essay on independence day in hindi language

25,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

essay on independence day in hindi language

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

essay on independence day in hindi language

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

essay on independence day in hindi language

  • Essays in Hindi /

Essay on Independence Day in Hindi | जानिये कैसे लिखें स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

' src=

  • Updated on  
  • दिसम्बर 14, 2023

Essay on Independence Day in Hindi

भारत को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली, लेकिन आजादी की एक लंबी और कठिन यात्रा के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, कई दशक जेल में बिताए और अंग्रेजों द्वारा मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना सही। इस देश की आजादी में कई लोगों का बलिदान शामिल है, जिन्हें हम हमेशा याद करते रहेंगे। कई बार आजादी के विषयों को लेकर परीक्षाओं में निबंध लिखने के लिए कहा जाता है और इंटरव्यू में भी देश की स्वतंत्रता से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं, इसलिए इस ब्लाॅग में हम देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस पर Essay on Independence Day in Hindi के बारे में विस्तार से जानेंगे। इस ब्लॉग में आपको 100, 200 और 500 शब्दों में Swatantrata Diwas Par Nibandh के कुछ सैम्पल्स दिए गए हैं।

This Blog Includes:

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100 शब्दों में  , स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 200 शब्दों में , प्रस्तावना , किसको समर्पित है स्वतंत्रता दिवस, उपसंहार , स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन्स , स्वतंत्रता दिवस कोट्स , स्वतंत्रता दिवस से जुड़े कुछ तथ्य .

100 शब्दों में Essay on Independence Day in Hindi कुछ इस प्रकार हैः

स्वतंत्रता दिवस, हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। यह दिन 15 अगस्त को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है। हम इसे विशेष रूप से मनाते हैं क्योंकि 1947 में इस दिन भारत ने अंग्रेजी शासन से आजादी प्राप्त की थी। स्वतंत्रता दिवस हमें हमारे देश के वीर शहीदों को याद करने और उनके समर्थन में एकजुट होने का मौका देता है। हमें यह दिवस भारतीय संस्कृति, संविधान और स्वतंत्रता के महत्व को समझने का भी अवसर प्रदान करता है। हमें समर्पण और देशभक्ति के साथ आगे बढ़ने का प्रेरणा मिलता है ताकि हम देश को और समृद्ध और समर्थ बना सकें।

200 शब्दों में Swatantrata Diwas Par Nibandh इस प्रकार लिख सकते हैंः

स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को भारत में खुशियों और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण है, क्योंकि 1947 में इस दिन देश ने अंग्रेजी शासन से आजादी हासिल की थी। स्वतंत्रता दिवस हमें याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने कैसे शक्ति, संघर्ष और संकल्प से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी। 

यह दिन हमें देशभक्ति, साहस और समर्पण के महत्व को समझाता है। स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले वीर शहीदों की स्मृति में, हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके बलिदान को सराहते हैं।

स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए भारतीय संस्कृति, संविधान और एकता का प्रतीक है। यह दिन हमें स्वतंत्रता के महत्व को समझने का और अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझने का अवसर देता है।

इस दिन हमें देश के समृद्धि, समर्थता और समाज के सामर्थ्य के प्रति सकारात्मक सोचने का मौका मिलता है। हम इस अवसर पर देश के विकास में अपना योगदान देने का संकल्प लेते हैं और एक सशक्त, समृद्ध, और समरस्थ भारत का सपना देखते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के इस पवित्र अवसर पर, हमें एकजुट होकर देश के विकास में सहयोग करना चाहिए और स्वतंत्र भारत के सपने को हकीकत बनाने के लिए समर्थ होना चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दों में   

500 शब्दों में Essay on Independence Day in Hindi इस प्रकार दिया गया हैः

स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को भारत में उत्साह और भावुकता के साथ मनाया जाता है। यह दिवस हर भारतीय के लिए एक गर्व का संदेश है और राष्ट्रीय एकता और स्वाधीनता के महत्व को समझाता है। 

इस दिन शहीदों की स्मृति में भारतीय जनता एकजुट होती है। इस दिन राष्ट्रीय ध्वज समारोह की व्यापक धारावाहिकाएं, राष्ट्रीय गीतों के गायन, स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर भाषण, नाटक और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

1857 की पहली स्वतंत्रता संग्राम से लेकर भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन तक भारतीय जनता ने अनगिनत कठिनाइयों का सामना किया। महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू, राजेन्द्र प्रसाद और अन्य विशाल स्वतंत्रता सेनानियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और बलिदान ने इस अद्भुत उपलब्धि को संभव बनाया।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभक्त और समर्थ नेताओं के भाषणों द्वारा लोग भारतीय इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण घटनाओं को याद करते हैं। उन्होंने अपनी अपूर्व वीरता और संघर्ष भारतीय राष्ट्रीयता में गौरवपूर्वक रूप से साकार किया था।

इस दिन को भारतीय संस्कृति, संविधान और स्वतंत्रता के महत्व को समझाने के लिए भी समर्पित किया जाता है। भारतीय संस्कृति विश्व में अपनी विविधता, समृद्धि और महत्व के लिए जानी जाती है। इस दिन देशवासियों को स्वतंत्रता के मूल अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने का भी प्रयास किया जाता है, जो हमें न्याय, स्वतंत्रता, और समानता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभक्ति और राष्ट्रीय भाव को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न प्रतियोगिताएं, सेमिनार, कविता पाठ, पेंटिंग और नाटक के आयोजन किए जाते हैं। इससे विद्यार्थियों के भारतीय इतिहास और संस्कृति के प्रति अधिक उत्साह एवं गर्व का अनुभव होता है।

स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर, राष्ट्रीय ध्वज फहराने, समारोह आयोजित करने, समाजसेवा कार्यों को प्रोत्साहित करने और अधिकारिक रूप से सरकारी दफ्तरों और उद्योगों में राष्ट्रीय गान का गायन करने का भी प्रयास किया जाता है। इसके अलावा, स्वतंत्रता दिवस को जनजागरण, विशेष न्यूज़लेटर और मीडिया में विशेष रूप से भारतीय इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम, और राष्ट्रीय विचारधारा पर लेख प्रकाशित करके देशवासियों को भारतीय राष्ट्रीयता की महत्ता समझाते हैं।

स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए पूर्वजों ने किए थे बड़े संघर्ष

यह दिन एक महान अवसर  है, जो हमें स्वतंत्र भारत के सपने को पूरा करने के लिए संबल देता है। स्वतंत्रता दिवस को गांधीजी ने ‘आज़ादी अमृत महोत्सव’ के रूप में घोषित किया था। इस अमृत महोत्सव में हमें अपने देश के इतिहास, संस्कृति और विरासत को समझने का एक अवसर मिलता है। इसमें हम देशभक्ति और सेवा की भावना से भरे हुए रहते हैं और देश के विकास के लिए प्रत्याशा से जीते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर हमें याद दिलाता है कि स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए हमारे पूर्वजों ने कितने बड़े संघर्ष किए थे। उन्होंने अपने जीवन और संपूर्ण उत्साह के साथ देश के लिए बलिदान किया था। हमें उन्हें याद करके उनके समर्थन में एकजुट होना चाहिए और उनके साहस को सराहना करना चाहिए। इस दिन को समारोह से भरपूर बनाने के लिए स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर, समाजिक संगठन और विशेषज्ञ समितियों ने विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इससे छात्र-छात्राएं और लोग राष्ट्रीय भाव से जुड़ते हैं और देशभक्ति के प्रति अपनी जागरूकता बढ़ाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के इस खास अवसर पर, हमें अपने देश के विकास के लिए सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित करने वाले देश के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देनी चाहिए। हमें अपने देश के लिए निर्माण कार्यों में सहयोग करने का संकल्प लेना चाहिए, ताकि हम अपने वीर शहीदों के समर्थन में सच्ची श्रद्धा प्रदर्शित कर सकें।

स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए एक महान समारोह है जो हमें देशभक्ति, समर्पण और समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर रहने के लिए प्रेरित करता है। हम सभी को यह समझना चाहिए कि हमारे देश की समृद्धि, सुरक्षा और समाज का विकास हम सभी की जिम्मेदारी है। 

  • स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • यह सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है।
  • यह दिन औपनिवेशिक शासन से देश की आजादी का प्रतीक है।
  • इस वर्ष यानी 2023 में देश की आजादी की 77वीं वर्षगांठ है।
  • देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह मुख्य रूप से लाल किले पर मनाया जाता है।
  • यह मुख्य रूप से स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।
  • यह गौरव का दिन है, अखंडता भारतीयों के बीच एकता को दर्शाती है।
  • यह दिन झंडा फहराने, परेड और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ मनाया जाता है।
  • स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थान इस दिन को अलग-अलग तरीकों से मनाते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय की भावना और आत्मा को उत्साहित करता है।

स्वतंत्रता दिवस पर कुछ कोट्स नीचे प्रस्तुत हैं –

  • “गूंज रहा है दुनिया में हिंदुस्तान का नारा, चमक रहा है आसमान में तिरंगा हमारा।
  • “तिरंगा ही आन है, तिरंगा ही शान है, और तिरंगा ही हम हिंदुस्तानियों की पहचान है।
  • “जहाँ हर धर्म और हर मज़हब के लोगों को अपने-अपने हिसाब से जीने की आज़ादी है वही मेरा देश हिन्दुस्तान है।
  • “खुश नसीब है वो जिनका खून देश के काम आता है, हर किसी के हिस्से में ना ये मुकाम आता है।
  • “देश की आन से हमारी आन बढ़ती है, देश की शान से हमारी शान बढ़ती है। 
  • “तिरंगा सिर्फ आन या शान नहीं है, हम भारतीयों की जान है।
  • “नए पीढ़ी पर आज काम करेंगे तो कल आगाज आयेगा, तभी तो देश का हर एक बच्चा अपनी हुनर का इंकलाब लाऐगा।
  • “वतन पर फ़ना होने की इजाज़त ना कोई ले सकता है ना कोई दे सकता है, वतन का राब्ता तो रूह से होता है।
  • “मेरा “हिंदुस्तान” महान था, महान है और महान रहेगा। 
  • सर झुकते है देश के जवानों के शहादत में, जो कुर्बान हो गए देश की हिफाज़त में।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस से जुड़े रोचक तथ्य इस प्रकार हैं, जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिएः

  • आज़ादी के दौरान भारतीयों के पास कोई आधिकारिक राष्ट्रगान नहीं था। 1911 में रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा रचित गीत भरोतो भाग्यो बिधाता का नाम बदलकर ‘जन गण मन’ कर दिया गया और 24 जनवरी 1950 को भारत की संविधान सभा द्वारा राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया।
  • लाल, पीले और हरे रंग की 3 क्षैतिज पट्टियों वाला भारतीय राष्ट्रीय ध्वज 7 अगस्त 1906 को पारसी बागान स्क्वायर, कोलकाता में फहराया गया था। हमारे वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज का पहला संस्करण 1921 में पिंगली वेंकैया द्वारा डिजाइन किया गया था। 24-स्पोक अशोक चक्र के साथ केसरिया, सफेद और हरी धारियों वाला वर्तमान ध्वज आधिकारिक तौर पर 22 जुलाई 1947 को अपनाया गया था और 15 अगस्त 1947 को फहराया गया था।
  • बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ वास्तव में 1880 के दशक में लिखे गए उनके उपन्यास आनंदमठ का हिस्सा था। इस गीत को पहली बार 1896 में रवीन्द्रनाथ टैगोर ने गाया था। वंदे मातरम को 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया था।
  • रवीन्द्रनाथ टैगोर ने न सिर्फ भारतीय राष्ट्रगान लिखा बल्कि हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश ने भी राष्ट्रगान लिखा।
  • भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण केवल हाथ से काते गए और हाथ से बुने गए सूती खादी के जूतों से किया जाता है।
  • भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम को 18 जुलाई 1947 को मंजूरी दे दी गई थी, लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत की स्वतंत्रता की तारीख के रूप में 15 अगस्त को चुना क्योंकि यह 15 अगस्त 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद मित्र देशों की सेना के सामने जापान के आत्मसमर्पण की तारीख से मेल खाती है।
  • संविधान के अनुसार भारत की कोई राष्ट्रीय भाषा नहीं है, हिंदी और अंग्रेजी दोनों को भारत की ऑफिशियल लैंग्वेज माना जाता है।
  • भारतीय तिरंगे को स्वतंत्रता सेनानी और महात्मा गांधी के अनुयायी पिंगली वेंकैया ने डिजाइन किया था।
  • भारत के अलावा 5 अन्य देश 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इनमें उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, कांगो गणराज्य, बहरीन और लिकटेंस्टीन शामिल हैं।
  • कर्नाटक के धारवाड़ में स्थित कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग संयुक्त संघ (केकेजीएसएस) के पास भारतीय ध्वज के निर्माण और आपूर्ति का अधिकार है।

हर वर्ष 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 

1947 में भारत देश को 15 अगस्त के दिन आजादी मिली थी। उसके जश्न में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 

उस समय देश की आबादी लगभग 32 करोड़ थी। 

इस वर्ष यानी 2023 में 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। 

उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको Essay on Independence Day in Hindi लिखने के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य निबंध से सम्बंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

' src=

विशाखा सिंह

A voracious reader with degrees in literature and journalism. Always learning something new and adopting the personalities of the protagonist of the recently watched movies.

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

25,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

essay on independence day in hindi language

Resend OTP in

essay on independence day in hindi language

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

essay on independence day in hindi language

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

  • CBSE Class 10th

CBSE Class 12th

  • UP Board 10th
  • UP Board 12th
  • Bihar Board 10th
  • Bihar Board 12th
  • Top Schools in India
  • Top Schools in Delhi
  • Top Schools in Mumbai
  • Top Schools in Chennai
  • Top Schools in Hyderabad
  • Top Schools in Kolkata
  • Top Schools in Pune
  • Top Schools in Bangalore

Products & Resources

  • JEE Main Knockout April
  • Free Sample Papers
  • Free Ebooks
  • NCERT Notes

NCERT Syllabus

  • NCERT Books
  • RD Sharma Solutions
  • Navodaya Vidyalaya Admission 2024-25

NCERT Solutions

  • NCERT Solutions for Class 12
  • NCERT Solutions for Class 11
  • NCERT solutions for Class 10
  • NCERT solutions for Class 9
  • NCERT solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 7
  • JEE Main 2024
  • JEE Advanced 2024
  • BITSAT 2024
  • View All Engineering Exams
  • Colleges Accepting B.Tech Applications
  • Top Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in Tamil Nadu
  • Engineering Colleges Accepting JEE Main
  • Top IITs in India
  • Top NITs in India
  • Top IIITs in India
  • JEE Main College Predictor
  • JEE Main Rank Predictor
  • MHT CET College Predictor
  • AP EAMCET College Predictor
  • GATE College Predictor
  • KCET College Predictor
  • JEE Advanced College Predictor
  • View All College Predictors
  • JEE Main Question Paper
  • JEE Main Mock Test
  • JEE Main Registration
  • JEE Main Syllabus
  • Download E-Books and Sample Papers
  • Compare Colleges
  • B.Tech College Applications
  • GATE 2024 Result
  • MAH MBA CET Exam
  • View All Management Exams

Colleges & Courses

  • MBA College Admissions
  • MBA Colleges in India
  • Top IIMs Colleges in India
  • Top Online MBA Colleges in India
  • MBA Colleges Accepting XAT Score
  • BBA Colleges in India
  • XAT College Predictor 2024
  • SNAP College Predictor
  • NMAT College Predictor
  • MAT College Predictor 2024
  • CMAT College Predictor 2024
  • CAT Percentile Predictor 2023
  • CAT 2023 College Predictor
  • CMAT 2024 Registration
  • XAT Cut Off 2024
  • XAT Score vs Percentile 2024
  • CAT Score Vs Percentile
  • Download Helpful Ebooks
  • List of Popular Branches
  • QnA - Get answers to your doubts
  • IIM Fees Structure
  • AIIMS Nursing
  • Top Medical Colleges in India
  • Top Medical Colleges in India accepting NEET Score
  • Medical Colleges accepting NEET
  • List of Medical Colleges in India
  • List of AIIMS Colleges In India
  • Medical Colleges in Maharashtra
  • Medical Colleges in India Accepting NEET PG
  • NEET College Predictor
  • NEET PG College Predictor
  • NEET MDS College Predictor
  • DNB CET College Predictor
  • DNB PDCET College Predictor
  • NEET Application Form 2024
  • NEET PG Application Form 2024
  • NEET Cut off
  • NEET Online Preparation
  • Download Helpful E-books
  • LSAT India 2024
  • Colleges Accepting Admissions
  • Top Law Colleges in India
  • Law College Accepting CLAT Score
  • List of Law Colleges in India
  • Top Law Colleges in Delhi
  • Top Law Collages in Indore
  • Top Law Colleges in Chandigarh
  • Top Law Collages in Lucknow

Predictors & E-Books

  • CLAT College Predictor
  • MHCET Law ( 5 Year L.L.B) College Predictor
  • AILET College Predictor
  • Sample Papers
  • Compare Law Collages
  • Careers360 Youtube Channel
  • CLAT Syllabus 2025
  • CLAT Previous Year Question Paper
  • AIBE 18 Result 2023
  • NID DAT Exam
  • Pearl Academy Exam

Animation Courses

  • Animation Courses in India
  • Animation Courses in Bangalore
  • Animation Courses in Mumbai
  • Animation Courses in Pune
  • Animation Courses in Chennai
  • Animation Courses in Hyderabad
  • Design Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in Bangalore
  • Fashion Design Colleges in Mumbai
  • Fashion Design Colleges in Pune
  • Fashion Design Colleges in Delhi
  • Fashion Design Colleges in Hyderabad
  • Fashion Design Colleges in India
  • Top Design Colleges in India
  • Free Design E-books
  • List of Branches
  • Careers360 Youtube channel
  • NIFT College Predictor
  • UCEED College Predictor
  • IPU CET BJMC
  • JMI Mass Communication Entrance Exam
  • IIMC Entrance Exam
  • Media & Journalism colleges in Delhi
  • Media & Journalism colleges in Bangalore
  • Media & Journalism colleges in Mumbai
  • List of Media & Journalism Colleges in India
  • CA Intermediate
  • CA Foundation
  • CS Executive
  • CS Professional
  • Difference between CA and CS
  • Difference between CA and CMA
  • CA Full form
  • CMA Full form
  • CS Full form
  • CA Salary In India

Top Courses & Careers

  • Bachelor of Commerce (B.Com)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Company Secretary
  • Cost Accountant
  • Charted Accountant
  • Credit Manager
  • Financial Advisor
  • Top Commerce Colleges in India
  • Top Government Commerce Colleges in India
  • Top Private Commerce Colleges in India
  • Top M.Com Colleges in Mumbai
  • Top B.Com Colleges in India
  • IT Colleges in Tamil Nadu
  • IT Colleges in Uttar Pradesh
  • MCA Colleges in India
  • BCA Colleges in India

Quick Links

  • Information Technology Courses
  • Programming Courses
  • Web Development Courses
  • Data Analytics Courses
  • Big Data Analytics Courses
  • RUHS Pharmacy Admission Test
  • Top Pharmacy Colleges in India
  • Pharmacy Colleges in Pune
  • Pharmacy Colleges in Mumbai
  • Colleges Accepting GPAT Score
  • Pharmacy Colleges in Lucknow
  • List of Pharmacy Colleges in Nagpur
  • GPAT Result
  • GPAT 2024 Admit Card
  • GPAT Question Papers
  • NCHMCT JEE 2024
  • Mah BHMCT CET
  • Top Hotel Management Colleges in Delhi
  • Top Hotel Management Colleges in Hyderabad
  • Top Hotel Management Colleges in Mumbai
  • Top Hotel Management Colleges in Tamil Nadu
  • Top Hotel Management Colleges in Maharashtra
  • B.Sc Hotel Management
  • Hotel Management
  • Diploma in Hotel Management and Catering Technology

Diploma Colleges

  • Top Diploma Colleges in Maharashtra
  • UPSC IAS 2024
  • SSC CGL 2024
  • IBPS RRB 2024
  • Previous Year Sample Papers
  • Free Competition E-books
  • Sarkari Result
  • QnA- Get your doubts answered
  • UPSC Previous Year Sample Papers
  • CTET Previous Year Sample Papers
  • SBI Clerk Previous Year Sample Papers
  • NDA Previous Year Sample Papers

Upcoming Events

  • NDA Application Form 2024
  • UPSC IAS Application Form 2024
  • CDS Application Form 2024
  • CTET Admit card 2024
  • HP TET Result 2023
  • SSC GD Constable Admit Card 2024
  • UPTET Notification 2024
  • SBI Clerk Result 2024

Other Exams

  • SSC CHSL 2024
  • UP PCS 2024
  • UGC NET 2024
  • RRB NTPC 2024
  • IBPS PO 2024
  • IBPS Clerk 2024
  • IBPS SO 2024
  • Top University in USA
  • Top University in Canada
  • Top University in Ireland
  • Top Universities in UK
  • Top Universities in Australia
  • Best MBA Colleges in Abroad
  • Business Management Studies Colleges

Top Countries

  • Study in USA
  • Study in UK
  • Study in Canada
  • Study in Australia
  • Study in Ireland
  • Study in Germany
  • Study in China
  • Study in Europe

Student Visas

  • Student Visa Canada
  • Student Visa UK
  • Student Visa USA
  • Student Visa Australia
  • Student Visa Germany
  • Student Visa New Zealand
  • Student Visa Ireland
  • CUET PG 2024
  • IGNOU B.Ed Admission 2024
  • DU Admission
  • UP B.Ed JEE 2024
  • DDU Entrance Exam
  • IIT JAM 2024
  • IGNOU Online Admission 2024
  • Universities in India
  • Top Universities in India 2024
  • Top Colleges in India
  • Top Universities in Uttar Pradesh 2024
  • Top Universities in Bihar
  • Top Universities in Madhya Pradesh 2024
  • Top Universities in Tamil Nadu 2024
  • Central Universities in India
  • CUET PG Admit Card 2024
  • IGNOU Date Sheet
  • CUET Mock Test 2024
  • CUET Application Form 2024
  • CUET PG Syllabus 2024
  • CUET Participating Universities 2024
  • CUET Previous Year Question Paper
  • CUET Syllabus 2024 for Science Students
  • E-Books and Sample Papers
  • CUET Exam Pattern 2024
  • CUET Exam Date 2024
  • CUET Syllabus 2024
  • IGNOU Exam Form 2024
  • IGNOU Result
  • CUET PG Courses 2024

Engineering Preparation

  • Knockout JEE Main 2024
  • Test Series JEE Main 2024
  • JEE Main 2024 Rank Booster

Medical Preparation

  • Knockout NEET 2024
  • Test Series NEET 2024
  • Rank Booster NEET 2024

Online Courses

  • JEE Main One Month Course
  • NEET One Month Course
  • IBSAT Free Mock Tests
  • IIT JEE Foundation Course
  • Knockout BITSAT 2024
  • Career Guidance Tool

Top Streams

  • IT & Software Certification Courses
  • Engineering and Architecture Certification Courses
  • Programming And Development Certification Courses
  • Business and Management Certification Courses
  • Marketing Certification Courses
  • Health and Fitness Certification Courses
  • Design Certification Courses

Specializations

  • Digital Marketing Certification Courses
  • Cyber Security Certification Courses
  • Artificial Intelligence Certification Courses
  • Business Analytics Certification Courses
  • Data Science Certification Courses
  • Cloud Computing Certification Courses
  • Machine Learning Certification Courses
  • View All Certification Courses
  • UG Degree Courses
  • PG Degree Courses
  • Short Term Courses
  • Free Courses
  • Online Degrees and Diplomas
  • Compare Courses

Top Providers

  • Coursera Courses
  • Udemy Courses
  • Edx Courses
  • Swayam Courses
  • upGrad Courses
  • Simplilearn Courses
  • Great Learning Courses

Access premium articles, webinars, resources to make the best decisions for career, course, exams, scholarships, study abroad and much more with

Plan, Prepare & Make the Best Career Choices

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi) : 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बेहद खास होता है। खास हो भी क्यों ना, आखिर इस दिन हमारा देश आजाद हुआ था। तभी तो इस दिन भारत का स्वतंत्रता दिवस (swatantrata diwas essay in hindi) मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस का महत्व (importance of swatantrata diwas) समझाने के लिए अक्सर अभिभावक या फिर शिक्षक छोटे बच्चों को स्वतंत्रता दिवस (swatantrata diwas essay in hindi) से पहले स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) / स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (15 august speech in hindi) लिखने का कार्य देते या प्रेरित करते हैं। इसके अलावा छात्रों को आने वाली परीक्षा में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day essay in hindi) लिखने या फिर किसी वाद-विवाद प्रतियोगिता के लिए स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Independence day speech in hindi) , स्वतंत्रता दिवस का महत्व जैसे विषयों पर तैयारी करने की जरूरत पड़ती है। हिंदी में पत्र लेखन सीखें ।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi) : 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

ऐसे में छात्रों को यह समझ नहीं आता है कि 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें (essay on independence day in hindi) या फिर कहें तो स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें, लेकिन अब आपको इसके लिए परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस लेख के माध्यम से हमने एक छोटी से कोशिश की है कि हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) / 15 अगस्त पर निबंध (15 august essay in hindi) लिखकर आपकी इस चिंता का सामाधान किया जा सके। इस लेख में उपलब्ध स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (swatantrata diwas par nibandh) की मदद से न सिर्फ आपको रचनात्मक तरीके से स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) / स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (independence day speech in hindi) लिखने की प्रेरणा मिलेगी, बल्कि आपके ज्ञान में भी बढ़ोतरी होगी, ऐसी हमें आशा है।

अन्य महत्वपूर्ण लेख :

  • 10वीं के बाद किए जाने वाले लोकप्रिय कोर्स
  • 12वीं के बाद किए जा सकने वाले लोकप्रिय कोर्स
  • रक्षाबंधन पर निबंध
  • होली पर निबंध

नीचे दिए गए इस लेख को अपनी सुविधा के अनुसार हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) के साथ-साथ आप हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (independence day speech in hindi) के तौर पर भी उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, हम आपको सलाह देंगे कि आप इस लेख को कॉपी करने से बचें। इसकी जगह आप यह कोशिश करें कि आप इस लेख को लिखने का तरीका समझें, इसमें उपलब्ध जानकारी का उपयोग कर अपनी स्वयं की समझ का इस्तेमाल करते हुए स्वयं ही एक नया स्वतंत्रता दिवस पर भाषण हिंदी में (independence day speech in hindi) या फिर हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) लिखने की कोशिश करें।

ये भी पढ़ें :

  • हिंदी में निबंध- भाषा कौशल, लिखने का तरीका जानें
  • हिंदी दिवस पर कविता
  • प्रदूषण पर निबंध
  • बाल दिवस पर हिंदी में भाषण

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण हिंदी में / हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day speech in hindi / independence day essay in hindi)

15 अगस्त, 1947 वह तारीख है, जो भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों के साथ अंकित है। यह वो दिन था जिसके बाद पहली बार भारत के लोगों ने एक स्वतंत्र देश में सांस ली। यह वो दिन था जब भारत के लोगों को उनके वाजिब अधिकार मिले, या फिर यूं कहें तो यह वो दिन था जिस दिन इस देश की मिट्टी, धूल, नदियां, पहाड़, जंगल, आबोहवा और बच्चा-बच्चा आजाद हुआ था यानी सीधे शब्दों में समझें, तो हमारे देश भारत को इसी दिन 200 साल के अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी। मगर इस एक आजादी को पाने के लिए हमने लंबा संघर्ष किया। इसके लिए कई लड़े, कइयों ने हुकूमत के अत्याचारों का सामना किया, कइयों ने चोट खाई, कई शहीद हुए, कइयों ने मुस्कुराते हुए फांसी के फंदे को चूम कर गले से लगा लिया, तो कइयों ने अपना पूरा जीवन, अपनी पूरी जवानी इस आजादी को पाने में झोंक दी। भारत माँ के इन सच्चे सपूतों के त्याग तथा बलिदान के कारण स्वतंत्रता का सपना साकार हुआ। भारत के मिट्टी के लालों और ललनाओं की इसी सरफ़रोशी की नियत की वजह से ही आज हम सब सिर उठा कर खुली हवा में लहराते हुए तिरंगे को देख पा रहे हैं। तभी तो 15 अगस्त, 1947 का जिक्र होते ही गर्व से हर भारतीय का सीना चौड़ा हो उठता है।

प्रत्येक वर्ष भारत में इस दिन लालकिले के प्राचीर से देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं। इस साल यानी कि साल 2023 में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी लालकिले पर तिरंगा फहराएँगे, तब भारत अपनी आजादी की 76वीं वर्षगाँठ मना रहा होगा। साल 1947 में भी जब 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था, तब भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने लालकिले पर तिरंगा फहराया था और तब से ही यह परंपरा आज तक चलती आ रही है। बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम

  • एमपी बोर्ड 10वीं टाइम टेबल 2024
  • एमपी बोर्ड 12वीं टाइम टेबल 2024

इस दिन देश के प्रधानमंत्री न सिर्फ लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, बल्कि इसके बाद वे पूरे देश को लालकिले से संबोधित भी करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का पूरा भाषण टीवी व रेडियो के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाता है। वहीं भारतीय वायुसेना के विमान पूरे आकाश में अठखेलियाँ करते हुए उसे तिरंगे के रंग से सराबोर कर देते हैं। भारत के कोने-कोने से तो लोग आते ही हैं, इसके साथ ही विदेशी सैलानियों की भी अच्छी-ख़ासी भीड़ लालकिले पर उमड़ती है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस (swatantrata diwas essay in hindi) को लेकर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन सिर्फ लालकिले तक ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि इस दिन देश भर में इस राष्ट्रीय पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। सरकारी कार्यालयों समेत, स्कूल व कॉलेज में भी तिरंगा फहराया जाता है। शिक्षण संस्थानों में बच्चों व अभिभावकों के बीच मिठाइयाँ बांटी जाती हैं तथा रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कई बच्चे इस दौरान 15 अगस्त पर भाषण (independence day speech in hindi) देते हैं, तो कई नाटक, गीत-संगीत सहित अन्य कलाओं के माध्यम से इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में भी इस दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। सरकारी व निजी कार्यालयों में इस दिन अवकाश होता है।

स्वतंत्रता दिवस (swatantrata diwas essay in hindi) का हर भारतीय के लिए विशेष महत्व सिर्फ इसलिए ही नहीं है क्योंकि इस तारीख को उनका देश आजाद हुआ था, बल्कि इसलिए भी है क्योंकि इस दिन के बाद ही पहली बार उन्हें उनके मौलिक अधिकार मिले, जैसे कि शिक्षा का अधिकार, न्याय का अधिकार आदि। यह दिन देशभर के लोगों के अंदर एक राष्ट्रवादी भावना पैदा करता है तथा भारत जैसे विविधता भरे देश में उनके अंदर एक राष्ट्र की अवधारणा के साथ एकजुट रहने को प्रेरित करता है। यह महज एक राष्ट्रीय पर्व नहीं, बल्कि हमारी तरफ से उन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि भी है, जिन्होंने इस देश को आजाद करवाने में अपना तन, मन और धन सबकुछ त्याग दिया। फिर चाहे वो रानी लक्ष्मी बाई हों, शहीद भगत सिंह हों या फिर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी। इन सभी का सपना एक आजाद भारत था और आज हम उनके सपनों की दुनिया को हकीकत की आँखों से देख रहे हैं। सीधे शब्दों में कहें तो हम उनके सपनों की दुनिया में जी रहे हैं। यह दिन इस बात की भी मिसाल है कि किसी भी लक्ष्य को अगर सच्चे दिल से चाहो, तो उसे प्राप्त करना असंभव नहीं। यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इससे हमारी वर्तमान पीढ़ी अपने पूर्वजों के द्वारा किए गए आजादी के संघर्ष से परिचित होती है और उसे इस बात का एहसास होता है कि आजादी जाने-अनजाने में राह पर पड़ा हुआ कोई सिक्का नहीं जो किस्मत से मिलती है, बल्कि यह वो हक है, जिसे पाने के लिए अगर हमें अपना सबकुछ भी दांव पर लगाना पड़े, तो भी इससे गुरेज नहीं करना चाहिए।

इस दिन लहराते तिरंगे को देखते हुए और राष्ट्रगान गाते हुए जब हमारे सैनिक, हमारे शहीद हमें याद आते हैं, तो हमारे अंदर अद्वितीय रूप से देशभक्ति व राष्ट्रभावना का संचार होता है। ऐसे में भारतीय स्वतंत्रता दिवस का महत्व इतना ज्यादा है कि इसकी महत्ता को चंद शब्दों में बयान किया जाना मुमकिन ही नहीं है। अंत में अल्लामा इकबाल की चार पंक्तियों के साथ इसे अंत करना चाहूँगा:

यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा सब मिट गए जहाँ से

अब तक मगर है बाक़ी नाम-व-निशाँ हमारा

कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी

सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा

हम बुलबुलें हैं इसकी यह गुलसिताँ हमारा

जय हिंद! जय भारती!

महत्वपूर्ण लेख:

बिहार बोर्ड 10वीं टाइम टेबल देखें

छत्तीसगढ़ बोर्ड 10वीं टाइम टेबल

स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi)- स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day essay in hindi)

कई ऐसे छात्र व अभिभावक भी होते हैं जिन्हें 15 अगस्त पर निबंध (15 august par nibandh) लिखने के अलावा स्वतंत्रता दिवस के दिन कोई परियोजना यानी प्रोजेक्ट या बैनर भी तैयार करना होता है, जिस पर काफी रचनात्मक स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) लिखे हुए हों। स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) का उपयोग यदि 15 अगस्त पर निबंध (15 august par nibandh) में भी किया जाए, तो उसकी सुंदरता और भी बढ़ जाएगी। इसके साथ ही इन स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) का उपयोग आप स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (independence day speech in hindi) के साथ-साथ अपने शुभचिंतकों को 15 अगस्त की बधाई देते हुए मैसेज के रूप में भी भेज सकते हैं।

ऐसे में इस लेख में आपके लिए 10 बेहद ही चर्चित व लोकप्रिय हिंदी में स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) को एकत्रित किया गया है। नीचे दी गई तालिका में आप हिंदी में स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) देख सकते हैं -

इन्हें भी देखें :

सीबीएसई क्लास 10वीं सैंपल पेपर

यूके बोर्ड 10वीं डेट शीट

यूपी बोर्ड 10वीं एडमिट कार्ड

Frequently Asked Question (FAQs)

आजादी पर निबंध लिखने के लिए आपको भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ-साथ देश के समसामयिक मुद्दों की बुनियादी जानकारी होनी चाहिए। आप इस लेख की सहायता से आजादी पर निबंध लिखने की समझ विकसित कर सकते हैं।

भारत में पहली बार स्वतंत्रता दिवस 26 जनवरी, 1930 को मनाया गया था। दरअसल दिसंबर 1929 में हुए लाहौर अधिवेशन के दौरान पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पूर्ण स्वराज्य की मांग करते हुए यह घोषणा की थी कि यदि 26 जनवरी, 1930 तक भारत को पूर्ण स्वराज्य नहीं दिया जाएगा तो भारत स्वयं को स्वतंत्र घोषित कर देगा। बाद में भारत को जब आधिकारिक रूप से 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली, तब से भारत में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाने लगा।

15 अगस्त, 1947 को भारत को 200 सालों की अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी। ऐसे में 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

15 अगस्त में भाषण देने की शैली भी आम भाषणों की तरह ही होती है। इसमें भी शुरुआत में वरिष्ठ लोगों को नमन करते हुए आम लोगों को संबोन्धित करने का कार्य किया जाता है। इस लेख के माध्यम से आपको 15 अगस्त में भाषण देने व इसके लिए भाषण लिखने में सहायता प्रपट हो सकती है।

15 अगस्त, 1947 वह तारीख है, जो भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों के साथ दर्ज किया गया। यह वो दिन था जिसके बाद पहली बार भारत के लोगों ने एक लोकतांत्रिक देश में सांस ली। यह वो दिन था जब भारत के लोगों को उनके वाजिब अधिकार मिले, या फिर यूं कहें तो यह वो दिन था जिस दिन इस देश की मिट्टी, धूल, नदियां, पहाड़, जंगल, आबोहवा और बच्चा-बच्चा आजाद हुआ था, यानि कि सीधे शब्दों में समझें तो हमारे देश भारत को इसी दिन 200 साल के अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी।

  • Latest Articles
  • Popular Articles

Explore Premium

Exam preparation: get over self-doubt with these effective measures, gandhian principles can aid mental well-being, every student should build on these must have skills, arduous dance holding on and letting go your teens, competition and comparison: how can parents help kids to avoid the maze, building a support system: help and assistance available for the orphaned youth, homeostasis: maintenance of internal balance, trigonometry: where do we see it being used in real-life, artificial rain: concept and techniques, upcoming school exams, national institute of open schooling 12th examination.

Exam Date : 11 March,2024 - 27 March,2024

National Institute of Open Schooling 10th examination

Punjab board of secondary education 10th examination.

Exam Date : 18 March,2024 - 06 April,2024

Kerala Secondary School Leaving Certificate Examination

Exam Date : 25 March,2024 - 25 March,2024

Karnataka Secondary School Leaving Certificate Examination

Explore career options (by industry).

  • Construction
  • Entertainment
  • Manufacturing
  • Information Technology

Bio Medical Engineer

The field of biomedical engineering opens up a universe of expert chances. An Individual in the biomedical engineering career path work in the field of engineering as well as medicine, in order to find out solutions to common problems of the two fields. The biomedical engineering job opportunities are to collaborate with doctors and researchers to develop medical systems, equipment, or devices that can solve clinical problems. Here we will be discussing jobs after biomedical engineering, how to get a job in biomedical engineering, biomedical engineering scope, and salary. 

Data Administrator

Database professionals use software to store and organise data such as financial information, and customer shipping records. Individuals who opt for a career as data administrators ensure that data is available for users and secured from unauthorised sales. DB administrators may work in various types of industries. It may involve computer systems design, service firms, insurance companies, banks and hospitals.

Ethical Hacker

A career as ethical hacker involves various challenges and provides lucrative opportunities in the digital era where every giant business and startup owns its cyberspace on the world wide web. Individuals in the ethical hacker career path try to find the vulnerabilities in the cyber system to get its authority. If he or she succeeds in it then he or she gets its illegal authority. Individuals in the ethical hacker career path then steal information or delete the file that could affect the business, functioning, or services of the organization.

Data Analyst

The invention of the database has given fresh breath to the people involved in the data analytics career path. Analysis refers to splitting up a whole into its individual components for individual analysis. Data analysis is a method through which raw data are processed and transformed into information that would be beneficial for user strategic thinking.

Data are collected and examined to respond to questions, evaluate hypotheses or contradict theories. It is a tool for analyzing, transforming, modeling, and arranging data with useful knowledge, to assist in decision-making and methods, encompassing various strategies, and is used in different fields of business, research, and social science.

Geothermal Engineer

Individuals who opt for a career as geothermal engineers are the professionals involved in the processing of geothermal energy. The responsibilities of geothermal engineers may vary depending on the workplace location. Those who work in fields design facilities to process and distribute geothermal energy. They oversee the functioning of machinery used in the field.

Remote Sensing Technician

Individuals who opt for a career as a remote sensing technician possess unique personalities. Remote sensing analysts seem to be rational human beings, they are strong, independent, persistent, sincere, realistic and resourceful. Some of them are analytical as well, which means they are intelligent, introspective and inquisitive. 

Remote sensing scientists use remote sensing technology to support scientists in fields such as community planning, flight planning or the management of natural resources. Analysing data collected from aircraft, satellites or ground-based platforms using statistical analysis software, image analysis software or Geographic Information Systems (GIS) is a significant part of their work. Do you want to learn how to become remote sensing technician? There's no need to be concerned; we've devised a simple remote sensing technician career path for you. Scroll through the pages and read.

Geotechnical engineer

The role of geotechnical engineer starts with reviewing the projects needed to define the required material properties. The work responsibilities are followed by a site investigation of rock, soil, fault distribution and bedrock properties on and below an area of interest. The investigation is aimed to improve the ground engineering design and determine their engineering properties that include how they will interact with, on or in a proposed construction. 

The role of geotechnical engineer in mining includes designing and determining the type of foundations, earthworks, and or pavement subgrades required for the intended man-made structures to be made. Geotechnical engineering jobs are involved in earthen and concrete dam construction projects, working under a range of normal and extreme loading conditions. 

Cartographer

How fascinating it is to represent the whole world on just a piece of paper or a sphere. With the help of maps, we are able to represent the real world on a much smaller scale. Individuals who opt for a career as a cartographer are those who make maps. But, cartography is not just limited to maps, it is about a mixture of art , science , and technology. As a cartographer, not only you will create maps but use various geodetic surveys and remote sensing systems to measure, analyse, and create different maps for political, cultural or educational purposes.

Budget Analyst

Budget analysis, in a nutshell, entails thoroughly analyzing the details of a financial budget. The budget analysis aims to better understand and manage revenue. Budget analysts assist in the achievement of financial targets, the preservation of profitability, and the pursuit of long-term growth for a business. Budget analysts generally have a bachelor's degree in accounting, finance, economics, or a closely related field. Knowledge of Financial Management is of prime importance in this career.

Product Manager

A Product Manager is a professional responsible for product planning and marketing. He or she manages the product throughout the Product Life Cycle, gathering and prioritising the product. A product manager job description includes defining the product vision and working closely with team members of other departments to deliver winning products.  

Underwriter

An underwriter is a person who assesses and evaluates the risk of insurance in his or her field like mortgage, loan, health policy, investment, and so on and so forth. The underwriter career path does involve risks as analysing the risks means finding out if there is a way for the insurance underwriter jobs to recover the money from its clients. If the risk turns out to be too much for the company then in the future it is an underwriter who will be held accountable for it. Therefore, one must carry out his or her job with a lot of attention and diligence.

Finance Executive

Operations manager.

Individuals in the operations manager jobs are responsible for ensuring the efficiency of each department to acquire its optimal goal. They plan the use of resources and distribution of materials. The operations manager's job description includes managing budgets, negotiating contracts, and performing administrative tasks.

Bank Probationary Officer (PO)

Investment director.

An investment director is a person who helps corporations and individuals manage their finances. They can help them develop a strategy to achieve their goals, including paying off debts and investing in the future. In addition, he or she can help individuals make informed decisions.

Welding Engineer

Welding Engineer Job Description: A Welding Engineer work involves managing welding projects and supervising welding teams. He or she is responsible for reviewing welding procedures, processes and documentation. A career as Welding Engineer involves conducting failure analyses and causes on welding issues. 

Transportation Planner

A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.

An expert in plumbing is aware of building regulations and safety standards and works to make sure these standards are upheld. Testing pipes for leakage using air pressure and other gauges, and also the ability to construct new pipe systems by cutting, fitting, measuring and threading pipes are some of the other more involved aspects of plumbing. Individuals in the plumber career path are self-employed or work for a small business employing less than ten people, though some might find working for larger entities or the government more desirable.

Construction Manager

Individuals who opt for a career as construction managers have a senior-level management role offered in construction firms. Responsibilities in the construction management career path are assigning tasks to workers, inspecting their work, and coordinating with other professionals including architects, subcontractors, and building services engineers.

Urban Planner

Urban Planning careers revolve around the idea of developing a plan to use the land optimally, without affecting the environment. Urban planning jobs are offered to those candidates who are skilled in making the right use of land to distribute the growing population, to create various communities. 

Urban planning careers come with the opportunity to make changes to the existing cities and towns. They identify various community needs and make short and long-term plans accordingly.

Highway Engineer

Highway Engineer Job Description:  A Highway Engineer is a civil engineer who specialises in planning and building thousands of miles of roads that support connectivity and allow transportation across the country. He or she ensures that traffic management schemes are effectively planned concerning economic sustainability and successful implementation.

Environmental Engineer

Individuals who opt for a career as an environmental engineer are construction professionals who utilise the skills and knowledge of biology, soil science, chemistry and the concept of engineering to design and develop projects that serve as solutions to various environmental problems. 

Naval Architect

A Naval Architect is a professional who designs, produces and repairs safe and sea-worthy surfaces or underwater structures. A Naval Architect stays involved in creating and designing ships, ferries, submarines and yachts with implementation of various principles such as gravity, ideal hull form, buoyancy and stability. 

Orthotist and Prosthetist

Orthotists and Prosthetists are professionals who provide aid to patients with disabilities. They fix them to artificial limbs (prosthetics) and help them to regain stability. There are times when people lose their limbs in an accident. In some other occasions, they are born without a limb or orthopaedic impairment. Orthotists and prosthetists play a crucial role in their lives with fixing them to assistive devices and provide mobility.

Veterinary Doctor

Pathologist.

A career in pathology in India is filled with several responsibilities as it is a medical branch and affects human lives. The demand for pathologists has been increasing over the past few years as people are getting more aware of different diseases. Not only that, but an increase in population and lifestyle changes have also contributed to the increase in a pathologist’s demand. The pathology careers provide an extremely huge number of opportunities and if you want to be a part of the medical field you can consider being a pathologist. If you want to know more about a career in pathology in India then continue reading this article.

Speech Therapist

Gynaecologist.

Gynaecology can be defined as the study of the female body. The job outlook for gynaecology is excellent since there is evergreen demand for one because of their responsibility of dealing with not only women’s health but also fertility and pregnancy issues. Although most women prefer to have a women obstetrician gynaecologist as their doctor, men also explore a career as a gynaecologist and there are ample amounts of male doctors in the field who are gynaecologists and aid women during delivery and childbirth. 

An oncologist is a specialised doctor responsible for providing medical care to patients diagnosed with cancer. He or she uses several therapies to control the cancer and its effect on the human body such as chemotherapy, immunotherapy, radiation therapy and biopsy. An oncologist designs a treatment plan based on a pathology report after diagnosing the type of cancer and where it is spreading inside the body.

Audiologist

The audiologist career involves audiology professionals who are responsible to treat hearing loss and proactively preventing the relevant damage. Individuals who opt for a career as an audiologist use various testing strategies with the aim to determine if someone has a normal sensitivity to sounds or not. After the identification of hearing loss, a hearing doctor is required to determine which sections of the hearing are affected, to what extent they are affected, and where the wound causing the hearing loss is found. As soon as the hearing loss is identified, the patients are provided with recommendations for interventions and rehabilitation such as hearing aids, cochlear implants, and appropriate medical referrals. While audiology is a branch of science that studies and researches hearing, balance, and related disorders.

Hospital Administrator

The hospital Administrator is in charge of organising and supervising the daily operations of medical services and facilities. This organising includes managing of organisation’s staff and its members in service, budgets, service reports, departmental reporting and taking reminders of patient care and services.

For an individual who opts for a career as an actor, the primary responsibility is to completely speak to the character he or she is playing and to persuade the crowd that the character is genuine by connecting with them and bringing them into the story. This applies to significant roles and littler parts, as all roles join to make an effective creation. Here in this article, we will discuss how to become an actor in India, actor exams, actor salary in India, and actor jobs. 

Individuals who opt for a career as acrobats create and direct original routines for themselves, in addition to developing interpretations of existing routines. The work of circus acrobats can be seen in a variety of performance settings, including circus, reality shows, sports events like the Olympics, movies and commercials. Individuals who opt for a career as acrobats must be prepared to face rejections and intermittent periods of work. The creativity of acrobats may extend to other aspects of the performance. For example, acrobats in the circus may work with gym trainers, celebrities or collaborate with other professionals to enhance such performance elements as costume and or maybe at the teaching end of the career.

Video Game Designer

Career as a video game designer is filled with excitement as well as responsibilities. A video game designer is someone who is involved in the process of creating a game from day one. He or she is responsible for fulfilling duties like designing the character of the game, the several levels involved, plot, art and similar other elements. Individuals who opt for a career as a video game designer may also write the codes for the game using different programming languages.

Depending on the video game designer job description and experience they may also have to lead a team and do the early testing of the game in order to suggest changes and find loopholes.

Radio Jockey

Radio Jockey is an exciting, promising career and a great challenge for music lovers. If you are really interested in a career as radio jockey, then it is very important for an RJ to have an automatic, fun, and friendly personality. If you want to get a job done in this field, a strong command of the language and a good voice are always good things. Apart from this, in order to be a good radio jockey, you will also listen to good radio jockeys so that you can understand their style and later make your own by practicing.

A career as radio jockey has a lot to offer to deserving candidates. If you want to know more about a career as radio jockey, and how to become a radio jockey then continue reading the article.

Choreographer

The word “choreography" actually comes from Greek words that mean “dance writing." Individuals who opt for a career as a choreographer create and direct original dances, in addition to developing interpretations of existing dances. A Choreographer dances and utilises his or her creativity in other aspects of dance performance. For example, he or she may work with the music director to select music or collaborate with other famous choreographers to enhance such performance elements as lighting, costume and set design.

Videographer

Multimedia specialist.

A multimedia specialist is a media professional who creates, audio, videos, graphic image files, computer animations for multimedia applications. He or she is responsible for planning, producing, and maintaining websites and applications. 

Social Media Manager

A career as social media manager involves implementing the company’s or brand’s marketing plan across all social media channels. Social media managers help in building or improving a brand’s or a company’s website traffic, build brand awareness, create and implement marketing and brand strategy. Social media managers are key to important social communication as well.

Copy Writer

In a career as a copywriter, one has to consult with the client and understand the brief well. A career as a copywriter has a lot to offer to deserving candidates. Several new mediums of advertising are opening therefore making it a lucrative career choice. Students can pursue various copywriter courses such as Journalism , Advertising , Marketing Management . Here, we have discussed how to become a freelance copywriter, copywriter career path, how to become a copywriter in India, and copywriting career outlook. 

Careers in journalism are filled with excitement as well as responsibilities. One cannot afford to miss out on the details. As it is the small details that provide insights into a story. Depending on those insights a journalist goes about writing a news article. A journalism career can be stressful at times but if you are someone who is passionate about it then it is the right choice for you. If you want to know more about the media field and journalist career then continue reading this article.

For publishing books, newspapers, magazines and digital material, editorial and commercial strategies are set by publishers. Individuals in publishing career paths make choices about the markets their businesses will reach and the type of content that their audience will be served. Individuals in book publisher careers collaborate with editorial staff, designers, authors, and freelance contributors who develop and manage the creation of content.

In a career as a vlogger, one generally works for himself or herself. However, once an individual has gained viewership there are several brands and companies that approach them for paid collaboration. It is one of those fields where an individual can earn well while following his or her passion. 

Ever since internet costs got reduced the viewership for these types of content has increased on a large scale. Therefore, a career as a vlogger has a lot to offer. If you want to know more about the Vlogger eligibility, roles and responsibilities then continue reading the article. 

Individuals in the editor career path is an unsung hero of the news industry who polishes the language of the news stories provided by stringers, reporters, copywriters and content writers and also news agencies. Individuals who opt for a career as an editor make it more persuasive, concise and clear for readers. In this article, we will discuss the details of the editor's career path such as how to become an editor in India, editor salary in India and editor skills and qualities.

Linguistic meaning is related to language or Linguistics which is the study of languages. A career as a linguistic meaning, a profession that is based on the scientific study of language, and it's a very broad field with many specialities. Famous linguists work in academia, researching and teaching different areas of language, such as phonetics (sounds), syntax (word order) and semantics (meaning). 

Other researchers focus on specialities like computational linguistics, which seeks to better match human and computer language capacities, or applied linguistics, which is concerned with improving language education. Still, others work as language experts for the government, advertising companies, dictionary publishers and various other private enterprises. Some might work from home as freelance linguists. Philologist, phonologist, and dialectician are some of Linguist synonym. Linguists can study French , German , Italian . 

Public Relation Executive

Travel journalist.

The career of a travel journalist is full of passion, excitement and responsibility. Journalism as a career could be challenging at times, but if you're someone who has been genuinely enthusiastic about all this, then it is the best decision for you. Travel journalism jobs are all about insightful, artfully written, informative narratives designed to cover the travel industry. Travel Journalist is someone who explores, gathers and presents information as a news article.

Quality Controller

A quality controller plays a crucial role in an organisation. He or she is responsible for performing quality checks on manufactured products. He or she identifies the defects in a product and rejects the product. 

A quality controller records detailed information about products with defects and sends it to the supervisor or plant manager to take necessary actions to improve the production process.

Production Manager

Merchandiser.

A QA Lead is in charge of the QA Team. The role of QA Lead comes with the responsibility of assessing services and products in order to determine that he or she meets the quality standards. He or she develops, implements and manages test plans. 

Metallurgical Engineer

A metallurgical engineer is a professional who studies and produces materials that bring power to our world. He or she extracts metals from ores and rocks and transforms them into alloys, high-purity metals and other materials used in developing infrastructure, transportation and healthcare equipment. 

Azure Administrator

An Azure Administrator is a professional responsible for implementing, monitoring, and maintaining Azure Solutions. He or she manages cloud infrastructure service instances and various cloud servers as well as sets up public and private cloud systems. 

AWS Solution Architect

An AWS Solution Architect is someone who specializes in developing and implementing cloud computing systems. He or she has a good understanding of the various aspects of cloud computing and can confidently deploy and manage their systems. He or she troubleshoots the issues and evaluates the risk from the third party. 

Computer Programmer

Careers in computer programming primarily refer to the systematic act of writing code and moreover include wider computer science areas. The word 'programmer' or 'coder' has entered into practice with the growing number of newly self-taught tech enthusiasts. Computer programming careers involve the use of designs created by software developers and engineers and transforming them into commands that can be implemented by computers. These commands result in regular usage of social media sites, word-processing applications and browsers.

ITSM Manager

Information security manager.

Individuals in the information security manager career path involves in overseeing and controlling all aspects of computer security. The IT security manager job description includes planning and carrying out security measures to protect the business data and information from corruption, theft, unauthorised access, and deliberate attack 

Business Intelligence Developer

Applications for admissions are open..

JEE Main Important Chemistry formulas

JEE Main Important Chemistry formulas

As per latest 2024 syllabus. Chemistry formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Get up to 90% scholarship on NEET, JEE & Foundation courses

Resonance Coaching

Resonance Coaching

Enroll in Resonance Coaching for success in JEE/NEET exams

ALLEN JEE Exam Prep

ALLEN JEE Exam Prep

Start your JEE preparation with ALLEN

NEET 2024 Most scoring concepts

NEET 2024 Most scoring concepts

Just Study 32% of the NEET syllabus and Score upto 100% marks

JEE Main high scoring chapters and topics

JEE Main high scoring chapters and topics

As per latest 2024 syllabus. Study 40% syllabus and score upto 100% marks in JEE

Everything about Education

Latest updates, Exclusive Content, Webinars and more.

Explore on Careers360

  • Board Exams
  • Top Schools
  • Navodaya Vidyalaya
  • NCERT Solutions for Class 10
  • NCERT Solutions for Class 9
  • NCERT Solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 6

NCERT Exemplars

  • NCERT Exemplar
  • NCERT Exemplar Class 9 solutions
  • NCERT Exemplar Class 10 solutions
  • NCERT Exemplar Class 11 Solutions
  • NCERT Exemplar Class 12 Solutions
  • NCERT Books for class 6
  • NCERT Books for class 7
  • NCERT Books for class 8
  • NCERT Books for class 9
  • NCERT Books for Class 10
  • NCERT Books for Class 11
  • NCERT Books for Class 12
  • NCERT Notes for Class 9
  • NCERT Notes for Class 10
  • NCERT Notes for Class 11
  • NCERT Notes for Class 12
  • NCERT Syllabus for Class 6
  • NCERT Syllabus for Class 7
  • NCERT Syllabus for class 8
  • NCERT Syllabus for class 9
  • NCERT Syllabus for Class 10
  • NCERT Syllabus for Class 11
  • NCERT Syllabus for Class 12
  • CBSE Date Sheet
  • CBSE Syllabus
  • CBSE Admit Card
  • CBSE Result
  • CBSE Result Name and State Wise
  • CBSE Passing Marks

CBSE Class 10

  • CBSE Board Class 10th
  • CBSE Class 10 Date Sheet
  • CBSE Class 10 Syllabus
  • CBSE 10th Exam Pattern
  • CBSE Class 10 Answer Key
  • CBSE 10th Admit Card
  • CBSE 10th Result
  • CBSE 10th Toppers
  • CBSE Board Class 12th
  • CBSE Class 12 Date Sheet
  • CBSE Class 12 Admit Card
  • CBSE Class 12 Syllabus
  • CBSE Class 12 Exam Pattern
  • CBSE Class 12 Answer Key
  • CBSE 12th Result
  • CBSE Class 12 Toppers

CISCE Board 10th

  • ICSE 10th time table
  • ICSE 10th Syllabus
  • ICSE 10th exam pattern
  • ICSE 10th Question Papers
  • ICSE 10th Result
  • ICSE 10th Toppers
  • ISC 12th Board
  • ISC 12th Time Table
  • ISC Syllabus
  • ISC 12th Question Papers
  • ISC 12th Result
  • IMO Syllabus
  • IMO Sample Papers
  • IMO Answer Key
  • IEO Syllabus
  • IEO Answer Key
  • NSO Syllabus
  • NSO Sample Papers
  • NSO Answer Key
  • NMMS Application form
  • NMMS Scholarship
  • NMMS Eligibility
  • NMMS Exam Pattern
  • NMMS Admit Card
  • NMMS Question Paper
  • NMMS Answer Key
  • NMMS Syllabus
  • NMMS Result
  • NTSE Application Form
  • NTSE Eligibility Criteria
  • NTSE Exam Pattern
  • NTSE Admit Card
  • NTSE Syllabus
  • NTSE Question Papers
  • NTSE Answer Key
  • NTSE Cutoff
  • NTSE Result

Schools By Medium

  • Malayalam Medium Schools in India
  • Urdu Medium Schools in India
  • Telugu Medium Schools in India
  • Karnataka Board PUE Schools in India
  • Bengali Medium Schools in India
  • Marathi Medium Schools in India

By Ownership

  • Central Government Schools in India
  • Private Schools in India
  • Schools in Delhi
  • Schools in Lucknow
  • Schools in Kolkata
  • Schools in Pune
  • Schools in Bangalore
  • Schools in Chennai
  • Schools in Mumbai
  • Schools in Hyderabad
  • Schools in Gurgaon
  • Schools in Ahmedabad
  • Schools in Uttar Pradesh
  • Schools in Maharashtra
  • Schools in Karnataka
  • Schools in Haryana
  • Schools in Punjab
  • Schools in Andhra Pradesh
  • Schools in Madhya Pradesh
  • Schools in Rajasthan
  • Schools in Tamil Nadu
  • NVS Admit Card
  • Navodaya Result
  • Navodaya Exam Date
  • Navodaya Vidyalaya Admission Class 6
  • JNVST admit card for class 6
  • JNVST class 6 answer key
  • JNVST class 6 Result
  • JNVST Class 6 Exam Pattern
  • Navodaya Vidyalaya Admission
  • JNVST class 9 exam pattern
  • JNVST class 9 answer key
  • JNVST class 9 Result

Download Careers360 App's

Regular exam updates, QnA, Predictors, College Applications & E-books now on your Mobile

student

Cetifications

student

We Appeared in

Economic Times

स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 lines (Independence Day Essay in Hindi) 100, 200, 300, 500, 600, 1000, शब्दों मे

essay on independence day in hindi language

Independence Day Essay in Hindi –  15 अगस्त 1947 का दिन भारत के स्वर्णिम इतिहास में अंकित हो गया है। यह वह दिन है जब भारत को 200 साल के ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। यह एक कठिन और लंबा संघर्ष था जिसमें कई स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों ने हमारी प्यारी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

Independence Day Essay in Hindi भारत हर साल 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। स्वतंत्रता दिवस, जिसे हमारे देश के इतिहास में लाल-पत्र दिवस कहा जाता है, पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस 2022 हमें भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए किए गए हमारे राजनीतिक असंतुष्टों द्वारा की गई हर तपस्या को याद करने में मदद करता है। 15 अगस्त 1947 को, भारत को ब्रिटिश साम्राज्यवाद से मुक्त घोषित किया गया और यह दुनिया की सबसे बड़ी वोट-आधारित प्रणाली, सबसे बड़े लोकतंत्र में बदल गया।

स्वतंत्रता दिवस पर इस निबंध में, छात्र भारत के स्वतंत्रता इतिहास की हर एक महत्वपूर्ण सूक्ष्मता को ट्रैक कर सकते हैं। वे अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए इसका संकेत दे सकते हैं क्योंकि आमतौर पर सीबीएसई के पेपर में प्रश्नपत्र पूछे जाते हैं। इसके अतिरिक्त, वे इस लेख का उपयोग परीक्षा के दौरान बच्चों के लिए स्वतंत्रता दिवस निबंध के लिए अध्ययन सामग्री के रूप में कर सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 पंक्तियाँ (Independence Day Essay 10 Lines in Hindi)

  • स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • यह प्रत्येक भारतीय के लिए एक राष्ट्रीय अवकाश है।
  • इस दिन हम स्वतंत्रता के महान संघर्ष को याद करते हैं।
  • इस दिन हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हैं।
  • हमारे देश का हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इस दिन को बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं।
  • लाल किले में, प्रमुख कार्यक्रमों में से एक प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराना है।
  • इस शुभ दिन पर राष्ट्रपति भाषण देते हैं।
  • अपने राज्यों के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
  • देशभक्ति के गीत और फिल्में सभी टीवी चैनलों पर प्रसारित की जाती हैं।
  • यह भारत के सबसे बड़े और भव्य त्योहारों में से एक है।

इनके बारे मे भी जाने

  • Essay in Hindi
  • New Year Essay
  • New Year Speech
  • Mahatma Gandhi Essay
  • My Mother Essay

स्वतंत्रता दिवस पर लघु निबंध (Short essay on Independence Day in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह दिन हमें स्वतंत्रता की भावना में आनन्दित होने देता है। हमें इस तथ्य को भी स्वीकार करना चाहिए कि हमने स्वतंत्रता प्राप्त की, क्योंकि हम इसके लिए एक साथ लड़े थे; एक साथ रहकर ही हम अपनी स्वतंत्रता की और भी रक्षा कर पाएंगे। नीचे, हमने स्वतंत्रता दिवस पर कुछ प्रभावी लिखित निबंध प्रदान किए हैं, जो स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों के दौरान स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए उपयोगी होंगे।

हमने यहां स्वतंत्रता दिवस पर लघु निबंध और स्वतंत्रता दिवस पर लंबे निबंध दोनों को आपकी सुगमता और स्वतंत्रता दिवस निबंध से संबंधित सभी प्रकार की आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रदान किया है। हमारे लघु निबंध बहुत आसान भाषा में लिखे गए हैं ताकि कक्षा 1, 2 और 3 के छात्र आसानी से पढ़ और सीख सकें। हमारे लंबे निबंध उच्च कक्षाओं के छात्रों के लिए बहुत सार्थक और उपयोगी हैं। रचनात्मक रूप से लिखे गए ये निबंध आपके विद्यालय में आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता, अनुच्छेद लेखन, वाद-विवाद आदि में बहुत उपयोगी सिद्ध होंगे। इन निबंधों के माध्यम से आप स्वतंत्रता दिवस के बारे में विस्तार से जानेंगे जैसे इतिहास, गतिविधियाँ, महत्व, स्कूलों, कॉलेजों, राष्ट्रीय राजधानी में समारोह आदि।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 100 शब्द (Independence Day Essay 100 words in Hindi)

भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है। इसी दिन भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। इस दिन, भारत के प्रधान मंत्री लाल किले, नई दिल्ली में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के अपार साहस और बलिदान के कारण ही हमें स्वतंत्रता मिली। हम इस दिन अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को याद करते हैं।

15 अगस्त को स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी कार्यालयों, आवासीय भवनों आदि में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस भारतीय दिलों को गर्व और देशभक्ति से भर देता है।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 150 शब्द (Independence Day Essay 150 words in Hindi)

भारत को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी। स्वतंत्रता दिवस बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस पर हम अपने उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। 15 अगस्त को लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है। प्रधानमंत्री सुबह लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। वह इस अवसर को चिह्नित करने के लिए राष्ट्र को एक संबोधन भी देते हैं।

हम झंडा फहराकर और राष्ट्रगान गाकर स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इस दिन को पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। स्कूल और कॉलेज इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं। सभी को मिठाई बांटी जाती है। लोग अपनी देशभक्ति दिखाने के लिए घरों, सड़कों और सड़कों को राष्ट्रीय ध्वज और तिरंगे गुब्बारों से सजाते हैं। हमें राष्ट्र की स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा करने का संकल्प लेना होगा।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 200 शब्द (Independence Day Essay 200 words in Hindi)

जब हम भारत की आजादी के इतिहास पर आते हैं, तो 15 अगस्त 1947 की सुबह, 200 से अधिक वर्षों के ब्रिटिश उपनिवेशवाद को समाप्त करने के एक युग की शुरुआत थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपने पहले भाषण में कहा था कि भारत की स्वतंत्रता प्राप्त करना ‘उनके स्वतंत्रता भाषण में नियति के साथ एक प्रयास’ था। उन्होंने यह भी कहा कि कई वर्षों की गुलामी से आजादी के लिए संघर्ष एक थकाऊ है क्योंकि कई स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को देखते हुए, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगा दी। तो यह प्रतिज्ञा लेने का समय है।

भारत में ब्रिटिश शासन की शुरुआत 17वीं शताब्दी में हुई थी। ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत में, इसने स्थानीय राज्यों को अपने अधीन कर लिया। 18वीं शताब्दी तक प्लासी की लड़ाई के बाद इसने देश पर एक प्रमुख शक्ति और नियंत्रण के रूप में खुद को बना लिया। उसके बाद, ईस्ट इंडिया कंपनी की जगह ब्रिटिश ताज ने ले ली। भारतीय विद्रोह के मद्देनजर, इसका भारतीय पर सीधा नियंत्रण था। प्रथम विश्व युद्ध की अवधि को ब्रिटिश शासन का सुधार माना जाता था। यह शुरू हुआ मोहनदास करमचंद गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया। गांधी जी ने राष्ट्रव्यापी अहिंसक, असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन का नेतृत्व किया।

1929 में, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 से पहले, भारत के लाहौर अधिवेशन में, राष्ट्रीय कांग्रेस ने “पूर्ण स्वराज” की घोषणा की। बाद में 26 जनवरी 1930 को, कांग्रेस ने उस समय फिर से स्वतंत्रता दिवस के रूप में घोषित किया। कांग्रेस ने लोगों से सविनय अवज्ञा और “समय-समय पर जारी कांग्रेस के निर्देशों को पूरा करने” की प्रतिज्ञा करने का आह्वान किया जब तक कि भारत पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त नहीं कर लेता। स्वतंत्रता दिवस के भव्य उत्सव ने भारतीय नागरिकों के बीच राष्ट्रवादी उत्साह की लहर पैदा कर दी। और यह ब्रिटिश सरकार को स्वतंत्रता प्रदान करने के लिए बाध्य करता है या त्याग देता है।

  • My Best Friend Essay
  • My School Essay
  • pollution Essay
  • Essay on Diwali
  • Global Warming Essay
  • Women Empowerment Essay

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द (Essay on Independence Day 300 words in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस भारत के लोगों द्वारा हर साल 15 अगस्त को 1947 में 15 अगस्त को ग्रेट ब्रिटेन के साम्राज्य से भारत की स्वतंत्रता के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, भारत के लोग दिल से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। महान नेता जिनके नेतृत्व में भारत हमेशा के लिए आजाद हो गया।

इस दिन, लोग तिरंगा झंडा खरीदकर, स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित फिल्में देखकर, देशभक्ति के गीत सुनकर, परिवार और दोस्तों के साथ संबंध बनाकर, प्रसारण, प्रिंट और ऑनलाइन मीडिया द्वारा आयोजित विशेष प्रतियोगिताओं, कार्यक्रमों और लेखों में भाग लेकर अपने-अपने तरीके से जश्न मनाते हैं। दिन के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए।

17 अगस्त 1947 को भारत की स्वतंत्रता के बाद जवाहरलाल नेहरू हमारे पहले प्रधान मंत्री बने जिन्होंने दिल्ली में लाल किले के लाहौर गेट पर झंडा फहराया और भाषण दिया। इस घटना के बाद भारत के अन्य प्रधान मंत्री आते हैं जहां ध्वजारोहण समारोह, परेड, मार्च पास्ट, 21 तोपों की सलामी और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। अन्य लोग इस दिन को अपने कपड़ों, घरों या वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर मनाते हैं।

1947 में 15 अगस्त की मध्यरात्रि को, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने “भाग्य के साथ प्रयास” पर अपना भाषण पढ़कर भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि वर्षों की गुलामी के बाद यह वह समय है जब हम अपनी बदकिस्मती के अंत के साथ अपनी प्रतिज्ञा को भुनाएंगे।

भारत एक ऐसा देश है जहां लाखों लोग एक साथ रहते हैं चाहे वे विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों या परंपराओं के हों और इस विशेष अवसर को बहुत खुशी के साथ मनाते हैं। इस दिन, एक भारतीय होने के नाते, हमें गर्व महसूस करना चाहिए और अपनी मातृभूमि को अन्य देशों द्वारा किसी भी प्रकार के हमले या अपमान से बचाने के लिए खुद को वफादार और देशभक्त रखने की शपथ लेनी चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day 400 words – 500 words in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – भारत में स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि हमारे देश को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। हम 1947 से हर साल 15 अगस्त को इस दिन को मनाते हैं। हमारे देश की गिनती पूरी दुनिया में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में की जाती है।

भारत 15 अगस्त 1947 को हजारों स्वतंत्रता सेनानियों (जैसे महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सुखदेव, गोपाल कृष्ण) के बलिदान के बाद एक स्वतंत्र देश बन गया। गोखले, लाला लाजपत राय, लोकमान्य बालगंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद आदि) जिन्होंने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता पाने के लिए कड़ी मेहनत की।

प्रत्येक भारतीय अपने तरीके से अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाता है जैसे कि अपने उत्सव के स्थानों को सजाना, राष्ट्रीय ध्वज उठाना, मार्च पास्ट, पसंदीदा फिल्में देखना, गलियों में नाचना, राष्ट्रगान या देशभक्ति के गीत गाना या कई सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना। सार्वजनिक स्थानों पर। स्वतंत्रता दिवस भारत सरकार द्वारा हर साल मनाया जाता है जब भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, इसके बाद भारतीय सेना परेड, मार्च पास्ट, राष्ट्रगान पाठ, भाषण और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां होती हैं।

भारत में स्वतंत्रता दिवस 21 तोपों की फायरिंग द्वारा राष्ट्रीय ध्वज की सलामी के साथ मनाया जाता है। इसी तरह स्वतंत्रता दिवस समारोह देश के हर राज्य में होता है जहां राज्यपाल और राज्यों के मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि बनते हैं। कुछ लोग सुबह-सुबह तैयार हो जाते हैं और टीवी पर भारतीय प्रधानमंत्री के भाषण का इंतजार करते हैं। 15 अगस्त को लोग भारत की आजादी के इतिहास से प्रेरणा लेते हैं और कुछ सामाजिक गतिविधियां करते हैं और देशभक्ति विषयों पर आधारित फिल्में देखते हैं।

महात्मा गांधी का महान अहिंसा आंदोलन, बापू, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को 200 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाने में बहुत मदद करता है। भारत की स्वतंत्रता के लिए कठिन संघर्ष ने प्रत्येक भारतीय के लिए एक बड़ी प्रेरक शक्ति के रूप में काम किया है जो उन्हें एक ही स्थान पर एक साथ बांधता है चाहे वे विभिन्न जातियों, वर्गों, संस्कृतियों से संबंधित हों, उन्हें अपने अधिकारों के लिए ब्रिटिश शासन से लड़ने के लिए अनुष्ठान मान्यताओं के लिए। यहां तक ​​कि महिलाएं (अरुणा आसफ अली, विजय लक्ष्मी पंडित, सरोजीन नायडू, कस्तूरबा गांधी, कमला नेहरू, एनी बेसेंट आदि) भी अपने घरों से निकलीं और आजादी दिलाने में अपनी बड़ी भूमिका निभाई।

स्वतंत्रता दिवस निबंध (long Essay on Independence Day 600 words – 1000 words in Hindi)

स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है, अन्य दो गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती हैं। 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने के बाद से यह हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन सही मायने में स्वतंत्रता और स्वतंत्रता का जश्न मनाता है।

स्वतंत्रता दिवस के पीछे का इतिहास

भारत पर लगभग दो शताब्दियों तक अंग्रेजों का शासन रहा। हमारे देश के नागरिक वर्षों तक अत्याचारी ब्रिटिश अधिकारियों के हाथों पीड़ित रहे जब तक कि वे अंततः ताकत इकट्ठा करने और उनसे लड़ने में कामयाब नहीं हो गए। उन्होंने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह जैसे देशभक्तों के नेतृत्व में निस्वार्थ और अथक रूप से हमारे देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। जबकि इनमें से कुछ नेताओं ने अहिंसा के मार्ग की वकालत की, जबकि अन्य ने अंग्रेजों से लड़ने के लिए आक्रामक तरीके अपनाए।

हालाँकि, उन सभी का अंतिम उद्देश्य अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना था। कई स्वतंत्रता आंदोलनों, विरोधों और बलिदानों के बाद, हमारे देश को आखिरकार 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली, जिसे हमारे देश का स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था।

हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं?

हम स्वतंत्रता और स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने के लिए भी मनाया जाता है। यह दिन एक अनुस्मारक है कि आज हम जिस स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं, उसे कठिन तरीके से अर्जित किया गया है और हमें इसे महत्व देना चाहिए और साथ ही अपने अच्छे और अपने राष्ट्र की भलाई के लिए इसका अधिकतम लाभ उठाना चाहिए।

हर साल स्वतंत्रता दिवस समारोह के माध्यम से युवा पीढ़ी ब्रिटिश उपनिवेश भारत में रहने वाले लोगों के संघर्षों से परिचित होती है। यह उत्सव हमारे देश के लोगों के बीच देशभक्ति की भावनाओं को जगाने का एक तरीका है ताकि उन्हें एकजुट रहने और इसकी बेहतरी के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

स्वतंत्रता दिवस पर गतिविधियां

स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और आवासीय समितियों में विभिन्न बड़े और छोटे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर की जाने वाली कुछ गतिविधियाँ इस प्रकार हैं:

  • झंडा फहराना : इस दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। इसके बाद इस अवसर के सम्मान में 21 गोलियां चलाई जाती हैं। पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह के एक भाग के रूप में ध्वजारोहण किया जाता है।
  • भाषण / बहस / प्रश्नोत्तरी : भाषण स्कूलों, कॉलेजों और अन्य स्थानों में स्वतंत्रता दिवस समारोह के एक भाग के रूप में दिए जाते हैं। शैक्षणिक संस्थानों में वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। इस दिन को मनाने के लिए निबंध लेखन और चित्रकला प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है।
  • फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं स्कूलों और आवासीय समाजों में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। छोटे बच्चों को स्वतंत्रता सेनानी के रूप में देखा जाता है।
  • पतंगबाजी प्रतियोगिता : इस दिन पतंगबाजी की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है। आसमान में कई रंग-बिरंगी किट उड़ती नजर आ रही हैं। इसे स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
  • मीठा वितरण : ध्वजारोहण के बाद मिठाई बांटी गई।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व

स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय के लिए विशेष महत्व रखता है। यह एक ऐसा दिन है जो उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान की याद दिलाता है। यह देश के युवाओं को देश के सम्मान के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित करता है। यह लोगों के दिलों को देशभक्ति से भर देता है और उन्हें अपने देश की भलाई के लिए काम करने के लिए प्रेरित किया जाता है। देश भर में खासकर इस खास दिन पर देशभक्ति का जज्बा देखा जाता है।

स्वतंत्रता दिवस हमारे पूरे देश में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए हर उम्र के लोग आगे आते हैं। स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हमारी मातृभूमि की भी प्रशंसा में गीत गाए जाते हैं। लोग तिरंगे में सजे-धजे नजर आ रहे हैं। आकाश पतंगों से भरा हुआ लगता है और चारों ओर आनंद है।

 स्वतंत्रता दिवस के पैराग्राफ पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

भारत को स्वतंत्रता किस वर्ष में मिली थी.

वर्ष 1947, 15 अगस्त को हमें ब्रिटिश शासन से आजादी मिली।

भारत का स्वतंत्रता दिवस किस महान नेता द्वारा घोषित किया गया था?

भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत में स्वतंत्रता की घोषणा की।

हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है?

स्वतंत्रता दिवस समारोह हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है?

स्वतंत्रता दिवस हमेशा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। हम पूरे देश में तिरंगे से लाइट डेकोरेशन करते हैं। तिरंगा हमारे राष्ट्रीय ध्वज का रंग है। हमने अपना राष्ट्रगान गाया। पूरे देश में आधिकारिक अवकाश है। हमें स्वतंत्रता प्रदान करने के लिए राज्य के लिए हमारे शहीदों के बलिदान और उनके संघर्ष को याद करने और मनाने के लिए।

कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के नाम बताइए जिनका संघर्ष अविस्मरणीय रहा?

हम भारत के लोग महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ राजेंद्र सहित कुछ प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को नहीं भूल सकते जिनके बिना हमारी आजादी का सपना संभव नहीं था। प्रसाद, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद आदि शामिल हैं।

हमारे देश के प्रत्येक व्यक्ति ने इस दिन क्या किया?

इस दिन, देश का प्रत्येक व्यक्ति हमारे शहीदों को श्रद्धांजलि देता है – छात्रों के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन। छात्र हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष का प्रतिनिधित्व करने के लिए अभिनय करते हैं और खेलते हैं। हमें अपने राष्ट्र के लिए प्यार और देशभक्ति की भावना से भरने के लिए।

15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

Essay on Independence Day in Hindi: हमारे देश भारत में 15 अगस्त का दिन स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। देश का प्रत्येक व्यक्ति आज़ादी के इस पर्व को बहुत ही उत्साह और गौरव के साथ मनाता हैं। हमारे देश भारत को 15 अगस्त 1947 को लम्बे समय से चली आ रही अंग्रेजों की गुलामी से आज़ादी मिली थी, इसी ख़ुशी में आज़ादी का यह पर्व मनाया जाता हैं।

best essay on independence day in hindi

15 अगस्त के दिन भारत के प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली में लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता हैं। साथ ही इस दिन सभी सरकारी कार्यालयों में अवकाश रहता हैं। इस दिन स्कूल (class 4th, class 8, class 10th) और कॉलेजों में कविता, भाषण, नाटक व निबंध प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता हैं।

अगर आप भी ऐसी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले हैं तो यह आर्टिकल (essay writing) आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला हैं।

  • स्वतंत्रता दिवस पर महत्वपूर्ण पंक्तियां
  • स्वतंत्रता दिवस पर भाषण

Short and Long Essay on Independence Day in Hindi

निबंध 1 (300 शब्द) – essay on independence day in hindi.

Hindi language: आज़ादी का यह दिन 15 अगस्त प्रत्येक भारतीय के लिए बहुत ही भाग्य का दिन हैं। इसी दिन हमारे देश को अंग्रेजों की करीब 200 वर्षों की गुलामी से आज़ादी मिली थी। इसके लिए हमारे देश के अनेकों वीरों ने अपनी जान की क़ुरबानी दी, अनेकों स्वतंत्रता सेनानियों के लम्बे संघर्ष का परिणाम है आज़ादी हैं। जब से भारत आज़ाद हुआ तब से लेकर आज तक हम 15 अगस्त का दिन स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं।

15 अगस्त 1947 को आज़ादी के बाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराकर देश की जनता को संबोधित किया था, जो आज भी एक प्रथा के रूप में चल रही है। इस पर्व को लोग अपने कपड़ों, वाहनों तथा घरों पर तिरंगा लगाकर इसे मनाते हैं।

आज़ादी के इस पर्व यानी स्वतंत्रता दिवस के लिए राष्ट्रीय अवकाश होता हैं। इसके एक दिन पूर्व देश के राष्ट्रपति देश को संबोधित करते हैं, जिसका प्रसारण विभिन्न रेडियो स्टेशन और चैनलों पर किया जाता हैं। इस दिन देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराते हैं। और इसके बाद राष्ट्रगान और 21 बार गोलियां चलाकर सलामी दी जाती हैं।

इसके पश्चात भारतीय सशस्त्र बल के साथ साथ अर्ध सैनिक बल और एनसीसी कैडेट परेड करते हैं, जिसका प्रसारण दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो पर किया जाता हैं। इस प्रकार के मौकों पर आतंकी घटना होने की संभावना अधिक रहती हैं इसलिए सुरक्षा के बहुत ही कड़े इतंजाम किये जाते हैं।

साथ ही इस दिन देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देकर उनका सम्मान किया जाता हैं। इस दिन देश की राजधानी दिल्ली के साथ साथ देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी तिरंगा फहराते हैं। इस पर्व पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किये जाते हैं, जिसमें देश भक्ति गीत व नारे लगाना शामिल होता हैं। तो वहीं कुछ लोग पतंग उड़ाकर भी स्वतंत्रता दिवस का यह पर्व मनाते हैं।

निबंध 2 – 300 शब्द

200 words Eassy: 15 अगस्त का दिन प्रत्येक भारतीय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण दिन हैं। इस दिन को हर भारतीय राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाता हैं। 15 अगस्त 1947 के दिन ही भारत को करीब 200 वर्षों की लंबी गुलामी के बाद आज़ादी मिली थी। इसलिए इस दिन को हम भारतीय स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। स्वतंत्रता दिवस को आज़ादी का पर्व भी कहा जाता हैं।

भारत की आज़ादी के लिए अनेकों स्वंतत्र सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुतियाँ दी और लम्बे समय तक चले विद्रोह के बाद आखिर 14-15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को भारत को एक स्वतंत्र देश घोषित किया गया। इसी दिन पहली बार भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरु ने दिल्ली के लाल किले पर तिरंगे का अनावरण किया। मध्यरात्रि को उन्होंने लालकिले से स्ट्रोक पर “ट्रास्ट विस्ट डेस्टिनी” भाषण दिया था। प्रथम प्रधानमंत्री द्वारा दिए गये भाषण को पुरे देश ने गर्व और उत्साह के साथ सुना।

उसी दिन से हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश की जनता को संबोधित करते हैं और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को 21 तोपों की सलामी दी जाती हैं।

आज़ादी के इस मौके पर सभी सरकारी दफ्तरों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता हैं। स्कूल व कॉलेजों में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किये जाते हैं। इसके साथ देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वाले सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह, मंगल पांडे, रामप्रसाद बिस्मिल, महात्मा गाँधी, रानी लक्ष्मीबाई, अशफाक़उल्ला खां, चंद्रशेखर आज़ाद, सुखदेव व राजगुरु आदि स्वतंत्र सेनानियों को याद किया जाता हैं।

वहीं कुछ लोग कबूतर उड़ाकर तो कुछ पतंग उड़ाकर भी आज़ादी के इस पर्व को उत्साह के साथ मनाते हैं। प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला (celebration in school) यह पर्व हमारे दिल में स्वतंत्रता की अहमियत, देश का इतिहास और आज़ादी का सही अर्थ सिखाता हैं।

निबंध 3 – 400 शब्द

200 वर्ष की लंबी गुलामी के बाद 15 अगस्त के दिन भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से आज़ादी मिली थी, इसलिए यह दिन प्रत्येक भारतीय के लिए बहुत ही अहम माना जाता हैं। सन 1947 से हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप मनाते आ रहे है।

आज यह आज़ाद भारत सैकड़ों स्वंतत्रता सेनानियों के लम्बे संघर्ष का परिणाम हैं। जिसमें भगत सिंह, लाला लाजपतराय, बालगंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आज़ाद जैसे हजारों देशभक्तों की क़ुरबानी के कारण आज हमें यह आज़ादी मिली हैं। वर्तमान में भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में गिना जाता हैं।

स्वतंत्रता दिवस के मनाने का सभी का अपना अपना तरीका होता हैं। कुछ लोग इस दिन अपने घरों तथा वाहनों पर तिरंगा लगाते हैं। किसी अन्य उत्सव की तरह लोग अपने घरों को सजाते हैं तो कुछ मिठाइयाँ बांटकर इस पर्व को मनाते हैं। प्रत्येक भारतीय का मन इस दिन देशभक्ति से सरोबर रहता हैं। लोग इस दिन देश भक्ति की फ़िल्में भी देखते हैं।

आज़ादी का यह पर्व भारत सरकार द्वारा भी धूमधाम से मनाया जाता हैं, इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा फहराते हैं और इसके बाद सेनाओं द्वारा परेड की जाती हैं। इसके साथ विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झांकियां भी निकाली जाती हैं। आज़ादी के इस पर्व पर देशभक्ति के गीत, राष्ट्रगान और देश प्रेम की धुनों से पूरा वातावरण देश प्रेम में डूब जाता हैं।

15 अगस्त का यह दिन भारत सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों द्वारा भी अतिउत्साह के साथ मनाया जाता हैं। इस दिन अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री तिरंगा फहराते हैं। इस कार्यक्रम में राज्य के राज्यपाल व मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में होते हैं।

देश में बहुत से लोग इस दिन का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। कुछ लोग सुबह सुबह जल्दी ही तैयार होकर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने व सुनने के लिए टीवी व रेडियो के सामने बैठ जाते हैं।

इस दिन देश के प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले से भाषण दिया जाता हैं, जिसका प्रसारण लगभग सभी टीवी चैनलों के साथ-साथ रेडियो व इंटरनेट पर भी किया जाता हैं।

भारत की आज़ादी के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अनेकों आन्दोलन किये, जिसमें महात्मा गाँधी द्वारा किया गया अहिंसा आंदोलन भी एक था। गांधीजी के इस आंदोलन से स्वतंत्रता सेनानियों को बहुत सहयोग मिला। 200 वर्षों तक चला आ रहा अंग्रेजी साम्राज्य की जड़ें इस आंदोलन से हिलने लगी। प्रत्येक भारतीय देश की आज़ादी चाहता था और इस आंदोलन ने लोगों को अपने अधिकारों के लिए ब्रिटिशों के खिलाफ सभी को एक साथ ला दिया।

आज़ादी के लिए सभी धर्म, जाति तथा वर्ग के लोगों ने संघर्ष किया। आज़ादी की इस लड़ाई में सभी एक हो गये थे, लोगों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था कि कौन किस जाति तथा धर्म से हैं। आज़ादी की इस लड़ाई में पुरुषों के साथ साथ महिलाओं का भी अहम योगदान रहा जिसमें अरुणा आसिफ अली, कमला नेहरु, विजय लक्ष्मी पंडित, सरोजिनी नायडू प्रमुख थी।

निबंध 4 – 500 शब्द

15 अगस्त का दिन यह दिन आज भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हैं, इस दिन की सुबह का सूरज भारत की आज़ादी का साक्षी हैं। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के लम्बे संघर्ष के चलते अंग्रेज भारत छोड़ने को मजबूर हो गये थे। इसी दिन हमें करीब 200 वर्षों की लंबी अंग्रजों की गुलामी से आज़ादी मिली थी। और आज यही वजह हैं कि हम इस दिन को आज़ादी के पर्व के रूप में मनाते हैं।

15 अगस्त – स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास

शुरुआत में ईस्ट-इंडिया नामक एक कंपनी भारत में व्यापार के उद्देश्य से आई और धीरे-धीरे अंग्रेजों की रणनीति के कारण हम अपने ही देश में गुलाम बनकर रह गये। हमारे देश में सब कुछ हमारा होते हुए भी हम लाचार थे उस पर अधिकार अंग्रेजों का था। जमीनें हमारी थी लेकिन उन पर खेती अंग्रेजों के मुताबिक होती थी, वे मनमर्जी से लगान वसूलते थे और खेत में किसकी फसल बोनी हैं यह भी अंग्रेजों द्वारा ही तय किया जाता था। जैसे नील और नकदी की फसल आदि।

ऐसा खासतौर पर बिहार राज्य के चंपारण में होता था, जब भी कोई भारतीय इसका विरोध करने की कोशिश करता तो इसका जवाब जलियांवाला बाग हत्याकांड जैसा होता था।

ऐसे कई उदाहरण हैं जो अंग्रेजों की क्रूरता को दर्शाते हैं, इसके साथ ही अंग्रेजों ने भारत के खजाने को भी खूब लूटा। जिसमें कोहिनूर एक उदाहरण हैं। कोहिनूर आज ब्रिटिश रानी के ताज की शोभा बढ़ा रहा हैं। लेकिन हमारी धरोहर आज भी कुलीन हैं, हमारे यहाँ अतिथि देवो भव: कहा जाता हैं अर्थात अतिथियों को देवताओं की संज्ञा दी गयी हैं। जब-जब अंग्रेज भारत आयेंगे तब-तब हर भारतीय उनका स्वागत इतिहास का स्मरण करते हुए करेगा।

अंग्रेजों ने लंबे समय तक भारतीयों पर अत्याचार व उनका शोषण किया, लेकिन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और वीरता के आगे आखिर अंग्रेजों को झुकना पड़ा।

भारत के साहसी स्वतंत्रता सेनानी

भारत की आज़ादी में अनेकों स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका रही थी, ऐसे कई स्वतंत्रता सेनानी भी हैं जिनका इतिहास में कहीं भी नाम नहीं हैं वे केवल नींव के पत्थर बनकर रह गये। हम उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों का भी सम्मान करते हैं।

देश की आज़ादी के संघर्ष में महात्मा गाँधी का अहम योगदान रहा था, गांधीजी सबसे लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी थे। गांधीजी की शिक्षा में सत्य और अहिंसा मूल थे। यही दो चीजें अंग्रेजों के खिलाफ बड़े हथियार बनकर उभरे। कमजोर से कमजोर व्यक्ति भी इससे प्रेरित हुआ।

इसके आलावा गांधीजी ने समाज में व्याप्त कई कुप्रथाओं को भी हटाने का पुरजोर प्रयास किया जिसमें प्रत्येक वर्ग के लोगों ने उनका साथ दिया। प्रत्येक तबके का साथ मिलने से गांधीजी की यह लड़ाई बहुत ही आसन हो गयी थी। लोग गांधीजी को प्यारे बापू के नाम से पुकारते थे।

आज़ादी की आग पुरे देश में फैली हुई थी, हर भारतीय के मन में बस आज़ादी की ही आवाज थी। इसी के तहत लोग साइमन कमीशन का विरोध कर रहे थे, यह विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। लेकिन बेच में अंग्रेजों ने लोगों पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया जिसमें स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपतराय की मृत्यु हो गयी।

लाला लाजपतराय की मृयु से भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरु बेहद आहत हुए और उन्होंने सांडर्स की हत्या कर दी और बदले में तीनों स्वतंत्र सेनानियों को फांसी की सजा हुई लेकिन वे तीनों वीर बिना किसी अफ़सोस के हँसते-हँसते फांसी के फन्दे पर झूल गये।

आज़ादी के इस संघर्ष में कई नाम हैं जिनमें बाल गंगाधर तिलक, सुभाषचंद्र बोस, मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई, गणेश शंकर विद्यार्थी, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद इन सभी का स्वतंत्रता की लड़ाई में योगदान अतुलनीय हैं।

जैसा की स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व (Essay on Independence Day in Hindi) है, इस दिन के लिए राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है और स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय सब बंद रहते हैं। लेकिन यह लोगों का उत्साह ही है जो इस दिन को मनाने के लिए सब एक जुट होते हैं और बड़े हर्षोल्लास के साथ हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है, तिरंगा फहराया जाता है और मिठाइयां बांटी जाती हैं।

निबंध 5 – 600 शब्द

an essay on independence day in hindi

प्रस्तावना (Essay on Independence Day in Hindi)

15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए अहम दिन हैं, इसी दिन हमारा देश अंग्रेजी साम्राज्य की लंबी गुलामी के बाद आज़ाद हुआ था। 15 अगस्त 1947 के दिन अंग्रेजों ने भारत छोड़ दिया, यह दिन हमारे लिए कई तरीकों से अलग हैं। इस दिन के बाद सबकुछ हमारा अपना था अपनी सरकार थी, प्रत्येक सरकारी पद पर भारतीय था। इस दिन के बाद हर भारतीय शारीरिक व मानसिक रूप से आज़ाद था।

अंग्रेजी साम्राज्य का आगमन

पहले भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था, अंग्रेजी साम्राज्य (Essay on Independence Day in Hindi) के आने से पूर्व भारत पर मुगलों ने भी शासन किया। 17 वीं शताब्दी में अंग्रेजों की ईस्ट-इण्डिया कंपनी भारत में व्यापार के उद्देश्य से आई। लेकिन समय के साथ व्यापार की आड़ में उन्होंने अपनी सैन्य ताकतों को बढ़ाना शुरू किया और कई राजाओं को धोखे से उनके क्षत्रों को अपने अधीन कर लिया।

धीरे-धीरे 18वीं शताब्दी तक ईस्ट-इंडिया कंपनी ने भारत के अधिकतर क्षेत्र में अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया।

भारत की गुलामी का दौर

शुरू-शुरू में अंग्रेजों ने हमें शिक्षित करने और विकास करने के बहाने अपनी चीजों को हम पर थोपना शुरू किया। वे हर तरीके से भारतीयों में हीन भावना भरने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान अधिकतर भारतीयों को यह अहसास हो चूका था की हम ब्रिटिश शासन के अधीन हो चुके है।

अंग्रेजों ने भारतीयों को मानसिक रूप के साथ-साथ शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इसी बीच कई सारे युद्ध भी हुए जिसमें द्वितीय विश्वयुद्ध प्रमुख था, इस दौरान बहुत से भारतीयों को सेना में जबरन भर्ती कराया गया। अंग्रेजों ने जलियांवाला बाग जैसे बड़े नरसंहार को अंजाम दिया। हम भारतीय केवल अंग्रजों के हाथों की कठपुतलियाँ बनकर रह गये।

कॉंग्रेस की स्थापना

भारतीयों और अंग्रेजों के बीच संघर्ष चल ही रहा था और इस बीच 28 दिसम्बर 1885 को 64 व्यक्तियों ने मिलकर राष्ट्रीय कॉंग्रेस पार्टी की स्थापना की। इस पार्टी की स्थापना में दादा भाई नौरोजी और ए. ओ. ह्युम की मुख्य भूमिका रही। इस पार्टी द्वारा धीरे-धीरे क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम देना शुरू किया, बहुत से लोग उत्साह से इस पार्टी में भाग लेने लगे थे।

इसी दौरान में भारत में मुस्लिम लीग की भी स्थापना की गयी, उसके बाद एक बाद एक कई दल आज़ादी की लड़ाई के लिए सामने आये और उनके अमूल्य योगदान का ही यह नतीजा हैं कि आज हमें स्वतंत्रता मिली हैं। स्वतंत्रता की इस लड़ाई में न जाने कितने लोगों ने अपने प्राणों की आहुतियाँ दी, कई माताओं की कोख खाली हुई तो कई महिलाएं भरी जवानी में विधवा हो गयी।

भारत का बंटवारा और साम्प्रदायिक दंगे

अंग्रेजों के साथ लंबी लड़ाई के बाद आख़िरकार हम आज़ाद तो हो गये, लेकिन इस देश को एक और जख्म लगना बाकी था। स्वतंत्रता मिलने के बाद देश में साम्प्रदायिक दंगे फ़ैल गये, नेहरु और जिन्ना दोनों ही चाहते थे कि वे प्रधानमंत्री बने जो की संभव नहीं था और नतीजन देश का बंटवारा हुआ।

भारत देश के अब दो टुकड़े हो चुके थे जिसमें एक हिन्दू और दूसरा मुस्लिम राष्ट्र। इस बंटवारे के दौरान बहुत से लोगों की जानें गयी। एक तरफ आज़ादी की ख़ुशी तो दूसरी ओर हुए इस नरसंहार का मंजर देखकर हर कोई दुखी था।

भारत के बंटवारे के साथ 14 को पाकिस्तान और 15 अगस्त को भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र घोषित किये गये।

स्वतंत्र भारत में आज़ादी का पर्व – Essay on Independence Day in Hindi

आज़ादी के इस पर्व के दिन हम देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले वीरों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। देश की आज़ादी के लिए बहुत से लोगों ने अपनी जान की क़ुरबानी दी, इसमें बच्चे (Kids), महिलाएं व बूढ़े भी शामिल थे।

पुरे देश की एकजुटता के कारण ही भारत की आज़ादी का यह सपना साकार हुआ। आज़ादी की इस लड़ाई में कुछ ऐसे लोग थे जिनकी भूमिका को हमेशा याद किया जायेगा। जिनमें भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, लाला लाजपत राय, सुभाषचंद्र बोस, बाल गंगाधर तिलक प्रमुख थे।

Essay on Independence Day in Hindi: इस पर्व को मनाने का उद्देश्य आज की युवा पीढ़ी को हमारा गौरवपूर्ण इतिहास याद दिलाया जाए। देश के लिए प्राणों की आहुतियाँ देने वाले वीरों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती हैं।

आज़ादी का यह पर्व मनाने का तरीका भले ही सबका अलग-अलग हो लेकिन सभी का मकसद एक ही होता हैं।

इसे भी पढ़ें

  • देशभक्ति पर संस्कृत निबंध
  • 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस स्टेटस
  • स्वतंत्रता दिवस के लिए बधाई सन्देश

Sawai Singh

Related Posts

Leave a comment cancel reply.

Essay on Independence Day In Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

Essay on Independence Day In Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

Table of Contents

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day In Hindi

स्वतंत्रता दिवस (Essay on Independence Day In Hindi) भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की जीत और आजादी की प्राप्ति की याद कराता है। 15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से अपनी आजादी हासिल की थी और उस दिन को हम स्वतंत्रता दिवस (Essay on Independence Day In Hindi) के रूप में मनाते हैं। यह निबंध हमें स्वतंत्रता दिवस के महत्व, इतिहास, उसके पीछे के संघर्ष, और इसके प्रति हमारी दायित्वपूर्ण दृष्टिकोण के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेगा।

स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास | Independence Day History

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने अनगिनत बलिदानों और संघर्षों की दास्तानी लिखी है। ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीयों की आवाज़ उनकी आत्मसमर्पण और संकल्पना के प्रतीक बन गई थी। सत्याग्रह, आंदोलन, विभाजन, और अनेक बलिदानों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक महान यात्रा बना दिया। महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, और अन्य वीर योद्धाओं ने अपने अमूल्य बलिदानों से यह संग्राम संजीवनी बनाई।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व | Essay On Independence Day In Hindi

स्वतंत्रता दिवस का महत्व विशेष रूप से उन लोगों के लिए होता है जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना जीवन नियोजित किया या उसके लिए अपना संकल्प दिखाया। यह दिन हमें उनके संघर्षों, बलिदानों, और समर्पण की याद दिलाता है जिनसे हमारी आजादी की मूल नींव रखी गई। इसके साथ ही, यह दिन हमें हमारे देश की उन उच्च मूल्यों की याद दिलाता है जिन पर हमारा राष्ट्र निर्मित हुआ है – स्वतंत्रता, भागीदारी, सामर्थ्य, और समर्पण।

स्वतंत्रता संग्राम के पीछे के संघर्ष |  Essay On Independence Day In Hindi

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने विभाजनों, संकटों, और परिश्रमों से भरपूर रहा। विभाजन और एकता के बीच की लड़ाई, आर्य-डोंगी विवाद, साम्राज्यिक दबाव, और आर्थिक संकट ने संग्रामी योद्धाओं का मानसिक और शारीरिक समर्पण प्रमोट किया। सत्याग्रह और आंदोलनों के माध्यम से लोगों ने अपने अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए लड़ा। असहमति और विचारविमर्श के बावजूद, भारतीय समाज ने संगठन, साझेदारी, और आपसी समझ के माध्यम से संघर्ष को एक साझा मिशन बनाया।

स्वतंत्रता संग्राम की शिक्षाएँ | Essay On Independence Day In Hindi

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने हमें कई महत्वपूर्ण शिक्षाएँ सिखाई हैं। पहली बात तो यह कि संघर्ष में आत्मनिर्भरता और समर्पण की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। दूसरी बात, सामाजिक समानता, सामाजिक न्याय, और सभी के अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता होती है। तीसरी बात, अहिंसा, सदयता, और सहिष्णुता के माध्यम से ही समस्याओं का समाधान संभव होता है। यह सिख हमें गांधीजी के सत्याग्रह आंदोलन से मिलती है।

स्वतंत्रता दिवस का उत्सव | Essay On Independence Day In Hindi

स्वतंत्रता दिवस का उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। लाखों लोग राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और परेड में भाग लेते हैं। स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी दफ्तरों, और निजी संगठनों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोग तिरंगा झंडों को लहराते हैं और देशभक्ति भावना से ओतप्रोत होते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन्स | Independence Day 10 Lines In Hindi

  • स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • यह दिन भारत के स्वतंत्रता संग्राम की याद में मनाया जाता है।
  • 1947 में इस दिन भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से आजादी पाई थी।
  • स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।
  • विभिन्न स्कूलों और संगठनों में समारोह आयोजित किए जाते हैं।
  • इस दिन लोग अपने देश के महानतम योद्धाओं को याद करते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस हमें एकता, स्वतंत्रता, और गरिमा की महत्वपूर्णता याद दिलाता है।
  • महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस जैसे महान वीर योद्धाओं की प्रेरणा से यह स्वतंत्रता महांगी मिली है।
  • आजादी की महानतम उपलब्धि को याद करके हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों की प्रतिबद्धता बनी रहनी चाहिए।

Also Read:- Essay on Population Growth

स्वतंत्रता दिवस (Essay on Independence Day In Hindi) हमें याद दिलाता है कि हमारी आजादी अत्यंत मूल्यवान है और हमें इसकी समर्पित रक्षा करनी चाहिए। हमें इस दिन का समान आदर देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम अपने देश के विकास और समृद्धि में योगदान करते रहें। हमें विभाजन और असहमतियों के बावजूद एकता और सामाजिक समरसता की दिशा में काम करना चाहिए ताकि हमारे देश का विकास हमेशा तेजी से प्रगति कर सके। स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर, हमें अपने महान वीर योद्धाओं को सलामी देनी चाहिए और उनकी बलिदानी दृढ़ता और समर्पण को याद करना चाहिए, ताकि हम उनकी प्रेरणा से अपने जीवन को और भी महत्वपूर्ण बना सकें।

इस प्रकार, स्वतंत्रता दिवस हमें हमारे देश के महानतम संघर्षों, बलिदानों, और संघर्ष भरे इतिहास की याद दिलाता है और हमें एक सशक्त, स्वतंत्र और समृद्ध भारत की दिशा में समर्पित रहने की प्रेरणा प्रदान करता है।

Read More:- Essay on Independence Day In Hindi

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Humhindi.in

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Essay on Independence Day in Hindi [5]

भारत का स्वतंत्रता दिवस भारतीयो के लिए बहुत ही खास दिन माना जाता है 15 अगस्त 1947 को भारत देश बहुत से शहीदो के कारण आज़ाद हुवा था। इनमे से प्रमुख है भगत सिंह , सुख देव ,राज गुरु ,चन्दरशेखर आज़ाद और भी बहुत से ऐसे वीर थे जो हस्ते हस्ते फांसी के फंदे पर झूल गए। लेकिन लोग आज उनके बलिदानो को भूल गए है। आज हम आप सबके लिए लाये है स्वतंत्रता दिवस के ऊपर निबंध जो आपके बच्चे के लिए बहुत जरुरी होंगे।आपके लिए हर तरह के essay on independence day in hindi में पब्लिश कर रहे है जो की 100, 200, 250, 300, and 400 words के है क्योकि ये सब स्कूल में प्रतियोगिता होने पर काम आती है।

Essay on Independence Day in Hindi

  • 1. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Essay on Independence Day in Hindi (100 word)

प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन को भारतवासी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन वह सुनहरी आजादी प्राप्त हुई थी जिसका लोगों को वर्षों से इंतजार था। इस दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। लोग गुलामी की जंजीरें तोड़कर बहुत प्रसन्न हुए थे। तब से भारत बहुत उन्नति कर चुका है। भारत के लोग आज भी अपना स्वतंत्रता दिवस बहुत उत्साह से मनाते हैं। प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराकर राष्ट्र को संबोधित करते हैं। वे राष्ट्र को एकजुट रहने तथा अपनी स्वतंत्रता को बरकरार रखने की प्रेरणा देते हैं। देश के विभिन्न भागों में इस दिन चहलपहल होती है। लोग तिरंगा झंडा फहराकर एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं। यह दिवस हमें अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों तथा शहीदों का स्मरण करा जाता है। भारतवासी उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प प्रकट करते हैं। स्वतंत्रता दिवस भारत के लोगों को आपसी मतभेद भुलाकर देश के नवनिर्माण की प्रेरणा देता है।

Also, Read   Bhagat Singh Quotes in Hindi

  • 2. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Essay on Independence Day in Hindi (200 words)

‘स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है’-यह कथन कितना अच्छा कितना उन्मादक और आनंददायक है ! स्वतंत्रता प्रत्येक प्राणी को प्रिय होती है। चाहे वह मनुष्य हो या कोई पशु पक्षीजीव-जंतु।

वस्तुत: स्वाधीनता में ही सुख है। तभी तो तुलसीदासजी ने लिखा है-‘पराधीन सपनेई सुख नाहीं।” इसी तरह महर्षि दयानंद का कथन है कि विदेशी राज्य चाहे कितना ही अच्छा हो, स्वदेश के लिए हानिकारक होता है।इसीलिए अंग्रेजों के शासन से मुक्त होने के लिएस्वतंत्रता पाने के लिए भारतवासी छटपटा रहे थे। लगभग दो सौ वर्षों से अंग्रेजों ने भारत को अपना गुलाम बना रखा था। इस गुलामी से छुटकारा पाने के लिए लाखों लोगों ने अपने प्राण न्योछावर किए। जेलों में वर्षों कष्ट झेले।

काला पानी की सजा भुगती। अंतत: १५ अगस्त, १९४७ को उन्हें सफलता मिली। आधी रात के समय जवाहरलाल नेहरू ने जब स्वतंत्रता प्राप्ति की घोषणा की तब सारे देश में खुशी की एक लहर दौड़ गई। सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय झंडा फहराया गया। इस अवसर पर देश-भर में उत्सव मनाए गए राष्ट्रीय गीत गाए गए। राष्ट्रीय धुन बजाई। गई।’भारत माता की जय , ‘स्वतंत्रता की जय’ आदि नारों से आकाश गूंज उठा। दीपों आदि से नगरों को दुलहन की तरह सजाया गया।

तब से प्रतिवर्ष 15 अगस्त का दिन एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जाता । है । दिल्ली के लालकिला पर प्रधानमंत्री झंडा फहराते हैं । इक्कीस तोपों की सलामी दी जाती है। एक बड़ा समारोह होता है। लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं। यह सारा कार्यक्रम दूरदर्शन पर प्रत्यक्षत: प्रदर्शितप्रसारित किया जाता है।

देश के अन्य नगरों में भी इसी समय यह पर्व उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। नगरों और गाँवों में प्रभातफेरियां निकाली जाती हैं। विद्यालयों में झंडा फहराने के पश्चात् खेलकूद होते हैं। विभिन्न प्रतियोगिताएँ होती हैं। तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मिठाई बाँटी जाती हैं। कुल मिलाकर 15 अगस्त ‘स्वाधीनता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह हमारा राष्ट्रीय पर्व है। ऐसे उत्सव देश को उन्नत बनाने की प्रेरणा देते हैं ।

Jhansi Rani Photos and Jhansi Ki Rani Images in HD Quality

  • 3. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Essay on Independence Day in Hindi (500 words)

स्वतंत्रता का महत्व तो वही व्यक्ति जान सकता है, जो गुलाम हो या कैद में हो। जब भारत पर अंग्रेज़ों का शासन था और हम गुलाम थे तब हमें हर काम के लिए अंग्रेज़ों की अनुमति लेनी पड़ती थी। हम अपनी मर्जी से आज़ादी से नहीं जी सकते थे। वो गुलामी का ही दौर था जब अंग्रेज़ों ने अफ्रीका में गाँधीजी को ट्रेन के फर्स्ट क्लास के डिब्बे से उतार दिया था। अंग्रेज़ अपने समक्ष भारतीयों को तुच्छ समझते थे। वे भारतीयों को हमेशा ‘काला आदमी’ (ब्लैक मैन) कहते थे। गुलामी के समय में प्रत्येक भारतीय ने इतना अपमान और पीड़ा सही है, जिसे शब्दों में बयाँ नहीं किया जा सकता। अंग्रेज़ बात-बात पर भारतीयों पर कोड़े बरसाते थे, उन्हें कारागार में डाल देते थे, काला पानी (अण्डमाननिकोबार) भेज देते थे और सरेआम पेड़ से लटकाकर फाँसी पर लटका देते थे। अंग्रेज़ों के सामने कोई भी अपना मुंह नहीं खोल सकता था, क्योंकि भारतीय के मुंह खोलते ही अंग्रेज़ क्रोध से लाल-पीले हो जाते थे और घटनास्थल पर ही सज़ा दे देते थे।

Ram Prasad Bismil Images Wallpaper ,Wiki , Personal Detail

जलियाँवाला काण्ड अंग्रेज़ों की क्रूरता का ही एक परिणाम था। तब भारतीयों को स्वतंत्रता के महत्व का अहसास हुआ। उसके बाद उन्होंने अंग्रेज़ों की दासतां से स्वतंत्र होने के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया। और वे स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े1 स्वतंत्रता के महत्व को अनुभव करने के बाद भारत का बच्चा-बच्चा अंग्रेजों के खिलाफ खड़ा हो गया अनपढ़ से लेकर सुशिक्षित-सभी स्वतंत्र होने के लिए एकजुट हो गए फिर तमाम सत्याग्रह और आंदोलन चलाए गएहज़ारों-लाखों बच्चेबूढ़े और युवाओं को जेल जाना पड़े और अंग्रेज़ों की लाठियाँ खानी पड़ीं। लाला लाजपतराय अंग्रेज़ों के लाठी प्रहार से ही शहीद हुए थे। अंग्रेज़ों से स्वतंत्र होने के लिए ही भगतसिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और सुखदेव हंसतेहंसते फाँसी पर चढ़ गए थे। भारत की आज़ादी के लिए ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस को भारत छोड़कर जर्मन जाना पड़ा था। और वहाँ वे ‘आज़ाद हिन्द’ फौज बनाकर अंग्रेज़ों के विरुद्ध लड़े थे। जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गाँधी, सरदार पटेल आदि अनेकों देशभक्त अपना सब कुछ त्यागकर भारत को स्वतंत्र कराने में जुट गये थे। तब जाकर 15 अगस्त1947 को भारत स्वतंत्र हुआ और हमें आजादी मिली।

निष्कर्षत: अब हमें स्वतंत्रता का महत्व समझना होगा और इस आज़ादी को कायम रखने के लिए हमें देशभक्ति से पूरी ईमानदारी से देश के विकास के लिए कार्य करने होंगे। देश से छुआछूत और रूढ़िवादियों को मिटाना होगा तथा अपने देश (भारत) के लिए अपना सब कुछ बलिदान करने के लिए हर वक्त तैयार रहना होगा तभी हम देश की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण रख सकेंगे

Shaheed Udham Singh Images With Udham Singh Quotes

  • 4. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Essay on Independence Day in Hindi (600 words)

15 अगस्त भारतवर्ष का एक राष्ट्रीय त्यौहार है। 15 अगस्त, 1947 का दिन भारत देश के इतिहास में स्वर्णाक्षरों से लिखा गया हैइस शुभ दिन हमारा देश सैकड़ों वर्षों की अंग्रेजी पराधीनता से स्वतंत्र हुआ था। तभी से भारत के करोड़ों नागरिक इस त्यौहार को ‘स्वतंत्रतादिवसके रूप में बड़े हर्षोल्लास से मनाते हैं। इस अवसर पर सभी विद्यालय कार्यालयकारखानेसंस्थान और बाजार बन्द रहते हैं। इस दिन प्रत्येक वर्ष भारतवर्ष की राजधानी दिल्ली में लालकिले की प्राचीर पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं तथा देशवासियों के नाम सन्देश देते हैं। राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी जाती है, तत्पश्चात् राष्ट्रगान होता है। स्वतंत्रता तथा समृद्धि का प्रतीक यह दिवस भारत के कोनेकोने में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। 15 अगस्त की सुबह राष्ट्रीय स्तर के नेतागण पहले राजघाट आदि समाधियों पर जाकर महात्मा गांधी आदि राष्ट्रीय नेताओं तथा स्वतंत्रतासेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं फिर लाल किले के सामने पहुंच कर सेना के तीनों अंगों (वायुजल व स्थल सेना) तथा अन्य बलों की परेड का निरीक्षण करते हैं तथा उन्हें सलामी देते हैं। 15 अगस्त को सभी सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है तथा सभी लोग अपने घरों व दुकानों पर राष्ट्रीयध्वज फहराते हैं। इस दिन रात्रि के समय सरकारी कार्यालयों व अनेक विशेष स्थानों पर विद्युतप्रकाश किया जाता है। इसकी सुन्दरता के – कारण भारत की राजधानी दिल्ली एक नववधू-सी लगने लगती है। सभी स्कूलों व कॉलेजों में यह पर्व एक दिन पूर्व अर्थात् 14 अगस्त को ही मना लिया जाता है। इस दिन स्कूलों में बच्चों को फलमिठाइयां आदि वितरित की जाती हैं।

  • Mangal Pandey Images
  • Batukeshwar Dutt Images

15 अगस्त भारत के गौरव व सौभाग्य का पर्व है। यह पर्व हम सभी के हृदयों में नवीन स्फूर्ति, नवीन आशाउत्साह तथा देश-भक्ति का संचार करता है। यह स्वतंत्रतादिवस हमें इस बात की याद दिलाता है कि इतनी कुर्बानियां देकर जो आजादी हमने प्राप्त की है, उसकी रक्षा हमें हर कीमत पर करनी है। चाहे हमें उसके लिए अपने प्राणों की आहुति ही क्यों न देनी पड़े। इस प्रकार पूरी उमंग और उत्साह के साथ इस राष्ट्रीय पर्व को मनाकर हम राष्ट्र की स्वतंत्रता तथा सार्वभौमिकता की रक्षा का प्रण लेते हैं।

स्वतंत्रता दिवस को देश की स्वतन्त्रता का जन्म दिवस भी कह सकते हैं। क्योंकि इसी दिन देश को गुलामी से मुक्ति मिली थी। 1947 से पूर्व लगभग दो सौ वर्षों तक अंग्रेजों ने भारत में राज्य किया। जबकि भारत आदि काल से हिन्दू भूमि रहा है। अंग्रेजों से पूर्व करीब बारह सौ वर्षों तक मुगलों ने भारत पर शासन किया। इसके बाद कूटनीति में माहिर अंग्रेजों ने विलासी, भोगी और सत्ता पाने के लिए पारिवारिक षड़यंत्रों में उलझे रहे मुगलों को खदेड़ कर अपना शासन भारत में स्थापित किया। इनके काल में वैज्ञानिक उन्नति से देश प्रगति पर अग्रसर हुआ। उन्होंने अपनी कूटनीति के चलते भारत से श्रीलंका और बर्मा को अलग कर उन्हें स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित किया। बंगाल को भी वे दो भागों में विभाजित करने के प्रयास में थे। पर जनमत विरोध के कारण इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। इसी दिन दिल्ली के लालकिले पर पहली बार यूनियन जैक के स्थान पर सत्य और अहिंसा का प्रतीक तिरंगा झंडा लहराया गया था। यह राष्ट्रीय पर्व प्रतिवर्ष प्रत्येक नगर बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। विद्यालयों में छत्र अपने इस ऐतिहासिक उत्सव को बड़े उल्लास और उत्साह के साथ आयोजित करते हैं। हमारे स्कूल में भी अन्य वर्षों की भाँति इस वर्ष यह उत्सव बहुत ही उत्साह के साथ मनाया गया। स्कूल के सभी छात्र स्कूल के प्रांगण में एकत्रित हुए। यहां अध्यापकों ने उपस्थिति लीजिससे यह मालूम हो गया कि कौन-कौन नहीं आया है। हालांकि कार्यक्रम शुरू होने के बाद भी विद्यार्थियों का आना जारी था। उपस्थिति पूर्ण होने के बाद मंच का संचालन कर रहे शिक्षक ने उन छात्रों से आगे आने को कहा जिन्हें कार्यक्रम के लिए चुना गया था। शिक्षक की इस उद्घोषणा के बाद कार्यक्रम के लिए चयनित छात्र अन्य छात्रों से अलग हो चुके थे।

Essay on Independence Day in Hindi

इसके बाद प्रधानाचार्य ने प्रभात फेरी में चलने के लिए विद्यार्थियों को संकेत दियास्कूल के छात्र तीन-तीन की पंक्ति बनाकर सड़क पर चलने लगे। सबसे आगे चल रहे विद्यार्थी के हाथ में तिरंगा झण्डा था, उसके पीछे विद्यार्थी तीन-तीन की पंक्तियों में चल रहे थे। सभी छात्र देशभक्ति से ओतप्रोत गीत गाते हुए जा रहे थे। बीचबीच में अचानक वे ‘भारत माता की जय, हिन्दुतान जिन्दाबाद-जिन्दाबाद के नारे बुलन्द आवाज में लगा रहे थे। इस प्रकार प्रभात फेरी नगर के प्रमुख चौराहों से होते हुए जिलाधीश के आवास के सामने से निकली। अन्त में प्रभात फेरी स्कूल परिसर में आकर रुकी। जहां ध्वजारोहण की तैयारियां पूरी हो चुकी थी। ठीक आठ बजे स्कूल के प्रधानाचार्य ने ध्वजारोहण किया और उपस्थित सभी छात्रों ने तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर राज्य के शिक्षामन्त्री तथा शिक्षा अधिकारी द्वारा भेजे गये संदेश पढ़कर सुनाए गये। इसके बाद शुरू हुए खेल व सांस्कृतिक कार्यक्रम। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत जलियांवाला बाग पर आधारित एक नाटक का मंचन किया गया। इसके अलावा कुछ छात्रों ने देश भक्ति से ओतप्रोत अपनी रचनाएं सुनाईं। कार्यक्रम के अंत में विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल रहे छात्रों को क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी व स्वतंत्रता सेनानी श्री जसवंत सिंह ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। और छात्रों के मध्य मिष्ठान वितरण हुआ।

  • Indian Army Images
  • Khudiram Bose Images

राष्ट्रीय स्तर पर इस पर्व का मुख्य आयोजन दिल्ली के लाल किले में होता है। इस समारोह को देखने के लिए भारी जनसमूह उमड़ पड़ता है। लाल किला मैदान व सड़कें जनता से खचाखच भरी होती हैं। यहां प्रधानमंत्री के आगमन के साथ ही समारोह का शुभारम्भ हो जाता है। सेना के तीनों अंगों जलथल और नौसेना की टुकड़ियां तथा एन.सी.सी. के कैडिट सलामी देकर प्रधानमंत्री का स्वागत करते हैं। प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर बने मंच पर पहुंच कर जनता का अभिनन्दन स्वीकार करते हैं और राष्ट्रीय ध्वज लहराते हैं। ध्वजारोहण के समय राष्ट्र ध्वज को सेना द्वारा इकत्तीस तोपों की सलामी दी जाती है। इसके बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र की जनता को बधाई देने के बाद देश की भावी योजनाओं पर प्रकाश डालते हैं। साथ ही पिछले वर्ष पन्द्रह अगस्त से इस वर्ष तक की काल में घटित प्रमुख घटनाओं पर चर्चा करते हैं। भाषण के अंत में तीन बार वे जय हिन्द का घोष करते हैंजिसे वहां उपस्थित जनसमूह बुलन्द आवाज में दोहराता है। लाल किले पर इस अवसर पर रोशनी की जाती है।

  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Essay on Independence Day in Hindi (500 words)

15 अगस्त भारतवर्ष का एक राष्ट्रीय त्यौहार है। 15 अगस्त, 1947 का दिन भारत देश के इतिहास में स्वर्णाक्षरों से लिखा गया है। इस शुभ दिन हमारा देश सैकड़ों वर्षों की अंग्रेजी पराधीनता से स्वतंत्र हुआ था। तभी से भारत के करोड़ों नागरिक इस त्यौहार को स्वतंत्रतादिवसके रूप में बड़े हल्लास से मनाते हैं। इस अवसर पर सभी विद्यालय कार्यालयकारखाने, संस्थान और बाजार बन्द रहते हैं। इस दिन प्रत्येक वर्ष भारतवर्ष की राजधानी दिल्ली में लालकिले की प्राचीर पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं तथा देशवासियों के नाम सन्देश देते हैं। राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी जाती है, तत्पश्चात् राष्ट्रगान होता है।

स्वतंत्रता तथा समृद्धि का प्रतीक यह दिवस भारत के कोनेकोने में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। 15 अगस्त की सुबह राष्ट्रीय स्तर के नेतागण पहले राजघाट आदि समाधियों पर जाकर महात्मा गांधी आदि राष्ट्रीय नेताओं तथा स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। फिर लाल किले के सामने पहुंच कर सेना के तीनों अंगों (वायु, जल व स्थल सेना) तथा अन्य बलों की परेड का निरीक्षण करते हैं तथा उन्हें सलामी देते हैं। 15 अगस्त को सभी सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है तथा सभी लोग अपने घरों व दुकानों पर राष्ट्रीयध्वज फहराते हैं। इस दिन रात्रि के समय सरकारी कार्यालयों व अनेक विशेष स्थानों पर विद्युतप्रकाश किया जाता है। इसकी सुन्दरता के कारण भारत की राजधानी दिल्ली एक नववधू-सी लगने लगती है। सभी स्कूलों व कॉलेजों में यह पर्व एक दिन पूर्व अर्थात् 14 अगस्त को ही मना लिया जाता है। इस दिन स्कूलों में बच्चों को फल मिठाइयां आदि वितरित की जाती हैं।

15 अगस्त भारत के गौरव व सौभाग्य का पर्व है। यह पर्व हम सभी के हदयों में नवीन स्फूर्तिनवीन आशाउत्साह तथा देश-भक्ति का संचार करता है। यह स्वतंत्रतादिवस हमें इस बात की याद दिलाता है कि इतनी कुर्बानियां देकर जो आजादी हमने प्राप्त की है, उसकी रक्षा हमें हर कीमत पर करनी है। चाहे हमें उसके लिए अपने प्राणों की आहुति ही क्यों न। देनी पड़े। इस प्रकार पूरी उमंग और उत्साह के साथ इस राष्ट्रीय पर्व को मानकर हम राष्ट्र की स्वतंत्रता तथा सार्वभौमिकता की रक्षा का प्रण लेते हैं।

भारत जिस प्रकार सामाजिक और धार्मिक पर्व (त्योहार) धूमधाम से मनाए जाते हैं वैसे ही स्वतंत्रता दिवस भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है, जो 15 अगस्त को बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसी दिन हमारा देश विदेशी दासता से मुक्त हुआ था और अंग्रेज़ देश के शासन की बागडोर हमारे हाथों में सौंपकर भारत छोड़कर अपने देश लौट गये थे। इसलिए हम सब इस दिन को ऐतिहासिक दिन के रूप में मनाते हैं। स्वतंत्रता दिवस का हम सबके लिए बहुत महत्व है। क्योंकि देश को स्वतंत्र कराने के लिए हमारे देश के हज़ारों वीर जवानों ने अपने प्राणों की बलि दी है। अनेक नेताओं ने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए जेलों की यातनाएँ भोगी हैं। वे अंग्रेजों द्वारा दी गई यातनाओं से डिगे नहीं, बल्कि जी-जान से कोशिश में जुटे रहेतब कड़ी मेहनत और बलिदानों के बाद हमारा देश स्वतंत्र हो सका।

स्वतंत्रता दिवस सभी स्तरों-राष्ट्रीय, प्रान्तीय और स्थानीय पर बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर भारत की राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर पर झण्डा फहराते हैं और देश के नाम संदेश प्रसारित करते हैं। अन्य राज्यों की राजधानी में भी स्वतंत्रता दिवस बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। राज्यों के मुख्यमंत्री जनता को संबोधित करते हैं और प्रदेश की प्रगति की योजनाओं से जनता को अवगत कराते हैं। छोटे-बड़े सभी नगरों में इस अवसर पर अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, जिनमें ध्वजारोहण, राष्ट्रगान और उत्साहवर्धक भाषण प्रमुख हैं।

हमारे विद्यालय में भी स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हम प्रातकाल 8 बजे विद्यालय के प्रांगण में एकत्रित हो जाते हैं। फिर प्रधानाचार्य और अन्य अध्यापक उपस्थित होते हैं। राष्ट्रगान के साथ उत्सव आरंभ होता है और प्रधानाचार्य तिरंगा झण्डा फहराते हैं। तत्पश्चात् एक-एक करके विद्यार्थी देशभक्ति के गीत गाते हैं, फिर अध्यापकगण और प्रधानाचार्य भाषण देते हैं और छात्रों को स्वतंत्रता दिवस का महत्व बताते हैं।

इस प्रकार स्वतंत्रता दिवस सभी स्थानों पर धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिवस हमें याद दिलाता है कि इस दिन हम अंग्रेजों की गुलामी की बेड़ियों से आज़ाद हुए थे। देश की स्वतंत्रता के लिए हमारे वीरों को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी, अतहमें इसकी तन-मनधन से रक्षा करनी चाहिए। और अवसर पड़ने पर भारत की एकता और अखण्डता के लिए अपना बलिदान देने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। अपने देश के लिए हम सबका यही परम कर्तव्य है।

  • होली पर निबंध 
  • प्रदूषण पर निबंध
  • गाय पर निबंध 3 तरह के
  • Prerak Prasang in Hindi For Student

' src=

Romi Sharma

I love to write on humhindi.in You can Download Ganesha , Sai Baba , Lord Shiva & Other Indian God Images

Related Posts

essay on Taj Mahal

ताजमहल पर निबंध Essay on Taj Mahal in Hindi

Essay on Technology in Hindi

विज्ञान और तकनीकी पर निबंध Essay on Technology in Hindi

Essay on Television in Hindi

टेलीविजन पर निबंध Essay on Television in Hindi @ 2018

Essay on Summer Vacation in Hindi

गर्मी की छुट्टी पर निबंध Essay on Summer Vacation in Hindi

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

essay on independence day in hindi language

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Essay on Independence Day in Hindi

इस लेख में हमने स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी (Essay on Independence Day in Hindi) में लिखा है। अगर आप 15 अगस्त पर बेहतरीन निबंध की तलाश कर रहें हैं तो आप सही स्थान पर हैं। आज हमने इस लेख में स्वतंत्रता दिवस क्या है, इतिहास, महत्व, समारोह, सेनानियों का योगदान, तथा 10 लाइन के बारे मे लिखा गया है 

Table of Contents

प्रस्तावना  स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी (Essay on Independence Day in Hindi)

दुनिया के अधिकतर देश ब्रिटेन के गुलाम रहे हैं जिसमें भारत भी एक था। क्योंकि ब्रिटेन एक सक्षम देश था और दुनिया के ज्यादातर रिसर्च और खोजे ब्रिटेन में ही हुआ करती थी। 

विश्व के तमाम देशों ने स्वतंत्रता पाने के लिए बहुत संघर्ष किए हैं। भारत पर मुगलों के शासन के बाद अंग्रेजों का शासन कई वर्षों तक रहा। जिसे अंत में देश के महान क्रांतिकारियों द्वारा समाप्त किया गया और भारत स्वतंत्र हुआ।

आजादी का दिन किसी भी भारतीय के लिए भावुक पल होता है। क्योंकि भारत को आजाद हुए अभी कुछ ही दशक हुए है। 

स्वतंत्रता के इस खास दिन पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। प्रतिवर्ष राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले इस त्योहार के दिन दिल्ली के लाल किला पर भारत के प्रधानमंत्री द्वारा झंडा फहराया जाता है और भारतीय सैनिकों द्वारा परेड निकाली जाती है जिसमें भारतीय संस्कृति और ताकत का प्रदर्शन किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस क्या है? What is Independence Day in Hindi

15 अगस्त 1947 के दिन भारत को ब्रिटिश  हुकूमत से आजादी मिली जिसकी खुशी में हर वर्ष भारतीयों द्वारा यह दिन राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।

इतने वर्षों तक विदेशियों की हुकूमत और त्रासदी के बाद स्वतंत्रता एक सपने जैसा लगता था जिसे भारत के अमर और वीर क्रांतिकारियों ने सच कर दिखाया  था।

भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद , महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय जैसे कई अन्य क्रांतिकारियों ने एकजुट मिलकर अंग्रेजों की हुकूमत से हिंदुस्तान को आजादी दिलाई थी। 

15 अगस्त का यह सुनहरा दिन केवल एक दिन नहीं है बल्कि उन सभी भारतवासियों की भावनाएं और संघर्ष  है, जिसके लिए उन्होंने हंसते-हंसते देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।

इस खास दिन को भारत के लिए शहीद हुए उन सभी महान क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है तथा देश भक्ति के समारोह आयोजित किए जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास History of Independence day in Hindi

विश्व युद्ध होने से पहले ब्रिटेन का पूरी दुनिया में बहुत दबदबा था। भारत जैसे कई अन्य देशों  को ब्रिटेन ने गुलाम बना रखा था और वहां के लोगों पर अत्याचार करता था।

भारत में ब्रिटेन की तानाशाही अधिक चलती थी कि उसके खिलाफ बोलने पर हर किसी को मौत की सजा सुना दी जाती थी।

देश की आजादी की नींव सबसे पहले 1857 मंगल पांडे ने रखी थी जिससे 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के नाम से जाना जाता है। मंगल पांडे ब्रिटिश सेना में अपनी सेवा देते थे किंतु  वह पूरी तरह से देशभक्त थे।

विद्रोह करने पर जब अंग्रेजी हुकूमत ने मंगल पांडे को सजा दिया तो उनके पक्ष में पूरे भारत में जन सैलाब उमड़ पड़ा और कई हिंसक दंगे भी  हुए। 

भारत के एक महान क्रांतिकारी वीर सावरकर द्वारा लिखी गई पुस्तक 1857 का स्वतंत्रता संग्राम ब्रिटिश हुकूमत के बीच बेहद चर्चित विषय रहा जिसके कारण उन्हें कालापानी की सजा भी सुनाई गई थी।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन धीरे धीरे बहुत कमजोर पड़ने लगा था इसका फायदा उठाकर भारत को एक स्वतंत्र देश बनाने के लिए सुभाष चंद्र बोस ने बेहद संघर्ष के बाद आजाद हिंद फौज की रचना की।

सुभाष चंद्र बोस का मानना था कि आजादी कभी भी प्यार से मांग कर प्राप्त नहीं की जा सकती बल्कि गुलामी की जंजीरों को तोड़ कर आजादी को छीनना पड़ता है। 

दूसरी तरफ कई क्रांतिकारियों द्वारा विभिन्न आंदोलनों को दिशा दी जा रही थी। 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद युद्ध स्तर पर आंदोलन किए जाने लगे जिसमें गांधी जी की भूमिका महत्वपूर्ण थी।

1920 में सविनय अवज्ञा आंदोलन द्वारा देश में विदेशी चीजों की होली जलाई जा रही थी। इसके बाद कई प्रयासों के बाद 1942 में ब्रिटिश हुकूमत के समक्ष भारत छोड़ो आंदोलन चलाया गया।

विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन बहुत कमजोर हो गया था और भारत में आजाद हिन्द फ़ौज और सेना में विद्रोह के बाद मजबूरन 15 अगस्त 1947 को भारत को आजाद करना ही पड़ा।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व Importance of Independence day in Hindi

पूरी दुनिया में सबसे अनमोल और सर्वोपरि स्वतंत्रता है, जिसमें हर व्यक्ति को अपनी इच्छा के अनुसार काम करने  की छूट होती है।

स्वतंत्रता के बिना जीवन नश्वर होता है यदि किसी व्यक्ति से उसकी स्वतंत्रता छीन ली जाए तो यह एक हत्या के बराबर अपराध होता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी महान क्रांतिकारियों को याद किया जाता है जिन्होंने बिना किसी स्वार्थ के अपने देश के लिए बलिदान हो गए।

15 अगस्त का यह दिन अन्य सभी दिनों से सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन भारत को ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी से आजादी मिली थी।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस के समारोह Programs on Independence Day in Hindi

आजादी दिवस के दिन पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश दिया जाता है और इस महत्वपूर्ण अवसर पर सरकारी स्तर पर बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

भारत में सबसे बड़ा कार्यक्रम दिल्ली में होता है जहां लाल किले पर भारत के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करके देश को संबोधित करते हैं जिसके ठीक बाद राष्ट्रगान गाया जाता है। 

ध्वजारोहण के बाद भारत के लिए बलिदान हुए उन सभी क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करके 21 तोपों की सलामी दी जाती है।

भारतीय स्वतंत्रता के इस महत्वपूर्ण समारोह में  सरे देशों के प्रमुखों को मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित किया जाता है। भारतीय सैनिकों द्वारा परेड में भारतीय संस्कृति और विरासत की प्रदर्शनी जिसमें सैनिकों द्वारा तरह-तरह के करतब भी दिखाए जाते हैं।

इस समारोह में कुछ मुख्य हथियारों द्वारा शक्ति प्रदर्शन किया जाता है जिसे टीवी पर लाइव प्रसारित करके सभी भारतवासियों को भी दिखाया जाता है। 15 अगस्त के दिन सभी राज्यों में मुख्यमंत्रियों द्वारा ध्वजारोहण का कार्यक्रम किया जाता है।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर भारत के सभी सरकारी दफ्तर, स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षा संस्थानों में छुट्टी होती है। 

देश के अलग-अलग जगह पर देश भक्ति भक्ति के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमें देशभक्ति के गीत, देश प्रेम की कविताएं  आदि प्रदर्शित किए जाते हैं। इस दिन हर घर में नए पकवान बनाए जाते हैं और तिरंगा भी लहराया जाता है।

स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान Contribution of freedom fighters in Hindi 

भारत को वीरों की भूमि कहा जाता है क्योंकि यहां पर समय -समय पर देश को विपदा से बाहर निकालने के लिए ऐसे महापुरुष सामने आते रहें हैं तथा देश को दिशा प्रदान करते हैं।

भारत को आजादी दिलाने में हमारे महान क्रांतिकारियों ने देश के लिए निस्वार्थ भाव से अपने प्राण त्याग दिए। इन महान क्रांतिकारियों के बिना स्वतंत्र भारत की कल्पना करना बेहद जटिल और असंभव प्रतीत होता है।

भगत सिंह और उनके साथियों ने बहुत कम उम्र में ही ब्रिटेन हुकूमत को खत्म करने के लिए फांसी के फंदे चूम लिए थे वहीं दूसरी तरफ भारत के वीर सपूत सुभाष चंद्र बोस ने अंतिम सांस तक आजादी के लिए संघर्ष किया।

भारत की आजादी में आंदोलनों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल , जवाहरलाल नेहरू इत्यादि कई महान नेताओं ने विदेशी हुकूमत के विरुद्ध चलने वाले आंदोलनों को मुख्य रूप से दिशा प्रदान किया था। 

स्वतंत्रता दिवस पर 10 वाक्य Best 10 Lines on Independence Day in Hindi

  •  15 अगस्त 1947 से एक पहले की रात आधी रात को भारत को आजादी मिली थी।
  •  इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश होता है जिसमें सभी सरकारी स्थान, शिक्षा स्थान आदि यहां पर छुट्टी होती है।
  •  अंग्रेजी सरकार ने भारत पर लगभग 200 सालों तक राज किया था।
  •  15 अगस्त के दिन हर वर्ष लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण और अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
  •  इस दिन दूसरे देशों के प्रमुख नेताओं को मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित किया जाता है।
  •   स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय सैनिकों द्वारा परेड निकाला जाता है जिसमें भारतीय संस्कृति और शक्ति प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा जाता है।
  • ध्वजारोहण के बाद भारत के लिए बलिदान हुए उन सभी क्रांतिकारियों  को श्रद्धांजलि अर्पित करके 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
  • 15 अगस्त को सभी शिक्षा संस्थानों में देश प्रेम के गीत गाए जाते हैं और ध्वजारोहण किया जाता है।
  • इस दिन विद्यार्थियों द्वारा रैली भी निकाली जाती है जिसमें कई देशभक्ति के नारे लगाए जाते हैं।
  • आज़ादी दिवस के दिन प्रधानमंत्री भारत के हर नागरिक को संबोधित करते हैं।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on the Independence Day in Hindi) हिंदी में पढ़ा। आशा है यह लेख आपको अच्छा लगा हो। अगर यह निबंध आपके लिए सहायक सिद्ध हुआ हो तो इसे शेयर जरुर करें।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

HindiKiDuniyacom

भारत में स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर निबंध (Importance of Independence Day Essay in Hindi)

15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन (15 अगस्त 1947) देश को अंग्रेजों के अत्याचारों से आजादी मिली थी, इसीलिए इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस भारत के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह दिन हमे आजादी के लिए स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए त्याग और बलिदान की याद दिलाता है।

स्वतंत्रता दिवस पर 10 वाक्य  ||  स्वतंत्रता दिवस समारोह पर 10 वाक्य  ||  स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर 10 वाक्य

15 अगस्त के महत्व पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Importance of Independence Day/15 August in India in Hindi, Swatantrata Divas par Nibandh Hindi mein)

नीचे दिए गए विभिन्न तरीके के निबंध से आप स्वतंत्रता दिवस के महत्व को अच्छी तरह से समझ सकते है और अपने स्कूल और कॉलेज के प्रोजेक्ट में इस्तेमाल कर सकते हैं।

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 1 (300 शब्द)

स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त, भारत के नागरिकों के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह वह दिन है जो हमें स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। यह हमारे अंदर देशभक्ति की भावना के साथ देश के लिए कुछ कर दिखाने की भावना को भी उत्तेजित करता है।

स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान (Honor of Freedom Fighters)

भारत दशकों से ब्रिटिश शासन के अधीन था। उस दौरान अंग्रेजों के अत्याचार समय के साथ बढ़ते चले जा रहे थें। बाल गंगाधर तिलक, शहीद भगत सिंह, महात्मा गांधी, सरोजिनी नायडू, रानी लक्ष्मी बाई और सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में, भारत के नागरिकों ने एकजुट होकर अपनी आजादी के लिए संघर्ष किया। स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व द्वारा बहुत से आंदोलनों, स्वतंत्रता संग्रामों की शुरुआत की गई। इन आंदोलनों के कारण कई लोगों को अपने प्राणों की आहुती देनी पड़ी तो कईयों को जेल जाना पड़ा, हालांकि फिर भी लोगों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ लड़ने की अपनी इस भावना को नहीं छोड़ा। स्वतंत्रता दिवस पर यह हमें उनके उन बलिदानों की याद दिलाता है और हमारे देश के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है।

आजादी का जश्न मनाएं पर सादगी के साथ (Celebrate Independence Day but with Simplicity)

स्वतंत्रता दिवस आजादी का जश्न मनाने के लिए एक विशेष दिन के रुप में है। भारत के नागरिक तथा स्वतंत्रता सेनानियों ने इस दिन हमारे देश को अंग्रेजों के अत्याचार से मुक्त कराने के लिए कड़ी मेहनत की थी।

इसलिए यह दिन हमें हमारी सादगी और वास्तविकता के करीब होने के महत्व की भी याद दिलाता है। यह हमें ऊंचे उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी बुनियादी रहने के लिए प्रेरित करता है।

भारत के लोग उन लोगों के आभारी हैं जिन्होंने अपने देश की आजादी में अपना योगदान दिया। प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को हम भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाते आजादी, जो हमारी इतनी कठीनतापूर्वक प्राप्त आजादी को दर्शाता है, इसीलिए यह दिन हर भारतीय के लिए विशेष महत्व रखता है।

15 August 2021 Special: 15 अगस्त को ही आजादी क्यों मनाई जाती है? || 15 अगस्त को ही देशभक्ति क्यों उमड़ती है?

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 2 (400 शब्द)

स्वतंत्रता दिवस भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है और यह सभी भारतीय नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन देश के विभिन्न स्थानों पर भारतीय ध्वज पर फहराया जाता है। कार्यालयों, स्कूलों, आवासीय समाजों और देश भर में अन्य स्थानों में कई छोटे और बड़े कार्यों का आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस समारोहों की कुछ मुख्य विशेषताएँ यहां दी गई हैं-

Essay on Importance of Independence Day in India in Hindi

  • ध्वजारोहण (Flag Hoisting)

भारतीय ध्वज, तिरंगा फहराने के दौरान सभी लोग खड़े हो जाते हैं और राष्ट्रीय गान, जन, गण, मन प्रारम्भ हो जाता है। झंडा फहराने के साथ उत्सव की शुरुआत की जाती है।

  • भाषण (Speech)

आमतौर पर मुख्य अतिथि या आयोजन समिति के कुछ सदस्यों द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दिया जाता है। आमतौर पर स्कूल, कॉलेजों में प्रिंसिपल द्वारा भाषण दिया जाता है। यह भाषण ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता और औपनिवेशिक भारत में रहने वाले लोगों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के बारे में दिया जाता है।

  • कविता और गीत गान (Poems and Songs )

इस कार्यक्रम में लोगों द्वारा कविता और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया जाता है और उन महान आत्माओं को याद किया जाता हैं। जिन्होंने निःस्वार्थ रूप से अपने जीवन का त्याग कर दिया, ताकि उनके देश के नागरिक स्वतंत्र रुप से रह सकें।

  • प्रतियोगिताएं (Competitions on Independence Day Celebration 2021)

इस दिन बहस और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं और लोग इनमें सक्रिय रूप से भाग भी लेते हैं। इन प्रतियोगिताओं का विषय स्वतंत्रता दिवस पर ही आधारित होता है। यह प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों को भी देशभक्ति की भावना के करीब लाता है।

  • सांस्कृतिक गतिविधियां (Cultural Activities)

स्वतंत्रता दिवस का आनंद लेने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां जैसे नृत्य और गायन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता हैं। प्रतिभागी आमतौर पर विभिन्न राज्यों के नृत्यों से मेल खाते रंगीन कपड़े पहनकर उसका प्रदर्शन करते हैं। पूरा प्रसंग इन गतिविधियों के दौरान मौज़-मस्ती के वातावरण से भर जाता हैं।

  • मिठाईयों का वितरण (Distribution of Sweets )

स्वतंत्रता दिवस पर मिठाई के वितरण की परंपरा काफी पुरानी है। हालांकि, पहले के समय में इस दिन लड्डू वितरित किए जाते थे, परन्तु आज-कल लोगों के बीच विभिन्न प्रकार की मिठाईयों का वितरण किया जाता है। इन दिनों बाजार में सुंदर और स्वादिष्ट तिरंगे के रंग की मिठाइयां उपलब्ध होती हैं। ये आयोजन का जश्न मनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर वितरित किए जाते हैं।

इस दिन लोगों को ज्यादातर केसरिया, सफेद या हरे रंग या इन तीनो रंग के मेल से बने कपड़े पहने देखा जाता है। इस दिन तिरंगे के बैच, बालों के बैंड और कलाई बैंड पहनना अधिक आम होता है। इसके साथ ही इस दिन पूरा वातावरण देशभक्ति की भावना से भरा हुआ होता है।

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 3 (500 शब्द)

हम स्वतंत्र भारत के नागरिक अपने देश से बहुत प्यार करते हैं और इसका हिस्सा होने पर गर्व महसूस करते हैं। 15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस, हम सभी के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह देश भर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और अन्य स्थानों पर पुरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हम स्वतंत्रता दिवस उन लोगों की याद में मनाते हैं जिन्होंने हमें स्वतंत्रा दिलाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान किया था। हालांकि, ऐसे और भी बहुत से विभिन्न कारण हैं जिनकी वजह से हम स्वतंत्रता दिवस के जश्न को बड़े ही धुमधाम के साथ मनाते हैं।

  • स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि (Tribute to Freedom Fighters)

स्वतंत्रता दिवस मुख्य रुप से उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के रुप में मनाया जाता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुती देकर हमारे देश को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाया। इस समारोह में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के वीर कार्यों को बताने तथा ब्रिटिश शासन से हमारे देश को मुक्त कराने के लिए के लिए भाषण दिए जाते हैं। उनकी प्रशंसा में अनेक गीत गाए जाते हैं और विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।

  • विनम्रता और आभार व्यक्त करना (Express Humility and Gratitude)

जिन लोगों ने ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुए इन अत्याचारों, नरसंहार और कठिनाइयों का सामना किया था वो आज के लोगों से ज्यादा विनम्र थें। उन्होंने उस दौरान जीवन की वास्तविक कठिनाइयों का सामना किया था। आज के युवा पीढ़ी में परोपकार और विनम्रता की भावना लगभग समाप्त होती जा रही है। स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम वास्तव में दुनिया की विभिन्न समस्याओं से लोगों को अवगत कराने तथा स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए कार्यों और बलिदानों को याद दिलाने के साथ उनका आभार व्यक्त करने और उनसे प्रेरणा लेने के लिए आयोजित किये जाते हैं।

  • स्वतंत्र भावना के जश्न का उत्सव (Celebration of Free Spirit)

स्वतंत्रता दिवस को आजादी की सच्ची भावना का जश्न मनाने के रुप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों के कारण हमारे देश को 1947 में आजादी मिली थी, तब उस दौरान लोगों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि उन्होंने अपनी सच्ची आजादी का अनुभव किया था और इसीलिए हर वर्ष 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रा प्राप्ति के उपलक्ष्य में यह पर्व मानाया जाता है।

  • अपने देश के लिए देशभक्ति की भावना को सदैव जीवित रखें (Always keep alive the spirit of patriotism for your country)

स्वतंत्रता दिवस के आसपास पूरा देश देशभक्ति की भावना से भर जाता है। देश तथा देश के स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अपने प्यार और सम्मान को व्यक्त करने का ये एक शानदार दिन होता है।

  • राष्ट्र की सेवा करने के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करें (Inspire the Young Generation to Serve the Nation)

स्वतंत्रता दिवस समारोह युवाओं को राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक अच्छा तरीका है। स्वतंत्रता सेनानियों के देश के प्रति उनके प्यार और समर्पण के अद्भुत कार्य युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना पैदा करते हैं और जितना हो सके उतना उन्हें देश की सेवा करने के लिए प्रेरित करते हैं।

इस प्रकार, स्वतंत्रता दिवस विभिन्न कारणों से मनाया जाता है। यथार्थ रुप से, स्वतंत्रता की भावना का आनंद लेने तथा देशभक्ति की भावना को जीवित रखने के लिए इस दिन को पुरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है, इसलिए यह अपनों के साथ मिलने का और जश्न मनाने का भी दिन होता है।

Essay on Importance of Independence Day in India in Hindi

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 4 (600 शब्द)

भारत में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। हमारा देश लगभग 200 वर्षों से अंग्रेजों के शासन में उनका गुलाम था, अंततः बाद में ये उनके कब्जों से मुक्त हो गया और एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया और तभी से 15 अगस्त स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाने के लिए एक महत्मपुर्ण दिन बन गया। स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए भी मनाया जाता है जिन्होंने देश को अंग्रेजों के अत्याचारों से मुक्त कराने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।

स्वतंत्रता दिवस भारत के प्रत्येक नागरिकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है इसीलिए इस दिन को भारत के नागरिकों द्वारा बहुत उत्साह और साहस के साथ मनाया जाता है। यह स्कूल, कॉलेजों के साथ-साथ पूरे देश में भी बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। देश के छात्रों और नागरिकों के लिए इसका क्या महत्व है?

स्कूल/कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in School/College)

चूंकि 15 अगस्त एक राष्ट्रीय अवकाश है, इसीलिए इस समारोह को पुरे देश के अधिकांश स्कूलों और कॉलेजों में एक दिन पहले आयोजित किया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में स्वतंत्रता दिवस के समारोह को पूरी हर्षो-उल्लाष के साथ मनाया जाता है। देश भर के कई स्कूल और कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने, भाषण देने, बहस और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, नृत्य, कविता पाठ और कई अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां और समारोह आयोजित किये जाते हैं।

छात्र भी इन गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं और इसका पुरा आनंद उठाते हैं। इन कार्यक्रमों में प्राथमिक छात्रों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के जैसे कपड़े पहनकर मनमोहक कार्यक्रम किये जाते हैं। ये सारी गतिविधियां छात्रों को देश की संस्कृति और परंपरा करीब ले आती हैं और उनके अंदर देशभक्ति की भावना का संचार करती हैं।

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in Government Offices)

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस के उत्सव एक दिन पहले ही आयोजित किया जाता है। कार्यालयों में, कर्मचारियों को आमतौर पर स्वतंत्रता दिवस के विषय से सम्बन्धित भगवा, सफेद या हरे रंग की पोशाक पहनने के लिए कहा जाता है। लोगों को इस दिन वर्णित रंगों में विशिष्ट संस्कृतिक कपड़े पहने हुए देखा जाता है और पूरे वातावरण को अत्यंत मनोहर बनाया जाता है।

देश भर के कई कार्यालयों में ध्वजारोहण भी किया जाता है। कुछ कार्यालयों में भाषण देने के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। कर्मचारियों के बीच रिश्तो को मजबूत करने के लिए विशेष खानपान का भी आयोजन किया जाया हैं। जिसमें तिरंगे रंग का चावल और मिठाई इस लंच का मुख्य रुप से हिस्सा होती हैं।

आवासीय क्षेत्रों में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in Residential Areas)

विभिन्न आवासीय क्षेत्रों के संगठनों द्वारा इस दिन स्वतंत्रा दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लोग स्वतंत्रता दिवस पर सुबह के समय अपने घरों के आस-पास के पार्कों में जश्न मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं। वे स्वतंत्रता दिवस के रंगरुप अनुसार पोशाक धारण करते हैं और विभिन्न आयोजित गतिविधियों में भाग लेते हैं। झंडा फहराने तथा राष्ट्रीय गान के साथ इस पूरे कार्यक्रम की शुरुआत की जाती है।

उत्सव के दौरान पूरा वातावरण देशभक्ति के गीत से गुंज उठता है और लोग देशभक्ति की भावना में सराबोर दिखाई देते हैं। इन कार्यक्रमों के दौरान नृत्य और कविता पाठ जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। बच्चों को जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, भगत सिंह इत्यादि जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के जैसे कपड़े पहनाकर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता हैं। लोग इन कार्यक्रमों के समाप्त होने के बाद एक साथ बैठकर भोजन का आनंद लेते हैं।

पतंगबाजी (Kite Flying)

हमारे देश के कई हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस पर पतंगबाजी कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। आकाश में स्वतंत्र रूप से उड़ान भरने वाले रंगीन पतंग को स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है। पतंग उड़ाने के कार्यक्रमो का आनंद लेने के लिए लोग अपनी छतों पर या अपने आस-पास के मैदानों में जाते हैं। वे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी इस कार्यक्रम का आनंद लेने के लिए आमंत्रित करते हैं। पतंग उड़ान प्रतियोगिताओं को विभिन्न स्थानों पर भी आयोजित किया जाता है और लोग इसमे पूर्ण उत्साह के साथ भाग लेते हैं क्योंकि यह बहुत मनोरंजक होता है।

स्वतंत्रता दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है, यह दिन हमारी आज़ादी का जश्‍न मनाने और उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता जिन्‍होंने इस महान कार्य के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। उनकी याद में स्वतंत्रता दिवस को पूरे देश भर में अत्यधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है।

संबंधित जानकारी:

स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण

स्वतंत्रता दिवस पर स्लोगन

स्वतंत्रता दिवस पर कविता

FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस, देश को आजाद करने में किए गए संघर्षों को याद करने के लिए मनाया जाता है।

उत्तर – भारत के स्वतंत्रता की घोषणा प. जवाहरलाल नेहरू ने की थी।

उत्तर – 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता समारोह में महात्मा गांधी मौजूद नहीं थें।

उत्तर – भारत के पहले स्वतंत्रता दिवस पर जवाहरलाल नेहरू ने “ट्रिस्ट विद डेस्टिनी” नामक भाषण दिया था।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

Leave a comment.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Essay on Independence Day in Hindi- स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

In this article, we are providing an essay on Independence Day in Hindi. In this essay, you get to know- History of Independence Day in Hindi and why we celebrate Independence Day/15 August. इस निबंध में आपको पता लगेगा की हम स्वतंत्रता  दिवस   कब, क्यों और कैसे मानते है। Swatantrata diwas हमारा राष्ट्रीय पर्व है।

essay on independence day in hindi language

जिसको न निज गौरव तथा निज देश का अभिमान है।

वह नर नहीं नरपशु निरा है और मृतक समान है।

भूमिका- उन अमर शहीदों के चरणों में कोटिश: प्रणाम है, जिन्होंने अपने जीवन को स्वतन्त्रता संग्राम के यज्ञ में आहुति के रूप में समर्पित किया है। पराधीनता की कालिमामय रात को चीर कर स्वतन्त्रता का जो सूर्य आकाश-मण्डल में उदित हुआ है, उसके आलोक में जीवन पुष्प खिल उठा। आशा और आकांक्षा का सौरभ बिखर पड़ा, हर्ष-निनाद करते हुए अमर गुन्जार कर उठे। 15 अगस्त, 1947 ई. को नव-जीवन का सन्देश लेकर स्वर्णिम विहान भारतीय धरा पर उतरा और 26 जनवरी, 1950 ई. को भारतीय गणतन्त्र का भव्य,  सुदृढ़ प्रासाद निर्मित हुआ। अपनी ही धरती और अपने ही आकाश के नीचे, अपनी ही नदियों, अपने ही खेतों, अपने ही सूर्य और अपने ही चाँद से आततायी अंग्रेज़ों ने हमें दूर कर दिया था। पर स्वतन्त्रता की देवी ने हमारा खोया वैभव पुन: हमें सौंप दिया।

स्वतंत्रता का अर्थ- स्वतंत्रता का अर्थ मानसिक, शारीरिक, आर्थिक तथा अपने-आप नैतिक विधि-विधान से सम्पन्न निर्णय तथा विचार ग्रहण करना है। केवल शारीरिक अथवा शासन की दृष्टि से स्वतंत्रता का पूर्ण अर्थ नहीं माना जा सकता। जहां, जिस राज्य में, जिस राष्ट्र में प्रत्येक व्यक्ति अपने मौलिक अधिकार प्राप्त करता है, तथा अपने कर्तव्य को नैतिक स्तर पर निभाता है, वही राज्य, वही राष्ट्र, वही शासन पद्धति पूर्ण रूप से स्वतन्त्र मानी जा सकती है। किसी पशु को बांध कर रखने और स्वतन्त्र रूप से उसे फिर खुला छोड़ देने में, मनुष्य की स्वतन्त्रता की कल्पना और तुलना नहीं की जा सकती। स्वतंत्रता हमारी शिरा और धमनियों में बहने वाले रक्त और हृदय के स्पंदनों की भांति है। इन उदार भावनाओं से शून्य व्यक्ति मृत होता है, पत्थर हृदय होता है

जो भरा नहीं है भावों से,

बहती जिसमें रसधार नहीं।

हृदय नहीं, वह पत्थर है,

जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।

कविवर तुलसीदास जी ने भी कहा है-

पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं।

किसी अन्य कवि के शब्दों में भी-

बस एक क्षण की दासता शत कोटि नरक समान है।

पृष्ठभूमि- अनन्त बलिदानों की गाथा-भारत की शस्य-श्यामला धरा को मुसलमान तथा अंग्रेज़ जैसे अत्याचारी शासकों ने लगभग 500 वर्ष तक अपने अपवित्र कार्यों से अपावन कर दिया था। मुसलमानों के बाद अंग्रेज़ों ने भारत को गुलामी की जंज़ीरों में जकड़ा। गुलामी की जंज़ीरों में बंधे भारतीय उसी दिन से उस जाल को काटने के लिए अनवरत प्रयास करते रहे। इस पुनीत संग्राम का, ‘श्री गणेश’ झांसी की रानी ‘लक्ष्मीबाई के कर-कमलों से हुआ। संघर्ष की इस ज्वाला में बालक-वृद्ध, युवा-युवती, नर-नारी, सभी झुलसते रहे। बलिदान की इस माला में भगत सिंह, चन्द्रशेखर आज़ाद, राजगुरु, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, खुदीराम महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरु जैसे स्वतन्त्रता सेनानियों के ही रत्न नहीं पिरोये हैं, अपितु इनकी संख्या अनगिनत है। अनगिनत माताओं की गोद सूनी हुई, अनगिनत पत्नियों के भाग्य का सिन्दूर मिट गया और अनन्त बहनों के भाई स्वतन्त्रता की बलि वेदी पर चढ़कर अमर-गति को प्राप्त हुए। अनेक परिवार इस पवित्र यज्ञ की अग्नि में जल कर राख हो गए।

जलियावाला बाग़’ ‘कामा- मारू, साइमन कमिशन का विरोध, ‘ भारत छोड़ो आंदोलन, विदेश वस्त्रो की होली जलाओ’ तथा अनेक सत्याग्रह इस संगर्ष की रोमांचक  कहानी सुनाते हैं। अनन्त बलिदानों के उपराम का पुनीत दिवस 15 अगस्त, 1947 भारतवासियों के लिए सुखद समाचार ले कर आया। शताब्दियों से खोई हुई स्वतन्त्रता असंख्य दीपों में फिर लौट आई।

स्वतंत्रता दिवस समारोह-

हर वर्ष ऐ दिवस आओ तुम खुशी में झूमते से।

देख लहराते तिरंगे नील नभ को चूमते से।

राष्ट्रीय स्तर पर- राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता दिवस समारोह का कार्यक्रम देश की राजधानी नई दिल्ली में मनाया जाता है। लाल किले के प्राचीर पर प्रधानमन्त्री ध्वजारोहण करते हैं तथा लहराते हुए तिरंगे के नीचे से राष्ट्र के नाम सन्देश प्रसारित करते हैं। वे उन प्रात: स्मरणीय शहीदों को भाव पूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, तथा राष्ट्र को सुखी और समृद्ध बनाने का संकल्प करते हैं। विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी राजकीय स्तर पर यह समारोह मनाया जाता है। मुख्यमन्त्री अपने-अपने राज्यों में नई योजनाओं की घोषणा करते हैं। जिसके माध्यम से राष्ट्र में सम्पन्नता, साक्षरता तथा समता लाने का प्रयास किया जाता है।

स्थानीय स्तर पर – यह राष्ट्रीय पर्व नगर और ग्राम, स्कूल तथा कॉलिजों में भी मनाया जाता है। प्रभात भेरी की धुन तथा गगन-भेदी नारों से इसका शुभारम्भ होता है, तथा ध्वजारोहण, राष्ट्रीय गान का गायन और पुन: भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न कार्यों से सम्पन्न होता है। विद्यालयों में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। मिष्ठान् वितरण का कार्यक्रम इन गतिविधियों को सुमधुर बना देता है। दूरदर्शन और आकाशवाणी के माध्यम से इन कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाता है।

हमारे विद्यालय में भी इस पुनीत अवसर पर समारोह का आयोजन किया जाता है। प्राधानाचार्य ध्वजारोहण करते हैं। नगर के गणमान्य लोग इस अवसर पर हमारे स्कूल द्वारा आमन्त्रित होते हैं। वे छात्रों को अपना सन्देश देते हैं। राष्ट्र प्रेम के गीत, कविताएं तथा शहीदों की स्मृति दिलाते हुए बच्चों के भाषण प्रस्तुत किये जाते हैं। इसके पश्चात् अतिथि विजेताओं तथा योग्य बच्चों को पुरस्कार देते हैं।

नगर और ग्राम संध्या के आगमन पर दीपमाला के आलोक से आलोकित हो उठते हैं। विभिन्न रंगों का प्रकाश स्वतंत्रता संग्राम की उज्जवल गाथा प्रकट करता है।

राष्ट्र और संस्कृति प्रेमी, नर-नारी, युवक-युवती सभी भाव-विभोर हो उठते हैं। सम्पूर्ण राष्ट्र अमर शहीदों की स्मृति में अपनी पावन श्रद्धांजलि अर्पित करता है तथा उन्हें नमन करता है। वस्तुत: यह दिवस हमारे संकल्प का दिवस है, जब हम सभी प्रतिज्ञा करते हैं कि हम अपनी महिमामयी संस्कृति को नहीं भूलेंगे। वतन पर मर मिटने वालों की स्मृति हमें सन्देश देती है कि हम भी उनके चरण-चिन्हों पर चल कर देश के गौरव को बना कर रखें। कवि की यह पंक्तियां याद हो आती है

शहीदों की चिताओं पर, लगेंगे हर बरस मेले।

वतन पे मिटने वालों का, यही बाकी निशी होगा।

उपसंहार- स्वतंत्रता दिवस एक ओर जहां हर्ष और उल्लास का सन्देश ले कर आता है, दूसरी ओर शहीदों का स्मरण कराता है तथा भविष्य के प्रति हमें जागरूक करता है। जिन वीरों को आततायिओं ने खिलने से पहले कुचल दिया था, उनकी स्मृति में सभी भाव-विभोर हो जाते हैं।

इस पावन पर्व पर हमें निष्पक्ष रूप से सोचने की आवश्यकता है कि क्या हम सही अर्थों में स्वतन्त्र हो सके हैं ? क्या शासक, अधिकारी एवं प्रजा स्वतन्त्रता के अर्थ को समझती है ? जब तक देश भुखमरी, निर्धनता, निरक्षरता के आंसुओं से ग्रस्त होता रहेगा, तब तक स्वतन्त्रता की देवी की अराधना सही अर्थों में नहीं हो सकेगी। इस वीर-भोग्या वसुन्धरा को तभी स्वतन्त्र कहा जाएगा, जब हम आर्थिक, सामाजिक, नैतिक और धार्मिक क्षेत्रों में स्वतन्त्र हो सकेंगे। आज भी हमारी कामना का यह रूप होना चाहिए

मुझे तोड़ लेना बन माली,

उस पथ पर तुम देना फेंक।

मातृ-भूमि पर शीश चढ़ाने,

जिस पथ जावे वीर अनेक।

हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध- Long essay on Independence Day in Hindi

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों essay on Independence Day in Hindi / Swatantrata diwas essay in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

1 thought on “Essay on Independence Day in Hindi- स्वतंत्रता दिवस पर निबंध”

essay on independence day in hindi language

bahut hi detail mein jankari hai

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

essay on independence day in hindi language

SupportMeIndia

SupportMeIndia

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Independence Day Essay in Hindi 2024

15 August Independence Day Essay in Hindi

हम 15 अगस्त के दिन को भारत का पुनर्जन्म दिवस भी कह सकते हैं। यह ऐतिहासिक दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से हमेशा के लिए उल्लेख किया गया है। हम सभी भारतीयों के लिए 15 अगस्त का दिन बहुत महत्व वे मायने रखता है। यह दिन स्वतंत्रता का स्मरण कराता है।

इस पोस्ट में हमने स्कूल के सभी वर्गों के बच्चों, छात्रों के लिए स्वतंत्रता दिवस पर आसान भाषा में लिखे गए कई निबंध उपलब्ध कराए हैं। जिनमें से आप अपनी आवश्यकता के अनुसार किसी भी निबंध का चयन कर सकते हैं।

यहां दिए गए निबंध 15 अगस्त के अवसर पर स्वतंत्रता दिवस निबंध प्रतियोगिता में भाग लेने वाले शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होंगे। Independence Day Essay in Hindi.

  • स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं?

इसके अलावा, इन निबंधों के माध्यम से आप भारत के स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के बारे में विस्तार से जान जाओगे। जैसे कि, भारत के लिए 15 अगस्त के दिन का महत्व, स्वतंत्रता दिवस का महत्व, इतिहास आदि।

  • 1.1 1) 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में
  • 1.2.1 History of 15 august 1947, Indian Independence Day in Hindi:
  • 1.3 3) Essay on 15 August 2024 in Hindi
  • 1.4 4) स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
  • 1.5 5) Essay on Independence Day in Hindi
  • 1.6.1 15 August Essay in Hindi for Kids and Students
  • 1.7 7) Independence Day Essay in Hindi Language for School Students
  • 1.8.1 Essay on Independence Day (15 August) in Hindi:
  • 1.9 9) स्वतंत्रता दिवस, पंद्रह अगस्त पर निबंध
  • 1.10 10) Short & Simple Essay on 15 August in Hindi
  • 1.11.1 15 August Importance in Hindi:
  • 1.12 निष्कर्ष,

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध – Independence Day Essay in Hindi 2024

हैप्पी स्वतंत्रता दिवस 2024, 15 अगस्त पर निबंध, स्वतंत्रता दिवस 2024 पर निबंध, इंडिपेंडेंस डे हिंदी निबंध, छात्रों और शिक्षकों के लिए स्वतंत्रता दिवस (15 august) पर आसान निबंध, स्वतंत्रता दिवस का महत्व, 15 अगस्त का इतिहास, स्टूडेंट्स के लिए 15 अगस्त निबंध हिंदी में, बच्चों के लिए १५ अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर लघु निबंध।

Happy Indian 75rd independence day 2024 essay in hindi, 15 august essay in hindi, Independence day essay in hindi language for students and teachers, Short and simple essay on 15 august independence day in hindi for kids, Essay on 15 august hindi mein, Swatantrata diwas par nibandh, Essay on independence day in hindi language, Swatantrata diwas essay in hindi, 15 August hindi nibandh. Hindi Essay on Independence Day in Hindi 2024.

1) 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

हर साल 15 अगस्त के दिन को भारतवासी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। 15 अगस्त 1947 के दिन ही भारत को आजादी मिली थी जिसका लोगों को वर्षों से इंतजार था।

इस दिन भारत के सबसे पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। उस दिन लोग गुलामी की जंजीरें तोड़कर बहुत ज्यादा प्रसन्न थे। तब से भारत बहुत उन्नति कर चुका है।

आज भी सभी भारतीय अपना स्वतंत्रता दिवस बहुत ही हर्षों-उल्लास के साथ मनाते हैं। 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा फहराकर राष्ट्र को संबोधित करते हैं।

भाषण के माध्यम से वे राष्ट्र को मिलजुल कर रहने और अपनी आजादी को बरकरार रखने की प्रेरणा देते हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन देश के विभिन्न हिस्सों में कई प्रकार के समारोह आयोजित होते हैं।

इस दिन स्कूलों, कॉलेज और भवनों के उच्च पर झंडा फहराते है जो गर्व महसूस कराते हैं। लोग एक दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस हमें अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों की याद दिलाता है। इस दिन हम उन्हें सम्मान और श्रद्धांजलि देते हैं।

सभी भारतवासी इस दिन उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं और अपने बच्चों को उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।

15 अगस्त का दिन यानी स्वतंत्रता दिवस हम भारतीयों को आपसी मतभेद भुलाकर देश के नवनिर्माण की प्रेरणा देता हैं।

आओ, हम सब मिलकर अपने देश के नवनिर्माण में हाथ बटाएं।

2) जानिए, 15 अगस्त हिंदी निबंध के माध्यम से स्वतंत्रता दिवस का इतिहास

History of 15 august 1947, indian independence day in hindi:.

भारतवासी अंग्रेजों के शासन से मुक्त होने के लिए और आजादी पाने के लिए छटपटा रहे थे। करीब 200 वर्षों से अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बना रखा था।

इस गुलामी से छुटकारा पाने के लिए लाखों लोगों ने अपने प्राण गवाँए। जेलों में कष्ट झेलें, काला पानी की सजा भुगती और न जाने अंग्रेजों ने क्या-क्या जुल्मों-सितम ढहायें।

लेकिन हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने फिर भी हार नहीं मानी और उनके बलिदान और कठिन संघर्ष की बदौलत अतत: 15 अगस्त 1947 को उन्हें सफलता मिली और उन्होनें इस दिन हमें आजाद भारत दिलाया।

आधी रात के समय जवाहरलाल नेहरू ने जब स्वतंत्रता प्राप्ति की घोषणा की तब सारे देश में खुशी की एक सुनहरी लहर दौड़ गई। सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।

इस अवसर पर देश-भर में उत्सव मनाए गए। राष्ट्रीय गीत गाए गए। राष्ट्रीय धुन बजाई गई। भारत माता की जय, स्वतंत्रता की जय आदि नारों से आकाश गरज उठा। दीपकों आदि से नगरों को दुल्हन की तरह सजाया गया।

तब से प्रतिवर्ष 15 अगस्त का दिन एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री झंडा फहराते है। इक्कीस तोपों की सलामी दी जाती है।

दिल्ली में 15 अगस्त के दिन एक बड़ा समारोह होता है। लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते है। यह सारा कार्यक्रम लाइव प्रसारित किया जाता है।

देश के अन्य शहरों में भी इस दिन यह पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाता है। शहरों और गाँवों में सुबह रैली निकाली जाती है। स्कूलों में झंडा फहराने के बाद खेलकूद होते है और भी विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ होती है।

इस दिन तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते है। मिठाईयां वितरित की जाती है। लोग एक-दुसरे को आजादी का दिन की बधाई देते हैं।

15 august स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। यह हमें अपने देश को उन्नत बनाने की प्रेरणा देता हैं।

3) Essay on 15 August 2024 in Hindi

भारत में 1947 से 15 अगस्त भारतीय इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन बन गया है। यह वर्ष 1947 का सबसे भाग्यशाली दिन था जब भारत स्वतंत्र हुआ।

भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के कठिन संघर्ष और बलिदान के बाद, जब भारत को स्वतंत्रता मिली, भारत की जनता ने अपने पहले प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू को चुना।

जिन्होंने दिल्ली के लाल किले में तड़के सुबह तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। सभी लोग इस विशेष दिन को हर साल बहुत खुशी के साथ मनाते हैं।

प्रत्येक वर्ष इस दिन, भारत के प्रधान मंत्री सुबह लाल किले में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, जहाँ लाखों लोग इस समारोह में भाग लेते हैं।

लाल किले के उत्सव के दौरान, भारतीय सेना द्वारा मार्च पास्ट सहित कई कार्य किए जाते हैं और स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं।

राष्ट्रध्वज फहराने और राष्ट्रगान के गायन के बाद, भारत का प्रधानमंत्री अपना वार्षिक भाषण देता है।

इस दिन, एक भारतीय होने के नाते, हमें गर्व महसूस करना चाहिए और अपनी मातृभूमि को अन्य लोगों द्वारा किसी भी प्रकार के हमले या अपमान से बचाने के लिए खुद को वफादार और देशभक्त रखने की शपथ लेनी चाहिए।

“मुझे भारतीय होने पर गर्व है।”

हैप्पी इंडिपेंडेंस डे २०१९

4) स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

15 august भारत का एक राष्ट्रीय त्यौहार है। 15 अगस्त 1947 का दिन भारत के लिए सोने के पात्र है और इस दिन को भारत के इतिहास में स्वर्णाक्षरों से लिखा गया है।

इसी दिन हमारा देश हजारों वर्षों की अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ था। तभी से सभी भारतवासी इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में बड़े हर्षोल्लास से मनाते हैं।

इस दिन दिल्ली के लाल किले की प्राचीर पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते है और भाषण देते है। 15 अगस्त के दिन राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी जाती है और उसके बाद राष्ट्रगान होता है।

आजादी और उन्नति का प्रतीक यह दिवस देश के सभी हिस्सों में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के दिन सुबह नेतागण पहले राजघाट आदि समाधियों पर जाकर महात्मा गाँधी आदि राष्ट्रीय नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते है।

उसके बाद लाल किले के सामने सेना के तीनों अंगों (वायु, जल और थलसेना) और अन्य बलों के परेड का अवलोकन करते है और उन्हें सलामी देते हैं।

15 अगस्त के दिन सभी सरकारी कार्यालयों पर तिरंगा फहराया जाता है और सभी लोग अपने घरों, दुकानों आदि पर भी राष्ट्रीय ध्वज लगाते है।

स्कूलों, कॉलेजों आदि में इस दिन बच्चों को फल, मिठाईयां आदि बाँटी जाती हैं।

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस भारत के गौरव और सौभाग्य का त्यौहार है। यह पर्व हम सभी के दिलों में नयी ताकत, नयी उम्मीदें, उत्साह और देशभक्ति का जुनून पैदा करता हैं।

स्वतंत्रता दिवस हमें याद दिलाता है कि, इतने बलिदान और कुर्बानियां देकर हमने जो आजादी पायी है उसकी रक्षा हमें हर कीमत पर करनी है।

इस तरह, इस राष्ट्रीय पर्व को उमंग और उत्साह के साथ मनाकर हम राष्ट्र की स्वतंत्रता की रक्षा का संकल्प लेते हैं।

5) Essay on Independence Day in Hindi

स्वतंत्रता दिवस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। यह हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन 1947 में भारत ब्रिटिश से स्वतंत्र हुआ। यह एक राष्ट्रीय त्योहार है।

स्वतंत्रता सेनानियों में से हजारों ने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया, इसे राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जब सभी स्कूल, कार्यालय, कॉलेज बंद रहते हैं।

महात्मा गान्धी, शहीद भगत सिंह, पंडित जवाहर लाल नेहरू, नेताजी सुबाष चन्द्र बोस और अन्य नायकों ने भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया।

यह भारत के सबसे महान त्योहारों में से एक है। इस दिन हर जगह राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और राष्ट्रगान गाया जाता है।

१५ अगस्त के दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराते हैं। इस दिन हम सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हैं और राष्ट्रीय ध्वज को अपना सम्मान देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पूरे भारत में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस हम सभी को याद दिलाता है कि हम देश के नागरिक हैं।

हमें अपने राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान करना चाहिए।

हमें उन लोगों की तरह देशभक्त होने की कोशिश करनी चाहिए जो हमारे देश की आजादी के लिए लड़े थे।

आइए, हम सब भारत पर गर्व करें।

6) बच्चों के लिए 15 अगस्त पर 10 लाइनें लघु निबंध

15 august essay in hindi for kids and students.

1. 15 वां अगस्त भारत के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण दिन है। 2. हमें 15 अगस्त 1947 को अपनी स्वतंत्रता मिली। 3. इसलिए, हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। 4. हम इस दिन अपार खुशी महसूस करते हैं। 5. यह सभी स्कूल, कॉलेज और कार्यालय के लिए एक छुट्टी है। 6. 14 अगस्त को हम सुबह-सुबह स्कूल जाते हैं। 7. वहां हम राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। 8. वहाँ हम अपना राष्ट्रीय गीत गाते हैं। 9. हम राष्ट्रीय ध्वज को अपना सम्मान देते हैं। 10. अंतिम मिठाई वितरण में और फिर हम अपने घर वापस चले जाते हैं।

हम नन्ने मुन्ने राही यों की तरफ से आपको स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।

7) Independence Day Essay in Hindi Language for School Students

15 वां अगस्त भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। यह भारतीय लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी।

यह अहिंसा का एक अनूठा युद्ध था जिसका नेतृत्व नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आज़ाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह, लाला लाजपत राय, मंगल पांडे, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर, महात्मा गाँधी, जवाहर लाला नेहरू आदि ने किया था।

15 अगस्त 1947 को, देश ने पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया, हमारे पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने नई दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

भारतीय लोग 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। प्रधानमंत्री लाल किले पर 21 तोपों की सलामी के साथ तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।

झंडा फहराने के बाद प्रधानमंत्री अपना वार्षिक भाषण देते हैं। प्रधानमंत्री स्वतंत्रता संग्राम के नेताओं को श्रद्धांजलि भी देते हैं।

इस दिन सभी राज्यों की राजधानियों में ध्वजारोहण समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।

इस दिन नृत्य कार्यक्रम, मार्च पास्ट, परेड, सेना शो, विभिन्न राज्यों से अलग-अलग झाकियां अपनी नवीनतम धुनों को दिखाते हुए अपनी ताकत दिखाती हैं।

पूरे देश में स्थानीय प्रशासन, स्कूल और कॉलेजों द्वारा ध्वजारोहण समारोह भी आयोजित किए जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल और सार्वजनिक स्थानों पर विभिन्न समारोह आयोजित किए जाते हैं, जैसे भाषण, निबंध, प्रश्नोत्तरी, नृत्य, गीत आदि। और विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए जाते हैं।

इस दिन को भारत में हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।

-: Happy Independence Day :-

8) छात्रों और शिक्षकों के लिए स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध

Essay on independence day (15 august) in hindi:.

भारतीय इतिहास में 15 अगस्त सबसे यादगार दिनों में से एक है। यह वह दिन है जिस दिन भारत को लंबे संघर्ष के बाद स्वतंत्रता मिली। भारत में केवल तीन राष्ट्रीय त्यौहार हैं जिन्हें पूरे देश को एकजुट करने के लिए मनाया जाता है।

एक स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और दूसरा गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) और 2 अक्टूबर गांधी जयंती।

स्वतंत्रता के बाद, भारत दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र बन गया। हमने अंग्रेजों से अपनी आजादी पाने के लिए बहुत संघर्ष किया। लगभग दो शताब्दियों तक अंग्रेजों ने हम पर शासन किया।

हमारे देश के नागरिक को इन उत्पीड़कों के कारण बहुत नुकसान उठाना पड़ा। ब्रिटिश अधिकारी हमारे साथ गुलामों की तरह व्यवहार करते रहे जब तक कि हमने उनके खिलाफ वापस लड़ने का प्रबंधन नहीं किया।

हमारे नेताओं जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, चंद्र शेखर आजाद और भगत सिंह इनका अंतिम उद्देश्य अंग्रेजों को देश से भगाना था और 15 अगस्त 1947 को, लंबे समय से प्रतीक्षित सपना सच हो गया।

आजादी का जश्न मनाने के लिए हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। एक और कारण हम अपने उन स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद करने और उन्हें सम्मान, श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाते है जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में बलिदान दिया।

इसके अलावा, १५ अगस्त के दिन आजादी का जश्न मनाते समय हमें यह याद रखना चाहिए की हमें स्वतंत्रता कितने कठिन संघर्ष से मिली। हमें अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए।

इसके अलावा, स्वतंत्रता दिवस का उत्सव हमारे अंदर देशभक्त को जगाता है। १५ अगस्त का दिन युवा पीढ़ी को उस समय के लोगों के संघर्षों से परिचित कराता है।

हालाँकि यह एक राष्ट्रीय अवकाश है लेकिन देश के लोग इसे बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। स्कूल, कार्यालय, समाज और कॉलेज इस दिन को विभिन्न छोटे और बड़े कार्यक्रमों का आयोजन करके मनाते हैं।

इस दिन लाल किले में हर साल भारत के प्रधान मंत्री राष्ट्रीय ध्वज की मेजबानी करते हैं। इस मौके के सम्मान में, 21 तोपें चलाई जाती हैं।

स्कूल और कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, भाषण, वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं।

9) स्वतंत्रता दिवस, पंद्रह अगस्त पर निबंध

स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त को देश की स्वतंत्रता दिवस का जन्मदिन भी कह सकते हैं। क्योंकि इसी दिन देश को गुलामी से आजादी मिली थी। अंग्रेजों ने 15 अगस्त 1947 से पहले लगभग 200 सालों तक हमारे देश पर राज किया।

अंग्रेजों से पहले करीब 1200 वर्षों तक मुगलों ने भारत पर शासन किया। इसके बाद अंग्रेजों ने मुगलों को खदेड़ कर भारत पर अपना शासन स्थापित किया।

इसके काल में वैज्ञानिक उन्नति से देश प्रगति पर अग्रसर हुआ। उन्होंने अपनी कूटनीति के चलते भारत से श्रीलंका और बर्मा को अलग करके उन्हें स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में प्रतिशिष्ट किया।

बंगाल को भी वे दो भागों में बाँटना चाहते थे लेकिन जनमत विरोध के कारण इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। इसी दिन दिल्ली के लालकिले पर पहली बार यूनियन जैक के स्थान पर सत्य और अहिंसा का प्रतीक तिरंगा झंडा लहराया गया था।

यह राष्ट्रीय पर्व हर साल हर शहर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों में छात्र इस उत्सव को बड़े हर्षोल्लास के साथ कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

शिक्षक और 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र सडकों पर रैली निकालते है। रैली में सबसे आगे चल रहे छात्र के हाथ में तिरंगा झंडा रहता है। सभी छात्र देश भक्ति से संबंधित गीत गाते हुए चलते हैं।

स्कूल के प्रधानाचार्य ध्वजारोहण करते हैं और सभी छात्रों को तिरंगे की सलामी देते हैं। इसके बाद खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू होते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से जलियांवाला बाग पर आधारित एक नाटक किया जाता है।

कुल छात्र देश भक्ति से संबंधित अपनी रचनाएं सुनाते हैं, स्वतंत्रता दिवस भाषण देते हैं। कार्यक्रम के अंत में अव्वल रहे छात्रों को प्रमुख समाजसेवी व स्वतंत्रता सेनानी पुरस्कार देकर सम्मानित करते हैं। उसके बाद छात्रों के बीच मिष्ठान वितरण होता है।

इस पर्व का मुख्य आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली के लाल किले में होता है। इस समारोह को देखने के लिए भारी मात्रा में जनसमूह इकठ्ठा होता हैं। लालकिले का मैदान और सडकें जनता की भीड़ से लबालब भर जाती हैं।

प्रधानमंत्री के आने के बाद 15 अगस्त समारोह का शुभारम्भ होता हैं। सेना के तीनों अंगों जल, थल और नौसेना की टुकड़ियां और एन.सी.सी के कैडिट सलामी देकर प्रधानमंत्री का स्वागत करते हैं।

प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर पर बने मंच पर पहुँच कर जनता का अभिनंदन स्वीकार करते हैं और राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। ध्वजारोहण के समय राष्ट्र ध्वज को सेना द्वारा 21 तोपों की सलामी दी जाती हैं।

इसके बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र की जनता को बधाई देने के बाद देश की भावी योजनाओं पर प्रकाश डालते हैं। साथ ही, गत 15 अगस्त से इस वर्ष तक की काल में घटित प्रमुख घटनाओं पर चर्चा करते हैं।

भाषण के अंत में वे तीन बार जय हिन्द का नारा बोलते हैं। जिसे वहां इकठ्ठा जनता का समूह बुलंद आवाज में दोहराता हैं। 15 अगस्त के अवसर पर लालकिले को रौशनी से चमकाया जाता हैं।

10) Short & Simple Essay on 15 August in Hindi

1947 में 15 अगस्त के दिन भारत को आजादी मिली, इसलिए भारत के लोग हर साल इस खास दिन 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं।

राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम समारोह में, भारत के प्रधान मंत्री लाल किले पर सुबह जल्दी राष्ट्रीय ध्वज फहराते है।स्वतंत्रता दिवस समारोह में लाखों लोग भाग लेते हैं।

नई दिल्ली के लाल किले में 15 अगस्त के उत्सव के दौरान भारतीय छात्रों द्वारा मार्च पास्ट सहित कई कार्य किए जाते हैं और स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं।

राष्ट्रीय ध्वज की मेजबानी और राष्ट्रीय गान (जन गण मन) का गायन करने के बाद, भारत के प्रधान मंत्री अपना वार्षिक भाषण देते हैं।

भारत के स्वतंत्रता दिवस पर, हम उन सभी महान हस्तियों का स्मरण करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व – Importance of Independence Day in Hindi

15 august importance in hindi:.

हर भारतीय स्वतंत्रता के बारे में एक अलग दृष्टिकोण रखते है। कुछ के लिए, यह लंबे संघर्ष की याद दिलाता है जबकि युवाओं के लिए यह देश के गौरव और सम्मान के लिए एक अवसर है।

इन सब के अलावा, १५ अगस्त का दिन देश भर में देशभक्ति की भावना पैदा करता हैं। देश भर में राष्ट्रीयता और देशभक्ति की भावना के साथ भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।

यह दिन एकता का प्रतीक है। यह न केवल स्वतंत्रता का उत्सव है, बल्कि लोगों को एकजुट करके देश को उन्नति की राह पर चलाने वाला उत्सव है।

भारत के लिए, 15 अगस्त उसके पुन: जन्म, एक नई शुरुआत का दिन है। 15 अगस्त 1947 की आधी रात को, ब्रिटिश शासकों ने वर्षों तक चले संघर्ष को समाप्त करते हुए देश को अपने भारतीय नेताओं को वापस सौंप दिया।

यह 15 अगस्त 1947 की वह ऐतिहासिक तारीख थी, जिस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर राष्ट्र का तिरंगा झंडा फहराया था।

भारत के ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन को समाप्त करने के रूप में भारत के इतिहास में यह दिन महत्वपूर्ण है।

हमें किसी भी कीमत पर अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए। हमें अपने आर्थिक विकास के लिए हाथ मिलाना चाहिए और इस महान देश को उत्पादक और समृद्ध बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

आशा करते हैं कि, आपको स्वतंत्रता दिवस पर आसान भाषा में लिखे गए निबंध पसंद आएंगें। इन निबंधों के माध्यम से आप स्वतंत्रता दिवस के बारे में विस्तार से जान जाएंगें।

अगर आपने अपने स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर निबंध लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया है तो यहाँ दिये गये, 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) पर निबंध आपके लिए उपयोगी साबित होंगे।

अगर आपको स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर भाषण या 15 अगस्त की शायरी चाहिए तो नीचे वाले आर्टिकल्स में जाएं।

यह भी पढ़ें

  • 15 August Shayari
  • Independence Day 15 August Speech in Hindi

अगर आपके लिए 15 अगस्त (इंडिपेंडेंस डे) पर निबंध मददगार साबित हो तो सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।

Avatar for Jamshed Khan

by: Jamshed Khan

मैं इस ब्लॉग का एडिटर हु और मुझे लिखने का बहुत शौक है। इस ब्लॉग पर मैं एजुकेशन और फेस्टिवल से रिलेटेड आर्टिकल लिखता हूँ।

नए साल के लिए संकल्प जो आपकी जिंदगी बदल देंगे।

Comments ( 1 )

Bahot he umda or la jawab hai.. hamari our se sabhi ko 15 August ki……..jay hind

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

1Hindi

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Independence Day Essay in Hindi

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Independence Day Essay in Hindi

इस लेख में आप 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Independence Day Essay in Hindi हिन्दी में पढ़ेंगे।

भारत के स्वतंत्रता संग्राम की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, भारत के स्वतंत्रता दिवस के महत्व और हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत का सम्मान कैसे करते हैं, इस पर प्रकाश डालते हैं।

भारत का स्वतंत्रता दिवस (Independence Day in India) 15 अगस्त प्रत्येक भारतीय नागरिक के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। यह बेहद गर्व और देशभक्ति का दिन है क्योंकि हम वर्षों के संघर्ष और बलिदान के बाद हासिल की गई आजादी का जश्न मनाते हैं। 

इस शुभ दिन पर, हम उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए अथक संघर्ष किया। 

उनका अटूट साहस और दृढ़ संकल्प आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करता है।

Table of Content

भारत के स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: स्वतंत्रता की यात्रा पर चिंतन (Independence Day Essay in Hindi)

भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त केवल उत्सव का दिन नहीं बल्कि चिंतन का अवसर भी है। भारत के स्वतंत्रता दिवस पर एक निबंध लिखने से हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा सामना किए गए संघर्षों और स्वतंत्रता की यात्रा के बारे में गहराई से जानने का मौका मिलता है।

एक निबंध में, कोई स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न चरणों, विभिन्न नेताओं के योगदान और भारतीय समाज पर स्वतंत्रता आंदोलन के प्रभाव का पता लगा सकता है। यह उस समय के सामाजिक-राजनीतिक माहौल और उन कारकों का विश्लेषण करने का अवसर प्रदान करता है जो अंततः स्वतंत्रता की जीत का कारण बने।

भारत के स्वतंत्रता दिवस पर एक निबंध हमारे पूर्वजों द्वारा किए गए बलिदानों के बारे में दूसरों, विशेषकर युवा पीढ़ी को शिक्षित और प्रेरित करने के साधन के रूप में भी काम कर सकता है। 

यह हमारे इतिहास में गर्व की भावना पैदा करने में मदद करता है और उन घटनाओं के बारे में आलोचनात्मक सोच और विश्लेषण को प्रोत्साहित करता है जिन्होंने हमारे राष्ट्र को आकार दिया।

भारत के स्वतंत्रता संग्राम: भारत का स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) का इतिहास (History of Independence Day in India)

भारत की स्वतंत्रता की यात्रा औपनिवेशिक शासन के खिलाफ दशकों के अथक संघर्ष से चिह्नित थी। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 17वीं शताब्दी की शुरुआत में भारत में अपनी उपस्थिति स्थापित की और धीरे-धीरे विशाल क्षेत्रों पर अपना नियंत्रण बढ़ाया। 

भारतीय उपमहाद्वीप ब्रिटिश साम्राज्य के लिए धन और शक्ति का एक आकर्षक स्रोत बन गया, संसाधनों का शोषण और भारतीय संस्कृति और अधिकारों का दमन तेज हो गया।

प्रतिरोध की पहली चिंगारी स्थानीय विद्रोह के रूप में उभरी, जैसे कि 1857 का सिपाही विद्रोह । हालाँकि, यह महात्मा गांधी , जवाहरलाल नेहरू , सुभाष चंद्र बोस और अनगिनत अन्य महान नेताओं के अथक प्रयास थे जिन्होंने इसकी लौ को प्रज्वलित किया। 

स्वतंत्रता के लिए एकीकृत संघर्ष, अहिंसक प्रतिरोध, सविनय अवज्ञा आंदोलनों और सशस्त्र विद्रोहों के माध्यम से, भारतीयों ने ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की।

भारत के स्वतंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Independence Day in India)

हर साल 15 अगस्त को मनाया जाने वाला 15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस हमारी स्वतंत्रता, समानता और न्याय की जीत का प्रतीक है। 

यह उस दिन का प्रतिनिधित्व करता है जब भारत अंततः उपनिवेशवाद की बेड़ियों से मुक्त हो गया और एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में उभरा। यह दिन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों और स्वतंत्रता की खोज में खोए गए अनगिनत लोगों की याद दिलाता है।

भारत का स्वतंत्रता दिवस, राष्ट्रीय एकता और अस्मिता की दृष्टि से भी अत्यधिक महत्व रखता है। यह एक ऐसा समय है जब जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग स्वतंत्रता की भावना और हमारे राष्ट्र को परिभाषित करने वाली विविधता का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं। 

यह उन मूल्यों और सिद्धांतों की एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है जिनके लिए हमारे पूर्वजों ने संघर्ष किया था, और हमें एक अधिक समावेशी और साथ ही सामंजस्यपूर्ण समाज के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

भारत का स्वतंत्रता दिवस उत्सव मनाना: परंपराएँ और रीति-रिवाज (Independence Day Celebration in India)

भारत का स्वतंत्रता दिवस पूरे देश में बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। दिन की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज फहराने से होती है, उसके बाद राष्ट्रगान गाया जाता है। 

तिरंगा – केसरिया, सफेद और हरा – सड़कों, इमारतों और सार्वजनिक स्थानों को सुशोभित करता है, जो भारत की एकता और विविधता का प्रतीक है।

स्कूल, कॉलेज और सरकारी संस्थान सांस्कृतिक कार्यक्रम, ध्वजारोहण समारोह और भाषण आयोजित करते हैं जो स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हैं। 

लोग परेड, देशभक्ति गीत और नृत्य प्रदर्शन और विभिन्न अन्य गतिविधियों में भाग लेते हैं जो भारत की समृद्ध विरासत और सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करते हैं। यह दिन उन उत्कृष्ट नागरिकों को सम्मानित करने का भी अवसर है जिन्होंने राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत का सम्मान (Honoring The Legacy of Freedom Fighters)

भारत का स्वतंत्रता दिवस उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने का एक उपयुक्त अवसर है जिन्होंने हमारी आजादी के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी। 

इन असाधारण व्यक्तियों ने अकल्पनीय कठिनाइयों का सामना करते हुए और रास्ते में अपार बलिदान देते हुए अपना जीवन स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया। उनका अटूट साहस और प्रतिबद्धता भावी पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक के रूप में काम करती है।

ऐसे ही एक प्रेरक स्वतंत्रता सेनानी हैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी। अहिंसा और सविनय अवज्ञा का उनका दर्शन लाखों भारतीयों को पसंद आया, जिससे स्वतंत्रता संग्राम में व्यापक मदद मिली। 

अन्य उल्लेखनीय स्वतंत्रता सेनानियों में भगत सिंह , नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और सरोजिनी नायडू सहित कई अन्य शामिल हैं। उनमें से प्रत्येक ने हमारे राष्ट्र की नियति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उनका योगदान जन आंदोलनों को संगठित करने और सशस्त्र विद्रोहों का नेतृत्व करने से लेकर साहित्य और भाषणों के माध्यम से जागरूकता फैलाने तक था। 

इन स्वतंत्रता सेनानियों ने न केवल ब्रिटिश उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई लड़ी, बल्कि सामाजिक न्याय, समानता और समाज के कई वर्गों के उत्थान का भी भार उठाया।

प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और उनका योगदान (Contribution of Freedom Fighters)

आज़ादी के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की सूची बहुत बड़ी है, लेकिन कुछ नाम उनके असाधारण योगदान के लिए सामने आते हैं। 

अमर क्रांतिकारी भगत सिंह ने अपने लेखन और अंग्रेजों के खिलाफ अवज्ञा के कार्यों के माध्यम से युवाओं में राष्ट्रवाद की भावना जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 23 वर्ष की छोटी उम्र में उनके सर्वोच्च बलिदान ने एक पूरी पीढ़ी को स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया।

एक अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति, नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए) का नेतृत्व किया और अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका आह्वान था, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा!” जिसने जनता में जोश भर दिया और उनमें एकता और दृढ़ संकल्प की भावना पैदा की।

झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई, जिन्हें झाँसी की रानी भी कहा जाता है, भारतीय महिलाओं की अदम्य भावना का प्रतीक हैं। उन्होंने 1857 के विद्रोह के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में निडर होकर अपने सैनिकों का नेतृत्व किया और साहस और महिला शक्ति का प्रतीक बन गईं।

सरोजिनी नायडू, जिन्हें अक्सर भारत की कोकिला कहा जाता है, एक प्रमुख कवयित्री और राजनीतिक कार्यकर्ता थीं। उन्होंने महिला मताधिकार आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर महिलाओं के अधिकारों और भारत की आजादी की वकालत करते हुए महात्मा गांधी के साथ मिलकर काम किया।

साहस और बलिदान की प्रेरणादायक कहानियाँ (Inspirational Stories of Courage and Sacrifice)

भारत की आज़ादी का संघर्ष साहस, बलिदान और लचीलेपन की अनगिनत कहानियों से भरा हुआ है। ये कहानियाँ उन भारतीयों की अटूट भावना के प्रमाण के रूप में काम करती हैं जिन्होंने आज हम जिस स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं उसके लिए सभी बाधाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ी।

ऐसी ही एक कहानी है भगत सिंह की, जिन्होंने दमनकारी रोलेट एक्ट के विरोध में 1929 में अपने साथियों के साथ मिलकर सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली (केन्द्रीय विधान सभा) में बम फेंका था। पकड़े जाने और मौत की सज़ा सुनाए जाने के बावजूद, भगत सिंह ने अद्वितीय बहादुरी के साथ फांसी का सामना किया और उस उद्देश्य के लिए शहादत दी।

एक और प्रेरणादायक कहानी ब्रिटिश भारतीय सेना के एक सैनिक मंगल पांडे की है, जिन्होंने जानवरों की चर्बी वाले नए राइफल कारतूसों का उपयोग करने से इनकार करके विद्रोह की ज्वाला भड़का दी थी। 1857 में उनके अवज्ञा के कार्य ने अंग्रेजों के खिलाफ भारतीय विद्रोह की शुरुआत को चिह्नित किया।

स्वतंत्रता के लिए अपनी परिस्थितियों से ऊपर उठकर संघर्ष करने वाले सामान्य पुरुषों और महिलाओं की ये और अनगिनत अन्य कहानियाँ हर भारतीय को प्रेरित करती हैं और गर्व की भावना पैदा करती हैं।

देश के विभिन्न हिस्सों में भारत का स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Events in Different States of India)

भारत विविध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं का देश है और भारत के स्वतंत्रता दिवस का उत्सव इस विविधता को दर्शाता है। देश के प्रत्येक क्षेत्र में इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने का अपना अनूठा तरीका है।

राजधानी दिल्ली में, प्रधानमंत्री प्रतिष्ठित लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। इस कार्यक्रम में देश भर से हजारों लोग शामिल होते हैं और इसका टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया जाता है।

15 अगस्तभारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की जन्मस्थली कोलकाता में, समारोह का मुख्य आकर्षण विभिन्न सांस्कृतिक संगठनों द्वारा आयोजित भव्य जुलूस है। जुलूस संगीत, नृत्य और कलात्मक प्रदर्शन के माध्यम से बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है।

भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में, गेटवे ऑफ़ इंडिया को रोशन किया जाता है, और मरीन ड्राइव पर एक भव्य परेड होती है। शहर सड़क पर प्रदर्शन, कला प्रदर्शनियों और खाद्य उत्सवों का मेला सा लग जाता है।

भारत के प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, ध्वजारोहण समारोहों और सामुदायिक कार्यक्रमों के साथ भारत के स्वतंत्रता दिवस को मनाने का अपना अनूठा तरीका है। ये उत्सव उस एकता की याद दिलाते हैं जो हमारे विविध राष्ट्र को एक साथ बांधती है।

हिंदी में स्वतंत्रता दिवस: राष्ट्रभाषा का संरक्षण (Significance of Hindi Language in Independence Day)

भारत विविध भाषाओं का देश है और प्रत्येक भाषा हमारी राष्ट्रीय पहचान को आकार देने में अत्यधिक महत्व रखती है। हिंदी, भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा होने के नाते, स्वतंत्रता आंदोलन से निकटता से जुड़ी हुई है और भारत के स्वतंत्रता दिवस के समारोहों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

इस दिन, हमारे राष्ट्र की सांस्कृतिक और भाषाई एकता पर जोर देते हुए हिंदी में भाषण, कविताएँ और गीत गाए जाते हैं। हिंदी सिर्फ एक भाषा नहीं है; यह हमारी सामूहिक विरासत और भारत की भावना का प्रतीक है।

हिंदी को बढ़ावा देना और संरक्षित करना अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को कमजोर करने के बारे में नहीं है, बल्कि एकता को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि हर भारतीय एक दूसरे के साथ संवाद कर सके और जुड़ सके। 

हिंदी में स्वतंत्रता दिवस उस भाषाई विविधता की याद दिलाता है जो एकीकृत भारत के बड़े ढांचे के भीतर सह-अस्तित्व में है।

निष्कर्ष: स्वतंत्रता और एकता की भावना को अपनाना (Embracing the Spirit of Independence and Unity)

15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों पर विचार करने, स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाने और उस एकता को अपनाने का समय है जो हमारे विविध राष्ट्र को एक साथ बांधती है। 

यह उन लोगों की विरासत का सम्मान करने का दिन है जिन्होंने हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और आने वाली पीढ़ियों को स्वतंत्रता, समानता और न्याय के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।

जैसे ही हम अपना राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और अपना राष्ट्रगान गाते हैं, आइए उन संघर्षों और बलिदानों को याद करें जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त किया। 

आइए हम एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करने का प्रयास करें जो उन आदर्शों को कायम रखे जिनके लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने लड़ाई लड़ी – एक ऐसा राष्ट्र जो समावेशी, प्रगतिशील और एकजुट हो।

सभी साथी भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ! आइए हम इस दिन को खुशी, गर्व और अपने राष्ट्र के प्रति नई प्रतिबद्धता के साथ मनाएं।

2 thoughts on “15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Independence Day Essay in Hindi”

Sare jaha se Achcha hindositan hamara

Leave a Comment Cancel reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi

essay on independence day in hindi language

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi!

स्वातंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्त की तिथि को मनाया जाता है । 15 अगस्त, 1947 के दिन भारत ने अंग्रेजी उपनिवेश की जकड़नों को तोड़कर स्वतंत्रता का नवप्रभात देखा था । यह स्वर्णिम दिन लगभग सवा सौ वर्षो तक चले अनवरत संघर्ष के बाद आया । इसके बाद देश की छवि बदली और नवनिर्माण का दौर आरंभ हुआ । स्वतंत्र भारत आज दुनिया के विकसित देशों की पंक्ति में खड़ा होने के लिए लालायित दिखाई दे रहा है ।

स्वतंत्रता दिवस संपूर्ण राष्ट्र का उत्सव है । इस दिन को पूरे राष्ट्र में बहुत उल्लास के साथ मनाया जाता है । राष्ट्र के स्वाभिमान का प्रतीक तिरंगा झंडा समारोहपूर्वक फहराया जाता है । स्वतंत्रता दिवस के सरकारी और गैर-सरकारी कार्यक्रमों में जनता बढ़-चढ़कर भागीदारी करती है । ‘ जन-गण-मन ‘ ,’ वंदे मातरम्’ और ‘ जय हिंद ‘ के स्वरों से आसमान गुंजित हो उठता है । देशभक्ति के गीतों को सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं । लोग देश की स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए संकल्पित दिखाई देते हैं ।

ADVERTISEMENTS:

राजधानी दिल्ली में हर वर्ष पंद्रह अगस्त के दिन भव्य समारोह होता है । लाल किला तथा इसका पूरा परिक्षेत्र विशेष रूप से सजा- धजा और समारोह के लिए तैयार दिखाई देता है । प्रात : साढ़े सात बजे देश के प्रधानमंत्री यहाँ आकर ध्वजारोहण करते हैं । जन-गण-मन की धुन बज उठती है । फिर प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं । इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण रेडियो और टेलीविजन पर किया जाता है ।

प्रधानमंत्री अपनी सरकार की उपलब्धियाँ गिनाते हैं । वे सरकार के आगामी कार्यक्रमों के बारे में बताते हैं । उपस्थित दर्शक नेतागण राजदूत विशिष्ट अतिथिगण उनकी बातें ध्यानपूर्वक सुनते हैं । प्रधानमंत्री तीन बार ‘ जय हिंद ‘ बोलकर अपना भाषण समाप्त करते हैं । तब यह समारोह समाप्त हो जाता है ।

इसी तरह के समारोह विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी होते हैं । राज्य के मुख्यमंत्री परेड का निरीक्षण करते हैं और तिरंगा झंडा फहराते हैं । फिर वे राज्य की जनता को संबोधित करते हैं । वे अपनी जनता के लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों की घोषणा भी करते हैं । जिला मुख्यालयों में जिले के कलक्टर झंडा फहराते हैं तथा भाषण देते हैं । विद्‌यालयों, कॉलेजों, सरकारी कार्यालयों तथा सभी मुख्य स्थानों पर झंडोत्तोलन और राष्ट्रगान के कार्यक्रम होते हैं । स्कूली बच्चे इन कार्यक्रमों में बहुत उत्साह से भाग लेते हैं । वे रंगीन गुब्बारे उड़ाते हैं तथा हाथों में तिरंगा झंडा फहराते हैं ।

स्वतंत्रता दिवस के दिन लोग आसमान में पतगें तथा गुब्बारे उड़ाकर अपना उल्लास प्रकट करते हैं । नेतागण विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं । जनसमूह इन कार्यक्रमों में उत्साह से भाग लेता है । सरकार जनता के लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों का शुभारंभ करती है । लोग एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं । बच्चों में मिठाइयाँ, टाफियाँ और फल बाँटे जाते हैं । रात के समय राजधानी की सरकारी इमारतों में विशेष रोशनी की जाती है । राष्ट्रपति भवन, संसद भवन तथा अन्य इमारतें बिजली की झिलमिल रोशनी से जगमगा उठती हैं ।

15 अगस्त का दिन उन शहीदों को स्मरण करने का दिन है जिन्होंने देश की स्वतंत्रता की खातिर अपनी जिंदगी कुर्बान कर दी थी । सैकड़ों फाँसी पर झूल गए और सैकड़ों ने काले पानी की सजा काटी । हजारों ने अंग्रेजी हुकूमत की बर्बरता सही और उनकी लाठियों और गोलियों के शिकार हुए । लाखों लोगों ने हँसते-हँसते जेलयात्राएँ कीं । गाँधीजी के नेतृत्व में हुए जन आदोलन में देश की जनता ने बढ़-चढ़कर भाग लिया । लोगों ने अपने निजी सुखों का त्याग कर दिया । स्वतंत्रता के लिए लंबी जद्‌दोजहद करनी पड़ी । अंग्रेजों की चाल कुटिल थी, उन्होंने देश के दो टुकड़े कर दिए । पाकिस्तान नामक एक नए राष्ट्र का उदय हुआ । स्वतंत्र भारत को कई नई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ा । आज स्वतंत्रता के लिए सबसे बड़ी चुनौती मजहबी जुनून और आतंकवाद है । हम एकजुट रहकर ही इस समस्या का समाधान कर सकते हैं ।

Related Articles:

  • स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद | Paragraph on Independence Day in Hindi
  • स्वतंत्रता दिवस (१५ अगस्त) | Essay on Independence Day (15th August) in Hindi
  • स्वतन्त्रता दिवस (15 अगस्त) पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi

ताज़ा हवा और रोशनी के लिए

Independence Day Essay in Hindi | स्वतंत्रता दिवस निबंध

Independence Day Essay in Hindi

हम हर वर्ष 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं। आज हम आपके लिए Independence day essay in Hindi लेकर आएं हैं। इन निबंधो में हमने कोशिश की है हम हमारी आजादी के बारे में आपको संक्षेप में बता सकें। हमने इन essay on swatantrata diwas में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन कैसे धूम-धाम से किया जाता है यह भी बताया है। आप इन निबंधों को अपनी कक्षा के काम के लिए भी लिख सकते हैं।

Short Essay on Independence Day in Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द 

हर वर्ष भारत अपना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाता है। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व महसूस करने का दिन होता है। भारत की स्वतंत्रता कठोर परिश्रम और ना जाने कितनी जिंदगियों के बलिदान का  प्रतीक है। स्वतंत्रता दिवस हमें यह सिखाता है कि हमें धरती की कद्र करनी चाहिए और उन सभी महान लोगों को कभी भूलना नहीं चाहिए, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण न्योछावर किए थे।

15 अगस्त यानी कि भारत का स्वतंत्रता दिवस, पूरे देश भर में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।  इस दिन बच्चा बच्चा अपने भारतीय होने पर गर्व महसूस करता है। स्वतंत्रता दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि, यह वह दिन है जब भारत ने सालों की मेहनत के बाद अंग्रेजों से भारत को मुक्त कराया था।

भारत का स्वतंत्रता दिवस भारत के भाईचारे और हजारों साल पुरानी संस्कृति को दर्शाता है।  हर साल स्वतंत्रता दिवस अपने साथ-साथ देशभक्ति की भावना को भी लेकर आता है, और यह भावना हर भारतीय को जीने का उद्देश्य देती है।

स्वतंत्रता दिवस का मतलब होता है अपने देश के बच्चों और पूरी दुनिया को यह याद दिलाना कि भारत कोई कमजोर देश नहीं है। हमारे देश का इतिहास यह गवाह है यदि, भारत चाहे तो क्या कुछ नहीं कर सकता। स्वतंत्रता दिवस ही नहीं, हमें हर रोज अपने भारतीय होने पर गर्व है। बच्चा हो या बुढा हमारे देश के हर एक नागरिक को भारत के इस महान इतिहास पर नाज है।

हर वर्ष भारत का स्वतंत्रता दिवस बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर हमारा तिरंगा झंडा लहराते हैं। तिरंगा लहराने के बाद प्रधानमंत्री पूरे देश को अपने सुनहरे भाषण से प्रेरित करते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर निकलने वाली परेड और झांकियां सभी को भारत की शक्तियों का एहसास दिलाती है।

Essay on Swatantrata Diwas | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दों में

भारतीय चाहे दुनिया के किसी भी कोने में चलें जाएँ। हर भारतीय के दिल में अपने देश के प्रति इज्जत और सम्मान हमेशा बरकरार रहता है। भारत का स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त, अपने देश के उसी सम्मान और इज्जत को मनाने का पर्व है। हमारे देश के इतिहास में वह बात है जिस वजह से हमारा देश सोने की चिड़िया कहलाता है। एक मजबूत राष्ट्र होने के साथ-साथ सारी दुनिया भारत के भाईचारे और अपने देश के प्रति प्यार की मिसाल देती है।

भारत को अपनी स्वतंत्रता वर्ष 1947 में मिली थी। स्वतंत्रता दिवस हमारे यहां राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। अंग्रेजों ने यह पूरी कोशिश की थी वह किसी तरह भारत की अर्थव्यवस्था और आजादी को पूरी तरह नष्ट कर दें। उन अंग्रेजों को यह अंदाजा भी नहीं था कि भारत में कुछ ऐसे भी लोग मौजूद थे जो उनके राज्य का हमेशा के लिए अंत कर देंगे।

महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय, भगत सिंह, पंडित जवाहरलाल नेहर, स्वामी विवेकानंद, रानी लक्ष्मीबाई, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, बाल गंगाधर तिलक, मंगल पांडे और ऐसे कई नाम जुड़े है हमारे देश की स्वतंत्रता के साथ। यह सभी नाम भारत के इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए अमर हो चुके हैं।

एकता और अखंडता का प्रतीक

स्वतंत्रता दिवस पर भारत उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए एक ऐसी लड़ाई लड़ी जिसमें बहुत सारी जानें गई, भारत के कितने परिवारों ने अपनों को खोया, हमारे देश  को बहुत ज्यादा धन हानि का नुकसान उठाना पड़ा, देश का बंटवारा भी हुआ और कितनी ऐसी चीजें भी खो गई जो हमारे गौरव का एक रुप थी। जाते जाते यह सभी चीजें भारत को उसका सबसे अनमोल तोहफा दे गई, हमारे देश को वह मिला जिसकी हमें पिछले 200 सालों से कामना थी। तोहफे में भारत को उसकी आजादी मिली। उसे आजादी और उस शक्ति पर देश का हर एक नागरिक आज भी नाज करता है।

हर वर्ष भारत में स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है, यह हमारे देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व बन गया है। भारत का अपना स्वतंत्रता दिवस मनाने का अंदाज दुनियाभर में चर्चा में रहता है। हमारे देश के प्रधानमंत्री, हमारे ऐतिहासिक लाल किले पर जाकर हमारा तिरंगा लहराते हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन जब हमारे प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं, भारत के हर एक नागरिक को अपने देश की प्राचीनता पर नाज होता है।

केवल सरकारी ही नहीं बल्कि हमारे देश का हर घर, हर विद्यालय, सभी सरकारी इमारतें, सभी तरह के दफ्तर और हर छोटी बड़ी जगह पर, हमारा तिरंगा झंडा लहराया जाता है। हमारा राष्ट्रगान गाया जाता है, हर कोई दिल से वंदे मातरम के नारे लगाता है और एक दूसरे का मुंह मीठा कराता है।

कैसे भूल सकते हैं हम उस दिन को जब हमारे देश का हर एक व्यक्ति एकजुट होकर खड़ा हुआ था। 15 अगस्त 1947, कोई आम तारीख नहीं बल्कि भारत के इतिहास का वह सुनहरा दिन है, जो आज भी भारत के हर एक नागरिक के दिल में बसता है। केवल 15 अगस्त ही नहीं, बल्कि उससे पहले आने वाले हर उस साल पर हमें नाज है, जिनमें की गई छोटी-छोटी कोशिशों ने हमारे देश को इस मुकाम पर ला खड़ा किया। जिसमें भारत में एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई।

Independence Day Essay in Hindi | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में 1000 शब्द

स्वतंत्रता दिवस की घोषणा.

15 अगस्त,1947 की रात पंडित जवाहरलाल नेहरु जी ने कहा था कि, यह पल हर भारतीय के लिए जितना खुशी का है उतना ही गम का भी है। उस रात जैसे ही घड़ी के कांटे 12:00 बजें तक पहुंचें। अब चाहे सारी दुनिया सो ही रही हो, पर भारत का हर एक नागरिक उस रात उस सूरज को चढ़ते हुए देखेगा जो हमारे देश में एक नई सुबह का ऐलान करेगा। एक तरफ जहां हमारा देश अपनी स्वतंत्रता ले रहा था, वहीं दूसरी तरफ देश का बंटवारा भी हो रहा था। यह खुशी का पल था कि हमारे देश ने सालों मेहनत करने के बाद अपनी स्वतंत्रता हासिल की, परंतु जाते जाते अंग्रेज हमारे देश को दो हिस्सों में बांट गए। यही वजह है कि पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त,1947 को मनाता है और भारत अपना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाता है।

15 अगस्त 1947 को भारत ने संवैधानिक रूप में अपनी स्वतंत्रता को पाया था। यह भारत के इतिहास का वह दिन है जिसने हमारे देश की राजनीति को स्वतंत्र और लोकतांत्रिक माइनों में एक मजबूत राष्ट्र के रूप में खड़ा किया। जिस स्वतंत्रता और आजादी को हम 15 अगस्त के रूप में मनाते हैं। वह आजादी हमारे देश के महान वीरों का दिया हुआ तोहफा है। इस तोहफे की कीमत हमारे देश ने बहुत से लोगों की जान देकर चुकाई है।

आज भी भारत देश को –  सूर्य सेन, विनायक  दामोदर, चितरंजन दास, भीमराव अंबेडकर, बिपिन चंद्रा पाल,  सरोजिनी नायडू, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, और ऐसे सभी उन लोगों पर नाज है जिन्होंने भारत को एक अखंड राज्य के रूप में  स्थापित किया। हमारा स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए एक ऐसा मौका है, जिससे हम इन सभी महान लोगों के बलिदान को हमेशा हमारे देश की एकता के रूप में सजाए रख सकते हैं।

हम स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाते हैं?

सभी विद्यालय और विश्वविद्यालयों के छात्र- छात्राएं सफेद रंग के कपड़े पहनकर, घर से अपने-अपने विद्यालयों में तिरंगा झंडा लहराते हैं। आज के दिन कई जगहों पर ऐसे समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिनमें बहुत सारी कलाकृतियां, नृत्य, गीत, आदि आयोजित किए जाते हैं। यह सभी समारोह हमारे देश की संस्कृति और आजादी से जुड़ी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं।

प्रधानमंत्री जी के द्वारा लाल किले पर झंडा फहराने और स्पीच देने के बाद कुछ परेड और झांकियां निकाली जाती हैं। इसमें निकाली जाने वाली झांकियां हमारे देश के विभिन्न प्रकार के नृत्य, गीत, जानी मनी ऐतिहासिक इमारतें, हमारे देश की भाषाएं, अलग-अलग संस्कृति और धर्म के लोग, और हमारे देश की सभी वह चीजें दिखाई जाती हैं जो हमारे देश की एकता और गौरव का प्रतीक है।

आज के दिन हर एक भारतीय चाहे वह किसी भी धर्म का क्यों ना हो, एक दूसरे का मुंह मीठा कराते हैं और एक दूसरे को स्वतंत्रता की बधाई देते हैं। हमारे देश की हर गली, हर सड़क देश भक्ति के गानों और नारों से गूंज उठती है।

स्वतंत्रता दिवस के दिन हर भारतीय की आंखों में उनके देश के प्रति प्यार और गर्व देखने को मिलता है। सिर्फ देश के बड़े ही नहीं बल्कि देश भक्ति की भावना तो उन छोटे-छोटे स्कूल के बच्चों में भी देखने को मिलती है, जो बच्चे एकता का प्रतीक बन के हाथ पकड़ कर तिरंगा लहराते हुए चलते है।

आजादी की लड़ाई

माना जाता है कि भारत ने अपनी आजादी की लड़ाई 1857 से 1947 के बीच लड़ी थी। आजादी की यह ज्वाला कब बंगाल से शुरू हुई और पूरे देश में फैल गई किसी को पता तक नहीं चला। इंडियन नेशनल कांग्रेस का स्थापित होना, हर भारतीय के लिए ऐसा मैदान बना जिसने सभी को अपने हक की बात बोलने का मौका दिया। सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि पूरा देश महात्मा गांधी जी के सत्य और अहिंसा की राह पर चल पड़ा। सत्य और अहिंसा भारत का सबसे बड़ा हथियार बन गए।

1920 में आई डिसऑबेडिएंस मूवमेंट ने अंग्रेजों के पैरों तले जमीन सरका दी। यहां तक आते-आते अंग्रेजों को यह अंदाजा हो गया था कि अब भारतीय लोग चुप नहीं बैठेंगे। यह बहुत जरूरी थी कि भारत का आम आदमी भी सर उठाए,और एक दूसरे का साथ दे। हमारे देश की आम जनता को जागृत करने के लिए बहुत से देश हित में लिखने वाले पत्रकारों और कवियों ने ऐसे लेख लिखें, जिससे भारत के बच्चे बच्चे में आजादी को लेकर जोश आ गया।

कस्तूरबा गांधी और प्रतिलता दो ऐसी महिलाएं थी जिन्होंने भारत की औरतों को उनके सम्मान की लड़ाई को लड़ना सिखाया। इन दोनों ने सभी औरतों को जागृत किया और उन्हें भारत की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने का महत्व सिखाया।

अंग्रेजों का एक फैसला उनकी सबसे बड़ी गलती बन गया। तो अंग्रेजों ने यह तय किया की भारत को काबू करने के लिए संविधान की जरूरत है वह कहीं भी किसी को भी जेल में डाल सकती है।  अंग्रेजों के इस फैसले ने भारत के लोगों के अंदर आजादी की ज्वाला को और ज्यादा बढ़ा दिया। वह ऐसा समय था जब भारत का हर एक नागरिक हर संभव कोशिश और लड़ाई से ब्रिटिश राज्य को गिराने में लग गए।

भारत की ऐसी आजादी की लड़ाई ने पूर्ण स्वराज को जन्म दिया और आखिरकार सालों की मेहनत के बाद वह दिन आया, जब भारत को आजादी मिली। 15 अगस्त,1947 को भारत को सार्वजनिक और संविधानिक रूप से आजादी मिली। भले देश का बंटवारा हुआ परंतु भारत को उसका आत्मसम्मान वापस मिल गया। 15 अगस्त इतिहास के पन्नों में उस दिन का नाम है जब हमारे देश ने राख से उठकर फिर से एक नई पहचान बनाई।

आज हम सभी को अपने भारतीय होने पर इसलिए भी गर्व है क्योंकि, हम उस देश में रहते हैं जहाँ हर किसी को अपने हक की बात बोलने की आजादी है। आज भारत एक इतना मजबूत देश है जिसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। भारत का कोई भी नागरिक अन्याय सहना नहीं जानता, बल्कि उसके खिलाफ आवाज उठाना और लड़ना जानता है। जो भी कोई देश भक्ति और अपने देश के प्रति प्यार की तलाश में है, तो उस भारतीय की आंखों में जरूर देखें जो राष्ट्रगान गाते समय अपने तिरंगे को देखता है। ऐसे इंसान की आंखों में देख कर आपको भारत के गौरव, अखंडता, और दुनिया भर में सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश होने की उर्जा दिखाई देगी।

अंत के कुछ शब्द

इस essay on independence day in hindi पर अपने विचार प्रकट करने के लिए नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में कमेंट करके हमें हमारे Independence day essay in Hindi पर अपना मूल्यवान फीडबैक जरूर दें। हमें कमेंट करके यह जरूर बताएं कि, आपके लिए देश की आजादी के क्या मायने हैं?

यह भी पढ़ें –

  • 45 Independence Day Status & Wishes in Hindi
  • जन गण मन – राष्ट्रगान विवाद – National Anthem in Hindi with meaning
  • 50 Best Independence Day Quotes in Hindi
  • Tags: 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में , article on independence day in hindi , essay on swatantrata diwas , independence day par nibandh , paragraph on 15 august in hindi , paragraph on independence day in hindi , short essay on independence day in hindi , write an essay on independence day in hindi , स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द , स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दों में

Editorial Team

Editorial Team

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Related Posts

three friends stands and a True Friendship Quotes in Hindi is written on it

True Friendship Quotes in Hindi | फ्रेंडशिप कोट्स

हर इंसान के लिए दोस्ती की एक अलग परिभाषा होती है जिसे वो शायद शब्दों में बयाँ भी न कर

a boy sleeping and Dream Quotes & Status in Hindi writes here

Dream Quotes & Status in Hindi | सपने स्टेटस

सपना बड़ा हो या छोटा, सपना तो सपना होता है। यहां तक ​​​​कि सबसे सफल व्यक्तियों के भी सपने थे,

a mother and his daughter sitting in a garden and a Maa Quotes in Hindi is written

Maa Quotes in Hindi | माँ सुविचार & कोट्स

माँ, जननी, अम्मा और ना जाने कितने और अनेक नाम है एक माँ के। कहते हैं धरती पर अपनी कमी

a women doing spiritual and a Deep Spiritual Quotes in Hindi is written on it

Deep Spiritual Quotes in Hindi | सद्भावना सुविचार

ऐसा माना जाता है कि अंतरिक्ष का आपकी अंतरात्मा पर कोई काबू नहीं होता है। मनुष्य की अंदर की शक्तियों

essay on independence day in hindi language

Education Thought in Hindi | शिक्षा पर दो लाइन

दिन की शुरुआत में खुद को शिक्षित करने का अर्थ होता है दिन के अंत में उसका फल पाना। आज

a person stands on a mountain and a Hard Work Motivational Quotes in Hindi is written on it

Hard Work Motivational Quotes in Hindi

हमारे बड़े यह बात कह रहे हैं कि तुम्हारी सफलता का राज केवल तुम्हारे बड़ों के आशीर्वाद और उनके विश्वास

  • Privacy Policy

Hindi Essay

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi 500 Words | PDF

Essay on independence day in hindi.

Essay on Independence Day in Hindi 500 + Words (Download PDF) कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए – 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के माध्यम से भारत देश के आज़ाद होने और इस पावन पर्व पर देश तथा विदेश में कार्यक्रम पर प्रकाश डालेंगे। देश की आज़ादी को किस तरह से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने खून व बलिदान से प्राप्त किया।  तो आइये शुरू करते है- Essay on Independence Day in Hindi –

पशु – पक्षी आदि प्राणी भी स्वाभाविक रूप से सदैव स्वतंत्र रहकर जीवन यापन करना चाहते हैं। मनुष्य तो फिर भी सभी प्राणियों में श्रेष्ठ है। वह दूसरों के अधीन रहकर जीवन यापन नहीं कर सकता है। गुलामी के बाद जब किसी को भी स्वतंत्रता मिलती है तो उसके आनंद व हर्ष की कोई सीमा नहीं होती है। सैकड़ों वर्ष गुलाम रहने के बाद 15 अगस्त, 1947 को जब भारत स्वतंत्र हुआ है, उस समय यहां की जनता, नर-नारी, बालक, वृद्ध सभी हर्ष-विभोर हो उठे। तभी से प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

स्वतंत्रता आंदोलन

प्रारम्भ से ही समय-समय पर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष होते रहे, लेकिन वे प्रयास सफल नहीं हो पाये। 1857 ईसवी में हुए आंदोलन को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है। इसमें महारानी लक्ष्मीबाई, नाना साहब, तात्या टोपे, बहादुर शाह जफर, मंगल पांडे, आदि का त्याग व बलिदान उल्लेखनीय हैं।

उसके बाद 1885 ईसवी में भारतीय राष्ट्र कांग्रेस की स्थापना की गई। इस संगठन के माध्यम से लक्ष्य प्राप्ति तक निरंतर संघर्ष चलता रहा। इसमें अनेक भारतीय सपूतों के त्याग, तपस्या और बलिदान की अमर कथाएं जुड़ी हैं।

इस देश को स्वतंत्र कराने के लिए जहां एक और महात्मा गांधी के नेतृत्व में अहिंसात्मक शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा था। वहीं दूसरी ओर वीर भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, आत्म बलिदान द्वारा क्रांति का संचालन कर रहे थे। जिसमें भारत माता की अनेक सपूत शहीद हुए। उक्त दोनों नरम दल और गरम दल के अथक प्रयासों से ही हमें सैकड़ों वर्षो के बाद स्वतंत्रता मिली।

ये भी देखें – Essay on science is a boon or curse in Hindi

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर यानी 14 अगस्त की रात को देश के राष्ट्रपति अपना संदेश देश के नाम प्रसारित करते हैं, जो मीडिया के माध्यम से प्रसारित होता है। अपने संदेश में, वह सरकार की उपलब्धियों और भविष्य के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं पर प्रकाश डालते है। जनता अपने राष्ट्रपति के संदेश को बहुत ध्यान से सुनती है।

राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता दिवस मनाने की परम्परा

भारत सरकार इस पावन पर्व को हर साल देश की राजधानी दिल्ली में बड़े उत्साह के साथ मनाती है। इसकी तैयारी राष्ट्रीय स्तर पर कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती है. देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त को सुबह करीब 7:00 बजे दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।

भेदी तोपों की गूंज के साथ इस पावन पर्व की शुरुआत के बाद देश को संदेश देते हैं. जिसका प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के सभी केंद्रों द्वारा किया जाता है। अपने संदेश में, प्रधान मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के महत्व को बताते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों और नीतियों पर प्रकाश डालते है।

दिल्ली के विद्यालयों में

चूंकि यह त्योहार 15 अगस्त को दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। इसी वजह से दिल्ली के स्कूल में 1 दिन पहले यानी 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के शुभ दिन को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस उत्सव में विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं।

सबसे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य राष्ट्रगान के साथ झंडा फहराते हैं। फिर छात्रों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं। कई छात्र देशभक्ति के गीत गाते हैं। अनेक व्याख्या देते हैं और अनेक भिन्न-भिन्न प्रकार के नाटक प्रस्तुत करते हैं। फिर एक खेल आयोजन होता है। अंत में राष्ट्रगान के साथ पुरस्कार वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया जाता है।

देश और विदेश में

देश की प्रांतीय राजधानियों में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ध्वजारोहण के साथ इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हैं. ध्वजारोहण सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों के प्रमुखों द्वारा किया जाता है। विदेशों में भी यह पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत प्रत्येक देश में भारत के दूतावासों में झंडा फहराने के साथ होती है। प्रत्येक देश के शासनाध्यक्ष भारत को बधाई संदेश भेजते हैं।

ये भी देखें – Essay on cricket in Hindi

हमारा यह राष्ट्रीय पर्व धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रीय भावनाओं के साथ मनाया जाता है। यह राज्य के सभी धर्मों, जातियों, संप्रदायों और क्षेत्रों के लोगों द्वारा बहुत खुशी के साथ मनाया जाता है। इसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है। हमारी कामना है कि हम इस पावन पर्व को युगों-युगों तक मनाते रहें। देश की रक्षा के लिए सभी देशवासियों को निहित स्वार्थों का त्याग कर सदैव प्रतिबद्ध रहना चाहिए।

Download PDF – Click Here

FAQs. on Independence Day in Hindi

स्वतंत्रता दिवस का क्या महत्व है.

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस बहुत ही महत्वपूर्ण है यह हमे स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता, त्याग और भावना को याद करता है जिन्होंने आजादी के लिए ब्रिटिश शासन से देश की लड़ाई लड़ी थी। स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय गौरव और सम्मान के रूप में जाना जाता है, इस दिन प्रधान मंत्री हर साल लाल किले से झंडा फहराते हैं और देश को शुभकामनाये देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास क्या है?

उत्तर – हमारे पहले प्रधान मंत्री रह चुके, जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त, 1947 को भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की और पहले भारतीय प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लिया। 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स ने भारतीय स्वतंत्रता विधेयक पारित किया।

अंग्रेजों ने भारत पर कितने वर्ष शासन किया?

उत्तर – भारत को गुलामी की जंजीरो ने जकड़ा हुआ था। यहाँ पर अंग्रेजों ने 200 वर्षों तक भारत पर शासन किया। हमे 1947 में इनसे छुटकारा मिला।

स्वतंत्रता दिवस से हम क्या सीख सकते हैं?

उत्तर – भारत के सभी नागरिकों को राष्ट्र के प्रति अपनी एकजुटता और एकता दिखाने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाने की जरूरत है। स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति हमारे सम्मान को भी प्रदर्शित करेगा जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपने की आहुति दे दिया। यह पर्व सभी युवा पीढ़ी को देश सेवा करने के लिए प्रेरित करता है।

Related Articles

Essay on cricket in Hindi

क्रिकेट पर निबंध | Cricket Essay In Hindi 1000 Words | PDF

Essay on Village in Hindi

भारत के गाँव पर निबंध | Essay on Village in Hindi | PDF

Benefits of lockdown in India Essay

लॉकडाउन के फायदे पर निबंध | Benefits Of Lockdown In India Essay In Hindi

Essay on Freedom Fighters in Hindi

Essay on Freedom Fighters in Hindi | स्वतंत्रता सेनानी पर निबंध (PDF)

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Nibandh

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi - Swatantrata Diwas par Nibandh

ADVERTISEMENT

रूपरेखा : परिचय - भारत की गुलामी का इतिहास - राष्ट्र का सिद्धांत - स्वतंत्रता दिवस समारोह - सरकारी स्तर पर स्वतंत्रता दिवस समारोह - अन्य कारणों से महत्त्वपूर्ण दिन - उपसंहार।

स्वतंत्रता दिवस अर्थात वह दिवस जब देश स्वतंत्र हुआ यानी आजाद हुआ था। यह हर भारतीय के लिए एक गर्व की बात है क्योंकि 15 अगस्त सन 1947 में भारत देश आज़ाद हुआ था और इस आज़ादी के पीछे रिपोर्ट के अनुसार लगभग 25 लाख भारतीयों ने कुर्बानी दी थी तब जाकर भारत आज़ाद देश कहा जाने लगा।

स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के दिन सभी सरकारी दफ्तरों में छुट्टी होती है और विद्यालयों और स्कूलों में कार्यक्रम रखा जाता है जिसमें देशभक्ति गीत तथा अभिनय भी किया जाता है तथा किसी मुख्य अतिथि को बुलाकर विद्यार्थियों को संबोधित भी किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस का शुभ दिन भारत के राजनीतिक इतिहास में सबसे अधिक महत्त्व का है। आज ही हमारी सघन कलुप-कालिमाययों दासता की लौह श्रृंखला टूटी थीं। आज ही स्वतंत्रता के प्रभात के दर्शन हुए थे। आज ही दिल्‍ली के लालकिले पर पहली बार यूनियन जैक के स्थान पर सत्य और अहिंसा का प्रतीक तिरंगा झंडा स्वतंत्रता की हवा के झोंकों से लहराया था। आज ही हमारे नेताओं के चिरसंचित स्वप्न चरितार्थ हुए थे। आज ही युगों के पश्चात शंख-ध्वनि के साथ जयघोप और पूर्ण स्वतंत्रता का उद्घोष हुआ था।

भारत आदि से हिन्दू-भूमि रहा है। पृथ्वीराज को परास्त करने के लिए राजा जयचन्द द्वारा विदेशी बादशाह मोहम्मद गौरी की सहायता लेना और पृथ्वीराज ड्रुरा गौरी को 17 बार परास्त करके बंदी न बनाने की ऐतिहासिक भूल ने हिन्दु-भुमि पर इडलाम का शासन स्थापित करवा दिया। मुगलों ने लगभग 1200 वर्ष तक भारत पर शारिवाक इसके बाद कूटनीनिज्ञ अंग्रेजों ने एयाश, विलासी और गद्दी-प्राप्ति के लिए रिक पड़्यंत्रों में संलग्न मुगल सल्तनत को जड़ें खोद कर ब्रिटिश राज्य स्थापित किया।

लगभग 200 वर्ष अंग्रेजों ने भारत में राज्य किया । उन्होंने भारत को एकसूत्र में पिरोकर एकात्मता के दर्शन करवाए। वैज्ञानिक उन्नति से देश को प्रगति-पथ पर अग्रसर किया। "लॉ एण्ड आर्डर"! की आदर्श व्यवस्था प्रस्तुत की। कूटनीति से श्रीलंका और बर्मा को भारत से अलग कर उन्हें स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित किया। बंगाल को भी उन्होंने दो भागों में विभाजित करने की चेष्टा की थी, पर जनमत विरोध के कारण वे उसमें सफल न हो सके।

राजनीतिक दृष्टि से कांग्रेस ने ब्रिटिश राज्य को उखाड़ने के लिए अहिंसात्मक सत्याग्रह आन्दोलनों को अपनाया। क्रांतिकारियों ने सशस्त्र आक्रमणों द्वारा ब्रिटिश राज्य की नींद हराम की। सुभाषचन्द्र बोस द्वारा निर्मित 'आजाद हिन्द फोज' ने सैन्य बल से ब्रिटिश भारत पर आक्रमण किया। भारत स्वतन्त्र तो हुआ, किन्तु अंग्रेजों की कुटनीति, मुसलमानों की हिंसक प्रवृनि तथा कांग्रेस के कर्णधारों के नैतिक हास के कारण, द्वि-राष्ट्र सिद्धांत के आधार पर विभाजित होकर। ट्वि-राष्ट्र सिद्धांत था मुस्लिम गष्ट्र पाकिस्तान और हिन्दू- राष्ट्र हिन्दुस्तान । 14 अगस्त, 1947 को मुस्लिम-राष्ट्र पाकिस्तान का निर्माण होने पर हो 15 अगस्त, 1947 को यूनियन जैक भारत से उतरा।

15 अगस्त, 1947 को भारत स्वतन्त्र हुआ। अत: 15 अगस्त भारत का स्वतंत्र जन्म दिवस है। राष्ट्रीय-जीवन में हर्ष और उल्लास का दिन है। स्वतंत्रता की दीर्घायु की कामना का दिन है। इसलिए प्रांतों की राजधानियाँ तथा राष्ट्र की राजधानी दिल्ली राष्ट्रीय ध्वजों से सजाई जाता हैं। सरकारी राष्ट्रीय भवनों को विद्युत दीपों से अलंकृत किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य कार्यक्रम दिल्‍ली के लाल किले पर होता है। प्रातःकाल से ही लोग 'लालकिले 'पर पहुँचना प्रारंभ कर देते हैं । लालकिले के सामने का मैदान और सड़कें खचाखच भरी होती हैं। जन-समूह उमड़ पड़ता है।

प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व समारोह का आँखों देखा हाल सुनाने वालों द्वारा आजादी की लड़ाई तथा ऐतिहासिक चाँदनी चौक के इतिहास पर प्रकाश डाला जाता है । साथ ही ध्वनि-विस्तारक से राष्ट्रीय गीतों ओर धुनों से जन-जन में राष्ट्रीय भावनाएँ जागृत की जाती हैं। प्रधानमन्त्री के आगमन पर स्वतन्त्रता समारोह का शुभारम्भ होता है । जल, थल और नभ, तीनों सेनाओं को सैनिक टुकड़ियाँ तथा राष्ट्रीय छात्र सैन्य दल के छात्र-छात्राएँ सलामी देकर प्रधानमंत्री का स्वागत करते हैं । सैनिक बैंड अपनी मोहक धुन से स्वागत में माधुय-वृद्धि करता है।

प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर पर पहुँच कर जन-जन का अभिनन्दन स्वीकार करते हैं। राष्ट्रीय ध्वज को लहराते हैं। ध्वजारोहण पर ध्वज को 31 तोपों की सलामी दी जाती है। प्रधानमंत्री ध्वजारोहण के उपरान्त राष्ट्र के स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं । स्वतंत्रता के लिए न्यौछावर हुए शहोदों को स्मरण करते हैं। देश के कष्टों, कठिनाइयों, विपदाओं को चर्चा कर, उनसे राष्ट्र को मुक्त कराने का संकल्प करते हैं। देश की भावी योजनाओं पर प्रकाश डालते हैं। वर्ष-भर की उपलब्धियों पर हर्ष प्रकट करते हैं । राष्ट्र की शक्ति को निर्बल करने वाले आन्तरिक और बाद्य तत्त्वों पर प्रहार करते हैं । राष्ट्र को शत्रुओं के नापाक इरादों से सावधान करते हैं। भाषण के अन्त में तीन बार 'जयहिन्द' का घोष करते हैं, जिसे लाखों कंठ दुहराते हैं। अन्त में राष्ट्रीय गीत के साथ प्रातः:कालीन समारोह समाप्त होता है।

स्वतंत्रता दिवस अन्य कारणों से भी महत्त्वपूर्ण दिन है। पॉण्डिचेरी के संत महर्षि अरविन्द का जन्म दिन है। स्वामी विवेकानन्द के गुरु स्वामी रामकृष्णपरमहंस की पुण्य-तिथि है। भारत के सभी प्रान्तों में भी सरकारी स्तर पर यह पर्व मनाया जाता है। प्रभात-फेरियाँ निकलती हैं । मुख्यमंत्री पुलिस-गार्ड की सलामी लेते हैं । राज्य सचिवालयों पर राष्ट्रीय-ध्वज लहराया जाता है, आतिशबाजी छोड़ी जाती हैं और गण्यमान्य नागरिकों को भोज दिया जाता है।

सायंकाल सरकारी भवनों (विशेषकर लालकिले) पर रोशनी की जाती है। आतिशबाजी छोड़ी जाती है । प्रधानमंत्री दिल्‍ली के प्रमुख नागरिकों, सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, विभिन्‍न धर्मों के आचार्यो और विदेशी राजदूतों एवं कूटनीतिज्ञों को सरकारी भोज पर निमन्त्रित करते हैं। इस प्रकार यह दिन हँसी-खुशी से बीत जाता है।

स्वतंत्रता दिवस राष्ट्र-स्वातन्त्रय के लिए न्यौछावर हुए शहीदों की याद का दिन है। इस दिन शहीदों की चिताओं के प्रतीक रूप में निर्मित "शहीद ज्योति" का अभिनन्दन किया जाता है। राष्ट्र को परतन्त्रकाल से नेतृत्व प्रदान करने वाले शहीद महात्मा गाँधी की समाधि पर श्रद्धा सुमन चढ़ाकर शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है। पन्द्रह अगस्त प्रतिवर्ष आता है और 'हम स्वतन्त्र हैं और स्वतन्त्र रहेंगे', यह भाव जागृत कर चला जाता है । राष्ट्र और राष्ट्रीयवा की हल्की-सी हलचल उत्पन्न कर जाता है । वर्ष में राष्ट्र ने क्या खोया और क्या पाया' का हिसाब प्रस्तुत कर जाता है। थोड़ी देर के लिए ही सही भारतमाता और भारत की स्वतन्त्र-सत्ता के लिए कर्तव्य- भाव जगा जाता है।

आइए, हम राष्ट्र-ध्वज को नमन करें, अपने राष्ट्रीय संकल्प को दुहराएं तथा स्वयं को राष्ट्र के गौरव एवं भारतीय-जन के कल्याण के लिए पुनः समर्पण की प्रतिज्ञा करें।

Nibandh Category

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 | Independence Day Essay In Hindi

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 | Independence Day Essay In Hindi : सभी देशवासियों को 15 अगस्त 2024 भारत वर्ष के 78 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई.

आज हम स्कूल स्टूडेट्स क्लास 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 वीं के बच्चों और टीचर्स के लिए सरल भाषा में आजादी दिवस के कई निबंध लेकर आए हैं. हम उम्मीद करते है आपकों हमारा ये लेख पसंद आएगा.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 | Independence Day Essay In Hindi

Short Essay On Independence Day 2024 In Hindi : तुलसीदास जी ने ठीक ही लिखा हैं, पराधीन सपनेहु सुख नाहि यानि एक गुलाम व्यक्ति कभी न तो सुख चैन से रह सकता हैं. न साँस ले सकता हैं.

आज से 77 वर्ष पूर्व तक हमारी भी यही स्थति थी. न तो हमारे देश में कानून कायदे तो थे, मगर अंग्रेजो के बनाये.

हम अपने देश में चाहकर भी कुछ नही कर सकते थे.” क्युकि हम पराधीन थे. हम अंग्रेजो के गुलाम थे.आज हम पूरी तरह से स्वतंत्र हैं, दुनियाँ भारत को अपनी आखोँ का तारा मानती हैं.

हम तकनिकी, शिक्षा, खेल, विकास जैसे क्षेत्रो में उन देशो से कई कदम आगे हैं. जो हमसे पहले आजाद हुए या गुलामी झेली ही नही.

Independence Day 15 August 2024 Essay (स्वतंत्रता दिवस निबंध) पढिए इस शोर्ट इंडिपेंडेंस डे एस्से.

स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता हैं (Independence Day is celebrated)

देश के सभी नागरिक अपने राष्ट्रिय उत्सवो से पूर्ण परिचित हैं. हर वर्ष 15 अगस्त के दिन देश भर में सभी स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता हैं.

भारत के बाहर जिस देश में भी कोई भारतीय मूल का रहता हैं. वो स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने घर में ही इसे तिरंगा फहराकर मनाते हैं.

14-15 अगस्त की मध्यरात्रि को भारत ने स्वतन्त्रता प्राप्त कर ली थी. अगली सुबह दिल्ली के लाल किले पर पहली दफा तिरंगा फहराकर पुरे देश ने धूमधाम के साथ अपना पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया था.

पिछले 77 वर्षो से हम आजादी के इस पावन दिन को मनाते आ रहे हैं. आज हम अपना 78 व़ा स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं.

स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं ? (Why Celebrate Independence Day)

स्वतंत्रता दिवस का पावन पर्व पुरे देश में हर्ष और उल्लाश के साथ मनाया जाता हैं. इसी दिन 15 अगस्त 1947 को देश के सभी नागरिको को आजाद रहने जो चाहे जब चाहे करने का हक़ मिला था. जो सपना 1857 के क्रांतिकारियों ने देखा था आखिर वो 14 अगस्त 1947 की रात को पूरा हो गया था.

आपकों बता दे आजादी के साथ ही भारत का पूर्व निर्धारित विभाजन भी हो चूका था. इस वजह से भारत से एक दिन पहले यानि 14 अगस्त को पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता हैं, जबकि 15 अगस्त को भारत अपना आजादी का दिन मनाता हैं.

करीब 90 वर्षो की खुनी लड़ाई और 200 वर्षो तक के अंग्रेजो के अत्याचारी शासन को उखाड़ने के लिए हजारो-लाखो स्वतन्त्रता प्रेमियों ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी. इसी कारण हम 15 अगस्त को वीर शहीदों की याद में आजादी का यह जश्न मनाते हैं.

स्वतंत्रता का अर्थ (Meaning of Freedom)

व्यवहारिक जीवन में स्वतन्त्रता का अर्थ इस  Independence Day Essay की शुरूआती पक्तियों में बताया जा चूका हैं.

यदि हम स्वतन्त्रता शब्द के निर्माण पर नजर डाले तो स्व तथा तंत्र शब्दों से मिलकर बने स्वतन्त्रता के दो अर्थ होते हैं. सकारात्मक और नकारात्मक.

नकारात्मक स्वतंत्रता – व्यक्ति पर किसी दुसरे की कोई पाबंदी ना हो, वह जो चाहे वो कर सकता हैं. उसकी मर्जी के खिलाफ कोई शासन या सता निर्थक हैं. वह बिना किसी प्रकार की रुकावट के कोई भी कार्य कर सकता हैं.

सकारात्मक स्वतंत्रता- ये आजादी का दूसरा रूप हैं, जो सभी देशो में अपनाया जाता हैं. इसमे व्यक्ति को सभी तरह की स्वतंत्रता तो मिलती हैं. मगर उनके साथ कुछ उपबन्ध भी जुड़े होते हैं.

इसके अतिरिक्त देश की मुख्य नियम प्रणाली जिन्हें सविधान भी कहा जाता हैं, उनकी पालना करनी पडती हैं. इस स्वतंत्रता में एक व्यक्ति को स्वय की स्वतंत्रता का उपयोग करते हुए दुसरे व्यक्ति की आजादी का भी ध्यान रखना पड़ता हैं.

स्वतंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Independence Day)

किसी व्यक्ति अथवा राष्ट्र के लिए स्वत्रन्त्रता का बहुत बड़ा महत्व हैं,एक गुलाम मुल्क की कोई पहचान नही होती हैं.न ही किसी तरह के सम्बन्ध अन्य राज्यों के साथ बना सकता हैं. 

स्वतंत्रता और अधिकार एक दुसरे के पूरक हैं. स्वतंत्रता के बिना अधिकार कोई महत्व के नही होते हैं. स्वतंत्रता को व्यक्ति का प्राक्रतिक मौलिक अधिकार हैं, जिन्हें कोई हडप या छीन नही सकता हैं. मगर कुछ ताकतवर मुल्क ऐसा करने से पीछे नही हटते हैं.

स्वतंत्रता ही एक राष्ट्र की पहचान होती हैं, एक स्वतंत्र मुल्क ही अपने फैसले स्वय ले सकता हैं. अपना विकास कर सकता हैं, दुसरे राष्ट्रों के साथ अपने राजनितिक आर्थिक सम्बन्ध स्थापित कर सकता हैं.

भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2024 (Independence Day of India 15th August)

हम आजाद हुए आज 77 साल हो चुके हैं, यह दिन एक अमूल्य आजादी की प्राप्ति की खातिर अपनी जान न्योछावर कर देने वाले वीरो को याद करने का हैं.

साथ ही यह दिन हैं हमारी वर्तमान स्थति का विश्लेषण करने का. आजादी के इन 77 वर्षो में हमने क्या पाया और क्या खोया.

15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रधानमन्त्री जवाहरलाल नेहरु ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया था. उसी परम्परा का निर्वहन करते हुए इस बार भी प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी राजपथ चौराहे की परेड और किले की प्राचीर के राष्ट्र को सम्बोधित भी करेगे.

Paragraph On Independence Day In Hindi

आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ. आज हम यहाँ Paragraph On Independence Day In Hindi का आर्टिकल लेकर आए हैं.

स्कूल के बच्चों के लिए 15 August 2024 Paragraph यहाँ Hindi में साझा कर  कर रहे हैं. छोटी बड़ी कक्षा के छात्र व छात्राएं 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर Independence Day Paragraph को लिख सकेगे.

15 August Short Essay Speech Paragraphs For Kids

सभी देशप्रेमियों को 76 वें स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाए, Paragraph On Independence Day In Hindi में आपके लिए Paragraph On 15 august, Independence Day Paragraph in hindi, essay on independence day 200 words & 150 words for class 4th wikipedia. लेकर आए हैं. पढिए इन शानदार पेरोग्राफ को और अपने बच्चों के लिए सही अनुच्छेद का चयन कर उन्हें लिखाइये.

Paragraph On Independence Day In Hindi 15 August For Kids : Happy Independence Day To All Indians Reader, India Has Been Going To Celebrate Her 76th Independence Day On 15 August 2024.

In Paragraph On Independence Day In Hindi Share With You Short Essay Speech Paragraphs On Independence Day 2024 In Hindi language.

Read Here 15 August Short Essay Speech Paragraph On Independence Day. essay on independence day for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 Giving Blow. 5 Line, 10 Line, 100 Words, 200 Words, 250,300,400 and 500 Words swatantrata diwas essay in Hindi Ready Here To Speak For Students And Kids.

Paragraph On Independence Day In Hindi 200 Words For Kids

Short Paragraph on Independence Day :- हम भारत के लोग हर साल 15 अगस्त के दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं.

आज हमारा देश स्वतंत्र हैं, खुली हवा में देश के नागरिक जी रहे हैं. यह मूल्यवान आजादी हमें आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 को प्राप्त हुई थी.

कई सदियों से स्वतंत्रता दिवस की बाट देख रही त्रसित भारत की जनता के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया था.

अंग्रेजों की गुलामी की बेड़ियों को तोड़ भारत स्वतंत्रता के इस पल को जश्न के रूप में मनाकर आने वाले सालों में भारत को एक उभरती हुई ताकत के रूप में देखना चाहते थे.

अपनी स्वतंत्रता को एक यादगार बनाने के उद्देश्य से हम हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाकर शहीदों को याद करते हैं. इस अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली के लाल किले पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं. पूरा देश इस पर्व को मनाने की ख़ुशी में मग्न रहता हैं.

देश के नौजवानों द्वारा अपने राष्ट्र की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने का संकल्प किया जाता हैं. यह स्वतंत्रता दिवस हमें अपने स्वतंत्रता सैनानियों और देशभक्तों का स्मरण करवाता हैं, भारत के लोग उन पुरुषों के पथ पर चलने का संकल्प लेते हैं.

स्वतंत्रता दिवस हमें अपने जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र के भेद को भुलाकर एक तिरंगे के नीचे लाकर नव राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा देता हैं.

 Indian Independence Day 2024 Paragraph Kids & Students In Hindi

speech on independence day in hindi pdf -: गुलामी यानि परतंत्रता क्या होती हैं, इनका आभास तो उन्हें ही होता हैं जिन्होंने इनको झेला हैं. आज से 77 साल पूर्व भारत में अंग्रेजों का शासन था. अपने ही देश में भारतियों को अंग्रेजों के हुक्म का पालन करना पड़ता था.

महात्मा गांधी जैसे नेताओं को अंग्रेजों के रेल डिब्बों में यात्रा तक न कर देना, यह अंग्रेजों की भारतीयों के प्रति नफरत का एक संक्षिप्त उदहारण था. वें भारतीयों को ब्लैक मैंन मेन यानि काले इंसान कहा करते थे.

उस जमाने की दास्ता को इन शब्दों के बया करना असम्भव हैं. यह वह दौर था जब अंग्रेजों की पूर्ण मनमानी चलती थी.

उन्हें लगता कि कोई व्यक्ति उनके आदेश की अवहेलना करता तो सरे आम उन्हें कोड़े बरसाना, जेल में डालना, गोली मार देना या फांसी पर लटका देना आम बात हुआ करती थी. शायद हर श्वास में इन गोरों की गुलामी की बू थी, जों हमारे पूर्वजों ने सहन की.

जलियांवाला बाग़ हत्याकांड अंग्रेजों के अत्याचारों का प्रमाण था. यही वक्त था कि भारतीयों को अपनी स्वतंत्रता का महत्व मालूम हुआ और संगठित होकर भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना आरम्भ कर दिया.

सभी वर्ग जिनमें महिलाएं, बच्चें, विद्यार्थी अपने कार्यों का बहिष्कार कर अंग्रेज विरोधी हो गये. इस स्वतंत्रता संग्राम में हजारों सैनानियों को जेल जाना पड़ा, कई लोगों को फांसी पर लटका दिया गया. मगर आजादी की यह मांग निरंतर जारी रही.

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने जापान व दक्षिण एशियाई देशों में रह रहे भारतीयों के सहयोग से अंग्रेजो के खिलाफ मौर्चा खोला दिया.

भले ही बोस की आजाद हिन्द फौज भारत को आजाद नही करवा पाई मगर, 15 अगस्त 1947 को मिली इस आजादी में नेताजी जैसे स्वतंत्रता सैनानियों के योगदान को भुलाया नही जा सकता.

Speech & essay on independence day in hindi 200 words Pdf 2024

15 अगस्त अर्थात स्वतंत्रता दिवस का दिन भारत के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक हैं. इसी दिन भारत ने ब्रिटिश राज से गुलामी की जंजीरों को तोड़ स्वतंत्रता की स्वर्णिम आभा को देखा था.

हर भारतीय को इस दिन का सदियों से देखने का ख़्वाब थी. हजारों जोत इस रोशनी को देखे बिना ही असमय बुझ गई थी.

भारत को स्वतंत्रता किसी के रहमोकर्म से नहीं मिली थी, बल्कि भारत के स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना रक्त बहाकर हमारे देश को स्वतंत्र कराया था. इसी दिन पंडित नेहरु ने लाल किले से राष्ट्र ध्वज फहराया था.

आज के दिन इस शुभ अवसर पर देश के माननीय प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले से ध्वजारोहण कर राष्ट्र को सम्बोधित करते हैं. प्रत्येक नागरिक में विजय पर्व के उपक्क्ष्य में देशभक्ति एवं जूनून देखने लायक होता हैं.

इस दिवस पर राष्ट्र सेवा के लिए अपना जीवन बलिदान कर देने वाले वीरों को याद करने का अवसर हैं. हम आज यह संकल्प ले कि अपने सेनानियों की बताई राह चलकर हम राष्ट्र को उन्नति के शिखर तक ले जाएगे और उनके सपनों का भारत बनाएगे.

स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद निबंध, independence day Paragraph in hindi, (600 शब्द)

प्रस्तावना : हमारे देश का आजादी दिवस हर साल अगस्त माह की १५ तारीख को मनाया जाता हैं. इसी दिन वर्ष १९४७ में हम गोरो की गुलामी से स्वतंत्र हुए थे.

एक स्वतंत्र देश के रूप में भारत ने अपनी पहचान बनाई थी, यह दिन आजादी के संग्राम में शहिद हुए भारत माँ के सपूतों को याद करने का दिन भी हैं.

एक गौरवशाली राष्ट्र के लिए स्वतन्त्रता दिवस का बड़ा महत्व होता हैं. अतीत से सबक लेते हुए अपने महापुरुषों के सपनों के भारत को बनाने में हमें एकजुट प्रयास करने की प्रेरणा मिलती हैं. प्रत्येक नागरिक इस दिन गर्व से कह उठता हैं मुझे भारतीय होने पर गर्व हैं.

स्कूलों / कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस समारोह : देश भर में 15 अगस्त के दिन राजकीय अवकाश होता है. इस दिन सभी स्कूल तथा कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का आयोजन होता हैं.

इस पावन एवं ख़ुशी के अवसर पर शिक्षण संस्थानों में विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां जैसे देशभक्ति गीत, नाटक, कविता, भाषण, निबंध व वाद विवाद प्रतियोगिताओं के आयोजन किये जाते हैं.

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह : चूँकि यह दिन करोड़ो भारतीयों की सांझी लड़ाई का विजय दिवस हैं इस कारण देश भर में इस दिन सरकारी एवं निजी कार्यालयों में भी ध्वजारोहण तथा राष्ट्रगान के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता हैं.

लोग इस अवसर पर विभिन्न तरह की नवीन पौशाकों पहनते हैं. भारत की विविधता में एकता के दर्शन इस दिन स्पष्ट देखा जा सकता हैं.

आवासीय क्षेत्रों में स्वतंत्रता दिवस समारोह : मोडर्न भारतीय सोसायटी में भी स्वतन्त्रता दिवस के दिन लोग अपने अपने मोहल्ले में स्थानीय स्तर पर तिरंगा फहराकर इस गौरवपूर्ण दिन के कार्यक्रम का हिस्सा बनते हैं.

अपनी सोसायटी के पार्क या खुले स्थान में सभी सवेरे एकत्रित होते हैं. पूर्व नियत थीम एवं कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं.

पतंगबाजी : वैसे तो देश में पतंग उड़ाने की परम्परा मकर सक्रांति से जुड़ी हुई मानी जाती हैं. मगर ऐसा माना जाता है कि नीले गगन में उडती पतंग आजादी की प्रतीक होती हैं.

इसलिए कई स्थानों पर इस दिन पतंगबाजी की गतिविधियाँ भी देखी जाती हैं. जिसमें लोग हर्ष और उल्लास के साथ सम्मिलित होते हैं.

निष्कर्ष : भारत का स्वतंत्रता दिवस अपने नागरिको को आजादी का जश्न मनाने का अवसर देता हैं. लोग अपने अतीत को याद कर पूर्व में हुई भूलों को न दोहराते हुए एक सुनहरे भविष्य का स्वप्न पालते हैं.

यह दिन उन वीर सैनानियो को याद करने का अवसर भी हैं जिन्होंने अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता की खातिर अपना जीवन हंसते हंसते कुर्बान कर दिया था.

Essay On Independence Day In Hindi 200 Words

78 वें स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (इंडिपेंडेंस डे एस्से) : हम सबकी शान तिरंगा है हमारी पहचान तिरंगा है, जी हैं भारत 15 अगस्त 2024 को अपना 78 वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाने जा रहा हैं.

एक लम्बे अरसे तक की गुलामी के बाद भारत के लोगों को स्वतंत्रता के सूरज का भान इसी दिन हुआ था. तभी से हम 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते आए रहे हैं.

15 august independence day speech in hindi language : हमारे राष्ट्रीय उत्सव स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल में कार्यक्रमों का आयोजन होता हैं.

जहाँ बच्चों को भाषण, निबंध, देशभक्ति कविता नारे, स्लोगन, गीत, शायरी आदि को बोलने के लिए आमंत्रित किया जाता हैं. स्टूडेंट्स इस निबंध की मदद से स्वतंत्रता दिवस पर भाषण 202 4 की अच्छी तैयारी कर सकते हैं.

15 August 2024 Short Essay For Students

15 अगस्त को हम भारत की स्वतंत्रता का जन्म दिवस भी कह सकते हैं. इसके पीछे कि वजह आप सब को मालुम ही होगी, क्योंकि इसी दिन हमारा भारत देश गोरों की 200 वर्षों की लम्बी गुलामी के बाद स्वतंत्र हुआ था.

भारत पर विदेशियों के शासन की शुरुआत तो 12 वीं सदी में ही अफगानों के आक्रमण के साथ शुरू हो गई थी. इससे पूर्व भारत में हिन्दू शासकों का राज्य हुआ करता था.

अंग्रेजों का भारत में आगमन एक नई रणनीति के तहत हुआ था उन्होंने  शासकों को व्यापार के लाभ के बहाने झांसे में लेकर एक व्यापारी के तौर पर भारत में रहने की अनुमति मांगी थी.

अपनी कूटनीति एवं मुगल शासकों के पारिवारिक झगड़ों में व्यस्त होने के अवसर को देखकर अंग्रेजों ने दिल्ली की सत्ता प्राप्त कर ली थी.

आधुनिक युग में भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों के अथक प्रयास के बाद भारत को स्वतंत्रता दिलाने में कामयाबी हासिल की. हालांकि इस संघर्ष में भारत को कई अपने अहम हिस्सों को भी खोना पड़ा.

1905 का बंगाल विभाजन, 1947 में भारत पाकिस्तान विभाजन और अंग्रेजों ने जाते जाते कश्मीर को भी विवादित बना दिया, जिसका परिणाम आज दोनों देश भुगत रहे हैं.

देश की जनता की इच्छा के विरुद्ध अंग्रेजों ने पहले बंगाल के टुकड़े किए, फिर उन्होंने भारत के टुकड़े कर दिए. तत्पश्चात आखिर 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को आजादी और पहली बार दिल्ली के लाल किले पर यूनियन जैक की जगह तिरंगा झंडा फहराया गया था.

Short Speech Independence Day Essay In Hindi 200 Words Part- 2

15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय पर्व हैं, हर साल इसे हम बड़े धूम धाम के साथ मनाते हैं. सभी छोटे बड़े विद्यालयों  महाविद्यालयों में छात्र इस ऐतिहासिक उत्सव को बड़े उल्लास एवं उत्साह के साथ आयोजित करते हैं.

हमारे विद्यालय में भी विगत वर्षों की तरह इस साल भी स्वतंत्रता दिवस  हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा हैं. स्कूल के सभी छात्र छात्राएं पूर्व निर्धारित समय के अनुसार विद्यालय प्रांगण में एकत्रित हुए, सभी अध्यापक भी इस अवसर पर उपस्थित रहे.

कार्यक्रम अपनी रुपरेखा के अनुसार आगे बढ़ा, हमारे प्रधानाचार्य जी मंच का संचालन कर रहे थे. उन्होंने छात्रों को प्रभात फेरी में चलने का संकेत किया.

छात्र तीन तीन की लाइन में सड़क पर चल रहे थे. पकती में आगे वाले छात्र के हाथ में तिरंगा था, वे सभी देशभक्ति गीत तथा भारत माता की जय, वन्दे मातरम के नारे बुलंद कर रहे थे.

प्रभात फेरी के बाद छात्रों की टोली विद्यालय प्रांगण में पहुची, मुख्य अतिथि महोदय द्वारा ध्वजारोहण के पश्चात सभी छात्रों ने तिरंगे की सलामी दी.

अब बारी थी 15 अगस्त के सांस्कृतिक कार्यक्रम की, कार्यक्रम में बच्चों ने देशभक्ति भाषण, देशभक्ति कविताएँ, और शहीदों के लिए देशभक्ति गीतों के मार्मिक सुरों से प्रांगण में तालियों की गडगडाहट चलती रही, अंत  में मिष्ठान वितरण के साथ ही मेरे विद्यालय का स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम समापन हुआ.

Essay On Independence Day In Hindi 200 Words independence day essay & Speech- 3

राष्ट्रीय स्तर पर 15 अगस्त पर्व का मुख्य आयोजन दिल्ली के लाल किले में हर वर्ष आयोजित किया जाता हैं. इस समारोह को देखने के लिए भारी संख्या में जनसमूह उमड़ आता हैं,

इस अवसर पर लाल किले का प्रांगण एवं सड़के खचाखच भर जाती हैं. यहाँ प्रधानमंत्री जी के आगमन के साथ ही कार्यक्रम का शुभारम्भ हो जाता हैं.

सेना के तीनों अंगों जल, थल और वायु सेना की टुकडियां और एनसीसी के केडिट सलामी देकर प्रधानमंत्री का अभिनन्दन स्वीकार करते हैं.

साथ ही देश के प्रधानमन्त्री लाल किले के सम्मानीय मंच पर जाकर समस्त देशवासियों का अभिनन्दन व स्वागत करते हैं तथा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराने के साथ ही कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हो जाती हैं. ध्वजारोहण के समय सेना की 21 तोपों द्वारा तिरंगे झंडे को सलामी दी जाती हैं.

इसके बाद इसी मंच से प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम संबोधन देते हैं, जिसमें सरकार के अहम कार्यों को जनता के सामने लाया जाता है व पड़ोसी देशों को भी इस देश प्रधान्मन्त्री द्वारा संदेश दिया जाता हैं.

इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सभी न्यूज चैनल्स पर लाइव दिखाया जाता हैं. प्रधानमंत्री के भाषण की समाप्ति पर उनके द्वारा तीन बार जय हिन्द का नारा उद्घोष किया जाता हैं, वहां उपस्थित लाखों लोग देश के नायक की राग में राग मिलाते हैं.

आजादी दिवस के इस अवसर पर देश के सभी निजी एवं सरकारी स्कूलों कॉलेजों एवं दफ्तरों में शान से तिरंगा फहराकर राष्ट्र गान गाया जाता हैं. अलग अलग प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं.

समारोह के अंत में प्रतिभाशाली बालकों एवं कार्यक्रम में शिरकत करने वाले बच्चों को पुरूस्कार देकर सम्मानित किया जाता हैं. तथा मिष्ठान वितरण के साथ इस आयोजन का समापन होता हैं.

आज का दिन मंगल पांडे, सुभाषचंद्र चंद्र बोस, भगतसिंह, रामप्रसाद बिस्मिल, रानी लक्ष्मीबाई, महात्मा गांधी, अशफाक उल्ला खां, चन्द्र शेखर आजाद, सुखदेव, राजगुरु जैसे अनगिनत उन वीर सपूतों को याद करने का अवसर हैं.

जिन्होंने देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी थी. प्रत्येक नागरिक को इस दिन अपने वीर अमर सपूतों की कुर्बानी का स्मरण करना चाहिए.

Swatantrata Diwas 15 august shayari in hindi 2024

न हिन्दू बन के देखू ना मुस्लिम बन के सपूतों की इस लड़ाई में बस मेरी भारत माँ को देखू.

15 august shayari In Hindi

संस्कार और संस्क्रति की सान मिले ऐसे, हिंदू-मुसलमान और हिंदुस्तान मिले ऐसे सब मिलजुल के रहे ऐसे की मंदिर में अल्लहा और मसिज्द में प्रभुराम मीले जेसे.

15 august shayari hindi

गुजराती की तरह कार्य करें; एक राजस्थानी की तरह खाओ; बीगी ~ एनगल की तरह गाओ; पंजाबी की तरह नृत्य; कश्मीरी की तरह मुस्कान; गोवा की तरह जीवन जीना; और हमेशा एक भारतीय होने का मज़ा लेते हैं! स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

hindi shayari on independence day

कुछ नशा तिरंगे के आन का, कुछ नशा मातृभूमि की शान का, हर जगह लहराए ये तिरन्गा, नसा ये हिन्दुस्थान की शान का हैं ||

Swatantrata Diwas 15 august Kavita in hindi

independence day poem in hindi

अगर आजादी को बचाना चाहते हो, तो देश के लिए लहू बहाना होगा जो देश की खातिर जीते-मरते हैं, उनके आगे अपना शीश झुकाना होगा जो चाहते हो, जय हिन्द का नारा बुलंद रहे, तो तुम्हें सुभाष बन जाना होगा अगर अकबर को उसकी औकात दिखानी है, तो खुद को प्रताप बनाना होगा……………… मुगलों से लोहा लेना है, तो शिवाजी बनकर आना होगा गौरी को मौत की नींद सुलानी है, तो पृथ्वीराज सा बाण चलाना होगा अगर अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने हो, तो लक्ष्मीबाई बन जाना होगा……… कभी मंगल, कभी भगत, तो कभी आजाद बनकर धरती में आना होगा…………

जाति धर्म देखे बिना, देशद्रोहियों को अपने हाथों से मिटाना होगा नई पीढ़ी को अभिमन्यु सा, गर्भ में देशभक्ति का पाठ पढ़ाना होगा तुम्हें व्यक्तिवाद छोड़कर राष्ट्रवाद अपनाना होगा………… हर व्यक्ति में भारतीय होने का स्वाभिमान जगाना होगा……… लोकतंत्र को स्त्तालोलुपों से मुक्त कराना होगा देशभक्ति को भारत का सबसे बड़ा धर्म बनाना होगा वीरता की परम्परा को आगे बढ़ाना होगा…………… हर भारतीय को देश के लिए जीना सिखाना होगा……

poem on independence day

आज फिर 15 अगस्त हैं. आजादी के 75 साल बाद भी. स्वराज प्राप्ति के बाद भी अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ी हैं, देशभर में सभी जगह तिरंगा फहराया जाएगा.

.भारत माता की जय का नारा उद्घोष किया जाएगा|| राष्ट्रगान गाया जाएगा, इस तरह एक और 15 अगस्त मनाया जाएगा, देश के नेता मदमस्त हैं. भ्रष्टाचारीयों ने देश को कर, अस्त-व्यस्त हैं. देश के युवा आज पथ भ्रष्ट हैं. भोग रहे बेरोजगारी का सर्वव्यापी कष्ट हैं. और अपना जीवन कर रहे हैं नष्ट देश के युवाओं में आए जाग्रति इसी में व्याप्त हैं, देश की उन्नति बेरोजगारी भ्रष्टाचार के संग हो जाए सती इन नेताओं की भी कभी सुधर जाए मती अव्यवस्था और अन्याय की हो रही अति आर्थिक विकास की रुक रही गति जिसे अब अवश्य मिलनी चाहिए एक नई गति एक नई गति एक नई गति

15 august 2024 independence day speech in hindi

सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. क्यों हमे याद आता देश अथवा हमारे शहीद जब 15 अगस्त अथवा 26 जनवरी हो.

क्या जरुरी हैं तभी हमारी देशभक्ति जगे. या फिर यु कहे इसे ही कहा जाता हैं. देशभक्ति कि राष्ट्रिय पर्व पर एक दो शायरी sms इधर-उधर कर दो हो गया इति श्री ?

जी नही ऐसा तो नही हैं. जब भक्ति मातृभूमि भूमि से हो और प्यार देश से वही कहलाती हैं देशभक्ति. कौन हैं सच्चा देशभक्त यह हमारा विषय नही हैं. मगर कौन देशद्रोही हैं इसकी पहचान करना बेहद कठिन हैं,

इस राष्ट्रभक्ति के मुखोटे में तो सभी समाएँ हैं. बस इनकी पहचान कर सात दिन में 1 घंटा भी अपने देश को देने का सकल्प हर सपूत ले तो क्या भ्रष्टाचार क्या आतंकवाद ?

15 अगस्त हमारे इतिहास का एक ऐतिहासिक और यादगार दिन हैं. हमने आपके लिए स्वतंत्रता दिवस 2024 के लिए हिंदी शायरी, कविता, निबंध और भाषण उपलब्ध करवा रहे हैं.

हर किसी में देश के प्रति अगाध प्रेम होता हैं, 15 अगस्त और ऐसे राष्ट्रिय पर्वो पर यह देशप्रेम कई गुना बढ़कर हिलोरे मारने लगता हैं, इसे बया करना उतना आसान नही होता हैं.

आज के इस लेख में हम आपकी पूरी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. स्वतन्त्रता दिवस के इस अवसर पर आप भी अपनी बात कुछ बेहतर तरीके से रख पाए.

स्वतंत्रता दिवस भाषण 2024

मेरे प्यारे गुरुजनों भाई और बहिनों सबसे पहले तो आपकों 76 वे स्वतंत्रता की बहुत बहुत बधाई. जैसा कि हम सभी जानते हैं 15 अगस्त और 26 जनवरी हमारे राष्ट्रिय त्यौहार हैं. जिन्हें हम हर वर्ष बड़े हर्षोल्लास के साथ पिछले 77 वर्षो से मनाते आ रहे है.

यदि आज हम स्वतंत्र हैं तो इनका श्रेय हमारे उन लाखों भारत माँ के शहीद सपूतों को जाता हैं.जिनके मातृभूमि प्रेम और साहस की वजह से हैं.

हमारा कर्तव्य बनता है कि हम अपने वीर शहीदों द्वारा दी गईं स्वतंत्रता का सही उपयोग करते हुए, भारत को नये मुकाम तक ले जाए. जैसा उन सपूतों ने भारत का सपना देखा था. हम उसे पूरा कर दिखाएँ.

हमें यह कहते उतना अहसास नही होता कि भारत 1947 से पहले तक 200 वर्षो तक अंग्रेजो का गुलाम रहा था. गुलामी क्या होती हैं इन्हे हम नही समझ सकते क्युकि हम आजाद भारत में जन्मे. हमने वो कुछ भी नही भुगता जो हमारे पुरखों ने कई पीढियों तक भोगा था.

यदि राह चलते हमे यह कह दे कि कल यहाँ से मत निकालना तो हमे कितना उस इंसान पर गुस्सा आता हैं, उससे घ्रणा होती हैं. तेरे बाप का राज हैं क्या, या तू बताएगा मुझे कहना चलना हैं.

ऐसे शब्द स्वत: ही निकल जाते हैं. इसी वजह हमारी आजादी हैं. जो लम्बे सघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को मिली थी.

Swatantrata Divas Hindi bhashan

मगर उस समय हम वो सब कुछ नही कर पाते थे, जो हम करना चाहते थे हमारा जी चाहता था. क्युकि ऐसा करने से रोकने वालों के बाप का राज था. जी हुजुर या चुपके से ही अंग्रेजो की इच्छा के खिलाफ के कार्य को किया जा सकता था.

मगर इस वीर भूमि पर ऐसे भी सपूत जन्मे जिनमे सुभाषचन्द्र बोस, भगतसिंह, चन्द्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, महात्मा गाँधी जैसे नेताओं ने गोरों के जेहन में वो खोफ भर दिया. जिस कारण भारत में लम्बे समय तक शासन चलाना उनके वश की बात नही रही.

ऐसा तभी संभव हो पाया, जब इन बहादुरों ने गोलियों का जवाब गोलियों और गोले का जवाब गोले से दिया. इन राष्ट्रभक्तो ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपनी पूरी जिन्दगी खफा दी,

और हसते-हसते मौत का फंदा गले में डाल दिया था. क्युकि उन्हें इस भारत भूमि से प्रेम था, अपनी आने वाली नस्लों को आजादी के सूर्य की खातिर अपने बलिदान देने से नही झिझके थे.

कम से कम आज स्वतंत्रता दिवस पर ही सही हमे विरासत में मिली खून से सनी इस आजादी का उपयोग हमने कितना किया, अपने शहीदों के सपने के भारत बना पाए कि नही. इनके सवाल और जवाब किसी से अपरिचित नही हैं. आज भी हम कई ऐसी कठिनाइयो से गुजर रहे हैं.

जो समय भी थी. ठीक हैं हम सभी समस्याओं का निदान नही कर पाए, जिनमे धीरे सुधार कर रहे हैं. मगर उन शहीदों को भ्रष्टाचार,आतंकवाद,और देशद्रोही जैसे सवालों के जवाब क्या देगे. यह समस्याएं से हमने ही पैदा कर हमारे भारत को और मुश्किल में डालने का काम किया हैं.

speech on 15 august in hindi

यदि इन सबके पीछे सौ बात की एक बात जाने तो वह यह हैं कि हम कर्तव्यहिन् हैं, आलसी हैं. बेवकूफ हैं. अंग्रेज हम पर ज्यादा वर्षो तक इसलिए गुलाम रख सके क्युकि उन्होंने हिन्दुओ और मुसलमानों को आपस में लड़ाए रखा. और उनकी दूकान चलती रही.

अंग्रेज तो चले गये मगर अपनी कुछ संतानों यहाँ छोड़ गये जो कभी राजनीती तो कभी फिल्म जगत में साफ़ दिखती हैं. उस समय लाखों की तादाद में अंग्रेज थे. आज करोड़ो की संख्या में हो सकते हैं. जो हमे आपस में बाटे रखकर अपने काम में व्यस्त हैं.

हम इंसान को अभी तक उनकी बाहरी छवि को पहचानने लगे हैं जल्दी ही हमे मन के मैले राष्ट्र विरोधियो को उनके सही स्थान पर पहुचाने की आवश्यकता हैं.

आज हम स्वतंत्रता दिवस पर यह प्रण करे गाँधी और बुद्ध की इस पावन धरा पर जहर बेचने वालों को उन्ही के अंदाज में जवाब दे, क्युकि अभी नही तो कभी नही, हो सकता हैं

इस बार अंग्रेजो या किसी और को दूर देश से यहाँ आकर राज करने की नौबत ना आए. इनकी तादाद को नियंत्रित कर उन्हें सम्पूर्ण नष्ट किया जाना ही भारत के बेहतर भविष्य का एकमात्र रास्ता हो सकता हैं.

Essay On Independence Day For School Children 15 August Kids Essay Hindi 2024

Essay On Independence Day For School Children 15 August Kids Essay Hindi 202 4 Here  Short Small school-going children & kids Desire To Know About Indian Independence Day, By Reading This Simple Essay On Independence Day 2024 For School Children.

15 August Kids Essay Tell You About The Importance, History Of Indian Freedom Struggle.

This Essay On Independence Day Mostly Can Be Used For Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, School Children Students For Essay Or Speech On Indian 78th Independence Day Celebration 202 4.

Independence Day of India is celebrated on the 15th of August every year. It was on this day India got its Independence from the British, who ruled our country for 200 years, in the year 1947, after many struggles and sacrifices made by our freedom fighters.

It was on this day, Pt. Jawaharlal Nehru, the first Prime minister of India unfurled our national flag at the Red Fort for the first time.

This day is celebrated to remind ourselves of all the sacrifices made by all the people who fought for freedom and to celebrate the victory of independence.

Independence Day Essay For School Children In Hindi

Essay On 15 August For School Children : हमारा राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त का सम्पूर्ण देश जश्न मना रहा हैं. लम्बे अरसे से स्कूल के बच्चों को इंडिपेंडेंस डे का इंतजार रहता हैं.

अन्तोगत्वा भारत अपना 78 वाँ आजादी दिवस मना रहा हैं. इस अवसर पर समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें देते हैं.

स्कूल चिल्ड्रन के लिए इंडिपेंडेंस डे के प्रति अलग ही कौतूहल होता हैं. उन्हें इस दिन भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल सेलिब्रेशन कार्यक्रम में स्पीच, एस्से पॉएम, देशभक्ति शेरो शायरी गीत नाटक आदि प्रस्तुत करने का अवसर भी मिलता हैं.

5 lines on independence day & essay on independence day for class 2 में दी गई जानकारी आपकों पसंद आई होगी, 15 अगस्त के दिन के निबंध भाषण की तैयारी के लिए निबंध की खोज में लग जाते हैं.

छोटा बड़ा हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती, बंगाली, तमिल, पंजाबी, उड़िया, तमिल, तेलगू, मलयालम आदि भाषाओं में भारतीय स्वतंत्रता दिवस का निबंध दिया गया हैं.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 Essay on Independence Day In Hindi

Independence Day   Essay In Hindi 2024 : 15 अगस्त सन 1947 का दिन भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. यह वह दिवस है जिस दिन हमे अंग्रेजो से आजादी मिली थी जिससे पुरे देश में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी थी.

तथा इसी दिन दिल्ली का लाल किला तिरंगे से सुशोभित हुआ था. इसके साथ ही भारत से विदेशी सता का खात्मा हुआ. इसी समय भारतीय जनता ने अपनी सरकार स्थापित की.

स्वतंत्रता दिवस मनाने का कारण-  15 अगस्त का दिन वर्ष 1947 के पश्चात प्रतिवर्ष हमारे स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य कारण देश की आजादी की खातिर शहीद हुए तमाम लोगों को श्रद्दांजलि अर्पित करना.

तथा कड़े सघर्ष से प्राप्त बहुमूल्य आजादी को निरंतर बनाए रखना. हर साल स्वतंत्रता दिवस का दिन एक महत्वपूर्ण राष्ट्रिय दिवस के रूप में पुरे देश में मनाया जाता है.

विभिन्न कार्यक्रम-  स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम हर साल सरकार व् पुरे देश की जनता द्वारा बड़े धूमधाम तरीके से मनाया जाता है. देश के हर कोने में इस पर्व को मनाया जाता है.

स्कुलो तथा कोलेजो में प्रातकाल से ही विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है. गाँवों तथा शहरों में प्रभात फेरिया व देशभक्ति गीत गाए जाते है. देश व् विभिन्न राज्यों के राजधानी शहर में यह दिवस ध्वरोहण के साथ हर्षोल्लास से मनाया जाता है.

इस दिन राष्ट्रिय कार्यक्रम में प्रधानमन्त्री व् राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमन्त्रियो द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है. स्वतंत्रता दिवस पर हमारे राष्ट्रिय ध्वज के सम्मान में 21 तोपों की सलामी देकर गोले दागे जाते है.

लाल किले की प्राचीर से प्रधानमन्त्री महोदय झंडा फहराकर विशाल जन समूह को संबोधित करते है. दिल्ली के राजपथ में आयोजित इस स्वतंत्रता दिवस का सीधा प्रसारण आकाशवाणी तथा कई अन्य टीवी चैनल्स पर किया जाता है.

इस दिन देश के सभी सरकारी और निजी कार्यालयों में ध्वजारोहण के साथ राष्ट्रगान गाया जाता है. रात के समय सभी शहरों और कस्बो को रौशनी से जगमगा दिया जाता है. सभी देशवासी प्रसन्नता व् हर्ष से स्वतंत्रता दिवस के इस राष्ट्रिय उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाते है.

उपसहार- भारत के इतिहास में स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त ) का दिन हमेशा अमर रहेगा. हर साल यह दिन देशवासियों में नया जोश और जूनून लेकर आता है.

वास्तव में यह दिन हमारे देश का महत्वपूर्ण राष्ट्रिय पर्व है. हमे हर साल इसे अत्यधिक जोश और उत्साह के साथ मनाना चाहिए.

essay on independence day 2024 in hindi for class 5

प्रस्तावना- अपनी स्वतंत्रता पर गर्व करना किसी भी देश के लिए गौरव की बात हैं. स्वतंत्रता प्राप्ति करने में लाखों वीर बलिदान हो जाते हैं.

शहीदों की स्मृति को बचाए रखने तथा स्वतंत्रता पर गर्व करने के लिए स्वतंत्रता दिवस समारोह हमारे देश में प्रतिवर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता हैं.

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस मनाने का कारण – हमारा देश सदियों की परतन्त्रता के बाद 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ. इस शुभ दिन के लिए न जाने कितने वीरों ने अपनी जान न्यौछावर कर दी.

इस दिन लाल किले पर हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा मुक्त आकाश में फहर उठा. सभी भारतवासियों ने इसी दिन गुलामी की जंजीरों से मुक्ति पाई. इस दिन बलिदानियों को श्रद्धा के साथ याद किया जाता हैं.

विभिन्न कार्यक्रम – स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व हैं. इस पावन पर्व को सरकार एवं जनता दोनों धूमधाम से मनाते हैं. दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री राष्ट्रध्वज फहराते हैं. तथा सैनिक राष्ट्रध्वज को सलामी देते हैं.

सरकारी कार्यालयों विद्यालयों तथा महत्वपूर्ण संस्थाओं में राष्ट्रध्वज फहराएं जाते हैं. तथा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं. संसद भवन, विधानसभाओं एव विभिन्न सरकारी भवनों पर रंग बिरंगी रोशनी की जाती हैं.

पूरे दिन राष्ट्रभक्ति एवं देशप्रेम के गीत गूंजते हैं. आकाशवाणी एवं दूरदर्शन राष्ट्रभक्ति के विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं. देश के सभी नगरों में तथा गाँव गाँव में स्वतंत्रता दिवस समारोह धूमधाम से मनाया जाता हैं.

उपसंहार – हमें स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाने की औपचारिकता ही पूरी नही करनी हैं. बल्कि हमे यह संकल्प लेना होगा कि देश की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए प्राण भी देकर स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजनों का लक्ष्य पूरा हो सकेगा.

Essay On Independence Day In Hindi 150 Words Short 15 August 2024 Essay For Students

आपका स्वागत हैं 78 वें भारतीय स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आपकों हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हैं.

आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 के दिन भारतवर्ष ने गुलामी पीड़ा का समापन किया था. इस कारण हर वर्ष हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस निमित्त मनाते हैं.

हम अपने सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देते हैं. प्रत्येक नागरिक इस तथ्य से सुपरिचित हैं कि आज ही के दिन हमारा देश अंग्रेजों की पराधीनता से मुक्त हुआ था इस कारण हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं.

खासकर छोटी स्कूल के बच्चें हमारे आजादी दिवस के महत्व को समझ सके इसके लिए संक्षिप्त में हमने 15 अगस्त 2024 पर निबंध, भाषण यहाँ प्रस्तुत किया हैं. हम उम्मीद करते हैं आपकों यह बहुत पसंद आएगा.

Best 2024 Independence Day Essay In 150 Words In Hindi

आजादी के इस जश्न दिवस को देशभर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं. विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण, देशभक्ति गीत और 15 अगस्त निबंध लेखन प्रतियोगिताओं के साथ साथ शहीदों की याद में उनकें कार्यों को याद भी किया जाता हैं. 

Essay On Independence Day In Hindi 150 Words उन विद्यार्थियों व बच्चों के लिए हैं, जो इस अवसर अपनी अपनी बात संक्षिप्त रूप से कहना चाहते हैं.

यहाँ नीचे दिए जा रहे  essay on independence day in hindi for class 6 को आप अपनी भाषा में बोलकर या लिखकर याद कर सकते हैं.

प्यारे विद्यार्थियों आप सभी को भारत के 78 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. आज ही के दिन यानि 15 अगस्त 1947 को हमारा भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुआ था.

इसी दिन को यादगार बनाने के लिए हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं.

Short Essay On Independence Day In Hindi 150 Words To 200 words

देश के महान क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सैनानियों के अथक प्रयासों एवं बलिदान की बदौलत 15 अगस्त 1947 को भारत देश स्वतंत्र हो गया था.

यहाँ से एक नयें राष्ट्र निर्माण की शुरुआत थी. आजादी का पहला सवेरा देखने वाली भारतीय जनता स्वतंत्रता, स्वशासन एवं समर्द्ध जीवन के सपने देखने लगी थी.

भारत विभाजन के साथ ही पृथक हुए पाकिस्तान का आजादी दिवस 14 अगस्त को एवं भारत ने अपना पहला स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 के दिन मनाया गया था.

यह स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य अपने वतन की आजादी की खातिर जान देने वाले हजारों देशभक्तों को स्मरण करने का एक अवसर हैं, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की खातिर अपना सर्वस्व त्याग कर रणभेदी में कूद पड़े थे.

भारत में अंग्रेजी सत्ता की शुरुआत प्लासी के युद्ध 1757 से ही हो गई थी, अगले 190 सालों तक भारत का आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक सभी तरह से शोषण करने का कार्य किया. 1857 में मेरठ से शुरू हुई, भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम के रूप में याद की जाती हैं, जों 15 अगस्त 1947 को फलीभूत हुई थी.

अपने आखिरी 50 वर्षों में अंग्रेजों के जुल्म की इंतहा थी, जनता की इच्छा के विरुद्ध बंगाल विभाजन, क्रांतिकारियों को मौत के घाट उतारना, भारत के नेताओं को जेल में डालना, जलियांवाला बाग़ हत्याकांड जैसे अत्याचार ढहाए,

अततः 15 अगस्त 1947 को चहुतरफ दवाब की स्थति में अंग्रेज सरकार भारत छोड़ने पर विवश हुई, पंडित नेहरु भारत के पहले प्रधानमंत्री बने तथा उन्होंने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराकर भारत का पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया.

15 August Essay In Hindi Wikipedia

भारत का मुख्य स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में हर वर्ष आयोजित किया जाता हैं. 14 अगस्त की संध्या पर राष्ट्रपति महोदय द्वारा समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की जाती हैं.

अगली सुबह 8 बजे से लाल किले पर भव्य स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन होता हैं, जिसमें देश की तीनों सेनाओं सहित, लाखों दर्शक इस महान उत्सव के साक्षी बनते हैं.

देश के सभी बड़े नेताओं द्वारा मंच के आगमन से पूर्व राजघाट में महात्मा गांधी व शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रदांजली अर्पित की जाती हैं.

प्रधानमंत्री के मंच पर आगमन के साथ ही सुरक्षा बलों द्वारा उन्हें सलामी दी जाती हैं, तत्पश्चात वे भारतीय जनता को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं.

राष्ट्रगान के साथ ध्वजारोहण किया जाता हैं. सैन्य बलों द्वारा तिरंगे को 21 तोपों की सलामी देने की प्राचीन परम्परा हैं.

इन समस्त क्रियाकलाप के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं राज्यों की संस्कृति की झांकियों का अध्याय शुरू होता हैं. कार्यक्रम के अंत में प्रधानमन्त्री देश के नाम संबोधन देते हैं, जिन्हें लाल किले की प्राचीर से भाषण माना जाता हैं.

15 अगस्त के अवसर पर राष्ट्रीय कार्यक्रम की भांति देश के कोने कोने में बसे सभी राज्यों के जिले, ब्लाक तथा गाँवों के सरकारी कार्यालयों व विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का आयोजन बड़ी धूम धाम से किया जाता हैं.

बड़ी संख्या में आम जनता इन कार्यक्रमों में शामिल होती हैं. हर सरकारी इमारत पर तिरंगा और देशभक्ति गीत भाषण से आसमान गुंजायमान हो उठता हैं.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Essay On Independence Day In Hindi And English Language 2024

India won freedom on August 15, 1947. since then we have been celebrating the independence day every year.

it is a very important day. it is a national festival. the rich and the poor celebrate it alike. in Delhi, a grand function is held at the red fort.

the function begins at 7:30 a.m. lakhs of people gather there. they are in their best dresses. they come from far and near. many foreigners attend the function. numberless cars and scooters drive to that place.

the prime minister unfurls the national flag at 7:30 a.m. it is followed by a speech. the speech can be heard even from the radio. crores of people hear it all over India. many people watch the celebrations on the T.V.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi)

भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन स्वतंत्रता मिली थी। तब से हम हर साल १५ अगस्त के दिन ही स्वतंत्रता दिवस मनातें रहे हैं।

यह बहुत महत्वपूर्ण दिन है। हमारा स्वतंत्रता दिवस एक राष्ट्रीय त्यौहार है। अमीर और गरीब इसे समान रूप से मनाते हैं। दिल्ली में, लाल किले में एक भव्य समारोह आयोजित किया जाता है।

इस साल स्वतन्त्रता दिवस समारोह 7:30 बजे से शुरू हुआ, लाखों लोग वहां इकट्ठे हुए। सभी बेहद सुंदर व आकर्षक कपड़ों में थे। जिनमें से कुछ लोग देश के कोने कोने से तथा कुछ वही के निवासी थे।

कई विदेशी यात्री भी इस 15 अगस्त के समारोह में भाग लेने आए। उस जगह पर अनगिनत कारें और स्कूटर ड्राइव की गईं थी।

भारत के प्रधानमंत्री ने 7:30 बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया, इसके बाद एक भाषण दिया जाता है। भाषण रेडियो से भी सुना जा सकता है। करोड़ों लोग इसे पूरे भारत में सुनते हैं। कई लोग टीवी पर इस स्वतन्त्रता दिवस का लाइव उत्सव देखते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध इन हिंदी (15 अगस्त)

15 अगस्त हमारा स्वतंत्रता दिवस है. यह हमारा राष्ट्रीय पर्व है. 15 अगस्त 1947 को हमारा देश सैकड़ों वर्षों की गुलामी से स्वतंत्र हुआ था.

उसी की स्मृति में हम प्रतिवर्ष इस पर्व को मनाते है. स्वतंत्रता दिवस के दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराते है.

और देश के नाम संदेश देते है. सभी सरकारी भवनों व कार्यालयों पर तिरंगा झंडा फहराया जाता है. विद्यालयों में यह पर्व बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है. इस दिन किसी विशिष्ट व्यक्ति को विद्यालय में आमंत्रित किया जाता हैं.

मुख्य अतिथि महोदय झंडा फहराते है और अपना संदेश देते है. इस दिन कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते है. स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों को फल व मिठाइयाँ बांटी जाती है. यह पर्व हमें स्वतंत्रता के महत्व को दर्शाता है.

हमें अपने देश की स्वतंत्रता की रक्षा का संकल्प दुहराते है. स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हम अपने प्राणों को भी न्यौछावर कर सकते है. हमें अपनी स्वतंत्रता पर गर्व हैं.

स्वतंत्रता दिवस का आशय क्या हैं?

जिस दिन भारत को ब्रिटिश हुकुमत की ओर से शासन की बागडौर सौपी गई तथा अंग्रेजी शासन का अंत हुआ उसी दिन को आजादी दिवस कहा जाता हैं.

गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में अंतर क्या हैं?

दोनों राष्ट्रीय पर्व हैं, गणतन्त्र दिवस भारत के संवैधानिक शासन की स्थापना की स्मृति में मनाया जाता हैं, जबकि स्वतंत्रता दिवस अंग्रेजी शासन के अंत का प्रतीक हैं.

भारत की स्वतंत्रता को कितने वर्ष हो चुके हैं?

2024 में भारत की आजादी को 77 वर्ष समाप्त हो चुके हैं.

  • 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भाषण
  • भारतीय स्वतंत्रता दिवस के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य
  • स्वतंत्रता दिवस पर 10 वाक्य
  • स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत निबंध
  • स्वतंत्रता दिवस पर कविता
  • स्वतंत्रता दिवस पर अनमोल वचन
  • स्वतंत्रता दिवस पर नारे स्लोगन

मित्रों स्वतंत्रता दिवस 2024 भाषण निबंध  का ये लेख आपकों कैसा लगा, हमारे लिए Independence Day Essay 2024 In Hindi स्वतंत्रता दिवस निबंध  इस लेख के बारे में कोई सुझाव या सलाह के लिए हमे आपके कमेंट का इन्तजार रहेगा.

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ESSAY KI DUNIYA

HINDI ESSAYS & TOPICS

Essay on Independence Day in Hindi – स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

February 24, 2018 by essaykiduniya

यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध मिलेगा। Here you will get Paragraph and Short Essay on Independence Day in Hindi Language/ 15 August Essay in Hindi Language for School Students and Teachers of all Classes in 100, 200, 400, 500, 700 words.

Essay on Independence Day in Hindi

Short Essay on Independence Day in Hindi Language for School Students – स्वतंत्रता दिवस पर निबंध ( 100 – 200 words )

हर साल 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत को अंग्रेजी शासकों से आजादी मिली थी। इस दिन प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडे को फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। इस दिन शहीदों की कुर्बानी को याद किया जाता है। स्कूलों और कॉलेजों में भी झंडा फहराया जाता है। बच्चे अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इस दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है और सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय बंद रहते हैं। इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक परेड निकाली जाती है जिसमें सभी सेना होती है।

इस दिन सभी लोग देश भक्ति की भावना से ओत प्रोत होते हैं। इस दिन बहुत से सम्मान भी वितरित किए जाते हैं। इस दिन इंडिया गेट और लाल किले पर बहुत भीड़ होती है। यह एक राष्ट्रीय त्योहार है और इस दिन बच्चे मिलकर पूरे देश की संस्कृति को झलकाते है। कुछ बच्चे नेता बनते हैं और कोई न कोई भारत माता बनता हैं। बच्चे इस दिन देश की सुरक्षा और धरती माता की सुरक्षा की भी बात करते हैं। भारत की आजादी के दिन को सभी लोग बड़ी खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं।

Short Essay on Independence Day in Hindi Language – स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (400 – 500 words) 

भारत कई शताब्दियों से दासता की जंजीरों में जकड़ा चला आ रहा था। पहले इसे विदेशी मुसलमानों की दासता में रहना पड़ा और बाद में यह अंग्रेज़ों का दास बन गया। अंग्रेज़ों की दासता मुसलमानों की दासता से भी भयंकर थी। कारण स्पष्ट है कि अंग्रेज़ भारत की सम्पत्ति से अपने देश को भर रहे थे और भारत को निर्धन बना रहे थे। यही नहीं, भारतीयों के लिए उन्नति के सभी प्रकार के मार्ग बन्द कर दिए। उन्हें उन्नति के सभी साधनों से वंचित कर दिया। विभिन्न कला-क्षेत्रों में उन्नति करने वालों को दण्ड दिया जाता था। शिक्षा का प्रसार केवल क्लर्क प्राप्त करने के लिए किया जाता था।

भारत के देश-भक्तों को यह बात सहन नहीं थी। इसलिए भारत के सभी प्रान्तों, सभी धर्मों और सभी जातियों के लोगों ने मिलकर भारत को स्वतन्त्र करवाने का प्रयत्न किया। झांसी की रानी जैसी महिलाओं ने स्वतन्त्रता प्राप्ति के लिए प्रथम संग्राम का आरम्भ किया। इसने अंग्रेजों को बता दिया कि भारतीयों को अब अधिक देर तक दास नहीं रखा जा सकता। इस संग्राम  में अंग्रेज़ों ने भारतीयों का दमन करने के लिए जलियांवाले बाग जैसे नर-संहार किए। लेकिन भारतीय दबे नहीं। स्वतन्त्रता संग्राम में शहीद भक्त सिंह जैसे असंख्य देश-भवतों का बलिदान हुआ।

अन्ततः सन् 1947 को 15 अगस्त के दिन अंग्रेज़ भारत को स्वतन्त्र करके चले गए। इस दिन उन्होंने भारत का शासन-भार भारतीयों को सौंप दिया। पं० जवाहरलाल नेहरू स्वतन्त्र भारत के पहले प्रधानमन्त्री बने। उन्होंने इस दिन लाल किले पर तिरंगा झण्डा लहराया ।  15 अगस्त, 1947 को स्वतन्त्रता प्राप्त होने के उपलक्ष्य में हर वर्ष 15 अगस्त राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह उत्सव सभी जातियों, सभी धर्मों और सभी प्रान्तों का सांझा उत्सव है। क्यों न हो, इस स्वतन्त्रता को प्राप्त करने के लिए सभी जातियों, धर्मों आदि के लोगों का सांझा खून जो बहा था।

इस उत्सव को एक अलग ढंग से मनाया जाता है। केन्द्र में दिल्ली के लाल किले पर प्रधान मन्त्री झण्डा लहराते हैं और सैनिक परेड से सलामी लेते हैं। विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं। इसी प्रकार प्रदेशों की राजधानियों में, जिलों के मुख्यालयों में, स्कूलों, कालेजों, सरकारी कार्यालयों पर तिरंगे झण्डे लहराए जाते हैं। पुलिस, एन. सी. सी. तथा अन्य सैनिक, अद्ध सैनिक टुकड़ियां सलामी देती हैं। हर स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं। वास्तव में यह उत्सव हमें स्वतन्त्रता का महत्त्व बताता है। साथ ही उन देश-भक्तों का स्मरण भी करवाता है जिन्होंने देश को स्वतन्त्र करवाने ले लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए। इस दिन हमें शपथ लेनी चाहिए कि हम जीवन में कोई भी ऐसा काम नहीं करेंगे जिससे हमारी स्वतन्त्रता  खतरे में पड़ जाए।

Best Essay on Independence Day in Hindi Language for Students – स्वतंत्रता दिवस पर निबंध ( 700 words )

15 अगस्त, 1947 भारत के इतिहास में सोने में उत्कीर्ण दिन है। यह वह दिन है जब भारत ने ब्रिटिश शासन के 200 से अधिक वर्षों की लंबी दासता के झुंड से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की थी। यह एक लंबा और कठिन संघर्ष था जिसमें कई स्वतंत्रता सेनानियों और महान पुरुषों ने हमारी प्यारी मातृभूमि के लिए अपनी जान रखी।

महात्मा गांधी ने महान अहिंसा आंदोलन का नेतृत्व किया जिसके खिलाफ अंग्रेजों को अंततः मारना पड़ा। देश ने महान नेताओं और देशभक्तों जैसे पंडित जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, डॉ राजेंद्र प्रसाद, गोपाल कृष्ण गोखले, लाला लाजपत राय, लोकमान्य बलगंगाधर तिलक, सरदार वल्लभ भाई पटेल, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और चंद्रशेखर आजाद जैसे महान नेताओं और देशभक्तों का उत्पादन किया।

आजादी के लिए संघर्ष इतना बढ़ता बल था कि यह एक ही राष्ट्र में विभिन्न जातियों, वर्गों और मान्यताओं से जुड़े सभी लोगों को एकजुट करता था। महिलाएं भी अपने घरों से बाहर आईं और स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अरुणा असफ अली, सरोजिन नायडू, विजय लक्ष्मी पंडित, कमला नेहरू, कस्तूरबा गांधी और एनी बीसेंट जैसी महिलाएं हमारी स्वतंत्रता आंदोलन की सफलता में काफी योगदान देती हैं।

15 अगस्त को हर साल स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारे पहले स्वतंत्रता दिवस पर, हमारे पहले प्रधान मंत्री पंडित नेहरू ने राष्ट्रीय ध्वज, लाल किले में ट्राइकलर फहराया। मध्यरात्रि में जब पूरी दुनिया सो रही थी, भारत शांति, समृद्धि, समानता और स्वतंत्रता का वादा करने वाले एक महान राष्ट्र में जाग गया।

तब से, स्वतंत्रता दिवस परंपरागत रूप से उत्साह, उत्साह और महान उत्तेजना के साथ मनाया जाता है। इस विशेष दिन हवा में हर कण और पराग मातृभूमि के प्यार से लगाया जाता है। एक छोटे से छोटे बच्चों को अपने हाथों में स्कूलों में झंडा उछाल समारोहों के लिए सुबह सुबह अपने स्कूलों की तरफ उत्साह के साथ चलने वाले छोटे हाथों को देख सकते हैं। प्रत्येक वाहन, टेम्पो, ऑटो रिक्शा, के शीर्ष पर एक त्रि रंग उड़ती है। देशभक्ति से भरे गीतों को हर सड़क के कोने पर सुना जा सकता है।

दिन महान उत्साह के साथ मनाया जाता है और लोग महान पुरुषों और महिलाओं द्वारा रखे हजारों लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, उन्हें अनगिनत बलिदान याद करते हैं और वे महान भारतीय परंपरा और संस्कृति की महिमा करते हैं जिसके साथ हमने दुनिया को समृद्ध किया है।

भारत के प्रधान मंत्री लाल किले में झंडा उड़ाते हैं और भारत के लोगों को अपने रैंपर्ट से संबोधित करते हुए पारंपरिक भाषण देते हैं। सभी सरकारी और निजी संस्थान, स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय त्रि-रंग और मिठाई और लाडोस वितरित करके इस दिन महान ऐतिहासिक महत्व के इस दिन मनाते हैं। लोग राष्ट्रीय गान और देशभक्ति गीत गाते हैं और भाषण सुनते हैं जो इस गौरवशाली और लंबे संघर्ष, बलिदान और लोगों के महान कर्मों से संबंधित हैं।

यहां तक कि टेलीविजन चैनलों और रेडियो कार्यक्रमों को देशभक्ति के साथ अधिभारित किया जाता है। देशभक्ति विषयों के आधार पर फिल्में लोगों और बच्चों को हमारी मातृभूमि के लिए प्यार को प्रेरित करने के लिए हमारे स्वतंत्रता संग्राम की विभिन्न घटनाओं के बारे में जानने के लिए प्रसारित की जाती हैं। समाचार पत्र भी महान पुरुषों द्वारा लिखी गई महान पुस्तकों से उद्धृत महान पुरुषों की प्रेरणादायक कहानियों से संबंधित विशेष संस्करणों को प्रिंट करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस, इस प्रकार, हर भारतीय के जीवन में एक महत्वपूर्ण दिन है। वर्ष के बाद वर्ष, यह हमें विदेशी स्वतंत्रता से मदर इंडिया को मुक्त करने के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए महान त्याग और संघर्ष की याद दिलाता है। यह हमें उन महान आदर्शों की याद दिलाता है जो एक स्वतंत्र भारत के सपने की नींव थीं, जो संस्थापक पिता द्वारा कल्पना और महसूस किया गया था। यह हमें याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने अपना कर्तव्य साझा किया है। यह अब हमारे हाथों में है कि हम अपने देश के भविष्य को कैसे आकार देते हैं और बनाते हैं। उन्होंने अपने हिस्से किए हैं और इसे वास्तव में अच्छा किया है। देश अब हमारे ऊपर देखता है ताकि हम अब अपना हिस्सा कर सकें।

मेरे प्रिय देशवासिओ, अब यह Essay on Independence Day in Hindi खतम होता है। अगर आपको यह Essay on Independence Day in Hindi पसंद आया है, तो आप इस निबंध को अपने विद्यालय में इस्तेमाल कर सकते है।

हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध (  Essay on Independence Day in Hindi – स्वतंत्रता दिवस पर निबंध ) को पसंद करेंगे।

More Articles:

Speech on Independence Day in Hindi – स्वतंत्रता दिवस पर भाषण

Republic Day Speech In Hindi – गणतंत्रत दिवस पर भाषण

Short Essay on Republic Day in Hindi – गणतंत्र दिवस पर लघु निबंध

Republic Day Speech For Teachers In Hindi- गणतंत्र दिवस पर भाषण

Essay on Children’s Day in Hindi – बाल दिवस पर निबंध

Paragraph on Annual Sports Day at School in Hindi – स्कूल का वार्षिक खेलकूद दिवस पर अनुच्छेद

Advertisement

Supported by

Modi’s Party Doesn’t Control All of India. But He’s Working on It.

As an election nears, political strife between Prime Minister Narendra Modi and opposition-held states is straining the federal formula that holds India together.

  • Share full article

Prime Minister Narendra Modi standing atop a truck covered in flowers. Crowds of people flank the road.

By Mujib Mashal and Hari Kumar

Reporting from Chennai and New Delhi in India

It is the final frontier for India’s most powerful leader in decades.

Narendra Modi, over his 10 years as prime minister, has made it his mission to turn a complex and diverse country of 1.4 billion people into something approaching a monolith dominated by his sweeping Hindu nationalist vision.

The news media, the national legislature, civil society, sometimes even the courts — all have largely been bent to his will. But one critical group of holdouts remains: some of India’s richest states, the engine of its rapid growth.

The future shape of the world’s largest democracy — and its economic trajectory — may rest on the power struggle that has ensued.

Mr. Modi, who is well placed to win a third term in a national election that will begin on April 19, is wielding an increasingly heavy hand in what his opponents call an unfair effort to drive out the governments of the states his party does not control.

They accuse Mr. Modi’s administration of delaying federal money for major projects; of jailing or hounding opposition leaders while shielding anyone who joins the prime minister’s party; of obstructing the delivery of basic services; and of throwing state politics into chaos.

The tensions are tearing at India’s delicate federal formula of power sharing and political competition, the glue holding the country together across 28 states and eight territories.

Regional leaders have described the behavior of the central government, which holds more power than in federal systems like the United States’, as that of a colonial overlord. In the south, the most developed and innovative part of India, officials have spoken of a “separate nation” for their region if the “patterns of injustice” continue.

Mr. Modi and his lieutenants have in turn accused the state leaders of harboring a “separatist mind-set” and pursuing politics that could “break the nation.”

India’s move toward more centralized governance could hurt its overall growth, analysts say, as such efforts have done in the past. Big national spending programs focus on basic development problems that the south mostly solved decades ago. If that region’s freedom to make investments based on its own needs is restricted, the effects could be far-reaching.

“It is ultimately self-destructive,” said P.T. Rajan, a cabinet minister in the government of the southern state of Tamil Nadu.

Mr. Modi offers a simple solution: for the states governed by parties other than his Bharatiya Janata Party, or B.J.P., to come on board.

He often draws on automotive terminology to make his pitch. Those states, he says, could benefit from what he calls a “double engine” government, with one party — his own — working in sync at both the national and state levels.

If they do not comply, the states get wrench after wrench thrown into the works of their governments, officials say, making it difficult for them to deliver on election promises. The B.J.P., relentlessly expanding its base, waits in the wings.

Last month, the chief ministers of about a half-dozen states staged a dramatic demonstration near the seat of federal power in New Delhi.

With posters reading, “Our Blood, Our Sweat, Our Tax,” hanging behind them, they complained that Mr. Modi was using his outsize control over the distribution of revenues collected across India to entrench his party and hobble their own state governments.

At the same time, Mr. Modi was on a final lap of the country before the announcement of the election dates. In opposition states, he combined promises of billions of dollars in infrastructure and welfare projects with scathing criticism of the local parties.

They are scathing of him, too. They have repeatedly sued state governors appointed by New Delhi, who hold largely ceremonial roles, over complaints that they are stalling the work of elected governments.

“You’re playing with fire,” India’s chief justice, Dhananjaya Yeshwant Chandrachud, told the central government after the governor in the opposition-controlled state of Punjab repeatedly prevented legislative work. “Will we continue to be a parliamentary democracy?”

In Tamil Nadu, officials said they were struggling to expand a subway line in the capital city, Chennai, because Mr. Modi’s administration was dragging its feet on New Delhi’s share of the funding.

In Kerala, on India’s southwestern coast, the state government is suing the Modi administration over what it says are arbitrary borrowing limits that have thrown the state’s budget into disarray and delayed payments.

In the western state of Maharashtra, home to Mumbai, India’s financial and entertainment capital, Mr. Modi’s officials have splintered the state’s two largest parties through a mix of pressure from investigative agencies and offers of incentives. Such “smash and grab” politics, as critics have branded it, has paved the way for the B.J.P. to emerge as a kingmaker in a coalition government.

In the Delhi capital region, the B.J.P. appears hellbent on destroying a smaller party that swept to power promising to improve basic services. The territory’s elected government has been stripped of important powers, and federal agencies have bogged down the top leaders of the party, Aam Aadmi, in corruption cases.

The party’s deputy leader and a key cabinet minister have been in jail for over a year. On Thursday, in a dramatic nighttime raid, government agents arrested Arvind Kejriwal , the party’s leader and Delhi’s chief minister, whom they have accused of financial crimes. He is the first serving chief minister to be arrested..

The bitter political dispute in Delhi is evident in overflowing sewage in parts of the city and long lines outside government hospitals.

Aam Aadmi sought to improve hospitals in part by relying on outside contractors to enter patient data. But the plan has been caught in the crossfire between Mr. Modi’s officials and the territory’s elected government, and the contractors pulled their staff from many hospitals after salaries were delayed for months.

“In their political fighting, it is the public that suffers,” said Adit Kumar, a cloth-seller who has diabetes, who, along with his wife, was waiting outside a crowded hospital in New Delhi one recent day.

Saurabh Bhardwaj, an Aam Aadmi official in Delhi, said Mr. Modi’s intention was clear: to push the country toward one-party rule.

“You reduced the state government’s work so much that people start saying that it’s better to bring the B.J.P. and only they can deliver,” Mr. Bhardwaj said. “That means the federal structure will collapse.”

The biggest federal-state fault line pits the more prosperous south against Mr. Modi’s support base in the north.

Except for a brief period in the state of Karnataka when the B.J.P. took control by orchestrating defections, the party has been unable to win power in the five southern states.

Officials there say that Mr. Modi is trying to hold them back for their refusal to buy in to his brand of politics, including his party’s stirring of Hindu-Muslim tensions and its push to make Hindi — which is not widely spoken in the south — a national language.

The resentment is amplified by complaints that the south gets proportionally less in return for the tax money it sends to New Delhi. Because the northern states have large populations and are far behind in basic development, they get a larger share of the revenues.

There are also serious concerns in the south that the redistribution of parliamentary seats once a long-delayed national census is finally held will punish the south for its success in reducing birthrates, a key to its relative affluence.

With its earlier investments in infrastructure, education and public health — the result of a unique mix of political, cultural and historical differences in the south — the region is better placed to propel India’s ambition for high-end manufacturing . Mr. Modi’s politics-driven approach, his opponents say, could undercut his ambitions for building India into a major economic power.

The federal finance minister, Nirmala Sitharaman, rejected claims that revenues were being unfairly distributed, saying the central government was “releasing, and releasing on time,” the states’ share.

“We want every part of the country to prosper,” Mr. Modi said in Parliament after the state leaders’ protest in New Delhi, casting himself as a strong proponent of “competitive, cooperative federalism.”

In pressuring state governments, analysts say, Mr. Modi is simply exploiting structural flaws in India’s Constitution, which created a republic — a quasi-federal union of states — after the British left in 1947.

The Indian National Congress party, which ruled over India uncontested in the first decades after independence, abused the outsize constitutional powers given to the central government over fiscal matters to quash the rise of competitors.

Starting in the late 1980s, however, the decline of Congress ushered in an era of coalition politics, with regional parties finding representation in New Delhi.

This was also the period when India opened its heavily centralized economy to the free market. As growth followed, the distribution of resources was subject to more push and pull between the central and state governments.

“The emergence of regional powers made the center commit to certain principles,” said Kalaiyarasan A., an assistant professor at the Madras Institute of Development Studies. “The 1990s was a golden period of federalism.”

Today, Mr. Modi is seeking to remake Indian federalism with his “double engine” push.

In opposition-held states, Mr. Modi has offered infrastructure and welfare projects, branded with his name or that of his office, to pitch himself as India’s only driver of development and growth.

In engaging in joint projects, the state parties face a political cost: They will get the money only if they agree to the Modi branding.

And if they resist?

In 2022, Ms. Sitharaman, the finance minister, stopped at a shop in the southern state of Telangana that distributed rice rations as part of a joint program in which the central government provided the larger share of the funding. Mr. Modi’s picture was not displayed there. Ms. Sitharaman lashed out at state officials.

“This is the work that our prime minister is doing for his people,” Ms. Sitharaman said . “Our people will come and install the prime minister’s photo, and you will, as district administrator, ensure that shall not be removed, that shall not be torn, that shall not be affected.”

Mujib Mashal is the South Asia bureau chief for The Times, helping to lead coverage of India and the diverse region around it, including Bangladesh, Sri Lanka, Nepal and Bhutan. More about Mujib Mashal

Hari Kumar covers India, based out of New Delhi. He has been a journalist for more than two decades. More about Hari Kumar

IMAGES

  1. New 15 August Independence Day Essay In Hindi Ideas

    essay on independence day in hindi language

  2. Essay On Independence Day In Hindi For Class 12

    essay on independence day in hindi language

  3. 10 lines on Independence day in hindi / स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    essay on independence day in hindi language

  4. New 15 August Independence Day Essay In Hindi Ideas

    essay on independence day in hindi language

  5. Essay On Independence Day In Hindi For Class 12

    essay on independence day in hindi language

  6. 15, 10 Lines on Independence Day in Hindi

    essay on independence day in hindi language

VIDEO

  1. Independence Day || Hindi Speech By Apoorva Mer || 2023

  2. Write an essay on Independence Day

  3. Speech on independence day| independence day speech in english| speech independence day in english

  4. 10 lines on Independence Day in hindi

  5. Essay on Independence Day 2023

  6. Independence Day/Poem on independence Day/Hindi Poem/shorts/shorts video

COMMENTS

  1. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2023 (Independence Day Essay in Hindi)

    संत रविदास पर निबंध (Sant Ravidas Essay in Hindi) स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) गणतंत्र दिवस पर 10 वाक्य (10 Lines on Republic Day 2024 in Hindi)

  2. 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

    15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | स्‍वतंत्रता दिवस Independence Day Essay in Hindi. By anand August 14, 2023. इस वर्ष हम सब भारत की आजादी के 76 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत ...

  3. Essay on Independence Day in Hindi

    100 शब्दों में Essay on Independence Day in Hindi कुछ इस प्रकार हैः. स्वतंत्रता दिवस, हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। यह दिन 15 अगस्त को पूरे देश में उत्साह के ...

  4. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi) : 15

    ऐसे में छात्रों को यह समझ नहीं आता है कि 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें (essay on independence day in hindi) या फिर कहें तो स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें ...

  5. स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 lines (Independence Day Essay in Hindi) 100

    Independence Day Essay in Hindi - 15 अगस्त 1947 का दिन भारत के स्वर्णिम इतिहास में अंकित हो गया है। यह वह दिन है जब भारत को 200 साल के ब्रिटिश शासन से आजादी

  6. स्वतंत्रता दिवस (भारत)

    स्वतंत्रता दिवस (भारत) Independence Day (India) लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं।

  7. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    निबंध 1 (300 शब्द) - Essay on Independence Day in Hindi. Hindi language: आज़ादी का यह दिन 15 अगस्त प्रत्येक भारतीय के लिए बहुत ही भाग्य का दिन हैं। इसी दिन हमारे देश को अंग्रेजों की करीब 200 ...

  8. स्वतंत्रता दिवस

    Short Independence Day Essay in Hindi ( 150 words ) 15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। पहले हमारा देश गुलाम था। हमारे देश पर अंग्रेजों का शासन था। अंग्रेजी सरकार ...

  9. Essay on Independence Day In Hindi

    स्वतंत्रता दिवस (Essay on Independence Day In Hindi) भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की जीत और आजादी की

  10. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    1. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi (100 word) प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन को भारतवासी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। भारत को 15 ...

  11. स्वतन्त्रता दिवस पर निबंध

    Find paragraphs, long and short essays on 'Independence Day' especially written for School Students and Teachers in Hindi Language. List of Essays on Independence Day Essay Contents:

  12. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Essay on Independence Day in Hindi

    इस लेख में हमने स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी (Essay on Independence Day in Hindi) में लिखा है। अगर आप 15 अगस्त पर बेहतरीन निबंध की तलाश कर रहें हैं तो आप सही स्थान पर हैं। आज ...

  13. स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध

    भारत में स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर निबंध (Importance of Independence Day Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / August 1, 2018. 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस के रुप में ...

  14. Essay on Independence Day in Hindi- स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    इस निबंध में आपको पता लगेगा की हम स्वतंत्रता दिवस कब, क्यों और कैसे मानते है। Swatantrata diwas हमारा राष्ट्रीय पर्व है। Here we are providing an essay on Independence Day in Hindi. In this essay, you get to know- History of ...

  15. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    1.7 7) Independence Day Essay in Hindi Language for School Students; 1.8 8) छात्रों और शिक्षकों के लिए स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध. 1.8.1 Essay on Independence Day (15 August) in Hindi:

  16. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Independence Day Essay in Hindi

    भारत के स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: स्वतंत्रता की यात्रा पर चिंतन (Independence Day Essay in Hindi) भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त केवल उत्सव का दिन नहीं ...

  17. Essay on Independence Day in Hindi

    Essay on Independence day in Hindi - In this article we will discuss an essay on Independence Day in Hindi in detail. Independence day is one of our three national festivals (Republic Day, Independence Day, and Gandhi Jayanti), so we should all be fully aware of Independence Day. With the help of this article on Independence Day, a student ...

  18. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद | Paragraph on Independence Day in Hindi स्वतंत्रता दिवस (१५ अगस्त) | Essay on Independence Day (15th August) in Hindi

  19. Independence Day Essay in Hindi

    Short Essay on Independence Day in Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द. हर वर्ष भारत अपना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाता है। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व ...

  20. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    ये भी देखें - Essay on science is a boon or curse in Hindi स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर. स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर यानी 14 अगस्त की रात को देश के राष्ट्रपति अपना ...

  21. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi - Swatantrata Diwas par Nibandh. ADVERTISEMENT. ... Essay on Cow in Hindi Language: Nibandh Category Essay In Hindi कक्षा 1 से 4 के लिए ...

  22. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024

    Paragraph On Independence Day In Hindi 15 August For Kids: Happy Independence Day To All Indians Reader, India Has Been Going To Celebrate Her 76th Independence Day On 15 August 2024. In Paragraph On Independence Day In Hindi Share With You Short Essay Speech Paragraphs On Independence Day 2024 In Hindi language.

  23. Essay on Independence Day in Hindi

    Essay on Independence Day in Hindi - स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: Paragraph, Short Independence Day Essay in Hindi Language/ 15 August Essay in Hindi Language for students of all Classes in 100, 200, 400, 500, 700 words.

  24. Modi's Party Doesn't Control All of India. But He's Working on It

    Dibyangshu Sarkar/Agence France-Presse — Getty Images. Mr. Modi and his lieutenants have in turn accused the state leaders of harboring a "separatist mind-set" and pursuing politics that ...