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सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)

सड़क सुरक्षा

सड़क सुरक्षा एक आम और महत्वपूर्ण विषय है, आम जनता में खासतौर से नये आयु वर्ग के लोगों में अधिक जागरुकता लाने के लिये इसे शिक्षा, सामाजिक जागरुकता आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों से जोड़ा गया है। सभी को सड़क यातायात नियमों की अच्छे से जानकारी होनी चाहिये खासतौर से बच्चे और युवा लोगों को जो महत्वपूर्ण सड़क दुर्घटना के खतरे पर रहते हैं। आँकड़ों के अनुसार (विश्व स्वास्थ्य संगठन, 2008), ऐसा पाया गया है कि अस्पतालों में ज्यादा भर्ती होने का मामला और मृत्यु की मुख्य वजह सड़क दुर्घटना है।

सड़क सुरक्षा पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Road Safety in Hindi, Sadak Suraksha par Nibandh Hindi mein)

सड़क सुरक्षा पर निबंध – (300 शब्द).

सभी सड़क सुरक्षा उपायों के प्रयोग द्वारा सड़क हादसों की रोक-थाम और बचाव को सड़क सुरक्षा कहते है। सड़क पर यात्रा करते समय ये लोगों को बचाने के लिये है। ये सड़क इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों को सुरक्षित रखने के लिये जैसे पैदल चलने वाले, दो-पहिया, चार-पहिया, बहु-पहिया और दूसरे वाहन इस्तेमाल करने वालों के लिये।

सड़क किनारे हादसें, चोट और मृत्यु को टालने के लिये बहुत महत्वपूर्ण पहलूओं में से एक है सड़क पर लोगों की सुरक्षा। दुर्घटनाओं और मृत्यु की पूरी सूचना के बारे में राष्ट्रीय सांख्यिकीय आँकड़ों के आधार पर सड़क सुरक्षा के महत्व का हम मूल्यांकन कर सकते हैं। लगभग 42% मामलों में पैदल चलने वाले और एक तरफ का सड़क इस्तेमाल करने वाले होते हैं।

सड़क सुरक्षाके नियम

आम लोगों के बीच जागरुकता उत्पन्न करने के कई सारे तरीके हैं जैसे सेमिनार, कार्यशाला, पाठ्यक्रम में मूल सड़क-सुरक्षा पाठ जोड़ने के द्वारा विद्यार्थी शिक्षा, रुको, देखों, सुनो, सोचो और फिर पार करो अर्थात् ग्रीन क्रॉस कोड के बारे में लोगों को जागरुक बनाये, यातायात लाईटों को सीखना, रोड चिन्हों को समझना आदि।

सड़क सुरक्षा के उपाय

सभी सड़क समस्याओं से बचने के लिये निम्न सभी सड़क सुरक्षा उपाय बहुत मदद करते हैं। सड़क सुरक्षा के कुछ प्रभावकारी उपाय हैं जैसे वाहन के बारे में मूल जानकारी, मौसम और सड़क के हालात के अनुसार रक्षात्मक चालन, वाहन लाईटों और हॉर्न का प्रयोग, सीट पेटीका पहनना, वाहन शीशा का सही प्रयोग, अधिक-गति से बचना, रोड लाईट को समझना, सड़क पर दूसरे वाहनों से दूरी बना के रखना, परेशानी की स्थिति को संभालने की उचित समझ, टी.वी पर डॉक्यूमेंटरी जागरुकता का प्रसारण आदि।

सभी लोगों के लिये उनके पूरे जीवन भर सड़क सुरक्षा उपायों का अनुसरण करना बहुत ही अच्छा और सुरक्षित है। सभी को गाड़ी चलाते समय या पैदल चलते वक्त दूसरों का सम्मान करना चाहिये और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिये।

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Sadak Suraksha par nibandh – (400 शब्द)

वाहनों के टकराव और उचित सड़क सुरक्षा उपायों की अनदेखी के कारण सड़क हादसा बेहद आम होता जा रहा है। लोगों द्वारा सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी और वाहनों की भिड़ंत से हादसों से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है। सभी सड़कें पूरे दिन के लिये व्यस्त होती हैं जहाँ वाहन अपने उच्च गति से दौड़ती है। आज की दुनिया में लोगों को अपने नीजि वाहनों की आदत है जिसकी वजह से सड़कों पर यातायात की समस्या पहले के मुकाबले ज्यादा बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में, सावधानीपूर्वक सुरक्षित चालन की क्रिया के लिये यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा नियमों का अनुसरण लोगों से अपेक्षित है। तब जाकर कहीं सड़क हादसों पर काबू पाया जा सकेगा।

सड़क पर चालन शुरु करने से पहले हरेक व्यक्ति को रक्षात्मक चालन कोर्स (किसी मान्यता-प्राप्त चालन स्कूल के द्वारा अधिकृत प्रशिक्षक के तहत मार्गदर्शन) जरुर करना चाहिये। सड़क सुरक्षा उद्देश्यों के लिये ये बहुत जरुरी है। विभिन्न दुर्घटनाओं और जीवन को सड़क पर बचाने के लिये वाहन (वाहनों को कैसे संचालित करें) या खुद से उत्पन्न हुई गंभीर स्थिति को संभालने का तरीका सभी को जरुर पता होना चाहिये।

एक महत्वपूर्ण विषय के रुप में स्कूल में सड़क सुरक्षा उपायों को जरुर जोड़ना चाहिये जिससे चालन से पहले ही अपने शुरुआती समय में ही विद्यार्थीयों को इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके। वाहनों के संचालन और उचित सड़क सुरक्षा उपायों के बारे में गलत जानकारी के कारण ज्यादातर सड़क हादसें होते हैं।

दिनों-दिन सड़क पर गाड़ी चलाना असुरक्षित बनता जा रहा है। कई बार लोग लंबे समय तक अपने नीजि वाहनों को बिना किसी नियमित रख-रखाव और मरम्मत के रखते हैं, इसलिये ये बहुत जरुरी है कि समय से मरम्मत के साथ वाहनों की ठीक ढंग से कार्य करने की स्थिति के प्रति आश्वस्त रहें। ये केवल वाहन के जीवन को ही नहीं बढ़ाता है; हादसों को घटाने में भी मदद करता है। चालक को गाड़ी का ब्रेक अच्छे से जाँचना चाहिये और ब्रेक खराब होने की चेतावनी चिन्ह के बारे में पता होना चाहिये। किसी भी यात्रा पर जाने से पहले प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स, आपातकालीन टूल, उचित मात्रा में गैसोलिन आदि रखने के साथ ही वाहन की पूरी जाँच करनी चाहिये।

यहाँ पर कुछ महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा नियम दिये गये है:

  • सड़क पर चलने वाले सभी को अपने बाँये तरफ होके चलना चाहिये खासतौर से चालक को और दूसरी तरफ से आ रहे वाहन को जाने देना चाहिये।
  • चालक को सड़क पर गाड़ी घुमाते समय गति धीमी रखनी चाहिये।
  • अधिक व्यस्त सड़कों और रोड जंक्शन पर चलते समय ज्यादा सावधानी बरतें।
  • दोपहिया वाहन चालकों को अच्छी गुणवत्ता वाले हेलमेट पहनने चाहिये नहीं तो उन्हें बिना हेलमेट के रोड पर नहीं आना चाहिये।
  • गाड़ी की गति निर्धारित सीमा तक ही रखें खासतौर से स्कूल, हॉस्पिटल, कॉलोनी आदि क्षेत्रों में।
  • सभी वाहनों को दूसरे वाहनों से निश्चित दूरी बनाकर रखनी चाहिये।
  • सड़कों पर चलने वाले सभी लोगों को रोड पर बने निशान और नियमों की अच्छे से जानकारी हो।
  • यात्रा के दौरान सड़क सुरक्षा के नियम-कानूनों को दिमाग में रखें।

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Road Safety par Nibandh – (500 शब्द)

धरती पर हरेक इंसान के द्वारा सड़क सुरक्षा पर पूरा ध्यान देना चाहिये चाहे वो वाहन का इस्तेमाल करता हो या नहीं। बड़ों के मार्गदर्शन की कमी के कारण सड़क हादसों, छोटी चोट या बड़ी चोटें यहाँ तक की मृत्यु की ओर बच्चे और विद्यार्थी सबसे कमजोर समूह हैं। उनके शुरुआती समय में सड़क सुरक्षा नियमों और उपायों के बारे में बच्चों को अच्छे से जागरुक बनाने में कोई देर नहीं होनी चाहिये। ये माता-पिता और शिक्षकों का कर्तव्य है कि वो उन्हें अच्छे से मार्गदर्शन दें।

बच्चों के लिये सड़क सुरक्षा ज्ञान की जरुरत

आँकड़ों के अनुसार, ये पाया गया है कि ज्यादातर सड़क दुर्घटना मामले जिसमें बच्चे शामिल होते हैं, क्योंकि वो दूसरे आयु वर्ग के समूह से ज्यादा खतरे पर होते हैं। उन्हें अपने शुरुआती समय से ही सड़क सुरक्षा ज्ञान और शिक्षा की जरुरत है। उनके पाठ्यक्रम में इसे विषय के रुप में जोड़ने के द्वारा उनके घर और स्कूल से ही इसकी शुरुआत होनी चाहिये। यहाँ दिये निम्न बिंदु इस बात की तस्दीक करेंगे कि क्यों सड़क सुरक्षा बहुत जरुरी है:

  • बच्चे, बच्चे होते हैं, यातायात परिस्थिति के दौरान घर या दूसरी जगहों खासतौर से सड़क में वो अगला क्या करेंगे कोई भी इसके बारे में आश्वस्त नहीं है।
  • बच्चे बिल्कुल निर्दोष होते हैं, सड़क पर तेज गति से चलने वाले वाहनों का वो मूल्यांकन नहीं कर सकते हैं।
  • उनके छोटे कद के कारण चालक भी सड़क पर उनके मूड को भाँप नहीं सकता जब वो वाहन के सामने सड़क को पार करने की कोशिश करते हैं।
  • वो अंदाजा नहीं लगा सकते कि कैसे प्राय: वाहन खाली सड़क पर आ जाते हैं।
  • वो सड़क को कहीं से भी पार सकते हैं क्योंकि उन्हें सड़क को पार करने के लिये उचित तरीका नहीं पता होता।
  • वो जल्दी ही डर जाते हैं और ये नहीं समझ पाते कि उन्हें क्या करना चाहिये जब वो वाहन को अपनी ओर आते हुए देखते हैं।

बच्चों के लिये सड़क सुरक्षा नियम

सड़क पर उन्हें जिम्मेदार पैदल यात्री बनाने के द्वारा सड़क हादसों से बच्चों को बचाने में निम्न कुछ जरुरी सड़क सुरक्षा नियम महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं:

  • अभिवावकों को अपने बच्चों को अतिरिक्त सावधान बनाना चाहिये और सड़क को पार करने से पहले हर तरफ (बाँये और दाँये) देखने के बारे में सिखाना चाहिये।
  • बच्चों को सड़क पार करते हुए अपने बड़ों या दोस्तों का हाथ हमेशा पकड़े रहना चाहिये।
  • उन्हे कभी-भी सड़क पर दौड़ना नही चहिये, माता-पिता का हाथ छोड़ना या जल्दी में नहीं होना चाहिये और धैर्य रखें।
  • किसी भी वजह से उनका ध्यान न बँटे और सड़क पर उन्हें अधिक सचेत होने की जरुरत है।
  • केवल फुटपाथ का अनुसरण करने के लिये उनके अभिवावकों द्वारा उन्हें अभ्यस्त बनाना चाहिये या हमेशा सड़क पर बाँये तरफ का प्रयोग करें जहाँ फुटपाथ अनुपलब्ध हो।
  • पैदलयात्रीयों के लिये यातायात सिग्नलों को देखने के बाद चौराहे पर केवल सड़क को पार करने के लिये उन्हें सिखाना चाहिये।
  • सड़क पर रंगों के मायने (लाल अर्थात् रुको, हरा अर्थात् चलो और पीला का भी अर्थ रुकना है), यातायात लाईट की मूल जानकारी और यातायात चिन्हों के महत्व को उन्हें जरुर बताएँ।
  • कार या बस से बाहर आने के दौरान पैसेंजर सीट के पीछे की तरफ का इस्तेमाल उन्हें करना चाहिये।
  • बच्चों को सड़क पर या खेलने की जगह से बाहर के क्षेत्र में नहीं खेलने के बारे में बच्चों को सिखाना चाहिये।
  • ब्रेक, हार्न और स्टीयरिंग या हैंडल के कार्य को ठीक से जाँचने के द्वारा सड़क पर साईकिल चलाने के दौरान सभी उपयों के इस्तेमाल और हेलमेट को जरुर पहनना चाहिये।
  • सड़क पर साईकिल चलाने के दौरान बच्चों को ईयरफोन या गाना सुनने का कोई दूसरा यंत्र नहीं प्रयोग करना चाहिये।
  • कार चलाने के दौरान सीट-बेल्ट या बाईक चलाने के दौरान हेलमेट पहनने के लिये अभिवावक को उन्हें सिखाना चाहिये। एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करने के लिये गाड़ी चलाने के दौरान अभिवावकों को सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी नियमों का अनुसरण करना चाहिये क्योंकि अपने बच्चों के जीवन में माता-पिता ही पहला उदाहरण किसी कार्य को सीखने के लिये बनते हैं।

सड़क हादसों और चोट के मामलों की संख्या को कम करने के साथ ही सावधान और सुरक्षित होने के लिये सभी आयु वर्ग के लोगों के लिये सड़क सुरक्षा बहुत जरुरी है। इसलिये, सभी को सख्ती से सड़क यातायात लाईटों के सभी नियमों, नियंत्रकों और चिन्हों का अनुसरण करना चाहिये। स्कूल में शिक्षकों के द्वारा उचित शिक्षा पाने और घर पर अपने अभिवावकों से बच्चों को सही ज्ञान के द्वारा सड़क सुरक्षा के बारे में अच्छे से अभयस्त होना चाहिये।

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Road Safety par Nibandh – (600 शब्द)

आज के समय मे सड़क दुर्घटनाओं की संख्या काफी बढ़ गयी है और इस समस्या का कोई एक कारण नही है वास्तव में ऐसे कई सारे कारण है। जो सड़क दुर्घटनाओं को बढ़ावा देने का कार्य करते हैं जैसे – यातायात नियमों की जानकारी ना होना, सड़को की स्थिति ठीक ना होना, वाहन चलाते वक्त सुरक्षा सावधानियां ना बरतना आदि। हमारे देश में दिन-प्रतिदिन बढ़ती वाहनों की संख्या को देखते हुए। अब यह काफी आवश्यक हो चुका है कि हम सड़क सुरक्षा से जुड़े मानकों को अनिवार्य रुप से अपनायें क्योंकि मात्र इसी के द्वारा ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकती है।

सड़क दुर्घटना के कारण

सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या के साथ ही इन दुर्घटनाओं में जान गवाने वालों की भी संख्या बढ़ती जा रही है। यदि इस समस्या पर समय रहते ध्यान नही दिया गया तो सड़क दुर्घटना की यह समस्या आगे चलकर और भी भयावह रुप धारण कर लेगी। सामान्यतः सड़क दुर्घटनाओं का मूल कारण यातायात नियमों की जानकारी ना होना, अपरिपक्व चालक द्वारा वाहन चलाना, सीमा गति से अधिक गति में वाहन चलाना, सुरक्षा उपायों की अनदेखी करना, यातायात नियमों का पालन ना करना, सड़को की स्थिति खराब होना आदि हैं।

सड़क हादसों से जुड़े तथ्य

  • पूरे विश्व भर में प्रतिवर्ष 13 लाख लोग सड़क हादसों में अपनी जान गवा देते हैं।
  • भारत में प्रतिवर्ष 1.5 लाख लोगों की सड़क हादसों में मृत्यु हो जाती है।
  • शराब पीकर गाड़ी चलाना सड़क हादसों का सबसे प्रमुख कारण हैं।
  • पूरे वर्ष सड़क हादसों में होने वाली मृत्यु में 25 प्रतिशत दुपहिया वाहन चालक होते हैं।
  • भारत में होने वाले सड़क हादसों में लगभग 16 बच्चे प्रतिदिन अपनी जान गवा बैठते हैं।
  • यदि इन तथ्यों पर गौर किया जाये, तो भविष्य में यह समस्या और भी ज्यादे भयावह होने वाली है। एक शोध में इस बात का पता चला है कि यदि हालात ऐसे ही रहे तो सन् 2020 तक प्रतिवर्ष 20 लाख लोग सड़क हादसों में अपनी जान गवायेंगे।

सड़क सुरक्षा से जुड़ी सावधानियां

  • पैदल चलते वक्त हमेशा फुटपाथ का प्रयोग करना चाहिए और जहां फुटपाथ ना हो वहां सदैव सड़क के बाए ओर से चलना चाहिए।
  • वाहन चलाते या सड़क यात्रा के वक्त कभी जल्दबाजी ना दिखाएं, कभी भी सिग्नल तोड़कर या जल्दबाजी में भागकर रास्ता पार ना करें।
  • ट्रैफिक सिग्नल तथा नियमों की पूरी जानकारी रखे और सदैव इनका पालन करें।
  • सड़क पार करते वक्त जेब्रा क्रॉसिंग, फुट ओवर ब्रिज करे और जहां यह सुविधाएं ना हो, वहा सड़क के दोनो तरफ देखकर ही सड़क पार करें।
  • कभी भी रेड सिग्नल पर सड़क पार करने का प्रयास ना करें। सड़क पार करते वक्त हमेशा ग्रीन सिग्नल का ध्यान रखे।
  • पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे की बस आदि में दौड़कर चढ़ने की कोशिश ना करें।
  • उतरते वक्त भी बस के पूरी तरह से रुकने पर ही उतरें, कभी भी चलते बस से उतरने का प्रयास ना करे।
  • कभी भी नशे के हालत में वाहन ना चलायें।

सड़क सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियां

  • सड़क की स्थिति ठीक ना होना।
  • शहरों में मैनहोल और सीवर का खुला होना।
  • सड़को पर पानी लगा होना।
  • छुट्टा पशुओं का सड़क पर खुले आम घुमना।
  • लोगो द्वारा ट्रैफिक नियमों का पालन ना करना।
  • वाहन चलाते वक्त ध्यान ना देना।
  • वाहन चलाते वक्त मोबाइल का उपयोग करना।

सड़क सुरक्षा के निवारक उपाय

यदि नीचे दिये गये सड़क सुरक्षा से जुड़े निवारक उपाय अपनाया जाये तो सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी लायी जा सकती है।

  • वाहन चलाते तथा सवारी के वक्त सीट बेल्ट पहनना, हेलमेट लगाना जैसे सुरक्षा उपायों को अपनायें।
  • वाहन चलाते वक्त मेकअप करना, बाल सवारना या फोन पर बात करने जैसे कार्य ना करें।
  • सदैव यातायात नियमों का पालन करें।
  • वाहन की गति पर नियंत्रण रखे।
  • शराब पीकर या गाड़ी ना चलायें, यात्रा के दौरान सिगरेट या किसी प्रकार का नशा ना करें।
  • कभी भी वन वे में गलत दिशा या रिवर्स में गाड़ी ना चलायें।

सड़को पर तेजी से बढ़ती दुर्घटनाओं के कारण, यह काफी जरुरी हो चुका है कि इसके लिए निवारक उपाय अपनाएं जायें क्योंकि मात्र इन्हीं के द्वारा ही हम मानवीय कारणों से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं। इसके साथ ही सरकार द्वारा भी सड़को की स्थिति को सुधारे जाने तथा यातायात नियमों को और भी कड़ाई से लागू किये जाने की आवश्यकता है। यदि हम सब वाहन चलाते वक्त नियमों का पालन करें और संयम बरते तो सड़क सुरक्षा के इस सपने को एक दिन अवश्य ही साकार कर पायेंगे।

Essay on Road Safety in Hindi

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सड़क सुरक्षा पर नारा

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road safety essay in hindi 500 words

Essay On Road Safety in Hindi – सड़क सुरक्षा का तात्पर्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों और प्रथाओं से है। इसमें गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है, जैसे सुरक्षित सड़क बुनियादी ढांचे को डिजाइन करना, यातायात कानूनों को लागू करना, सड़क उपयोगकर्ताओं को शिक्षित करना और सुरक्षित ड्राइविंग व्यवहार को बढ़ावा देना। Essay On Road Safety सड़क सुरक्षा का उद्देश्य सड़क पर होने वाली घटनाओं और चोटों की संख्या को कम करना और सड़क पर गाड़ी चलाने या चलने के अनुभव को यथासंभव सुरक्षित बनाना है।

सड़क सुरक्षा पर निबंध 10 पंक्तियाँ (Road Safety Essay 10 Lines in Hindi)

  • 1) सड़क सुरक्षा एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जिसके बारे में सभी को जागरूक होना चाहिए।
  • 2) सड़क सुरक्षा सड़कों पर सभी की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करती है।
  • 3) सड़क सुरक्षा अवैध और खतरनाक ड्राइविंग व्यवहार के जोखिम को कम करती है।
  • 4) सड़क सुरक्षा में कई नियम और कानून शामिल हैं।
  • 5) गति सीमा का पालन करना जरूरी है.
  • 6) सड़क नियम कहते हैं कि यातायात संकेतों और संकेतों पर ध्यान देना ज़रूरी है।
  • 7) चार पहिया वाहन चलाते समय हमें सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
  • 8) बाइक या मोटरसाइकिल चलाते समय हेलमेट का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
  • 9) सड़क सुरक्षा सड़क यातायात से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को भी कम करती है।
  • 10) अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी को सड़क नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिए।

सड़क सुरक्षा पर 100 शब्द निबंध (100 Words Essay on Road Safety in Hindi)

सड़क सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जो सड़क का उपयोग करने वाले सभी लोगों को प्रभावित करता है, चाहे वे ड्राइवर हों, पैदल यात्री हों या साइकिल चालक हों। प्रभावी सड़क सुरक्षा उपायों को लागू करके सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं और चोटों की घटनाओं को कम किया जा सकता है।

सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने में सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक सुरक्षित सड़क बुनियादी ढांचे का डिजाइन है। इसमें स्पष्ट चिह्नों और संकेतों के साथ अच्छी रोशनी वाली, अच्छी तरह से बनाए रखी गई सड़कों का निर्माण, साथ ही सुरक्षा बाधाओं और अन्य सुरक्षात्मक उपायों की स्थापना शामिल है।

शिक्षा भी सड़क सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण घटक है। इसमें ड्राइवरों, पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों को यातायात कानूनों का पालन करने और अपने परिवेश के प्रति जागरूक रहने के महत्व के बारे में शिक्षित करना शामिल है।

सड़क सुरक्षा पर 200 शब्द निबंध (200 Words Essay on Road Safety in Hindi)

सड़क सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जो हम सभी को प्रभावित करता है, क्योंकि इसका हमारे समुदायों की भलाई और सुरक्षा पर सीधा प्रभाव पड़ता है। सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए सरकारों और अन्य संगठनों द्वारा किए गए प्रयासों के बावजूद, हमारी सड़कों पर दुर्घटनाएँ और चोटें जारी हैं।

सड़क दुर्घटनाओं का एक महत्वपूर्ण कारण लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना ड्राइविंग है। कई ड्राइवर खतरनाक व्यवहार में लिप्त होते हैं जैसे शराब पीकर गाड़ी चलाना, तेज़ गति से गाड़ी चलाना और यातायात कानूनों का पालन न करना। ये व्यवहार न केवल ड्राइवर के लिए जोखिम भरा है बल्कि अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं के जीवन के लिए भी खतरनाक हो सकता है।

एक अन्य प्रमुख मुद्दा उचित बुनियादी ढांचे और सड़क डिजाइन की आवश्यकता है। विकासशील देशों में कई सड़कों का रखरखाव ख़राब है और उनमें पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, सड़क चिह्न और ट्रैफ़िक सिग्नल जैसी आवश्यक सुरक्षा सुविधाओं का अभाव है। इससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है और ड्राइवरों के लिए सुरक्षित रूप से यात्रा करना मुश्किल हो जाता है।

इन मुद्दों के समाधान के लिए, सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों द्वारा ठोस प्रयास करने की आवश्यकता है। इसमें लापरवाह ड्राइविंग के लिए सख्त कानून और दंड लागू करना, बेहतर सड़क बुनियादी ढांचे और डिजाइन को लागू करना और सड़क उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित ड्राइविंग व्यवहार के महत्व पर शिक्षित करना शामिल है। उन्नत ड्राइवर-सहायता प्रणाली (एडीएएस) जैसी तकनीक भी सड़क सुरक्षा में सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। ये सिस्टम ड्राइवरों को संभावित खतरों के बारे में चेतावनी देकर और उन्हें बेहतर ड्राइविंग निर्णय लेने के लिए अतिरिक्त जानकारी प्रदान करके दुर्घटनाओं को रोकने में मदद कर सकते हैं।

सड़क सुरक्षा पर 300 शब्द निबंध (300 Words Essay on Road Safety in Hindi)

सड़क सुरक्षा का तात्पर्य सड़क उपयोगकर्ताओं को घायल होने या मारे जाने से बचाने के लिए अपनाए गए तरीकों से है। विशिष्ट सड़क उपयोगकर्ता मोटर चालक, वाहनों के यात्री, साइकिल चालक और बसों जैसे सार्वजनिक परिवहन वाहनों के यात्री हैं।

बड़े पैमाने पर उत्पादित वाहनों के आविष्कार के बाद सड़क सुरक्षा एक प्राथमिकता बन गई। हर साल, लोग तब मारे जाते हैं जब वे या अन्य लोग विभिन्न सड़क सुरक्षा उपायों का पालन करने में विफल रहते हैं। ऐसे अनगिनत कारक हैं जो यातायात दुर्घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार हैं। सबसे व्यापक रूप से जिम्मेदार हैं

  • लापरवाही से गाड़ी चलाना
  • सड़क के गलत दिशा में गाड़ी चलाना
  • मोबाइल फ़ोन का उपयोग
  • नशे में वाहन चलाना
  • महत्वपूर्ण सड़क चिन्हों की अनदेखी करना
  • वाहन का ख़राब रखरखाव

कभी-कभी अन्य पर्यावरणीय कारक भी होते हैं जो यातायात दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं। कुछ सड़कों के डिज़ाइन के लिए सावधानीपूर्वक नेविगेशन की आवश्यकता होती है, अन्यथा, सड़क उपयोगकर्ता अपने वाहन को दुर्घटनाग्रस्त कर सकता है जिसके परिणामस्वरूप गंभीर चोट या मृत्यु हो सकती है। यहां तक ​​कि स्टॉपलाइट जैसे यातायात उपकरण में भी खराबी और दुर्घटनाएं होने की संभावना होती है। खराब बुनियादी ढांचे की योजना भी यातायात दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है – उदाहरण के लिए, फुटपाथ के किनारे पेड़ों वाली सड़क। एक कार को पेड़ से टकराने से इतनी ऊर्जा पैदा होती है; और यह सारी ऊर्जा कार के चालक और यात्री में स्थानांतरित हो जाती है, जिससे चोट लगती है या मृत्यु भी हो जाती है।

कुछ पर्यावरणीय कारकों को भी संभावित जोखिम का कारण माना जाता है। बारिश और कोहरा यातायात को प्रभावित करने वाले प्रमुख विघटनकारी कारक हैं। कोहरे के कारण दृश्यता संबंधी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं जिससे दुर्घटनाएँ होने की संभावना रहती है। यहां तक ​​कि स्मॉग, जो मानवजनित गतिविधियों के परिणामस्वरूप होता है, के भी जोखिम कारक कोहरे के समान ही होते हैं। बारिश और तेज़ गति के संयोजन से वाहन नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं, जिससे गंभीर चोट या मृत्यु हो सकती है।

सड़क सुरक्षा को बाधित करने वाला एक अन्य कारक मोबाइल फोन का उपयोग है। ड्राइविंग के दौरान, ड्राइवर को जिस आखिरी चीज़ का सामना करना पड़ता है, वह है ध्यान भटकाना। यहां तक ​​कि एक सेकंड का भी ध्यान भटकने से जीवन के लिए खतरा पैदा हो सकता है। इसलिए, वाहन चलाते समय कभी भी मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करना चाहिए, यदि फोन का उपयोग करना अपरिहार्य हो, तो सड़क के किनारे गाड़ी चला लें। इससे टेक्स्टिंग और ड्राइविंग से जुड़ा कोई भी जोखिम समाप्त हो जाता है।

सड़क सुरक्षा निष्कर्ष

निष्कर्षतः , सड़क नियमों का पालन, अत्यधिक गति से बचना और सामान्य जागरूकता में सुधार से यातायात दुर्घटना के जोखिम को काफी कम किया जा सकता है। नियमित रूप से वाहन के स्वास्थ्य की जाँच और भागों के रखरखाव से भी कोई संभावित जोखिम समाप्त हो जाता है। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें।

सड़क सुरक्षा पर 500 शब्द निबंध (500 Words Essay on Road Safety in Hindi)

आज की इस भागदौड़ भरी दुनिया में सड़क दुर्घटनाएं बहुत तेजी से हो रही हैं। हालाँकि, ऑटोमोबाइल उद्योग में तकनीकी प्रगति ने सौभाग्य से मृत्यु दर को कम कर दिया है। बहरहाल, सड़क पर कई संभावित खतरे मौजूद हैं। इस प्रकार, सभी की सुरक्षा के लिए सड़क सुरक्षा महत्वपूर्ण है। सड़क सुरक्षा पर इस निबंध में हम इसके महत्व और इसके बुनियादी नियमों के बारे में जानेंगे।

सड़क सुरक्षा पर निबंध का महत्व

मनुष्यों और अन्य जीवित प्राणियों सहित सभी की भलाई की रक्षा के लिए सड़क सुरक्षा महत्वपूर्ण है। सड़क सुरक्षा पर यह निबंध हमें यह जानने में मदद करेगा कि यह महत्वपूर्ण क्यों है। बहुत सारे पर्यावरणीय कारक हमारी सड़क सुरक्षा निर्धारित करते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि बारिश हो रही है या घना कोहरा या धुंध है, तो चालक की दृश्यता में बाधा आएगी। इसके परिणामस्वरूप राजमार्ग पर ढेर लग सकते हैं। इसी तरह, बारिश जैसे अन्य कारक भी हैं जो हाइड्रोप्लानिंग की ओर ले जाते हैं।

इस घटना में, तेज़ गति से चलने वाले वाहन अनियंत्रित रूप से फिसलने लगते हैं क्योंकि वाहन के टायर सड़क पर मौजूद पानी की एक पतली फिल्म के माध्यम से जमीन से टकराते हैं।

हालाँकि, सड़क सुरक्षा नियम हमें इन सभी खतरनाक स्थितियों से आसानी से बचने में मदद कर सकते हैं। जब लोग सड़क सुरक्षा नियमों का कठोरता से पालन करेंगे और अपने वाहनों का रखरखाव अच्छे से करेंगे, तो हर कोई सुरक्षित रह सकता है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि निर्धारित गति सीमा के अंदर ही गाड़ी चलाना भी जरूरी है। साथ ही, वाहन चलाते समय अपने मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हर कोई सुरक्षित और स्वस्थ रहे, सड़क सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है।

सड़क सुरक्षा के बुनियादी नियम

ऐसे कई सामान्य और बुनियादी नियम हैं जिनका पालन किसी व्यक्ति को वाहन चलाते समय या सामान्य रूप से सार्वजनिक सड़कों का उपयोग करते समय करना चाहिए। पहला नियम है संकेतों को जानना और उन पर कठोरता से ध्यान देना।

यह ड्राइवर और पैदल यात्री दोनों पर लागू होता है। इसके अलावा, जो लोग पैदल चल रहे हैं उनके लिए फुटपाथ और पैदल यात्री क्रॉसिंग का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। राज्य के सभी नियमों और कानूनों की जानकारी होना और उनका पालन करना भी आवश्यक है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने वाहन के साथ सड़क पर निकलने से पहले आपके पास स्वीकृत ड्राइविंग लाइसेंस होना भी अनिवार्य है। हर किसी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सड़क सुरक्षा संवेदनशीलता महत्वपूर्ण है।

आम जनता को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करने से दैनिक आधार पर होने वाली दुर्घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं की दर को कम करने में मदद मिल सकती है। सेमिनार और लोगों को शिक्षित करना उनका मार्गदर्शन करने और उन्हें परिणामों से अवगत कराने में सहायक हो सकता है।

सड़क सुरक्षा पर निबंध का निष्कर्ष

संक्षेप में कहें तो प्रत्येक व्यक्ति को सड़क नियमों का पालन करना चाहिए। अत्यधिक गति से वाहन न चलाएं और सामान्य जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करें ताकि यातायात दुर्घटनाओं के जोखिम को कम किया जा सके। किसी भी संभावित जोखिम को खत्म करने के लिए नियमित रूप से वाहन के स्वास्थ्य और उसके रखरखाव भागों की जांच करनी चाहिए।

सड़क सुरक्षा निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: सड़क सुरक्षा क्या है.

उत्तर 1: सड़क सुरक्षा से तात्पर्य उन तरीकों से है जो हम सड़क उपयोगकर्ताओं को यातायात दुर्घटनाओं में घायल होने या मारे जाने से बचाने के लिए अपनाते हैं। वे सभी की भलाई बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।

प्रश्न 2: कोई यातायात दुर्घटनाओं से कैसे बच सकता है और सड़क सुरक्षा कैसे बढ़ा सकता है?

उत्तर 2: सड़क नियमों का कड़ाई से पालन करके यातायात दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। इसके अलावा, उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके वाहनों का हमेशा अच्छी तरह से रखरखाव किया जाए। इसके अलावा, राज्य की गति सीमा के भीतर गाड़ी चलाना भी महत्वपूर्ण है। वाहन चलाते समय या शराब के नशे में फोन का प्रयोग न करें।

सड़क सुरक्षा पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में | Road Safety Essay in Hindi

आज के इस आर्टिकल में हम आपको सड़क सुरक्षा पर निबंध 100 से 500 शब्दों में बताएंगे। आजकल लोग जब भी वाहन चलाते हैं तो उस समय वो कई बार सड़क सुरक्षा को अनदेखा कर देते हैं। इसकी वजह से सड़क दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है। आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ सड़क सुरक्षा पर निबंध साझा कर रहे हैं। यह निबंध ऐसे छात्रों के भी बहुत काम आएगा जिनको किसी डिबेट या परीक्षा में सड़क सुरक्षा के बारे में बताना होता है। अगर आप भी सड़क सुरक्षा पर निबंध ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस लेख को पूरा पढ़ें और जानें क्या है सड़क सुरक्षा। 

सड़क सुरक्षा पर निबंध

सड़क सुरक्षा पर निबंध 100 शब्दों में 

सड़क सुरक्षा के माध्यम से बहुत से हादसों की रोकथाम की जा सकती है। ‌सड़क पर केवल वाहन ही नहीं चलते हैं बल्कि बहुत से लोग पैदल भी चलते हैं। ‌ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित रह कर सड़क का इस्तेमाल कर सकें। ‌जो लोग गाड़ी चलाते हैं उन्हें दूसरों की सुरक्षा का पूरा पूरा ध्यान रखना चाहिए जिससे कि कोई दुर्घटना ना हो। अगर सड़क सुरक्षा का ध्यान ना रखा जाए तो उसकी वजह से हादसे बहुत ज्यादा होने लगेंगे। ‌इसलिए एक जिम्मेदार नागरिक होते हुए सभी लोगों को चाहिए कि खुद भी सड़क के नियमों का पालन करें और दूसरे लोगों को भी जागरूक करें। इसलिए सड़क दुर्घटना से बचने के लिए अपनी सीट बेल्ट जरूर पहनें, तेज गाड़ी ना चलाएं, सड़क पर दूसरे वाहनों से आगे निकलने की कोशिश ना करें। 

सड़क सुरक्षा पर निबंध 150 शब्दों में 

आए दिन सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं के पीछे सबसे बड़ा कारण है लोगों द्वारा सड़क नियमों का पालन न करना। ज्यादातर लोग जब अपनी कार, मोटरसाइकिल या स्कूटर पर होते हैं तो वे सड़क सुरक्षा की ओर ध्यान नहीं देते। लेकिन इसके अलावा जो लोग सड़क पर पैदल चलते हैं वो भी पूरी तरह से सड़क पर चलने के नियमों का पालन नहीं करते हैं। लोगों के यातायात के नियमों अनुसरण ना करने की वजह से, अब सड़क हादसे बहुत ही आम होते जा रहे हैं। ‌ऐसे ही हालात रहे तो एक दिन सड़क पर वाहन चलाना बहुत ज्यादा असुरक्षित हो जाएगा। 

कोई भी व्यक्ति जब सड़क का प्रयोग करे तो उसे चाहिए कि वह हमेशा अपनी गाड़ी को बाएं तरफ करके चलाए।‌‌ इसके साथ साथ इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि जब चालक अपनी गाड़ी को घुमाए या मोड़े तो उस समय स्पीड बहुत कम रखे।‌ जो लोग दोपहिया वाहन चलाते हैं उन्हें हमेशा एक अच्छी क्वालिटी वाला हेलमेट पहनना चाहिए। इसके साथ ही साथ वाहन चालक को स्कूल, अस्पताल और कॉलोनियों में हमेशा अपने वाहन की गति को धीमा रखना चाहिए। 

सड़क सुरक्षा पर निबंध 250 शब्दों में 

हर व्यक्ति को सड़क सुरक्षा का पूरा पूरा ध्यान रखना चाहिए चाहे वह वाहन का प्रयोग करता हो या ना करता हो। मार्गदर्शन की कमी की वजह से आज सड़क हादसों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही है। इसलिए बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी यातायात के नियमों के बारे में जागरूक करना बहुत जरूरी है। कई बार मां-बाप अपने अपरिपक्व बच्चों को दुपहिया वाहन चलाने के लिए दे देते हैं। इसकी वजह से बहुत सी बार बच्चों को गंभीर चोटें लग जाती हैं क्योंकि उन्हें सड़क सुरक्षा के रूल्स के बारे में बिल्कुल भी पता नहीं होता। 

सड़क दुर्घटना के मुख्य कारण 

बढ़ती हुई सड़क दुर्घटना के मुख्य कारण निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –

  • लोगों में यातायात के नियमों को लेकर जागरूकता नहीं है।
  • अपरिपक्व बच्चों द्वारा वाहन चलाना।
  • अधिक गति से वाहन को चलाना।
  • सभी आवश्यक और महत्वपूर्ण सुरक्षा उपायों को अनदेखा करना।
  • यातायात और सड़क सुरक्षा के नियमों पर बिल्कुल ध्यान ना देना। 

सड़क सुरक्षा से जुड़ी हुई कुछ मुख्य सावधानियां 

सड़क सुरक्षा से जुड़ी हुई कुछ मुख्य सावधानियां निम्नलिखित इस तरह से हैं –

  • अगर आप सड़क पर पैदल चल रहे हैं तो हमेशा फुटपाथ का उपयोग करें। अगर कहीं पर फुटपाथ ना हो तो ऐसे में हमेशा सड़क के बाएं तरफ ही चलें।
  • सड़क पर वाहन चलाते समय कभी भी जल्दबाजी से काम ना लें और ना ही सिग्नल तोड़ कर रास्ता पार करने की कोशिश करें।
  • जो भी ट्रैफिक सिग्नल और नियम बने हुए हैं उनकी पूरी जानकारी रखने के साथ-साथ उनका हमेशा पालन करें।
  • कभी भी चलती हुई बस से ना उतरें और ना ही चढ़ें। 

सड़क सुरक्षा पर निबंध 500 शब्दों में 

सड़क सुरक्षा आज के समय में एक महत्वपूर्ण विषय है जिसके बारे में आम जनता को, विशेषकर छोटी उम्र के लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है। हर व्यक्ति को सड़क यातायात के नियमों के बारे में अच्छी तरह से पता होना चाहिए ताकि वह सड़क दुर्घटना से बचे रहें। हर कोई अब जल्दी में रहता है क्योंकि उनको अपने घर, ऑफिस या फिर बाजार में पहुंचने की बहुत जल्दी लगी रहती है, जल्दी पहुंचने के चक्कर में लोग गाड़ी बहुत तेजी के साथ चलाते हैं जिसके कारण उनके साथ सड़क दुर्घटना हो जाती है। ‌

सड़क सुरक्षा के आवश्यक नियम 

सड़क का इस्तेमाल करते समय सड़क सुरक्षा के निम्नलिखित नियमों का पालन करना जरूरी है –

  • हमेशा सड़क पार करने के लिए फुटपाथ का इस्तेमाल करना चाहिए। 
  • अगर आप किसी वाहन में हैं तो अगर रोड पर भीड़ है तो वहां पर हॉर्न का इस्तेमाल करें जिससे कि सड़क पर चल रहे लोगों के साथ कोई दुर्घटना ना हों।
  • सड़क पार करते समय कभी भी दौड़ना नहीं चाहिए।
  • अगर आप चार पहिया वाहन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको अपने वाहन की गति को ज्यादा अधिक नहीं रखना चाहिए। 
  • हमेशा सीट बेल्ट बांधकर अपनी कार चलाएं।
  • जो लोग बाइक या फिर स्कूटर चलाते हैं उन्हें बिना हेलमेट के सड़क पर नहीं आना चाहिए।
  • अपने वाहन में शीशा अवश्य लगवाएं ताकि आपको इस बात के बारे में पता रहे कि आपके आगे और पीछे कौन सा वाहन है। 

सड़क सुरक्षा के लिए संकेत 

बहुत से लोग सड़क सुरक्षा के संकेतों की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते जो कि बहुत गलत है। कई बार जब सड़क सुरक्षा के संकेतों को अनदेखा किया जाता है तो उसकी वजह से भी दुर्घटना हो जाती है। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि सड़क सुरक्षा के लिए जो संकेत बनाए गए हैं जैसे कि रेड लाइट, येलो लाइट और ग्रीन लाइट, इनका पालन करें। इसलिए जब सड़क पर ट्रैफिक रहता है तो उसे रोकने के लिए रेड लाइट जलती है। ‌ठीक इसी तरह से जब ग्रीन लाइट जलती है तो उसका मतलब होता है कि अभी आपको थोड़ी देर और प्रतीक्षा करनी है। फिर जब येलो लाइट जलती है तो उसका यह संकेत होता है कि अब आप अपने वाहन के साथ सड़क पर आगे जा सकते  बस आपको इन संकेतों का ध्यान रखना है।

सड़क पर दुर्घटना से बचने के तरीके

अगर आप सड़क पर चल रहे हैं या अपना वाहन चला रहे हैं तो ऐसे में आपके साथ सड़क दुर्घटना हो सकती है। पर अगर आप चाहें तो ऐसे बहुत से उपाय हैं जिनकी मदद से आप अपना बचाव कर सकते हैं। मिसाल के तौर पर जब आप सड़क पर हों तो अपने सिर पर हेलमेट का इस्तेमाल जरूर करें। हेलमेट लगाने का यह फायदा होता है कि अगर आप का एक्सीडेंट हो जाए तो आपके सिर में गंभीर चोट नहीं लगेंगी। ‌इसके अलावा सरकार ने यातायात के जो भी नियम बनाए हैं उनका आपको हर हाल में पालन करना चाहिए। आपकी जान से ज्यादा कुछ भी कीमती नहीं है इसलिए सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी रूल्स का ध्यान रखें, जिससे कि आपका अमूल्य जीवन किसी भी दुर्घटना का शिकार ना हो सके। 

  • जनसंख्या वृद्धि पर निबंध
  • वृक्षारोपण पर निबंध
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध

दोस्तों यह था हमारा आर्टिकल जिसमें हमने आपको सड़क सुरक्षा पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में बताया। हमें पूरी उम्मीद है कि आपके लिए हमारा सड़क सुरक्षा पर निबंध काफी उपयोगी साबित होगा जिसका उपयोग आप परीक्षा में या फिर किसी डिबेट में कर सकते हैं। यदि आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ भी शेयर करें जो सड़क सुरक्षा पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में ढूंढ रहें हैं।

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सड़क सुरक्षा पर निबंध हिंदी में | Essay on Road Safety in Hindi 500 Words

आज हम आपको लेख में ‘Essay on Road Safety in Hindi’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है। यदि आप सड़क सुरक्षा पर निबंध से सम्बंधित जानकारी पाना चाहते है? तो इस लेख को शुरुआत से लेकर अंत तक अवश्य पढ़े। हमने इस लेख में विस्तार में Road Safety Essay In Hindi में लिखा है

Essay on Road Safety in Hindi

प्रस्तावना:

सड़क सुरक्षा एक ऐसा विषय है जो हमारे समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें हर व्यक्ति को सड़क पर सुरक्षित रहना सिखाया जाना चाहिए। सड़क सुरक्षा के माध्यम से बच्चों से लेकर बड़े व्यक्ति तक सभी को सड़कों पर सड़क दुर्घटनाओं से बचाना सिखाया जा सकता है। इस निबंध में हम सड़क सुरक्षा के महत्व, कारण, उससे होने वाली समस्याएं और इसके समाधान के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

Table of Contents

सड़क सुरक्षा का महत्व (Essay on Road Safety in Hindi)

सड़क सुरक्षा विश्वभर में एक अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है। हर साल लाखों लोग यातायात दुर्घटनाओं की शिकार होते हैं और इससे होने वाली चोटें और मौत ने अनेक परिवारों को तोड़ दिया है। सड़क सुरक्षा के माध्यम से हम इस चिंता का सामना कर सकते हैं और अपने राष्ट्र को सुरक्षित बना सकते हैं। सड़क सुरक्षा का महत्व विभिन्न कारणों से है:

1. जीवन की रक्षा: सड़क सुरक्षा से न सिर्फ व्यक्ति की जिम्मेदारी बढ़ती है बल्कि उसके परिवार का भी। सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति के जाने से पूरे परिवार को दुखी होना पड़ता है। सड़क सुरक्षा के माध्यम से अनजान रिश्तेदारों को भी यह बात समझाई जा सकती है कि वे भी सड़क पर सवधान रहें और इस तरह की दुर्घटनाओं से बचें।

2. यातायात नियमों का पालन: सड़क सुरक्षा एक तरह से यातायात नियमों के पालन का भी परिचय कराती है। यातायात नियमों का सख्ती से पालन करना हम सड़क दुर्घटनाओं को कम कर सकते हैं और सुरक्षित यातायात सुनिश्चित कर सकते हैं।

3. अर्थनीतिकी के लिए महत्वपूर्ण: सड़क सुरक्षा व्यक्ति के जीवन के साथ-साथ अर्थनीतिकी के लिए भी महत्वपूर्ण है। सड़क दुर्घटनाएं यातायात के क्षेत्र में भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं और इससे देश की अर्थनीति पर बुरा असर पड़ता है।

4. सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक: सड़क सुरक्षा सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है। अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं ना सिर्फ व्यक्ति को बल्कि उसके आस-पास के लोगों को भी प्रभावित करती हैं। घातक यातायात नियमों का पालन न करने से अनेक मासूम लोग जान गए हैं और उन्हें छोड़ कर इसका प्रभाव उनके परिवारों तक पहुंचता है।

सड़क दुर्घटना के अहम कारण:

सड़क सुरक्षा के कई कारण हैं जो सड़कों पर दुर्घटनाएं होने का मुख्य कारण बनते हैं:

1. अव्यवस्थित यातायात: अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं अव्यवस्थित यातायात के कारण होती हैं। वाहनों के नियंत्रण में न होना, व्यावसायिक वाहनों के अनुमति नहीं होना और यातायात नियमों का उल्लंघन इस समस्या के पीछे के कारण होते हैं।

2. ध्वंस प्रवृत्ति: कुछ लोग दुर्घटनाओं को अपने ध्वंस प्रवृत्ति का शिकार बनाते हैं। वे यातायात नियमों का पालन नहीं करते और अन्य लोगों को भी ध्वंसा करते हैं।

3. वाहनों का खराब या जर्जर स्थिति में चलना: कई बार दुर्घटनाओं का कारण वाहनों के खराब या विकृत स्थिति में चलना होता है। यह वाहनों की संरचना, उनकी देखभाल और अनियंत्रित रूप से चलने से होता है।

4. मार्ग विशेषता की अभाव: कुछ सड़कें या चौराहे ऐसे निर्मित किए जाते हैं जिनमें मार्ग विशेषता की कमी होती है। यातायात के नियमित विधायिकाओं का पालन करने के लिए एक उचित मार्ग विशेषता होना आवश्यक है।

सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण उपाय:

सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कुछ उपाय हैं जिन्हें हमें अपनाना चाहिए:

1. यातायात नियमों का पालन: सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने का प्रथम और मुख्य उपाय है यातायात नियमों का पालन करना। हर व्यक्ति को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए, चाहे वह पैदल चल रहा हो, वाहन चला रहा हो या फिर वह वाहन चला रहा हो।

2. जागरूकता बढ़ाना: सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता को बढ़ाना भी आवश्यक है। सड़क सुरक्षा के बारे में लोगों को जागरूक करने और उन्हें यातायात नियमों का महत्व समझाने के लिए सरकार को अधिक संसाधन उपलब्ध करने चाहिए।

3. सड़कों का सुधार: कुछ सड़कें और चौराहे ऐसे होते हैं जो सड़क सुरक्षा के लिए अत्यंत खतरनाक होते हैं। ऐसे स्थानों को पहचानकर उन्हें सुधारने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए और सुरक्षित सड़कें निर्मित करने की जरूरत है।

4. वाहनों की सुरक्षा: सड़क सुरक्षा के लिए वाहनों की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है। वाहनों की नियमित देखभाल और उनके सुरक्षित रखरखाव से सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है।

संसार में विकसित देशों से तुलना करें, हमारे देश में सड़क सुरक्षा के कारण एक मुख्य चुनौती है। इसे सुलझाने के लिए हमें संबंधित सभी स्तरों पर सही कदम उठाने की जरूरत है। यह समस्या सिर्फ सरकारी तंत्रात्मक उपायों से नहीं, बल्कि जनहित में सोचने से भी सुलझ सकती है। सड़क सुरक्षा के मामूले उपायों से लेकर नए और सबल उपायों को अपनाने की जरूरत है।

सड़क सुरक्षा एक जिम्मेदारीपूर्ण विषय है जिसके लिए हम सभी को सहयोगी बनना चाहिए। यातायात नियमों का पालन करने, जागरूकता बढ़ाने, सड़कों का सुधार करने और वाहनों की सुरक्षा का ध्यान रखने से हम सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं। सड़क सुरक्षा को महत्व देते हुए हम अपने राष्ट्र को सुरक्षित बना सकते हैं और अनमोल जिंदगियों को बचा सकते हैं।

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सड़क सुरक्षा पर निबन्ध | Essay On Road Safety In Hindi In 500+ Words

सड़क सुरक्षा पर निबन्ध

हेलो फ्रेंड, इस पोस्ट “ सड़क सुरक्षा पर निबन्ध | Essay On Road Safety In Hindi In 500+ Words ” में, हम सड़क सुरक्षा के बारे में निबंध के रूप में विस्तार से पढ़ेंगे। तो…

चलो शुरू करते हैं…

वर्तमान समय में व्यस्त जीवन शैली के चलते हम सभी का अधिकतर समय घर से बाहर आने जाने में ही गुजर जाता है.

आने जाने की यह प्रक्रिया सड़कों और परिवहन के बिना बिल्कुल अपूर्ण है परंतु यही सड़कें और परिवहन के साधन रोजाना ना जाने कितने लोगों की जीवनलीला समाप्त कर देती हैं.

कारण सिर्फ एक लापरवाही इसलिए सड़क सुरक्षा सभी के लिए बेहद जरूरी है जिससे हम खुद भी सुरक्षित रहें और किसी दूसरे की सुरक्षा भी हमारे कारण खतरे में ना पड़े.

सड़क सुरक्षा का अर्थ

सड़क सुरक्षा का अर्थ यातायात दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों से है.

सड़क सुरक्षा अर्थात यातायात के दौरान सुरक्षा, इसके अंतर्गत सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए रणनीति बनाई जाती है, जिसके लिए वाहनों की गति तथा क्षमता नियंत्रण जैसे उपायों को अपनाया जाता है.

साथ ही सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण नियमों का निर्माण किया गया है जैसे कि ट्रैफिक सिग्नल, हेलमेट, सीटबेल्ट की अनिवार्यता, वाहनों की प्रदूषण मानकता, अधिकतम सवारी की तय सीमा इत्यादि.

सड़क सुरक्षा की आवश्यकता

वाहन चलाते वक्त सावधानी बरतनी अत्यंत आवश्यक है. तेज स्पीड से वाहन चलाने या यातायात नियमों को अनदेखा करने के कारण लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं.

जिससे शारीरिक पीड़ा के साथ-साथ कई बार तो लोग अपनी जान तक गंवा बैठते हैं.

अतः सभी को और खासतौर से बच्चों और युवाओं को सड़क सुरक्षा नियमों की अच्छे से जानकारी होनी चाहिए.

आंकड़ों के अनुसार अस्पतालों में ज्यादा भर्ती होने का मामला और मृत्यु का मुख्य वजह सड़क दुर्घटना ही है.

सड़क सुरक्षा का महत्व

सुरक्षा उपायों के प्रयोग द्वारा सड़क हादसों की रोकथाम और बचाव है सड़क सुरक्षा.

यह सड़क इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों जैसे पैदल, दो पहिया, चार पहिया और बहू पहिया वाहन वालों की सुरक्षा के लिए है.

सभी लोगों के लिए उनके पूरे जीवन भर सड़क सुरक्षा उपायों का अनुसरण करना बहुत ही महत्वपूर्ण है.

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सड़क सुरक्षा के नियम

वाहन चलाते वक्त सीट बेल्ट पहनना, हेलमेट लगाना जैसे सुरक्षा उपायों को अपनाएं.

वाहन चलाते वक्त फोन पर बात ना करें.

वाहन की गति पर नियंत्रण रखें.

सड़क पर हमेशा बाएं तरफ चलना चाहिए.

व्यस्त सड़क पर चलते समय ज्यादा सावधानी बरतें.

वाहनों में निश्चित दूरी बनाकर रखें.

रोड पर बने नियमों की जानकारी रखें.

वाहन चलाते वक्त हम सभी को अलर्ट रहना चाहिए, अभिभावकों और अध्यापकों को बच्चों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना चाहिए.

साथ ही सरकार द्वारा सड़कों को सुधारा जाना चाहिए तथा यातायात नियमों को कड़ाई से लागू किया जाना चाहिए.

यदि हम सब वाहन चलाते वक्त नियमों का पालन करें तो सड़क सुरक्षा का स्वप्न एक दिन आवश्यक पूरा होगा.

अंततः मैं यही कहना चाहता हूं कि हम सभी लोगों को सड़क पर चलते वक्त सचेत रहना चाहिए ताकि हम लोग सुरक्षित वापस घर लौट सके.

इस पोस्ट “ सड़क सुरक्षा पर निबन्ध | Essay On Road Safety In Hindi In 500+ Words “, को पढ़ने के लिए आप सभी लोगों का दिल से धन्यवाद .

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road safety essay in hindi 500 words

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Essay on Road Safety in Hindi

Essay on Road Safety in Hindi

आज जिस तरह से सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है, बेहद चिंतनीय है। इसके लिए सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने और उन्हें यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाने की बेहद आवश्यकता है।

वहीं सड़क सुरक्षा के बारे में बच्चों को बताकर उनके जीवन को सुरक्षित करने के उद्देश्य से कई बार निबंध लेखन प्रतियोगिता अथवा स्कूलों में आयोजित परीक्षाओं में निबंध लिखने के लिए कहा जाता है, इसलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में सड़क सुरक्षा पर अलग-अलग शब्द सीमा पर निबंध उपलब्ध करवा रहे हैं जिनका इस्तेमाल आप अपनी जरूरत के मुताबिक कर सकते हैं-

Essay on Road Safety in Hindi

आज हर कोई इतनी जल्दी में रहता है कि, अपने मंजिल तक जल्दी पहुंचने की होड़ में ओवरटेक करता है। या फिर स्पीड से वाहन चलाकर यातायात नियमों का पालन नहीं करता है, जिससे कई बार व्यक्ति को इन सभी कारणों की वजह से अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है।

या फिर अपंग या अपाहिज बनकर इसका खामियाजा जिंदगी भर के लिए भुगतना पड़ता है। वहीं पिछले कुछ सालों में स्पीड और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी की वजह से होने वाली सड़क हादसों में काफी वृद्धि भी हुई है, जो कि काफी चिंताजनक है।

वहीं इन हादसों पर लगाम लगाने के लिए, हम सभी को एकजुट होकर सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है और इस दिशा में प्रयास करने की जरूरत है।

“यातायात नियमों का पालन करें, दुर्घटना से बचें रहें।।”

सड़क हादसों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े –

  • सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं होने की वजह से सड़क हादसों का ग्राफ आसमान छू रहा है, वहीं सड़क हादसों से जुड़े कुछ आंकड़े इस प्रकार हैं –
  • दुनिया भर में सड़क दुर्घटनाओं में हर रोज करीब 3000 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।
  • भारत में हर साल करीब डेढ़ लाख लोग सड़क हादसों की भेंट चढ़ जाते हैं और उनकी अपनी जान गवां बैठते हैं।
  • सड़क हादसों में मरने वाले लोगों की संख्या में करीब 50 फीसदी लोग पैदल यात्री या फिर दो पहिया पर चलने वाले होते हैं।
  • सड़क दुर्घटनाओं में भारत में रोजाना करीब 16 मासूम बच्चे अपनी जान गंवा बैठते हैं।
  • सड़क हादसों में हुए एक शोध के मुताबिक अगर इस हालत पर काबू नहीं पाया गया तो साल 2020 तक करीब 20 लाख लोग हर साल सड़क हादसों की भेंट चढ़ेंगे।

सड़क सुरक्षा के जुड़ी कुछ मुख्य समस्याएं –

सड़क सुरक्षा का मुद्दा आज एक गंभीर मुद्दा बन चुका है, वहीं आज कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता, जब भीषण सड़क हादसे से मौत और पीड़ित व्यक्ति की खबर न्यूज चैनलों अथवा अखबार में नहीं दिखाई दें।

इसलिए इस सड़क सुरक्षा पर गौर करने की जरूरत है, हालांकि सड़क सुरक्षा एक चुनौतीपूर्ण रुप धारण कर चुकी हैं, जिसकी कुछ मुख्य समस्याएं इस प्रकार हैं –

  • सड़कों की हालत बेहद खराब होना अथवा सड़कों में गड्ढ़े आदि होना।
  • ट्रैफिक व्यवस्था का सही नहीं होना।
  • सीवर लाइनों का उचित प्रबंध न होना।
  • आवारा पशुओं का खुलेआम सड़कों पर घूमना।
  • पैदल यात्रियों के लिए क्रॉस ब्रिज अथवा फुटपाथ का निर्माण नहीं होना।
  • ओवरलोडेड वाहनों का शहर की मुख्य सड़कों से होकर गुजरना।
  • यातायात के नियमों का सख्ती से पालन नहीं करना।

हम सभी को मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति सजग होना चाहिए, और अपने बच्चों को भी यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देनी चाहिए। तभी लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी।

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Sadak Suraksha par Nibandh

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने का मतलब है कि आप अपनी जीवन की सुरक्षा के प्रति सजग हैं और अपनी जान की परवाह करते हैं, वहीं जो लोग सड़क सुरक्षा को महत्व नहीं देते, ऐसे लोग अपनी जान से हाथ गवां बैठते हैं, कई बार उनकी लापरवाही की वजह से अन्य लोगों को भी इसका गंभीर नुकसान भुगतना पड़ता है।

सड़क सुरक्षा से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें – Importance of Road Safety in India

  • समय पर घऱ से निकले और कार ड्राइविंग के समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल जरूर करें, दो पहिया वाहन चालक हेलमेट पहनना बिल्कुल भी न भूलें।
  • ओवरटेक नहीं करें और न हीं स्पीड से वाहन चलाएं।
  • ड्राइविंग के समय फोन पर बात न करें।
  • शराब के नशे में ड्राइविंग नहीं करें।
  • वन वे में कभी भी रिवर्स में अथवा गलत दिशा में गाड़ी चलाने से बचें।
  • ट्रैफिक नियमों को जहन में रखकर वाहन चलाएं।

भारत सरकार का मोटर वाहन बिल –

साल 2016 में भारत सरकार द्धारा सड़क सुरक्षा के तहत एक मोटर वाहन बिल पारित किया गया था। जिसके तहत ट्रैफिक के नियमों को पहले की तुलना में सख्ती से लागू किया गया और सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।

इसके साथ ही ट्रैफिक विभाग को आधुनिक तकनीको से लैस उपकरण देने की बात कही गई, हालांकि इस बिल को पारित करने के बाद भी सड़क हादसों में कोई खास कमी नहीं आई है।

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना –

सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। इसके लिए हम सभी को अपने-अपने घरों में अपने बच्चों को अथवा अपने दोस्तों को सड़क सुरक्षा के नियमों से अवगत करवाना चाहिए।

इसके साथ ही स्कूल, कॉलेजों में भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा नियमों से अवगत करवाना चाहिए और समय-समय पर सड़क सुरक्षा से जुड़े विषय पर सेमिनार और कैंप आदि का आयोजन किया जाना चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सड़क सुरक्षा के महत्व को समझ सकें और दुर्घटना से बच सकें और अपने जीवन की रक्षा कर सकें।

वहीं इस टेक्नोलॉजी के युग में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से लोग यातायात के नियमों को सोशल मीडिया साइट्स पर भी शेयर कर जागरुकता फैला सकते हैं, अथवा सड़क सुरक्षा से जुड़े कुछ कोट्स अथवा स्लोगन के माध्यम से भी लोगों को प्रेरित कर सकते हैं।

सड़क सुरक्षा के प्रति हम सभी को जागरूक होना चाहिए और यातायात के नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए ताकि लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सके।

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Sadak Suraksha Essay in Hindi

सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लेना चाहिए और वाहन चलाते वक्त लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, नहीं तो इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है। क्योंकि-

“जो सुरक्षा से मित्रता तोड़ेगा, वह जल्द ही दुनिया छोड़ेगा।”

ध्यान रखने योग्य जरूरी सड़क सुरक्षा नियम:

  • सड़क पर हमेशा लेफ्ट की साइड ही चलें अथवा अपना वाहन भी लेफ्ट साइड पर ही रखें।
  • स्पीड से वाहन नहीं चलाएं।
  • दौड़ते हुए कभी रोड क्रॉस नहीं करें।
  • मुड़ते वक्त इंडिकेटर का इस्तेमाल करें।
  • टैफिक सिंगल अथवा स्ट्रीट लाइट्स का पालन करें। ग्रीन लाइट होने पर ही चौराहे को क्रॉस करें। यलो लाइट हो जाने पर रुक जाएं और रेड लाइट होने पर खड़े रहें और ग्रीन लाइट के जलने का इंतजार करें।
  • गाड़ी का इस्तेमाल करते वक्त हमेशा आइने का इस्तेमाल करें, ताकि अपने पीछे से आने वाले वाहनों से सचेत रह सकें।
  • शराब पीकर गाड़ी कभी नहीं चलाएं।
  • पैदल चलने वाले यात्री फुटपाथ पर चलें, अगर फुटपाथ नहीं हो तो हमेशा लेफ्ट की तरफ ही चलें।
  • 18 साल से कम उम्र के बच्चे वाहन नहीं चलाएं।
  • वाहन चलाते वक्त हमेशा ड्राइविंग लाइसेंस अपने पास रखें।
  • गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन से बात न करें, अथवा म्यूजिक नहीं सुने।

आखिर क्यों होते हैं सड़क हादसे, इसके मुख्य कारण – Causes of Road Accident

  • सड़कों की दयनीय दशा, सड़कों में गड्ढ़े होना।
  • यातायात नियमों की अनदेखी करना।
  • बिना हेलमेट अथवा बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाना।
  • स्पीड से वाहन चलाना।
  • शराब पीकर वाहन चलाना।
  • ट्रैफिक सिग्नलों का ज्ञान नहीं होना।
  • इंडिकेटर नहीं देना।
  • जल्दी पहुंचने के लिए ओवरटेक करना।
  • पैदल यात्रियों द्धारा अचानक से रोड क्रॉस करना।
  • सड़क सुरक्षा नियमों की सही जानकारी नहीं होना।

भारत में यातायात नियमों की अनदेखी पर लगने वाला जुर्माना और सजा –

  • भारत में स्पीड से गाड़ी चलाते वक्त ट्रैफिक पुलिस द्दारा पहली बार पकड़े जाने पर 100 रुपए का जुर्माना अथवा दूसरे बार पकड़े जाने पर 300 रुपए का जुर्माने लगने प्रावधान है।
  • ड्राइविंग के समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर 100 से 300 रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान।
  • बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाने पर, वाहन चालक को 3 महीने की सजा अथवा 500 रुपए का जुर्माना या फिर दोनों हो सकता है।

जब हम सभी लोग मिलकर सख्ती से यातायात नियमों को पालन करने का संकल्प लेंगे, तभी लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी।

  • Essay in Hindi

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Nice I ilke it

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HINDI ESSAYS & TOPICS

Essay on Road Safety in Hindi – सड़क सुरक्षा पर निबंध

June 5, 2018 by essaykiduniya

Here you will get Paragraph and Short Essay on Road Safety in Hindi Language for students of all Classes in 250 and 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में सड़क सुरक्षा पर निबंध मिलेगा।

Essay on Road Safety in Hindi

Short Essay on Road Safety in Hindi Language – सड़क सुरक्षा पर निबंध ( 200 words )

हर रोज सड़को पर दुर्घटनाओं के किस्से अखबारों में पढ़ने को मिलते है। मृत्यु दर में सबले ज्यादा वृद्धि सड़क हादसों के कारण ही हुई है। आज के युग में लोग इतनी जल्दबाजी में रहते है जिससे सड़क हादसे बढ़ते है। सड़क हादसों का मुख्य कारण वाहन को तेज गति से चलाना, गलत दिशा में चलाना और शराब पीकर वाहन चलाना है। लोग ओवर टेकिंग की कोशिश करते है जिससे सड़क हादसे बड़ रहे है। सड़क यातायात सुरक्षा एक ऐसी विधी है जिसके अंतर्गत सरकार ने लोगों की सुरक्षा के लिए बहुत से नियम बनाए है।

दो पहिया वाहन पर हेलमेट पहनना अनिवार्य है। सीट बैल्ट लगाना अनिवार्य है। हर वाहन के लिए गति सीमा निर्धारित की गई है। सरकार ने शराब पीकर वाहन चलाने पर भी रोक लगाई है और जगह जगह पर लोगों के ड्रिंकिंग टैस्ट होते है। स्कूलों में भी बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में पढ़ाना चाहिए ताकि आने वाले समय में सड़क हादसे कम हो सके। ज्यादातर सड़क हादसे विकसित देशों में होते है। हमें अपनी और दुसरों की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा। हमें अपने साथ प्राथमिक चिकित्सा का समान लेकर चलना चाहिए और आपातकालीन औजार भी अपने साथ रखने चाहिए। वाहन को गति सीमा में ही चलाए। दुर्घटना से देर भली।

Essay on Road Safety in Hindi – सड़क सुरक्षा पर निबंध ( 500 words )

हम सभी रोजाना किसी न किसी काम के लिए सड़क का प्रयोग करते हैं। सड़कों पर वाहनों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है। लोगों ने अपनी सुविधाओं के लिए, एक स्थान से दुसरे स्थान तक आने जाने के लिए वाहनों का प्रयोग करना शुरू किया है। लेकिन जल्दबाजी में वह सुरक्षा नियमों को भुल जाते हैं और दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते है। रोज सड़को पर बहुत सी दुर्घटनाएँ घटती है। सड़क सुरक्षा एक ऐसी विधि है जिसके अंतर्गत सड़को पर चलने वालों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं।

सड़क पर हो रही दुर्घटनाओं से मृत्यु दर में वृद्धि हो रही है। ज्यादातर सड़क दुर्घटनाओं का कारण तेज गति से वाहन को चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाना या फिर शराब पीकर वाहन चलाना है। सड़क हादसों का शिकार वो लोग भी हो जाते है जो सही तरीके से वाहन को चला रहे होते है। कुछ लापरवाह लोगों की वजह से पैदल यात्रियों को भी सड़क हादसे का शिकार होना पड़ता है। सड़क हादसों में सबसे ज्यादा जिनकी मृत्यु हुई है उनकी उमर 10 से 19 साल के बीच में होती है। कहीं आते जाते वक्त जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। कहा भी जाता है दुर्घटना से देरी भली। सरकार ने लोगों की सुरक्षा के लिए और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कुछ सुरक्षा नियम लागू किए है।

सड़क का क्षेत्र देखकर वाहन की गति तय की गई है। लोगों को उसी गति सीमा में वाहन चलाना चाहिए। दो पहिया वाहनों पर हेल्मेट पहनना अनिवार्य है ताकि लोगों को सिर पर गंभीर रूप से चोट न लगे। लोगों को अपनी निर्धारित दिशा में ही चलना होगा। सरकार ने शराब पीकर वाहन चलाने पर रोक लगाई है इसके लिए रात को पुलिस वाले सभी गाड़ियों को रोक कर उनके चालकों का ड्रिंकिंग टैस्ट करते है। सीट बैल्ट लगाना भी अनिवार्य किया है। सरकार ने दो पहिया वाहन पर तीन लोगों को बैठने से मना किया है ताकि ज्यादा भार से वाहन का संतुलन न बिगड़े। सरकार इन नियमों को तोड़ने वालों का चलान करती है ताकि वह दोबारा ऐसी गलती न करें। बार बार इन नियमों को तोड़ने वालों का लाइसेंस रद्द किया जाता है।

लोगों के पास लाइसेंस होना चाहिए जिससे यह प्रमाणित हो सके कि उन्होंने गाड़ी चलाने का अभ्यास किया है और उन्हें चलानी आती है। बहुत सी दुर्घटनाओं का कारण लोगों को नियमों के बारे में न पता होना है। इसलिए बच्चों को स्कुल में ही सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में पढ़ाया जाना चाहिए ताकि भविष्य में जब वह वाहन चलाए तो उन्हें यातायात के नियम पता हो और वह दुर्घटना से बच सके। लोगों में नियमों को लेकर जागरूकता लाना आवश्यक है अन्यथा देश की आधी से ज्यादा जनसंख्या सड़क हादसों में ही रह जाएगी। ज्यादातर सड़क हादसे विकसित देशों में ही होते है। जितने ज्यादा वाहन उतने ज्यादा सड़क हादसे और उतनी ही ज्यादा मृत्यु दर में वृद्धि। सरकार को जगह जगह पर कैमरे लगाने चाहिए ताकि यातायात के नियमों को तोड़ने वालों को पकड़ा जा सके।

हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Road Safety in Hindi – सड़क सुरक्षा पर निबंध ) को पसंद करेंगे।

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Road Safety Essay in Hindi

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Road Safety Essay in Hindi

सड़क सुरक्षा पर छोटे तथा बड़े निबंध (essay on road safety in hindi).

  • प्रस्तावना,
  • यातायात के प्रमुख साधन,

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

प्रस्तावना- सुरक्षित जीवन के लिए सड़क के नियम एवं संकेतों का भलीभाँति पालन किया जाना आवश्यक है। सड़क के नियमों का सही प्रकार पालन करने से हम यातायात विषयक बढ़ती हुई दुर्घटनाओं से स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं।

सड़कों पर दौड़ते वाहनों की संख्या में वृद्धि तथा यातायात सम्बन्धी संकेतों के अभाव में अनहोनी दुर्घटनाएँ घट जाती हैं जिनसे मनुष्य की या तो दुर्घटनास्थल पर ही मृत्यु हो जाती है अथवा वह जीवनभर के लिए विकलांग बन जाता है। यह विकलांगता मनुष्य को जीवनभर उसको सड़क के नियमों की अज्ञानता की याद दिलाती रहती है। इससे वह नित्य मर-मरकर जीते हुए अपना जीवन काटता है।

Road Safety Essay in Hindi

यातायात के प्रमुख साधन- मनुष्य के विकास के इतिहास में यातायात के साधनों का महत्त्वपूर्ण योगदान है। पहिए के विकास से मानव जीवन के विकास की कहानी जड़ी है। मनुष्य ने ज्यों-ज्यों अपने बद्धि-बल का प्रयोग किया त्यों-त्यों उसने यातायात के साधन विकसित किये।

पहले मनुष्य ऊँट, घोड़े, खच्चर, ताँगे तथा बैलगाड़ियों से यात्राएँ किया करता था। उसकी यात्रा समय एवं व्यय साध्य होती थी। इसके बाद तेज गति वाले वाहनों का विकास हुआ। मालवाहक ट्रक, मोटर साइकिल, स्कूटर, बस तथा रेल, ट्राम गाड़ियों की खोज भी मानव बुद्धि के ही चमत्कार हैं।

पहले लोगों के पास साइकिल तक न थी, आज मोटर साइकिल तथा कारों की भरमार है। मानव जैसे आर्थिक रूप से सम्पन्न होता गया, वैसे-वैसे उसकी क्रयशक्ति बढ़ी और उसने विभिन्न प्रकार के वाहन खरीदना प्रारम्भ कर दिया। आज के समय में तो इनकी संख्या इतनी अधिक हो गयी है कि घर के प्रत्येक सदस्य को मोटर साइकिल अथवा कार की आवश्यकता पड़ने लगी है।

भले ही बच्चे भलीभाँति कार चलाना न जानते हों लेकिन वे मोटर साइकिल अथवा कार लेकर सड़कों पर निकल पड़ते हैं। परिणाम होता है भीषण दुर्घटना। तकनीकी विकास का भी इन दुर्घटनाओं के विकास में बड़ा योगदान है।

Essay on Road Safety in Hindi

सड़क के नियम एवं संकेत-

(क) नियम-यातायात के साधन जितने बढ़ रहे हैं, उतने ही यातायात के नियम बढ़ रहे हैं और उनमें जटिलता आ रही है। सड़क यातायात के कुछ प्रमुख नियम इस प्रकार हैं-

  • हम हमेशा सड़क के बायीं ओर चलें।
  • पैदल चलने के लिए फुटपाथ का प्रयोग करें।
  • सड़क पार करने हेतु ‘ओवर ब्रिज’ अथवा ‘जेब्रा लाइन’ को अपनाएँ।
  • वाहन चलाते समय स्पर्धा दौड़ को न अपनाएँ, दूसरे वाहनों से आगे निकलने का प्रयास कदापि न करें।
  • ध्वनि (हॉर्न) करके ही आगे निकलने का प्रयास करें जिससे दूसरा चालक आपको संकेत देकर रास्ता दे सके।
  • वाहन मोड़ते समय यथासम्भव उचित संकेत देने का प्रयास करें, अचानक वाहन मोड़ना दुर्घटना का कारण बन जाता है।
  • वाहन को चलाने में सावधानी अपनाएँ क्योंकि ‘सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।
  • सड़क पर लगे निशान, चिह्नों तथा संकेतों का पालन करें।

(ख) संकेत-सड़क पर चलने के सम्बन्ध में कुछ संकेत निर्धारित किये गये हैं जिनके पालन से हम दुर्घटना से बच सकते हैं। प्राय: शहरों में चौराहों पर लाल, पीली तथा हरी बत्तियाँ लगी रहती हैं। लाल बत्ती का अर्थ है-एकदम रुकिए और जब तक लाल बत्ती जलती रहे तब तक रुके रहें। पीली बत्ती जलने का अर्थ है-सब ओर चौकन्ने होकर देखिए तथा बढ़ने के लिए तैयार हो जाइए।

हरी बत्ती जलने का अर्थ है-चलिए, आगे बढ़िए। कभी-कभी यातायात बहुत कम हो जाने पर अथवा लाल या हरी बत्तियों में किसी गड़बड़ी के कारण मात्र पीली बत्ती ही लगातार जलती-बुझती रहती है। यह इस बात का संकेत है कि सावधानीपूर्वक देखकर चलिए। इसी प्रकार यदि आगे मोड़ होता है तो उसका संकेत भी कुछ दूर पहले ही सड़क के किनारे बोर्ड पर अंकित रहता है।

इसके अतिरिक्त स्कूल, अस्पताल, सड़क बन्द होने तथा आगे आने वाले मोड़ के संकेत भी इसी प्रकार के बोर्डों पर बने होते हैं। हमें इन संकेतों का ध्यान रखना चाहिए। पुल, फाटक आदि के संकेत भी सड़क के किनारे लगे रहते हैं जिनका पालन किया जाना परमावश्यक है।

उपसंहार- यातायात के नियमों एवं संकेतों का पालन करना मानवता के हित में है। नियमों का पालना करना समाज, प्रदेश तथा राष्ट्र हितकारी होता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर यातायात पुलिस तथा प्रदेश का पुलिस प्रशासन ‘यातायात नियम सप्ताह आयोजित करते हैं।

नियमानुसार सड़कों पर वाहन न चलाना दुर्घटना का कारण बन जाता है अत: दुर्घटनाओं से बचने के लिए उचित गति से नियमानुसार वाहन चलाएँ। वाहन चलाना सीखकर ही लाइसेंस बनवाएँ। अभ्यास सबसे बड़ा गुरु है अत: वाहन चलाने का धैर्यपूर्वक अभ्यास करना चाहिए।

वाहन चलाते समय वाहन की गति को नियन्त्रित रखा जाना भी आवश्यक है, क्योंकि ऐसा करने से दुर्घटना की सम्भावना कम हो जाती है। वाहन को सजगतापूर्वक चलाना चाहिए क्योंकि दुर्घटना से देर भली।

सड़क के नियम पालन में लापरवाही नहीं करनी चाहिए। स्वयं उचित ढंग से चलना चाहिए तथा अन्य वाहन चालकों से भी सतर्क रहना चाहिए, हो सकता है कि दूसरा वाहन चालक दक्ष न हो।

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सड़क सुरक्षा पर निबंध – Road Safety Essay in Hindi

Hindi Essay प्रत्येक क्लास के छात्र को पढ़ने पड़ते है और यह एग्जाम में महत्वपूर्ण भी होते है इसी को ध्यान में रखते हुए hindilearning.in में आपको विस्तार से essay को बताया गया है |

सड़क सुरक्षा पर छोटे तथा बड़े निबंध (Essay on Road Safety in Hindi)

  • प्रस्तावना,
  • यातायात के प्रमुख साधन,

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

प्रस्तावना- सुरक्षित जीवन के लिए सड़क के नियम एवं संकेतों का भलीभाँति पालन किया जाना आवश्यक है। सड़क के नियमों का सही प्रकार पालन करने से हम यातायात विषयक बढ़ती हुई दुर्घटनाओं से स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं।

सड़कों पर दौड़ते वाहनों की संख्या में वृद्धि तथा यातायात सम्बन्धी संकेतों के अभाव में अनहोनी दुर्घटनाएँ घट जाती हैं जिनसे मनुष्य की या तो दुर्घटनास्थल पर ही मृत्यु हो जाती है अथवा वह जीवनभर के लिए विकलांग बन जाता है। यह विकलांगता मनुष्य को जीवनभर उसको सड़क के नियमों की अज्ञानता की याद दिलाती रहती है। इससे वह नित्य मर-मरकर जीते हुए अपना जीवन काटता है।

यातायात के प्रमुख साधन- मनुष्य के विकास के इतिहास में यातायात के साधनों का महत्त्वपूर्ण योगदान है। पहिए के विकास से मानव जीवन के विकास की कहानी जड़ी है। मनुष्य ने ज्यों-ज्यों अपने बद्धि-बल का प्रयोग किया त्यों-त्यों उसने यातायात के साधन विकसित किये।

पहले मनुष्य ऊँट, घोड़े, खच्चर, ताँगे तथा बैलगाड़ियों से यात्राएँ किया करता था। उसकी यात्रा समय एवं व्यय साध्य होती थी। इसके बाद तेज गति वाले वाहनों का विकास हुआ। मालवाहक ट्रक, मोटर साइकिल, स्कूटर, बस तथा रेल, ट्राम गाड़ियों की खोज भी मानव बुद्धि के ही चमत्कार हैं।

पहले लोगों के पास साइकिल तक न थी, आज मोटर साइकिल तथा कारों की भरमार है। मानव जैसे आर्थिक रूप से सम्पन्न होता गया, वैसे-वैसे उसकी क्रयशक्ति बढ़ी और उसने विभिन्न प्रकार के वाहन खरीदना प्रारम्भ कर दिया। आज के समय में तो इनकी संख्या इतनी अधिक हो गयी है कि घर के प्रत्येक सदस्य को मोटर साइकिल अथवा कार की आवश्यकता पड़ने लगी है।

भले ही बच्चे भलीभाँति कार चलाना न जानते हों लेकिन वे मोटर साइकिल अथवा कार लेकर सड़कों पर निकल पड़ते हैं। परिणाम होता है भीषण दुर्घटना। तकनीकी विकास का भी इन दुर्घटनाओं के विकास में बड़ा योगदान है।

सड़क के नियम एवं संकेत-

(क) नियम-यातायात के साधन जितने बढ़ रहे हैं, उतने ही यातायात के नियम बढ़ रहे हैं और उनमें जटिलता आ रही है। सड़क यातायात के कुछ प्रमुख नियम इस प्रकार हैं-

  • हम हमेशा सड़क के बायीं ओर चलें।
  • पैदल चलने के लिए फुटपाथ का प्रयोग करें।
  • सड़क पार करने हेतु ‘ओवर ब्रिज’ अथवा ‘जेब्रा लाइन’ को अपनाएँ।
  • वाहन चलाते समय स्पर्धा दौड़ को न अपनाएँ, दूसरे वाहनों से आगे निकलने का प्रयास कदापि न करें।
  • ध्वनि (हॉर्न) करके ही आगे निकलने का प्रयास करें जिससे दूसरा चालक आपको संकेत देकर रास्ता दे सके।
  • वाहन मोड़ते समय यथासम्भव उचित संकेत देने का प्रयास करें, अचानक वाहन मोड़ना दुर्घटना का कारण बन जाता है।
  • वाहन को चलाने में सावधानी अपनाएँ क्योंकि ‘सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।
  • सड़क पर लगे निशान, चिह्नों तथा संकेतों का पालन करें।

(ख) संकेत-सड़क पर चलने के सम्बन्ध में कुछ संकेत निर्धारित किये गये हैं जिनके पालन से हम दुर्घटना से बच सकते हैं। प्राय: शहरों में चौराहों पर लाल, पीली तथा हरी बत्तियाँ लगी रहती हैं। लाल बत्ती का अर्थ है-एकदम रुकिए और जब तक लाल बत्ती जलती रहे तब तक रुके रहें। पीली बत्ती जलने का अर्थ है-सब ओर चौकन्ने होकर देखिए तथा बढ़ने के लिए तैयार हो जाइए।

हरी बत्ती जलने का अर्थ है-चलिए, आगे बढ़िए। कभी-कभी यातायात बहुत कम हो जाने पर अथवा लाल या हरी बत्तियों में किसी गड़बड़ी के कारण मात्र पीली बत्ती ही लगातार जलती-बुझती रहती है। यह इस बात का संकेत है कि सावधानीपूर्वक देखकर चलिए। इसी प्रकार यदि आगे मोड़ होता है तो उसका संकेत भी कुछ दूर पहले ही सड़क के किनारे बोर्ड पर अंकित रहता है।

इसके अतिरिक्त स्कूल, अस्पताल, सड़क बन्द होने तथा आगे आने वाले मोड़ के संकेत भी इसी प्रकार के बोर्डों पर बने होते हैं। हमें इन संकेतों का ध्यान रखना चाहिए। पुल, फाटक आदि के संकेत भी सड़क के किनारे लगे रहते हैं जिनका पालन किया जाना परमावश्यक है।

उपसंहार- यातायात के नियमों एवं संकेतों का पालन करना मानवता के हित में है। नियमों का पालना करना समाज, प्रदेश तथा राष्ट्र हितकारी होता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर यातायात पुलिस तथा प्रदेश का पुलिस प्रशासन ‘यातायात नियम सप्ताह आयोजित करते हैं।

नियमानुसार सड़कों पर वाहन न चलाना दुर्घटना का कारण बन जाता है अत: दुर्घटनाओं से बचने के लिए उचित गति से नियमानुसार वाहन चलाएँ। वाहन चलाना सीखकर ही लाइसेंस बनवाएँ। अभ्यास सबसे बड़ा गुरु है अत: वाहन चलाने का धैर्यपूर्वक अभ्यास करना चाहिए।

वाहन चलाते समय वाहन की गति को नियन्त्रित रखा जाना भी आवश्यक है, क्योंकि ऐसा करने से दुर्घटना की सम्भावना कम हो जाती है। वाहन को सजगतापूर्वक चलाना चाहिए क्योंकि दुर्घटना से देर भली।

सड़क के नियम पालन में लापरवाही नहीं करनी चाहिए। स्वयं उचित ढंग से चलना चाहिए तथा अन्य वाहन चालकों से भी सतर्क रहना चाहिए, हो सकता है कि दूसरा वाहन चालक दक्ष न हो।

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Road Safety Essay in Hindi

hindiinhindi Road Safety Essay in Hindi Language

Road Safety Essay in Hindi 300 Words

आधुनिक युग में सड़क दुर्घटना आम सी बात हो गई है। सड़क सुरक्षा उपायों की अनदेखी, तेज़ गति में गाडी चलाना, नशे में ड्राइविंग और गलत दिशा में गाड़ी चलाना आदि के कारन सड़क हादसे बढ़ते ही जा रहे है। वाहनों के बढ़ते टकराव की वजह से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है। सुबह 7 भी से रात के 9 बजे तक सड़कें व्यस्त रहती है और बड़े शहरों में तो 24 घंटे सड़कें पर वहां उच्च गति से दौड़ते है। एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए और अपनी निजी कामो को जल्दी से अंजाम देने के लिए इंसान वाहनों का भरपूर सहारा ले रहा है, जिस वजह से सड़कों पर यातायात की समस्या पहले के मुकाबले ज्यादा बढ़ गई है। जब लोग खुद यातायात नियमों की एहमियत समझेंगे और सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करेंगे तभी सड़क हादसों पर काबू पाया जा सकेगा।

सड़क सुरक्षा उद्देश्यों के लिये ये बहुत जरुरी है कि प्रत्येक व्यक्ति रक्षात्मक चालन कोर्स करे। किसी भी गंभीर परिस्तिथि में या विभिन्न दुर्घटनाओं के बाद खुद स्थिति को संभालने का तरीका सभी को जरूर पता होना चाहिए। इस के लिए स्कूलो तथा कॉलेजो में ही बच्चो को सड़क सुरक्षा उपायों के बारे में पढ़ाया जाना चाहिए। अगर विद्यार्थी पहले से ही सभी सड़क सुरक्षा नियमो तथा इस विषय की पूरी जानकारी होगी तो होने वाले सड़क हादसों के आंकड़ों में बहुत सुधर आएगा, क्योकि ज्यादातर सड़क हादसे कम उम्र के लोग और नियमो की जानकारी न होने के कारण होते है। उदाहरण के तोर पर, अगर ब्रेक खराब हो जाये तो आपको ब्रेक खराब होने की चेतावनी चिन्ह के बारे में पता होना चाहिये। यात्रा करने से पहले सभी अपने साथ प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स, आपातकालीन टूल आदि रखे और इनके साथ-साथ अपने वाहन की भी अच्छे से जाँच कर ले।

सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए पहले तो खुद सभी को सड़क नियमो की पलना करनी चाहिए जैसे कि गति सीमा से निचे वाहन चलना, सीट बेल्ट बांध कर वाहन चलना, ड्राइविंग के समय मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल ना करना, दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनना और नशे में ड्राइविंग ना करना। सरकार को चाहिए कि जगह जगह कैमरे लगाये जाए जिससे इन नियम तोड़ने वालो पर कार्यवाई कि जा सके। दोषी पाए जाने पर चालकों के लाइसेंस (License) को रद्द किया जाए।

Road Safety Essay in Hindi 400 Words

हर व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में कहीं न कहीं आने जाने के लिए सड़क का उपयोग अवश्य करता है। आज के व्यस्त जीवन में सब एक दूसरे से जल्दी अपनी मंजिल पर पहुँचना चाहते है जिससे कि – रोज बहुत सी दुर्घटनाएँ घटित होती हैं। सड़क यातायात सुरक्षा एक ऐसी विधि है जिसमें नियम बनाकर दुर्घटना को रोका जा सकता है और लोगों को चोट लगने से बचाया जा सकता है। कहा जाता है कि दुर्घटना से देर भली है। लोगों के तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने, नशे में गाड़ी चलाने की वजह से ज्यादातर दुर्घटना होती है।

सड़क यातायात सुरक्षा की आवश्यकता

हर रोज बहुत सी दुर्घटना घटित होती है जिससे कि बहुत से लोग अपनी जान खो देते हैं। मरने वाले लोगों में ज्यादातर युवा होते है। जिससे कि देश अपनी युवा शक्ति को खोता जा रहा है। लोगों के वाहनों को नियंत्रण में रखने और सड़क हादसों को रोकने के लिए सड़क यातायात सुरक्षा नियम बनाए गए हैं।

सड़क यातायात सुरक्षा के नियम

सरकार ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सड़क यातायात के कुछ नियम बनाए हैं। वाहनों की गति को निर्धारित किया गया है। हर जगह पर चिन्ह बने हुए है जिससे कि आगे के रास्ते के बारे में पता चल सके और दुर्घटना को रोका जा सके। हर व्यक्ति को वाहन के लिए रक्षात्मक कोर्स करना चाहिए। वाहन चालक का ड्रिंकिंग टैस्ट भी किया जाता है जिससे कि पता लगाया जा सके की कहीं वो नशा करके तो वाहन नहीं चला रहें है। सुरक्षा के नियमों को तोड़ने वालो का चलान किया जाता है और यदि एक ही व्यक्ति बार बार नियमों को तोड़े तो उसका लाइसेंस रद्द किया जाता हैं।

जिंदगी एक बार ही मिलती है और यह बहुमुल्य है। हर व्यक्ति को चाहिए कि वह खुद को भी सुरक्षित करें और दूसरों को भी सुरक्षित रखे। सड़क पर किसी एक व्यक्ति की लापरवाही के कारण दूसरा भी अपनी जिंदगी खो बैठता है। हम सबकों यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। दो पहिया वाहनों को चलाने वालों को हेल्मेट अवश्य पहनना चाहिए। यातायात के नियम हमारी सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं और हम सबको बोझ न समझकर बल्कि जिम्मेदारी समझना चाहिए। हर नागरिक को चाहिए कि वह अपने साथ साथ दूसरों को भी यातायात के नियमों का पालन करना सिखाए।

सड़क सुरक्षा के प्रति हम सभी को जागरूक होना चाहिए और यातायात के नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए ताकि लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सके।

जब भी आप चलाएँ कोई वाहन, ध्यान रखें करें नियमों का पालन, एक भूल करे नुकसान, छीने खुशियाँ और मुस्कान…

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सड़क सुरक्षा पर निबंध

सड़क सुरक्षा पर निबंध-sadak suraksha par nibandh, सड़क सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा.

सड़क सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है और इसी प्रकार की सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और जीवन को बचाने के लिए मजबूत प्रयासों के साथ विचार किया जाना चाहिए। हम रोज़ दफ्तर, स्कूल, कॉलेज और इत्यादि स्थानों पर जाने हेतु सड़क पर चलते है और एक तरफ से दूसरी तरफ सड़क पार करते है। सड़क पार करते वक़्त हमे कुछ ज़रूरी निर्देशों का पालन करना पड़ता है। सड़क के कुछ कायदे कानून है। अगर कोई भी इसका उल्लंघन करता है तो उसे निश्चित तौर पर जुर्माना भरना पड़ता या फिर कोई दुर्घटना घटती है।

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए और सड़कों पर सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किए गए उपाय को साझा करने का कार्य ट्रैफिक पुलिस का होता है। ट्रैफिक पुलिस सड़क पर लगातार नियमो का पालन करने के साथ गाड़ियों को दिशा निर्देश देता है। सड़क सुरक्षा हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है। यह हमारे जीवन की सुरक्षा के लिए एक आवश्यक अभ्यास बन गया है। सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण सड़क सुरक्षा को अधिक महत्व मिला है। अगर हम सड़क सुरक्षा नियमों का ठीक से पालन करें, तो कई दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। आये दिन सड़क पर दुर्घटनाएं हो रही है, इसलिए हमे हमेशा सतर्क रहना चाहिए।

सड़क पर चलते समय कुछ ज़रूरी नियम निम्नलिखित है जिसे हमे पालन करना अनिवार्य है :

हेलमेट पहनना, उचित गति सीमा के भीतर वाहनों की सवारी करना, और सीट बेल्ट का उपयोग करना कुछ आवश्यक चीजें हैं जो सभी को याद रखना चाहिए। यहां तक ​​कि स्कूलों में बच्चों को सड़क सुरक्षा के बुनियादी नियम सिखाए जाते हैं, जैसे ट्रैफ़िक लाइट को समझना और ज़ेबरा लाइनों पर या सड़क के बाईं ओर चलना।

सड़क पार करते समय हमें कभी भी सेलफोन का उपयोग नहीं करना चाहिए। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना हमारे अपने फायदे के लिए है। आखिरकार, भगवान ने हमें जीवन का यह अनमोल उपहार दिया है। हमेशा जीवन में हमे सुरक्षित रहने और सड़क पार करते वक़्त चौकन्ना रहना चाहिए।

सड़क पार करते वक़्त एक छोटी सी भूल और हमारी लापरवाही हमारे लिए हानिकारक, दुर्घटनादाई हो सकती है। कार दुर्घटनाओं की तरह आम सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए, कई एहतियाती सड़क सुरक्षा कदम हैं जो उठाए जा सकते हैं। हमेशा आप सुनिश्चित करें कि आप हमेशा सीट बेल्ट पहनते हैं, खासकर जब बच्चे और आपका परिवार आपके साथ है।

गाड़ी चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस होना ज़रूरी है। वाहन चलाते समय ध्यान भंग होना खतरनाक है और इससे लोगों की जान जा सकती है। इसलिए, ड्राइविंग करते समय फोन पर बातें नहीं करना चाहिए। हमेशा वाहन एक जगह खड़ी करके फ़ोन पर बात करनी चाहिए। स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं विभिन्न वर्गों में सड़कों के करीब होनी चाहिए ताकि कभी भी किसी प्रकार का हादसा हो तो तुरंत मदद मिल सके।

गाड़ी चलाते वक़्त अगर ध्यान भटका तो हम और हमारा परिवार दुर्घटना का शिकार हो सकता है। 2008 के आंकड़ों के मुताबिक ज़्यादातर दुर्घटनाये सड़क हादसों की वजह से होती है। सड़क पर यातायात के कई प्रकार के साधन जैसे रिक्शा, साइकिल, कार, ट्रक, बस इत्यादि चलते है। सभी को सड़क संबंधित नियमो का पालन करना अनिवार्य है।

सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में आम जनता को जागरूक करना महत्वपूर्ण है। यह नियम आगे जागरूकता फैलाने और दुर्घटना दर और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में मदद करेगा। सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने के साथ, यह निश्चित  करना है कि सड़क दुर्घटना को कम से कम किया जा सके।

सड़क सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है और इसे सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और जीवन को बचाने के लिए मजबूत प्रयासों के साथ विचार किया जाना चाहिए। बढ़ते सड़क ट्रैफिक के संग वाहनों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है। यह अनुमान है कि दुनिया में सड़क हादसे के कारण ज़्यादातर लोग अपनी जान गवाते है।

सड़क पर हर एक वाहन के टकराव को रोकने और सड़क हादसों से बचने के लिए सही दूरी का पालन करना अनिवार्य है। बाइकर्स को हमेशा हेलमेट पहनकर मोटर साइकिल पर सवार होना चाहिए और बिना हेलमेट के सड़क पर बाइक बिलकुल चलानी नहीं चाहिए। वाहन चालकों को अपनी वाहन की गति सीमा को नियंत्रण रेखा से ऊपर नहीं करना चाहिए।

सड़क का प्रयोग करने वाले हर एक नागरिक को सड़क पार करने के नियमो के बारे में पता होना चाहिए। सुरक्षा हमारे हाथ में है और इसका सही इस्तेमाल करना हमारा कर्त्तव्य है।

आजकल लोगो को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने की हमेशा जल्दी रहती है। सब को आगे पहुंचना है और इसी चक्कर में गाड़ी की रफ़्तार बढ़ जाती है और ट्रैफिक नियमो का लगातार उलंग्घन किया जा रहा है इसलिए सड़क पर आए दिन दुर्घटनाओं की बात हमें सुनने में आती है, तभी हमें सोच समझकर सड़क पर गाड़ी सोच समझ कर चलानी चाहिए।

सड़क सुरक्षा उपायों का प्रमुख लक्ष्य सभी प्रकार की दुर्घटनाओं को कम करना है। ट्रैफ़िक सिग्नल वे संकेत हैं जो सभी सड़क पर चलने वाले हर एक इंसान को उनकी और अन्य सुरक्षा के लिए जानकारी और निर्देश देने के लिए लगाए जाते हैं। ट्रैफिक सिग्नल्स को मानना और उसका अनुकरण करना अनिवार्य है। जिंदगी इस संसार की अमूल्य संरचना है। एक चूक इंसान की मौत का कारण बन सकता है। सड़क को पार करते वक़्त सड़क नियमो का उचित पालन हमे और हमारे परिवार को सुरक्षित रखेगा। सड़क नियमो का पालन करना हर एक नागरिक का परम कर्तव्य है।

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सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi

सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi

आज के इस पोस्ट आप सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi हिन्दी मे पढ़ेंगे। इसमे हमने सड़क सुरक्षा के तथ्य, भारत मे इसकी स्तिथि, इसके लिए बनाए गए कानून और नियम बताए हैं।

Table of Content

भारत में बीते दशक में सड़क हादसे कई गुना ज्यादा बढ़ गए हैं। सड़क हादसों के दौरान हर बार केवल वाहन वाले व्यक्ति की ही गलती नहीं होती, कई बार पैदल चल रहे लोग भी सड़क हादसों का कारण बनते हैं। सड़क हादसे होते हैं क्योंकि लोग सड़क के नियमों से जागरूक नहीं होते और वे इनका पालन नहीं कर पाते।

सड़क हादसों से बचने के लिए ही तरह तरह के नियम बनाए गए हैं। यह दिन पर दिन बड़ी समस्या बनती जा रही है। सूत्रों के अनुसार 13 लाख लोगों की मृत्यु हर साल सड़क हादसे में हो जाती है। एक ऐसा ही आंकड़ा यह भी कहता है कि 5 करोड़ लोग सड़क हादसों में चोटिल हो जाते हैं और घायल हो जाते हैं। सड़क हादसों से बचने के लिए सड़क सुरक्षा बहुत जरूरी है। 

पढ़ें: सड़क सुरक्षा पर नारे

सड़क हादसों से जुड़े तथ्य Facts about Road Accidents

सड़क हादसे   काफी भयानक और दर्दनाक क्रम बनकर सामने आये हैं । सड़क हादसों से जुड़े कुछ तथ्य निम्नलिखित हैं :-  

  • हर रोज लगभग 3000 लोग विश्व स्तर पर सड़क हादसों के कारण मारे जाते हैं। 
  • विश्व भर में सड़क हादसों में मारे जाने वाले लोगों में युवा लोग अधिकांश हैं। मरने वालों की संख्या में  कुल 60 प्रतिशत लोग 15-29 के बीच की आयु के होते हैं। 
  • विश्व स्तर पर होने वाले 91% हादसे केवल विकासशील और विकसित देशों में ही होते हैं। गौरतलब है कि भारत भी एक विकासशील देश ही है। 
  • सड़क हादसों में मरने वाले लोगों में 50% लोग पैदल चलने वाले या फिर दुपहिया पर चलने वाले लोग होते हैं। 
  • सड़क हादसों में करोड़ों लोग चोटिल होकर आजीवन के लिए त्रस्त हो जाते हैं। 
  • अमेरिका के एक बड़े संस्थान द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार यदि जल्द ही कुछ नहीं किया गया तब, 2020 तक हर साल 20 लाख से अधिक लोग सड़क हादसों में मारे जाएंगे। 
  • सड़क हादसों को रोकने के लिए हर साल विश्व स्तर पर कुल 500 करोड़ से भी अधिक रुपए खर्च करने जरूरी हैं। 

यह सभी तथ्य सड़क हादसों को काफी ज्यादा भयावह रूप प्रदान करते हैं । इतनी आधुनिकता के बावजूद सड़क हादसे होना , दुर्भाग्यपूर्ण है । 

भारत में सड़क सुरक्षा Road Safety in India

विश्व के सबसे ज्यादा सड़क वाले देशों में भारत दूसरे नंबर पर आता है। भारत में लाखों किलोमीटर सड़क बनाई गई है और यहां पर हर साल करोड़ों रुपये सड़क बनाने के लिए खर्च किए जाते हैं।

भारत में सड़कों का महत्व इतना ज्यादा है कि यहां पर आम चुनावों में सड़क निर्माण एवं रखरखाव को एक अभिन्न एवं महत्वपूर्ण मुद्दे के तौर पर पेश किया जाता है। 

भारत मे सड़को का महत्व अत्यधिक है लेकिन सड़कों और सड़क हादसों के प्रति जागरूकता काफी कम है या कहें केवल नाम भर की है। भारत मे सड़क हादसे, एक गंभीर समस्या है।

गौरतलब है कि भारत में तकरीबन चार करोड़, अस्सी लाख से भी ज्यादा सड़क हादसे केवल साल 2016 में हुए थे। आंकड़ो के अनुसार केवल साल 2016 में हुए इतने हादसों में कुल डेढ़ लाख से अधिक लोगों की जानें गईं थीं। 

एक रिपोर्ट के अनुसार 10 करोड़ से भी अधिक लोग आजादी के बाद, भारत में केवल सड़क हादसों के कारण मारे गए हैं। यह चिंतनीय है और इस पर विचार अवश्य होना चाहिए। 

भारत में सड़क हादसों की मुख्य वजह यह है कि यहां के लोग सड़क नियमों के प्रति जागरूक नहीं हैं और सरकार द्वारा सड़क रखरखाव एवं निर्माण में दुरूस्त योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं किया जा रहा है।

गौरतलब है कि भारत में विश्व भर द्वारा सड़क रखरखाव एवं हादसों के प्रति जागरूकता के लिए खर्च किए कुल रुपयों का केवल 10% ही खर्च किया जाता है। यह बात तब और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है जब यह पता चलता है कि भारत में विश्व भर में मौजूद सड़कों में से, 40% सड़के हैं। 

पढ़ें: भारत में यातायात के नियम, चिन्ह, अर्थ

भारत में सड़क सुरक्षा के लिए कानून Road Safety Laws in India

भारत में सड़क हादसों द्वारा जान माल की हानि बहुत ज्यादा होने के बाद , सड़क सुरक्षा के प्रति कदम उठाए गए हैं । हालांकि ये कदम अपेक्षित रूप से कड़े नहीं हैं । 

भारत में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा योजना के तहत कई तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं। जैसे कि जागरूकता फैलाना। सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा से जुड़े कई सारे प्रचार भी टेलीविजन, रेडियो और अखबारों के माध्यम से प्रचारित किए गए, जिनमें बकायदा सड़क सुरक्षा पर बड़ी हस्तियों द्वारा जागरूकता फैलाई गई। 

New Motor Vehicle (Amendment) Act India, 2019 मोटर यान (संशोधन)

पढ़ें: मोटर वाहन अधिनियम 2019 के नियम, जुर्माना राशि, चालान

भारत की सरकार द्वारा 2019 में मोटर वाहन बिल भी पारित किया गया था। इस बिल में यह कहा गया था कि राज्य और केंद्र स्तर के अलग अलग मंत्रियों द्वारा सड़क सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करना उनकी कार्य प्रणाली में शामिल किया जाएगा। यह उनके अनिवार्य होगा। इस बिल मे और भी काफी कुछ शामिल था।

2019 में लाए गए इस नए मोटर वाहन अधिनियम 2019 में ट्रैफिक तोड़ने वालों के सख्ती बरतना, लाइसेंस मिलने को प्रक्रम को मुश्किल करना और वाहनों की गति नापने के लिए अलग अलग तरह की नई तकनीकों का प्रयोग करना शामिल था। इस बिल द्वारा सार्वजानिक वाहनों की दशा सुधारने पर भी कार्य शामिल थे। 

सड़क सुरक्षा के लिए आधारभूत नियम Basic Rules for Road Safety in Hindi

सड़क सुरक्षा पर सरकार और अन्य संस्थाओं द्वारा सामूहिक स्तर पर कार्य तो किया ही जा रहा है लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर भी कुछ नियम हैं जिनका पालन करने से सड़क हादसों से बचा जा सकता है । सड़क सुरक्षा के लिए यह नियम निम्नलिखित हैं :-  

  • बाएं से चलें :- सड़क पर चलने के दौरान यह ध्यान रखें कि आप बाईं ओर से चल रहे हों। वाहन चलाते वक़्त भी यह ध्यान रखें कि केवल बाईं ओर से ही चलें। 
  • इंडिकेटर का प्रयोग करें :- वाहन का प्रयोग करते समय यदि सड़क पर मुड़ना हो तो इंडिकेटर का प्रयोग करें। 
  • धीरे चलें :- गाड़ी की रफ्तार को धीमा रखें, यह कई सारी दुर्घटनाओं से आपको बचा सकती है। 
  • आइने का प्रयोग :- गाड़ी का प्रयोग करते समय यह सुनिश्चित कर लें कि आप आइने का प्रयोग करें और पीछे से आने वाले वाहनों से भी सचेत रह पाएं। 
  • शराब पीकर ड्राइव ना करें :-   शराब पीकर या अस्वस्थ अवस्था में वाहन का प्रयोग न करें। 

निष्कर्ष Conclusion

जिस प्रकार सड़क हादसे दिन ब दिन तेजी से बढ़ रहे हैं । यह मानवजाति के लिए काफी दुखद और शर्मनाक है । सड़क हादसों से बचने के लिए सभी नियमों का पालन व्यक्तिगत स्तर पर ही करना होगा । सड़क हादसों से बचने के लिए सड़क सुरक्षा बहुत जरूरी है । 

1 thought on “सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi”

In India road safety is no once job.Ithas been forcefully loaded on police .This was seen for last 12years,when sankhadhwani Rasta Surakhya Samiti ,Odisha ,to work in road safety .Though present govt has thought on this for first time ,still NGOare untouchable.Impression among state govt that these NGOs are blood shucker in the society.Thats why ,12Years has gone to drain time and energy has been killed by the state. Now it is only central govt ,if specifically assigned job directly with funding ,than some changes could be visible withen stipulated time frame.Govt also need to support the initiative.If govt will not support ,nothing can be possible. Iwould like to give ,information on a projet .Sencitization Centre in all the district ,under supervision of NGOworking on road safety ,this was simply rejected .Why this requred,now DLare issued on long term basis ,prior to granting DL an applicant needs to get some education not only on driving a machine ,but dos and donts on road while on wheel.Basic fundamental of Road Safety are never taught ,except track ,how he drive in track .Pl remember to get a liacence ,applicant will adhered to all ,that at the time of tet .If a third party comes to picture in issuing crtificte,hope fully he can have time to lern many things,before gating a DL. Permanent Drivers are no way allwed by owner of fleet to have condenced course in betwen job .This also lacks in them too. Sencitization Center can be a institution for skill development.In india no such things are their.State authority do not recomends the NGOproposal for a small land to have sencitization centr. GOVT ofindia too, has not provided any funding directly to the NGO. ROAD SAFETY DOES NOT END WITH PENALTY THROUGH ENFORCEMENT .It needs complite education .

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सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर निबंध। Road Safety Essay in Hindi

सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर निबंध। Road Safety Essay in Hindi! सड़क पर दुर्घटनाओं का मुख्य कारण लोगों द्वारा सड़क यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा उपायों की अनदेखी है। हमें यह समझना चाहिए कि सड़क सुरक्षा ही जीवन रक्षा का दूसरा नाम है। सड़क सुरक्षा का मतलब है कि सुरक्षित तरीके से सड़क पर चलना, यानी खुद को सड़कों पर होने वाली किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं से सुरक्षित रखना। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमें सड़कों पर चलने या सुरक्षित रूप से चलने में मदद करता है। यहां तक ​​कि एक वाहन के अंदर सवारी करते समय, हमें सुरक्षित यात्रा के लिए सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए।

सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर निबंध। Road Safety Essay in Hindi

  • हमें हमेशा फुटपाथों पर चलना चाहिए।
  • सड़कों पर न तो कूदें और न ही दौड़ें।
  • हमें यातायात संकेतों का पालन करना चाहिए। अगर हम गाड़ी चला रहे हैं, तो सिग्नल लाल होने पर हमें रुक जाना चाहिए। सिग्नल ग्रीन होने पर ही हमें ड्राइव करना चाहिए।
  • हमें जेब्रा क्रॉसिंग पर ही सड़क पार करनी चाहिए।
  • सड़क पार करते समय, हमें अपने बाएं और दाएं ओर देखना चाहिए कि हमारे रास्ते में कोई भी चलने वाले वाहन तो नहीं हैं।
  • बच्चों को हमेशा अपने बड़ों के सड़क पार करनी चाहिए।
  • हमें सड़क पर चलते समय फोन पर बात नहीं करनी चाहिए।
  • चौपहिया वाहन चलाते समय हमें हमेशा सीट-बेल्ट पहननी चाहिए।
  • दोपहिया वाहन पर सवारी करते समय, हमें अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनना चाहिए।
  • हमें चलते वाहन के अंदर जोर से बात नहीं करनी चाहिए। इससे ड्राइवर परेशान हो सकता है।
  • हमें चलते वाहन के अंदर खेलना या कूदना नहीं चाहिए।
  • बस में बैठते समय हमें एक कतार बनानी चाहिए और अपने मौके की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
  • हमें चलती गाड़ी की खिड़की से अपना सिर या हाथ बाहर नहीं निकालना चाहिए।

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सड़क सुरक्षा पर निबंध

Essay on Road Safety in Hindi

सड़क सुरक्षा पर निबंध : Essay on Road Safety in Hindi :- आज के इस लेख में हमनें ‘सड़क सुरक्षा पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप सड़क सुरक्षा पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

सड़क सुरक्षा पर निबंध : Essay on Road Safety in Hindi

प्रस्तावना :-

वर्तमान समय में सड़क दुर्घटना काफी अधिक बढ़ गई है। सड़कों पर हादसे होना आम बात हो गई है। आज सड़कों पर इतनी अधिक भीड़ हो गई है, जिससे कईं समस्याएँ पैदा हो जाती है।

सड़क हादसों को रोकने या कम करने का एकमात्र उपाय सड़क सुरक्षा है। सड़क सुरक्षा को अपनाकर हम इन दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम कर सकते है।

सड़क दुर्घटना के कारण :-

सड़क पर दुर्घटना होने के कईं कारण हो सकते है, जो कि निम्नलिखित है:-

  • यातायात नियमों का पालन न करना।
  • सीमा से अधिक गाड़ी चलाना।
  • शराब पीकर गाड़ी चलाना।
  • सड़क पर वाहन चलाते हुए लापरवाही करना।
  • अपरिपक्व चालक द्वारा वाहन चलाना।
  • यातायात नियमों की ठीक से जानकारी न होना।
  • सड़के ख़राब होना।
  • सड़कों पर अधिक भीड़भाड़ होना।
  • दूसरी गाड़ी को ओवरटेक करने से भी दुर्घटना हो सकती है।

सड़क सुरक्षा की आवश्यकता एवं महत्व :-

आज सड़क दुर्घटना के कारण कईं लोग रोजाना अपनी जान खो देते है और न जाने कितने लोग अपने परिवार के सदस्य खो देते है। इसलिए सड़क सुरक्षा सभी के लिए आवश्यक होती जा रही है और जिस प्रकार देश की जनसंख्या बढ़ती चली जा रही है, उससे हमें और अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

वर्तमान समय में सड़क सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है। इससे कईं प्रकार के बड़े हादसे टल सकते है और सड़के चलने के लिए और अधिक सुरक्षित हो सकती है।

सड़क सुरक्षा के उपाय :-

सड़क सुरक्षा के सभी उपाय निम्नलिखित है:-

  • वाहन चलाते समय सीट बेल्ट व हेलमेट का प्रयोग करें।
  • यातायात नियमों का पालन करें।
  • वाहनों को हमेशा धीमी गति में ही चलाएं।
  • शराब पीकर वाहन न चलाएं।
  • गलत तरफ वाहन न चलाएं।
  • सड़क पर चलते समय हमेशा जेब्रा-क्रॉसिंग का ही प्रयोग करें।
  • सड़क पर सावधानी बरतें।
  • सड़क पर चलते हुए कभी भी हेडफ़ोन का प्रयोग न करें।

हमें सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। आज काफी जरुरी है कि सभी लोग सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहे, ताकि सड़कों पर होने वाले हादसों को रोका जा सके।

सरकार को इन समस्याओं को कम करने के लिए सड़क के नियमों को और भी अधिक सख्त करने की आवश्यकता है, ताकि लोग इनका पालन करें।

यदि सभी लोग इनका सही तरह से पालन करेंगे, तो कईं हादसे टल सकते है और परिवार बिखरने से बच सकते है। इसलिए, आज से ही सड़क के नियमों का पालन करें और दूसरों को भी करने के लिए कहें।

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ  फेसबुक  पर साझा अवश्य करें और हमारे  वेबसाइट  को सबस्क्राइब कर ले।

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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।

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One Comment

Hello dost hame aapka lekh bahut Acha laga hai

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सड़क सुरक्षा पर निबंध | Essay on Road Safety in Hindi for Students

road safety essay in hindi 500 words

Essay on Road Safety in Hindi :इस लेख में आप छात्रों और बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा पर 1000 शब्दों में एक निबंध पढ़ेंगे। इसमें भारत में सड़क सुरक्षा की स्थिति, इसके प्रमुख कारण, प्रभाव और सड़क दुर्घटनाओं से बचने के तरीके शामिल हैं।

सड़क सुरक्षा निबंध ज्यादातर स्कूल क्लास और कॉलेज परीक्षाओं में पूछा जाता है। तो, छात्र अपनी परीक्षा के लिए इस निबंध की मदद ले सकते हैं।

  • 1 1000 शब्दों में छात्रों और बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा पर निबंध
  • 2.1 WHO की रिपोर्ट के अनुसार
  • 2.2 भारत में सड़क यातायात मृत्यु दर
  • 2.3 Short Essay on Road Safety in Hindi
  • 3.1 1. स्व-प्रचारक
  • 3.2 2. शीघ्र ड्राइविंग
  • 3.3 3. ओवरटेक
  • 3.4 4. नशे में गाड़ी चलाना
  • 3.5 5. बुनियादी ढांचा
  • 4.1 1. तेज गति में वाहन न चलाएं
  • 4.2 2. यातायात नियमों का पालन करें
  • 4.3 3. शराब पीकर वाहन न चलाएं
  • 4.4 4. हेडफोन का इस्तेमाल न करें
  • 4.5 5. सावधानी से ड्राइव करें
  • 5 सड़क सुरक्षा के लिए भारत सरकार द्वारा की गई कार्रवाई

1000 शब्दों में छात्रों और बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा पर निबंध

सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन न करना इस समय हमारे लिए एक बड़ी समस्या है। आज हम विज्ञान के युग में जी रहे हैं, जहां परिवहन के लिए वाहन दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, जिसकी गति भी काफी बढ़ गई है। वाहन चलाते समय एक छोटी सी गलती भी सामने वाले और हमारे लिए घातक साबित होती है।

यह भी पढ़ें : बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ

मैं आपको सड़क सुरक्षा के बारे में एक वास्तविक जीवन की कहानी बताता हूं-

हम 150-200 प्रति घंटे या इससे अधिक की गति से वाहन चला सकते हैं, लेकिन हम इसे ठीक से नियंत्रित नहीं कर सकते हैं जिसके कारण सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।

मेरा एक दोस्त जॉन विल्सन था जो एक दिन तेज रफ्तार से बाइक चला रहा था और एक दोस्त से मोबाइल पर बात कर रहा था; बाइक पलटते ही उसने ट्रक को गलत साइड से टक्कर मार दी।

जॉन का ध्यान न तो सिग्नल पर था और न ही सामने से आ रहे ट्रक पर, जिसकी वजह से उनका हाथ टूट गया और उन्हें 7 दिन अस्पताल में रहना पड़ा.

ट्रक चालक की सूझबूझ से जॉन की जान बच गई। लेकिन दोस्तों, मैं आपको बताना चाहता हूं कि जो लोग सड़क के नियमों का पालन नहीं करते हैं, वे हमेशा जॉन की तरह भाग्यशाली नहीं होते हैं। कई बार लोग खुद इन गलतियों की वजह से मारे जाते हैं और दूसरों की मौत का कारण बन जाते हैं।

सड़क सुरक्षा से बचना दैनिक जीवन को कैसे प्रभावित करता है?

Who की रिपोर्ट के अनुसार.

भारत दुनिया में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं का दूसरा स्थान है। दुनिया में सड़क हादसों में होने वाली मौतों में भारत की हिस्सेदारी 10 फीसदी है। इस सूची में चीन सबसे अधिक आबादी वाला देश भी है।

भारत में सड़क यातायात मृत्यु दर

2009 में, प्रति 1 लाख पर 14.60 व्यक्ति थे। जो 2013 में बढ़कर 14.6 हो गई। उच्च आय वाले देशों में यह दर अधिक है। 8.4 प्रति 1 लाख और भारत की सड़क दुर्घटना मृत्यु दर मध्यम आय वाले पड़ोसियों की तुलना में बहुत अधिक है।

भारत में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं उत्तर प्रदेश में और सबसे कम तमिलनाडु में होती हैं। तमिलनाडु में सड़क सुरक्षा की यह दर लगातार घट रही है जबकि उत्तर प्रदेश में ऐसा नहीं है।

भारत में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं युवाओं के साथ होती हैं। 2016 में, भारत में एक दुर्घटना में मरने वालों में से 60% लोगों की उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच थी।

दुनिया भर में हर साल 13 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं, जिनमें से 1 लाख लोग अकेले भारत में मरते हैं। अनुमान है कि अगर यही स्थिति रही तो 2020 तक पूरी दुनिया में यह संख्या प्रति वर्ष 20 लाख लोगों की होगी और भारत में 2 लाख लोगों तक पहुंच जाएगी।

Short Essay on Road Safety in Hindi

भारत में सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारण.

  • स्वयं प्रचारक
  • शीघ्र ड्राइविंग
  • नशे में गाड़ी चलाना
  • आधारभूत संरचना

1. स्व-प्रचारक

खुद को दूसरों से बेहतर दिखाने के लिए लोग गाड़ी चलाते समय अपने स्टंट दिखाते हैं, जिसके लिए जरा सी चूक सड़क हादसे का कारण बन जाती है. जिसकी वजह से सामने वाले के साथ-साथ उनकी हत्या कर दी जाती है। हमें सोच समझकर वाहन चलाना चाहिए।

2. शीघ्र ड्राइविंग

भारत में ओवरस्पेंडिंग की रफ्तार से गाड़ी चलाना भी एक जुनून बनता जा रहा है। देश में दिन-ब-दिन एक से अधिक तेज गति वाले वाहन आ रहे हैं, उनके दौड़ने के कारण अधिक गति से होने वाले हादसों की संख्या में वृद्धि हुई है। सड़क हादसों में कई लोगों की मौत तेज रफ्तार की वजह से हो चुकी है।

सड़क पर गाड़ी चलाते वक्त लोग खुद को रेसर से कम नहीं समझते और ओवरटेक करना इनका हुनर ​​है. सही तरीके से ओवरटेक करना गलत नहीं है लेकिन गलत तरीके से ओवरटेक करना सही नहीं है। आप खतरे में हैं, लेकिन आप सड़क पर दूसरों के जीवन को भी खतरे में डालते हैं।

4. नशे में गाड़ी चलाना

शराब पीकर गाड़ी चलाना, मतलब शराब पीकर गाड़ी चलाना। भारत में सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ‘शराब पीकर गाड़ी चलाना’ है। और इसका चलन युवाओं में बढ़ता ही जा रहा है और कम ही लोग शराब के नशे में गली गली में मौत के रोमांच से गुजर रहे हैं.

5. बुनियादी ढांचा

सड़क सुरक्षा को प्रभावित करने वाले कुछ अवसंरचना कारक-

  • सड़क का संकरा मोड़
  • सड़क की औसत ठोस संरचना
  • सड़क के किनारे बहुत खड़ी ढलान
  • बहुत खराब रोड साइनेज
  • सड़क अंतराल-में-माध्य
  • असुरक्षित प्रवेश/निकास मार्ग
  • सड़क पर चालक दृष्टि बाधा
  • सड़क पर लगे पत्थर
  • असंगठित रेलिंग एंड टेंपर
  • सड़क के मध्य में फ्लावरपॉट्स

सड़क सुरक्षा नियमों का ठीक से पालन कैसे करें?

1. तेज गति में वाहन न चलाएं.

सड़क परिवहन में बाइक सबसे तेज वाहन है। बाइक चलाते समय हमें सामने देखना चाहिए और सावधानी से दौड़ना चाहिए। मोटरसाइकिल चलाते समय मोबाइल पर बात न करें। ट्रैफिक न होने पर भी हमें तेज गति से गाड़ी नहीं चलानी चाहिए।

2. यातायात नियमों का पालन करें

सबसे ज्यादा हादसे ट्रैफिक नियमों का पालन न करने और लापरवाही के कारण होते हैं। वाहन चलाते समय यातायात के नियमों को ध्यान में रखते हुए दुर्घटनाओं से बचा जा सकेगा। हमें ट्रैफिक पुलिस के निर्देश का पालन करना चाहिए।

हरी बत्ती चालू होने के बाद ही चौराहे पर वाहन को आगे बढ़ाएं। गाड़ी चलाते समय कार या चार पहिया वाहन हमेशा सीट बेल्ट बांधें और अपने साथ बैठे व्यक्ति से बात करें।

18 साल से कम उम्र के बच्चे गाड़ी नहीं चलाते हैं। माता-पिता को हमेशा ध्यान रखना चाहिए। हमें मुड़ते समय संकेतक का उपयोग करना चाहिए।

बिना उचित ड्राइविंग लाइसेंस के कोई भी वाहन न चलाएं। यह एक बड़ा अपराध है, और इससे सड़क दुर्घटनाएं हो सकती हैं।

3. शराब पीकर वाहन न चलाएं

शराब पीकर कभी भी वाहन न चलाएं, यह न केवल आपके लिए खतरनाक है, बल्कि सामने वाले के लिए भी घातक साबित हो सकता है। यदि आपने शराब पी है तो अपने मित्र को वाहन चलाने के लिए कहें। अगर आपका घर नजदीक है तो भी आपको जोखिम नहीं लेना चाहिए।

4. हेडफोन का इस्तेमाल न करें

कभी नहीँ हेडफ़ोन का उपयोग करें वाहन चलाते समय आपका सारा ध्यान कॉल पर बात करने में ही लग जाता है और फिर दुर्घटना हो जाती है।

5. सावधानी से ड्राइव करें

आपके आसपास अन्य वाहन आ रहे हैं। इसके बारे में जागरूक रहें और अप्रत्याशित की अपेक्षा करें। यदि आप हैं लंबी यात्रा दूरी, हर 2 घंटे में आराम करें ताकि आप वाहन को सावधानी से चला सकें।

यह भी पढ़ें: मदर तेरेसा यांच्यावरील निबंध 

सड़क सुरक्षा के लिए भारत सरकार द्वारा की गई कार्रवाई

भारत की संसद ने हाल ही में मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन पारित किया है। लेकिन अधिकतम प्रभावी स्थान 1 सितंबर 2019 से। इसका मुख्य कारण भारत में सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है।

इसके लिए नए निर्देशों में यातायात नियमों का पालन नहीं करने पर अधिकतर गलतियों पर पहले से 10 गुना अधिक जुर्माना लगाया गया। ताकि सजा के डर से लोग ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक नियमों का पालन करें।

हम सभी को मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होना चाहिए और हमारे बच्चों को भी यातायात नियमों का पालन करना सीखना चाहिए। तभी हम लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों को कम कर पाएंगे, जिससे हम भी सुरक्षित रहेंगे और सामने वाला भी भरोसेमंद होगा।

आशा है कि आपको सड़क सुरक्षा पर यह जानकारीपूर्ण निबंध पसंद आया होगा। यह लेख स्कूल और कॉलेजों में छात्रों की मदद करेगा। अगर आपको यह पसंद आया है, तो लेख को टिप्पणी और साझा करना चाहिए।

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सड़क सुरक्षा पर निबंध Road safety essay in hindi

Sadak suraksha essay in hindi.

sadak suraksha essay in hindi-दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल सड़क सुरक्षा पर निबंध आप सभी के लिए बहुत ही हेल्पफुल है हमारे आज के इस निबंध से आप अपने स्कूल, कॉलेज की परीक्षा में निबंध लिखने के लिए जानकारी ले सकते हैं साथ में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा पर लिखा हमारा यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही हेल्पफुल हैं.चलिए पढ़ते हैं हमारे आज के इस निबंध को

Road safety essay in hindi

Road safety essay in hindi

सड़क सुरक्षा यानी जीवन सुरक्षा आज हम देखें हमारे देश में बहुत ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं इसके पीछे सबसे अहम कारण हमारी गलती होती है. सड़क सुरक्षा रखना बेहद जरूरी है क्योंकि कभी-कभी ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं जिससे या तो लोगों की सड़क दुर्घटनाओं के कारण मृत्यु हो जाती है या फिर लोग अपाहिज हो जाते हैं.सड़क दुर्घटनाएं सबसे ज्यादा युवा वर्ग के लोगों की होती हैं युवा वर्ग के लोग तेजी से गाड़ी चलाते हैं जिस वजह से सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं. युवा वर्ग फिल्मों के अभिनेताओ की तरह वाहन चलाना चाहते हैं उनकी यही सोच उन्हें मौत के कगार पर पहुंचा देती है हमें सड़क दुर्घटनाओं से बचना चाहिए और सड़क सुरक्षा होनी चाहिए .

सड़क सुरक्षा ना होने के कारण

सड़क सुरक्षा ना होने के कारण लोगों का जीवन सुरक्षित नहीं रहता. बहुत सी जगह ऐसा भी देखा जाता है की सड़क पर कई जगह गद्दे होते हैं जिस वजह से दुर्घटनाएं बहुत ज्यादा होती हैं और इन दुर्घटनाओं के शिकार कई लोग हो जाते हैं. सड़क पर बने गड्डो की वजह से लोगों को अपनी जान तक से हाथ धोना पड़ता है कुछ लोग बेचारे अपाहिज हो जाते हैं.सड़क दुर्घटना का यह भी एक सबसे अहम कारण है.

सड़क दुर्घटना का दूसरा कारण यह है कि हम ट्रैफिक रूल्स नहीं अपनाते. लोग केवल फिल्मों के एक्टर की तरह अपने वाहन को आगे निकालना चाहते हैं जिस वजह से बह सुरक्षित नहीं रह पाते और जीवन में दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं.लोग गलत साइड में जाकर दुर्घटना के शिकार होते हैं .

सुरक्षा ना होने का एक और कारण भी है कि लोग ट्राफिक सिग्नलों का मतलब नहीं समझ पाते या उसके हिसाब से वह नहीं चल पाते जिस वजह से भी सड़क दुर्घटना होती हैं सबसे बड़ी कमी यही है कि वाहन चलाने से पहले उन्हें इस बारे में कोई उचित शिक्षा नहीं मिल पाती और नौजवान अपनी जान तक से हाथ धो लेते हैं . बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो सड़क यात्रा करते हुए प्रतियोगिता की तरह वाहनों को चलाते हैं जिससे वह अपने वाहनों को एक दूसरे से आगे ले जाना चाहते हैं इसी प्रतिस्पर्धा की वजह से लोगों को अपनी जान तक से हाथ धोना पड़ता है .

सड़क सुरक्षा कैसे करें

सड़क सुरक्षा तभी हो सकती है जब हमारी सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे ना हो और लोग सही तरह से वाहनों को चलाएं .

सड़क सुरक्षा के लिए लोगों को ट्रैफिक नियम का पूरी तरह से पालन करना होगा उनको समझना होगा ट्रैफिक रूल्स तोड़ने से सिर्फ उनकी जान को ही नहीं बल्कि किसी और की जान को भी खतरा है और उन्हें नियमो का पूरी तरह से पालन करना चाहिए .

सड़क सुरक्षा के लिए उन्हें सिग्नल का मतलब समझ में आना चाहिए इसके लिए जरूरी है कि स्कूलों में भी इस बारे में विस्तारपूर्वक बताया जाए और सड़क सुरक्षा के उपाय बताए जाएं तो कुछ हद तक सड़क दुर्घटनाएं कम हो सकेगी .

इसके अलावा लोगों को सोचना चाहिए की सड़क पर प्रतियोगिता रखने का मतलब है जीवन को खतरे में डालना, जीवन को अपने साथ में अपने परिवार वालों के जीवन को खतरे में डालना क्योंकि परिवार वाले भी हम से जुड़े होते हैं अगर किसी परिवार का सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो पूरे परिवार को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हमें चाहिए कि हम सड़क पर किसी भी तरह की प्रतियोगिता रखकर वाहनों को ना चलाएं .

वाहन चलाते समय हमें चाहिए कि हम किसी भी तरह की नशीली चीजों का उपयोग न करें.हम शराब, बियर जैसी हानिकारक नशीली चीजों का उपयोग करके वाहन चलाते हैं इससे ना सिर्फ आपके जीवन को बल्कि सामने वाले जीवन को भी खतरा होता है .

यह पूरी तरह से खत्म तभी हो सकेगी जब सरकार भी इसके प्रति सख्त बनेगी ट्रैफिक रूल्स कोई तोड़े तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए .

आए दिन सड़क दुर्घटना होती रहती है इस से अपने जीवन को बचाने के लिए जरूरी है कि हम हेलमेट का उपयोग करें बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन ना चलाएं .

वास्तव में सड़क सुरक्षा हमारे जीवन की सुरक्षा है बदलते जमाने के साथ आज सबसे ज्यादा एक जगह से दूसरे स्थान पर जाने के लिए सड़क का उपयोग करते है और हम सड़क दुर्घटना के बारे में खबर सुनते रहते हैं हमें चाहिए कि हम उपर्युक्त लिखें वाहन चलाने के सारे निर्देशों का पालन करें और अपने और अपने परिवार को सुरक्षित करें क्योंकि सड़क सुरक्षा हमारे जीवन की सुरक्षा ही है।

  • सड़क सुरक्षा पर स्लोगन Road safety slogan in hindi
  • सड़क सुरक्षा पर कविता Sadak suraksha poem in hindi

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road safety essay in hindi 500 words

kamlesh kushwah

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I hope all should have obey traffic rules and regulations

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सड़क सुरक्षा पर निबंध- Road Safety Essay in Hindi

In this article, we are providing information about Road Safety in Hindi- Road Safety Essay in Hindi Language. सड़क सुरक्षा पर निबंध /  सड़क यातायात सुरक्षा

हर व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में कहीं न कहीं आने जाने के लिए सड़क का उपयोग अवश्य करता है। आज के व्यस्त जीवन में सब एक दुसरे से जल्दी अपनी मंजिल पर पहुँचना चाहते है जिससे कि रोज बहुत सी दुर्घटनाएँ घटित होती हैं। सड़क यातायात सुरक्षा एक ऐसी विधि है जिसमें नियम बनाकर दुर्घटना को रोका जा सकता है और लोगों को चोट लगने से बचाया जा सकता है। कहा जाता है कि दुर्घटना से देर भली है। लोगों के तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने, नशे में गाड़ी चलाने की वजह से ज्यादातर दुर्घटना होती हैं।

सड़क यातायात सुरक्षा की आवश्यकता- हर रोज बहुत सी दुर्घटना घटित होती है जिससे कि बहुत से लोग अपनी जान खो देते हैं। मरने वाले लोगों में ज्यादातर युवा होते है जिससे कि देश अपनी युवा शक्ति को खोता जा रहा है। लोगों के वाहनों को नियंत्रण में रखने और सड़क हादसों को रोकने के लिए सड़क यातायात सुरक्षा नियम बनाए गए हैं।

सड़क यातायात सुरक्षा के नियम- सरकार ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सड़क यातायात के कुछ नियम बनाए हैं। वाहनों की गति को निर्धारित किया गया है। हर जगह पर चिन्ह बने हुए है जिससे कि आगे के रास्ते के बारे में पता चल सके और दुर्घटना को रोका जा सके। हर व्यक्ति को वाहन के लिए रक्षात्मक कोर्स करना चाहिए। वाहन चालक का ड्रिंकिंग टैस्ट भी किया जाता है जिससे कि पता लगाया जा सके की कहीं वो नशा करके तो वाहन नहीं चला रहें है। सुरक्षा के नियमों को तोड़ने वावों का चलान किया जाता है और यदि एक ही व्यक्ति बार बार नियमों को तोड़े तो उसका लाइसेंस रद्द किया जाना चाहिए।

जिंदगी एक बार ही मिलती है और यह बहुमुल्य है। हर व्यक्ति को चाहिए कि वह खुद को भी सुरक्षित करें और दुसरों को भी सुरक्षित रखे। सड़क पर किसी एर व्यक्ति की लापरवाही के कारण दुसरा भी अपनी जिंदगी खो बैठता है। हम सबकों यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। दो पहिया वाहनों को चलाने वालों को हेल्मेट अवश्य पहनना चाहिए। यातायात के नियम हमारी सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं और हम सबको भोझ न समझकर बल्कि जिम्मेदारी समझना चाहिए। हर नागरिक को चाहिए कि वह अपने साथ साथ दुसरों को भी यातायात के नियमों का पालन करना सिखाए। स्कूलों में भी सुरक्षा के इन नियमों के विषय में बताया जाना चाहिए और अलग अलग स्तर पर परीक्षा भी होती है।

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सड़क सुरक्षा पर भाषण- Speech on Road Safety in Hindi

Road Safety Slogans in Hindi- यातायात सुरक्षा पर नारे

यातायात के नियम पर निबंध- Essay on Traffic Rules in Hindi

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Road Safety Essay in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

7 thoughts on “सड़क सुरक्षा पर निबंध- Road Safety Essay in Hindi”

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  • निबंध ( Hindi Essay)

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Essay on Safety in Hindi | हिंदी में सुरक्षा पर निबंध

Essay on Safety in Hindi

Essay on safety in Hindi: यदि हम खुद की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हैं तो कई तरह की परेशानियों से खुद को बचा सकते हैं। यानी खुद की Safety बहुत जरूरी है।

खुद की सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है इसी बात को समझाने के उद्देश्य से परीक्षाओं में Safety Essay in hindi अक्सर पूछा जाता है।

इसीलिए Students की जरूरत को ध्यान में रखते हुए यहाँ पर Essay on road safety in hindi और Industrial Safety rules in hindi दिया जा रहा है, जिसमे हम Road safety rules, Indrustrial safety rules आदि के बारे में जानेंगे।

Table of Contents

Essay on safety in Hindi (हिंदी में सुरक्षा पर निबंध) – 300 words

आवागमन के लिए दुनिया के अधिकतर व्यक्ति सबसे ज्यादा रोड का ही उपयोग करते हैं। ऐसी स्थिति में यह बहुत आवश्यक हो जाता है कि यातायात का यह तरीका बहुत ही सुरक्षित हो।

रोड सेफ्टी को बढ़ाने के लिए कई तरह के नियम बनाए गए हैं यदि उन नियमों का सही ढंग से पालन हो तो सड़क हादसों की संख्या बहुत कम हो सकती है। लेकिन यदि वर्तमान के आंकड़ों पर गौर करें तो यह चिंताजनक है भारत में रोड एक्सीडेंट की समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।

यातायात के नियम

रोड यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए यातायात से संबंधित कई नियम बनाए गए हैं। इन नियमों का पालन करना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है। रोड यात्रा से संबंधित यातायात के नियम निम्नलिखित हैं:-

  • हमेशा रोड के बाएं साइड ही चलना चाहिए।
  • नशे की हालत में कभी भी गाड़ी नहीं चलाना चाहिए।
  • बाइक चलाते वक्त हमेशा हेलमेट पहनना चाहिए।
  • अपने वाहन के टायरों को समय-समय पर जांचते रहना चाहिए।
  • भीड़भाड़ वाले इलाकों में तेज गति से वाहन नहीं चलाना चाहिए।
  • सड़क पार करने के लिए हमेशा जेबरा क्रॉसिंग का उपयोग करना चाहिए।
  • रोड में वाहन चलाते समय अपने वाहन और दूसरे वाहन के बीच उचित दूरी बनाए रखना चाहिए।
  • वाहन चलाते वक्त ट्रैफिक सिग्नल का ध्यान रखना चाहिए।
  • दोपहिया वाहनों में दो व्यक्ति से ज्यादा नहीं बैठना चाहिए।

बिना लाइसेंस के वाहन चलाने पर अर्थदंड ₹500 था, जो अब बढ़ाकर ₹5000 कर दिया गया है। वहीं बिना हेलमेट के वाहन चलाने पर अर्थदंड के तौर पर ₹1000 लिया जाता है।

यातायात को सुरक्षित बनाने के लिए इस तरह के नियमों में बदलाव निश्चित रूप से सराहनीय है आगे भी हम इसी तरह के कई बदलावों की अपेक्षा करते रहेंगे।

Essay on safety in Hindi (हिंदी में सुरक्षा पर निबंध) – 500 words

W.H.O के अनुसार भारत मे प्रतिवर्ष रोड दुर्घटना से 10 लाख से ज्यादा लोगो की मृत्यु हो जाती है। हर दिन करीब 1317 लोगो के साथ रोड दुघर्टना होती है, जिनमे से 413 लोगो की मौत हो जाती है।

इनमे से कई ऐसे लोग भी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं जिनकी कोई गलती नही होती है। वो सभी नियमों का पालन कर रहे होते हैं, लेकिन किसी और कि गलती के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।

Traffic नियम के महत्व (Importance of traffic rules)

Traffic नियम का पालन करना बहुत जरूरी है। ट्रैफिक रूल इस बात को सुनिश्चित करते हैं कि वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से चलता रहे। यदि कोई भी इन नियमों को तोड़ता है तो इससे सड़क सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।

Traffic light सबसे महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इन्ही के जरिए लोगो को पता चलता है कि कब गति को धीरे करना है, कब रुकना है और कब चलना है।

यदि कोई Traffic light के बारे में नही जानता तो वह न समझी में इन signals को तोड़ देगा जिससे कि बाकी व्यक्तियों को असुविधा हो सकती है।

सड़क दुर्घटना होने के मुख्य कारण

आज देश मे सड़क दुर्घटनाओं की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। ऐसी स्थिति में इनके पीछे प्रमुख कारणों के बारे में जानना आवश्यक है। भारत मे सड़क दुर्घटना के कारण निम्नलिखित है:-

  • हमारे देश मे रोड की हालत काफी खराब रहती है। जिसकी वजह से कई दुर्घटनाएं होती है।
  • लोगो को ट्रैफिक संबंधी नियमों का सही ज्ञान नही होता है , जिस वजह से दुर्घटनाएँ होती है।
  • कई लोग बिना हेलमेट के और बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाते हैं जो भी सड़क दुर्घटना में मृत्यु का एक बड़ा कारण बनता है।
  • गलत दिशा से ओवरटेक करने के कारण भी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।
  • बिना इंडिकेटर दिए मुड़ जाने से भी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।
  • कभी-कभी पैदल यात्री अचानक एक दिशा में मुड़ जाते है , जिसकी वजह से भी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।
  • शराब पीकर वाहन चलाने से भी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।

सड़क दुर्घटना रोकने के लिए क्या करें

सड़क दुर्घटना रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय करने चाहिए:-

  • नशे की हालत में गाड़ी चलाने से हमेशा बचना चाहिए।
  • गाड़ी चलाने से पहले हमेशा वाहन के ब्रेक और टायर चेक कर लेना चाहिए।
  • कार चलाते वक्त हमेशा सीट बेल्ट लगाना चाहिए।
  • हेलमेट पहन कर ही बाइक चलाना चाहिए।
  • जरूरत पड़ने पर हमेशा इंडिकेटर को प्रयोग करना चाहिए।
  • कभी भी दूसरे वाहन को उल्टी दिशा से ओवरटेक नहीं करना चाहिए
  • सिग्नल्स का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कभी भी सिग्नल तोड़ने की कोशिश नहीं करना चाहिए।
  • कहीं जाने से पहले कोशिश करें कि आप वक्त से थोड़ा पहले घर से निकले ताकि आपको ज्यादा गति से वाहन ना चलाना पड़े।

अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं इंसानी गलतियों के कारण ही होती है। यदि इन गलतियों में कमी लाया जाए तो रोज होने वाले सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी लाई जा सकती है।

यदि आप सावधान है और सुरक्षा संबंधी उपाय करते है तो सड़क दुर्घटना में अपनी जान बचा सकते हैं। इसलिए हमेशा यात्रा करने से पहले अपनी सुरक्षा सुनिश्चित जरूर कर लें।

Industrial Safety Essay in Hindi (औद्योगिक सुरक्षा पर निबंध ) – 500 words

आज देश की एक बहुत बड़ी आबादी अपनी आजीविका लिए फैक्ट्रियों में काम करती है। ऐसे में यह बहुत ही बहुत आवश्यक हो जाता है कि उनकी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।

हालांकि औद्योगिक सुरक्षा के लिए आजकल कई विशेष कानून बन चुके हैं जिसमें किसी भी कंपनी को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसके यहां काम करने वाले सभी कर्मचारी और मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित रहें।

आजकल हर कंपनी की यह कानूनी जिम्मेदारी है कि वह काम करने वालों को सुरक्षा संबंधी सभी जरूरी चीजें मुहैया करवाए। यदि कंपनी में सुरक्षा के संबंध में लापरवाही बढ़ती है तो कोई भी कर्मचारी इसके खिलाफ कानूनी सहायता ले सकता है।

Industrial safety rules in hindi ( औद्योगिक सुरक्षा के नियम)

औद्योगिक सुरक्षा के नियम निम्नलिखित है:-

  • काम करने के दौरान किसी भी तरह गड़बड़ दिखाई देने पर तुरंत सुपरवाइसर को बताएं।
  • कोई भी मशीन को चलाने से पहले उसे अच्छे से जाँच लें।
  • किसी भी मशीन को चलाने से पहले या कोई रासायनिक काम करने से पहले सभी जरूरी सुरक्षा उपकरणों को जरूर पहन लें।
  • काम के दौरान अपने साथी से मजाक न करें क्योंकि एक छोटी सी भूल बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकती है।
  • यदि आप कोई ऐसा काम कर रहे हैं जिसमे आग लगने की संभावना बनी रहती है तो अपने पास उतना ही समान रखें जितना जरूरी है। काम खत्म होने के
  • बाद सभी चीजों को उनके उचित स्थान पर जरूर रख दें।
  • काम के दौरान यह सुनिश्चित करें कि कोई भी नट-बोल्ट ढीला तो नही है। सभी मशीनों को जांचे। साथ ही यदि ऊपर क्रेन लगी तो इस बात को सुनिश्चित
  • कर लें कि उसकी पकड़ मजबूत है।
  • किसी भी सामान को गिरने न दें। इसके लिए नेट लगाया जा सकता है।
  • काम के दौरान आसपास की सफाई का विशेष ध्यान रखें। आसपास तेल गिरा होने पर उसे साफ करते रहना चाहिए।
  • कभी भी जल्दबाजी में काम न करें। हर काम को सोच समझ कर ही करें।
  • काम के दौरान पूरी सजकता बनाकर रखें।
  • काम करने की जगह पर फर्श चिकना नही होना चाहिए।
  • हर फैक्ट्री में आपातकालीन दरवाजा जरूर होना चाहिए। साथ ही आपातकालीन दरवाजे के आसपास की जगह बिलकुल खाली हो ताकि किसी दुर्घटना की स्थिति में लोग आसानी से निकल सकें।
  • किसी भी मोटर या मशीन में यदि चैन लगी हो तो उसके ऊपर चैन कवर होना जरूरी है।
  • हर फैक्ट्री में सेफ्टी अलार्म जरूर होना चाहिए। साथ ही उचित मात्रा में अग्निशामक यंत्र होना चाहिए।

औद्योगिक सुरक्षा क्यों जरूरी है?

कोई भी क्षेत्र में व्यक्ति तभी पूरी ऊर्जा से काम कर सकता है जब वह अपनी सुरक्षा को लेकर सुनिश्चित हो। हमने पिछले कुछ सालों में कई बड़ी बड़ी दुर्घटनाओं को होते हुए देखा है।

इन्ही में से एक भोपाल गैस त्रासदी है। कई लोग कंपनियो में काम करने के दौरान चोटिल हो जाते हैं तो वही काफी लोगो की जान भी चली जाती है।

इसकी वजह है सुरक्षा मानकों का पालन करने में लापरवाही बरतना। कई कंपनियां सुरक्षा के लिए तय मानकों पर खरी नही उतरती है।

हालांकि आज देश मे इस दिशा में बहुत तेजी से काम हो रहा है। समय समय पर हर कंपनी की जाँच होती है, जिसमें इन सब बातों का जायजा लिया जाता है।

वहीं आज कर्मचारियों को भी यह अधिकार है कि यदि कोई कंपनी कामगारों की सुरक्षा में लापरवाही बरतती है तो उसके खिलाफ कानूनी मदद ले सकता है।

हमें अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। फिर चाहे हम सड़क में चल रहे हों या किसी जगह काम कर रहे हों। छोटी छोटी लापरवाहियां कभी कभी जिंदगी भर का दर्द दे जाती है।

Detailed information of Essay on Safety in Hindi

आज के समय मे खुद की सुरक्षा करना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। आज लोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में इतने ज्यादा व्यस्त हैं कि अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी छोटी-छोटी चीजों के ऊपर भी ध्यान देने का वक़्त नही मिलता।

ऐसा करके हम कही न कहीं अपने ही जीवन में खतरे को दावत दे रहे हैं। हमारा जीवन सुचारु रुप से चलता रहे और किसी भी तरह की परेशानियों से हम दूर रहे इसके लिए यह बहुत ही आवश्यक है कि हम खुद की सुरक्षा पर ध्यान दें।

क्योंकि कभी-कभी छोटी सी भी लापरवाही हमें बड़ा नुकसान दे सकती है। इसलिए खुद की सुरक्षा के प्रति सजग रहना नितांत आवश्यक है।

किस तरह की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए?

सुरक्षा कई तरह की होती है। हमें इन सभी के प्रति सजग रहना चाहिए। हम अपने जीवन में जिन जिन क्षेत्रों पर क्रियाशील रहते हैं उन सभी क्षेत्रों से जुड़े हुए सुरक्षा मापदंडों का जरूर ध्यान रखना चाहिए।

साथ ही जीवन मे कई चीज़े एक साथ चलती है , और वो सभी आपस मे जुड़ी होती है। इसलिए यदि किसी एक चीज़ में भी कोई समस्या उत्पन्न होती है तो दूसरा क्षेत्र खुद ही प्रभावित हो जाता है।

उदाहरण स्वरूप हमारा स्वास्थ्य और हमारी आर्थिक स्थिति कही न कही एक दूसरे से जुड़ी हुई है। जैसे कि यदि हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा तो हम ज्यादा मेहनत कर पायेंगे।

अपने ऑफिस या बिज़नेस में ज्यादा उत्साह और स्फूर्ति के साथ काम कर पाएंगे। जिसका परिणाम यह होगा कि हमारी आर्थिक तरक्की होगी।

मेहनत जितनी ज्यादा होगी हमारा बिजनेस उतना आगे बढ़ेगा। वही यदि आप ऑफिस में काम कर रहे है तो आपके बॉस निश्चितरूप से आपके मेहनती स्वभाव से प्रभावित होंगे।

वहीं यदि स्वास्थ्य अच्छा नहीं है तो आप अपने काम में पूरी ऊर्जा नहीं लगा पाएंगे जिससे कहीं ना कहीं आप की आर्थिक प्रगति भी प्रभावित होगी।

वही इसका दूसरा पहलू भी आप देखते हैं यदि आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी है तो आप कम काम करके भी अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। पर आर्थिक स्थिति खराब है तो आपको ज्यादा काम करना पड़ेगा, जिसका विपरीत प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर पड़ेगा।

यह कहने का तात्पर्य बस इतना है कि हमारे जीवन में जो भी क्रियाकलाप चलते हैं वह सभी आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। इनमें से यदि एक पर भी कोई विपरीत प्रभाव पड़ता है तो दूसरे क्षेत्र भी प्रभावित होंगे। इसीलिए हर क्षेत्र की सुरक्षा का ध्यान देना बहुत ही आवश्यक है

किन किन क्षेत्रों में हमें सुरक्षा का ध्यान देना चाहिये?

हमारी जिंदगी सुचारू रूप से चलते रहे और जीवन में खुशी बरकरार रहे इसके लिए हमें पहले से ही आने वाले संभावित खतरों के प्रति सजग रहना चाहिए और उनसे बचने के लिए सुरक्षा संबंधी उपाय करते रहना चाहिए। वह सभी क्षेत्र जिनसे जुड़ी सुरक्षा में विशेष ध्यान रखना चाहिए निम्नलिखित है:

  • अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा
  • काम करने के दौरान सुरक्षा
  • यात्रा के दौरान सुरक्षा
  • छोटे बच्चों की सुरक्षा
  • आर्थिक स्थिति की सुरक्षा

पारिवारिक रिश्तों की सुरक्षा

स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा..

हम सब चाहते हैं कि स्वस्थ रहें, हमें किसी तरह की बीमारी ना हो, हमें कभी हॉस्पिटल या डॉक्टर के पास नहीं जाना पड़े, लेकिन ये ख्वाइश होने के बावजूद भी हम अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत लापरवाही बरतते हैं।

हम हर चीजो के ऊपर ध्यान देने के लिए वक्त निकाल ही लेते हैं लेकिन स्वास्थ्य एक ऐसी चीज है जिस पर हम जरा भी ध्यान नहीं देते हैं।

हम सब यह जानते हैं कि योग हमारे तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए कितना अहम योगदान दे सकता है।

साथ ही हम सब लोग यह भी जानते हैं कि नशीली और मादक पदार्थों का सेवन हमारे शरीर पर कितना बुरा प्रभाव डालता है, लेकिन फिर भी ना तो योग को अपने जीवन में शामिल करते हैं और हम में से कुछ लोग नशीली पदार्थों का सेवन भी करते हैं।

हमने अपनी दिनचर्या में ऐसी आदतों को बहुत ज्यादा शामिल कर लिया है जो स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं

लेकिन यदि आपको अपने जीवन का आनंद लेना है, जीवन के हर एक आयाम का सुख लेना चाहते हैं और वृद्धावस्था में भी स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो आपको बचपन से ही अपने स्वास्थ्य के ऊपर विशेष ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए।

हमें अपने दिनचर्या में ऐसी आदतों को शामिल करना चाहिए जो हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बना सकें। कुछ ऐसी ही स्वास्थ्य संबंधी आदतें हैं जो हर एक इंसान को अपने जीवन में शामिल कर लेना चाहिए।

समय-समय पर स्वास्थ्य की जाँच

युवावस्था से ही हमें यह आदत डाल लेनी चाहिए कि महीने में कम से कम एक बार अपनी सेहत की पूरी जांच जरूर करवाएं। इन जांच में ब्लड टेस्ट ब्लड प्रेशर टेस्ट आदि शामिल होना चाहिए।

समय-समय पर सेहत की जांच करवाने से सेहत से संबंधित किसी भी खतरे के बारे में हमें वक्त से पहले ही पता चल जाता है और हम सही समय पर इलाज शुरू कर देते हैं।

खतरनाक जगहों से खुद को बचा कर रखें

अपनी सेहत का बचाव करने के लिए यह भी जरूरी है कि कभी खुद को ऐसी परिस्थिति में ना डालें जो कि आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो।

जैसे आप एक बहुत अच्छे तैराक हैं पर यदि आप एक ऐसी जगह पर तैर रहे हैं जहां पहले ही यह चेतावनी लिखी हुई है कि वहां तैरना जानलेवा साबित हो सकता है।

लेकिन उसके बावजूद भी आप उस चेतावनी को नजरअंदाज करके वहां तैर रहे हैं, इससे आपकी जान भी जा सकती है।

इसलिए जब भी घर से बाहर रहे तो सतर्क रहें अपने आसपास होने वाली हर एक घटना के प्रति सजग रहें और जरूरी संकेतों और चेतावनी पर विशेष ध्यान रखें।

अपने हाथों को धोएं

अधिकतर लोग खाना बनाते वक्त और खाते वक़्त एक बहुत बड़ी लापरवाही करते हैं। हम खाना बनाने से पहले हाथ नहीं धोते हैं। साथ ही खाना खाने के पहले भी हाथ नहीं धोते हैं।

यदि आपकी दिनचर्या में भी ऐसी ही कुछ आदतें शामिल है तो आप सतर्क हो जाइए, क्योंकि आप एक बहुत बड़ी समस्या को दावत दे रहे हैं।

आपके हाथों में कई तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो आपके शरीर के अंदर जाकर सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। हाथ धुलना हमारे लिए कितना जरूरी है यह हम सब कोरोनावायरस के कारण अब जान चुके हैं। इसलिए खाना बनाने और खाना खाने से पहले हाथ साबुन से अच्छी तरह धुलना चाहिए।

खाने में संयम रखें

हमेशा ऐसा भोजन करने से बचना चाहिए जो बहुत ज्यादा तेल मसाले वाला हो। कभी-कभी ऐसा भोजन किया जा सकता है, पर यदि ऐसा ही भोजन आप नियमित तौर पर करते हैं तो यह बात निश्चित है कि एक दिन आपको इसके दुष्प्रभाव भी देखने को मिलेंगे इसलिए हमेशा सादा भोजन ही करें।

ज्यादा से ज्यादा पानी पीने

डॉक्टरों का मत है कि एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में कम से कम 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए क्योंकि पानी की मदद से ही हमारे शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं।

सोने और जागने का समय निश्चित हो

हमारे पूर्वज कहते थे कि जो व्यक्ति सुबह जल्दी उठता है वह अपने जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की करता है। बहुत समय पहले कही गई यह बात आज भी पूरी तरह सत्य है।

यदि हम अपने सोने और जागने के वक्त को तय कर लेते हैं तो हमारे सभी काम सही तरह से चलने हैं। हमें दिन का वक्त मिलता है जिसमें हम बाकी कामों को आराम से कर सकते हैं, साथ ही सेहत भी अच्छी रहती है।

यात्रा करने के दौरान सुरक्षा

अधिकतर लोग कभी ना कभी यात्रा जरूर करते हैं। कुछ लोग काम के सिलसिले में यात्रा करते रहते हैं, तो वहीं कुछ लोग शौकिया तौर पर घूमने के उद्देश्य से यात्रा करते हैं। लेकिन यहां पर भी हम अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना भूल जाते हैं।

नीचे कुछ बिंदु दिए गए हैं। यदि आप इनका पालन करते हैं तो अपनी यात्रा के दौरान खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।

पैसे की सुरक्षा का ध्यान रखें

जब हम किसी दूसरे जगह घूमने जाते हैं तो सबसे अधिक दिक्कत होती है पैसे को सुरक्षित रखने की। सबसे पहले कोशिश करनी चाहिए कि हम कैश कम से कम लेकर के चलें।

हमेशा ऐसे इलाकों में एटीएम का उपयोग करना चाहिए जहां पर लोग मौजूद हों। रात के वक्त कभी भी पैसे निकालने नहीं जाना चाहिए। कैश की जगह आप अधिक से अधिक क्रेडिट कार्ड या ट्रैवलर चेक का उपयोग कर सकते हैं।

घूमने की जगह

कभी भी ऐसी जगह पर घूमने के लिए ना जाए जो बहुत ही ज्यादा सुनसान है। खासकर रात के वक्त ऐसी जगहों पर जाने से बचना चाहिए। आमतौर पर यह माना जाता है कि जिस जगह महिलाएं और बच्चे घूमते हैं वह जगह सुरक्षित होती है। रात के वक्त किसी सड़क में भी नहीं घूमना चाहिए।

अपने दस्तावेजों की सुरक्षा

यदि आप विदेश में हैं और वहां आपके जरूरी डॉक्यूमेंट चोरी हो गए तो फिर काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हमेशा उनको एक सुरक्षित जगह पर रखें जहां किसी की पहुँच न हो।

जानकारों की तरह पेश आए

जब भी आप किसी जगह घूमने के लिए जाएं इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कोई आपकी वेशभूषा देख कर के यह न समझ पाए कि आप इस जगह से बिल्कुल अनजान है।

यदि आपको नहीं पता कि आप किधर जा रहे हैं फिर भी आत्मविश्वास से भरे रहें। आपके कपड़े कुछ इस तरह के होने चाहिए कि वहां के लोकल लोगों के बीच घुल-मिल जाए। यदि आपने अपने साथ मैप लिया है तो उसे देखते हुए सतर्कता बरतें। क्योंकि कोई भी यदि आप पर नजर रख रहा होगा तो वह आसानी से समझ जाएगा कि आप घूमने आए हैं और मौका मिलते ही चोरी करने की कोशिश कर सकता है।

काम करने के दौरान सुरक्षा.

24 घंटे में हम लोगों का अधिकतर वक्त काम करने में व्यतीत होता है ऐसे में यह बहुत ज्यादा जरूरी है कि आप काम करने के दौरान खुद को सुरक्षित करके रखें।

फैक्ट्री में काम करने के दौरान सुरक्षा

यदि आप किसी फैक्ट्री में काम कर रहे हैं तो सुरक्षा मापदंडों का विशेष ध्यान रखें। जैसे किसी मशीन को चलाते वक्त हेलमेट पहन कर रखे।। वेल्डिंग करते वक्त आंखों में चश्मा पहन कर रखें। यदि आप केमिकल से संबंधित कोई काम कर रहे हैं तो हाथों में ग्लब्स पहन कर ही काम करें।

ऑफिस में काम करने के दौरान सुरक्षा.

यदि आप किसी ऑफिस में काम कर रहे हैं तो बीच-बीच में अपने शरीर को आराम देते रहें। एक ही स्थिति में लंबे वक्त तक बैठे रहने के कारण शरीर में तनाव उत्पन्न हो जाता है।

इसलिए थोड़ा उठे और शरीर को स्ट्रेच करें, वॉशरूम जाकर अपनी आंखों को धुले और पानी पियें। यानी हर एक से डेढ़ घंटे के बाद अपने शरीर को 15 मिनट का आराम दे सकते हैं।

छुट्टियों का सही उपयोग करें.

आजकल हर संस्था में काम का बोझ बहुत ज्यादा बढ़ गया है, जिसकी वजह से हर संस्था में काम करने वाले लोग शारीरिक थकान के साथ-साथ मानसिक थकान का भी अनुभव करते हैं।

एक लंबे वक्त तक मानसिक तनाव की स्थिति से गुजरने के बाद व्यक्ति के अंदर डिप्रेशन जैसी गंभीर समस्या जन्म ले लेती है। इसलिए हर किसी को समय-समय पर अपने काम से अवकाश जरूर लेते रहना चाहिए।

हर कर्मचारी को 365 दिनों में कुछ दिनों की छुट्टी लेने का अधिकार है पर हम लोग छुट्टी नहीं लेते हैं,जो कि गलत है।

आजकल अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान देना भी उतना ही जरूरी है इसलिए समय-समय पर जरूरी अवकाश जरूर लेते रहना चाहिए।

छोटे बच्चों की सुरक्षा.

छोटे बच्चे भी हमारे ही जीवन का हिस्सा है। यदि उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत महसूस होती है तो उसकी वजह से भी हमारा जीवन प्रभावित होता है। इसलिए छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

परवरिश पर ध्यान दे.

छोटे बच्चों की परवरिश पर विशेष ध्यान देना जरूरी होता है। उनका शारीरिक और मानसिक विकास किसी भी तरह से अवरुद्ध ना हो इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि वह हमारे देश और समाज के भविष्य हैं और एक स्वस्थ बच्चा ही आगे चलकर के एक स्वस्थ नागरिक बन सकेगा।

सेहत पर ध्यान

छोटे बच्चों को किसी भी तरह की समस्या होती है तो डॉक्टर को दिखाने में देरी बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि आजकल कई तरह की बीमारियां फैल चुकी है जिनसे छोटे बच्चे भी संक्रमित हो सकते हैं।

शिक्षा पर ध्यान

बच्चों का सही उम्र में एडमिशन स्कूल में करवा दें घर में हमेशा ऐसा माहौल रखे जिससे बच्चे सीखने के प्रति ज्यादा प्रेरित हो सकें। पढ़ाई के साथ-साथ उनके अंदर कुछ रचना रचनात्मक काम करने की आदत भी डालें जिससे कि वह अपनी सृजनात्मक क्षमता का भी विकास कर सकें।

आर्थिक स्थिति की सुरक्षा.

आज के वक़्त महगाई जिस तरह से बढ़ रही है उसे देखते हुए अपनी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है। आर्थिक सुरक्षा का मतलब है की आपके पास पैसे कमाने के पर्याप्त साधन मौजूद हो और उनसे इतना पैसा आता हो कि आपकी सभी जरूरतें पूरी हो रही हों। साथ ही आप के बैंक खाते पूरी तरह से सुरक्षित हो।

बैंक से जुड़ी चीज़े चेक करते रहे।

कई लोगों की एक अच्छी आदत होती है, वह अपने बैंक स्टेटमेंट और अकाउंट से जुड़ी गतिविधियों को बीच-बीच में चेक करते रहते हैं।

आपको समय समय पर अपना क्रेडिट रिपोर्ट चेक करते रहना चाहिए। यदि कोई आपके खाते से गलत तरीके से पैसे निकाल रहा है तो आपको उसकी जानकारी लग जाएगी और आप अपने खाते की सुरक्षा के लिए कुछ जरूरी उपाय कर पाएंगे।

आजकल कई तरह के फ्रॉड फैल चुके हैं जिनके जरिए किसी भी व्यक्ति के बैंक खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं और संबंधित व्यक्ति को पता भी नहीं चलता।

पासवर्ड सुरक्षित रखें

आजकल हम बहुत सारी आर्थिक गतिविधियां अपने मोबाइल के जरिए ही करते हैं। पैसे ट्रांसफर करने का काम भी मोबाइल एप के जरिए करते हैं।

लेकिन यहां पर हम से एक बड़ी चूक हो जाती है। इन एप्स का पासवर्ड बहुत ही आसान रख देते हैं। आपके प्रति यदि कोई गलत भावना रखता है तो बड़ी आसानी से वह पासवर्ड पता करके आपके बैंक से पैसे किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर कर सकता है। इसलिए हमेशा एक मजबूत पासवर्ड रखें साथ ही हर चीज के लिए पासवर्ड अलग अलग रखें।

ईमेल के प्रति सतर्क रहें

आजकल धोखेबाजी की घटनाएँ मेल के जरिए होती हैं। हमें कई ऐसे ईमेल मिलते हैं जिन पर एक क्लिक करते ही बैंक की सारी जानकारी किसी हैकर के पास चली जाती है।

जिसके बाद वह हमारे बैंक अकाउंट का सारा पैसा ट्रांसफर कर सकता है। इसलिए ऐसे ईमेल के प्रति सतर्क रहें साथ ही ऐसे मेल को अपने इनबॉक्स में ना रखें और इन्हें डिलीट करते रहे।

सारी जानकारी सोशल मीडिया में शेयर ना करें

जब से सोशल मीडिया का दौर शुरू हुआ है तब से हमें एक बहुत बुरी लत लग गई है। हम अपने जीवन की हर एक छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीज सोशल मीडिया पर शेयर कर देते हैं, और इन्हीं सब जानकारियों का फायदा हैकर्स के द्वारा उठाया जाता है। इसलिए कोशिश करें कि सोशल मीडिया में वही सब शेयर करें जो जरूरी हो और जिनसे आप की सुरक्षा को कोई खतरा ना हो।

इंसान जैसे-जैसे तरक्की करता जा रहा है वैसे ही रिश्तो की उम्र भी छोटी होती जा रही है। चाहे वह रिश्ता पति पत्नी का हो या पिता-पुत्र का आजकल हर तरफ रिश्तो में तनाव देखने को मिलता है।

एक सर्वे में यह बात बताई गई थी कि हम अपनी जिंदगी में कितने खुश रहेंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि हमारे रिश्ते कितने मजबूत हैं।

यदि हम रिश्तो के मामले में कमजोर हैं तो फिर दुनिया की सारी चीजें मिल करके भी हमें वह खुशी नहीं दे सकती जो हमें चाहिए।

इसलिए अपने रिश्ते को सुरक्षित बनाएं, फिर वह रिश्ता भले ही किसी के साथ हो। आपको जब भी वक्त मिले अपने दोस्तों से फोन पर बात करें और उनके बारे में जान जानकारी लें।

पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही संवेदनशील होता है। एक छोटी सी बात भी रिश्ते में बहुत बड़ी खटास डाल सकती है। इसलिए अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं। काम की व्यस्तता के बीच दोनों लोगों को कुछ वक्त एक दूसरे के लिए जरुर निकालना चाहिए।

यदि आप एकल परिवार में रहते हैं तो हमेशा अपने दादा-दादी, नाना-नानी,चाचा-चाची से मिलने का वक्त निकाले। यदि संभव हो तो दिन में एक बार एक साथ बैठकर भोजन करना चाहिए।

जीवन की निश्चित समय सीमा है। इस पूरे समय को जीवन में नई ऊंचाइयां हासिल करने में लगाना चाहिए। लेकिन आप यह तभी कर पायेंगे जब इन सब छोटी मोटी बातों में आपका ध्यान न हो।

कहने का मतलब यह है कि जीवन को सुरक्षित बनाने के लिए जितनी भी जरूरी चीज़े करनी पड़ती है, उन सब को अपनी आदत में शामिल कर लीजिए। उन्हें बार बार याद करने की जरूरत न पड़े, बल्कि आदतन हों।

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सड़क दुर्घटना पर निबंध

road safety essay in hindi 500 words

By विकास सिंह

road accident essay in hindi

विषय-सूचि

सड़क दुर्घटना पर निबंध, road accident short essay in hindi (200 शब्द)

मेरे सहित अधिकतम लोग, भाग्य में विश्वास करते हैं लेकिन समस्या यह है कि जब कुछ गलत होता है, तो हम अपनी गलती को स्वीकार करने के बजाय भाग्य पर दोष देते हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई उल्का किसी के घर पर गिरता है और उसे नष्ट कर देता है। यह कहा जा सकता है कि यह दुर्भाग्य है क्योंकि ऐसा कोई तरीका नहीं था जिसके द्वारा व्यक्ति इसके आने का अनुमान लगा सकता था या अपने घर की सुरक्षा के लिए कुछ भी कर सकता था लेकिन अगर आप अपनी बाइक पर जा रहे हैं और किसी कारण से आपकी बाइक फिसल जाती है और आपको सिर में गंभीर चोट लगी है। क्या यह भाग्य है? मुझे लगता है की यह नहीं है, यह घोर लापरवाही है। यदि आपने अपना हेलमेट पहना होता, तो सिर की चोट से बचा जा सकता था।

एक विश्वसनीय शोध के अनुसार, उचित सावधानी बरतने पर अधिकांश सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है या उनके प्रभाव को कम से कम किया जा सकता है। मुद्दा यह है कि अधिकतम लोग सुरक्षा सावधानियों के बारे में जानते हैं और ट्रैफिक नियमों और विनियमों के बारे में भी जानते हैं, लेकिन वे इसका पालन नहीं करने के लिए इसे (विशेष रूप से युवा) कूल मानते हैं।

इस प्रवृत्ति की शुरुआत कैसे हुई और इसे गति मिली, यह बहस का विषय हो सकता है, लेकिन यह तथ्य यह है कि इस समस्या ने राक्षसी अनुपात ले लिया है और अगर जल्द ही कुछ नहीं किया जाता है, तो बहुत जल्द चीजें नियंत्रण से बाहर हो जाएंगी।

मुझे लगता है कि कोई भी नियम और कानून इस समस्या को हल नहीं कर सकता है। इसके लिए जनता (विशेषकर युवाओं) की मानसिकता को बदलना होगा। मुझे लगता है, यह विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से जनता में जागरूकता पैदा करके किया जा सकता है। आइए उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में जनता के बीच बेहतर समझ पैदा होगी और सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या में कमी आएगी।

road accident essay

सड़क दुर्घटना पर निबंध, essay on road accident in hindi (300 शब्द)

परिचय:.

जब हम छोटे थे, तो हमें सिखाया गया था “रोकथाम इलाज से बेहतर है”, और बहुत सी अन्य चीजें जैसे “किसी व्यक्ति को ज़रूरत में मदद करनी चाहिए”, आदि, लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं हम इन चीजों को लगभग भूल जाते हैं और शायद ही कभी उनका पालन करते हैं और उनके द्वारा जब हमें पता चलता है कि हमें जो सिखाया गया था, वह वास्तव में सच है और सार्थक है, तो बहुत देर हो जाती है।

भारत में सड़क दुर्घटनाएँ:

एक आंकड़े के अनुसार, अकेले भारत में प्रति वर्ष लगभग डेढ़ लाख लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं के कारण होती है और एक शोध के अनुसार ज्यादातर मौतें टालने योग्य होती हैं। फिर मिलियन-डॉलर का सवाल है, “हम इसे टाल क्यों नहीं रहे हैं”? इस विचार से, कि हेलमेट पहनना और सीटबेल्ट का बन्धन उबाऊ है, हमारे दिमाग में चल रहा है, मैं इसका जवाब देने में असमर्थ हूं।

मैंने सवाल का जवाब खोजने की कोशिश की। मेरे पिताजी के अनुसार, फिल्में, टेलीविजन और मीडिया मुख्य कारणों में से एक हैं। फिल्म सितारों और टेलीविजन हस्तियों को फिल्मों और धारावाहिकों में गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार करने के लिए प्रेरित किया जाता है।

उदाहरण के लिए, बिना हेलमेट के बाइक पर बहुत तेजी से सवारी करना और पीठ पर एक लड़की के साथ जो खुशी के साथ चिल्लाना-गाना कर रही है। बच्चे और युवा वयस्क जो फिल्मी सितारों और टेलीविजन हस्तियों को पहचानते हैं, वे इसे कूल पाते हैं और वास्तविक जीवन में इसकी नकल करने की कोशिश करते हैं, बिना यह महसूस किए कि फिल्म में जो दिखाया गया था वह पूरी तरह से नकली या विशेष प्रभाव द्वारा किया गया था।

“धूम” और “फास्ट एंड फ्यूरियस” आदि जैसी फिल्मों में ग्लैमराइज्ड गति है। यहां तक ​​कि अपने विज्ञापनों में बाइक कंपनियां अपनी मशीनों की गति पर जोर देती हैं। यही वजह है कि फास्ट बाइक युवाओं में एक क्रेज है। हर लड़का इनमे से एक को अपना बनाना चाहता है और हर लड़की चाहती है कि उसका एक बॉयफ्रेंड ऐसा हो।

युवा लड़के और लड़कियां नियमित रूप से खाली सड़कों पर दौड़ते पाए जाते हैं (कभी-कभी व्यस्त भी) और पुलिस द्वारा राजमार्ग अक्सर पकडे जाते हैं। आम तौर पर उन्हें एक मजबूत चेतावनी के साथ छोड़ दिया जाता है लेकिन समस्या यह है कि यह उन पर प्रभाव नहीं कर रहा है।

निष्कर्ष:

सरकार और कुछ गैर-सरकारी संगठनों ने युवाओं को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया है। यहां तक ​​कि फिल्म और टेलीविजन सितारों ने बाहर आकर युवाओं से अपील की है। प्रगति धीमी है, लेकिन आशा करते हैं कि आने वाले समय में लोग (विशेष रूप से युवा) और अधिक जिम्मेदारी से व्यवहार करेंगे और हम भारत में सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित कर सकेंगे।

सड़क दुर्घटना कारण एवं उपाय पर निबंध, road accident and safety essay in hindi (400 शब्द)

प्रस्तावना:.

हम भारतीय बहुत महान हैं और वास्तव में अनुशासन में महान हैं। जहाँ लिखा है “नो पार्किंग”, वहाँ कोई भी आसानी से पार्क किए गए कई वाहनों को ढूंढ सकता है। यह शहरों में एक बहुत ही आम दृश्य है। अगला और अधिक प्रफुल्लित करने वाला है। सरकारी दफ्तरों में कोई भी दीवार पर, “थूक नहीं सकता” या हिंदी में, “यहाँ पर थूकना मना है” लिख सकता है। उसी जगह पर आपको बहुत सारे मसाले मिलेंगे ”। हालांकि यह कम से कम जीवन के लिए खतरा नहीं है, लेकिन यातायात नियमों और दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने से जीवन का नुकसान हो सकता है।

सड़क दुर्घटनाओं के कारण और उपचार:

अनुशासन की कमी:  मुझे लगता है, यह सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण है। हम नियमों से अवगत हैं, लेकिन बस उनका पालन नहीं करते हैं। सबसे आम नियम जिसका हम पालन नहीं करते हैं, वह है हेलमेट पहनना और सीट बेल्ट बांधना। यह सरल एहतियात हमें दुर्घटनाओं के मामले में गंभीर चोटों से बचा सकती है और इसका पालन करना आसान है।

बंद होने पर रेलवे क्रासिंग को पार नहीं करना चाहिए लेकिन किसे परवाह है। बंद सलाखों के नीचे से अपने वाहनों को आगे बढ़ाने वाले बाइकर्स और साइकिल चालकों को ढूंढना आम है। जब कारण पूछा जाता है, तो आम उत्तर होता है, “सर जी लेट हो गया था”। मैं यह समझने में असमर्थ हूं कि कोई अपने जीवन को जोखिम में क्यों डालेगा, सिर्फ 5 या 10 मिनट बचाने के लिए।

यदि आप समय से अपने कार्यालय / घर पहुंचना चाहते हैं, तो थोड़ा जल्दी चलना एक अच्छा विचार है लेकिन बंद रेलवे क्रॉसिंग को पार करना उचित नहीं है क्योंकि इससे गंभीर चोटें लग सकती हैं या जान भी जा सकती है। मोबाइल फोन ने हमारी दुनिया में क्रांति ला दी है लेकिन कई बार वे एक बड़ा उपद्रव साबित होते हैं।

ड्राइविंग करते समय लोगों को अपने मोबाइल फोन पर बातें करना आम है। इससे कई बार दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। हाथों से मुफ्त का उपयोग करने पर भी फोन पर बात करना उचित नहीं है क्योंकि एक अभी भी विचलित हो जाता है।

वाहन चलाते समय संगीत या रेडियो सुनना भी उचित नहीं है क्योंकि इससे ध्यान भंग भी हो सकता है। यदि हम इन सभी नियमों (अनुशासन में हों) का पालन करते हैं, तो एक अच्छा मौका है कि हम कभी भी किसी दुर्घटना से नहीं मिल सकते हैं।

प्राकृतिक और अन्य कारण:  ऐसे कई कारक हैं जो हमारे नियंत्रण में हैं लेकिन कुछ कारक ऐसे भी हैं जो हमारे नियंत्रण में नहीं हैं। उदाहरण के लिए, खराब सड़कें, खराब मौसम, आवारा जानवर आदि। मैं सहमत हूं, ये कारक हमारे नियंत्रण में नहीं हैं, लेकिन यदि हम सावधानी बरतें, तो हम होने वाली दुर्घटनाओं के प्रभाव को कम कर सकते हैं।

लोगों को यह आश्वस्त करने की आवश्यकता है कि नियमों का पालन करना और अनुशासन में रहना भी अच्छा है और यातायात नियमों का पालन करना उनके हित में है।

सड़क दुर्घटना के कारण और निवारण पर निबंध, essay road accident and precautions in hindi (500 शब्द)

हम सभी वैधानिक चेतावनियों को नजरअंदाज करने के आदि है। चाहे यह तंबाकू और सिगरेट चबाने या ट्रैफिक चेतावनियों पर कैंसर की चेतावनी है, जैसे, “ड्राइव धीमा”, “ओवरटेक न करें” आदि। आम तौर पर उनके प्रति हमारा रवैया ऐसा होता है की हम इन संकेतों को पूरी तरह नज़रंदाज़ कर देते हैं।

दरअसल, सड़क दुर्घटनाओं को रोकना बहुत आसान है, इसमें कोई रॉकेट साइंस नहीं है। हमें सिर्फ बुनियादी बातों पर टिकना है लेकिन समस्या यह है कि कौन परवाह करता है।

सड़क दुर्घटनाओं को कैसे रोकें

ओवर स्पीड न करें:  हम सभी गति से प्यार करते हैं। यही कारण है कि तेज बाइक और तेज कारें काफी मांग में हैं। यहां तक ​​कि मैन्युफैक्चरर्स भी अपने विज्ञापनों में अपनी मशीनों की गति को उजागर करते हैं। जब ट्रैफिक पुलिस हमें तेजी से पकड़ती है, तो हमारा मानक बहाना है, “साहब, मुझे ऑफिस जाने में देर हो रही थी”। मुझे यकीन है कि हम में से अधिकांश इस तथ्य से सहमत होंगे कि यह एक लंगड़ा बहाना है। इसका समाधान सरल है, “अपने घर को जल्दी छोड़ दो”।

कभी-कभी हम इसे मज़े के लिए करते हैं (विशेषकर यंगस्टर्स रेसिंग या स्टंट में शामिल होते हैं)। मुझे लगता है कि वे फिल्मों और धारावाहिकों से यह महसूस किए बिना प्रेरित हो जाते हैं कि हमें जो दिखाया जाता है वह विशेष प्रभाव और नकली है।

शराब पी कर गाड़ी ना चलाएं:  यह कारण अधिकांश बड़ी सड़क दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। सबसे पहले, यह पीने के लिए एक अच्छा विचार नहीं है, लेकिन कहने दो, आप अंत में एक दोस्त की पार्टी में कुछ ग्लास रखते हैं फिर किसी भी परिस्थिति में आपको ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए। आप किसी ऐसे व्यक्ति से पूछ सकते हैं जो नशे में नहीं है, ड्राइव करने के लिए या आप टैक्सी आदि ले सकते हैं।

यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका है कि शराब से दिमाग की सोचने और ठीक से प्रतिक्रिया करने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए, कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना आश्वस्त महसूस कर रहे हैं, आपको पीने के बाद कभी भी ड्राइव नहीं करना चाहिए कुछ दवाएँ भी शराब के रूप में मन पर एक ही प्रभाव का कारण बनती हैं।

इसलिए, यदि आपके डॉक्टर ने आपको कुछ दवाएं लेने के बाद गाड़ी नहीं चलाने की सलाह दी है, तो आपको इसे करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से आप अपना जीवन और दूसरों का जीवन खतरे में डाल रहे हैं।

पहले ड्राइविंग सीखें: हम में से अधिकांश ने कभी भी औपचारिक रूप से ड्राइविंग नहीं सीखी है (मेरा मतलब ड्राइविंग स्कूल या ड्राइविंग प्रशिक्षक से है)। कोई (सामान्य रूप से रिश्तेदार) बस हमें थोड़ा सा मार्गदर्शन करते हैं और फिर हमें लगता है कि हम जाने के लिए अच्छे हैं। ऐसे व्यक्ति (विशेष रूप से किशोर) जो उचित ड्राइविंग नहीं जानते हैं, उन व्यक्तियों की तुलना में अधिक जोखिम वाले हैं जो उचित ड्राइविंग जानते हैं।

यही कारण है कि ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने से पहले एक ड्राइविंग टेस्ट होता है लेकिन हर एक को वास्तविकता पता है। कुछ हज़ार रुपये के लिए कोई भी ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकता है (बिना ड्राइविंग टेस्ट दिए)।

बहुत से ऐसे हैं जिनके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है और वे स्वतंत्र रूप से गाड़ी चलाना जारी रखते हैं। यदि कोई पकड़ा जाता है, तो वह संबंधित अधिकारी को कुछ सौ रुपये देता है और छूट जाता है।

सड़कों का उचित रखरखाव: सड़कों के खराब रखरखाव के कारण भी कई दुर्घटनाएँ होती हैं। उदाहरण के लिए, गड्ढे, टूटी सड़कें, खुले मैनहोल आदि दुर्घटनाओं की संभावना को बढ़ाते हैं। इसलिए, दुर्घटना की संभावना को कम करने के लिए, उनका ध्यान रखा जाना चाहिए।

यदि कोई सावधान है और सभी नियमों और विनियमों का सावधानीपूर्वक पालन करता है तो कई सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है और हमारी सड़कें सुरक्षित हो जाएंगी।

सड़क दुर्घटना पर निबंध, long essay on road accident in hindi (600 शब्द)

परिभाषा के अनुसार दुर्घटना का अर्थ है, “एक अप्रत्याशित और अनजाने में हुई घटना, जिससे क्षति या चोट पहुँचती है” लेकिन अगर कुछ सावधानियां बरती जाएं तो अधिकांश मामलों में दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। इसलिए, यदि हम सावधानी बरतते हैं, तो यह हमारे लिए अच्छा है और यदि हम सावधानी नहीं बरतते हैं, तो हम स्वयं इसके परिणामों के लिए जिम्मेदार हैं।

केवल भारत में सड़क दुर्घटनाओं के कारण प्रति वर्ष लगभग 1.5 लाख लोगों की मृत्यु होती है। बेशक, इस संख्या को आसानी से कम किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए हमें अपना रवैया बदलना होगा और यातायात नियमों और विनियमों का पालन करना होगा।

सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

थका हुआ या नींद महसूस होने पर कभी भी ड्राइव न करें:                                                              आम तौर पर जब हम दिन के काम से लौट रहे होते हैं, तो हम थक जाते हैं। अच्छा मौका है कि हमें थोड़ी नींद आ सकती है। उस स्थिति में व्यक्ति को कभी भी वाहन नहीं चलाना चाहिए क्योंकि (गंभीर) दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। थोड़ा आराम करना और फिर ड्राइव करना या टैक्सी लेना बेहतर है।

शराब या अन्य ड्रग्स के प्रभाव में कभी ड्राइव न करें जो मस्तिष्क की क्षमता को बाधित करता है: यह एक सख्त नहीं है। किसी भी परिस्थिति में शराब का सेवन करने के बाद वाहन नहीं चलाना चाहिए। यदि कोई ऐसा करता है, तो वह अपने जीवन को और दूसरों के जीवन को भी खतरे में डाल रहा है।

वाहन चलाते समय हेलमेट और सीटबेल्ट पहनें इस नियम का पालन करना सबसे आसान है और इसके बहुत फायदे हैं। यह दुर्घटना की स्थिति में प्रभाव को कम करता है।

वाहन चलाते समय कभी भी अपने मोबाइल फोन का उपयोग न करें यह नियम सबसे अधिक पालन में से एक है। वाहन चलाते समय अपने मोबाइल फोन पर बात करते हुए लोगों को ढूंढना बहुत आम बात है। मोबाइल फोन पर बात करने से दिमाग का डायवर्सन होता है और दूसरी बार पलटने पर नियंत्रण खो सकता है और इससे दुर्घटना हो सकती है।

रेड लाइट जंप करना घातक हो सकता है एक उद्देश्य के लिए ट्रैफिक लाइट बनाई जाती है। यदि आप एक लाल बत्ती कूदते हैं (कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों), तो आप अन्य दिशा से आने वाले वाहन की चपेट में आने की संभावना को बढाते हैं। इसलिए, लाल बत्ती पर रुकना और हरे होने पर ही आगे बढ़ना एक अच्छा विचार है।

कभी सामान्य गति से तेज नहीं चलें कोई बात नहीं, “धूम” का टाइटल ट्यून सुनने के बाद आपको अपनी कार या बाइक की गति कितनी अच्छी लगी। कभी भी ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि हम सभी जानते हैं कि फिल्मों में जो दिखाया जाता है वह वास्तविक नहीं है। कभी-कभी लोग समय पर कार्यालय / घर पहुंचने के लिए तेजी करते हैं। इसके लिए, आसान उपाय यह है कि आप अपनी यात्रा थोड़ी जल्दी शुरू करें।

सुनिश्चित करें कि आपके हेडलाइट्स और टेल लाइट्स वर्किंग कंडीशन में हैं मान लीजिए कि आप रात में गाड़ी चला रहे हैं और आप अपने वाहन को बाईं ओर मोड़ना चाहते हैं, इसलिए आप अपने बाएँ संकेतक को चालू करते हैं, लेकिन आपकी टेल लाइट काम नहीं कर रही है, इसलिए आपके पीछे का ड्राइवर यह जान नहीं पा रहा था कि आप मोड़ना चाहते हैं और वह हिट हो गया आपकी गाड़ी।

यह एक संभावित परिदृश्य है। इसलिए, अपनी कार को अच्छी स्थिति में रखना और किसी भी तरह का दोष मिलते ही उसकी मरम्मत करवाना एक अच्छा विचार है।

खराब मौसम में धीरे-धीरे और अधिक सावधानी से ड्राइव करें खराब मौसम (बारिश, तूफान, बर्फ आदि) में कई गुना बढ़ कर दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, किसी को खराब मौसम में वाहन चलाने से बचना चाहिए लेकिन यदि यह संभव नहीं है, तो व्यक्ति को बहुत सावधानी से और धीरे-धीरे ड्राइव करना चाहिए अन्यथा उसे चोट लग सकती है।

टायरों का फटना मान लीजिए आप एक अकेली सड़क पर गाड़ी चला रहे हैं और आपकी कार लोहे की कील पर चलती है और आपका टायर फट जाता है। शायद आपकी कार फ्लिप कर सकती है या आपकी कार दूसरी कार से टकरा सकती है। सड़क पर लोहे की कील लगी थी। आप इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं, लेकिन अगर आपने गति सीमा के तहत ड्राइविंग और सीटबेल्ट पहनने जैसी सावधानी बरती है, तो आप निश्चित रूप से दुर्घटना के प्रभाव को कम कर सकते हैं।

ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो हमारे नियंत्रण में हैं और कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो हमारे नियंत्रण में नहीं हैं। इसलिए, हम जो कर सकते हैं उसे करें और बाकी को भगवान पर छोड़ दें। कुछ प्रयासों के साथ मुझे यकीन है कि हम सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी ला सकते हैं।

इस लेख से सम्बंधित सवाल और विचार आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi

नमस्कार आज हम सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi पढ़ेगे। इस निबंध में हम जानेगे कि सड़क सुरक्षा क्या है इसका महत्व, आवश्यकता, रोड सेफ्टी वीक, रूल्स आदि के बारे में छोटा बड़ा निबंध स्टूडेंट्स के लिए दिया गया है।

रोड एक्सीडेंट्स इन इंडिया के मुताबिक़ हर वर्ष तेजी से सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही हैं. भारत में सड़क दुर्घटना की स्थिति इतनी भयावह है कि प्रति घंटे 18 लोग सड़क हादसे का शिकार होकर अपना जीवन गंवा देते है वही प्रति घंटे औसतन 44 लोग घायल भी हो जाते है.

सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi

यहाँ स्कूल स्टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण जन मुद्दे सड़क सुरक्षा पर दो निबंध विभिन्न शब्द सीमा में दिए गये हैं. आप अपनी जरूरत के हिसाब से इनकी लेंथ को मैनेज कर सकते हैं साथ ही शैक्षणिक उपयोग हेतु इसका प्रयोग भी कर सकते हैं.

भारत में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर निबंध

स्वतंत्रता के बाद से सड़क चुनावों और राजनीति का मुख्य मुद्दा रहा है. इसके दो बड़े कारण है सड़क आम आदमी के जीवन से जुड़ा अहम विषय हैं साथ ही संसार की सबसे अधिक सड़कों वाले देशों की सूची में भारत दूसरे स्थान पर है.

भारत में करोड़ो किलोमीटर लम्बा सड़क परिवहन है जिनके निर्माण और रखरखाव में बड़ी मात्रा में व्यय होता है. आज भी आम जन में सड़क दुर्घटनाओं के प्रति चेतना बहुत कम है. हर साल करोड़ों दुर्घटनाएं होती है जिसमें लाखों लोग अपनी जान गंवाते हैं.

एक शोध के अनुसार स्वतंत्रता के बाद से अब तक दस करोड़ से अधिक लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं, इसके बाद भी इस समस्या को गम्भीरता से नहीं लिया जाता हैं.

हर साल बड़ी संख्या में हो रही सड़क दुर्घटनाओं को सड़क सुरक्षा के कानूनों को कठोर करके और आमजन को इनके प्रति जागरूक करके कम किया जा सकता है.

भारत में सड़क सुरक्षा के कठोर नियमों और व्यवस्था अन्य देशों के मुकाबले पर्याप्त नहीं हैं. वर्तमान में देश में मोटर वाहन अधिनियम 2019 पारित किया गया. इस नयें कानून के जरिये यातायात नियमों का अतिक्रमण, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन गति पर नियंत्रण में नई तकनीकों को शामिल किया गया हैं.

सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता की कमी के कारण दर्दनाक हादसे आए रोज सुनने में मिलते है. कई बार ये वाहन चालक की गलती से तो कभी पैदल यात्रियों के कारण होते हैं. इन हादसों से बचाव के लिए ही ट्रेफिक नियम बनाए जाते है, जिनका हम सभी को पालन करना चाहिए.

सड़क सुरक्षा निबंध 500 वर्ड्स

आज के समय में सड़क दुर्घटना आम बात हैं जिसका मुख्य कारण सड़क सुरक्षा की ओर ध्यान न देना हैं.

रोड सेफ्टी निबंध   में हम जानेगे कि किस तरह वाहन चालक की लापरवाही नशे में गाड़ी चलाने ट्रेफिक के नियमों की अवहेलना करने से रोजाना सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं.

सड़क सुरक्षा के नियमों की अनुपालना व जन जागृति में मीडिया की क्या भूमिका हैं.

सड़क सुरक्षा में मिडिया की भूमिका

हम आए दिन अख़बार में पढ़ते हैं कि सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु हो गई हैं. या गंभीर रूप से घायल हो गया हैं. प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान चलाकर इन घटनाओं के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता हैं. यातायात के नियमों की जानकारी लोगों को विभिन्न माध्यमों से दी जाती हैं.

सड़क सुरक्षा अभियान में मीडिया की भूमिका खास हो जाती हैं. मीडिया लोगों को संदेशों विज्ञापनों के माध्यम से यातायात के नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित करे. उसे सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यकता अनुसार सकारात्मक सूचनाएं प्रसारित करनी चाहिए.

सामाजिक विज्ञापन से घर और सड़कों पर जीवन की सुरक्षा संबंधी संदेश देना चाहिए. मीडिया को स्पष्ट और निष्पक्ष विचार रखने चाहिए ताकि लोगों के विचारों में सकारात्मक प्रभाव पड़े. कुछ विज्ञापन गैर जिम्मेदाराना तरीके से उच्च क्षमता के वाहनों का प्रदर्शन स्टंट के द्रश्य सहित बिना वैधानिक चेतावनी के प्रसारित कर दिए जाते हैं.

बिना वैधानिक चेतावनी के ऐसे विज्ञापन नही होने चाहिए, क्योंकि बच्चें व युवा इन दृश्यों का अनुसरण कर चोटग्रस्त हो सकते है. वाहन चालन के समय निम्निलिखित सावधानियां रखे.

सड़क सुरक्षा के सामान्य नियम व सावधानियां (road safety rules in hindi)

  • वाहन चालक के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस हो.
  • दुपहिया वाहन चालक और सवार हेलमेट का प्रयोग करे, चौपहिया वाहन के चालक व सवार सीट बेल्ट का प्रयोग करे.
  • वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करे.
  • तेज ड्राइविंग से बचे और वाहन निर्धारित गति सीमा में चलावें.
  • नशा करके वाहन न चलावें.
  • यातायात के नियमों का पालन करे.
  • अपनी लेन में ही चले और यातायात संकेतकों का पालन करे.
  • आम सड़क पर चलते समय स्टंटबाजी नही करनी चाहिए.

भारत में यातायात के मुख्य संकेत  ( Traffic signals Meaning )

सड़क सुरक्षा जितनी वाहन चालक के लिए आवश्यक हैं, ठीक उतना ही जरुरी आम आदमी के लिए हैं. यातायात के नियमों व संकेतों की साधारण जानकारी व अर्थ हमें पता होना चाहिए.

भारत में सडकों के मुख्य संकेत के रूप में हर चौराहे पर तीन रंग की लाइट लगी रहती हैं. जो नीचे दिए गये चित्र के अनुसार होती हैं. इनकी तीनों लाइट का क्या अभिप्राय हैं.

  • लाल बत्ती  : यह संकेत आपकों रुकने का इशारा कर रहा हैं. अन्य पथ को खोलने के कारण आपके रास्ते को कुछ समय के लिए रोका गया हैं. इसलिए लाल बत्ती जलने पर आप जिस स्थति में हो रुक जाए.
  • पीली बत्ती -यह लाइट लाल लाईट के बंद होने के तुरंत बाद जलती हैं. इसका अर्थ हैं तैयार हो जाइए अब आपकों चलने का संकेत मिलने वाला हैं. हम कई बार देखते हैं. लोग पीली बत्ती के जलते ही अपने वाहन को स्टार्ट कर जल्दी से भागने को आतुर रहते हैं. ऐसा अपना वाहन चालू कर आराम से आगे बढ़ना चाहिए.
  • हरी बत्ती – इसका अर्थ हैं यू कैन गो नाउ, अब आप आगे बढ़ सकते हैं. आपका रास्ता साफ़ हैं

सड़क सुरक्षा निबंध 2 (600 words)

हम सभी सड़क का उपयोग करते हैं। हम उन पर चलते हैं या उन पर अपने वाहन चलाते हैं। हम उनके पार जाते हैं या उनके साथ फुटपाथों पर चलते हैं। भारत के शहरों में, सड़कों के किनारे फुटपाथ  हैं।

उन पर चलने वालों को पैदल यात्री कहा जाता है। यदि हम चल रहे हैं तो फुटपाथों का उपयोग करना सुरक्षित है। बड़े शहरों की सड़कें बहुत व्यस्त हैं। वे बसों, ट्रकों, कारों, तिपहिया वाहनों, मोटरसाइकिल, स्कूटर, साइकिल, आदि जैसे सभी प्रकार के वाहनों के साथ भीड़ रहती हैं।

धीमी गति से चलती बैलगाड़ी, घोड़ा गाड़ी, आदि भी देखे जा सकते हैं। ऐसी सड़कों पर चलना या वाहन चलाना हमेशा जोखिम भरा होता है। लोग जल्दबाजी में सड़क के नियमों की अनदेखी करते हैं और दुर्घटना का कारण बनते हैं।

हर दिन इस तरह के हादसों में बहुत सारे लोग मारे जाते हैं या घायल हो जाते हैं। सड़क के नियमों का पालन करने के लिए दुर्घटनाओं से बचने का सबसे अच्छा तरीका, सड़क सुरक्षा नियमों पालन करना चाहिए।

सड़क सुरक्षा सप्ताह

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष रोड सेफ्टी वीक मनाया जाता है। देश भर में लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह सप्ताह मनाया जाता हैं।

अन्य देशों के मुकाबले भारत में परिवहन के साधनों और पैदल यात्रियों की संख्या अधिक है ऐसे में समाज में सुरक्षा के उपायों की जानकारी होना जरुरी है।

सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान ट्रेफिक पुलिस, सामाजिक संगठनों और स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा जन जागरूकता के लिए पोस्टर नारे स्लोगन आदि का प्रयोग किया जाता हैं। ताकि जन जन तक सड़क पर चलते समय लोगों को सावधानी बरतने के लिए प्रेरित किया जा सके।

सड़क सुरक्षा के नियम

क्या आप सड़क के नियमों को जानते हैं? क्या आप हमेशा उनकी बात मानते हैं? यहाँ सड़क के कुछ नियम हैं। हमें उनका अनुसरण करना चाहिए।

  • चलते या वाहन चलाते समय हमेशा बाईं ओर रखें।
  • सिग्नल देने से पहले बाएँ या दाएँ मुड़ें नहीं।
  • जब तक सड़क साफ नहीं हो जाती है, तब तक सड़क को देखने से पहले एक बार फिर से दाईं ओर देखें। अगर सड़क साफ है तो इसे जल्दी से पार कर लें लेकिन सावधानी से।
  • सड़क पार करते समय सीधे चलते हैं। इसे एक कोण पर पार न करें।
  • पार करते समय भागो मत।
  • ज़ेबरा क्रॉसिंग यदि कोई है, तो सड़क के पार जाने के लिए हमेशा इसका उपयोग करें। इस पर चलना अधिक सुरक्षित है।
  • हमेशा ट्रैफिक लाइट की पालना करे लाल बत्ती का मतलब है रुकना। पीली रोशनी का मतलब है रुकना या हिलना। हरी बत्ती का मतलब है आगे बढ़ना। जब ट्रैफिक लाइट हरी हो जाती है, तभी आगे बढ़ना सुरक्षित होता है। यदि आप ट्रैफिक सिग्नल की अनदेखी करते हैं, तो आपको दंडित किया जा सकता है।
  • ड्राइविंग करते समय या ट्रैफिक लाइट पर इंतजार करने से अनावश्यक रूप से हॉर्न नहीं बजाएं। यह दूसरों को परेशान करता है और ध्वनि प्रदूषण का कारण भी बनता है।
  • यदि आप एक मोटर वाहन चला रहे हैं, तो इसे उचित गति से चलाएं बेकाबू गति खतरनाक है और दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है।
  • यदि आप मोटर साइकिल या स्कूटर चला रहे हैं या सवारी कर रहे हैं तो हमेशा हेलमेट पहनें।
  • किसी भी वाहन को उसके बाईं ओर से आगे न निकालें। चालक को संकेत दें और सड़क स्पष्ट होने पर दाईं ओर से आगे निकल जाएं।
  • चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी के संकेतों का पालन करें।
  • बारिश होने पर वाहन चलाने में अधिक सावधानी बरतें। सड़कें गीली और फिसलन भरी हो जाती हैं। तेज मोटर वाहनों को रोकने में अधिक समय लगता है। लोग अक्सर लापरवाह हो जाते हैं ऐसे अवसरों पर दुर्घटनाओं की संभावना बहुत अधिक होती है।

क्यों आवश्यक है सड़क सुरक्षा

हम सभी को सड़क सुरक्षा की गहरी समझ होनी चाहिए। यह वह गुण है जिसे हमें शिक्षित, सुसंस्कृत और सभ्य कहा जाना चाहिए।

हर दिन हम सुनते है हजारों लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा देते है। जांच में कई बार पाया जाता है यदि यातायात के नियमों का सही ढंग से पालन किया होता तो उन दुर्घटनाओं को टाला जा सकता था।

अगर समाज का प्रत्येक सदस्य जागरूक होकर यातायात के नियमों के प्रति सजग रहे तो कई बड़ी दुर्घटनाओ को होने से पूर्व ही रोका जा सकता है। इससे बड़ी जनहानि और माल हानि से रक्षा की जा सकती है।

आज से हम सभी निश्चय करे जब भी सड़क पर निकलेगे सुरक्षा के सभी नियमों की पालना करेगे। ऐसा करके न केवल हम अपने जीवन को बचा सकते है बल्कि और किसी का जीवन भी बचाया जा सकता है।

आमतौर पर जागरूकता के अभाव के चलते लोग लापरवाह बनते है तथा यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ाते है। यदि समाज इन सावधानियों को गम्भीरता से ले तो दूरगामी सुखद परिणाम देखने को मिल सकते है।

  • औद्योगिक सुरक्षा पर कविता
  • राष्ट्रीय सुरक्षा और विज्ञान पर निबंध
  • सड़क परिवहन पर निबंध

उम्मीद करता हूँ दोस्तों सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi का यह निबंध आपकों पसंद आया होगा, यदि आपकों इस निबंध में दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे.

सड़क यातायात और सड़क सुरक्षा पर कविता चाहिए

बहुत ही ज्यादा अच्छा निबंध है

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सड़क सुरक्षा पर निबंध – Road Safety Essay in Hindi

Sadak Suraksha Essay in Hindi – दुनिया के सभी लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए परिवहन (Transportation) के एक सामान्य साधन यानी सड़क का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इन सड़कों का सुरक्षित इस्तेमाल करने के लिए हमें कुछ नियमों का पालन जरुरी होता है, इसे आसान भाषा में सड़क सुरक्षा (Road safety) कहते हैं.

सड़क सुरक्षा एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण विषय है. आम जनता विशेषकर युवाओं में अधिक जागरूकता लाने के लिए इसे शिक्षा, सामाजिक जागरूकता आदि विभिन्न क्षेत्रों से जोड़ा गया है. 

सड़क पर वाहन चलाना दिन प्रतिदिन असुरक्षित होता जा रहा है. वाहनों की टक्कर और सड़क सुरक्षा के उचित उपायों की उपेक्षा के कारण सड़क दुर्घटनाएं आम होती जा रही हैं. सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी और वाहनों की टक्कर से सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है.

सभी नागरिकों को सड़क यातायात के बुनियादी नियमों की अच्छी जानकारी होना बहुत जरूरी है, खासकर बच्चों और युवाओं को, जो अक्सर अपने जोशपूर्ण व्यवहार के कारण सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2008 के एक अध्ययन में पाया गया है कि अधिकांश अस्पतालों में चोटों के कारण मरीजों के भर्ती होने और मौतों के पीछे सड़क दुर्घटनाएं मुख्य कारण हैं.

Table of Contents

हमारा भारत देश सबसे अधिक आबादी वाला देश है जहां पूरे दिन सभी सड़कें व्यस्त रहती हैं और वाहन अपनी तेज गति से चलते हैं. आज की दुनिया में लोगों को अपने निजी वाहनों की आदत हो गई है, जिससे सड़कों पर ट्रैफिक की समस्या पहले से ज्यादा बढ़ रही है.

ऐसे में लोगों को सुरक्षित ड्राइविंग के लिए यातायात नियमों (Traffic rules) और सड़क सुरक्षा नियमों (Road safety rules) का सावधानीपूर्वक पालन करने की आवश्यकता है, तभी सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है.

सबसे अधिक सड़कों वाले देशों में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है. भारत सरकार द्वारा हर साल लाखों-करोड़ों रुपये सिर्फ सड़कों के निर्माण पर ही खर्च किए जाते हैं.

सड़क सुरक्षा के लिए हर देश की सरकार कई प्रकार के नियम भी बनाती है. लेकिन कई लोग इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, जिससे उन्हें खतरनाक हादसों का सामना करना पड़ता है.

सड़क सुरक्षा क्या है? What is road safety?

“सड़क सुरक्षा” अभियान का उद्देश्य सभी सड़क सुरक्षा उपायों का उपयोग करके सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और जीवित हानि के नुकसान की रोकथाम करना है. सड़क पर यात्रा करते समय जानमाल के नुकसान से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है.

यह पहल सभी सड़क उपयोगकर्ताओं जैसे पैदल यात्री, दोपहिया, चार पहिया, बहु-पहिया और अन्य वाहन उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखने के लिए है. सभी लोगों के लिए जीवन भर सड़क सुरक्षा उपायों का पालन करना बहुत फायदेमंद और सुरक्षित है.

सभी लोगों को सड़क पर वाहन चलाते या पैदल चलते समय दूसरों का सम्मान करना चाहिए और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए. सड़क के किनारे दुर्घटनाओं, चोटों और मौतों से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक सड़क पर लोगों की सुरक्षा है.

सड़क पर ड्राइविंग शुरू करने से पहले, सभी को किसी मान्यता प्राप्त ड्राइविंग स्कूल द्वारा अधिकृत प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में रक्षात्मक ड्राइविंग कोर्स (Defensive driving course) करना चाहिए. यह सड़क सुरक्षा उद्देश्यों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है.

आम जनता के बीच सड़क सुरक्षा जागरूकता पैदा करने के कई तरीके हैं जैसे सेमिनार, कार्यशालाएं, पाठ्यक्रम में बुनियादी सड़क सुरक्षा पाठों को शामिल करने के साथ-साथ छात्रों से “ग्रीन क्रॉस कोड (Green Cross Code)” यानी प्रतीक्षा करें…, देखें…, सुनो…, सोचो…, और फिर पार करो और ट्रैफिक लाइट, सड़क के संकेतों को समझना, आदि के बारे में सीखें.

निम्नलिखित सभी सड़क सुरक्षा उपाय सभी सड़क समस्याओं से बचने में बहुत मदद करते हैं. कुछ प्रभावी सड़क सुरक्षा उपायों में बुनियादी वाहन जानकारी, मौसम और सड़क की स्थिति के अनुसार सुरक्षात्मक ड्राइविंग, वाहन की रोशनी और हॉर्न का उपयोग, सीट बेल्ट पहनना, वाहन के शीशे का उचित उपयोग, अधिक गति से बचना, रोड लाइट को समझना, सड़क पर अन्य वाहनों से दूरी बनाए रखना, मुसीबत की स्थिति से निपटने की उचित समझ, टीवी आदि पर वृत्तचित्रों के माध्यम से जागरूकता फैलाना आदि शामिल है.

सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा – Road safety survival

सड़क पर विभिन्न दुर्घटनाओं और जानमाल के नुकसान से बचने के लिए सभी को पता होना चाहिए कि वाहन कैसे चलाना है या खुद से उत्पन्न होने वाली गंभीर परिस्थितियों को कैसे संभालना है.

एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में स्कूल में सड़क सुरक्षा उपायों को अवश्य जोड़ा जाए ताकि छात्रों को ड्राइविंग से पहले ही अपने शुरुआती समय में इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके. अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं वाहनों के संचालन के बारे में गलत जानकारी और उचित सड़क सुरक्षा उपायों के आभाव से होती हैं.

कई बार लोग बिना किसी नियमित रखरखाव और मरम्मत के लंबे समय तक अपने निजी वाहनों का उपयोग करते हैं, इसलिए समय पर मरम्मत के साथ वाहनों की उचित कार्य स्थिति सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है. यह न केवल वाहन की उपयुक्तता और जीवनकाल को बढ़ाता है, बल्कि दुर्घटनाओं को कम करने में भी मदद करता है.

चालक को वाहन के ब्रेक की अच्छी तरह जांच करनी चाहिए और ब्रेक फेल होने की चेतावनी के संकेतों से अवगत होना चाहिए.

किसी भी यात्रा पर जाने से पहले प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स (First aid box), आपातकालीन उपकरण (Emergency tools), गैसोलीन की उचित मात्रा आदि रखने के साथ-साथ वाहन की अच्छी तरह से जांच कर लेनी चाहिए.

कुछ महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा नियम – Some important road safety rules

  • सड़क पर यात्रा करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपनी बाईं ओर से चलना चाहिए, विशेषकर वाहन चालकों को और दूसरी ओर से आने वाले वाहन को गुजरने देना चाहिए.
  • सड़क पर मुड़ते समय चालक को गति धीमी रखनी चाहिए.
  • व्यस्त सड़कों और चौराहों पर वाहन चलाते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें.
  • दुपहिया वाहन चालकों को अच्छी गुणवत्ता वाला हेलमेट पहनना चाहिए अन्यथा बिना हेलमेट के सड़क पर नहीं आना चाहिए.
  • विशेष रूप से स्कूल, अस्पताल, कॉलोनियों आदि क्षेत्रों में वाहन की गति निर्धारित सीमा तक ही रखें.
  • सभी वाहनों को अन्य वाहनों से एक निश्चित दूरी बनाकर रखनी चाहिए.
  • सड़कों पर चलने वाले सभी लोगों को सड़क पर बने संकेतों और नियमों से अच्छी तरह वाकिफ होना चाहिए.
  • यात्रा के दौरान सड़क सुरक्षा के नियमों और विनियमों से अवगत रहें.

बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा की जानकारी क्यों महत्वपूर्ण है? Why is road safety information important for children?

आंकड़ों के अनुसार, यह पाया गया है कि अधिकांश सड़क दुर्घटना के मामले जिनमें बच्चे शामिल होते हैं, उनमें अन्य आयु वर्ग की तुलना में जोखिम अधिक होता है. बच्चों को कम उम्र से ही सड़क सुरक्षा ज्ञान और कार्य योजनाओं की आवश्यकता होती है.

इसकी शुरुआत उनके घर और स्कूल से शुरू करनी चाहिए और इसे उनके स्कूली पाठ्यक्रम में एक विषय के रूप में शामिल करना चाहिए.

यहां दिए गए निम्नलिखित बिंदुओं से हम समझाएंगे कि सड़क सुरक्षा बच्चों के लिए क्यों और कैसे बहुत महत्वपूर्ण है:

  • बच्चे बिल्कुल मासूम और चंचल होते हैं वे सड़क पर तेज रफ्तार वाहनों का मूल्यांकन नहीं कर सकते.
  • जब बच्चे किसी वाहन के सामने से सड़क पार करने की कोशिश करते हैं, तो चालक भी उनके छोटे कद के कारण उनका मूड नहीं भांप पाता है.
  • बच्चे कहीं से भी सड़क पार कर सकते हैं क्योंकि उन्हें सड़क पार करने का सही तरीका नहीं पता होता है.
  • बच्चे जल्दी से डर जाते हैं और भ्रमित हो जाते हैं कि अगर कोई वाहन उनकी ओर आ रहा हो तो क्या करें.

बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा नियम – Road safety rules for kids

कुछ महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा नियम बच्चों को सड़क पर जिम्मेदार पैदल यात्री बनाकर सड़क दुर्घटनाओं से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:

  • माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अतिरिक्त सावधानी बरतना सिखाये और उन्हें सड़क पार करने से पहले हर तरफ (बाएं और दाएं) देखना सिखाएं.
  • बच्चों को हमेशा सड़क पार करते समय अपने बड़ों या दोस्तों का हाथ पकड़ना चाहिए.
  • बच्चों को कभी भी सड़क पर तितर-बितर नहीं भागना चाहिए और अपने माता-पिता का हाथ नहीं छोड़ना चाहिए या जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए और धैर्य रखना चाहिए.
  • बच्चों को किसी भी कारण से विचलित नहीं होना चाहिए और उन्हें सड़क पर अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.
  • बच्चों को उनके माता-पिता द्वारा पैदल चलने के लिए केवल फुटपाथ का पालन करने की आदत डालनी चाहिए या जहां फुटपाथ उपलब्ध नहीं है वहां हमेशा सड़क के बाईं ओर का उपयोग करना चाहिए.
  • उन्हें ट्रैफिक सिग्नल देखकर ही चौराहे पर से सड़क पार करना सिखाया जाए.
  • बच्चों को सड़क पर लाल, हरे और पीले रंग का अर्थ, ट्रैफिक लाइट के बारे में बुनियादी जानकारी और यातायात संकेतों के महत्व के बारे में बताया जाना चाहिए.
  • बच्चों को कार या बस से उतरते समय पैसेंजर सीट के पिछले हिस्से का इस्तेमाल करना चाहिए.
  • बच्चों को यह सिखाया जाना चाहिए कि वे सड़क पर या मैदान क्षेत्र के बाहर किसी क्षेत्र में न खेलें.
  • बच्चों को भी सड़क पर साइकिल चलाते समय सभी सावधानियों के साथ हेलमेट पहनना चाहिए.
  • बच्चों को सड़क पर साइकिल चलाते समय ईयरफोन या किसी अन्य संगीत सुनने वाले उपकरण का उपयोग नहीं करना चाहिए.
  • माता-पिता द्वारा बच्चों को कार चलाते समय सीट-बेल्ट या बाइक चलाते समय हेलमेट पहनना सिखाया जाना चाहिए. एक अच्छा उदाहरण स्थापित करने के लिए, माता-पिता को वाहन चलाते समय सड़क सुरक्षा से संबंधित सभी नियमों का पालन करना चाहिए क्योंकि माता-पिता अपने बच्चों के जीवन में किसी कार्य को सीखने के लिए पहला उदाहरण होते हैं.

सड़क हादसों के मुख्य कारण – Main causes of road accidents

सड़क हादसों की बढ़ती संख्या के साथ इन हादसों में मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. यदि समय रहते इस गंभीर समस्या पर उचित ध्यान नहीं दिया गया तो सड़क दुर्घटना की यह समस्या आगे चलकर और भयावह रूप धारण कर लेगी.

आम तौर पर सड़क दुर्घटनाओं का मूल कारण यातायात नियमों की जानकारी का अभाव, अपरिपक्व चालक द्वारा वाहन चलाना, निर्धारित सीमा से अधिक गति से वाहन चलाना, सुरक्षा उपायों की अनदेखी, यातायात नियमों का पालन न करना, शराब के नशे में वाहन चलाना, सड़कों की खराब स्थिति होना आदि है.

सड़क हादसों से जुड़े तथ्य – Facts about road accidents

  • पूरी दुनिया में हर साल 13 लाख लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं.
  • अकेले भारत में हर साल 150,000 से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं और 500,000 लोग घायल होते हैं.
  • शराब पीकर नशे की हालत में गाड़ी चलाना सड़क हादसों का सबसे प्रमुख कारण हैं.
  • साल भर में सड़क हादसों में होने वाली मौतों में 25 प्रतिशत दोपहिया वाहन चालकों की होती है.
  • भारत में सड़क हादसों में हर दिन करीब 16 बच्चों की जान चली जाती है.
  • यदि इन तथ्यों को ध्यान में रखा जाए तो भविष्य में यह समस्या और भी गंभीर रूप ले सकती है.

सड़क सुरक्षा संबंधी सावधानियां – Road safety precautions

  • पैदल चलते समय हमेशा पगडंडी (Footpath) का इस्तेमाल करना चाहिए और जहां फुटपाथ न हो वहां हमेशा सड़क के बायीं ओर से चलना चाहिए.
  • वाहन चलाते समय या सड़क पर यात्रा करते समय कभी भी जल्दबाजी न करें, कभी भी सिग्नल तोड़कर या जल्दबाजी में दौड़कर सड़क पार न करें.
  • ट्रैफिक सिग्नल (Traffic signal) और नियमों से पूरी तरह अवगत रहें और हमेशा उनका पालन करें.
  • सड़क पार करते समय जेब्रा क्रासिंग (Zebra crossing), फुटओवर ब्रिज (Foot over bridge) का प्रयोग करें और जहां ये सुविधाएं न हों वहां सड़क के दोनों ओर देख कर ही सड़क पार करें.
  • सिग्नल लाल होने पर कभी भी सड़क पार करने का प्रयास न करें. सड़क पार करते समय हमेशा ग्रीन सिग्नल का ध्यान रखें.
  • सार्वजनिक परिवहन जैसे बस आदि में दौड़कर चढ़ने की कोशिश न करें.
  • नीचे उतरते समय भी तभी उतरें जब बस पूरी तरह से रुक जाए, कभी भी चलती बस से उतरने की कोशिश न करें.
  • कभी भी शराब या किसी अन्य नशीले पदार्थ के प्रभाव में वाहन न चलाएं.

सड़क सुरक्षा चुनौतियां – Road safety challenges

  • सड़क की स्थिति यातायात के लिए सुरक्षित न होना.
  • शहरी सड़कों पर मैनहोल और सीवर का खुला होना.
  • सड़कों पर जलजमाव.
  • सड़क पर खुले जानवरों का मुक्त संचार.
  • जिम्मेदार लोगों द्वारा यातायात नियमों का पालन न करना.
  • वाहन चलाते समय लापरवाही से वाहन चलाना.
  • वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करना.

सड़क सुरक्षा निवारक उपाय – Road safety preventive measures

यदि सड़क सुरक्षा से संबंधित निम्नलिखित निवारक उपायों को अपनाया जाए तो सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी लाई जा सकती है.

  • वाहन चलाते और सवारी करते समय सीट बेल्ट, हेलमेट पहनने जैसे सुरक्षा उपायों को अपनाएं.
  • वाहन चलाते समय मेकअप करना, बाल सवारना, धूम्रपान करना या फोन पर बात करना जैसे काम न करें.
  • हमेशा सड़क यातायात नियमों का पालन करें.
  • वाहन की गति को हमेशा नियंत्रित रखें.
  • शराब या किसी भी प्रकार के नशे के प्रभाव में वाहन न चलाएं.
  • कभी भी गलत दिशा में वाहन न चलाएं और न ही रिवर्स में गाड़ी चलाएं.

सड़क सुरक्षा पर निष्कर्ष – Conclusion on road safety

सड़कों पर दुर्घटनाओं की तेजी से बढ़ती संख्या के कारण यह काफी आवश्यक हो गया है कि इसके लिए निवारक उपाय अपनाए जाएं क्योंकि इनके माध्यम से ही हम मानवीय कारणों से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं.

इसके साथ ही सरकार द्वारा सड़कों की स्थिति में सुधार करने और यातायात नियमों को और सख्ती से लागू करने की जरूरत है.

यदि हम सभी वाहन चलाते समय यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करें और संयम बरतें तो सड़क सुरक्षा का यह अभिनव सपना एक दिन अवश्य साकार होगा.

अन्य लेख पढ़ें:

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  • सड़क के किनारे पौधे क्यों लगाए जाते हैं? Why are plants planted on roadside?

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