टूबर 2014 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था।

यह अभियान पूरे भारत में स्वच्छता के उद्देश्य को पूरा करने के लिए शुरू किया गया है। प्रधान मंत्री ने भारत के लोगों से अनुरोध किया है कि वे स्वच्छ भारत मिशन में शामिल हों और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए बढ़ावा दें ताकि हमारे देश को दुनिया में सबसे अच्छा और स्वच्छ देश बनाया जा सके। इस अभियान की शुरुआत खुद नरेंद्र मोदी ने अभियान की शुरुआत करने जा रहे रास्ते में सड़क की सफाई कर की थी।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है

स्वच्छ भारत का अभियान भारत में अब तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है, जिसके शुभारंभ के दौरान लगभग 30 लाख सरकारी कर्मचारियों और स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने भाग लिया।

लॉन्च के दिन, प्रधान मंत्री ने अपने क्षेत्रों में अभियान शुरू करने और आम जनता के लिए अभियान को बढ़ावा देने के लिए भारत की नौ प्रसिद्ध हस्तियों के नाम नामित किए। उन्होंने सभी नौ हस्तियों से अनुरोध किया कि वे अपनी ओर से नौ अन्य लोगों को व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित करें और नौ लोगों को आमंत्रित करने की इस श्रृंखला को तब तक जारी रखें जब तक कि यह संदेश प्रत्येक भारतीय नागरिक तक नहीं पहुंच जाता।

यह कैसे मनाया जाता है

पूरे देश में लोग अपने इलाके को साफ करते हैं और अपने आसपास के वातावरण को साफ और हरा-भरा रखने का संकल्प लेते हैं। प्रधान मंत्री ने अनुरोध किया कि प्रत्येक भारतीय इस अभियान को एक चुनौती के रूप में लें और इसे एक सफल अभियान बनाने के लिए अपनी पूरी कोशिश करें। नौ लोगों की जंजीर एक पेड़ की शाखाओं की तरह है। उन्होंने आम लोगों से अनुरोध किया कि वे इस आयोजन में शामिल हों और विभिन्न सोशल मीडिया वेबसाइटों जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि के माध्यम से इंटरनेट पर स्वच्छता के वीडियो या चित्र अपलोड करें, ताकि अन्य लोग भी अपने क्षेत्र में ऐसा करने के लिए प्रेरित हो सकें। इस तरह भारत एक स्वच्छ देश हो सकता है।

इस मिशन की निरंतरता में, मार्च 2017 में, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी भवनों में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए पान, गुटका और अन्य तम्बाकू उत्पादों को चबाने पर प्रतिबंध लगा दिया।

स्वच्छ भारत अभियान देश की स्वच्छता और स्वच्छता सुविधाओं को प्रदान करने और सुधारने में कोई कसर नहीं छोड़ता है। जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों की सक्रिय भागीदारी के साथ लगभग सभी हिस्सों में मिशन का असर दिखना शुरू हो गया है। अगर देश को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने में यही गति जारी रही तो महात्मा गांधी का सपना 2019 में उनकी 150वीं जयंती पर साकार होगा।

स्वच्छ भारत अभियान पर 500 शब्दों का निबंध (500 Words Essay On Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)

स्वच्छ भारत मिशन (SBM), जिसे स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान के रूप में भी जाना जाता है, एक देशव्यापी परियोजना है जिसे भारत सरकार ने 2014 में खुले में शौच को खत्म करने और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार के लिए शुरू किया था। यह निर्मल भारत अभियान का एक उन्नत संस्करण है, 2009 में मनमोहन सिंह के उत्तराधिकारी द्वारा शुरू किया गया एक प्रयास जो अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में असफल रहा।

स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0

वित्त मंत्रालय ने फरवरी 2021 में घोषणा की कि स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 को “स्वास्थ्य और भलाई” घटक के तहत लागू किया जाएगा। एसबीएम-यू चरण II में 1 लाख से कम निवासियों वाले सभी शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में खराब सीवेज प्रबंधन सहित एक नया सीवेज उपचार शामिल होगा।

स्वच्छ भारत मिशन का पहला चरण अक्टूबर 2019 में पूरा हुआ था। चरण 1 की गतिविधियों के समेकन में सहायता के लिए चरण 2 को 2020-2021 और 2024-2025 के बीच पूरा किया जा रहा है। सरकार ने केंद्रीय बजट 2021 में स्वच्छ भारत मिशन (यू) 2.0 को 1,41,678 करोड़ रुपये आवंटित किए। यहां एसबीएम-शहरी 2.0 के घटक हैं:

  • अपशिष्ट प्रबंधन – ठोस
  • निर्माण क्षमता, सूचना, शिक्षा और संचार
  • 1 लाख से कम रहने वाले सभी यूएलबी में अब मल कीचड़ प्रबंधन सहित अपशिष्ट जल उपचार शामिल है।
  • पर्यावरण स्वच्छता (शौचालयों का निर्माण)

शहरी स्वच्छ भारत मिशन 1.0

377 मिलियन की आबादी वाले सभी 4041 वैधानिक कस्बों को स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के हिस्से के रूप में घरेलू शौचालय और स्वच्छता सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता थी, जिसे शहरी विकास मंत्रालय द्वारा प्रशासित किया जाता है। 62,009 करोड़ रुपये के पांच साल के बजट का अनुमान था, जिसमें 14,623 करोड़ रुपये केंद्र से आने थे। मिशन का उद्देश्य 1.04 करोड़ परिवारों को 2.5 लाख स्थानीय और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय सीटों की आपूर्ति करना है। इसके अतिरिक्त, इसने प्रत्येक समुदाय में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं के निर्माण का सुझाव दिया। छह प्रमुख तत्व इस मिशन को बनाते हैं:

  • प्रत्येक घर के लिए अलग शौचालय;
  • सार्वजनिक आरामगाह
  • नगरपालिका ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन,
  • सामुदायिक शौचालय
  • सूचना और शिक्षा संचार (आईईसी) जागरूकता
  • क्षमता निर्माण

स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता

गंदगी और अस्वच्छता से निपटने के लिए भारत में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए एक स्वच्छ भारत अभियान-शैली के अभियान की सख्त जरूरत है। नागरिकों का विकास उनके सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण के मामले में कार्यक्रम पर निर्भर करता है। आम तौर पर, ग्रामीण इलाकों में रहने वालों के लिए ज़्यादा शौचालय बनाने की ज़रूरत होती है। मलत्याग करने के लिए, निवासी बाहर सड़कों या खेतों में चले गए। इससे लोगों के लिए कई सैनिटरी मुद्दे पैदा हो गए। इसलिए, स्वच्छ भारत मिशन इन लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने में महत्वपूर्ण सहायता कर सकता है।

स्वच्छ भारत अभियान के लिए योजना

पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने स्वच्छ भारत अभियान कार्य योजना की स्थापना की। 2019 तक, इसने स्वच्छता सुविधाओं की संख्या बढ़ाने का इरादा किया था। भारत को ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) बनाना प्राथमिक समायोजन है जिसे किए जाने की आवश्यकता है।

कार्य योजना की मुख्य विशेषताएं:

  • 2019 तक शौचालयों की विकास दर को 3% से बढ़ाकर 10% करना।
  • स्कूली बच्चे पानी, स्वच्छता और स्वच्छता के बारे में शिक्षा अभियानों में भाग ले रहे हैं।
  • शौचालय निर्माण प्रतिदिन 14000 से बढ़कर 48000 हो गया है।
  • ऑडियो-विजुअल, मोबाइल टेलीफोनी और स्थानीय कार्यक्रमों का उपयोग करके जागरूकता फैलाने के लिए एक राष्ट्रीय/राज्य-स्तरीय मीडिया अभियान का शुभारंभ।

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य खुले में शौच और अपशिष्ट प्रबंधन के मुद्दों के साथ-साथ सामान्य स्वच्छता के सामान्य लक्ष्य को हल करना है, क्योंकि ये मुद्दे देश की प्रगति में बाधा डालते हैं।

इस कार्यक्रम के प्राथमिक उद्देश्य हैं:

  • खुले में शौच का उन्मूलन।
  • अस्वच्छ शौचालयों का रूपांतरण।
  • मैनुअल कचरा संग्रह।
  • पूर्ण अपशिष्ट निपटान।
  • अपशिष्ट पुन: उपयोग।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

स्वच्छ भारत अभियान क्या है और इसका क्या मतलब है.

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का मिशन है जिसका उद्देश्य उचित अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं, बुनियादी ढांचे और शौचालयों के निर्माण, स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल और पर्याप्त सड़कों के माध्यम से सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज के लिए है। अभियान का अर्थ है स्वच्छ भारतीय मिशन।

इस मिशन के लाभ बताएं?

स्वच्छ भारत अभियान मिशन देश की जीडीपी वृद्धि में सुधार करता है, रोजगार के कई स्रोत उत्पन्न करता है, अधिक पर्यटकों को आकर्षित करता है, और हमारी आर्थिक स्थितियों में सुधार करता है।

सोचदुनिया

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध : Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi :- आज के इस लेख में हमनें ‘स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध : Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

प्रस्तावना :-

स्वच्छ भारत अभियान भारत को साफ-सुथरा बनाने के लिए चलाया गया एक अभियान है, जो भारत के प्रधानमंत्री द्वारा महात्मा गांधी जी के 145वें जन्मदिवस के अवसर पर चलाया गया था।

इस अभियान का लक्ष्य महत्मा गांधी जी का स्वप्न ‘स्वच्छ भारत’ को पूरा करना था। इसमें भारत को स्वच्छ बनाने के लिए कईं प्रकार के प्रयास किये गए।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य :-

इस अभियान का उद्देश्य भारत को एक स्वच्छ देश बनाना है। इस अभियान के अंतर्गत भारत के प्रत्येक गाँव व शहर को स्वच्छ बनाना है। जिसके तहत प्रत्येक घर में शौचालय की व्यवस्था करना भी शामिल है।

इसका लक्ष्य 5 वर्ष बाद महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर भारत को एक स्वच्छ देश की सूची में लाना है। इसमें गाँवों में खुले शौच को ख़त्म करना है। आज भारत के गली-नुक्क्ड़ पर हर जगह गंदगी ही रहती है।

लोग अपने घरों का कचरा भी सड़कों पर ही फेंक देते है, जिससे वहाँ गंदगी-गंदगी हो जाती है और फलस्वरूप इससे कईं तरह की बीमारियाँ भी होती है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए ही भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत योजना को लाया गया।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब व कैसे हुई? :-

महात्मा गांधी जी के जन्मदिन 2 अक्टूबर 2014 के दिन भारत के प्रधानमंत्री ने भारत को एक स्वच्छ देश बनाने के लिए इस योजना की शुरुआत की। इस अभियान को ‘भारत मिशन’ व ‘स्वछता अभियान’ भी कहा गया था।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजपथ पर बहुत बड़े जनसमूह को संबोधित किया और उसमें लोगों से अधिक से अधिक जुड़कर इस अभियान को सफल बनाने की अपील की।

जिसके बाद बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने इस अभियान में भाग लिया और प्रधानमंत्री के साथ इस योजना को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

स्वच्छ भारत अभियान :-

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत भारत के शहरी क्षेत्रों में 1 करोड़ से भी अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया व गाँवों के खुले शौच को रोकने के लिए 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया। इसके आलावा सार्वजनिक जगहों पर भी शोचलयों का निर्माण किया गया, ताकि गाँवों को स्वच्छ बनाया जा सके।

शहरी इलाकों में कचरे की समस्या को दूर करने के लिए कचरे की गाड़ियाँ लगवाई गई, ताकि जगह-जगह कचरे की समस्या को दूर किया जा सके। गाँवों में भी स्वछता बनाने के लिए सुविधा को लगातार उपलब्ध करवाया जा रहा है।

इसके तहत लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया है। जिसमें लोगों को खुले में शौच को रोकना और कचरे को कहीं पर फेंकने से रोकना है। इस अभियान से आज कुछ हद तक स्वच्छ भारत का सपना पूरा हुआ है।

आज इस अभियान में भारत ने स्वच्छता की तरफ अपने कदम तो बढ़ा लिए है, लेकिन अभी भी स्वच्छता का लक्ष्य काफी दूर है। इसके लिए हमारे प्रयास अभी भी काफी नहीं है। किसी एक इंसान के करने से यह भारत स्वच्छ नहीं बनेगा, बल्कि हम सभी को मिलकर इसमें अपना योगदान देना होगा।

जैसे हम अपने घर की सफाई करते है, ठीक उसी प्रकार हमें अपने आसपास में भी स्वच्छता बनानी चाहिए और अपने घर के कचरे को कूड़ेदान या कचरे की गाड़ी में ही डालना चाहिए।

जितना हो सके, हमें पेड़-पौधें लगाने चाहिए और उनका संरक्षण भी करना चाहिए। हमारे यहीं छोटे-छोटे योगदान ही भारत के स्वच्छ होने का सपना पूरा कर पाएंगे। इसलिए, हमें स्वयं भी जागरूक होना होगा और दूसरों को भी जागरूक करना होगा।

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।

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सवच्छ भारत अभियान पर निबंध ! Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi

  • 1.1.1 Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi ( 200 Words )
  • 1.1.2 Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi ( 500 Words )
  • 1.1.3 Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi ( 1200 Words )
  • 1.2 Related

Swachh Bharat Abhiyan Essay   – हेल्लो फ्रेंड्स , कैसे है आप ?  दोस्तों आज के इस लेख में हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध के विषय में चर्चा करंगे ! आपकी सुविधा के लिए हम यहाँ 200 , 500 और 1200 words में यह निबंध प्रस्तुत कर रहे है ! प्रिय विद्यार्थियों आप अपनी सुविधानुसार इन निबंधो का प्रयोग अपनी सहायता हेतु कर सकते है ! मुझे उम्मीद है कि यह निबंध लेख आपको बहुत हेल्प करेगा ! तो आइये शुरू करते है Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi / Clean India Mission Essay In Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi Language

Swachh bharat abhiyan essay in hindi ( 200 words ).

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने महात्मा गाँधी जी की जयंती पर 2 अक्टूम्बर , 2014 को दिल्ली के राजघाट से स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की ! इस दिन स्वयं प्रधानमंत्री जी ने झाड़ू लगाकर देश की जनता को यह सन्देश दिया की देश को स्वच्छ और साफ़ – सुथरा बनाने के लिए प्रत्येक नागरिक को आगे आना चाहिए !

महात्मा गाँधी जी का सपना था कि देश साफ़ – सुथरा और स्वच्छ बने ! मोदी जी ने गाँधी जी के इस सपने को आगे बढाया और स्वच्छ भारत अभियान ( Swachh Bharat Abhiyan ) की शुरुआत की !

भारत एक बहु आबादी वाला देश है जहाँ लोग अपनी नैतिक जिम्मेदारी न समझकर सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फैलाते रहते है ! देश की आबादी का एक बहुत बड़ा तबका ऐसा है जिनके पास अभी तक घरो में शोचालय ही नहीं है जो कि गंदगी का एक प्रमुख कारण है !

सरकार स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर घर में शोचालय बनवा रही है और गली , समाज , गाँव और शहरो को साफ़ – सुथरा बनाने हेतु प्रयास कर रही है !

देश के हर नागरिक को अपना नैतिक कर्तव्य मानते हुए स्वच्छ भारत अभियान ( Swachh Bharat Abhiyan Essay ) के तहत सरकार का सहयोग करना चाहिए ! लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना चाहिए !

Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi ( 500 Words )

विश्व के अधिकतर देश ऐसे है जो काफी साफ़ – सुथरे है , जिसका एक प्रमुख कारण है वहा की जनता का स्वच्छता के प्रति जागरूक होना ! परन्तु भारत एक ऐसा देश है जहाँ लोग सफाई के लिए खुद की जिम्मेदारी न मानकर इसे सरकार की जिम्मेदारी मानते है ! साफ़ – सफाई इसलिए बेहद जरुरी है ताकि लोगो का तन और मन स्वस्थ रहे और एक खुशहाल समाज का निर्माण हो सके !

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर कमलो द्वारा गाँधी जी की जयंती पर 2 अक्टूम्बर , 2014 को हुई ! मोदी जी ने इस अभियान की शुरुआत कर देश की जनता से यह आह्वान किया कि वे भी इस अभियान का हिस्सा बने और देश की स्वच्छता में अपना योगदान दे ! सरकार ने इस अभियान के तहत देश की बड़ी हस्तियों को स्वच्छता के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की जिम्मेदारी दी है !

स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता

देखा जाए तो भारत के हर शहर , गाँव , गली आदि जगह पर चारो और गंदगी ही दिखाई देती है ! आजादी के इतने सालो बाद भी लोगो के घरो में शोचालयो का अभाव है जिसके चलते वे शोच हेतु खुले में जाते है जिससे गंदगी फेलने का खतरा रहता है ! लोग अपने घरो का कूड़ा – करकट ऐसे ही बाहर सडको पर फेक देते है जिससे गंदगी फेलती है ! लोगो में स्वच्छता के प्रति जागरूकता का अभाव है जो कि गंदगी का एक प्रमुख कारण है ! उद्योगों , कारखानों आदि से निकलने वाली गंदगी भी हमारे देश को प्रदूषित कर रही है ! कारखानों के पास ऐसी कोई ठोस रणनीति नही जिससे निकलने वाली गंदगी का उचित निस्तारण हो सके !

इन सभी बातो को ध्यान में रखते हुए सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान ( Swachh Bharat Abhiyan ) की शुरुआत की ! इस अभियान के तहत सरकार का गाँवो और सार्वजानिक स्थानों पर अधिक से अधिक शोचालय बनाने का लक्ष्य है ! गाँव , बस्ती , फुटपाथ , आदि को साफ़ सुथरा रखने के अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे है ! लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए पंचायत स्तर पर विशेष अभियान चलाये जा रहे है !

देश के हर नागरिक को स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगो को जागरूक करने और देश को स्वच्छ बनाने में सरकार का सहयोग करना चाहिए !

केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत अभियान देश को स्वच्छ और साफ़ – सुथरा बनाने हेतु एक सराहनीय प्रयास है ! यदि सभी लोग अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इसमें अपना योगदान दे तो वह दिन भी दूर नहीं जब भारत देश भी एक स्वच्छ और साफ़ – सुथरे देशो में गिना जायेगा !

देश के प्रत्येक नागरिक को Swachh Bharat Abhiyan में हिस्सा लेना चाहिए और अपने आसपास मौजूद गंदगी को साफ करना चाहिए ! यदि सभी लोग ऐसा करेंगे तो जल्द ही देश स्वच्छ और साफ़ – सुथरा बन जायेगा ! जब देश साफ़ – सुथरा रहेगा तो लोगो में बीमारियाँ नहीं फेलेगी , लोग अच्छी और खुशहाल जिंदगी जियेंगे !

Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi ( 1200 Words )

कहते है कि एक स्वच्छ घर में ईश्वर का वास होता है , उसी प्रकार एक स्वच्छ वातावरण में स्वस्थ समाज का विकास होता है ! यदि हमारा देश और समाज साफ़ – सुथरा और स्वच्छ रहेगा तो इससे बीमारियों का खतरा भी कम होगा साथ ही हमारे समाज और देश का मान – सम्मान भी बढेगा ! वर्तमान में देखा जाए तो लोग अपने घरो को तो अच्छे से साफ़ रखते है लेकिन जब बात सामाजिक स्वच्छता की आती है तो वे पीछे हट जाते है !

हमारे देश में देखा जाए तो वर्तमान में गन्दगी का हाल ऐसा है कि जहाँ देखो वहा गन्दगी और कूड़े के ढेर ही नजर आते है ! कही न कही बढती हुई आबादी भी इसका बहुत बड़ा कारण है ! सरकार ने स्वस्थ भारत मिशन के तहत स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Abhiyan ) की शुरुआत कर अच्छी पहल की है ! हमारे समाज और देश को साफ – सुथरा और स्वच्छ रखना सिर्फ सरकार की ही जिम्मेदारी नहीं है अपितु यह हमारा नैतिक कर्तव्य भी है कि हम अपने देश को साफ – सुथरा बनाने में योगदान दे !

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने महात्मा गाँधी जी की 145 वी जयंती के अवसर पर 2 अकुम्बर 2014 को दिल्ली के राजघाट से की ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की जनता से यह आह्वान किया कि इस समाज और देश की साफ – सफाई करने की जिम्मेदारी सिर्फ सफाई कर्मचारियों की नहीं है बल्कि यह हम सब की जिम्मेदारी है ! इसलिए हमें इस अभियान में बढ़ – चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और देश को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देना चाहिए ! स्वयं प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी झाड़ू उठाकर दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में झाड़ू लगाई और यह सन्देश दिया कि इस काम के लिए देश के हर नागरिक को आगे आना चाहिए , तभी स्वच्छ भारत का सपना साकार होगा !

सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के प्रचार – प्रसार का जिम्मा देश की नामी 11 हस्तियों को दिया गया जिनके नाम इस प्रकार है –

  • सचिन तेंदुलकर
  • प्रियंका चोपड़ा
  • विराट कोहली
  • महेंद्र सिंह धोनी
  • बाबा रामदेव
  • मृदुला सिन्हा
  • अनिल अम्बानी
  • तारक मेहता का उल्टा चश्मा की पूरी टीम

महात्मा गाँधी जी का सपना

भारत के राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी जी ने वर्षो पहले स्वच्छ भारत का सपना देखा था ! वह चाहते थे कि देश में स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन के लिए देश को स्वच्छ और साफ़ – सुथरा बनाया जाए ! गाँधी जी ने इसके लिए बहुत प्रयास किये , वह स्वयं भी अपने आश्रम में रोज 4 बजे उठकर साफ़ – सफाई करते थे ! लेकिन गाँधी जी का यह सपना अधुरा ही रहा था ! देश की आजादी के 70 साल बाद भी किसी सरकार ने इस और ध्यान नहीं दिया और यह समस्या ज्यो  की त्यों बनी हुई थी ! गाँधी जी के इस सपने को साकार करने का बीड़ा उठाया नरेन्द्र मोदी जी ने , जिसकी शुरुआत उन्होंने गाँधी जी की जयंती पर 2 अक्टूम्बर , 2014 को की ! स्वच्छ भारत मिशन को पूरा करने का लक्ष्य गाँधी जी की 150 वी जयंती 2 अक्टूम्बर 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य है !

स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य

सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत 5 वर्ष में निम्न उद्देश्यों को पूरा करने का लक्ष्य है –

  • इस अभियान का मुख्य उद्दश्य यह है कि देश का हर कोना साफ – सुथरा हो !
  • हर घर में शोचालय का निर्माण करना ताकि लोग शोच के लिए बाहर ना जाए !
  • सरकार ने 5 वर्ष में 11 करोड़ 11 लाख शोचालय बनाने का लक्ष्य रखा है जिसमे 1 लाख 34 हजार करोड़ रूपये खर्च होंगे !
  • ग्रामीण लोगो को खुले में शोच जाने से रोकना !
  • स्वच्छता के प्रति लोगो की मानसिकता को बदलना !
  • गाँवो को साफ़ – सुथरा रखना !
  • सड़के , फुटपाथ और बस्तियां आदि को साफ़ रखना !
  • लोगो को इस अभियान के प्रति जागरूक करना !

देश में अस्वच्छता / गंदगी के कारण

हमारे देश में गन्दगी और अस्वच्छता के ऐसे अनेक कारण है जो इस प्रकार है –

अधिक जनसँख्या : भारत में अधिक गन्दगी होने का मुख्य कारण देश की अत्यधिक जनसंख्या है ! जिन शहरो की आबादी सबसे अधिक है अक्सर गंदगी और कूड़े के ढेर भी आपको वही मिलेंगे ! लोग सफाई को अपना कार्य न मानकर सरकार या सफाई कर्मियों का कार्य मानते है जो की अस्वच्छता का एक बहुत बड़ा कारण है !

शिक्षा का अभाव : भारत एक ऐसा देश है जहाँ शिक्षा का प्रतिशत बहुत ही कम है ! इस वजह से लोग स्वछता के प्रति जागरूक नहीं है और जाने – अनजाने में अपने आसपास के वातावरण को प्रदूषित करते है !

ख़राब मानसिकता : हमारे देश की एक बहुत बड़ी आबादी ऐसी है जिनकी ख़राब मानसिकता की   वजह से देश अस्वच्छ हो रहा है ! लोग सफाई को अपनी जिम्मेदारी नहीं मानते है बल्कि वे सार्वजनिक स्थानों में गंदगी फैलाने में अधिक ध्यान देते है !

घरो में शोचालयो का अभाव :  हमारे देश की एक बहुत बड़ी आबादी ऐसी है जिनके पास अभी तक घरो में शोचालयो का अभाव है ! जिसके कारण वे शोच हेतु बाहर जाते है जो कि गंदगी का एक प्रमुख कारण है !

कारखानों के अपशिष्ट पदार्थ : हमारे देश में ऐसे बहुत से कारखाने और उद्योग है जिनका गंदगी का अच्छे से निस्तारण नहीं हो रहा है ! उन कारखानों से निकलने वाली जहरीली गेसे वातावरण को दूषित कर रही है !

देश को स्वच्छ कैसे रखा जाए ?

देश को स्वच्छ और साफ़ – सुथरा रखने के लिए हमें अपनी जिम्मेदारी को निभाना होगा और अपने आसपास की सफाई की जिम्मेदारी हमें स्वयं को लेनी होगी तभी स्वच्छ भारत अभियान का मिशन सफल होगा ! सरकार को देश को स्वच्छ बनाने में निम्न उपाय करने चाहिए –

  • हर जगह हर चोराहे पर कचरा पात्र रखना होगा जिससे लोग हर कही गंदगी न फैलाये !
  • हर घर में शोचालय का निर्माण करना होगा !
  • सार्वजनिक स्थानों पर सार्वजानिक शोचालयो का निर्माण करना होगा !
  • जनसँख्या वृद्धि को रोकना होगा !
  • लोगो को शिक्षित करना होगा !
  • स्वच्छ भारत अभियान के प्रति लोगो में जागरूकता फैलानी होगी !
  • लोगो को बाहर या सडको पर कचरा फ़ैलाने से रोकना होगा !
  • कारखानों से निकलने वाली गंदगी का निस्तारण करना होगा !
  • गंदगी फ़ैलाने वालो के खिलाफ कड़े कानून का निर्माण करना होगा !

महात्मा गाँधी जी का प्रसिद्ध कथन है , “जो परिवर्तन आप दुनियां में देखना चाहते है , वह सबसे पहले आप अपने आप पर लागु करे !”

हमें गाँधी जी के इस कथन को चरितार्थ करने के लिए देश और समाज को स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी स्वयं को लेनी होगी ! हमें सरकार द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ – चढ़ के हिस्सा लेना है और स्वच्छता के प्रति लोगो में जागरूकता फैलानी है !

यदि देश स्वच्छ और साफ – सुथरा रहेगा तो इससे स्वस्थ और सुखी समाज का निर्माण होगा ! इसलिए देश की स्वच्छता की जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति या सरकार पर न होकर हम सब की है , हम सब को मिलकर ही देश को स्वच्छ और सुन्दर बनाना है ! तो आइये , और आज से प्रण ले कि मै कभी भी गंदगी नहीं फैलाऊंगा हमेशा सफाई का ध्यान रखूँगा और अपने समाज और देश को स्वच्छ बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान दूंगा !

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सवच्छ भारत अभियान पर निबंध ! Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध | Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi | Essay in Hindi | Hindi Nibandh | हिंदी निबंध | निबंध लेखन | Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

By: savita mittal

स्वच्छ भारत : एक कदम स्वच्छता की ओर | Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

यह सर्वविदित है कि 2 अक्टूबर भारतवासियों के लिए कितने महत्त्व का दिवस है। इस दिन हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। इस युग पुरुष ने भारत सहित पूरे विश्व को मानवता की नई राह दिखाई। हमारे देश में प्रत्येक वर्ष गाँधीजी का जन्मदिवस एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है और इसमें कोई सन्देह नहीं है कि उनके प्रति हमारी श्रद्धा प्रतिवर्ष बढ़ती जाती है। वर्ष 2014 में भी 2 अक्टूबर को ससम्मान गाँधीजी को याद किया गया, लेकिन ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरुआत के कारण इस बार यह दिन और भी विशिष्ट रहा।’स्वच्छ भारत अभियान’ एक राष्ट्र स्तरीय अभियान है। 

गाँधीजी की 145वीं जयन्ती के अवसर पर माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस अभियान के आरम्भ की घोषणा की। यह अभियान प्रधानमन्त्री जी की महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। 2 अक्टूबर, 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूह को सम्बोधित करते हुए सभी राष्ट्रवासियों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने की अपील की। साफ़-सफ़ाई के सन्दर्भ में यह अभियान अब तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है, जिसकी प्रशंसा अन्तर्राष्ट्रीय स्तरों पर की गई है, क्योंकि यह अभियान अपने आस-पास की सफाई के साथ व्यक्ति चरित्र की शुद्धि और पवित्रता पर भी बल देता है।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

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प्रधानमन्त्री की घोषणा के साथ स्वच्छ भारत अभियान प्रारम्भ

2 अक्टूबर, 2014 को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गाँधी के स्वच्छता के स्वप्न को साकार करने के उद्देश्य से सर्वप्रथम गाँधीजी को राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की और फिर नई दिल्ली स्थित वाल्मीकि बस्ती में जाकर झाड़ू लगाई। कहा जाता है कि वाल्मीकि बस्ती दिल्ली में गाँधीजी का सबसे प्रिय स्थान था, वे अकसर यहाँ आकर ठहरते थे।इसके बाद, मोदी जी ने जनपथ जाकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। 

अपने भाषण के दौरान उन्होंने महात्मा गाँधी और लालबहादूर शास्त्री का जिक्र करते हुए बड़ी ही खूबसूरती से इन दोनों महापुरुषों को इस अभियान से जोड़ दिया, उन्होंने कहा-“गांधीजी ने आजादी से पहले नारा दिया था ‘क्विट इण्डिया क्लीन इण्डिया’ आजादी की लड़ाई में उनका साथ देकर देशवासियों ने क्विट इण्डिया’ के सपने को तो साकार कर दिया, लेकिन अभी उनका ‘क्लीन इण्डिया’ का सपना अधूरा ही है।” इसके लिए उन्होंने 2 अक्टूबर, 2019 तक का लक्ष्य निर्धारित किया।

प्रधानमन्त्री जी ने पाँच साल में देश को साफ-सुथरा बनाने के लिए लोगों को शपथ दिलाई कि न मैं गन्दगी करूंगा और न ही गन्दगी करने दूंगा। अपने अतिरिक्त में सौ अन्य लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करूंगा और उन्हें सफाई की शपथ दिलवाऊंगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति साल में 100 घण्टे का श्रमदान करने की शपथ ले और सप्ताह में कम-से-कम दो घण्टे सफाई के लिए निकाले। अपने भाषण में प्रधानमन्त्री ने स्कूलों और गाँवों में शौचालय निर्माण की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस प्रकार से अनेक उद्देश्यों को इसमें शामिल किया गया।

स्वच्छ भारत के उद्देश्य

  • स्वच्छ भारत के लिए स्वच्छता की ओर बढ़ते हुए प्रमुख उद्देश्यों को चिह्नित किया गया है ।
  • स्वच्छता साफ-सफाई तथा खुले में शौच के अन्मूलन को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की सामान्य गुणवत्ता को बढ़ावा देना। 
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देकर 2 अक्टूबर, 2019 तक स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करना।
  • जागरूकता लाकर तथा स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से समुदायों को प्रेरित करना। 
  • ग्रामीण क्षेत्रों में सम्पूर्ण स्वच्छता हेतु वैज्ञानिक ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थ प्रबन्धन पर बस देते हुए स्वच्छता को प्रोत्साहित करना। 
  • जेण्डर पर सकारात्मक प्रभाव डालना तथा समाज से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना।

स्वच्छता हेतु कार्यनीतियाँ

स्वच्छता को बढ़ावा देने हेतु व्यवहारगत परिवर्तन पर बल दिया गया। संस्थागत क्षमता को बढ़ावा दिया गया। इसके अन्तर्गत ‘क्लीन इंण्डिया’ नाम से एक नई बेबसाइट की शुरुआत की गई और फेसबुक जैसी प्रसिद्ध सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से भी लोगों को इससे जोड़ा गया। ट्विटर पर भी Mycleanindin के नाम से एक हैण्डल का शुभारम्भ किया गया। 

प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमन्त्री जी ने सभी से अपील की कि लोग पहले गन्दगी वाली जगह के फोटो नेटवर्किंग साइट्स पर अपलोड करें और फिर उस स्थान को साफ करके उसकी वीडियो तथा फोटो भी अपलोड करें। इस अभियान में प्रधानमन्त्री जी ने मशहूर हस्तियों को भी शामिल किया, उन्होंने इसके लिए, नौ लोगों को नॉमिनेट किया। इतना ही नहीं समाचार-पत्रों, विज्ञापनों ने इसे बढ़ाया दिया है, जो वर्तमान में जारी है। इसके लिए अन्तःकरण की स्वच्छता पर भी बल दिया गया।

यह सत्य है कि चरित्र की शुद्धि और पवित्रता बहुत आवश्यक है, लेकिन बाहर की सफाई भी उतनी ही आवश्यक है। यदि हमारे आस-पास का परिवेश ही स्वच्छ नहीं होगा, तो मन भला किस प्रकार शुद्ध रह सकेगा? अस्वच्छ परिवेश का प्रतिकूल प्रभाव हमारे मन पर भी पड़ता है। जिस प्रकार एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है, उसी प्रकार एक स्वस्थ और शुद्ध व्यक्तित्व का विकास भी स्वच्छ और पवित्र परिवेश में ही सम्भव है।

अतः अन्तःकरण की शुद्धि का मार्ग बाहरी जगत की शुद्धि और स्वच्छता से होकर ही गुजरता है। साफ-सफाई के अभाव से हमारे आध्यात्मिक लक्ष्य तो प्रभावित होते ही हैं, साथ ही हमारी आर्थिक प्रगति भी बाधित होती है। अपने भाषण में प्रधानमन्त्री जी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक आकलन का संकेत देते हुए कहा है कि गन्दगी के कारण औसत इसमें शामिल न किया जाए, तो यह आंकड़ा 12 से 15 हजार तक पहुँच सकता है। इस प्रकार, देखा जाए तो हम स्वच्छ रूप से प्रत्येक भारतीय को प्रतिवर्ष लगभग 6,500 का अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है। 

स्वच्छ भारत की उपलब्धियाँ 

स्वच्छता की ओर बढ़ते हुए भारत को 2 अक्टूबर, 2019 को खुले में शौच १ मुक्त किया गया। प्रधानमन्त्री ने किं देशभर में 60 करोड़ से अधिक लोगों को खुले में शौच मुक्त कराया गया है। साथ ही जनभागीदारी के महत्व पर वा देते हुए जल जीवन मिशन तथा वर्ष 2022 तक प्लास्टिक के प्रयोग की समाप्ति का सामूहिक प्रयास का आदान दिया गया। इस प्रकार स्वच्छ भारत का लक्ष्य समय से पूरा किया गया। इसके अन्तर्गत 11 करोड नए शौचालय का निर्माण कराया गया। इतना ही नहीं देश के अनेक राज्य ‘खुले में शौच मुक्त’ भी घोषित कर दिए हैं, जैसे- सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, केरल, उत्तराखण्ड एवं हरियाणा आदि। 

इतना ही नहीं स्वच्छता को बनाए रखने हेतु स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के दूसरे चरण की घोषणा फरवरी, 2010 में की गई है। इसके अन्तर्गत वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक की अवधि के लिए ₹ 1,40,581 करोड़ रपय लक्ष्य है। वहीं ग्रामीण स्वच्छता को बनाए रखने हेतु 10 वर्षीय ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-29 की घोषणा भी की गई है, जिसके अन्तर्गत कई प्रावधान शामिल किए गए हैं, जो इस प्रकार है,

 देश के ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस तथा तरल अपशिष्ट प्रबन्धन पर ध्यान केन्द्रित करने तथा उसे अधिक समय बनाने के लिए यह रणनीति तैयार की गई है। इस रणनीति के अन्तर्गत सभी घरों में शौचालय को प्राथमिकता प्रदान की गई है। शौचालय निर्माण सम्बन्धी सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर बल दिया गया है। इसमें खुले में शौच मुक्त (ODF) से आगे की योजनाओं के लिए रूपरेखा तैयार करने पर बल दिया गया है। इसे | ODF नाम दिया गया है। ODF + के अन्तर्गत भी अनेक मानदण्ड रखे गए हैं। ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-20 में विकास के भागीदारी, राज्य सरकारों, सिविल सोसायटी तथा अन्य सहयोगी समूहों को साथ लेने को महत्त्व दिया गया है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध/Swachh Bharat Abhiyan par nibandh/Essay on swachh bharat abhiyan video

निष्कर्ष 

इस प्रकार, स्वच्छता समान रूप से हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। हर समय कोई सरकारी संस्था या बाहरी बल हमारे पीछे नहीं लगा रह सकता। हमें अपनी आदतों में सुधार करना होगा और स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा • बनाना होगा, हालांकि आदतों में बदलाव करना आसान नहीं होगा, लेकिन यह इतना कठिन भी नहीं है। प्रधानमन्त्री ने ठीक ही कहा है कि यदि हम कम-से-कम खर्च में अपनी पहली ही कोशिश में मंगल ग्रह पर पहुँच गए तो हम स्वच्छ भारत को भी क्यों नहीं बनाए रख सकते हैं। 

इसके लिए हमें अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए स्वच्छता से स्वच्छ तन, स्वच्छ मन, स्वच्छ खाद्य, स्वच्छ विचार व स्वच्छ पर्यावरण को भी बना सकते हैं। सहयोगात्मक रूप में व्यवहार में बदलाव लाकर ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-29 को पूरा करना आवश्यक है, तभी ग्रामीणों में स्वास्थ्य सुधार लाकर गाँवों के देश भारत को स्वच्छ रखा जा सकेगा।

reference Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

swachh bharat essay in hindi class 10

मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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Swachh Bharat Abhiyan Essay

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Swachh Bharat Abhiyan is one of the most significant and popular missions to have taken place in India. Swachh Bharat Abhiyan translates to Clean India Mission. This drive was formulated to cover all the cities and towns of India to make them clean . This campaign was administered by the Indian government and was introduced by the Prime Minister, Narendra Modi. It was launched on 2nd October in order to honor Mahatma Gandhi’s vision of a Clean India. The cleanliness campaign of Swachh Bharat Abhiyan was run on a national level and encompassed all the towns, rural and urban. It served as a great initiative in making people aware of the importance of cleanliness.

Swachh Bharat Abhiyan essay

Source- ZeeBiz

Objectives of Swachh Bharat Mission

Swachh Bharat Abhiyan set a lot of objectives to achieve so that India could become cleaner and better. In addition, it not only appealed the sweepers and workers but all the citizens of the country. This helped in making the message reach wider. It aims to build sanitary facilities for all households. One of the most common problems in rural areas is that of open defecation. Swachh Bharat Abhiyan aims to eliminate that.

Moreover, the Indian government intends to offer all the citizens with hand pumps, proper drainage system , bathing facility and more. This will promote cleanliness amongst citizens.

Similarly, they also wanted to make people aware of health and education through awareness programs. After that, a major objective was to teach citizens to dispose of waste mindfully.

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Why India Needs Swachh Bharat Abhiyan?

India is in dire need of a cleanliness drive like Swachh Bharat Abhiyan to eradicate dirtiness. It is important for the overall development of citizens in terms of health and well-being. As the majority of the population of India lives in rural areas, it is a big problem.

Generally, in these areas, people do not have proper toilet facilities. They go out in the fields or roads to excrete. This practice creates a lot of hygiene problems for citizens. Therefore, this Clean India mission can be of great help in enhancing the living conditions of these people.

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In other words, Swachh Bharat Abhiyan will help in proper waste management as well. When we will dispose of waste properly and recycle waste, it will develop the country. As its main focus is one rural area, the quality of life of the rural citizens will be enhanced through it.

Most importantly, it enhances the public health through its objectives. India is one of the dirtiest countries in the world, and this mission can change the scenario. Therefore, India needs a cleanliness drive like Swachh Bharat Abhiyan to achieve this.

In short, Swachh Bharat Abhiyan is a great start to make India cleaner and greener. If all the citizens could come together and participate in this drive, India will soon flourish. Moreover, when the hygienic conditions of India will improve, all of us will benefit equally. India will have more tourists visiting it every year and will create a happy and clean environment for the citizens.

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध प्रस्तावना सहित लिखने के लिए इसे पढ़ें

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi For Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए लिखा गया हैं.

आज हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध के विषय में चर्चा करेंगे जोकि आज की तारीख में सबसे महत्वपूर्ण विषय बन गया है क्योंकि हमारे देश में सबसे अधिक अस्वच्छता है जिस पर ज्यादातर लोग ध्यान नहीं देते है इसी कारण देश में सबसे अधिक गंदगी है.

अगर सभी नागरिक देश में फैलने वाली अस्वच्छता पर ध्यान दे तो शायद हमारे देश में अस्वच्छता नहीं होगी.

आज हमारे इस विषय पर बात करने का एक यह भी कारण है कि सभी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और इस विषय पर हमने स्वच्छ भारत अभियान निबंध लिखा है.

देश में अस्वच्छता क्यों फैलती है, क्या कारण है और भारत को स्वच्छ और स्वस्थ कैसे बनाएं इस विषय पर आज हम बात करेंगे.

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध कैसे लिखें

PM Modi flags off ‘Swachh Bharat’ mission walkathon from Rajpath

आखिर लोग इस पर ध्यान क्यों नहीं देते और गंदगी फैलाने का सबसे बड़ा कारण ही मनुष्य है क्योंकि मनुष्य द्वारा फैलाई गयी अस्वच्छता जानवरों पशु – पक्षियों के लिए अभिशाप बनती जा रही है लेकिन कोई भी इसके लिए जागरूकता नहीं दिखाता हैं.

हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा चलाये गए इस अभियान में पहले से अधिक लोगों ने भाग लिया है और स्वच्छता के लिए आगे कदम बढ़ाया है। तो देखते है कि स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध और जानते हैं कि स्वच्छ भारत अभियान के लाभ और हानि क्या है?

लेख में आपको क्या पढ़ने को मिलेगा?

  • स्वच्छ भारत अभियान का परिचय
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान
  • स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान
  • स्वच्छ भारत अभियान के लिए चुने गए प्रभावी व्यक्ति
  • शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान
  • देश को स्वच्छ रखने के उपाय
  • स्वच्छ भारत अभियान में शामिल मंत्रालय
  • स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य
  • स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता
  • देश के स्वच्छ न होने के कारण
  • स्वच्छ भारत से जुड़ा महात्मा गाँधी जी का सपना
  • स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब हुई थी

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi – 100 Words

भारत में चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान का सपना सबसे पहले महात्मा गांधी जी ने देखा था।

गांधी जी का सपना था की हमारा भारत स्वच्छ तथा स्वस्थ भारत बने।

इस अभियान को चलाने के लिए गांधी जी ने पूरा ज़ोर इस पर लगा दिया। कुछ लोगों में इसके प्रति जागरूकता भी फैल गयी और स्वच्छता की तरफ अग्रसर होने लगे.

कहते है की भारत अस्वच्छता में सबसे पहले है और जगह जगह पर गंदगी का कारण हम सब ही है.

अगर हम स्वच्छता के लिए आगे बढ़े तो अस्वच्छता का नामो निशान खत्म हो जाएगा और हमारा देश स्वच्छ तथा स्वस्थ भारत बन जाएगा और गांधी जी का देखा हुआ सपना पूरा होगा.

अपने मित्र को स्वच्छता अभियान का महत्व बताते हुए पत्र लिखें ? – 150 Words

हमारे भारत में गांधी जी ने ये सपना देखा था की भारत स्वच्छ और स्वस्थ रहे।

महात्मा गांधी जी ने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए इस अभियान के प्रति लोगों के मन में जागरूकता फैलाई, देश को स्वच्छ रखने के लिए गांधी जी ने बहुत प्रयत्न किए परंतु वह इसमें असफल रहे.

हमारे देश में गंदगी सबसे बड़ा मुद्दा है। लेकिन फिर भी भारत में कोई साफ-सफाई के लिए ध्यान नहीं देता है.

हमारे देश में चल रहे स्वच्छता अभियान को 1999 में शुरू किया और इसका सबसे पहले नाम “ग्रामीण स्वच्छता मिशन” था.

इसके बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 1 अप्रैल 2012 में इसमें बदलाव किया और इसका नाम ‘निर्मल भारत अभियान’ रख दिया.

बाद में सरकार ने इसका पुनर्गठन करते हुए इसका पूरा नाम स्वच्छ भारत मिशन (swachh bharat mission) रख दिया.

स्वच्छ भारत अभियान को 24 सितंबर 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इसको इजाजत मिल गयी।

Swachh Bharat Mission Essay in Hindi – 200 Words

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए उन्होंने झाड़ू भी लगाई ताकि सब लोग इसके प्रति जागरूक हो और देश स्वच्छता की और आगे बढ़ सके।

इसलिए प्रधानमंत्री जी ने एक बात सभी नागरिकों के लिए कही है की देश की सफाई एकमात्र सफाई कर्मचारियों की जिम्मेदारी नहीं है क्या इसमे नागरिकों की कोई भूमिका नहीं है?

हमे इस मानसिकता को बदलना होगा यह बात प्रधानमंत्री जी ने सभी के लिए कही है.

हमे सफाई रखने के लिए सिर्फ सफाई कर्मचारियों पर ही नहीं निर्भर रहना चाहिए, बल्कि हमे खुद सफाई रखने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभानी है.

सफाई रखना अपने घर तक सीमित नहीं है बल्कि जगह जगह होने वाले कूड़े करकट को खत्म करना है जो गंदगी का कारण है.

नालियों, सड़कों, गलियों, बाजारों आदि जगहों पर गंदगी फैलने से रोकना होगा। यह गंदगी हमारे जीवन पर भी संकट बनती है क्योंकि इसकी वजह से हम बीमार पड़ते है.

नालियों में पनपने वाले कीड़े तथा मच्छर भी गंदगी का कारण है। जगह जगह पर कूड़े का इकट्ठा होना, सड़कों पर गंदगी नालियों में गंदा पानी, खुले में शौच करना यह सब बीमारियों को बढ़ावा देते है और लोगों का अस्वस्थ होना इन सब का कारण अस्वच्छता ही है.

Role of Students in Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi – 250 Words

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गांधी जी की 145वी जयंती पर 2 अक्टूबर 2014 को की और देश में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए वो खुद आगे आकार झाड़ू लगाने लगे।

नरेंद्र मोदी जी ने देशवासियों से कहा आप और हम सब को यह कसम लेनी होगी की देश को स्वच्छ और स्वस्थ रखना है और स्वच्छ भारत को पूरा करने के लिए गांधी जी के देखे गए सपने को पूरा करना है.

देश में बढ़ती गंदगी को रोकने के लिए सबको आगे आना होगा और दिन व दिन बढ़ती गंदगी को खत्म करना होगा.

गंदगी को खत्म करने का कारण सिर्फ ये नहीं है कि केवल अपने शरीर की सफाई करना, बल्कि अपने देश की भी सफाई करना है.

प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा चलाए गए अभियान से लोगों में पहले से अधिक जागरूकता आई है और सभी व्यक्ति इसके लिए आगे आ रहे है जिसकी वजह से प्रधानमंत्री जी को गोलकीपर ग्लोबल गोल्स के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

इस मुहिम को चलाने के लिए हर धर्म, जाती सब इसमे शामिल है.

अब इस स्वच्छ भारत अभियान को चलाने के लिए लोगों में सबसे अधिक क्रांति फैली है और सब नागरिक प्रयत्न कर रहे है की वह अपने छोटे से छोटे गाँव, शहरों, जिलाओं सब में स्वच्छता रखने के लिए आगे आ रहे है.

प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा चलाए गए इस अभियान में मोदी जी ने शहर – शहर, गाँव – गाँव में कूड़ेदान लगवाएं है ताकि जो कूड़ा सड़कों तथा नालियों में फेंका जाता था वो कूड़ा अब कूड़ेदान में डाला जाता है और सड़कों से गंदगी खत्म होने लगी है.

कूड़ेदान का इस्तेमाल अब सब कर रहे है..

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 300 शब्द में

भारत में सभी जगह स्वच्छता रहेगी तो देश में एक नयी महक होगी। गांधी जी का देखा हुआ सपना पूरा होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा चलाया गया।

अभियान रंग लाएगा तो आखिर हमे देश को स्वच्छ भारत बनाने के लिए कहाँ कहाँ कूड़ेदान, प्रत्येक जगह सफाई, होने वाले प्रदूषण सबको रोकना होगा जो भी गंदगी का कारण है.

  • देश में स्वच्छता रखने के कारण

सबसे पहले देश से गंदगी अस्वच्छता को खत्म करने के लिए हमे कूड़ेदान का प्रयोग करना होगा।

यानि जो कूड़ेदान जगह – जगह पर लगाए गए है उन कूड़ेदान का प्रयोग करें ताकि जो भी कूड़ा करकट सड़कों तथा नालियों में दिखाई देता है उस जगह कूड़ा ना हो बल्कि सफाई और स्वच्छता हो.

कहीं पर भी गंदा पानी जमा ना करें क्योंकि अगर किसी जगह पर बहुत दिनों तक पानी जमा होता है तो वहां मच्छर पनपने लगते है जिससे बीमारी फैलती है.

कहीं भी पानी बहुत दिनों तक इकट्ठा न करें या आप कहीं पानी रखते हो तो उस पानी को बदलते रहे.

तीसरा कारण है शौचालय, अगर किसी भी व्यक्ति के घर में शौचालय नहीं है तो शौचालय बनवाए और बाहर शौच के लिए न जाए.

अगर आप किसी भी कारणवश शौचालय नहीं बना सकते है या घर में पैसों की तंगी है तो सरकार से शौचालय बनवाने के लिए अपील करें।

माननीय मोदी द्वारा चलाए गए अभियान में देश को शौच मुक्त भारत बनाना है इसके लिए सभी वर्ग के लिए शौचालय मुफ्त में सरकार द्वारा मिलेंगे.

जगह जगह पेड़ लगाए क्योंकि पेड़ लगाने से हमे ऑक्सीजन भी मिलती है और हरियाली, छाया, लकड़ी तथा स्वच्छता मिलती है इसलिए पेड़ों को न काटकर बल्कि पेड़ लगाए इसमे प्रधानमंत्री जी ने कहा की एक व्यक्ति एक दिन में पाँच पेड़ लगाए जिससे सभी जगह पेड़ों का अभाव खत्म होगा.

घरों, बंजारों या शहरों में जमा होने वाले कचरे को जमा ना करे बल्कि कूड़ेदान में डाले।

घरों में नालियों को साफ रखे, उसमें गंदगी न जमा होने दे। यह गंदी नालियाँ बीमारी की जड़ होती है और अस्वच्छता को बढ़ावा देती है इसलिए स्वच्छ भारत रखिए ।

Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi – 350 Words

देश में चलाए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को प्रचार और प्रसार करने के लिए कुछ ऐसे व्यक्तियों को चुना गया जो अपने गांव शहर, क्षेत्र में स्वच्छता के प्रति लोगो को जागरूक करे और इस स्वच्छ भारत मिशन में कौन से महान लोगों ने हिस्सा लिया उनका नाम हम आपको नीचे बताते है:-

  • सचिन तेंदुलकर ( क्रिकेटर )
  • प्रियंका चोपड़ा ( अभिनेत्री )
  • अनिल अंबानी ( उद्योग पति )
  • बाबा रामदेव
  • सलमान खान ( अभिनेता )
  • शशि थरूर ( संसद के सदस्य )
  • तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
  • म्रदुला सिन्हा ( लेखिका )
  • कमल हसन ( अभिनेता )
  • विराट कोहली ( क्रिकेटर )
  • ईआर दिलकेश्वर कुमार
  • महेंद्र सिंह धोनी ( क्रिकेटर )

यही वो सब लोग है जिन्होंने स्वच्छ भारत मिशन में भाग लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई इसलिए हमे भी इन सबका साथ देते हुये लोगों में जागरूकता फैलानी होगी और सबसे पहले अपने शहर से शुरुआत करनी होगी.

गांधी जी के देखे गए सपने की भारत भी विदेशों की तरह स्वच्छ दिखे इसके लिए हमे अपने आप से ही आगे आना होगा ताकि हमारा भारत स्वच्छ भारत बने.

प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के अंदर सबसे बड़ी गंदगी की जड़ है की घरों में शौचालय का न होना इसलिए प्रधानमंत्री जी ने शौचालय बनवाने के लिए 2.5 लाख सामुदायिक और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय बनवाने का लक्ष्य रखा है।

क्योंकि हमारे देश में शौचालय की सबसे अधिक कमी है इसलिए घर घर में शौचालय बनाने का संकल्प खुद प्रधानमंत्री जी ने लिया है जिसका पहला चरण 2 अक्टूबर 2019 को पूरा हो गया है।

स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए 62,009 करोड़ रुपये का बजट बनाया गया है।

इसमे से कुछ पैसे 14,623 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान में लगाए है.

हमारे देश में सबसे अधिक कमी शौचालयों की है इसलिए सरकार ने इसे ध्यान में रखते हुये 4,165 करोड़ रुपये का बजट व्यक्तिगत घरेलू शौचालय बनवाने का बजट रखा गया है।

साथ ही 1,828 करोड़ रुपये स्वच्छ भारत मिशन के प्रचार मे लगाए जाएंगे और 665 करोड़ रुपये का बजट सामुदायिक शौचालयों में रखा गया है ये था इसका कुछ विवरण।

Long & Short Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi for Class 10 CBSE and 12th

स्वच्छ भारत अभियान को चलाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति आगे आ रहा है। यहां तक की हमारे PM Narendra Modi भी आगे आए और गांधी जी ने भी इसमे अपना योगदान दिया और अनेक नेताओं ने भी समर्थन किया लेकिन फिर भी देश में अस्वच्छता है।

इसके कारण क्या है की देश में अस्वच्छता है?

  • भारत में अस्वच्छता के कारण

भारत में अस्वच्छता का कारण है की कोई भी व्यक्ति गंदगी पर ध्यान नहीं देता है और बाजार सड़कों तथा प्रत्येक जगहों पर कूड़ा – करकट डालता है।

अगर इस पर सभी ध्यान दे तो सड़कों तथा नालियों में जो गंदगी होती है वह कम होती जाएगी और स्वच्छता की और भारत अग्रसर होता जाएगा.

दूसरा सबसे बड़ा कारण है नागरिकों के घर में शौचालय न होना..

अभी भी बहुत नागरिक ऐसे है जिनके घरों में शौचालय नहीं है और शौचालय न होने की वजह से वह बाहर शौच के लिए जाते है जिससे गंदगी फैलती है और यह सबसे बड़ा कारण इसलिए है क्योंकि इसकी वजह से सबसे ज्यादा गंदगी फैलती है।

लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा चलाया गया स्वच्छ भारत अभियान के आंकड़ों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी जी ने पहले से अधिक शौचालयों का निर्माण किया है जिसकी वजह से अब गंदगी की सबसे बड़ी जड़ कमजोर होगी.

इन सभी के बाद बात आती है कारखानों, फ़ैक्टरियों आदि से सबसे अधिक गंदगी निकलती है।

इन कारखानों से निकलने वाले धुएं में सबसे अधिक जहरीली गैस होती है जिसकी वजह से इन जहरीली गैसों का प्रभाव मनुष्य के जीवन पर ही नहीं बल्कि पशु – पक्षियों के जीवन पर भी पड़ता है.

घर बाजार तथा सभी जगह पर ज्यादातर उपयोग होने वाली प्लास्टिक की वस्तुएं जो गंदगी तथा अस्वच्छता का कारण है और सड़कों तथा नालियों में पड़ा प्लास्टिक का कचरा जिसे पशु खा जाते है और उनकी जान संकट में पड़ जाती है।

इसलिए हम सब को प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए और घरों से जब समान लेने के लिए बाजार जाते है तो अपने घर से थैला लेकर जाना चाहिए.

भारत को स्वस्थ तथा स्वच्छ बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने छोटे – छोटे गाँव से लेकर बड़े – बड़े शहरों में कूड़ेदान लगाए है और सभी नागरिक इन कूड़ेदानों का प्रयोग करें.

अगर सभी इन कूड़ेदान का प्रयोग करेंगे तो सड़कों तथा नालियों और जगह जगह पर फैलने वाली गंदगी कम होती जाएगी और देश में स्वच्छता होगी और हमारा भारत सोने की चिड़िया की तरह चमकेगा.

इसमे जो भी कुछ आपको बताया गया है उसे आप स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध को आप अपने विद्यालय में दिखा सकते है।

स्वच्छ भारत अभियान   निबंध के माध्यम से हमने आपको वो सब कुछ बताया है जिसकी वजह से हमारा देश अस्वच्छता की ओर अग्रसर है जिसके कारण हमारे देश में गंदगी है।

इसलिए आपको और हम सबको देश को स्वच्छ रखने का प्रण लेना होगा ताकि अस्वच्छता हमारे देश से चली जाए और भारत एक स्वच्छ देश हो।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi के इस लेख को आप सभी के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें। नयी नयी जानकारी के लिए आप himanshugrewal.com पर आते रहे।

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi-स्वच्छ भारत अभियान निबंध

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi: स्वच्छ भारत अभियान निबंध के साथ, स्वच्छता और स्वास्थ्य की भावना का जश्न मनाएं। हमारे विस्तृत स्वच्छ भारत अभियान निबंध में इस अभियान के लक्ष्यों, प्रमुख पहलों, और इसके भारत के स्वच्छता और स्वास्थ्य की दिशा में प्रगति के प्रति प्रभाव को जानें। स्वच्छ भारत अभियान और जनसमुदाय के भागीदारी में महत्व के बारे में जानें। इस अभियान के महत्व की खोज करें और जानें कि यह कैसे एक स्वच्छता की जागरूकता पैदा करता है और समुदाय में सहभागिता को प्रोत्साहित करता है। जानें कैसे इस अभियान ने एक स्वच्छ पर्यावरण को बढ़ावा दिलाने, व्यक्तियों को सशक्त किया है, और आर्थिक विकास के लिए योगदान किया है। स्वच्छ भारत अभियान और बेहतर भारत के लिए इसके महत्व को जानें। अब हिंदी में पढ़ें!

स्वच्छ भारत अभियान निबंध

Table of contents.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 3

10 lines on swachh bharat abhiyan essay in hindi.

  • स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण पहल है।
  • इस अभियान का आरंभ 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती पर हुआ था।
  • इसका मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत सड़कों, स्थलों, और जल-संसाधनों को साफ करने का प्रमुख उपादान है।
  • इस अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है ‘शौचालय निर्माण’ जिससे सारे गांव और शहरों में स्वच्छ सौंदर्य को बढ़ावा मिला है।
  • स्वच्छ भारत अभियान में जनता को जागरूक करने का भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
  • इस अभियान के तहत विद्यालयों में स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा को भी समृद्ध किया जा रहा है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत समुदायों में स्वच्छता सफाई के लिए प्रतिबद्ध लोगों के साथ काम हो रहा है।
  • इस अभियान के अंतर्गत स्वच्छता के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाई जा रही है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से हम अपने देश को स्वच्छ, स्वस्थ, और प्रगतिशील बनाने के दिशा में एक कदम आगे बढ़ रहे हैं।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 4

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 100 words.

स्वच्छ भारत अभियान” 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। इसके अंतर्गत सड़कों, स्थलों, और जल-संसाधनों को साफ और सुरक्षित बनाने का प्रयास है। इसके तहत हमारी जनता को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक किया जाता है और उन्हें स्वच्छता की ओर प्रोत्साहित किया जाता है। यह अभियान शौचालय निर्माण, शिक्षा से समृद्धि और समुदाय सहयोग को बढ़ावा देने का भी माध्यम है। स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 5

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 150 words.

स्वच्छ भारत अभियान” एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल है जो भारत सरकार द्वारा 2014 में शुरू किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छता और हाथ-हाथ मिलकर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत, सड़कों, जल-संसाधनों, और स्थलों को साफ रखने का प्रमुख उद्देश्य है। यह अभियान न केवल स्वच्छता के माध्यम से देश को सुंदर बनाने का प्रयास करता है, बल्कि स्वस्थता को भी बढ़ावा देता है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत, शौचालय निर्माण और गरीब लोगों के लिए स्वच्छता सुविधा प्रदान करने का प्रमुख कार्य है। यह अभियान स्कूलों और महिलाओं के लिए भी स्वच्छता शिक्षा को प्रोत्साहित करता है।

स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों में स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा दिलाने का काम किया है। इससे देशभक्ति और सामाजिक जागरूकता में वृद्धि हुई है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है जो हम सभी को साफ और स्वस्थ भारत की दिशा में एक साथ कदम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके अंतर्गत समृद्धि, सामाजिक एकता, और स्वच्छ और स्वस्थ भारत का सपना हम सभी के साथ है।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 6

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 200 words.

“स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया महत्वपूर्ण पहल है जो 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाना है ताकि लोग स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।

स्वच्छ भारत अभियान ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई की जागरूकता फैलाने का काम किया है। इसके तहत सड़कों, बाजारों, स्कूलों, और जल-संसाधनों को साफ और तंदुरुस्त बनाने के लिए अनेक पहल की गई हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत “शौचालय निर्माण” के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में शौच मुक्ति को प्राथमिकता दी जा रही है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है।

स्वच्छ भारत अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है जनजागरूकता और जनसहयोग। लोग इसके तहत सफाई अभियानों में भाग लेते हैं और अपने समुदायों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान द्वारा स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा को भी समृद्ध किया जा रहा है, और इससे विद्यालयों में एक स्वच्छता संस्कृति की बढ़ोतरी हो रही है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है जो हमारे देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए हम सभी के साथ है। इसके माध्यम से हम अपने देश को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए सक्रिय भागीदार बन रहे हैं।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 7

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 600 words.

स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान, भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारत को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने का उद्देश्य रखती है। इस अभियान का आरंभ 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर हुआ था, और इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज में स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका बढ़ाना और स्वच्छता की ओर लोगों को प्रोत्साहित करना है।

स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य:

  • स्वच्छता सफाई का प्रमुख उद्देश्य: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने का है, ताकि लोग स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।
  • शौचालय निर्माण: स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण को प्राथमिकता दी जाती है, ताकि सड़कों पर शौच मुक्ति मिल सके और लोग स्वच्छता के माध्यम से बीमारियों से बच सकें।
  • जनता की जागरूकता: इस अभियान के अंतर्गत लोगों में स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देने का काम किया जाता है। जनता को स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा और जागरूकता प्रदान की जाती है।
  • समुदाय सहयोग: स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत समुदायों में स्वच्छता सफाई के लिए प्रतिबद्ध लोगों के साथ काम होता है।
  • शिक्षा को समृद्ध करना: इस अभियान ने शिक्षा को समृद्ध करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है, और इससे विद्यालयों में स्वच्छता संस्कृति की बढ़ोतरी हो रही है।

स्वच्छ भारत अभियान के प्रमुख कदम:

  • सड़कों, बाजारों, और स्थलों की सफाई: इस अभियान के तहत सड़कों, बाजारों, पार्कों, और स्थलों की सफाई का कई प्रमुख उपायों से काम किया गया है।
  • शौचालय निर्माण: शौचालय निर्माण गांवों और शहरों में शौच मुक्ति को प्राथमिकता देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
  • जनता की भागीदारी: लोगों को स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, और वे स्वच्छता सफाई के प्रति जागरूक बनते हैं।
  • शिक्षा में स्वच्छता: स्वच्छ भारत अभियान ने शिक्षा को समृद्ध करने के लिए स्वच्छता को महत्वपूर्ण तरीके से जोड़ा है, और इससे बच्चों में स्वच्छता संस्कृति की खुदाई हो रही है।
  • जन समर्पण: इस अभियान में सभी क्षेत्रों के लोगों का समर्पण है। स्वच्छता के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए लोग समृद्धि के लिए समर्पित हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के प्रमुख लाभ:

  • स्वस्थ भारत: स्वच्छ भारत अभियान ने देश के लोगों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मदद की है। स्वच्छता सफाई के माध्यम से बीमारियों की संख्या कम हो रही है।
  • स्वच्छता संचालन: यह अभियान स्वच्छता को एक महत्वपूर्ण सोच और आचरण के रूप में प्रमोट करता है, और लोगों को स्वच्छता का महत्व समझाता है।
  • अद्भुत पर्यावरण: स्वच्छ भारत अभियान द्वारा की गई सफाई से हमारे पर्यावरण को भी बेहतर बनाया जा रहा है, और यह स्वच्छ और हरित भारत का सपना पूरा करने के कदमों में एक होता है।
  • जनता का सशक्तिकरण: यह अभियान लोगों को जागरूक और सशक्त बनाता है, और वे स्वच्छता को खुद बढ़ावा देने में सहयोग करते हैं।
  • आर्थिक विकास: स्वच्छता कार्यों में लोगों की भागीदारी से आर्थिक विकास हो रहा है, और यह रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहा है।

समापन शब्द:

“स्वच्छ भारत अभियान” एक महत्वपूर्ण पहल है जो हमारे देश को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इसके माध्यम से हम सभी को स्वच्छता के महत्व की ओर मोड़ने का मौका मिलता है और हम सभी इस मिशन का हिस्सा बनकर अपने देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में सहयोग कर सकते हैं।

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10 Lines on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi & English

In this article, we are providing 10 Lines on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi & English. In these few / some lines on Swachh Bharat Abhiyan, you get to know full information about Swachh Bharat Abhiyan in Hindi. हिंदी में स्वच्छ भारत अभियान पर 10 लाइनें

10 Lines on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

1. स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था।

2. इसका अभियान का उद्देश्य स्वच्छता को बढ़ावा देना है और लोगों को इसके लिए जागरूक करना है।

3. इस अभियान के तहत गांव और शहरों में भारी मात्रा में शौचालय का निर्माण हुआ है।

4. इसी अभियान के तहत जगह जगह कूड़ेदान लगाए गए और लोगों को कचरा कूड़ेदान में फेंकने के लिए प्रेरित किया गया।

5. स्वच्छ भारत अभियान को 2 अक्टूबर 2014 में लागू किया गया था क्योंकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती होती है और गांधीजी का सपना भारत को स्वच्छ देखना था।

6. सचिन तेंदुलकर महेंद्र सिंह धोनी जैसे लोग भी स्वच्छ भारत अभियान का प्रचार कर चुके हैं।

7. स्वच्छ भारत अभियान से हमें स्वच्छता रखने की प्रेरणा और गंदगी न फैलाने के लिए जागरूकता मिलती है।

8. स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है इसलिए हमें अपने आसपास गंदगी नहीं फैलानी चाहिए।

9. स्वच्छ भारत अभियान शुरू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य भारत को खुले में शौच मुक्त बनाना था।

10. स्वच्छ भारत अभियान को भारत सरकार का सबसे महत्वपूर्ण अभियान माना जाता है।

Swachh Bharat Abhiyan Ke Bare Mein 10 Line

1. स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत गाँधी जयंती के दिन 2 अक्टूबर, 2014 को की गई थी।

2. स्वच्छ और सुंदर भारत का सपना महात्मा गाँधी जी ने देखा था।

3. इसके अंतर्गत गली, मोहल्ले और शहर की सफाई करना आता है।

4. स्वच्छता अभियान के तहत सड़को पर कूड़ा फेंकना मना है।

5. जगह जगह पर अलग अलग तरह के कूड़े के लिए अलग अलग रंग के कूड़ेदान रखे गए है।

6. घरों और दुकानों का कूड़ा ले जाने के लिए गाड़ी आती है।

7. स्वच्छता अभियान के तहत बहुत से शौचालय बनाए गए है।

8. जगह जगह जाकर कैंप लगाकर लोगों को सफाई के प्रति जागरूक किया गया है।

9. स्वच्छता अभियान के लिए 600 करोड़ रूपये का बजट तैयार किया गया था।

10. भारत को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ बनाना हम सबका कर्तव्य है इसलिए हमें स्वच्छता अभियान से जुड़ना चाहिए।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi – स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

Few lines on Swachh Bharat Abhiyan in English

1. Swachh Bharat Abhiyan was started on October 2, 2014, on the occasion of Gandhi Jayanti.

2. The dream of a clean and beautiful India was seen by Mahatma Gandhi.

3. It comes to clean the street, the neighborhood, and the city.

4. In the Sanitation Campaign, it is forbidden to throw waste on roads.

5. In place of different types of garbage have been kept for different types of a dustbin.

6. There is a vehicle to take the garbage from houses and shops.

7. Many toilets have been constructed under the cleanliness campaign.

8. People have been aware of Swachh Bharat Abhiyan by camping.

9. A budget of Rs. 600 crores were prepared for the Swachh Bharat Abhiyan.

10. It is our duty to make India clean, beautiful, and healthy, therefore, we must connect to Swachh Bharat Abhiyan.

# 10 Lines Short Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Slogans in Hindi- स्वच्छ भारत अभियान पर नारे

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swachh bharat essay in hindi class 10

Good Achha tha par hard tha

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स्वच्छता पर निबंध (Cleanliness Essay in Hindi)

स्वच्छता

नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य को पूरा करने के लिये एक बड़ा कदम हो सकता है हर भारतीय नागरिक का एक छोटा सा कदम। रोजमर्रा के जीवन में हमें अपने बच्चों को साफ-सफाई के महत्व और इसके उद्देश्य को सिखाना चाहिये। अच्छा स्वास्थ्य किसी के जीवन को बेहतक बना सकता है और वह हमें बेहतर तरीके से सोचने और समझने की ताकत प्रदान करता है और अच्छे स्वास्थ्य का मूल मंत्र स्वच्छता है।

स्वच्छता पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Cleanliness in Hindi, Swachhata par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 शब्द).

स्वच्छता कोई काम नहीं है, जो पैसे कमाने के लिये किया जाए बल्कि, ये एक अच्छी आदत है जिसे हमें अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन के लिये अपनाना चाहिये। स्वच्छता पुण्य का काम है जिसे जीवन का स्तर बढ़ाने के लिये, एक बङी जिम्मेदारी के रुप में हर व्यक्ति को इसका अनुकरण करना चाहिये। हमें अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता, पालतू जानवरों की स्वच्छता, पर्यावरण की स्वच्छता, अपने आस-पास की स्वच्छता, और कार्यस्थल की स्वच्छता आदि करनी चाहिये। हमें पेड़ों को नहीं काटना चाहिये और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिये पेड़ लगाना चाहिये।

ये कोई कठिन कार्य नहीं है, लेकिन हमें इसे शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहिये। ये हमें मानसिक, शारीरिक, समाजिक और बौद्धिक रुप से स्वस्थ रखता है। सभी के साथ मिलकर उठाया गया कदम एक बड़े कदम के रुप में परिवर्तित हो सकता है। जब एक छोटा बच्चा सफलतापूर्वक चलना, बोलना, दौड़ना सीख सकता है और यदि अभिभावकों द्वारा इसे बढ़ावा दिया जाए, तो वो बहुत आसानी से स्वच्छता संबंधी आदतों को बचपन में ग्रहण कराया जा सकता है।

माता-पिता अपने बच्चे को चलना सीखाते हैं, क्योंकि ये पूरे जीवन को जीने के लिये बहुत जरुरी है। उन्हें जरुर समझना चाहिये कि स्वच्छता एक स्वस्थ जीवन और लंबी आयु के लिये भी बहुत जरुरी होता है, इसलिये उन्हें अपने बच्चों में साफ-सफाई की आदत भी डालनी चाहिये। हम अपने अंदर ऐसे छोटे-छोटे बदलाव अगर ले आएं तो शायद वो दिन दूर नहीं जब पूरा भारत स्वच्छ हो। बच्चों में क्षमता होती है, कि वे कोई भी आदत जल्दी सीख लेते हैं। इस लिये उन्हे स्वच्छता का पालन करने के लिये बचपन से प्रेरित करें।

निबंध 2 (300 शब्द)

स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हम सभी के लिये बहुत जरुरी है। अपने घर, पालतू जानवर, अपने आस-पास, पर्यावरण, तालाब, नदी, स्कूल आदि सहित सबकी सफाई करते हैं। हमें सदैव साफ, स्वच्छ और अच्छे से कपड़े पहनना चाहिये। ये समाज में अच्छे व्यक्तित्व और प्रभाव को बनाने में मदद करता है, क्योंकि ये आपके अच्छे चरित्र को दिखाता है। धरती पर हमेशा के लिये जीवन को संभव बनाने के लिये अपने शरीर की सफाई के साथ पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों (भूमि, पानी, खाद्य पदार्थ आदि) को भी साफ बनाए रखना चाहिये।

स्वच्छता हमें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और बौद्धिक हर तरीके से स्वस्थ बनाता है। सामान्यत:, हमने हमेशा अपने घर में ये ध्यान दिया होगा कि हमारी दादी और माँ पूजा से पहले स्वच्छता को लेकर बहुत सख्त होती हैं, तब हमें यह व्यवहार कुछ अलग नहीं लगता, क्यों कि वो बस साफ-सफाई को हमारी आदत बनाना चाहती हैं। लेकिन वो गलत तरीका अपनाती हैं, क्योंकि वो स्वच्छता के उद्देश्य और फायदे को नहीं बताती हैं, इसी वजह से हमें स्वच्छता का अनुसरण करने में समस्या आती है। हर अभिवावक को तार्किक रुप से स्वच्छता के उद्देश्य, फायदे और जरुरत आदि के बारे में अपने बच्चों से बात करनी चाहिये। उन्हे जरुर बताना चाहिये कि स्वच्छता हमारे जीवन में खाने और पानी की तरह पहली प्राथमिकता है।

अपने भविष्य को चमकदार और स्वस्थ बनाने के लिये हमें हमेशा खुद का और अपने आसपास के पर्यावरण का ख्याल रखना चाहिये। हमे साबुन से नहाना, नाखुनों को काटना, साफ और इस्त्री किये हुए कपड़े आदि कार्य रोज करना चाहिये। घर को कैसे स्वच्छ और शुद्ध बनाए ये हमें अपने माता-पिता से सीखना चाहिये। हमें अपने आसपास के वातावरण को साफ रखना चाहिये ताकि किसी प्रकार की बीमारी न फैले। कुछ खाने से पहले और खाने के बाद साबुन से हाथ धोना चाहिये। हमें पूरे दिन साफ और शुद्ध पानी पीना चाहिये, हमें बाहर के खाने से बचना चाहिये, साथ ही ज्यादा मसालेदार और तैयार पेय पदार्थों से परहेज करना चाहिये। इस प्रकार हम खुद को स्वच्छ के साथ-साथ स्वस्थ भी रख सकते हैं।

Essay on Cleanliness in Hindi

निबंध 3 (400 शब्द)

स्वच्छता एक क्रिया है जिससे हमारा शरीर, दिमाग, कपड़े, घर, आसपास और कार्यक्षेत्र साफ और शुद्ध रहते है। हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिये साफ-सफाई बेहद जरुरी है। अपने आसपास के क्षेत्रों और पर्यावरण की सफाई सामाजिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के लिये बहुत जरुरी है। हमें साफ-सफाई को अपनी आदत में लाना चाहिये और कूड़े को हमेशा कूड़ेदान में ही डालना चाहिये, चाहिये क्योंकि गंदगी वह जड़ है जो कई बीमारियों को जन्म देती है। जो रोज नहीं नहाते, गंदे कपड़े पहनते हों, अपने घर या आसपास के वातावरण को गंदा रखते हैं, ऐसे लोग हमेशा बीमार रहते हैं। गंदगी से आसपास के क्षेत्रों में कई तरह के कीटाणु, बैक्टीरिया वाइरस तथा फंगस आदि पैदा होते हैं जो बीमारियों को जन्म देते हैं।

जिन लोगों की गंदी आदतें होती हैं वो भी खतरनाक और जानलेवा बीमारियों को फैलाते है। संक्रमित रोग बड़े क्षेत्रों में फैलाते हैं और लोगों को बीमार करते हैं, कई बार तो इससे मौत भी हो जाती है। इसलिये, हमें नियमित तौर पर अपने स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिये। हम जब भी कुछ खाने जाएँ तो अपने हाथों को साबुन से धो लें। अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिये हमें बिल्कुल साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिये। स्वच्छता से हमारा आत्म-विश्वास बढ़ता है और दूसरों का भी हम पर भरोसा बनता है। ये एक अच्छी आदत है जो हमें हमेशा खुश रखेगी। ये हमें समाज में बहुत गौरान्वित महसूस कराएगी।

हमारे स्वस्थ जीवन शैली और जीवन के स्तर को बनाए रखने के लिये स्वच्छता बहुत जरुरी है। ये व्यक्ति को प्रसिद्ध बनाने में अहम रोल निभाती है। पूरे भारत में आम जन के बीच स्वच्छता को प्रचारित व प्रसारित करने के लिये भारत की सरकार द्वारा कई सारे कार्यक्रम और सामाजिक कानून बनाए गये और लागू किये गये है। हमें बचपन से स्वच्छता की आदत को अपनाना चाहिये और पूरे जीवन उनका पालन करना चाहिये। एक व्यक्ति अच्छी आदत के साथ अपने बुरे विचारों और इच्छाओं को खत्म कर सकता है।

घर या अपने आसपास संक्रमण फैलने से बचाने और गंदगी के पूर्ण निपटान के लिये हमें ध्यान रखना चाहिये कि कूड़ा केवल कूड़ेदान में ही डालें। साफ-सफाई केवल एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि ये घर, समाज, समुदाय, और देश के हर नागरिक की जिम्मेदारी है। हमें इसके महत्व और फायदों को समझना चाहिये। हमें कसम खानी चाहिये कि, न तो हम खुद गंदगी फैलाएंगे और किसी को फैलाने देंगे।

निबंध 4 (600 शब्द)

स्वच्छता किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत जरुरी होता है। चाहे वह कोई भी क्षेत्र क्यों न हो, हमें सदैव इसका पालन करना चाहिये। स्वच्छता कई प्रकार की हो सकती है जैसे कि, सामाजिक, व्यक्तिगत, वैचारिक आदि। हमें हर क्षेत्र में इसे अपनाना चाहिये क्यों कि सबके मायने अलग होते हैं। विचारों कि स्वच्छता हमें एक अच्छा इंसान बनाती है, तो वहीं व्यक्तिगत स्वच्छता हमें हानिकारक बिमारियों से बचाती है। इस लिये स्वच्छता के सार्वभौमिक विकास हेतु हमें सदैव प्रयासरत रहना चाहिये।

स्वच्छता का महत्व

चाहे व्यक्ति छोटा हो या बड़ा, हर उम्र में उन्हें कुछ स्वच्छता संबंधीत नियमों का पालन करना आवश्यक होता है जैसे कि, सदैव खाने से पहले और बाद में हाथों को साबुन से धुलना, रोज नहाना, अपने दांतो को साफ करना, नीचे गिरे वस्तुओं को न खाना, अपने घर को साफ रखना, घर में उचित सूर्य के प्रकाश कि व्यवस्था हो, आपने नाखूनों को साफ रखना, केवल घर ही नहीं अपितु आस-पास के परिवेश को भी स्वच्छ रखना, अपने स्कूल, कॉलेज या कोई भी सार्वजनिक स्थान पर कूड़ा न फैलाना। सूखे और गीले कचड़े को अलग-अलग हरे और नीले कूड़ेदान में डालना। इस प्रकार और भी कई काम हैं जिनके जरिये आप अपने अंदर स्वच्छता संबंधी आदतों को विकसित कर सकते हैं।

स्वच्छता से होने वाले फायदे

स्वच्छता के कई फायदे हैं जैसे कि स्वच्छता संबंधी अच्छी आदतें हमे कई बीमारियों से बचाती हैं। कोई भी बीमारी न केवल शरीर के लिए हानिकारक होता है, अपितु खर्च भी बढ़ा देता है। गंदे पानी व भोजन के सेवन से पीलिया, टाइफाइड, कॉलेरा जैसी खतरनाक बीमारियां फैलती हैं। गंदे परिवेश मे मच्छर पनपते हैं जो मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी जानलेवा बीमारियां फैलाते हैं।

व्यर्थ के बीमारियों को बढ़ाने से अच्छा है कि हम स्वच्छता संबंधी नियमों का पालन करें। ऐसा कर के हम देश के लाखों रुपये, जो बीमारियों पर खर्च होते हैं बचा सकते हैं। व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ वैचारिक स्वच्छता हमें एक अच्छा इंसान बनाता है। जो सदैव अपने विकास के साथ दूसरों का भी भला सोचता है और जब देश के सभी लोग ऐसी भावन के साथ जीने लगेंगे, तो वो दिन दूर नहीं जब देश स्वच्छता के साथ-साथ प्रगति के पथ पर भी तेजी से आगे बढ़ने लगेगा।

स्वच्छता संबंधी अभियान

भारत सरकार ने स्वच्छता की आवश्यकता को समझते हुए स्वच्छ भारत नामक अभियान को भी चलाया जिसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के मौके पर की गई। पर कोई भी अभियान केवल सरकार मात्र नहीं चला सकती, आवश्यकता है वहां के नागरिकों में जागरुकता फैलाने की।

इस अभियान के तहत सरकार ने शहर एवं ग्रामीण दोनो क्षेत्रों मे स्वच्छता को बढ़ावा दिया है और पूरे भारत को खुले मे शौच मुक्त करने का प्रण लिया है। अब तक 98 प्रतिशत भारत को खुले में शौचमुक्त बनाया जा चुका है। इसी प्रकार कई अन्य अभियान हैं जैसे निर्मल भारत, बाल स्वच्छता अभियान आदि। सबका उद्देश्य भारत में स्वच्छता को बढ़ावा देना है।

हम यह कह सकते हैं कि स्वच्छता हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है और स्वच्छता संबंधी आदतों से हम स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। और जब हमारा स्वास्थ्य ठीक रहेगा तो हम अपने परिवेश कि भी सफाई आसानी से कर पाएंगे। जब हमारा पूरा परिवेश साफ रहेगा तो नतीजन देश भी साफ रहेगा और इस प्रकार एक छोटी सी कोशिश मात्र से हम पूरे देश को साफ कर सकते हैं।

हमें बच्चों में छोटे समय से स्वच्छता संबंधी आदतें डालनी चाहिए, क्यों कि वे देश के भविष्य हैं और एक अच्छी आदत देश में बदलाव ला सकता है। जिस देश के बच्चे सामाजिक, वैचारिक और व्यक्तिगत रूप से स्वच्छ होंगे उस देश को आगे बढ़ने से कोइ नहीं रोक सकता। एक जिम्मेदार नागरिक बनें और देश के विकास में अपना योगदान दें। स्वच्छता अपनाएं और देश को आगे बढ़ाएं।

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स्वच्छता पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में | Essay on Swachata in Hindi

आज की इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं स्वच्छता पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। स्वच्छता का हर इंसान के जीवन में बहुत ज्यादा महत्व होता है क्योंकि यह लोगों के जीने के ढंग को गुणवत्ता से भरपूर बनाती है। इसी वजह से स्कूल में जाने वाले बच्चों को स्वच्छता को लेकर जागरूक किया जाता है। ऐसे में कई बार परीक्षा में स्वच्छता पर निबंध (essay on Swachata in Hindi), स्वच्छता का महत्व निबंध लिखने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा बहुत से प्रतियोगी परीक्षाओं में भी स्वच्छता पर निबंध पूछा जाता है। अगर आप भी स्वच्छता पर निबंध अलग-अलग शब्दों में ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस लेख को जरुर पढ़ें। 

swachata par nibandh

स्वच्छता पर निबंध 100 शब्दों में

स्वच्छता हर मनुष्य के जीवन का एक बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण अंग है। अपने शरीर की स्वच्छता से लेकर अपने आसपास के वातावरण की स्वच्छता भी हमारी जिम्मेदारी है। यह इंसान के स्वस्थ रहने और बेहतर जीवन जीने का तरीका है। इसलिए किसी भी इंसान को स्वच्छता के साथ भूल से भी समझौता नहीं करना चाहिए। स्वच्छ रहना उतना ही जरूरी है जितना कि खाना, हवा और पानी जरूरी है। यही वजह है कि कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि जहां पर साफ-सफाई यानी कि स्वच्छता होती है वहां पर ईश्वर का वास होता है। 

स्वच्छता पर निबंध 150 शब्दों में

स्वच्छता हर इंसान के लिए जरूरी है इसलिए हम सभी को अपने आपको और अपने आसपास की जगहों को साफ सुथरा रखना चाहिए। इसके साथ साथ हमें हमेशा साफ और धुले हुए कपड़े ही पहनने चाहिए। इसके अलावा जब भी खाना खाएं तो हमेशा अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोना चाहिए। जब इंसान स्वच्छ रहता है तो उस इंसान की समाज में अच्छी छवि बनती है। स्वच्छता इंसान के चरित्र को दर्शाता है इसलिए साफ रहना अति आवश्यक होता है। 

जो लोग यह चाहते हैं कि उनका भविष्य बेहतर हो और वे निरोगी जीवन जियें तो उन्हें हमेशा स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए हमें हमेशा अपने दांत, शरीर और कपड़ों को साफ़ रखना चाहिए। छोटे बच्चों को स्वच्छता के बारे में अपने माता-पिता से जानकारी लेनी चाहिए। जब इंसान स्वच्छ रहता है और अपने आसपास के वातावरण को भी पूरी तरह से साफ रखता है तो तब उसे किसी भी तरह की बीमारी नहीं हो सकती। इस तरह से व्यक्ति जब छोटी-छोटी बातों की तरफ ध्यान देता है तो तब वह खुद को और अपने आसपास की जगह को स्वच्छ बना सकता है। 

स्वच्छता पर निबंध 250 शब्दों में

स्वच्छता से हर इंसान का पूरा शरीर, दिमाग, पहनने के कपड़े और उसका घर शुद्ध रहता है। व्यक्ति के आसपास का वातावरण स्वच्छ है तो इससे उसके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए स्वच्छता से व्यक्ति का सामाजिक और बौद्धिक विकास होता है। जो लोग स्वच्छता को नहीं अपनाते उनकी समाज में कोई भी इज्जत नहीं करता और ना ही उन्हें कोई सम्मान की दृष्टि से देखता है। इसलिए समाज में अपनी एक अच्छी पहचान बनाए रखने के लिए जरूरी है कि स्वच्छता को अपनाया जाए। 

स्वच्छता के लिए जरूरी आदतें

स्वच्छता के लिए कुछ आदतें हर इंसान में होनी चाहिए और वो आदतें निम्नलिखित हैं – 

  • हर दिन अपने दांत साफ करने चाहिए और मुंह धोना चाहिए।
  • नहाकर साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए।
  • हमेशा कूढ़े को कूड़ेदान में डालना चाहिए।
  • अपने आसपास के स्थान साफ को रखना चाहिए क्योंकि गंदगी होने पर फंगस, वाइरस और कीटाणु जन्म लेते हैं जोकि कई तरह की जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकते हैं। 
  • भोजन करने से पहले हाथों को धोना चाहिए। इसी तरह से भोजन करने के बाद भी हाथ धोने चाहिए।
  • ना तो खुद गंदगी फैलाएं और ना ही दूसरे लोगों को गंदगी फैलाने दें। 

स्वच्छता क्यों जरूरी है

स्वच्छता इसलिए जरूरी है क्योंकि जब व्यक्ति खुद साफ नहीं रहता और उसका आसपास का वातावरण भी गंदा रहता है तो इससे संक्रमण फैलने का डर रहता है। लेकिन समाज को स्वच्छ बनाए रखने की जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति की नहीं है बल्कि इसकी जिम्मेदारी देश के हर नागरिक की है। हर इंसान को स्वच्छता के महत्व को समझते हुए खुद को और अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाना चाहिए। 

स्वच्छता पर निबंध 500 शब्दों में

स्वच्छता हर इंसान के लिए बहुत जरूरी होती है चाहे वह किसी भी जगह पर रहता हो उसे हमेशा साफ रहना चाहिए। स्वच्छता एक तरह की नहीं होती बल्कि स्वच्छता कई तरह की होती है जैसे कि सामाजिक, व्यक्तिगत और वैचारिक स्वच्छता। इसे हर क्षेत्र में अपनाना चाहिए वैसे हर क्षेत्र में स्वच्छता के मायने अलग-अलग हो सकते हैं जैसे कि अगर हमारे विचार अच्छे हैं तो तब हम एक अच्छे इंसान बनते हैं। वहीं हमारी व्यक्तिगत स्वच्छता बहुत सी खतरनाक बीमारियों से हमारा बचाव करती है। इसलिए हर मनुष्य को चाहिए कि वह स्वच्छता का सार्वभौमिक विकास करें

स्वच्छता का महत्व 

इंसान को चाहिए कि वो स्वच्छता से संबंधित नियमों का सख्ती के साथ पालन करें फिर चाहे वो छोटा हो या फिर बड़ा हो। इसलिए सदैव भोजन करने से पहले और भोजन के उपरांत अपने हाथों को साबुन से धोना, दांतों को ब्रश करना, रोज नहाना, नीचे गिरी हुई चीज को ना खाना,  अपने नाखूनों को बढ़ने पर काटना अपनी आदत बना लेना चाहिए। कुछ लोग कूड़े को गली में फेंक देते हैं जो कि बहुत गलत बात है इससे वातावरण प्रदूषित होता है और कई तरह के कीटाणु भी पनपने लगते हैं। तो हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी सार्वजनिक स्थान पर कूड़ा ना फेंके और हमेशा सूखे एवं गीले कचरे को अलग-अलग कूड़ेदान में डालना चाहिए। ऐसे और भी बहुत सारे कार्य हैं जिनको करके आप अपने अंदर स्वच्छता की आदतों का विकास कर सकते हैं। 

स्वच्छता से होने वाले लाभ 

स्वच्छता से होने वाले लाभ बहुत सारे हैं जो कि निम्नलिखित हैं –

  • स्वच्छता व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों से बचाती है। 
  • जिस देश में स्वच्छता होती है उस देश में प्रगति भी तेजी के साथ होती है।
  • साफ-सफाई रखने वाला व्यक्ति अपने आसपास के सारे वातावरण को गंदा होने से बचा सकता है। 
  • स्वच्छ रहने वाले व्यक्ति का दूसरे लोग बहुत सम्मान करते हैं। 
  • जो इंसान स्वच्छता को अपने जीवन में अपनाता है उसका विकास लगातार होता रहता है।
  • इस तरह से मानसिक स्वच्छता को अपनाकर अपने आसपास के क्षेत्र को शांत और सुंदर बनाया जा सकता है। 
  • कई प्रकार की आपराधिक गतिविधियां मानसिक स्वच्छता के कारण रुक सकती हैं। 

सरकार द्वारा चलाए गए सफाई अभियान 

भारत की सरकार ने भारत में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करके लोगों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता फैलाने की कोशिश की है। इस अभियान के तहत बहुत से गांवों में जहां पर शौचालय नहीं थे वहां पर शौचालय बनवाए गए। इसके साथ-साथ-साथ स्वच्छ भारत अभियान में लोगों को अपने घरों के आसपास, धार्मिक स्थलों, कार्य स्थलों, कॉलेज, स्कूल और गार्डन की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए जोर दिया गया। यह अभियान लोगों के बीच बहुत ज्यादा लोकप्रिय भी रहा और इसकी वजह से अनेकों लोगों ने स्वच्छता के महत्व को समझा। इसके अलावा ऐसी बहुत सारी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं भी हैं जो लोगों को व्यक्तिगत रूप से स्वच्छ रहने के लिए मोटिवेट करतीं हैं। यदि देश के सभी लोग स्वच्छ रहने लगें तो पूरे देश को प्रगतिशील और विकासशील बनाया जा सकता है।

  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध
  • वृक्षारोपण पर निबंध
  • वायु प्रदूषण पर निबंध
  • आदर्श विद्यार्थी पर निबंध

दोस्तों यह था हमारा आज का पोस्ट स्वच्छता पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। इसमें हमने आपको स्वच्छता पर निबंध (essay on swachata in Hindi) अलग-अलग शब्दों में बताया। हमें पूरी आशा है कि हमारा यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी रहा होगा। अब आप बहुत आसानी के साथ स्वच्छता पर निबंध लिख सकेंगें। अगर आपको ये जानकारी उपयोगी लगी हो तो हमारे इस पोस्ट को उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो स्वच्छता पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में ढूंढ रहें हैं। 

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 1000 Words- स्वच्छ भारत अभियान पोस्टर

The Swachh Bharat Abhiyan is one of the most significant initiatives with the moto "Swachh Bharat Abhiyan: Ek Kadam Swachhta Ki Aur Read Swachh Bharat Abhiyan Essay in English and Hindi.

Swachh Bharat Abhiyan

Table of Contents

Swachh Bharat Abhiyan Essay

Swachh Bharat Abhiyan Essay : The Swachh Bharat Abhiyan is one of the most well-known and significant initiatives taken by the Indian government and the people of India. On October 2, 2023, India will commemorate the Swachh Bharat Abhiyan’s ninth anniversary. The launch of this campaign was announced on October 2, 2014, in recognition of Mahatma Gandhi’s dream of a clean nation. Prime Minister of India Narendra Modi. Schools and institutions organize essay competitions for this special Swachh Bharat Abhiyan occasion. Here, we’ve included a few examples of essay on Swachh Bharat Abhiyan in English and Hindi.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English

If you are participating in an essay competition and need an essay on Swachh Bharat Abhiyan, you have come to the perfect place. We have provided some Swachh Bharat Abhiyan essays based on different word limits. Your essay should focus on a single fundamental idea i.e Swachh Bharat Abhiyan. Before you begin writing your essay, you should keep a few things in mind. Your Swachh Bharat Abhiyan essay begins with a topic introduction, then proceeds into a body paragraph in which the author offers his argument based on his understanding of the Swachh Bharat Abhiyan main point, and then finishes with a paragraph that summarizes the essay’s primary conclusions.

Swachh Bharat Essay

Swachh Bharat Abhiyan is also known as the Clean India Mission, Clean India Drive, or Swachh Bharat Campaign. The Swachh Bharat Abhiyan is one of the most important missions in Indian history. The Prime Minister, Narendra Modi, launched this initiative on October 2, 2014, to honor Mahatma Gandhi’s goal of a Clean India. Initially, the Swachh Bharat Abhiyan campaign was implemented on a nationwide scale in all towns, rural, and urban regions, with the goal of establishing a clean and sanitary environment in India.

Swachh Bharat Abhiyan Essay 150 words

Students may start their Swachh Bharat Abhiyan essay in English 150 words with a quote from Mahatma Gandhi, Such as

 “Cleanliness is not an act but a habit.”  – Mahatma Gandhi

Swachh Bharat Abhiyan, an effort of our Hon’ble Prime Minister Narendra Modi, is an endeavor to make India cleaner. The Swachh Bharat Mission or Swachh Bharat Abhiyan was introduced on October 2, 2019, to commemorate the 145th birthday of Mahatma Gandhi, and his proponents of cleanliness. The primary goal of the Swachh Bharat Abhiyan is to educate residents about the importance of cleanliness in their immediate surroundings and the spread of waste and infectious parasites. Construction of latrines, promotion of sanitation initiatives in rural areas, street and road cleaning, and infrastructural changes are all part of this push to move the nation forward.

Swachh Bharat Abhiyan is a tremendous achievement and a one-of-a-kind undertaking in Indian history. We must continue to practice cleanliness with the same enthusiasm and assist one another in maintaining our Mother India clean and beautiful.

Essay on Swachh Bharat in English in 200 Words

The Clean India Mission, popularly known as the Swachh Bharat Abhiyan, is an across-the-nation cleanliness initiative. Swachh Bharat Abhiyan is a clean-up program initiated by India’s Prime Minister on the occasion of Mahatma Gandhi’s 145th birthday. The campaign’s purpose was to fulfill Mahatma Gandhi’s dream of a “Clean India.”This ad has inspired individuals all across the world to be more clean. Indian residents, students, and many prominent public figures are actively participating in the ‘Clean India Campaign’ with excitement and delight.

The Swachh Bharat Abhiyan’s major goal is to promote public awareness about the importance of cleanliness. The initiative also seeks to eliminate the harmful practice of open defecation and provide basic sanitation facilities such as toilets, solid-liquid waste disposal systems, and clean drinking water. Every Indian citizen should have access to safe and sufficient drinking water, as well as basic sanitation services such as toilets, liquid and solid waste management systems, and clean communities. The Swachh Bharat Abhiyan intends to cover about 4041 statutory towns and cities across the country in order to provide cleaner streets, highways, towns, and infrastructure.

The Swachh Bharat Abhiyan did not happen overnight. The Swachh Bharat Abhiyan strives to improve individual and community behavior by encouraging everyone to take responsibility for cleanliness.

You may conclude your Swachh Bharat Abhiyan essay using the quote,

“Our motto should be Swachh Bharat Abhiyan, Swasth Bharat Abhiyan – Clean India, Healthy India.”

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 1000 words

  • “Swachh Bharat Abhiyan is not just about cleaning our streets and surroundings, but it’s a movement towards a cleaner and healthier nation.”

Introduction

During his time before India’s independence, Mahatma Gandhi said, “Sanitation is more important than Independence.” Our Bapu, Mahatma Gandhi, was particularly concerned in eradicating, alongside the British, all the dirt and pollutants that afflicted our nation and its people. Our Hon’ble Prime Minister, Narendra Modi, started Swachh Bharat Abhiyan, also known as Clean India Mission, on October 2nd, 2014, to fulfill Mahatma Gandhi’s ideal of a “Clean India.”

When did Swachh Bharat Abhiyan launch?

Former Indian President Pranab Mukherjee stated in a speech to Parliament in June 2014, “A Swachh Bharat Mission will be launched to ensure hygiene, waste management, and sanitation across the nation.” This would be our tribute to Mahatma Gandhi on his 150th birth anniversary, which will be honored in 2019.” On the 145th birth anniversary of Mahatma Gandhi (2nd October 2014), Prime Minister Narendra Modi formally launched the campaign at Rajghat in New Delhi in order to accomplish Mahatma Gandhi’s vision of making India an ideal country in the world. Three million government employees and students from around India took part in 4,043 cities, towns, and rural villages. The campaign has been planned for five years, with the goal of completing the recommended plans by October 2nd, 2019, which marks Gandhiji’s 150th birthday. PM Modi launched the mission by sweeping Rajghat Road in New Delhi.

Swachh Bharat Abhiyan

What is the Objective of the Swachh Bharat Campaign

India, a country of 140 million people, has a major problem with the management of waste. Irresponsible people discard their household waste on the roadways, which leads to dirt and grime and, in turn, a variety of diseases. Thousands of people are affected by malignant diseases caused by poor sanitation and hygiene. The Swachh Bharat Yojana was introduced by the Indian government to address these issues.

Swachh Bharat Abhiyan seeks to make India included on the list of “clean countries”.The primary goal of Swachh Bharat Abhiyan is to eliminate the harmful practice of open defecation and provide basic sanitation amenities such as toilets, solid-liquid waste disposal systems, and clean drinking water. The Swachh Bharat Mission was established with the primary objectives of creating a nation with an abundance of sanitation facilities and eradicating all unhealthy habits in daily routines. Every Indian village and city must be made clean as part of this mission. Which toilet layout is also featured in every home.

One of the goals of the Swachh Bharat Abhiyan is to make residents aware of their primary responsibility to preserve cleanliness and prevent pollution from spreading throughout the country.

Initiatives taken under the Swachh Bharat Campaign

The Government of India has taken numerous initiatives to guarantee the successful execution of the Swachh Bharat Abhiyan. Some of the major initiatives under Swachh Bharat Abhiyan are

  • Individuals, organizations, and states that actively participate in the program have received financial assistance and incentives.
  • It seeks to encompass about 4041 statutory towns and cities across the country in order to provide cleaner streets, roads, communities, and public infrastructure.
  • More than 1 crore toilets were built in India’s metropolitan regions as part of the Swachh Bharat Abhiyan, while 11 crore 11 lakh toilets were built in rural to avoid open defecation.
  • Aside from that, Community toilets are being developed for residential areas where individual household toilets are scarce, as well as public restrooms at specified locations such as bus terminals, tourist attractions, railway stations, marketplaces, and so on.
  • The Swachh Bharat Abhiyan relies heavily on public participation. Citizens, schools, non-governmental organizations (NGOs), and corporate entities have all actively participated in the campaign through cleanliness drives, awareness campaigns, and sanitation facility improvement activities.
  • People from many walks of life have made the Swachh Bharat vow to keep their surroundings clean and to actively contribute to keeping India clean.
  • People have also been made aware of the need for cleanliness. People must refrain from open defecation and from throwing waste anywhere. In the countryside and towns, sanitation facilities are constantly being built. Garbage vans were established to tackle the problem of rubbish in metropolitan areas, allowing garbage to be removed from one location to another.
  • Swachh Bharat Kosh and Swachh Survekshan are two projects that have been developed to mobilize resources, raise awareness, and assess the cleanliness of cities and villages. The Swachh Bharat Mission (SBM) was founded as the nodal body in charge of organizing and implementing the Swachh Bharat Mission.
  • The F nine people Salman Khan, Anil Ambani, Kamal Hassan, comedian Kapil Sharma, Priyanka Chopra, Baba Ramdev, Sachin Tendulkar, Shashi Tharoor, and a team from ‘Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah’ (a popular TV show) were  nominated by the Prime Minister to launch and promote the Swachh Bharat campaign. Later, several important figures and celebrities joined this campaign as National Brand Ambassadors to participate and support the Swachh Bharat Mission.

Benefits of the Swachh Bharat Mission

Since the campaign’s beginning, there have been significant positive effects on healthcare, tourism, jobs, the environment, and the economy.

  • Clean India drew a large number of tourists from all over the world. The tourism industry alone accounts for around 6.6% of total Indian GDP. There is an increase in employment sources.
  • To ensure the hygiene of Uttar Pradesh’s government buildings, the Chief Minister of Uttar Pradesh outlawed the chewing of paan, gutka, and other tobacco products totally.
  • Insufficient and poor health was exacerbated by insufficient hygiene and cleanliness. People’s health improved as a result of this cleanliness campaign, and death rates have decreased since then. Annually. Because of improved health, each household saves Rs. 6,500.
  • To sustain and make this effort successful, the Finance Ministry of India has launched a program called Swachh Bharat cess, under which everyone in India must pay a 0.5% tax on all services (i.e., 50 paise every 100 rupees), which would support the cleanliness campaign.
  • Swachh Bharat Mission Grameen also yielded significant results, with over 10 crore home toilets constructed. In addition, about 6 million communities have been designated as ODF. As of October 2, 2019, household toilet coverage had reached 100%, up from 38.70% in 2014.

As we have all heard the famous phrase, “Cleanliness is Next to Godliness,” we can confidently state that the Clean India Campaign (Swachh Bharat Abhiyan) would bring godliness all throughout the country for years if the people of India adhere to it properly.

Today, India has taken strides toward cleanliness through this effort, but the objective of cleanliness remains a long way off. Achieving the aim of a clean India can never be feasible unless we work together to clean our surroundings and prevent others from making them dirty. Swachh Bharat Abhiyan has sparked a nationwide cleaning movement, demonstrating citizens’ common duty to create a cleaner and healthier India.

“A clean environment leads to a healthy life. Let’s join hands and clean our nation.”

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

भारत की आजादी से पहले अपने समय में, महात्मा गांधी ने कहा था, “स्वच्छता आजादी से अधिक महत्वपूर्ण है।” हमारे बापू, महात्मा गांधी, अंग्रेजों के साथ-साथ हमारे देश और इसके लोगों को परेशान करने वाली सभी गंदगी और प्रदूषकों को खत्म करने में विशेष रूप से चिंतित थे। हमारे माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के “स्वच्छ भारत” के आदर्श को पूरा करने के लिए 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान, जिसे स्वच्छ भारत मिशन के रूप में भी जाना जाता है, शुरू किया।

स्वच्छ भारत अभियान कब शुरू हुआ?

भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जून 2014 में संसद में एक भाषण में कहा, “देश भर में स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए एक स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया जाएगा।” यह महात्मा गांधी को उनकी 150वीं जयंती पर हमारी श्रद्धांजलि होगी, जिसे 2019 में सम्मानित किया जाएगा।” महात्मा गांधी की 145वीं जयंती (2 अक्टूबर 2014) पर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के राजघाट में औपचारिक रूप से अभियान की शुरुआत की। भारत को दुनिया में एक आदर्श देश बनाने के महात्मा गांधी के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए। भारत भर के तीन मिलियन सरकारी कर्मचारियों और छात्रों ने 4,043 शहरों, कस्बों और ग्रामीण गांवों में भाग लिया। इस लक्ष्य के साथ अभियान की योजना पांच साल के लिए बनाई गई है। अनुशंसित योजनाओं को 2 अक्टूबर, 2019 तक पूरा करना, जो गांधीजी की 150वीं जयंती है। पीएम मोदी ने नई दिल्ली में राजघाट रोड पर झाड़ू लगाकर मिशन की शुरुआत की।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य क्या है?

140 मिलियन लोगों के देश भारत में अपशिष्ट प्रबंधन एक बड़ी समस्या है। गैर-जिम्मेदार लोग अपने घरेलू कचरे को सड़कों पर फेंक देते हैं, जिससे गंदगी और गंदगी फैलती है और परिणामस्वरूप, कई तरह की बीमारियाँ होती हैं। खराब साफ-सफाई और साफ-सफाई के कारण होने वाली घातक बीमारियों से हजारों लोग प्रभावित हैं। इन मुद्दों के समाधान के लिए भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत योजना शुरू की गई थी।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य भारत को “स्वच्छ देशों” की सूची में शामिल करना है। स्वच्छ भारत अभियान का प्राथमिक लक्ष्य खुले में शौच की हानिकारक प्रथा को खत्म करना और शौचालय, ठोस-तरल अपशिष्ट निपटान प्रणाली जैसी बुनियादी स्वच्छता सुविधाएं प्रदान करना है। स्वच्छ पेयजल. स्वच्छ भारत मिशन की स्थापना प्रचुर स्वच्छता सुविधाओं वाले राष्ट्र का निर्माण करने और दैनिक दिनचर्या में सभी अस्वास्थ्यकर आदतों को खत्म करने के प्राथमिक उद्देश्यों के साथ की गई थी। इस मिशन के तहत प्रत्येक भारतीय गांव और शहर को स्वच्छ बनाया जाना चाहिए। कौन सा शौचालय लेआउट हर घर में भी दिखाया गया है।

स्वच्छ भारत अभियान का एक लक्ष्य निवासियों को स्वच्छता बनाए रखने और पूरे देश में प्रदूषण फैलने से रोकने के लिए उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी के बारे में जागरूक करना है।

स्वच्छ भारत अभियान का प्रमुख लक्ष्य स्वच्छता के महत्व के बारे में जन जागरूकता को बढ़ावा देना है। इस पहल का उद्देश्य खुले में शौच की हानिकारक प्रथा को खत्म करना और शौचालय, ठोस-तरल अपशिष्ट निपटान प्रणाली और स्वच्छ पेयजल जैसी बुनियादी स्वच्छता सुविधाएं प्रदान करना है। प्रत्येक भारतीय नागरिक को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल, साथ ही शौचालय, तरल और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली और स्वच्छ समुदायों जैसी बुनियादी स्वच्छता सेवाओं तक पहुंच होनी चाहिए। स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य स्वच्छ सड़कें, राजमार्ग, कस्बे और बुनियादी ढाँचा प्रदान करने के लिए देश भर के लगभग 4041 वैधानिक कस्बों और शहरों को कवर करना है।

स्वच्छ भारत अभियान रातोरात नहीं हुआ। स्वच्छ भारत अभियान सभी को स्वच्छता की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित करके व्यक्तिगत और सामुदायिक व्यवहार में सुधार लाने का प्रयास करता है।

आप इस उद्धरण का उपयोग करके अपने स्वच्छ भारत अभियान निबंध को समाप्त कर सकते हैं,

“ हमारा आदर्श वाक्य होना चाहिए स्वच्छ भारत अभियान, स्वस्थ भारत अभियान – स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत।”

स्वच्छ भारत अभियान पोस्टर

स्वच्छ भारत अभियान पोस्टर – 1

स्वच्छ भारत अभियान पोस्टर

स्वच्छ भारत अभियान पोस्टर-2

स्वच्छ भारत अभियान पोस्टर

Swachh Bharat Abhiyan Quotes

The Swachh Bharat Abhiyan essay will be more prominent if uses any quote related to the Swachh Bharat Abhiyan. Some of the Famous quotes on Swachh Bharat Abhiyan are as follows:

  • “Sanitation is more important than independence. So long as you do not take the broom and the bucket in your hands, you cannot make your towns and cities clean.” – Mahatma Gandhi
  • “Sanitation is more important than independence” and “So long as you do not take the broom and the bucket in your hands, you cannot make your towns and cities clean.” – Mahatma Gandhi
  • “It is our social responsibility as citizens of India to help fulfil Gandhiji’s vision of Clean India, by his 150th birth anniversary in 2019.”- Narendra Modi
  • “Cleanliness is the Hallmark of perfect standards and the best quality inspector is the conscience.” – J.R.D Tata
  • “Cleanliness is a mindset – a positive habit that keeps the body, mind, and environment happy, healthy, simple, neat, and delightful.” – Amit Ray
  • “We can build a better India by taking small steps towards cleanliness every day.”
  • “Cleanliness is next to godliness, and a clean nation is a prosperous one.”

Sharing is caring!

What is the Swachh Bharat Abhiyan's tagline?

The Swachh Bharat Abhiyan's tagline is Swachh Bharat Abhiyan: Ek Kadam Swachhta Ki Aur.

Is the Clean India Mission and Swachh Bharat Abhiyan the same thing?

Yes. Clean India Mission or Swachh Bharat Mission (SBM) are other names for the Swachh Bharat Abhiyan.

When did the Swachh Bharat Abhiyan begin?

The Swachh Bharat Abhiyan was launched on October 2, 2014, the 145th birth anniversary of Mahatma Gandhi.

Soumyadeep

Soumyadeep specializes in content creation for board exams, catering to the demands of CBSE, ICSE, and other state boards students. He has two years of experience in the education industry. He has a graduate degree in Zoology Honours, he delivers content across several domains, including CUET (UG and PG), NEET, JEE, and universities. 

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