HindiKiDuniyacom

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर, मतलब वो स्थान जहां विद्या उपार्जन होता हो। हमारे संस्कारों में विद्या को देवी का स्थान दिया गया है और विद्यालय को ‘मंदिर’ की उपमा दी गयी है। मेरा विद्यालय एक ऐसा विषय है, जिस पर अक्सर निबंध आदि लिखने को दिया जाता रहता है। हमारी जिन्दगी का सबसे अहम समय हम अपने विद्यालय में ही बिताते है। विद्यालय से हमारी ढ़ेरो यादे जुड़ी रहती है। इसलिए विद्यालय सबकी जिन्दगी में बहुत मायने रखता है।

मेरा विद्यालय पर छोटे – बड़े निबंध (Short and Long Essay on My School in Hindi, Mera Vidyalaya par Nibandh Hindi mein)

मेरा विद्यालय पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

मेरा विद्यालय एक आदर्श विद्यालय है। मेरे विद्यालय में पठन पाठन उच्च स्तर का है। मेरे विद्यालय में शिक्षा के महत्त्व को समझते हुए, विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करते है। मेरा विद्यालय सारी सुविधाओं से लैस है।

मेरे विद्यालय का स्थान

मेरे विद्यालय का नाम बाल निकेतन है। यह शहर की भीड़-भाड़ से दूर, बेहद शांत माहौल में विद्यमान है। इसके चारों ओर हरियाली ही हरियाली है। जिस कारण वातावरण शुध्द रहता है और हमें शुध्द वायु भी मिलती है। मेरा विद्यालय मेरे घर से थोड़ी ही दूरी पर है। मेरे विद्यालय का व्यास बहुत बड़ा है। इसके चारों तरफ सुंदर-सुंदर फूलों की क्यारियां लगी है।

पठन पाठन का तरीका

हमारे विद्यालय का परिणाम (रिजल्ट) प्रति वर्ष शत-प्रतिशत आता है। मेरे विद्यालय की गणना शहर के अच्छे स्कूलों में की जाती है। मेरे विद्यालय में हर वर्ष वार्षिकोत्सव होता है, जिसमें कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम कराये जाते हैं। जिसमें हर प्रतियोगिता में उत्तीर्ण बच्चों को पुरस्कृत किया जाता है। मेरे विद्यालय में प्रायोगिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाता है। हमारे शिक्षक हमारे भीतर कौशल के विकास पर भी ध्यान देते है।

हमारा और सरकार का यह दायित्व है की हमारा विद्यालय आदर्श विद्यालय बने। हमारे विद्यालय से आदर्श विद्यार्थी निकलने चाहिए, जो राष्ट्र को नई दिशा दे सके।  

निबंध 2 (400 शब्द) – विद्यालय की भूमिका

मेरा विद्यालय मुझे बहुत पसंद है। हमारा विद्यालय हमारे भविष्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी उपयोगिता कोई नज़रअंदाज नहीं कर सकता। विद्यालय ही है, जो हमें सामान्य से विशेष बनाता है। हमारी छिपी प्रतिभा को खोज निकालता है। हमारा स्वयं से साक्षात्कार कराता है।

विद्यालय की परिभाषा

विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर। ऐसा स्थान जहां अध्ययन-अध्यापन के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है।

विद्यालय की परिकल्पना

विद्यालय की परंपरा कोई नयी नहीं है। सदियों से हमारा देश ज्ञान का स्रोत रहा है। हमारे यहां आदिकाल से ही गुरुकुल परंपरा रही है। बड़े-बड़े राजा महाराजा भी अपना राजसी वैभव छोड़कर ज्ञान-प्राप्ति के लिए गुरुकुल जाते थे। यहा तक की ईश्वर के अवतार श्रीकृष्ण और श्रीराम भी पढ़ने के लिए गुरुकुल आश्रम गये थे। गुरू का स्थान ईश्वर से भी ऊपर होता है, संसार को ऐसी सीख दी।

विद्यालय की भूमिका

जिन्दगी का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है, हमारा बाल्यकाल। यही वो समय होता है जब हम केवल खुद के लिए जीते है। दोस्त बनाते हैं। दोस्तों के साथ हंसते है, रोते है। जीवन का असली आनंद अनुभव करते हैं। इन सब खुशी के पलों में हमारा विद्यालय हमारे साथ होता है।

कभी-कभी तो मां-बाप से ज्यादा नजदीकी हमारे शिक्षक हो जाते है। हमें हर कदम पर थामने और सम्भालने के लिए तैयार रहते है। मां-बाप के डर के कारण बहुत से बच्चे अपने शिक्षकों से ही अपनी परेशानियां बताते है। विद्यार्थी के जीवन को सही राह एक शिक्षक ही दिखाता है।

विद्यालय सरकारी और निजी दोनों प्रकार होते है। आजकल ऐसी लोगों की धारणा हो गयी है कि केवल निजी विद्यालयों में ही पढ़ाई होती है। यह धारण गलत है। इसी बात का लाभ ढ़ेरो  विद्यालय वाले उठाते है। हर माता-पिता अपने बच्चों को श्रेष्ठ शिक्षा देना चाहते है। किंतु सबकी हैसियत इतनी नहीं होती कि वो इन विद्यालयों की मोटी शुल्क राशि को भर सकें।

आजकल शिक्षा का व्यवसायीकरण हो गया है। सभी केवल अपनी जेब भरने में लगे है। बच्चों के भविष्य की किसी को चिंता नहीं है। दिन पर दिन शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। विद्यालय ही तो वो जरिया होता है, जहां से देश के भविष्य का सृजन होता है। सरकार ने इस संबंध में कई नियम बनाये हैं। किन्तु पालन तो आम जनता को ही करना है।

निबंध 3 (500 शब्द) – विद्यालय की विशेषताएं व प्रकार

मेरे विद्यालय का नाम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है। मेरे विद्यालय का परिसर काफी बड़ा है। मेरे विद्यालय में दो-दो मंजिल की चार इमारतें है। इसके चारों तरफ बड़े-बड़े पेड़ लगे हुए है। इसमें बड़े-बड़े पचास से भी ज्यादा कमरे है। हर कमरे में बड़ी-बड़ी खिड़कियां और दो-दो दरवाजे है। बड़े-बड़े तीन खेल के मैदान है। साथ में लगा हुआ बास्केट-बॉल कोर्ट भी है।

हमारे विद्यालय में पचास से ज्यादा शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं। सभी बहुत ही सहृदयी और मिलनसार है। बच्चों की हर संभव सहायता करते है।

विद्यालय की विशेषताएं

नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2005 (NCF 2005) और शिक्षा का अधिकार 2009 (RTE 2009) ने कुछ मानक तय कर रखे हैं, जिसके अनुसार ही विद्यालय की बनावट और वातावरण होना चाहिए। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2005 (NCF 2005) ने भारत में शिक्षा के स्तर में प्रोन्नति हेतु महत्वपूर्ण कदम उठायें हैं। जो बहुत कारगर भी सिध्द हुएं हैं। RTE 2009 ने विद्यार्थियों के समग्र विकास में विद्यालय की विशेष और महत्वपूर्ण भूमिका बतायी है। विद्यालय की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह बच्चों की हर छोटी-बड़ी आवश्यकताओं का ध्यान रखे।

मानक के अनुसार कुछ विशेषताएं अधोलिखित हैं-

  • शांत वातावरण होना चाहिए।
  • ट्रेंड टीचर्स होने चाहिए।
  • विद्यालय का बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन होना चाहिए।
  • नियमित गृह कार्य दिया जाना चाहिए।
  • छात्र/छात्राओं के मूल्यांकन हेतु सतत मूल्यांकन पद्धति अपनायी जानी चाहिए।
  • स्वाध्याय हेतु एक पुस्तकालय एवं वाचनालय होना चाहिए।
  • अतिरिक्त पाठ्येतर गतिविधि पर बल देना चाहिए ।
  • विभिन्न विषयों में प्रतियोगी परीक्षाओं की व्यवस्था होनी चाहिए
  • अध्यापन हेतु कक्ष विशाल और हवादार होने चाहिए।
  • सी० बी० एस० ई० के निर्देशानुसार सत्र 2009 – 2010 से ही कक्षा 9 व् 10 में भी अंको के स्थान पर ग्रेडिंग व्यवस्था लागू कर दिया गया है, जिसका पालन होना चाहिए।
  • शीतल पेय-जल की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
  • समुचित शौचालयों का प्रबंध होना चाहिए ।
  • शारीरिक, योग, नृत्य एवं संगीत शिक्षा की उचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
  • छात्रो की अंतः क्रियाओं एवं मानसिक विकास हेतु वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि कराना चाहिए।
  • विद्यालय की वार्षिक पत्रिका छपनी चाहिए, जिसमें हर क्षेत्र के मेधावी बच्चों का उल्लेख होना चाहिए।
  • सभी कक्षाओं में स्मार्ट कक्षा की व्यवस्था होना चाहिए ।

विद्यालय के प्रकार

बचपन से बड़े होने तक हम अलग-अलग विद्यालयों में पढ़ते है। विद्यालयों के भी कई प्रकार होते हैं, जैसे

  • आंगनवाड़ी – आंगनवाड़ी में सामान्यतः छोटे बच्चों को बैठना और बाकी आधारभूत चीजें सिखाते हैं।
  • प्राथमिक विद्यालय – प्राथमिक पाठशाला में एक से पाँच तक की पढ़ाई होती है।
  • माध्यमिक विद्यालय – इस व्यवस्था में प्रथम से आठवीं तक की शिक्षा दी जाती है। कभी-कभी यह कक्षा छः से आठ तक भी होती है।
  • उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय – बारहवीं तक की शिक्षा यहां संपादित होती है।

विद्यालय में जब हमारा दाखिला होता है तो उस वक़्त हम नन्हें पौधे रहते हैं। हमारा विद्यालय ही हमे सींच कर बड़ा वृक्ष बनाता है। और इस दुनिया में रहने योग्य बनाता है। अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घड़ियां हम अपने विद्यालय में ही बिताते है। बड़े होने पर हम सबसे अधिक विद्यालय में बिताये लम्हों को ही याद करते हैं।

Related Information:

मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध

My School Essay in Hindi

FAQs: Frequently Asked Questions on My School (मेरा स्कूल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

उत्तर- सन 1715 में, संत जॉर्ज एंग्लो-इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल, चेन्नई में है।

उत्तर- तक्षशिला

उत्तर- सन 1848 में सावित्री बाई फुले ने देश का पहला बालिका विद्यालय खोला था।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

हॉकी

हॉकी पर निबंध (Hockey Essay in Hindi)

Essay on My School in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध 150, 300 और 600 शब्दों में

Essay on My School in Hindi

Essay on My School in Hindi : हमारी जिंदगी में विद्यालय और शिक्षा काफी महत्व रखती है। बिना विद्यालय और शिक्षा के हम एक अच्छे जीवन की कल्पना नही कर सकते है। इसलिए हमें विद्यालय के महत्व को जानना बहुत ज़रूरी है।

स्कूलों में अक्सर मेरा विद्यालय पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है। अगर आपको भी Mera  School Par Nibandh लिखने के लिए कहा गया है, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े। मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 और 8 सभी के लिए उपयोगी हैं। मैने यहां पर My School Essay in Hindi में 150, 300 और 600 शब्दों में लिखा है।

मेरा विद्यालय पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on My School in Hindi)

स्कूल विद्या का मंदिर होता है, जहां पर हमें विद्या (शिक्षा) मिलती है। विद्यालय में हम शिक्षा के महत्व को समझते है, और शिक्षा की मदद से हम अपनी जिंदगी को एक सही दिशा देते है।

अगर मैं अपने स्कूल की बात करूँ तो मेरे स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिर ” है, जो राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है। मेरा स्कूल शहर से थोड़ी दूर शांत जगह पर है, जहां हम बस की मदद से जाते है। मेरे स्कूल में लगभग 1000 छात्र पढ़ते हैं, और सभी छात्र अनुशासन में रहते है।

मेरे विद्यालय का भवन काफी सुंदर है, जहां पर सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर एक बड़ा खेल का मैदान, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान की प्रयोगशाल और एक कंप्यूटर लैब है। इसके अलावा एक बहुत बड़ा हॉल भी हैं, जहां हम सभी मिलकर सुबह-सुबह प्रार्थना करते है।

मेरे विद्यालय में अनेक तरह के खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। मेरे स्कूल के सभी अध्यापक और अध्यापिकाएँ बहुत अच्छी हैं, जो हमें प्यार से पढ़ाते हैं। मुझे यहां पर बहुत कुछ सिखने को मिल रहा है, और मैं अपने स्कूल को बहुत प्यार करता हूँ।

मेरा विद्यालय पर निबंध 300 शब्दों में (My School Essay in Hindi)

प्रस्तावना.

विद्यालय हमारी जिंदगी का काफी अहम हिस्सा है। जब बड़े हो जाते है, तब भी स्कूली घटनाएं हमारी जिंदगी की सबसे यादगार घटनाओं में से एक होती है। क्योंकि स्कूल के साथ हमारे बच्चपन की यादे जुड़ी होती है। विद्यालय हमें जिंदगी में आगे बढ़ना सिखाता है।

विद्यालय की परीभाषा

विद्यालय एक ऐसा स्थान है, जहां पर शिक्षा ग्रहण की जाती है। यहां पर बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं नैतिक गुणों का विकास होता है। यह एक मंदिर है जहां सभी प्रकार के बच्चे एक ही तरह की ड्रेस पहनकर पढ़ाई करते है।

विद्यालय में बिना भेदभाव के अध्यापक बच्चों को शिक्षा देते है। यहां पर बच्चों को शिक्षा, ज्ञान और कौशल प्राप्त होता है, और अंतत बच्चे का व्यक्तित्व निर्माण होता है।

मेरे विद्यालय का भवन

मेरे स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिर ” है, और यह राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थिति है। मेरा विद्यालय भवन तीन मंजिला है, जहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध है। मेरे स्कूल में कक्षा 10वीं तक पढ़ाई करवाई जाती हैं। मेरे स्कूल में एक बड़ा हॉल और एक बड़ा खेलकूद का मैदान भी है।

मेरे विद्यालय में बड़ी-बड़ी कक्षाएं, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान की प्रयोगशाला, और कंप्यूटर लैब भी है। मेरे विद्यालय में प्रेवश करते ही सामने प्रधानाचार्य का ऑफिस है। इसके अलावा विद्यालय के चारों तरफ पेड़-पौधे भी हैं।

मेरा विद्यालय की अध्यापक-अध्यापिकाएँ

मेरे स्कूल में कुल आठ अध्यापक और अध्यापिकाएँ हैं, जो काफी अच्छे से पढ़ाती है। मेरी स्कूल के सभी टीचर्स अनुभवी और विद्वान है। मेरे विद्यालय में सभी तरह के विषय पढ़ाए जाते हैं, जैसे- हिंदी, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान आदि। और सभी विषय के लिए विशेष अनुभवी अध्यापक मौजुद है।

मेरी स्कूल एक पीटी टिचर और एक योगा टीचर भी है, जो हमारी शेहत का ख्याल रखते है। हमारी स्कूल में समय-समय पर खेल प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते है, जिसमें सभी अध्यापक अपना योगदान देते है।

विद्यालय में अनुशासन

मेरे विद्यालय में काफी अनुशासन है, और इसके लिए विद्याल में कुछ कठोर नियम भी बनाए गए हैं। सभी विद्यार्थी नियमों की पालना करते है, और स्कूल में अनुशासन बनाए रखते है। विद्यालय में अनुशासन बहुत जरूरी है, क्योंकि बिना अनुशासन के पढ़ाई नही की जा सकती है।

उपसंहार

मेरा विद्यालय बहुत अच्छा है, जहां मुझे सभी तरह की सुविधाएं मिलती है। मुझे पूरा यकिन है कि मैं यहां पर पढ़कर एक अच्छा इंसान बनूंगा, और अपने पूरे परिवार व स्कूल का नाम रोशन करूंगा। मैं अपने सभी अध्यापकों का धन्यवाद करता हूँ, जो मुझे इतना अच्छे से और प्यार से पढ़ा रहे है।

Essay on My School in Hindi से हम विद्यालय के महत्व को समझ सकते है।

मेरा विद्यालय पर निबंध 600 शब्दों में (Essay on My School in Hindi)

उपसंहार (विद्यालय का परिचय).

 स्कूल एक ऐसा स्थान है जहां पर हम धीरे-धीरे बड़े होते है, और हमारे व्यक्तित्व का निर्माण होता है। मेरा अधिकतर समय स्कूल में बितता है, जहां मैं अपने दोस्तों के साथ पढ़ाई भी करता हूँ और मस्ती भी करता हूँ। मेरी स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिरा उच्च माध्यमिक विद्यालय ”  है, जहां 12वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है।

मेरा विद्यालय बहुत अच्छा है, जहां पर सभी अध्यापक अच्छे और अनुभवी है, और सभी सुख-सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर पढ़ाई करने योग्य अनुकूल माहौल है। मेरे स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक शिक्षा और कौशल पर भी ध्यान दिया जाता है। सच में, मेरा विद्यालय काफी अच्छा है, जिसे मैं बहुत प्यार करता हूँ।

विद्यालय क्या है, इसके प्रकार

विद्यालय का शाब्दिक अर्थ होता है- विद्या और आलय। इसका मतलब है कि एक ऐसा स्थान जहां पर विद्या मिलती हो। प्राचीन समय में पहले गुरुकुल हुआ करते थे, जहां पर गुरू शिष्यों को अनेक तरह की शिक्षाएं देते थे। हालांकि अब गुरुकुल को विद्यालय और स्कूल बोला जाता है। और इसके साथ ही प्राचीन काल की तुलना में शिक्षा का ढंग भी बदल गया है। विद्यालय मंदिर का रूप होता है, जहां व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण होता है।

हम बचप्पन से बड़े होने तक अलग-अलग विद्यालयों में पढ़े हैं, जैसे- आंगनवाड़ी, प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और फिर उच्च माध्यमिक विद्यालय। इसके बाद महाविद्यालय (कॉलेज) में जाकर पढ़ाई करते है।

इसके अलावा भी विद्यालय के अन्य प्रकार होते हैं, जैसे- सरकारी विद्यालय, निजी विद्यालय, आवासीय विद्यालय, धार्मिक विद्यालय, कौशल निर्माण विद्यालय और सैनिक विद्यालय।

मेरे विद्यालय की विशेषताएं

मेरा विद्यालय काफी अच्छा हैं, जहां सभी सुविधाएं दी गयी है। यहां पर कोई भी बच्चा आसानी से पढ़ सकता है। मेरे स्कूल की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-

  • मेरा विद्यालय शहर से थोड़ा दूर शांत जगह पर है, और चारों तरफ खुला वातावरण है।
  • मेरे स्कूल में सभी विषय के लिए विशेष अनुभवी अध्यापक और अध्यापिकाएं हैं।
  • मेरा स्कूल तीन मंजिला है, और स्कूल के बाहर एक गार्डन भी है।
  • स्कूल में एक प्रार्थन हॉल, एक पुस्तकालय, एक कंप्यूटर लैब, और एक विज्ञान प्रयोगशाला है।
  • विद्यालय में शीतल जल और शुद्ध पानी की व्यवस्था है।
  • विद्यालय में अनेक खेलकूद और सांस्कृतिक प्रोग्राम होते हैं।
  • मेरे स्कूल में पढ़ने के लिए काफी अच्छा वातावरण है।
  • मेरे विद्यालय में काफी अच्छा अनुशासन है।
  • मेरे स्कूल में कक्षा 12 तक पढ़ाई करवाई जाती हैं।

मेरे विद्यालय में विद्यार्थियों का अनुशासन

मेरे विद्यालय में सबसे ज्यादा अनुशासन पर ध्यान दिया जाता है। क्योंकि जब तक अनुशासन नही होगा, तब तक पढ़ाई संभव नही है। अनुशासन की वजह से ही सभी कक्षाएं समय पर लगती है, और बच्चे भी समय पर स्कूल आते है। व्यक्ति के जीवन में अनुसाशन होना बहुत जरूरी है, और यह अनुसाशन स्कूल की मदद से ही आता है।

हमारी स्कूल में अच्छा अनुसाशन होने की वजह से हम समय पर पढ़ते है और समय पर खेलते भी हैं। जिंदगी में अनुशासन का होना बेहद ज़रूरी है।

मेरे विद्यालय की शिक्षण प्रणाली

एक अच्छे विद्यालय में अच्छी शिक्षण प्रणाली होना बहुत ज़रूरी है, और मेरे विद्यालय में है। मेरे स्कूल में एक दिन में दो पारीयां चलती हैं, जिसमें सुबह के समय प्राथमिक कक्षा से 6वीं कक्षा के विद्यार्थी आते है। और फिर 12 बजे के बाद 7वीं कक्षा से 12 कक्षा के विद्यार्थी आते है।

मेरे स्कूल में रेगुलर क्लासेस चलती है, और बीच में रेस्ट भी मिलती है। पढ़ाई के बाद बच्चों को खेलने का समय भी दिया जाता है। इसके अलावा जो भी बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते है, उन्हे विशेष क्लासेस भी दी जाती है।

सभी कक्षाओं में समय-समय पर टेस्ट भी होते हैं, ताकि बच्चों की स्थिति का पता चल सके।

प्रतियोगिताओं का आयोजन

मेरे विद्यालय में हर साल अनेक तरह की प्रतियोगिताएं भी होती है जैसे- चित्र-कला, वाद-विवाद, कविताएँ आदि, ताकि हम पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कौशल भी सीख सके। यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते है, जिससे हमें काफी कुछ नया सिखने को मिलता है।

विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य

विद्यालय एक विद्या का मंदिर है, जिसके प्रति हर विद्यार्थी के कुछ कर्तव्य होते हैं। हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है कि हम अपने स्कूल में अनुसाशन को बनाए रखे। और अच्छा रिजल्ट प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन करें। हमे अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए, और उन्हे अपनी लाइफ में हमेशा याद रखना चाहिए।

विद्यालय एक बच्चे के जीवन में काफी अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि विद्यालय से बच्चे को शिक्षा, ज्ञान और कौशल मिलता है,और एक अच्छा व्यक्तित्व का निर्माण होता है। यहां पर मुझे पढ़ाई के साथ-साथ और भी कई तरह के अनुभव भी मिल रहे है। मैं अपनी स्कूल को बहुत प्यार करता हूं, और मैं हमेशा अपने विद्यालय पर गर्व महसूस करूंगा।

मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में 10 लाइन (Mera  School Par Nibandh)

  • मेरी स्कूल का नाम “महावीर विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय” है जो शहर कुछ दूर स्थित है।
  • मेरा विद्यालय एक शांत जगह पर है, जहां पढ़ाई का माहौल काफी अच्छा है।
  • मेरे विद्यालय में बहुत सारे कमरे, प्रार्थना स्थ, खेलकूद का मैदान, पुस्तकालय और लैब उपलब्ध हैं।
  • मेरे स्कूल में रोज़ाना सुबह 30 मिनट तक प्रार्थना होती है, और फिर भोजन से पूर्व भी छोटी-सी प्रार्थना होती है।
  • मेरे विद्यालय में प्रत्येक विषय को पढ़ाने के लिए अनुभवी और योग्य शिक्षक मौजुद हैं।
  • स्कूल में बच्चों के प्रति प्रधानाचार्य और सभी शिक्षकों का काफी अच्छा व्यवहार है।
  • मेरे स्कूल में अनुशासन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
  • स्कूल के बाहर गार्डन में सभी बच्चे रोज़ाना खेलते है।
  • मेरे विद्यालय में हर साल अनेक तरह के सांस्कृतिक प्रोग्राम और प्रतियोगिताएं होती हैं।
  • मैं अपने स्कूल से काफी प्यार करता हूँ, और मैं अपने स्कूल के लिए गर्व महसूस करता हूं।

इसे भी पढ़े:

Essay on Noise Pollution in Hindi

Global Warming Essay in Hindi

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)
  • Click to share on Telegram (Opens in new window)
  • Click to share on Pinterest (Opens in new window)

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

1Hindi

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

इस पोस्ट में हमने मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on My School in Hindi) हिन्दी में लिखा है। स्कूल के विद्यार्थी जो मेरी पाठशाला पर निबंध की खोज में हैं वे इस स्कूल पर सुंदर निबंध की मदद ले सकते हैं।

यह मेरी पाठशाला या मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi – Class 3, 4, 5, 7 मे अधिकतर पूछा जाता है।

Table of Content

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi (1000 Words)

विद्यालय एक ऐसा स्थान है, जहां लोग बहुत कुछ सीखते हैं और पढ़ते हैं। इसे ज्ञान का मंदिर कहा जाता है। अपने विद्यालय या पाठशाला में हम सब जीवन का सबसे ज्यादा समय व्यतीत करते हैं जिसमे हम कई विषयों में शिक्षा लेते हैं ।

स्कूल में हमारे अध्यापक गण अपना ज्ञान हमें प्रदान कर सफलता पाने का सही रास्ता दिखाते हैं। आज इस लेख में मैंने मेरे विद्यालय पर बच्चों और विद्यार्थियों के लिए निबंध प्रस्तुत किया है।

मेरे विद्यालय का नाम और रूप Name and Structure of My School

मेरे विद्यालय का नाम अरविन्द पब्लिक स्कूल है। मेरा विद्यालय बहुत बड़ा और भव्य है, यह भुबनेश्वर में स्थित है।  यह तीन मंजिला है और इसकी  इमारत बहुत ही सुन्दर है। यह मेरे घर के पास शहर के केंद्र में स्थित है।

विद्यालय की दूरी कम होने के कारण मैं चलकर ही विद्यालय जाता हूं। मेरा विद्यालय पूरे राज्य में सबसे अच्छा और बड़ा है। मेरे विद्यालय के चारों ओर का स्थान बहुत शांतिपूर्ण और प्रदूषण से मुक्त है।

मेरे विद्यालय की सुविधाएँ Facilities in My School

सबसे नीचे विद्यालय में ऑडिटोरियम है जहां सभी वार्षिक कार्य और बैठकें संपन्न होती हैं। स्कूल में दोनों सिरों पर सीढ़ियां हैं, जो हमें हर एक मंजिल तक ले जाती हैं।

पहली मंजिल पर एक बड़ा पुस्तकालय है, जो कि पुस्तकों से अच्छी तरह से सुसज्जित है इसमें अनेक विषयों से संबंधित किताबे है। यहां पर वाद्य यंत्र की कक्षायें भी है इसके अलावा एक विज्ञान प्रयोगशाला है।

इसमें विज्ञान और वाणिज्य में 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कक्षाएं हैं तथा नर्सरी के बच्चों के लिए भी यही कक्षायें बनायी गई है और दूसरी मंजिल पर एक कंप्यूटर प्रयोगशाला है, तथा यहाँ पर कक्षा पांच से दश तक के छात्र एवं छात्राओं की पढाई के लिए उत्तम व्यवस्था की गई है।

विद्यालय में पीने के पानी एवं शौचालय की भी उत्तम व्यवस्था है। शिक्षक सभी छात्रों के अंको और अन्य छात्रों से संबंधित बातों की पूर्ण जानकारी रखते है। विद्यालय में अलग-अलग कामों के लिये नौकर लगाये गये जो अपने-अपने कामों को नियम पूर्वक करते है।

जिसमें से एक रात्री के समय विद्यालय की देखभाल के लिये वहां रहता भी है। उसके लिए विद्यालय के किनारे पर एक छोटा सा घर बनाया गया है।  

हम सभी बच्चों के खेलने के लिए एक बड़ा खेल का मैदान है जहाँ कई झूले है और एक बड़ा बगीचा है जिसमें कई सारे फूल खिले रहते है, कई आम और अमरुद के बड़े-बड़े पेड़ लगे है। सभी कक्षाएं बहुत हवादार और खुली हुई हैं।

ड्राइंग रूम, म्यूजिक रूम, साइंस लेबोरेटरीज और ऑडियो वीडियो रूम भी हैं। हमारे विद्यालय में पांच हजार छात्र हैं। जिनमें 2000 लड़कियां और 3000 लड़के है। हमारे स्कूल के ज्यादातर छात्र ज्यादातर स्कूल इंटर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और उच्च स्थान लाते हैं और सभी गतिविधियों का समर्थन करते है।

मेरे स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक Principal and Teachers of My School

हमारी प्रधानाचार्या श्रीमति कल्पना जी बहुत दयालु महिला हैं। हमारे स्कूल में, 90 शिक्षक हैं , जो हमें ज्ञान देते हैं। और हमें प्यार भी करते है। विभिन्न गतिविधियों और कार्यों को साल भर आयोजित किया जाता है। मुझे अपने स्कूल पर बहुत गर्व है।

मैं अपने स्कूल से प्यार करता हूं और सम्मान करता हूं। मेरे विद्यालय की कई अलग अलग शहरों में शाखाएं है। मेरे विद्यालय पीले रंग से रंग किया गया है। यह पीला रंग आँखों को लुभाता है इस कारण मेरा विद्यालय दूर से ही सबसे अनोखा दिखाई पड़ता है।

प्रिंसिपल ऑफिस, हेड ऑफिस, क्लर्क रूम, स्टाफ रूम और आम स्टडी रूम सबसे नीचे बने हुये हैं। स्कूल कैंटीन, स्टेशनरी की दुकान, शतरंज कक्ष, और स्केटिंग हॉल भी जमीन तल पर स्थित हैं। स्कूल के प्रधानाचार्या ऑफिस के सामने मेरे स्कूल में दो बड़ी सीमेंट वाली बास्केटबाल कोर्ट हैं जबकि फुटबॉल मैदान इसके दूसरे तरफ है। मेरे स्कूल में एक छोटा हराभरा उद्यान भी है, जो मुख्य कार्यालय के सामने, रंगीन फूलों और सजावटी पौधों से भरा है जो पूरे स्कूल परिसर की सुंदरता बढ़ाता है।

मेरे विद्यालय में शिक्षा व उत्सव Education and Celebrations in My School

मेरे स्कूल के अध्ययन मानदंड बहुत ही रचनात्मक हैं जो हमें किसी भी कठिन विषय को आसानी से समझने में मदद करते हैं। हमारे शिक्षक हमें बहुत ईमानदारी से सब कुछ सिखाते हैं और हमें व्यावहारिक रूप से ज्ञान भी देते हैं।

मेरे विद्यालय में साल के सभी महत्वपूर्ण दिन जैसे खेल दिवस , शिक्षक दिवस , मातृ-पितृ दिवस , बाल दिवस , सालगिरह दिवस, संस्थापक दिवस, गणतंत्र दिवस , स्वतंत्रता दिवस , क्रिसमस दिवस , मातृ दिवस, वार्षिक समारोह, नव वर्ष , गांधी जयंती, आदि एक भव्य तरीके से मनाये जाते है।

मेरा विद्यालय उन छात्रों को बस सुविधा प्रदान करता है जो बच्चे स्कूल से बहुत दूर रहते हैं। सभी छात्र सुबह खेल के मैदान में इकट्ठे होते हैं और सुबह की प्रार्थना करते हैं और फिर सभी अपनी कक्षाओं में जाते हैं।

मेरा स्कूल हर साल लगभग 2000 छात्रों को नर्सरी कक्षा में प्रवेश प्रदान करता है। मेरे विद्यालय में विभिन्न विषयों जैसे गणित, अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, जीके, इतिहास, भूगोल, विज्ञान, चित्रकला, खेल और शिल्प इत्यादि के लिए अलग-अलग अध्यापक हैं।

मेरे विद्यालय में पाठ्यक्रम गतिविधियाँ Curriculum activities in My School

हमारे विद्यालय में तैराकी, स्काउटिंग, एनसीसी, स्कूल बैंड, स्केटिंग, गायन, नृत्य इत्यादि कई सह-पाठ्यचर्या गतिविधियाँ हैं। विद्यालय के मानदंडों के अनुसार कक्षा शिक्षक द्वारा अनुचित व्यवहार और अनुशासित गतिविधियों वाले छात्रों को दंडित भी किया जाता है।

हमारे प्रधानाचार्या हमारे चरित्र निर्माण, शिष्टाचार, नैतिक शिक्षा, अच्छे मूल्यों को प्राप्त करने और दूसरों का सम्मान करने के लिए 10 मिनट के लिए मीटिंग हॉल में प्रतिदिन प्रत्येक छात्र की कक्षाएं लेते हैं। इस तरह मेरी प्रधानाचार्या एक अच्छी शिक्षक भी है।

विद्यालय जाने का समय My School Time

विद्यालय जाने का समय सुबह 7:30 से 2:30 गर्मियों में और सर्दियों में 9:30 से 4:30 तक है। सभी छोटे बच्चों और बड़े बच्चों के लिये छुट्टी होने पर स्कूल से निकलने का अलग-अलग रास्ता है ताकि छोटे बच्चों को बाहर निकलने में कोई परेशानी न हो।

मेरा विद्यालय पर 10 लाइन 10 Lines on My School in Hindi

  • मेरा विद्यालय बहुत ही सुन्दर है।
  • मेरा विद्यालय ज्ञान का मंदिर है।
  • मेरे स्कूल में सभी प्रकार की शिक्षा और पाठ्यक्रम गतिविधियों की सुविधाएँ है।
  • मेरे विद्यालय में कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों को शिक्षा दी जाती है।
  • मेरे विद्यालय में बहुत बड़ा खेलने का मैदान है जिसमे बच्चे फुटबॉल और क्रिकेट भी आसानी से खेल सकते हैं।
  • मेरे विद्यालय में शिक्षा बहुत ही अच्छे प्रिंसिपल और शिक्षक हैं।
  • मेरे स्कूल में सभी प्रकार के खेल-कूद की ट्रेनिंग दी जाती है।
  • स्कूल में कई प्रकार के प्रतियोगिताओं का आयोजन समय-समय पर किया जाता है।
  • मेरा विद्यालय बहुत ही साफ़-सुथरा है क्योंकि यहाँ स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत सफाई पर बहुत ध्यान दिया जाता है।
  • हर साल मेरे विद्यालय के सभी छात्र और अध्यापक पिकनिक मनाने जाते हैं।

निष्कर्ष Conclusion

हमारे विद्यालय के शिक्षक बहुत ही अनुभवी और योग्य है। शिक्षकों और हमारी प्राचार्या के नेतृत्व में हमारा विद्यालय लगातार उन्नति कर रहा है।  आशा करते हैं आपको मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi हिन्दी में अच्छा लगा होगा।

42 thoughts on “मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi”

In order not to leave regrets and regrets in life, we should try our best to seize all opportunities to change our lives

yes that’s true

This is very amazing

It was very nice easy

Thankyou it really helped me a lot .

yes It help me

Thankyou sooo much

Very nice niband. Helped my kid a lot. THANK YOU VERY MUCH…………

it helped me so much.

essay on school very easy 4th class

you are very good

please give me 2 lines more

Helpful essay on my school thank you so much ☺️

Hello guys ☺️

Thank you to give answer

Yes, it is true

This was helpful…thanks

Wow very easy essay for children

Nice composition

It helped me too

I like this ☺ it really helpful

Thank for essay

very nice composition

These lines are very beautiful ❤ . I love my school

It helps me very much.

Very easy and big

It is very good to me Thank you for this

Very nice and thank you so much

This is very helpful for me Thanks a lot

Leave a Comment Cancel reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

दा इंडियन वायर

मेरा विद्यालय पर निबंध

essay on my school in hindi short

By विकास सिंह

my school essay in hindi

एक स्कूल एक संस्था है, जो या तो सरकारी या निजी निकाय द्वारा संचालित है, सभी आयु वर्ग के छात्रों को व्यवस्थित और अनुशासित तरीके से शिक्षा प्रदान करने के लिए यह संस्था कार्य करती है।

मेरा विद्यालय पर निबंध, my school essay in hindi (100 शब्द)

मेरा स्कूल चार मंजिला इमारत है। यह एक मंदिर की तरह है जहां हम रोजाना पढ़ाई करने जाते हैं। सुबह-सुबह सबसे पहले हम अपने बेहतर अध्ययन के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं और अपने क्लास टीचर को गुड मॉर्निंग कहते हैं। फिर हम अपने पाठ्यक्रम के अनुसार अध्ययन शुरू करते हैं।

मुझे रोजाना स्कूल जाना पसंद है। मेरे विद्यालय में बहुत कठोर अनुशासन है जिसका हमें नियमित रूप से पालन करने की आवश्यकता है। मुझे अपनी स्कूल ड्रेस बहुत पसंद है। यह मेरे मीठे घर से लगभग 2 किमी दूर स्थित है। मैं पीले स्कूल की बस से स्कूल जाता हूँ। मेरा स्कूल शहर के प्रदूषण, शोर, धूल, शोर और धुएं से रहित बहुत ही शांत जगह पर है।

मेरा विद्यालय पर निबंध, my school essay in hindi (150 शब्द)

school

मेरा विद्यालय लाल रंग की तीन मंजिला इमारत में बहुत उत्कृष्ट है। मुझे उचित वर्दी में दैनिक आधार पर स्कूल जाना पसंद है। मेरा क्लास टीचर बहुत दयालु है और हमें स्कूल अनुशासन का पालन करना सिखाता है। मेरा स्कूल बहुत अच्छी जगह शहर की सभी भीड़ और शोर से दूर है।

मेरे स्कूल के मुख्य द्वार के पास दो छोटे हरे बाग हैं जहाँ बहुत सारे रंग-बिरंगे फूलों के बिस्तर, घास के लॉन, फलों के पेड़ और दो खूबसूरत बौछारें हैं।मेरे स्कूल में बहुत सारी सुविधाएं हैं जैसे एक कंप्यूटर लैब, दो साइंस लैब, एक बड़ी लाइब्रेरी, एक सामान्य पढ़ने का कमरा, एक बड़ा खेल का मैदान, एक अच्छा स्टेज और एक स्थिर दुकान।

मेरे स्कूल में 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए नर्सरी की कक्षाएं हैं। मेरे स्कूल में पुरुषों और महिलाओं सहित लगभग सात उच्च योग्य शिक्षक, 20 हेल्पर्स, एक प्रिंसिपल और 10 गेट कीपर हैं। मेरे शिक्षक हमें बहुत विनम्रता से पढ़ाते हैं और हमें बहुत ही रचनात्मक और आकर्षक तरीके से विषयों को सीखाते हैं।

मेरा स्कूल पर निबंध, essay on my school in hindi (250 शब्द)

school

स्कूल सीखने का मंदिर है और पेशेवर और सामाजिक जीवन के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। मेरा स्कूल दान की गई धन की मदद से 1990 में दान की गई भूमि पर स्थापित किया गया था। मेरे स्कूल का माहौल बहुत सुखद है और स्कूल का माहौल बहुत साफ और आकर्षक है।

मेरा स्कूल भवन खेल के मैदान के केंद्र में स्थित है। स्कूल के एक तरफ एक बड़ा बगीचा है जिसमें छोटे तालाब हैं। इस तालाब में कई रंगीन मछलियाँ और अन्य पानी के जानवर हैं। मेरा स्कूल चार मंजिला इमारत है जिसमें 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए नर्सरी की कक्षाएं हैं।

मेरे स्कूल में एक बड़ी लाइब्रेरी, प्रिंसिपल ऑफिस, हेड ऑफिस, क्लर्क ऑफिस, एक साइंस लेबोरेटरी, एक कंप्यूटर लैब, एक कॉमन स्टडी रूम, एक बड़ी लॉबी, टीचर कॉमन रूम, एक बड़ा स्पोर्ट्स ग्राउंड, लड़कियों और लड़कों के लिए एक अलग हॉस्टल है। स्कूल परिसर।

मेरे स्कूल में उच्च योग्य और अनुभवी शिक्षक हैं जो हमें बहुत प्रभावी और रचनात्मक तरीके से पढ़ाते हैं। मेरे स्कूल में लगभग एक हजार छात्र हैं जो हमेशा स्कूल के बाहर या स्कूल के अंदर आयोजित प्रतियोगिताओं में उच्च रैंक प्राप्त करते हैं। हम सभी उचित वर्दी में स्कूल जाते हैं। हमारे पास दो प्रकार की वर्दी है, एक समान वर्दी और दूसरी घर की वर्दी।

मेरे स्कूल की समयावधि सुबह 7.50 बजे और गर्मियों के मौसम में दोपहर में 1.30 बजे और सुबह 8.50 बजे और सर्दियों के मौसम में शाम को 3.30 बजे शुरू होती है। हम रोज़ाना कुछ समय के लिए लाइब्रेरी जाते हैं जहाँ हम अपने कौशल और सामान्य ज्ञान को बढ़ाने के लिए रचनात्मक किताबें और अखबार पढ़ने का अभ्यास करते हैं।

मेरा स्कूल पर निबंध, essay on my school in hindi (300 शब्द)

मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 1 किमी दूर स्थित है। यह बहुत साफ और शांतिपूर्ण दिखता है। मेरा स्कूल एक मंदिर की तरह है जहाँ हम रोज़ जाते हैं, भगवान से प्रार्थना करते हैं और एक दिन में 6 घंटे पढ़ाई करते हैं। मेरे स्कूल के अध्यापक बहुत ही सराहनीय हैं क्योंकि वे सभी को बहुत ही संयम के साथ सिखाते हैं।

मेरे स्कूल में अध्ययन, स्वच्छता और वर्दी के सख्त मानदंड हैं। मुझे रोज़ाना स्कूल जाना पसंद है क्योंकि मेरी माँ कहती है कि रोज़ाना स्कूल जाना और सभी अनुशासन का पालन करना बहुत आवश्यक है। स्कूल शिक्षा का एक मंदिर है जहाँ हम बहुत रचनात्मक रूप से सीखने की प्रक्रिया में शामिल होते हैं। हम अपने अध्ययन के साथ अन्य चीजों को भी सीखते हैं जैसे अनुशासन, शिष्टाचार, अच्छा व्यवहार, समय की पाबंदी और कई अन्य शिष्टाचार।

मेरे विद्यालय का वातावरण अद्भुत है जहाँ बहुत सारे प्राकृतिक दृश्य और हरियाली उपलब्ध हैं। एक बड़ा बगीचा और तालाब है जिसमें मछली, मेंढक, रंग-बिरंगे फूल, पेड़, सजावटी पेड़, हरी घास आदि हैं। अन्य चीजें जैसे बड़े प्ले ग्राउंड, स्कूल के चारों ओर बड़े खुले स्थान मेरे स्कूल को एक प्राकृतिक सुंदरता देते हैं।

यहां क्रिकेट नेट, बास्केट बॉल कोर्ट और स्केटिंग ग्राउंड की भी सुविधा है। मेरा स्कूल सीबीएसई बोर्ड के मानदंडों का पालन करता है। मेरा विद्यालय नर्सरी से 12 वीं कक्षा तक के छात्रों को कक्षाओं की सुविधा प्रदान करता है। मेरे स्कूल के प्रिंसिपल स्कूल के अनुशासन, स्वच्छता और स्वच्छता के बारे में बहुत सख्त हैं।

मेरा विद्यालय उन छात्रों को बस सुविधा प्रदान करता है जो विद्यालय से दूर स्थित हैं। सभी छात्र सुबह खेल मैदान में इकट्ठा होते हैं और मॉर्निंग प्रेयर करते हैं और फिर अपने-अपने क्लास रूम में पहुंच जाते हैं। मेरा स्कूल हर साल नर्सरी कक्षा (लगभग 2000) छात्रों को प्रवेश प्रदान करता है।

मेरे पास अलग-अलग कक्षाओं के लिए अलग-अलग शिक्षक हैं जैसे पीटी, मैथ्स, अंग्रेजी, हिंदी, जी.के., संगीत, नृत्य, पेंटिंग और ड्राइंग। मेरे स्कूल में एक बड़ा पुस्तकालय, स्टेशनरी की दुकान और स्कूल परिसर के अंदर कैंटीन है। मेरा स्कूल हर साल सभी कक्षाओं के लिए एक वार्षिक समारोह आयोजित करता है जिसमें हमें भाग लेना चाहिए।

मेरी पाठशाला पर निबंध, my school essay in hindi (400 शब्द)

मेरा स्कूल बहुत भव्य है, जिसमें तीन मंजिला प्रभावशाली ढंग से संरचित इमारत और शहर के केंद्र में स्थित है। यह मेरे घर से लगभग 3 किमी दूर स्थित है और मैं बस से स्कूल जाता हूँ। मेरा स्कूल राज्य के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में से एक है जहाँ मैं रहता हूँ। यह बिना किसी प्रदूषण, शोर और धूल के बहुत शांतिपूर्ण जगह पर स्थित है।

स्कूल की इमारत के दोनों सिरों पर दो सीढ़ियाँ हैं जो हमें हर मंजिल तक ले जाती हैं। इसमें पहली मंजिल पर अच्छी तरह से सुसज्जित और बड़ी लाइब्रेरी, अच्छी तरह से इंस्ट्रूमेंटेड साइंस लैब और एक कंप्यूटर लैब है। भूतल पर एक स्कूल सभागार है जहाँ सभी वार्षिक कार्य, बैठकें, पीटीएम, नृत्य प्रतियोगिताएं होती हैं।

प्रधान कार्यालय, क्लर्क कक्ष, स्टाफ रूम और सामान्य अध्ययन कक्ष भूतल पर स्थित हैं। स्कूल की कैंटीन, स्टेशनरी की दुकान, शतरंज का कमरा और स्केटिंग हॉल भी भूतल पर स्थित हैं। मेरे स्कूल में स्कूल प्रिंसिपल ऑफिस के सामने दो बड़े सीमेंटेड बास्केटबॉल कोर्ट हैं, जबकि फुटबॉल का मैदान इसके साइड में है।

मेरे स्कूल में एक छोटा सा हरा-भरा बगीचा है, जो हेड ऑफिस के सामने, रंग-बिरंगे फूलों और सजावटी पौधों से भरा है, जो पूरे स्कूल परिसर की शोभा बढ़ाते हैं। मेरे विद्यालय में लगभग 1500 छात्रों ने प्रवेश लिया है। वे हमेशा किसी भी अंतर-स्कूल प्रतियोगिताओं में उच्च रैंक करते हैं।

मेरे विद्यालय के अध्ययन मानदंड बहुत ही रचनात्मक और नवीन हैं जो किसी भी कठिन मामले को बहुत आसानी से समझने में हमारी मदद करते हैं। हमारे शिक्षक हमें बहुत ईमानदारी से सिखाते हैं और हमें व्यावहारिक रूप से सब कुछ बताते हैं।

मेरा स्कूल किसी भी कार्यक्रम में इंटर-स्कूल सांस्कृतिक गतिविधियों और खेल गतिविधियों जैसे पहले स्थान पर है। मेरा स्कूल वर्ष के सभी महत्वपूर्ण दिन मनाता है जैसे कि खेल दिवस, शिक्षक दिवस, अभिभावक दिवस, बाल दिवस, स्कूल वर्षगांठ दिवस, संस्थापक दिवस, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, क्रिसमस दिवस, मातृ दिवस, वार्षिक समारोह, हैप्पी न्यू ईयर , महात्मा गांधी जन्मदिवस, आदि भव्य तरीके से।

हम सह-पाठयक्रम गतिविधियों जैसे तैराकी, स्काउटिंग, एनसी, स्कूल बैंड, स्केटिंग, गायन, नृत्य इत्यादि में भाग लेते हैं। अनुचित व्यवहार और अनुशासनहीन गतिविधियों वाले छात्रों को स्कूल के मानदंडों के अनुसार कक्षा शिक्षक द्वारा दंडित किया जाता है।

हमारे प्रिंसिपल हमारे चरित्र गठन, शिष्टाचार, नैतिक शिक्षा, अच्छे मूल्यों को प्राप्त करने और दूसरों का सम्मान करने के लिए मीटिंग हॉल में रोजाना 10 मिनट तक हर छात्र की कक्षाएं लेते हैं। हमारे स्कूल का समय बहुत ही रोचक और सुखद है क्योंकि हम रोजाना बहुत सारे रचनात्मक और व्यावहारिक काम करते हैं।

कहानीकार, गायन, कविता पाठ, हिंदी और अंग्रेजी में वार्तालाप का हमारा मौखिक मूल्यांकन दैनिक आधार पर कक्षा शिक्षक द्वारा लिया जाता है। तो, मेरा स्कूल दुनिया का सबसे अच्छा स्कूल है।

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, one thought on “मेरा विद्यालय पर निबंध”, leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Climate Change: जलवायु-परिवर्तन के कुप्रभावों से संरक्षण का अधिकार भी मौलिक अधिकार

फेयरनेस क्रीम के बढ़ते इस्तेमाल से भारत में किडनी की समस्याएँ बढ़ रही हैं: अध्ययन, election 2024: जलवायु परिवर्तन जैसे पर्यावरण संबंधी समस्याएं भारत मे चुनावी मुद्दा क्यों नहीं बनतीं, katchatheevu island: प्रधानमंत्री मोदी आखिर इस ‘गड़े मुर्दे’ को क्यों उखाड़ रहे हैं.

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज का निबंध मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi पर दिया गया हैं.

मेरी स्कूल पर सरल निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स के लिए 100, 200, 250, 300, 400, 500 शब्दों में छोटा बड़ा माय स्कूल एस्से इन हिंदी के रूप में याद करवा सकते हैं.

मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

Paragraph On My School In Hindi & English For Students: Here We Share With You Short Paragraph On My School For Students In English & Hindi Language.

Write A Short Paragraph Of About 100 Words On My School Use Following Words- Govt, Big, Building, Room, Airy, Doors, Hall, Library, Reading Room, Headmaster, Students, Teachers.

My School Paragraph In English In 100 Words

I Read In Government Upper Primary School. The Building Of The School Is Very Grand. It Is In The Center Of the City.

There Are Thirty Rooms In My School. All The Rooms Are Very Big And Airy. Our School Has a Big Hall. There Is A Good Library In Our School.

There Are Two thousand Books In It. There Is A Reading Room. We Read Newspapers And Magazines In It. Our School Has a Big Playground.

We Play Games There In The Evening. There Are Five Hundred Students In Our School. All Are Teachers Are Very Kind And Learned. Our Headmaster Is A Learned Men.

My School Paragraph In Hindi In 100 Words

मैं राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ता हूँ. स्कूल की इमारत बहुत भव्य हैं. यह शहर के मध्य में हैं. मेरे स्कूल में तीस कमरे हैं. सारे कमरे बहुत बड़े और हवादार हैं.

हमारे स्कूल में एक बड़ा हॉल हैं. हमारे स्कूल में एक अच्छा पुस्तकालय हैं. इसमें दो हजार पुस्तकें हैं. इसमें दो हजार पुस्तके हैं. एक वाचनालय हैं. हम इसमें समाचार पत्र और पत्रिकाएँ पढ़ते हैं.

हमारे स्कूल में एक बड़ा खेल का मैदान हैं. हम शाम को वहां खेल खेलते हैं. हमारे स्कूल में पांच सौ विद्यार्थी हैं. सब अध्यापक बहुत दयालु और विद्वान हैं.

(मेरा विद्यालय) Essay On My School In English And Hindi

why I like my school- I read in ramjas senior secondary school no 5. it always shows good results. it is situated in Karol Bagh.

its pass percentages are cent percent. the teacher is good and able. they are hard-working. the principal is a good guide. the students are hard-working and sincere. the school discipline is good.

in has the grand building is good playgrounds. the rooms are big and the games are compulsory.

our school library is housed in a hall. there are 50,000 books in it.

moral teaching is imparted to the students in our school. our principal and teachers take personal care of the students. so I like my school very much.

मेरा विद्यालय पर निबंध ( Mera Vidyalaya Nibandh in Hindi)

मैंने रामजस उच्च माध्यमिक विद्यालय संख्या 5 में पढ़ता हूँ। यह मेरा विद्यालय हर साल अच्छे परिणाम देता है। यह करोल बाग में स्थित है।

हमारे यहाँ का पास शत प्रतिशत रहता है. सभी अध्यापक लग्न व मेहनत से शिक्षण कार्य करवाते है. हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य एक अच्छे गाइड के रूप में विद्यार्थियों को निर्देशित करते है. उनकी इमानदारी व् लग्न से विद्यालय में अच्छा अनुशासन का माहौल है.

मेरे विद्यालय में बड़ा स्कूल भवन है तथा एक अच्छा खेल मैदान है, जहाँ पर नियमित रूप से खेलों का आयोजन किया जाता है. स्कूल में कई बड़े कमरे है, जिनमें एक पुस्तकालय कक्ष भी है, जिनमें पढ़ने के लिए पचास हजार से अधिक विभिन्न विषयों की पुस्तकें है.

विद्यालय में एकेडमिक शिक्षा के अलावा नैतिक शिक्षा का भी अच्छा प्रबंध है. प्रधानाचार्य व सभी अध्यापक छात्र छात्राओं की देखभाल करते है. तथा विद्यालय में घर जैसा माहौल मिलता है. इस कारण मेरा विद्यालय मुझे बहुत पसंद है.

हमारा विद्यालय पर निबंध हिंदी में

हमारा विद्यालय उदयपुर शहर के मध्य में स्थित है. इसका नाम महाराणा भूपालसिंह राजकीय प्राथमिक विद्यालय है. हमारे विद्यालय में लगभग 400 विद्यार्थी पढ़ते है. यहाँ पर शिक्षा का उत्तम प्रबंध है.

इसमें 15 बड़े कमरे, एक विशाल पुस्तकालय और एक वाचनालय है. वाचनालय में अनेक समाचार पत्र और पत्रिकाएँ आती है. हमारे विद्यालय में खेलकूद के लिए एक विशाल मैदान है. और खेलकूद की अच्छी व्यवस्था है.

हमारा विद्यालय अनुशासन में श्रेष्ट है. इसमें आठ अध्यापक तथा सात अध्यापिकाएं है. एक शारीरिक शिक्षक तथा एक पुस्तकालय अध्यक्ष भी है.

हमारे सभी गुरुजनों के साथ छात्रों का अच्छा व्यवहार है, हमारे विद्यालय के प्रधानाध्यापक जी विद्यालय की प्रगति का पूरा ख्याल रखते है. हमारे स्कूल में पढाई के अतिरिक्त कई विषयों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है.

अन्य सह शैक्षणिक क्रियाकलाप भी चलते रहते है. इन सब विशेषताओं से हमें अपने विद्यालय पर गर्व है.

500 Words विद्यालय पर निबंध Essay on School in Hindi

विद्यालय देश का वह पवित्र स्थान हैं जहाँ देश के भविष्य का निर्माण होता हैं, विद्यालय विद्या विद्या की देवी का पवित्र मंदिर हैं. जिस स्थान पर विद्यार्थी विद्याअध्ययन के लिए आते हैं.

वह स्थान ही स्कूल या विद्यालय कहलाता हैं. विद्यालय दो शब्दों से मिलकर बनता हैं- विद्या+आली अर्थात विद्या का घर. विद्यालय में गुरू एवं शिष्य के सम्बन्ध अत्यंत मधुर होते हैं. मुझे अपने विद्यालय पर गर्व हैं. हमारे विद्यालय का नाम आदर्श विद्या मंदिर हैं.

मेरा विद्यालय भवन

हमारे विद्यालय का भवन अत्यंत सुंदर व विशाल है इसमें बीस कमरे हैं. प्रत्येक कमरा हवादार एवं प्रकाशयुक्त हैं. पुस्तकालय कक्ष, विज्ञान प्रयोगशाला, खेलकूद कक्ष, स्काउट कक्ष एवं एक बड़ा मीटिग हॉल भी हमारे विद्यालय में हैं.

शिक्षकों के बैठने के लिए एक स्टाफ रूम हैं. प्रधानाचार्य का कक्ष मुख्य द्वार के पास ही हैं, प्रत्येक छात्र के बैठने के लिए अलग अलग कुर्सी मेज की व्यवस्था हैं.

मेरे विद्यालय का वातावरण

हमारे विद्यालय में चालीस शिक्षक हैं. सभी शिक्षक अपने अपने विषय के विद्वान् हैं. छात्रों के साथ शिक्षक बहुत अच्छा व्यवहार करते हैं. कक्षा में शिक्षक इतनी अच्छी तरह से समझाते हैं कि छात्रों को सब कुछ समझ में आ जाता हैं.

शिक्षक अपने साथ शिक्षण से सम्बन्धित सहायक सामग्री लाते हैं. जिससे हम सब छात्र अत्यंत रूचि के साथ पढ़ते हैं.

हमारे विद्यालय का शैक्षिक वातावरण अत्यंत सुंदर हैं. जिस समय कक्षाएं चलती हैं. उस समय पूरे विद्यालय प्रांगण में शांति रहती हैं.

जिन छात्रों का समय खेलकूद का होता हैं वे चुपचाप पंक्तिबद्ध होकर मैदान में चले जाते हैं, जहाँ खेलकूद के शिक्षक तरह तरह के खेल सिखाते हैं. तथा साथ खेलते भी हैं.

मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य

हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य अत्यंत कुशल प्रशासक हैं. वे अनुशासनप्रिय हैं वे स्वयं अच्छे खिलाड़ी हैं. तथा अंग्रेजी विषय में पीएचडी हैं उनका व्यवहार हमेशा विद्यार्थियों तथा बच्चों के साथ अच्छा रहता हैं.

वे विद्यालय की सफाई पर विशेष ध्यान देते हैं. विद्यालय की सफाई के लिए चार अनुचर भी हैं.

विद्यालय व्यवहारिक विषयों की जानकारी देते हैं. यहाँ हमें मिलकर रहना सिखाया जाता हैं. माता-पिता गुरूजनों का आदर करना हम यही से सीखते हैं. देश के प्रति प्रेम रखना तथा राष्ट्रीय एकता की बाते विद्यालय में ही सिखाई जाती हैं.

अपना विद्यालय मुझे कितना पसंद हैं, इसे शब्दों में व्यक्त कर पाना कठिन हैं. विद्यालय मेरा पूजाघर हैं. मैं इसकी वन्दना करता हूँ और नित्य प्रति इसे शीश झुकाकर नमन करता हूँ.

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

मैं एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता हूँ, मेरेव विद्यालय का नाम सरस्वती विद्या मंदिर हैं. इनकी गिनती शहर के प्रसिद्ध विद्यालयों में होती हैं. पढ़ाई खेल तथा अन्य गतिविधियाँ हमारे स्कूल का प्रमुख हिस्सा हैं.

मेरे विद्यालय में लगभग 750 विद्यार्थी हैं. 30 से ज्यादा अध्यापक और अध्यापिकाएं हैं. इनके अतिरिक्त 4 लिपिक और 2 चपरासी भी यहाँ कार्यरत हैं. अध्यापकगण अनुभवी विद्वान एवं परिश्रमी हैं.

हमारे प्रधानाचार्य बहुत ही गुणी और अनुशासनप्रिय हैं. विद्यार्थियों के साथ उनका व्यवहार बहुत ही मधुर हैं. समय समय पर वे विद्यार्थियों को मार्गदर्शन भी देते हैं.

मेरे विद्यालय की इमारत पक्की हैं. इसमें 25 हवादार कमरे हैं. विद्यालय के एक कमरे में प्रधानाचार्य कार्यालय भी हैं. जो कि साफ़ सुथरा और भली भांति सजा हुआ हैं. कक्षाओं में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह आदि स्वतंत्रता सैनानियों के फोटो लगे हुए हैं.

विद्यालय में एक पुस्तकालय भी हैं जहाँ से सभी छात्रों कप पढने के लिए पुस्तकें उपलब्ध होती हैं. विद्यालय में प्रायोगिक कक्षाओं के लिए लैब भी बनी हुई हैं. मेरे विद्यालय का परीक्षा परिणाम लगभग शत प्रतिशत रहता हैं और कई विद्यार्थी मेरिट में भी स्थान पाते हैं.

निर्धन छात्रों को प्रतिवर्ष छात्रवृति भी उपलब्ध करवाई जाती हैं. मेधावी छात्रों का प्रतिवर्ष सम्मान भी किया जाता हैं. बोर्ड की कक्षाओं में गणित और विज्ञान संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देने की परम्परा हैं. मुझे अपने इस विद्यालय पर बहुत गर्व हैं.

मेरा विद्यालय निबंध Mera Vidyalaya Essay in Hindi

मैं नवम कक्षा का विद्यार्थी हूँ. मैं राजेन्द्र नगर स्थित बाल भारती पब्लिक स्कूल में पढ़ता हूँ. यह विद्यालय नगर के मध्य में एक लम्बे चौड़े स्थान में स्थित हैं. मेरे विद्यालय का दोमंजिला भवन बहुत विस्तृत हैं.

यह नगर के श्रेष्ट विद्यालयों में से एक हैं. इसका परीक्षाफल प्रतिवर्ष बहुत अच्छा रहता हैं. इस विद्यालय के भवन में लगभग ४० कमरें हैं. जो बहुत ही सुंदर हैं ये कमरे विद्यार्थियों को बहुत पसंद हैं. इन कमरों में विद्युत् वायु प्रकाश की उचित व्यवस्था हैं. विद्यालय के प्रांगण में एक सुंदर सी फुलवाड़ी हैं.

जिसकी हरी भरी घास रंग बिरंगे फूल और लहलहाती लताएं विद्यालय में आने वालों का मन मोह लेती हैं. विद्यालय के मध्य एक बहुत बड़ा मैदान हैं. जहाँ हमारी प्रार्थना होती हैं और खेल के समय अध्यापक बच्चों को खेल खिलाते हैं.

मेरे विद्यालय में लगभग दो हजार छात्र एवं छात्राएं विद्या का अध्ययन करते हैं. यह विद्यालय प्रथम कक्षा से 12 वीं कक्षा तक हैं. मेरे विद्यालय में लगभग साठ अध्यापक तथा अध्यापिकाएं कार्यरत हैं. ये सभी प्रशिक्षित तथा अपने विषय के पूर्ण ज्ञाता हैं.

मेरे विद्यालय में एक प्रधानाचार्य तथा एक उप प्रधानाचार्य हैं जो बहुत अनुशासनप्रिय हैं. प्रधानाचार्य तथा उप प्रधानाचार्य जी के कमरों के साथ विद्यालय का कार्यालय भी हैं.

एक बड़े कमरे में पुस्तकालय तथा तीन बड़े बड़े कमरों में विज्ञान की प्रयोगशालाएं स्थित हैं. मेरे विद्यालय के सभी अध्यापक व अध्यापिकाएं बहुत ही दयालु तथा विद्यार्थियों की हितैषी हैं वे विद्यार्थियों की कठिनाइयों को सुलझाने का प्रयास करते हैं. विद्यार्थी भी अपने गुरूजनों का बहुत सम्मान करते हैं.

विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम विद्यालय में चलाए जाते हैं. जैसे स्काउटिंग, रेडक्रोस, एनसीसी वाद विवाद प्रतियोगिता, नाटक, लोक नृत्य आदि. इसके अतिरिक्त कुछ खेल भी खिलवाएं जाते हैं. जैसे वालीवाल, क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी आदि.

प्रत्येक वर्ष मेरा विद्यालय मेरा विद्यालय खेल कूद व भाषण प्रतियोगिता में कोई न कोई पुरस्कार प्राप्त कर लेता हैं. स्वच्छता और अनुशासन तो मेरे विद्यालय की मुख्य विशेषताएं है. यहाँ विद्यार्थी अनुशासन, आज्ञाकारिता और सद्व्यवहार की शिक्षा ग्रहण करते हैं.

इन सब विशेषताओं के कारण मुझे अपने विद्यालय पर गर्व हैं. यह सारे नगर में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता हैं.

विद्यालय पर निबंध की रुपरेखा क्या होनी चाहिए?

एक आदर्श मेरे विद्यालय के निबंध की शब्द सीमा कितनी होनी चाहिए, मेरे विद्यालय से सम्बन्धित अन्य निबंध क्या हो सकते हैं.

  • स्कूल के विद्यार्थियों के लिए सुविचार
  • हमारे विद्यालय का चपरासी पर निबंध
  • मेरे विद्यालय का पुस्तकालय पर निबंध
  • स्कूल के छात्रों के लिए विदाई कविता गीत
  • विद्यालय का वार्षिक समारोह पर निबंध

आशा करता हूँ फ्रेड्स यहाँ दिया गया मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi अच्छा लगा होगा, यदि आपकों मेरा विद्यालय निबंध में दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो प्लीज इसे अपने फ्रेड्स के साथ जरुर शेयर करे.

यदि आपकों mera vidyalaya एस्से के बारे में आपका कोई सुझाव या सवाल हो तो प्लीज कमेंट कर जरुर बताएं.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Study Material

essay on my school in hindi short

Essay on My school in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध (1000+ शब्द)

Essay on My school in Hindi: दोस्तो आज हमने मेरा विद्यालय पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

500+ Words Essay on My School

शिक्षा हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। हम ज्ञान के बिना कुछ भी नहीं हैं, और शिक्षा वह है जो हमें दूसरों से अलग करती है। शिक्षा प्राप्त करने का मुख्य कदम एक स्कूल में स्वयं को नामांकित करना है। स्कूल अधिकांश लोगों के लिए पहली सीखने की जगह के रूप में कार्य करता है। इसी तरह, यह एक शिक्षा प्राप्त करने वाली पहली स्पार्क है। मेरा स्कूल मेरा दूसरा घर है जहाँ मैं अपना अधिकांश समय बिताता हूँ। इन सबसे ऊपर, यह मुझे जीवन में बेहतर करने के लिए एक मंच देता है और मेरे व्यक्तित्व का निर्माण भी करता है। मैं शहर के सबसे प्रतिष्ठित और सम्मानित स्कूलों में से एक में पढ़कर धन्य महसूस करता हूं। इसके अलावा, मेरे स्कूल में बहुत सारी संपत्तियां हैं जो मुझे इसका हिस्सा बनने के लिए भाग्यशाली महसूस करती हैं। अपने स्कूल के इस निबंध में, मैं आपको बताऊंगा कि मुझे अपने स्कूल से प्यार क्यों है और मेरे स्कूल ने मुझे क्या सिखाया है।

आई लव माय स्कूल?

मेरा स्कूल आधुनिक शिक्षा और पुरानी वास्तुकला के बीच सही संतुलन बनाता है। मेरे विद्यालय की पुरानी इमारतें कभी भी अपनी शानदार सुंदरता से मुझे मंत्रमुग्ध करने में विफल रही हैं।

हालांकि, उनकी पुरानी वास्तुकला का मतलब यह नहीं है कि यह आउट-डेटेड है, क्योंकि यह सभी समकालीन गैजेट्स से सुसज्जित है। मैं अपने विद्यालय को शिक्षा के प्रकाशस्तंभ के रूप में देखता हूं जो ज्ञान को प्रदान करने के साथ-साथ नैतिक आचरण भी करता है। अन्य स्कूलों के विपरीत, मेरा स्कूल पूरी तरह से अकादमिक प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है। दूसरे शब्दों में, यह उनके छात्रों के समग्र विकास पर जोर देता है।

हमारे शिक्षाविदों के साथ, हमारे स्कूल में पाठ्येतर गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है। यह एक मुख्य कारण है कि मैं अपने स्कूल से प्यार करता हूं क्योंकि यह सभी को समान पैमाने पर मापता नहीं है। हमारे मेहनती कर्मचारी प्रत्येक बच्चे को अपनी गति से बढ़ने का समय देते हैं जो उनमें आत्मविश्वास पैदा करता है। मेरे स्कूल में एक पुस्तकालय , कंप्यूटर कक्ष, खेल का मैदान, बास्केटबॉल कोर्ट और बहुत कुछ है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारे पास यह सब है।

मेरे स्कूल ने मुझे क्या सिखाया है?

अगर कोई मुझसे पूछे कि मैंने अपने स्कूल से क्या सीखा है, तो मैं एक वाक्य में इसका जवाब नहीं दे पाऊंगा। सबक के लिए अपूरणीय हैं और मैं उनके लिए कभी भी आभारी नहीं हो सकता। मैंने अपने स्कूल के कारण साझा करना सीखा। सामायिक और सहानुभूति की शक्ति मुझे मेरे विद्यालय ने सिखाई थी। मैंने सीखा कि जानवरों के प्रति कैसे विचार किया जाए और यह भी एक मुख्य कारण है कि मैंने एक पालतू जानवर को अपनाया।

एक स्कूल एक ऐसी जगह है जहाँ मैंने अपने कलात्मक कौशल को विकसित किया है जो मेरे शिक्षकों द्वारा आगे बढ़ाया गया था। इसके बाद, इसने मुझे अंतर-विद्यालयी पूर्णताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जिसके माध्यम से मैंने विभिन्न पुरस्कार अर्जित किए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मेरे स्कूल ने मुझे सिखाया कि कैसे कृपा के साथ असफलताओं का सामना करना पड़ता है और कभी भी अपनी महत्वाकांक्षाओं को नहीं छोड़ना चाहिए, चाहे कुछ भी हो जाए।

इसे योग करने के लिए, सम्मानित स्कूलों में से एक में अध्ययन करने से मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत मदद मिली है। अपने व्यक्तित्व को आकार देने और मुझे अमूल्य पाठ पढ़ाने के लिए मैं हमेशा अपने विद्यालय का ऋणी रहूंगा। इसने मुझे जीवन और शिक्षकों के लिए दोस्त दिए हैं जो मैं हमेशा देखूंगा। मैं जीवन में अच्छा करने और गर्व करने के लिए अपने स्कूल द्वारा आत्मसात किए गए मूल्यों को निभाने की आकांक्षा रखता हूं।

छात्रों और बच्चों के लिए मेरा स्कूल पर निबंध

मेरा स्कूल कक्षा 6 के लिए निबंध.

स्कूल पृथ्वी पर एक ऐसा प्यारा स्वर्ग है जो महान कार्यों के लिए छोटे दिमागों को तैयार करता है। स्कूल बेहतर जीवन जीने और कल के लिए प्रगति करने के लिए शिक्षा प्रदान करता है। यह न केवल शिक्षा प्रदान करता है बल्कि यह एक राष्ट्र के चरित्र निर्माण का एक उपकरण है। अच्छे स्कूल एक राष्ट्र की सच्ची संपत्ति होते हैं। मैं इतने महान स्कूल में पढ़कर धन्य हूं। मेरा स्कूल हमारे पूरे शहर का सबसे अच्छा स्कूल है।

मैं हमारे शहर के सबसे अच्छे स्कूल में से एक में पढ़ता हूं। मेरे स्कूल का नाम (अपने स्कूल का नाम लिखें) है। मेरे विद्यालय में मेरे देश की सेवा करने का एक महान इतिहास है। मेरे स्कूल ने मेरे देश के लिए कई महान लोगों का उत्पादन किया है। इसकी एक बड़ी और खूबसूरत इमारत है जो दूर से देखने में चमकदार लगती है।

मैं अपने निर्धारित समय पर पहुँचता हूँ। मैं अपने अन्य दोस्तों के साथ स्कूल आता हूं। हम बहुत आत्मविश्वास के साथ खुशी से स्कूलों में प्रवेश करते हैं। हम स्कूल असेंबली में हिस्सा लेते हैं और फिर हम अपनी कक्षाओं में जाते हैं। जैसे ही मैं अपनी कक्षा में प्रवेश करता हूं मुझे काफी सुकून मिलता है।

हमारा क्लास टीचर हमें रोजाना बधाई देता है और हमारे बारे में पूछता है। वह काफी कूल और दयालु आदमी हैं। वह अपने विषय को पढ़ाने के साथ हमारा मनोरंजन करता है। हम यहां शिष्य, स्व सहायता, आत्मविश्वास और सहयोग जैसी कई चीजें सीखते हैं।

मेरे स्कूल में खेल के मैदान, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान हॉल और एक शानदार कंप्यूटर लैब जैसी सर्वोत्तम उपलब्ध सुविधाएं हैं। हमारे स्कूल का पुस्तकालय बहुत बड़ा है और सभी छात्रों के लिए किताबें रखता है।

हम सभी स्कूल गतिविधियों जैसे गायन, नृत्य, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, लेखन प्रतियोगिता, सारणी और अन्य में भाग लेते हैं। वास्तव में, यह हमारे शिक्षकों द्वारा की गई मेहनत का परिणाम है।

500+ Essays in Hindi – सभी विषय पर 500 से अधिक निबंध

अच्छे स्कूल भगवान का असली आशीर्वाद हैं। वे एक राष्ट्र की सेवा करते हैं। वे राष्ट्रीय प्रगति के लिए रास्ता तैयार करते हैं। यह आशीर्वाद है कि हमारे देश में बहुत सारे महान स्कूल हैं। मैं खुद को इस स्कूल में पढ़कर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं अपने देश और अपने स्कूल का नाम रोशन करूंगा।

स्कूल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q.1 प्रत्येक बच्चे को स्कूल क्यों जाना चाहिए?

A.1 स्कूल जाना हर बच्चे के लिए ज़रूरी है क्योंकि स्कूल हमें वो सबक सिखाता है जो कहीं और हासिल नहीं किया जा सकता। अनुभव एक तरह का है और शिक्षा के साथ-साथ, हम कई अन्य चीजें सीखते हैं जैसे सामाजिककरण, पाठ्येतर गतिविधियां और बहुत कुछ।

Q.2 स्कूल हमें क्या सिखाता है?

A.2 स्कूल हमें कुछ बेहतरीन चीजें सिखाता है जैसे सबसे पहले, यह हमें बुनियादी शिक्षा देती है। यह हमें कला, नृत्य, सार्वजनिक बोलना और अधिक जैसे हमारे कौशल विकसित करना सिखाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात, यह हमें अनुशासन सिखाता है।

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

essay on my school in hindi short

How to Write an AP English Essay

Essay on India Gate in Hindi

इंडिया गेट पर निबंध – Essay on India Gate in Hindi

Essay on Population Growth in Hindi

जनसंख्या वृद्धि पर निबंध – Essay on Population Growth in Hindi

Leave a reply cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Essays - निबंध

10 lines on diwali in hindi – दिवाली पर 10 लाइनें पंक्तियाँ, essay on my school in english, essay on women empowerment in english, essay on mahatma gandhi in english, essay on pollution in english.

  • Privacy Policy

मेरा विद्यालय पर निबंध, लेख, 10 लाइन

विद्यालय (पाठशाला ) एक ऐसा स्थान है जो विद्या के प्रतीक के रूप में काम करता है, अर्थात् यह वह स्थान होता है जहाँ ज्ञान(विधा) की प्राप्ति होती है। हमारे संस्कृति में विद्या को देवी के रूप में माना जाता है और विद्यालय को ‘मंदिर’ के समान महत्वपूर्ण माना गया है। आज हम विद्यालय यानि पाठशाला पर निबंध, लेख, 10 लाइन, पर विस्तार से पढ़ेंगे।

Also Read: विद्यालय का महत्व पर निबंध-पाठशाला का महत्व पर निबंध // विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध // मेरे विद्यालय में पारितोषिक वितरण समारोह // शिक्षा में चुनौतियों पर निबंध //

मेरा विद्यालय पर निबंध, लेख, 10 लाइन 1

विद्यालय पर निबंध (200 शब्दों में)

मेरे विद्यालय का नाम अर्पण पब्लिक स्कूल है। यह मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और मेरी शिक्षा की यात्रा का संवर्गस्थान है। यहाँ पर हमें न केवल पढ़ाई का मौका मिलता है, बल्कि हम खेल, कला, संगीत आदि में भी विकसित होते हैं।

हमारे विद्यालय में प्रमुख ध्येय है कि हर छात्र को सम्पूर्ण विकास मिले। यहाँ के उच्च प्रतिष्ठान वाले अध्यापक हमें विभिन्न विषयों में पढ़ाते हैं और हमें नए ज्ञान का संचय करने में मदद करते हैं।

विद्यालय में सभी छात्र एक परिवार की भावना से जुड़े रहते हैं। हम उनके साथ समय बिताकर अच्छे दोस्त बनाते हैं और एक-दूसरे की मदद करते हैं।

हमारे विद्यालय में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल-कूद प्रतियोगिताएं और शिक्षा से जुड़े अन्य गतिविधियाँ भी आयोजित की जाती हैं।

मेरे विद्यालय के प्रिंसिपल और शिक्षक हमें न केवल शिक्षा देते हैं, बल्कि वे हमें अच्छे मानव और सामाजिक नागरिक बनने में भी मार्गदर्शन करते हैं।

आखिर में, मेरे विद्यालय ने मुझे ज्ञान, सामर्थ्य और सजीव शिक्षा का अद्भुत साधना स्तर प्रदान किया है। यहाँ के सुखद और शिक्षाप्रद वातावरण में मेरी पूरी शिक्षा की यात्रा अद्वितीय और प्रेरणास्त्रोत रही है।

mera-school-nibandh

विद्यालय पर निबंध 300 शब्दों में-vidyalaya par nibandh

रुपरेखा : प्रस्तावना – विद्यालय की परिभाषा – विद्यालय की भूमिका – विद्यालय की परिकल्पना – विद्यालय के प्रकार – विद्यालय की विशेषता – उपसंहार।

प्रस्तावना : विद्यालय, जिसे हम सिखने और ज्ञान प्राप्त करने के लिए जाते हैं, हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ पर हम न केवल पढ़ाई करते हैं, बल्कि साथ ही खेल, कला, और विकास के अन्य क्षेत्रों में भी सीख प्राप्त करते हैं।

विद्यालय की परिभाषा: विद्यालय एक स्थान होता है जहाँ छात्र अपने शिक्षा का अध्ययन करते हैं। यहाँ पर हमें अध्यापक मिलते हैं जो हमें विभिन्न विषयों में पढ़ाते हैं और हमारे ज्ञान को विकसित करते हैं।

विद्यालय की भूमिका: विद्यालय छात्रों को न केवल शिक्षा प्रदान करता है, बल्कि उन्हें अच्छे मानवीय मूल्यों, नैतिकता, और समर्पण की शिक्षा भी देता है। यहाँ पर हम जीवन के महत्वपूर्ण सिक्के सीखते हैं जो हमें अच्छे नागरिक बनने में मदद करते हैं।

विद्यालय की परिकल्पना: विद्यालय की परिकल्पना एक सुरम्य और संवेदनशीलता से भरपूर स्थान का चित्रण करती है, जहाँ छात्र न केवल पढ़ाई करते हैं, बल्कि खेल, कला, और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेते हैं।

विद्यालय के प्रकार : विद्यालय कई प्रकार के होते हैं, जैसे सरकारी विद्यालय, निजी विद्यालय, आदि। इनमें हर एक का अपना विशिष्टता होता है और यह छात्रों के विकास में योगदान करते हैं।

विद्यालय की विशेषता: विद्यालय एक ऐसी जगह होती है जहाँ हमें अच्छे से सीखने का मौका मिलता है और हम नए दोस्त भी बनाते हैं। यहाँ पर हम जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों को समझते हैं और अपने आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं।

उपसंहार: विद्यालय हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो हमें न केवल ज्ञान प्रदान करता है, बल्कि हमारे व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में भी मदद करता है। यहाँ पर हम सिखते हैं कि कैसे जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है।”

मेरा विद्यालय पर निबंध, लेख, 10 लाइन 2

मेरा विद्यालय पर निबंध- Essay on My School in Hindi.

विद्यालय यानी विद्या और आलय, अर्थात शिक्षा का मंदिर। जहाँ पर हर रोज़ लाखो बच्चे विद्या अर्जन करने जाते है। मेरे विद्यालय का नाम केंद्रीय विद्यालय है। यह असम की पहाड़ियों के बीच स्थित है। मेरा विद्यालय काफी बड़ा है और विश्तृत रूप से फैला हुआ है। मेरे विद्यालय में एक से बारहवीं तक की कक्ष्याएं है। यहाँ विद्यालय का परिवेश शांत और शिक्षा की उत्तम व्यवस्था है। यहाँ हर कक्षा के 4 अनुभाग यानी सेक्शंस है। यहाँ के प्रधानाध्यापक अनुशासन प्रिय है। हमारा विद्यालय तीन मंजिला इमारत है। यहाँ विद्यालय में तक़रीबन 50 कमरे है। कमरे में गुणवत्ता पूर्वक कुर्सियां, पंखे, स्मार्टबोर्ड और श्यामपट्ट का इंतज़ाम है।

यहाँ विद्यालय में विशाल वातानुकूलित पुस्तकालय है जहाँ हर विषय के पुस्तक उपलब्ध है। यहाँ बच्चे दैनिक अखबार पढ़ सकते है। विद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान के प्रक्टिकल्स के लिए विशाल कंप्यूटर का कमरा है। यहाँ विद्यार्थी कंप्यूटर क्लास में कंप्यूटर को शिक्षक के निरीक्षण में चला सकते है। यहाँ विज्ञान के हर क्षेत्र जैसे रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान के अलग और भव्य प्रयोगशाला है। यहाँ खेलकूद के लिए अलग कमरा है। जहाँ फूटबाल, क्रिकेट, और वॉली बॉल से सम्बंधित सारे ज़रूरत की चीज़ें मौजूद है। लेकिन अध्यापकों के निरिक्षण में इनका उपयोग करना अनिवार्य है।

यहाँ विद्यालय में संगीत और नृत्य के लिए अलग कमरा है जहाँ हर प्रकार के वाद्य यन्त्र मौजूद है। यहाँ विद्यालय में खेलने के लिए विशालकाय मैदान है और छायादार पेड़ है। यहाँ अतिसुन्दर उद्यान है जहाँ हर प्रकार के फूल लगे हुए है। हमारे विद्यालय में शिक्षण ग्रहण करने हेतु विद्वान और सुशिक्षित अध्यापक और अध्यापिका है। यहाँ हमेशा कड़े अनुशासन का पालन किया जाता है। यहाँ हर रोज सुबह की प्राथना सभा में प्रतिज्ञा, समाचार, सोच, और भाषण जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। प्राथना सभा में हर विद्यार्थी उत्सुकता से भाग लेता है। उसके बाद हमारी कक्ष्याएं प्रारम्भ हो जाती है।

यहाँ हर विषय का अध्ययन बहुत ही रोचक होता है। शिक्षक गण हमे बड़े चाव से पढ़ाते है और कई नए पद्धतियों और उपकरण का प्रयोग करते है ताकि विद्यार्थियों को अच्छे से विषय का ज्ञान हो। यहाँ हर एक कालखंड 45 मिनट का होता है। विद्यालय में शुद्ध और स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध है और स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था है। यहाँ अगर किसी विद्यार्थी को कुछ विषय में समझ न आये तो उपचारात्मक कक्ष्याओं की सहायता ले सकते है। यहाँ विद्यालय में कई तरह की सह पाठ्यक्रम प्रतियोगिता आयोजित की जाती है जैसे वाद-विवाद, भाषण, सुलेख लेखन, कविता गायन जैसे प्रतियोगिता आयोजित की जाती है ताकि विद्यार्थी हर क्षेत्र में सक्ष्म प्रयास और उन्नति करे। इसके आलावा नृत्य, संगीत, अंताक्षरी और नाटक जैसे मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।

यहाँ विद्यालय में हर साल भव्य वार्षिक समारोह का आयोजन किया जाता है। इस समारोह विद्यार्थियों को उनके क्षेत्र में उत्तम कार्य करने के लिए पुरस्कार दिए जाते हैं। यहाँ हर साल मुख अतिथि छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत बनकर आते है। नृत्य, नाटक, प्रधानाचार्य महोदय के ज्ञान वर्धक भाषण सुनने और देखने का सुअवसर प्राप्त होता है। विद्यालय में अध्यापको के लिए सुसज्ज्ति स्टाफ कक्ष है। यहाँ शिक्षकगण विद्यार्थिओं की उत्तरपुस्तिकाओं का निरीक्षण कार्य करते है और साथ ही विद्यार्थिओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए उत्तम निर्णय लेते है। नजदीक में प्रधानचार्य महोदय का कक्ष है जो काफी विशाल और भव्य है।

स्कूल की इमारत और छात्रों  की सुरक्षा के लिए बाहर सुरक्षा कर्मी हमेशा तैनात रहते है। स्कूल में हमेशा अनुशासन का अनुकरण किया जाता है। यहाँ विद्यालय के आंगन और सभी कक्षाओं की रोज़ सफाई की जाती है। यहाँ विद्यालय के आँगन के पास जो बगीचा है वहां विभिन्न प्रकार के छायादार पेड़ है इसलिए विद्यालय का एक सुन्दर दृश्य स्थापित हो जाता है। यहाँ बच्चे हर साल दसवीं और बारहवीं में अच्छा शैक्षिक प्रदर्शन करते है। जिसके कारण जिले में हमारा विद्यालय अत्यंत लोकप्रिय है। हमारे विद्यालय में पुस्तकालय का रूप में एक ज्ञान का महसागर है। यहाँ हर विषय और क्षेत्र से सम्बंधित किताबें पायी जाती है। जो बच्चे महंगे किताबे नहीं खरीद सकते है यहाँ पुस्तकालय में आकर ज्ञान अर्जित करते है।

हर प्रकार के दिवस जैसे शिक्षक दिवस , स्वतंत्रता दिवस सुअवसर मनाये जाते है और कई प्रकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

विद्यालय विद्या का मंदिर है जहाँ बच्चे हर प्रकार का ज्ञान प्राप्त करने आते है। ज़िन्दगी में विद्यालय का महत्व अतुलनीय है। ज़िन्दगी में हर विद्यार्थी के बेहतरीन दिन यहाँ बितते है जिसे आजीवन वह याद करते है। विद्यालय का सहयोगमय वातावरण और अपार शिक्षा भविष्य में विद्यार्थिओं को आत्मनिर्भर बनाता है। यहीं से शिक्षा पाकर विद्यार्थी ज़िन्दगी में बहुत कुछ कर दिखाते है। हमे अपने विद्यालय पर गर्व है।

मेरा विद्यालय 10 लाइन-vidyalay per 10 line

  • मेरा विद्यालय मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ हमें शिक्षा के साथ-साथ खेल, कला और सामाजिक गतिविधियों का भी मौका मिलता है।
  • हमारे विद्यालय में अध्यापक हमें विभिन्न विषयों में पढ़ाते हैं और हमारे ज्ञान को विकसित करते हैं।
  • विद्यालय में हम नए दोस्त बनाते हैं और उनके साथ समय बिताते हैं।
  • हमारे विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताएँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं।
  • विद्यालय में हमें नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी जाती है और हमें समाज में उपयोगी नागरिक बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
  • हमारे विद्यालय के प्रिंसिपल और शिक्षक हमारे मार्गदर्शक होते हैं और हमें सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद करते हैं।
  • मेरे विद्यालय का वातावरण सुरक्षित और प्रेरणास्त्रोत होता है, जो हमें सीखने के लिए परिपूर्ण माहौल प्रदान करता है।
  • विद्यालय में हमें सिखाया जाता है कि कैसे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत करें और संघर्ष का सामना करें।
  • मेरे विद्यालय ने मेरी प्रौद्योगिकी, सामाजिक और मानसिक दृष्टि को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
  • मेरा विद्यालय मेरे जीवन की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो मुझे नए दर्शनियों की ओर अग्रसर करने में मदद करता है।

मेरा विद्यालय पर निबंध, लेख, 10 लाइन 3

#सम्बंधित: Hindi Essay, Hindi Paragraph, हिंदी निबंध।

  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध
  • शिक्षक दिवस पर निबंध
  • मेरी अभिलाषा / मेरे जीवन का लक्ष्य – निबंध
  • मेरी महत्वाकांक्षा पर निबंध
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
  • काश में डॉक्टर होता !
  • रुपए की आत्मकथा पर निबंध
  • परोपकार पर निबंध
  • विज्ञान(Science) का महत्व, चमत्कार और अभिशाप
  • जनमानस और कानून व्यवस्था, कानून व्यवस्था पर निबंध
  • निबंध- नारी के प्रति सम्मान की भावना, नारी का सम्मान।
  • महान व्यक्तियों पर निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध
  • प्राकृतिक आपदाओं पर निबंध
  • सामाजिक मुद्दे पर निबंध
  • स्वास्थ्य पर निबंध
  • महिलाओं पर निबंध

Related Posts

होली पर निबंध-Holi Essay March 2024

‘मेरा स्टार्टअप एक सपना’ निबंध

जी-20 पर निबंध | G20 Essay in Hindi

बेरोजगारी पर निबंध- Unemployment Essay in Hindi

मेरा प्रिय कवि तुलसीदास पर निबंध

Leave a Comment Cancel reply

सोचदुनिया

मेरा विद्यालय पर निबंध

Essay on My School in Hindi

मेरा विद्यालय पर निबंध : Essay on My School in Hindi :- आज के इस लेख में हमनें ‘मेरा विद्यालय पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप मेरा विद्यालय पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

मेरा विद्यालय पर निबंध : Essay on My School in Hindi

प्रस्तावना :-

विद्यालय वह स्थान होता है, जहाँ विद्यार्थी एक साथ बैठकर शिक्षा प्राप्त करते है। यह वह स्थान है, जहाँ बच्चों का मानसिक विकास होता है। भारतीय संस्कृति में विद्यालय को मंदिर का दर्जा दिया गया है।

मनुष्य के जीवन में बाल्यकाल सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। हमारे जीवन का महत्वपूर्ण समय वह होता है, जब हम ज्ञान ग्रहण करते है और वह समय विद्यालयों में ही व्यतीत होता है।

यहाँ हम सभी अपने जीवन का महत्वपूर्ण ज्ञान प्राप्त करते है। विद्यालय मनुष्य को जीवन की राह में ज्ञान का प्रकाश प्रदान करता है। यहाँ से मिला ज्ञान मनुष्य के जीवनभर काम आता है।

विद्यालय में बिताए हुए पल जीवन के खूबसूरत पल होते है, जिन्हें मनुष्य कभी भी भूल नहीं पाता है। यहाँ बच्चे ज्ञान प्राप्त करने के साथ-साथ नए मित्र बनाकर उनके साथ मस्ती करते है। यहाँ बिताए गए कुछ खट्टे-मीठे पल हमें हमेशा याद रहते है।

मेरा विद्यालय :-

मेरे विद्यालय का नाम —— है। यह मेरे घर के पास में ही स्थित है। मुझे घर से विद्यालय पहुँचने तक सिर्फ पांच मिनट का समय लगता है। मेरा विद्यालय काफी सुंदर एवं पढ़ने योग्य है।

मेरे विद्यालय में एक पुस्तकालय भी मौजूद है, जहाँ पर बहुत शांति होती है। जिससे सभी विद्यार्थी आसानी से पढ़ाई कर सके। यहाँ सभी प्रकार की पुस्तकें मौजूद है।

यहाँ का माहौल काफी अच्छा है। यहाँ के अध्यापक भी अच्छे है। यहाँ हमे शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान भी दिया जाता है। हमारे अध्यापक हम पर बड़ी ही मेहनत करते है।

मेरे विद्यालय का परिसर :-

मेरे विद्यालय का परिसर काफी विशाल है। हमारे विद्यालय की 2 ईमारतें है। इसके सामने की तरफ एक काफी बड़ा खेल का मैदान है, जहाँ सभी बैठते व खेलते है और प्रार्थना भी यहीं पर करते है।

इस मैदान के चारों तरफ पेड़-पौधे उगे हुए है और शेष जगह छोटी-छोटी घास उगी हुई है। इसी के पास में वोलीबाल का मैदान है, जहाँ सभी बच्चे खेल खेलते है।

मेरे विद्यालय में सुविधाएं :-

हमारे विद्यालय में वें सभी सुविधाएँ उपलब्ध है, जो एक विद्यार्थी को शिक्षा प्राप्त करने के लिए आवश्यक होती है। यें सभी सुविधाएँ निम्नलिखित है:-

  • मेरे विद्यालय में बस की सुविधा उपलब्ध है, जिससे दूर के बच्चे भी बस के द्वारा विद्यालय पहुँचकर शिक्षा प्राप्त कर सके ताकि, कोई भी विद्यार्थी दूरी की वजह से शिक्षा से वंचित न रह जाए।
  • मेरे विद्यालय में साफ व ठंडा पानी पीने की उचित सुविधा उपलब्ध है।
  • मेरे विद्यालय में एकांत में पढ़ाई करने के लिए पुस्तकालय की सुविधा भी उपलब्ध है।
  • हमारे विद्यालय में कम्प्यूटर भी उपलब्ध है, जहाँ रोजाना कक्षा चलती है और विद्यार्थियों को कम्प्यूटर का ज्ञान प्रदान किया जाता है।
  • हमारे विद्यालय में विभिन्न प्रकार के समारोह तथा कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए एक बड़ा ऑडिटोरियम भी मौजूद है, जहाँ पर विद्यालय के सभी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
  • हमारे विद्यालय में छात्रों व छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बने हुए है।
  • हमारे विद्यालय के प्रत्येक कक्षा में ब्लेकबोर्ड लगा हुआ है और अब धीरे-धीरे हमारे विद्यालय में प्रोजेक्टर से भी कक्षाएं उपलब्ध करवाई जाती है।
  • हमारे विद्यालय की सभी कक्षाओं में विद्यार्थियों के लिए बैठने के लिए कुर्सी एवं टेबल लगी हुई है, जिस पर बैठकर ही हम विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते है।

मेरे विद्यालय के अध्यापक :-

हमारे विद्यालय में प्रत्येक विषय के लिए एक अध्यापक है। सभी अध्यापक काफी अच्छा पढ़ाते है। वें हमेशा ही समय पर कक्षा में उपस्थित होते है और कभी भी विद्यालय में उपस्थित होने में देर नहीं करते है। वे हमें काफी मन से पढ़ाते है।

जब भी हमें पढ़ने में कोई समस्या आती है या किसी प्रश्न में कोई परेशानी आती है, तो हम उनके पास परेशानी का हल प्राप्त करने के लिए चले जाते है और वें हमेशा हमें प्यार से समझाते है। हमारे विद्यालय के सभी अध्यापक हम सभी विद्यार्थियों के साथ समानता का व्यवहार करते है।

प्रत्येक विद्यार्थी के लिए विद्यालय काफी महत्वपूर्ण स्थान होता है। विद्यालय में एक विद्यार्थी अपने जीवन का काफी महत्वपूर्ण समय व्यतीत करता है। विद्यालय से ही एक विद्यार्थी अपना जीवन प्रारम्भ करता है।

कहा जाता है कि यदि आपको किसी देश का भविष्य देखना है, तो वहाँ के विद्यालयों में चले जाओ। विद्यालयों में विद्यार्थियों के रूप में आपको उस देश का भविष्य दिखाई दे जाएगा। इन विद्यालयों में ही देश के भविष्य की नींव रखी जाती है।

यदि हमारें विद्यालय की व्यवस्था ठीक नहीं है, तो हमारा भविष्य खतरे में होगा। इसलिए, हमें अपने देश के भविष्य को बचाना है। इसके लिए विद्यालयों की व्यवस्था को सुव्यवस्थित रखकर व उनका लगातार विकास करना होगा। तभी बच्चे अपना व इस देश का भविष्य बना पाएंगे।

विद्यालय एक ऐसा स्थान होता है, जहाँ एक बच्चा अपने भविष्य की नींव रखता है। विद्यालय में एक बच्चा अपने करियर को ऊँचाई पर ले जाता है। आदिकाल से विद्यायल को विद्या का मंदिर माना जाता है। पहले विद्यार्थी अपने गुरुकुल में शिक्षा प्राप्त किया करते थे।

यहाँ उन्हें उस समय के अनुसार शास्त्रों का अध्ययन करवाया जाता था। इसके साथ ही उन्हें शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाता था। प्राचीनकाल में एक बच्चा अपना पूरा समय गुरुकुल में ही रहा करता था।

वर्तमान समय में गुरुकुल का स्थान विद्यालय ने ले लिया है। आज सभी बच्चे विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करते है। जहाँ उन्हें आज इस आधुनिक युग के अनुसार भाषा, विज्ञान व गणित का ज्ञान दिया जाता है।

विद्यालय स्थल :-

हमारा विद्यालय एक बहुत बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यह शहर से 2 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। यहाँ आसपास बहुत ही शांत इलाका है। इसका परिसर 1000 गज में फैला हुआ है। यहाँ मध्य में एक 3 मंजिला इमारत है, जहाँ सभी बच्चे शिक्षा प्राप्त करते है।

यहाँ के कमरे बहुत बड़े व हवादार है। यहाँ प्रतिदिन सफाई होती है। सभी विद्यार्थियों के कक्षाओं में बैठने की उचित व्यवस्था है। इसके साथ ही हमारी कक्षाओं के ब्लैकबोर्ड बहुत बड़े है, जो पीछे वाली पंक्ति में बैठे विद्यार्थियों को भी साफ दिखाई देते हैं।

इसके साथ ही कईं कक्षाओं में प्रोजेक्टर भी लगे हुए है, जहाँ विद्यार्थियों को प्रयोगों से सम्बंधित शिक्षा प्रदान की जाती है। यहाँ पर कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करते है।

विद्यालय परिसर व खेल मैदान :-

हमारे विद्यालय का परिसर काफ़ी विशाल है। यहाँ चारों तरफ पेड़-पौधे लगे हुए है। जिनके कारण यहाँ चारों तरफ हरियाली है। हमारे विद्यालय के सामने प्रार्थना कक्ष है, जहाँ प्रतिदिन सुबह सभी विद्यार्थी प्रार्थना करने के लिए एकत्रित होते है।

यहाँ एक सुंदर बाग़ भी है, जहाँ रंग-बिरंगे फूल उगे हुए है। यहाँ अनेकों प्रकार के पेड़-पौधे है। जिस कारण से हमारे पूरे विद्यालय का वातावरण बहुत ही साफ रहता है। इसके साथ ही हमारे विद्यालय में एक काफी विशाल खेल का मैदान है, जहाँ सभी विद्यार्थी खेल खेलते हैं।

हमारे विद्यालय में सबसे अधिक अनुशासन का ध्यान रखा जाता है। हमारे विद्यालय में हमारे अध्यापक अनुशासन का काफ़ी अधिक ध्यान रखते हैं। सभी विद्यार्थियों को पूरी तरह से साफ-सुथरी विद्यालय की पोशाक पहनकर विद्यालय में प्रवेश दिया जाता है।

इसके साथ ही छोटे बाल व कटे हुए नाखून होने चाहिए। जब भी कक्षा शुरू होती है, तब सभी विद्यार्थियों को शांतिपूर्वक रूप से पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए कहा जाता है।

सभी विद्यार्थी आपस में बहुत ही अच्छे से बात करते है। हमारे विद्यालय में सभी का व्यवहार काफ़ी अच्छा है। किसी भी प्रकार के अनुशासन को भंग करने पर विद्यार्थियों को दंडित किया जाता है।

अध्यापक, अध्यापिकाएं व प्रधानाध्यापक :-

हमारे विद्यालय में प्रत्येक विषय के लिए एक भिन्न अध्यापक है। सभी अध्यापक बहुत अधिक ज्ञानी है। वें सभी बहुत ही अनुभवी है। सभी हमें काफ़ी अच्छे तरीके से शिक्षा प्रदान करते हैं। सभी प्रयोगिक विषयों को प्रयोग के माध्यम से समझाते हैं।

हमारे प्रधानाध्यापक जी भी बहुत शांत स्वभाव के है। वह भी कभी-कभी हमें शिक्षा प्रदान करते है। उन्हें अनुशासन काफ़ी अधिक पसंद है। वह हमारे विद्यालय की सम्पूर्ण गतिविधियों व आवश्यकताओं का काफ़ी अच्छे से ध्यान रखते है।

प्रतियोगिता व समारोह :-

हमारे विद्यालय में विद्यार्थियों के विकास के लिए विद्यालय द्वारा अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिससे विद्यार्थियों में कुछ करने की भावना का विकास हो सके।

इसके साथ-साथ हमारे विद्यालय में बहुत से सांस्कृतिक समारोहों का आयोजन किया जाता है, जिससे विद्यार्थियों में सांस्कृतिक विकास भी हो सके।

हमारे विद्यालय में कईं खेलों का भी आयोजन किया जाता है। यदि कोई विद्यार्थी इन खेलों में जीत प्राप्त करता है, तो उसे उच्च स्तर पर भी खेलने का मौका मिलता है।

किसी भी विद्यार्थी के लिए शिक्षा एक बहुत आवश्यक साधना है, जिससे वह अपने जीवन को उज्जवल बना सके। अच्छी शिक्षा के लिए एक अच्छा विद्यालय भी होना जरूरी है।

हमारे विद्यालय में सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध है, जो एक विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए जरूरी है। हमारे विद्यालय में विद्यार्थियों को प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने पर इनाम भी दिया जाता है।

इसके साथ ही विद्यार्थियों का पूर्ण विकास हो, इस बात का भी ध्यान रखा जाता है। इसलिए हमारा विद्यालय बहुत अच्छा है। वह एक आदर्श विद्यालय है।

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ  फेसबुक  पर साझा अवश्य करें और हमारे  वेबसाइट  को सबस्क्राइब कर ले।

' src=

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।

Similar Posts

महिला सशक्तिकरण पर निबंध

महिला सशक्तिकरण पर निबंध

महिला सशक्तिकरण पर निबंध : Essay on Women Empowerment in Hindi:- आज इस लेख में हमनें ‘महिला सशक्तिकरण पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

छुट्टी का दिन पर निबंध

छुट्टी का दिन पर निबंध

छुट्टी का दिन पर निबंध : Essay on Holiday in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण जानकारीपूर्ण लेख में हमनें ‘छुट्टी का दिन पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

एकता में बल है पर निबंध

एकता में बल है पर निबंध

एकता में बल है पर निबंध : Essay on Unity is Strength in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हमनें ‘एकता में बल है पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

गाय पर निबंध

गाय पर निबंध

गाय पर निबंध : Essay on Cow in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण जानकारी से परिपूर्ण लेख में हमनें ‘गाय पर निबंध’ से सम्बंधित शुरुआत से अंत तक जानकारी प्रदान की है।

जल का महत्व पर निबंध

जल का महत्व पर निबंध

जल का महत्व पर निबंध : Essay on Importance of Water in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हमनें ‘जल का महत्व पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध

राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध

राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध : Essay on National Integration in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध’ से सम्बंधित पूरी जानकारी प्रदान की है।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

essay on my school in hindi short

25,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

essay on my school in hindi short

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

essay on my school in hindi short

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

essay on my school in hindi short

  • Hindi Grammar /

Mera School Essay in Hindi: कुछ ऐसे लिखें परीक्षा में मेरे स्कूल पर निबंध

' src=

  • Updated on  
  • दिसम्बर 20, 2023

Mera School Essay In Hindi

विद्यार्थियों को अपने स्कूली जीवन में मेरा स्कूल विषय पर निबंध दिया जाता है। क्योंकि अपने स्वयं के स्कूल के बारे में लिखने से छात्रों को अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों को व्यक्त करने का मौका मिलता है। इससे वे स्कूल के माहौल के साथ अपने व्यक्तिगत जुड़ाव पर विचार करने के लिए भी प्रोत्साहित होते हैं। इसके साथ ही मेरा स्कूल विषय पर निबंध लेखन से विद्यार्थियों में संचार कौशल विकसित करने में मदद मिलती है। Mera School Essay in Hindi के बारे मैं जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। 

This Blog Includes:

मेरा स्कूल पर निबंध 100 शब्दों में, मेरा स्कूल पर निबंध 200 शब्दों में, मेरा स्कूल में पहली पसंद, मेरे स्कूल में मिलने वाली शिक्षा का स्तर, मेरे स्कूल पर 10 लाइन्स.

स्कूल हमें जिम्मेदार नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अच्छे शिक्षकों के द्वारा अक्सर अच्छे छात्र तैयार किए जाते हैं। मेरे भी उत्कृष्ट शिक्षक हैं और वे एकेडमिक्स के साथ खेल और अन्य गतिविधियों में भी हमारी सहायता करते हैं।  

ये शिक्षक हमारे स्कूल की नींव की तरह हैं, जो हमें मूल्यवान सबक देते हैं जिन्हें हम अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं। स्कूल में हम न केवल गणित और विज्ञान जैसे विषयों के बारे में सीखते हैं बल्कि अपने दोस्तों के साथ सहयोग करने के बारे में भी सीखते हैं। 

हमारे स्कूल में विभिन्न विषयों के लिए अलग-अलग कक्षाएँ हैं, और पढ़ाई और पाठ्येतर गतिविधियों दोनों को समान महत्व दिया जाता है। यह हमें न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि एक जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में विकसित होने में मदद करता है।

यह भी पढ़ें : परीक्षा में ऐसे लिखें मेरा देश पर निबंध

Mera School Essay in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है:

मेरा स्कूल एक जादुई जगह है जहाँ पढ़ना एक रोमांच जैसा लगता है। हर दिन, मैं अपने दोस्तों और शिक्षकों से मुस्कुराहट के साथ स्कूल में मिलता हूं। मेरे स्कूल की इमारत बहुत ऊँची है, सभी कक्षाएं रंगीन हैं, जहां पढ़ने में और भी अधिक आनंद आता है।

सुबह में, हम असेंबली एरिया में इकट्ठा होते हैं, जहां झंडा गर्व से फहराता है और हम उत्साह के साथ राष्ट्रगान गाते हैं।  कक्षाएँ खज़ाने की पेटी की तरह होती हैं, प्रत्येक में ज्ञान का एक नया टुकड़ा होता है जो खोजे जाने की प्रतीक्षा कर रहा होता है। शिक्षक जादूगरों की तरह हैं, जो संख्याओं, शब्दों और विज्ञान की दुनिया में हमारा मार्गदर्शन करते हैं।

ब्रेक के दौरान मेरे स्कूल का मैदान मौज-मस्ती और खेल की जगह बन जाता है। मित्र कहानियाँ साझा करते हैं और वातावरण हँसी से भर जाता है। कैफेटेरिया एक जादुई रसोईघर है जहां स्वादिष्ट सुगंध हवा में फैलती है और हम प्यार से भरे दोपहर के भोजन का आनंद लेते हैं।

मेरा स्कूल सिर्फ सीखने की जगह नहीं है; यह एक परिवार है। हम त्यौहार मनाते हैं, खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और साथ मिलकर नाटक प्रस्तुत करते हैं।  दीवारें हमारी कलाकृति से सजी हैं और बुलेटिन बोर्ड हमारी उपलब्धियों की कहानी बताते हैं।

जैसे ही दिन के अंत में छुट्टी के समय घंटी बजती है, मैं ज्ञान से भरा बैग और यादों से भरा दिल लेकर निकल पड़ता हूँ।  मेरा स्कूल सिर्फ एक इमारत से कहीं अधिक है;  यह एक ऐसी जगह है जहां सपने उड़ान भरते हैं और दोस्ती बनती है।

मेरा स्कूल पर निबंध 500 शब्दों में

Mera School Essay in Hindi 500 शब्दों में नीचे दिया गया है:

शिक्षा हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो हमें दूसरों से अलग करती है और स्कूल इस आवश्यक यात्रा का शुरुआती बिंदु हैं। वे पहली जगह हैं जहां हम सीखना शुरू करते हैं, अपनी शिक्षा की नींव रखते हैं।  अपने स्कूल के बारे में इस निबंध में, मैं बताऊंगा कि मुझे यह क्यों पसंद है और इसने मुझे क्या महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं।

हम सभी ने स्कूल जाने की खुशी का अनुभव किया है, वहां बिताए हर पल को संजोकर रखा है क्योंकि वे हमारे जीवन की आधारशिला हैं। स्कूल वह जगह हैं जहां हमें शिक्षा की पहली चिंगारी मिलती है, हम न केवल शैक्षणिक विषयों को सीखते हैं बल्कि जीवन के बुनियादी सिद्धांतों को भी सीखते हैं, कैसे बढ़ें और फलें-फूलें। वे हमारे अंदर ऐसे मूल्य और सिद्धांत स्थापित करते हैं जो बच्चे के विकास का मूल आधार बनते हैं।

मेरा स्कूल मेरे लिए दूसरे घर की तरह है, जहाँ मैं अपना काफी समय बिताता हूँ। यह व्यक्तिगत विकास के लिए एक मंच प्रदान करता है और मेरे व्यक्तित्व को आकार देने में मदद करता है। मैं खुद को शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक का हिस्सा होने के लिए भाग्यशाली मानता हूं, जिसमें कई चीज़ें हैं जो मेरे शैक्षिक अनुभव को बढ़ाती हैं। 

किंडरगार्टन से शुरू करके प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय और फिर बारहवीं कक्षा तक की हमारी यात्रा तक, स्कूल एक ऐसा स्थान बन जाता है जहां हम न केवल पढ़ते हैं बल्कि बढ़ते हैं, खुद को स्थापित करते हैं, मेलजोल बढ़ाते हैं, दूसरों से दोस्ती करते हैं, मदद की पेशकश करते हैं और प्यार का अनुभव करते हैं। यह एक निरंतर साथी की तरह है जो हमारे शुरुआती वर्षों से लेकर जीवन के अंत तक हमारे साथ रहता है। स्कूल में हम सभी खुशी से पढ़ते हैं, सभी दोस्त एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, खुशी के पल बांटते हैं और साथ मिलकर नए कार्यों और उत्सावों के लिए तैयार रहते हैं।

मेरा स्कूल आधुनिक शिक्षा को क्लासिक वास्तुकला के साथ खूबसूरती से जोड़ता है। पुरानी इमारतें न केवल देखने में आश्चर्यजनक हैं; वे नए उपकरणों से सजी हैं। मैं अपने स्कूल को शिक्षा के एक स्तंभ के रूप में देखता हूं, जो मुझे ज्ञान और नैतिक मूल्य दोनों प्रदान करती हैं।

किसी स्कूल की पहचान बनाने में शिक्षण स्टाफ का बहुत महत्व होता है। वे किसी भी शैक्षिक समुदाय की रीढ़ होते हैं, छात्रों को सीखने और समझने के लिए मार्गदर्शन करते हैं, अच्छी आदतें और मूल्य पैदा करते हैं।

मेरा स्कूल हमारे शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ छात्रों के समग्र विकास को प्राथमिकता देता है। यह एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटीज के लिए एक सहायक वातावरण प्रदान करता है, यहां प्रत्येक छात्र पर ध्यान दिया जाता है, साथ ही यह आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है।

जो चीज़ मेरे स्कूल को असाधारण बनाती है, वह इसकी मान्यता है कि हर एक जगह खास है। मेरे स्कूल में एक पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष, खेल का मैदान और बास्केटबॉल कोर्ट जैसी सुविधाएं हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि छात्रों के पास उनकी ज़रूरत की हर चीज़ हो।

मेरे लिए, मेरा स्कूल एक शैक्षणिक संस्थान से बढ़कर है; यह मेरा दूसरा परिवार है। अद्भुत मित्रों, उत्कृष्ट शिक्षकों और स्कूल की यादों से भरपूर परिवार। मुझे अपने स्कूल से प्यार है क्योंकि यहीं मैं एक अच्छा नागरिक बनना और अपने लक्ष्यों को हासिल करना सीखता हूं।  यह एक ऐसी जगह है जहां दोस्ती बिना किसी निर्णय के बनाई जाती है और करीबी दोस्तों के साथ समय बिताना आरामदायक लगता है, चाहे स्थिति कोई भी हो।

यह भी पढ़ें : जानिए परीक्षाओं पूछे जाने वाले वन महोत्सव पर निबंध

मेरे स्कूल ने ऐसे पाठ पढ़ाए हैं जो इतने मूल्यवान हैं कि मैं उन्हें एक वाक्य में प्रस्तुत नहीं कर सकता। यहां की सीख अपूरणीय हैं, और मैं उनके लिए अविश्वसनीय रूप से आभारी हूं। उदाहरण के लिए दोस्तों के साथ चीज़ें बांटना और अन्य लोगों के प्रति प्रेम भावना। यहीं पर मैंने जानवरों की सहायता करना सीखा और बाद में इसी प्रेम के चलते मैने एक पालतू जानवर भी गोद लिया। 

स्कूल न केवल शैक्षणिक ज्ञान के बारे सिखाते हैं; 

मेरा स्कूल हमें एक ज़िम्मेदार व्यक्ति बनने के लिए भी प्रेरित करता है। मैने यहां बहुत सारे कौशल सीखे जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों चर्चा या घरेलू कार्यों का प्रबंधन करना, मुश्किल की परिस्थिति में धैर्य से काम करना ये सभी वास्तविक दुनिया में आवश्यक हैं। 

कार्यों में नए विचारों को अपनाना और ज़रूरत पड़ने पर उनका प्रयोग करना, जिससे मुझे ग्रेड से परे अपनी कार्य क्षमता के बारे में सिखाया गया।

विद्यार्थियों के प्रति समर्पित शिक्षकों की बदौलत स्कूल के माहौल में कलात्मक कौशल विकसित हुआ। इससे मुझे अंतर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेने और पुरस्कार अर्जित करने का मौका मिला। सबसे अधिक महत्वपूर्ण में अपने स्कूल में असफलता का सामना और अपनी महत्वाकांक्षाओं को कभी न छोड़ने के बारे में सीखा। 

स्काउट्स और गाइड्स से लेकर खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों तक पाठ्येतर गतिविधियों ने मेरे स्कूल के अनुभव को समृद्ध किया। शिष्टाचार, चरित्र विकास और नैतिक शिक्षा पर हमारे प्रिंसिपल के दैनिक व्याख्यान ने मेरे मूल्यों को आकार दिया।  मैं आज जो भी हूं उसका श्रेय अपने स्कूल को देता हूं, इसे सर्वश्रेष्ठ संस्थान मानता हूं।

स्कूल का एक और महत्वपूर्ण सबक टीम वर्क है। यह अक्सर पहली जगह होती है जहां बच्चे अपने से भिन्न लोगों के साथ सहयोग करना सीखते हैं। यह समझना कि टीम की सफलता प्रत्येक व्यक्ति के योगदान पर निर्भर करती है, छात्रों में स्थापित एक बुनियादी सिद्धांत है, जो उन्हें टीम में मिलकर और व्यक्तिगत उपलब्धियों दोनों के लिए तैयार करता है।

संक्षेप में कहूं तो, एक प्रतिष्ठित स्कूल का हिस्सा बनना मेरे लिए एक जबरदस्त व्यक्तिगत विकास यात्रा रही है। मेरे चरित्र को ढालने और अमूल्य शिक्षाएँ प्रदान करने के लिए मैं अपने विद्यालय का बहुत आभारी हूँ। जो मित्रताएं बनीं और असाधारण शिक्षकों का मार्गदर्शन वे खजाने हैं जिन्हें मैं हमेशा संजो कर रखूंगा। मेरा लक्ष्य अपने स्कूल द्वारा स्थापित मूल्यों को बनाए रखना, जीवन में सफल होने का प्रयास करना और उस संस्थान को सम्मान दिलाना है जिसने आज मैं जो कुछ भी हूं उसे आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Mera School Essay in Hindi पर 10 लाइन्स नीचे दी गई है:

  • मेरा स्कूल हमारे क्षेत्र में प्रसिद्ध है, स्थानीय लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता और उच्च प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है।
  • स्कूल की इमारत विशाल है, हरियाली से सुसज्जित है, एक विशाल और सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन वातावरण बनाती है।
  • एक विस्तृत खेल का मैदान विभिन्न बाहरी गतिविधियों और खेलों में शामिल होने के लिए पर्याप्त जगह प्रदान करता है।
  • शारीरिक शिक्षा सत्र साप्ताहिक रूप से आयोजित किए जाते हैं, जो हमारी समग्र फिटनेस और कल्याण में योगदान करते हैं।
  • स्कूल में अच्छे शिक्षक हैं जो एक सहायक और देखभाल करने वाला सीखने का माहौल बनाते हैं।
  • मैं स्कूल में कई दोस्तों के साथ आनंददायक पल साझा करता हूं, जहां हम एक साथ खेलते और पढ़ते हैं, जिससे सौहार्द की मजबूत भावना को बढ़ावा मिलता है।
  • स्कूल की व्यापक लाइब्रेरी पुस्तकों का विविध संग्रह प्रदान करती है, जो सीखने के लिए एक मूल्यवान संसाधन प्रदान करती है।
  • अच्छी तरह से सुसज्जित विज्ञान और सामाजिक विज्ञान प्रयोगशालाएँ हमारी व्यावहारिक समझ और प्रयोग को बढ़ाती हैं।
  • स्कूल सांस्कृतिक विविधता और एकता को बढ़ावा देते हुए कई राष्ट्रीय और धार्मिक त्योहारों को उत्साहपूर्वक मनाता है।
  • स्कूल में हर दिन एक खुशी है क्योंकि मैं नई चीजें सीखने और अपने ज्ञान का विस्तार करने के अवसर का उत्सुकता से स्वागत करता हूं।

स्कूल जीवन के ऐसे पाठ प्रदान करता है जो शिक्षा से परे है इसलिए प्रत्येक बच्चे के लिए स्कूल जाना महत्वपूर्ण है स्कूल हम सभी को शिक्षा के साथ ऐसा अनुभव प्रदान करता है, जो सामाजिक कौशल, पाठ्येतर गतिविधियाँ और मूल्यवान जीवन सबक भी प्रदान करता है।

स्कूल बुनियादी ज्ञान और कौशल प्रदान करता है, जिसमें बुनियादी शिक्षा और कला और सार्वजनिक बोलने जैसी प्रतिभाओं का विकास शामिल है। सबसे बढ़कर, यह छात्रों में अनुशासन पैदा करता है, भविष्य की सफलता के लिए उनके चरित्र को आकार देता है।

मेरा स्कूल अपनी उत्कृष्ट प्रतिष्ठा, विशाल और सुंदर परिसर, समर्पित शिक्षकों और समग्र विकास में योगदान देने वाली पाठ्येतर गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए जाना जाता है।

मेरे स्कूल में हर सप्ताह एक बार शारीरिक शिक्षा कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें समग्र फिटनेस और कल्याण बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया जाता है।

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में Mera School Essay in Hindi पर निबंध के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य   निबंध से सम्बंधित ब्लॉग्स  पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

' src=

Team Leverage Edu

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

25,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

essay on my school in hindi short

Resend OTP in

essay on my school in hindi short

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

essay on my school in hindi short

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

Logo

मेरी पाठशाला पर निबंध हिंदी | Essay on My School in Hindi

  • Post author: Sachin Rathi
  • Post published: September 13, 2022
  • Post category: Hindi essay
  • Post comments: 0 Comments

Share Share this content

  • Opens in a new window

मेरे प्यारे दोस्तों, आज हम आपको मेरी पाठशाला पर निबंध (Essay on My School in Hindi ) बहुत ही सरल भाषा में आपको बताएँगे। ये निबंध सभी स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद होगा।

मेरी पाठशाला पर निबंध हिंदी Essay on My School in Hindi – पाठशाला/विद्यालय हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होता है। पाठशाला में पढ़कर ही हम बड़े बड़े सपने पुरे कर पाते है। पाठशाला ही हमें हमारे जीवन का मार्गदर्शन करवाती है।

मेरी पाठशाला पर निबंध – पाठशाला ज्ञान पर्याप्त करने का एक मंदिर होता है। पाठशाला में हमें ज्ञान पर्याप्त करने के अवसर है।

Essay on My School in Hindi For class 1 to 10

Table of Contents

Essay on My School in Hindi

शिक्षा हमारे जीवन का एक महत्वपर्ण और अनिवार्य हिस्सा है। हम बिना ज्ञान के कुछ भी नहीं है, और ज्ञान ही हमें दुसरो से अलग बनाता है। शिक्षा पर्याप्त करने मुख्य कदम खुद को किसी पाठशाला में अपना नाम नामांकित करना होता है। पाठशाला सिखने के मामले में सबसे पहले अपना स्थान रखता है। इसलिए शिक्षा पर्याप्त करने में पाठशाला पहला कदम रखता है।

मेरे घर के आलावा पाठशाला मेरा दूसरा घर है जहा मैं अपना अधिकांश समय बिताता हु। इन सबसे ऊपर यह मुझे अपने जीवन में बेहतर करने के लिए एक मंच प्रदान करता है और साथ ही मेरे व्यक्तित्व का निर्माण भी करता है। मैं अपने इलाके के सभी पाठशालाओं में से सबसे अच्छे पाठशाला में पढ़ने के लिए धन्यबाद महसूस करता हु। मैं हमेशा अपने स्कूल हर दिन बिताने के उत्सुक रहता हु। मुझे रोज स्कूल जाने, अपने दोस्तों से मिलने, शिक्षाको के बातचीत करने और नई नई चीजे सिखने काफी आनंद मिलता है। पाठशाला में मुझे शिक्षा के आलावा बहुत सी जरूरी चीजे भी प्रयाप्त है।

मेरी पाठशाला एक ऐसी जगह है जहा मैं सीखता हु, पढता हु, खेलता हु, मुस्कुराता हु और आनद लेता हु। इसने मुझे मेरे गुणों को पहचान कर इसे उभारा है और मैं अपने शिक्षो का हमेसा आभारी रहूँगा। मेरी पाठशाला एक ऐसी जगह है जहा मैं शिक्षित होता हु और साथ ही तरह तरह की एक्टिविटी भी करता हु जो की मुझे काफी अच्छी लगती है।

मेरी पाठशाला में सभी प्रकार की सुविधाए प्रयाप्त करवाई जाती है।मुझे अपने छात्रों और कर्मचारियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रदान की जाने वाली सभी बुनियादी सुविधाओं पर गर्व है। मेरे स्कूल में लड़कों, लड़कियों और स्टाफ के लिए अलग-अलग शौचालय हैं। सफाई कर्मचारियों द्वारा शौचालयों की नियमित रूप से दिन में दो बार सफाई की जाती है। इसके अलावा छात्रों के लिए पीने के साफ पानी की भी व्यवस्था है।

Essay on My School in Hindi [Short]

350 words essay on my school in hindi.

मेरे पाठशाला का नाम राजा भरत सिंह इंटर कॉलेज है। मेरा पाठशाला एक सरकारी पाठशाला है। मेरे पाठशाला में तीन मंजिले दो बिल्डिंग है, जिसमे एक बिल्डिंग में तो लड़किया पढ़ती है और दूसरी बिल्डिंग में सभी लड़के पढ़ते है। पाठशाला पूरी तरह से बंद है। मेरी पाठशाला के मुख्य द्वार पर एक बहुत बड़ा गेट है, जिसमे से सभी छात्र और अध्यापक अंदर आते और बहार जाते है।

मेरी पाठशाला में 9 अध्यापक और 4 अध्यापिका है, जो की हमें बहुत की प्यार से शिक्षित करती है। सभी अध्यापिका और अध्यापक बेहद ज्ञान पूर्ण से भरे हुए है, जिससे वे हमें बहुत ही आसान से पढ़ा और समझा देते है। इसलिए हमारे स्कूल का रिजल्ट हर साल 95% से ऊपर ही आता है। मुझे मेरी पाठशाला का अच्छा लगना मेरे सभी टीचर पर भी निर्भर करता है।

मेरी पाठशाला के हेडमास्टर श्री सचिन राठी बहुत ही शांत दिमाग के इंसान है। वे सभी छात्रों बेहद प्रेम से बात करते है और सभी टीचर का सम्मान भी करते है। लेकिन हमारे हेडमास्टर जी को स्कूल में अनुसासन पसंद है। यदि कोई पाठशाला का अनुसासन फॉलो नहीं करता तो उसे सख्त से सख्त सजा भी मिलती है।

मैं हमेशा अपनी पाठशाला का आभारी रहूँगा और हमेशा अपने कामयाब होने का श्रय अपने माता पिता और अपनी पाठशाला को जीवन भर देता रहूँगा। मैं पाठशाला को पास करके निकलने के बाद हमेशा याद करूँगा।

Essay on My School in Hindi [Long]

500 words essay on my school in hindi.

पाठशाला हर एक व्यक्ति के जीवन में अपना अहम् भूमिका निभाती है। यदि कोई व्यक्ति पाठशाला से अच्छी तरह ज्ञान प्रयाप्त कर ले तो वह अपनी जिंदगी में कभी भी भूका नहीं सोयेगा। पाठशाला से पर्याप्त ज्ञान हमारे जीवन को कुसल बनाने के लिए प्रयाप्त होता है। सभी पाठशाला में से कोई न कोई छात्र आदर्श छात्र निकलते है और वही अपने माता पिता और अपने स्कूल का नाम रोसन कर देता है। इसलिए किसी भी इंसान के व्यक्तित्व को निखारने के लिए पाठशाला वेहद महवपूर्ण होता है।

मेरे पाठशाला का नाम सरसवती विद्या मंदिर है। यह बिजनौर जिले के एक गांव में स्थिर है। मेरा पाठशाला एक सरकारी पाठशाला है। मेरे पाठशाला मे दो-दो मंजिले दो बिल्डिंग है, जिसमे एक में सभी लड़के और दूसरी में सभी लड़की पढ़ती है। मेरा पाठशाला अधिक आकर्षिक है। मेरे पाठशाला के पीछे एक बड़ा सा मैदान है, जिसमे सभी छात्र छत्रे खेलते है।

मेरे पाठशाला का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक का है। मेरे पाठशाला में बहुत सारे कक्ष बने बने हुए है, जिसमे कुछ लेब, कंप्यूटर लेब, फिजिक्स लेब, केमिस्ट्री लेब, बायोलॉजी लेब, आदि बानी हुयी है और बाकी में छात्र पढाई करते है।

मेरे पाठशाला में बहुत सारे टीचर हमे पढ़ाते है और सभी टीचर ज्ञान से फरपुर है, जिससे हमें उत्तम लाभ प्रयाप्त होता है। मेरे पाठशाला में से परियोगिता होती है, जिसमे सभी छात्र भाग लेते है। हमारे पाठशाला में रंगोली बनाओ प्रतियोगिता, राखी बनाओ प्रतियोगिता, मेहँदी प्रतियोगिता, आदि तरह तरह की प्रतियोगिता मनाई जाती है। पाठशाला के सभी छात्र बड़े धूमधाम से प्रतियोगिता मानते है।

मेरे पाठशाला में पानी की और बाथरूम की व्यवस्था बहुत अच्छे से की गयी है। मेरे पाठशाला में हर समय पंखे इंतजाम रहता है। सभी टीचर बहुत अच्छे से व्यव्हार करते है और सभी को बहुत प्यार से पढ़ाते है।

मैं पाठशाला को जिंदगी भर याद रखूँगा और हमेशा इसका एहसान फरामोश रहूँगा।

10 Lines on Essay on My School in Hindi

Essay on my school in hindi: मेरी पाठशाला पर निबंध.

मेरे पाठशाला का नाम राजा भरत सिंह इंटर कॉलेज है।

मेरे पाठशाला में तीन मंजिले दो बिल्डिंग है, जिसमे एक बिल्डिंग में तो लड़किया पढ़ती है और दूसरी बिल्डिंग में सभी लड़के पढ़ते है।

मेरी पाठशाला के मुख्य द्वार पर एक बहुत बड़ा गेट है, जिसमे से सभी छात्र और अध्यापक अंदर आते और बहार जाते है।

मेरी पाठशाला में 9 अध्यापक और 4 अध्यापिका है, जो की हमें बहुत की प्यार से शिक्षित करती है।

मेरी पाठशाला के हेडमास्टर श्री सचिन राठी बहुत ही शांत दिमाग के इंसान है।

पाठशाला हर एक व्यक्ति के जीवन में अपना अहम् भूमिका निभाती है।

पाठशाला से पर्याप्त ज्ञान हमारे जीवन को कुसल बनाने के लिए प्रयाप्त होता है।

मेरे पाठशाला का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक का है।

मेरे पाठशाला में बहुत सारे टीचर हमे पढ़ाते है और सभी टीचर ज्ञान से फरपुर है।

मेरे पाठशाला में पानी की और बाथरूम की व्यवस्था बहुत अच्छे से की गयी है।

निष्कर्ष Conclusion:

पाठशाला हमारे जीवन को सफल बनाने में पहला स्थान प्रयाप्त करता है। यदि हमें शिक्षा प्रयाप्त करनी है तो हमें पाठशाला में जरूर जाना पड़ेगा।

आशा करते है आपको मेरी पाठशाला पर निबंध ( Essay on My School in Hindi) पसंद आया होगा। अगर आप भी एक आदर्श विद्यार्थी की तरह दुसरो की मदद करना चाहते हो तो इसे अपने दोस्तों या अपने फेसबुक पर शेयर जरूर करना।

ALSO READS:

You Might Also Like

Read more about the article समाचार पत्र पर निबंध – Samachar patra essay in hindi

समाचार पत्र पर निबंध – Samachar patra essay in hindi

Read more about the article पर्यावरण पर निबंध (1500+ शब्द) – paryavaran par nibandh

पर्यावरण पर निबंध (1500+ शब्द) – paryavaran par nibandh

Read more about the article मोबाइल फोन पर निबंध – essay on mobile phone in hindi

मोबाइल फोन पर निबंध – essay on mobile phone in hindi

Leave a reply cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Nibandh

मेरा विद्यालय पर निबंध

ADVERTISEMENT

रूपरेखा : मेरे विद्यालय का परिचय - विद्यालय की विशेषताएँ - विद्यार्थियों की प्रतिभा - मेरे विद्यालय की पुस्तकालय - भारत यात्रा और सालगिरह - मेरे विद्यालय में कमियाँ - विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य - उपसंहार।

मेरे विद्यालय का नाम ज्ञानदीप पब्लिक विद्यालय है | इसमें पहली से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। यह सेण्ट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्डरी एजूकेशन, बिहार से सम्बद्ध है। इसमें लगभग 812 विद्यार्थी हैं, 29 अध्यापक हैं, चार क्लर्क हैं, चार चपरासी, तीन सफाई कर्मचारी तथा दो वाटर-मैन हैं। मेरे विद्यालय का भवन विशाल और बहुत ही सूंदर है। श्रेणी कक्षों के अलावा प्राचार्य तथा क्लर्क रूम हैं। इनके अतिरिक्त एक बड़ा 'टीचर्स रूम' है तथा एक विशाल पुस्तकालय कक्ष भी है। स्वागत कक्ष, संगीत, आलेखन, इंडोरगेम, एन.सी.सी. के लिए भी एक बड़ा सा कक्ष हैं। विद्यालय-भवन के साथ ही एक बड़ा खेल का मैदान है।

विद्यालय को प्रथम विशेषता है विद्यालय का अनुशासन। विद्यालय का वातावरण बहुत ही शांत है । कोई विद्यार्थी व्यर्थ में ना घूमता मिलेगा नाही कही बैठा हुआ मिलेगा। कोई बाहरी आदमी अध्ययन के समय कक्षाओं के सामने से नहीं गुजर पाएगा। कोई कक्षा बिना अध्यापक के नहीं होगी। कोई अध्यापक ऐसा नहीं होगा जिसका ' पीरियड ' हो और वह अपने कक्षा में न हो। वातावरण की यह विशेषता ही छात्रों को अध्ययन करने की प्रेरणा देती है।

विद्यालय की दूसरी विशेषता है 'स्वच्छता'। विद्यालय आरम्भ होने से पहले प्रत्येक कमरा साफ होता है। शीशे, दरवाजे, तथा बेंच साफ होते है। कागज या रोटी का टुकड़ा, फलों या सब्जी के छिलके फर्श तथा गैलरी में नहीं मिलेंगे। कूड़ा-करकट डालने के लिए स्थान-स्थान पर 'डस्ट-बिन' रखे गए हैं। पेशाब-घर तथा शौचालय दुर्गन्ध रहती हैं।

विद्यालय की तीसरी विशेषता है 'शिक्षण'। शिक्षण एक कला है और सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। कलात्मक शिक्षण अथवा कला के संग शिक्षा प्रदान करना विद्यार्थी को सिखाने का सरल उपाय है। औसत विद्यार्थी को भी योग्य बनाने की विशिष्ट शैली है। शिक्षक प्रतिदिन छात्रों का गृह-कार्य देते है तथा अगले दिन उसे देखते हैं। कमजोर छात्र-छात्राओं को विद्यालय अवकाश के बाद आधा घंटा ज्यादा समय दिया जाता है। बोर्ड की परीक्षाओं से एक महीने पहले दो घंटे के तीन अतिरिक्त पीरियड लगते हैं, जिनमें विद्यार्थी अपनी कमी को दूर करते हैं। यही कारण है कि हमारे विद्यालय का परीक्षा-परिणाम न केवल शत-प्रतिशत रहता है, दसवीं में कई छात्र राज्य में अवल भी आते है।

विद्यालय की चौथी विशेषता शिक्षणेतर गतिविधि हैं। इनमें खेल-कूद का प्रथम स्थान है। हॉकी, क्रिकेट, फुटबॉल, वॉली-बॉल, कबड्डी, खो-खो, जिमनास्टिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। यही कारण है, हमारा विद्यालय नगर के विद्यालयों की प्रतियोगिता और प्रान्तीय प्रतियोगिताओं की अनेक ट्रॉफी अथवा अवॉर्ड्स जीतकर लाता है।

विद्यालय की हर शुक्रवार के दिन सभी विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखा कर अपनी एक अलग पहचान दिखाते है। जीवन और जगत की विविधता की जानकारी देती है। विद्यार्थियों में छिपी वाकू-शक्ति को एक दूसरे के साथ शेयर करते है। एक ओर प्रति शनिवार वीडियो फिल्म द्वारा एक विषय-विशेष की जानकारी दी जाती है तो दूसरी ओर विद्यार्थी को कविता, कहानी, चुटकुला सुनाने के लिए उनका उत्साह बढ़ाया जाता है। हर महीने के अंतिम शनिवार को बात-विवाद प्रतियोगिता अथवा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएँ होती हैं । प्रथम, द्वितीय और तृतीय, इन तीन विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

हमारे विद्यालय में एक बहुत ही विशाल पुस्तकालय है। इसमें नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक की विभिन्न विषयों की पुस्तकें हैं। इस पुस्तकालय में हिंदी के दैनिक समाचार पत्र और कई महत्वपूर्ण मासिक अर्धवार्षिक और वार्षिक पत्रिकाएँ भी आती है। पुस्तकालयाध्यक्ष बहुत ही परिश्रमी और अच्छे व्यक्ति हैं। हमें पुस्तकालय से हमारी जरूरत की प्रत्येक पुस्तक मिल जाती है जिसे घर भी ले जाया जा सकता है। पुस्तकालय से पुस्तक को केवल कुछ निश्चित समय के लिए ही घर पर ले जाने की अनुमति मिलती है।

हर साल एक बार दिसंबर के महीनों में चुने हुए विद्यार्थियों को भारत- यात्रा पर ले जाया जाता है। इसमें विद्यार्थी भारतमाता की विविधता के दर्शन भी करते हैं और अपने सहपाठी को अधिक समझने का अवसर प्राप्त करते हैं। विद्यालय के सालगिरह के दिन विद्यार्थी के लिए प्रोत्साहन का अवसर रहता है | इसमें विविध खेलों के श्रेष्ठ खिलाडियों, संगीत के वाद्य-यत्त्रों में दक्ष विद्यार्थियों तथा वार्षिक परीक्षा में आए प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय परीक्षार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं । इस अवसर पर छात्र रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत करते हैं, जिसमें गीत-संगीत, काव्य-पाठ, एकांकी-अभिनय प्रमुख होते हैं, जिसे देखकर दर्शक भाव-विभोर हो जाते हैं। विद्यालय में वर्ष में एक बार शिक्षक-अभिभावक-दिवस भी मनाया जाता है। इसमें विद्यार्थियों के माता-पिता या संरक्षक एकत्र होते हैं। अभिभावकों के साथ छात्र भी विद्यालय की कमियों और सुधारों पर खुले मन से विचार करते हैं।

मेरे विद्यालय में भी लोगों को कुछ कमियाँ देखते हैं। यहाँ प्रवेश पाना थोड़ा कठिन-सा है । अपवाद छोड़ दें तो सिफारिश न किसी अधिकारी की चलती है, न धन की । योग्यता की दीड़ में जो जीत जाए, वह प्रवेश ले ले ऐसा मेरा विद्यालय हैं। दूसरे, विद्यालय के अनुशासन की कठोरता ने विद्यार्थियों का सैनिकीकरण-सा कर दिया है। परिणामत: विद्यार्थियों की सच्ची शिकायत की भी उपेक्षा होती रहती है।

विद्यालय एक विद्या का मंदिर होता है जहाँ मनुष्य ज्ञान प्राप्त करता है। जिस तरह भक्तों के लिए मंदिर और पूजा स्थल पवित्र स्थान होता है उसी तरह से एक विद्यार्थी के लिए उसका विद्यालय एक पवित्र स्थल होता है। इस पवित्र मंदिर के भगवान हैं हमारे शिक्षक जो हमारे अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर हमारे मन में ज्ञान रूपी प्रकाश को फ़ैलाने में मदत करते है। इसी लिए हमें अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए तथा उनके कहने के अनुसार अपने शिक्षण कार्य का संपादन करना चाहिए। हमें अपने विद्यालय के नियमों का श्रद्धा के साथ पालन करना चाहिए। हमारा कर्तव्य बनता है की जब तक हम विद्यालय में है तब तक हमें उचित ज्ञान प्राप्त करनी चाहिए तथा अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए। विद्यालय जीवन समाप्त होने के बाद भी हमे अपने शिक्षक एवं विद्यालय को भूलना नहीं चाहिए। जब मौका मिले या जब हम अपने कामों से मुक्त रहे तो हमें अपने विद्यालय अपने शिक्षक से भेट करने जाना चाहिए जो कि मैं भविष्य में अवश्य जाऊँगा।

विद्यालय एक सार्वजनिक संपत्ति होती हैं। यह हमारी राष्ट्रिय निधि है, इसलिए विद्यार्थी को इसकी रक्षा के लिए हमेशा जागरूक रहना चाहिए। विद्यालय सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान का माध्यम नहीं है बल्कि ज्ञान प्राप्ति के हर अवसर वहाँ पर उपलब्ध होते हैं। विद्यालय बालकों को खेल-कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर देता है जिससे बालकों का मानसिक एवं शारीरिक विकास होती है। उन्हीं विषयों के मार्ग दर्शन के लिए शिक्षक होते हैं इसलिए विद्यार्थी को अपने स्कूलों से पूरा लाभ उठाना चाहिए। विद्यालय हमें हर प्रकार के ज्ञान का प्रकाश मिलता है। इसीलिए हमारा विद्यालय हर तरह से प्रेणादायक भूमिका निभाती है। इसीलिए मुझे मेरा विद्यालय बहुत प्रिय है।

Nibandh Category

मेरा विद्यालय पर निबंध – My school essay in hindi

विद्या ग्रहण करना हर इंसान के लिए आवश्यक है क्योंकि इससे इंसान के सोचने और समझने की क्षमता बढ़ जाती है. इसीलिए मानव जीवन में विद्यालय का काफी महत्व है और इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके लिए मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on My School in Hindi) लेकर आए हैं जो निश्चित रूप से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है.

समाज को सभ्य बनाने के लिए शिक्षित करना जरूरी है इसीलिए बचपन से ही इंसान शिक्षा ग्रहण करना शुरू कर देता है. शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक लंबे समय अंतराल से गुजरना पड़ता है जिसके बाद एक शिक्षित मनुष्य में कई प्रकार के गुण उत्पन्न होते हैं.

विद्यालय दो शब्दों से मिलकर बना हुआ विद्या+आलय अर्थात विद्या का घर ऐसा स्थान जहां पर विद्या दी जाती हो. विद्यालय को ज्ञान का मंदिर भी कहा जाता है. एक इंसान का भविष्य हमेशा से उसकी विद्या पर निर्भर करता है. इसी से यह निर्णय होता है कि भविष्य में एक इंसान क्या करेगा.

विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को विशेषकर प्रारंभिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए निबंध लेखन के रूप में मेरा स्कूल पर निबंध अक्सर पूछा जाता है. इस लेख पर उपलब्ध निबंध का अपने पढ़ाई के लिए उपयोग करें.

मेरा स्कूल पर निबंध – Long and short essay on my school in hindi

मेरा स्कूल पर निबंध - My school essay in hindi

मेरा विद्यालय पर 10 वाक्य में निबंध

  • मैं शिशु विद्या मंदिर स्कूल में पढ़ता हूं और यह विद्या का सर्वश्रेष्ठ संस्थान है.
  • मैं प्रतिदिन विद्यालय जाता हूं.
  • इस में नर्सरी से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को पढ़ाया जाता है.
  • यहां प्रत्येक विषय की पढ़ाई के लिए निपुण और योग्य शिक्षक रखे गए हैं.
  • मेरे विद्यालय के सभी शिक्षक बहुत अच्छी तरह पढ़ाते हैं.
  • यहां के प्रधानाध्यापक सभी को अनुशासन में रखते हैं.
  • यहाँ कंप्यूटर की शिक्षा भी दी जाती है.
  • विद्यालय में बहुत बड़ा खेल का मैदान भी है जहां सभी बच्चे क्रिकेट, बैडमिंटन, फुटबॉल इत्यादि खेलते हैं.
  • हर साल इसमें कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिताएं और नए साल के मौके पर पिकनिक जाने का भी आयोजन किया जाता है.
  • मुझे अपने स्कूल पर गर्व है.

निबंध – 2 (300 words)

विद्यालय कई प्रकार के होते हैं लेकिन मैं जिस विद्यालय में पढ़ता हूं वह एक सरकारी विद्यालय है. इस विद्यालय में 400 बच्चे पढ़ते हैं. मेरे विद्यालय का नाम ज्ञान निकेतन है और इस क्षेत्र में इस विद्यालय का नाम काफी ज्यादा है. इसमें कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक के बच्चों को पढ़ाया जाता है

यहां पर काफी दूर-दूर से बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं. यहां पर पड़ने वाले प्रत्येक बच्चे पर हर शिक्षक बहुत ध्यान देता है हर जिसकी वजह से इसका नाम दूर-दूर तक फैला हुआ है.

विद्यालय का स्थान

मेरा स्कूल दो मंजिला है और इसमें बहुत सारे क्लासरूम है. विद्यालय के सामने एक बहुत बड़ा खेल का मैदान है. यह एक फूलों का बगीचा भी है. इसके आसपास का वातावरण काफी हरा-भरा और शांत है. जिसकी वजह से पढ़ने में बच्चों को काफी शांत माहौल मिलता है.

शिक्षण प्रणाली

सभी शिक्षक अच्छी तरह शिक्षित और डिग्री धारक हैं इसके अलावा सभी अपने विषय में काफी निपुण है. बच्चों को काफी अच्छे ढंग से पढ़ाते हैं एवं उनके भविष्य को बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.

कंप्यूटर के महत्व को समझते हुए यहां पर इसकी पढ़ाई को भी अनिवार्य कर दिया गया है.

प्रतियोगिताओं का आयोजन

बच्चों में अलग-अलग प्रकार के गुण होते हैं जय पहचाना काफी जरूरी है. हर बच्चा पढ़ाई में ही अपना जीवन बनाएं यह जरूरी नहीं बल्कि कई बच्चे खेलकूद में भी बहुत नाम करते हैं और देश का नाम को विश्व स्तर पर ऊंचा करते हैं.

यहाँ बच्चों के खेल कूद को भी खासा महत्व दिया जाता है.

जहां आज सभी स्कूलों में काफी अधिक फीस ली जाती है मेरे विद्यालय में शिक्षा बिल्कुल मुफ्त में प्रदान की जाती है क्योंकि यह एक राज्यस्तरीय सरकारी स्कूल है. फिर भी यहां की पढ़ाई उच्च क्वालिटी की है. यहां पर पढ़े बच्चों ने आज दुनिया भर में अपना नाम रोशन किया है. इसीलिए मैं गर्व से कहता हूं कि मैं इस विद्यालय का छात्र हूं.

निबंध – 3 (400 words)

मैं प्रतिदिन अपने विद्यालय जाता हूं और मेरे विद्यालय का नाम विद्या निकेतन हैं. मुझे मेरा विद्यालय काफी पसंद है. यहां पर सभी शिक्षक बहुत अच्छे ढंग से बच्चों को पढ़ाते हैं. इसके अलावा खेलकूद में जो बच्चे अच्छे हैं उन्हें उसी में ट्रेनिंग दी जाती है. खेलकूद करने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करके आगे बढ़ाने के लिए भी सभी कार्यरत हैं.

विद्यालय का भवन

मेरा विद्यालय काफी विशाल है. इसमें 15 क्लासरूम हैं जिनमें बच्चों को पढ़ाया जाता है. बच्चों के खेलने के लिए एक मैदान भी है जहां पर बच्चे कई प्रकार के खेल खेलते हैं जैसे कबड्डी, फुटबॉल, बैडमिंटन इत्यादि.

विद्यालय और मैदान बीच में है एवं इसके चारों ओर विशाल वृक्ष लगाए गए हैं जो वातावरण को शुद्ध करने में महत्वपूर्ण होते हैं. इसके अलावा एक छोटा सा फूलों का भाग है जिसमें फूलों की कई क्यारियां लगी हुई है और छोटे-छोटे सुंदर पौधे भी हैं. पढ़ाई के बीच में जब ब्रेक होते हैं तो इसके छांव में बैठने का मजा ही कुछ और है.

विद्यालय का महत्व

हमारा बचपन विद्यालय में पढ़ते हुए व्यतीत होता है. इस दौरान हमें ज्ञान का भंडार प्राप्त करने का मौका मिलता है. पढ़ते हुए हम एक-एक क 1 वर्ग में पढ़ाई करते हैं और सीढ़ी की तरह ऊपर एक एक कदम चढ़ते जाते हैं.

यह हमारे अंदर छिपी प्रतिभा को बाहर निकालते हैं और इस दुनिया में कुछ हासिल करने के लिए प्रेरणा देते हैं. यह हमारे गुणों को निहारते हैं और भविष्य बेहतर बनाने की दिशा निर्देश भी देते हैं. हमारे प्रधानाध्यापक और सभी शिक्षक अपने सभी बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं.

जब स्कूल में लंबी छुट्टियां होती हैं और घर में लंबे समय के लिए रहना पड़ता है तो भी हमें अच्छा नहीं लगता. उस वक्त लगता है कि काश पढाई जल्दी से शुरू हो जाती और हम अपने दोस्तों से मिल पाते. पढ़ाई करने वाला हर बच्चा अपने जीवन में यह पल हमेशा याद रखता है.

जब मैं अपने वर्ग परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करता हूं और मुझे कुछ उपहार मिलता है उस वक्त काफी खुशी होती है खासतौर पर जब वार्षिक उत्सव के दौरान स्टेज से नाम पुकारा जाता है और सम्मानित किया जाता है. उस दिन बहुत ही खास महसूस होता है क्योंकि हर कोई हमें जानता है और हमारी उपलब्धियों को पहचानता है. यह मेरे और मेरे विद्यालय के लिए काफी गर्व की बात होती है.

  • शिक्षक दिवस पर निबंध
  • महात्मा गांधी पर निबंध
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 

निबंध – 4 (500 Words)

शिक्षा के बिना जिंदगी अधूरी है और हर इंसान को शिक्षा के लिए अपना प्रारंभिक जीवन जरूर व्यतीत करना चाहिए. बचपन से हम पढ़ने जाना शुरू कर देते हैं और ज्ञान का अर्जन करते हैं. बचपन एक ऐसा समय होता है जब कच्चे घड़े की तरह किसी भी आकृति में इंसान को ढाला जा सकता है.

एक सही रास्ते को अपनाने के लिए सही निर्णय का लेना जरूरी है जो अपने घर के संस्कार एवं विद्या के द्वारा प्राप्त होता है. विद्यालय सिर्फ एक विद्या का घर ही नहीं बल्कि बच्चों के जीवन का एक अहम हिस्सा है.

मेरे विद्यालय का भवन

मैं जिस विद्यालय में पढ़ता हूं उसका नाम केकेसी हाई स्कूल है. यह एक दो मंजिला इमारत है जिसमें 24 कमरे हैं. विद्यालय के सामने एक बहुत बड़ा खेल का मैदान है जिसमें विशेष तौर पर फुटबॉल एवं क्रिकेट के मैचों का आयोजन हर साल किया जाता है.

विद्यालय के चारों और ढेर सारे वृक्ष लगाए गए हैं एवं एक छोटा सा बगीचा भी है जिसमें ढेर सारे पौधे एवं फूल लगे हुए हैं.

हमारे स्कूल में 20 शिक्षकगण हमें शिक्षा देने का कार्य करते हैं. प्रत्येक शिक्षक अपने विषय में कुशल एवं निपुण है. हर शिक्षक अपने प्रत्येक विद्यार्थी पर विशेष ध्यान देते हैं और सभी के अच्छे परीक्षा फल के लिए पूरी मेहनत करते हैं.

यहाँ कंप्यूटर शिक्षा पर भी काफी जोर दिया जाता है. प्रत्येक दिन कंप्यूटर के लिए एक पीरियड रखा जाता है जिसमें हमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों की पढ़ाई कराई जाती है.

यह एक सरकारी विद्यालय है जो राज्य स्तरीय बोर्ड के अंतर्गत पढ़ाई कराते हैं. फिर भी यहां के छात्र जी तोड़ मेहनत करके पढ़ाई करते हैं और यहां से 10वीं एवं 12वीं पढ़ाई करने के बाद में अच्छे महाविद्यालयों में जाकर यहां का नाम रोशन करते हैं.

अन्य क्रियाकलाप

विद्यालय में अच्छी पढ़ाई तो होती ही है इसके अलावा वार्षिक तौर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है. 26 जनवरी एवं 15 अगस्त दोनों में ही भव्य आयोजन किया जाता है जिसमें बच्चे कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके लोगों के सामने प्रदर्शित करते हैं. बच्चों के द्वारा भाषण, नाटक, सांस्कृतिक नृत्य इत्यादि किया जाता है.

खेलकूद और कॉन्पिटिशन में भी हमारा स्कूल किसी से पीछे नहीं है. जिला स्तरीय एवं राज्य स्तरीय खेलों में भी हमारा प्रदर्शन काफी बेहतरीन होता है. यहां से कई बच्चे प्रतियोगिता में भाग लेकर पुरस्कार जीतकर आते हैं.

मुझे अपने विद्यालय पर गर्व है क्योंकि यह मुझे बहुत अच्छे ढंग से शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिलता है. इसके अलावा कई ऐसी चीजें सीखने को मिलती हैं जो मैंने कभी जिंदगी में नहीं सोची थी. बच्चों में जो भी गुण होता है उसे पहचाना जाता है और उसे दिशा में उसे निर्देशित करके आगे बढ़ाया जाता है.

हमारे योग्य शिक्षक इसमें भरपूर योगदान देते हैं और प्रधानाध्यापक महोदय भी प्रत्येक बच्चे के व्यक्तित्व और शैक्षणिक विकास पर विशेष ध्यान देते हैं. यह विद्या के साथ साथ मेरे लिए ऊर्जा स्रोत भी है.

' src=

Wasim Akram

Leave a comment cancel reply.

My School Essay in Hindi

My School Essay in Hindi: मेरे स्कूल पर निबंध

क्या आप भी mera vidyalaya par nibandh की तलाश कर रहे हैं? यदि हां, तो आप इंटरनेट की दुनिया की सबसे बेस्ट वेबसाइट essayduniya.com पर टपके हो. यदि आप भी my school essay in hindi , essay on school in hindi, mera school essay in hindi, mera vidyalaya par nibandh, mera vidyalaya in hindi, mera vidyalaya nibandh in hindi यही सब सर्च कर रहे हैं तो आपका इंतजार यही पूरा होता है.

My School Essay in Hindi

यहां हम आपको एक शानदार my school essay in hindi उपलब्ध करा रहे हैं. इस निबंध को आप कक्षा 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के लिए या अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं. यदि आप को किसी स्पीच के लिए टॉपिक essay on school in hindi मिला है तो आप इस लेख को स्पीच के लिए भी उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आपको किसी निबंध प्रतियोगिता के लिए भी mera vidyalaya par nibandh लिखना है तो आपको यह आर्टिकल पूरा बिल्कुल ध्यान से पढ़ना चाहिए.

essay on school in hindi (100 Words)

विद्यालय को ज्ञान का मंदिर कहा जाता है। यहां पर बच्चों को ज्ञान का प्रकाश दिया जाता है, जिससे बच्चे उनके भविष्य को उज्जवल बना सके। यह मेरे घर से कुछ ही दूरी पर स्थित है।

मेरा विद्यालय शहर की भीड़भाड़ से दूर एकांत जगह में स्थित है। प्राचीन काल से ही विद्यालयों के लिए ऐसे स्थान के रूप में देखा जाता है जहां ज्ञान प्राप्त करने के लिए हर साधन उपलब्ध होता है।

यहां पर किसी प्रकार का शोर नही होता क्योंकि पढ़ाई के लिए शांति की आवश्यकता होती है। मेरे विद्यालय का भवन बहुत सुंदर है। यह बहुत बड़ी जगह में फैला हुआ है, इसके चारों ओर ऊँची-ऊँची दीवारें हैं। मुझे मेरे विद्यालय से अति प्रेम है।

mera school essay in hindi (200 Words)

हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हमारा बचपन होता है जिसमें हम सभी चिंताओं से मुक्त होकर अपने लिए जीते हैं। हमारे बाल्यकाल का समय विद्यालय में ही व्यतीत होता है। विद्यालय की हमारे जीवन में बहुत अहमियत होती है। मेरे विद्यालय का नाम राम किशन मिशन स्कूल है। मेरा विद्यालय बड़ा है सुंदर है यह चारों ओर से प्रकृति से घिरा हुआ है।

विद्यालय को ज्ञान का मंदिर कहां जाता है और ज्ञान प्राप्त करने के लिए यह सर्वश्रेष्ठ स्थान होता है क्योंकि ज्ञान प्राप्त करने के लिए शांति और अच्छा वातावरण चाहिए होता है, जो कि आपको सिर्फ विद्यालय में ही मिल सकता है।

बच्चे स्कूल जाकर शांति से मन लगाकर पढ़ाई कर सकते हैं। मेरे विद्यालय में विभिन्न प्रकार के आउटडोर खेल खेलने के लिए एक बड़ा और सुंदर खेल का मैदान है। इसके साथ मेरे विद्यालय में सप्ताह में एक बार शारीरिक परीक्षण रखा जाता है, जिसके अंतर्गत सभी छात्र-छात्राओं की शारीरिक क्षमता को नापा जाता है।

मेरे विद्यालय में काफी अनुभवी और दयालु शिक्षक हैं, जो बच्चों को बड़े ही प्रेम के साथ पढ़ाते हैं। विद्यालय में मेरे कई सारे दोस्त हैं जिनके साथ में लंच ब्रेक में गेम खेलता हूं। मेरे विद्यालय में एक बड़ी लाइब्रेरी भी है जिसमें सभी छात्र किताबें पढ़ सकते हैं। मुझे प्रतिदिन विद्यालय जाना बहुत पसंद है।

essay on my school in hindi short

mera vidyalaya par nibandh (300 Words)

विद्यालय को शिक्षा और ज्ञान का द्वार कहां जाता है। यह वही द्वार है, जो हमें भविष्य में आगे सफलता की ओर ले जाता है। सभी लोगों ने अपने जीवन में विद्यालय से बहुत कुछ सीखा है, उसी तरह में भी मेरे विद्यालय में अच्छे जीवन की सीख ले रहा हूं। मेरे विद्यालय का नाम ब्रिलिएंट अकेडमी है यह नगर के अच्छे विद्यालयों में से एक है।

मेरा विद्यालय शहर की भीड़-भाड़ से दूर खुली जगह पर स्थित है। मैं प्रतिदिन स्कूल बस से स्कूल जाता हूं। विद्यालय का भवन काफी बड़ा है और इसमें एक बड़ा खेल का मैदान भी है। सुबह जल्दी विद्यालय पहुंचने के बाद सभी छात्र छात्राएं सुबह की प्रार्थना के लिए एकत्रित होते हैं। प्रार्थना के बाद सभी बच्चे अपनी अपनी क्लास में पुनः लौट जाते हैं।

विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद पर भी काफी ध्यान दिया जाता है। इसमें विज्ञान की प्रयोगशाला भी है, जिसमें बच्चों को विज्ञान से संबंधित प्रयोग कराए जाते हैं। बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए सप्ताह में एक बार योगा भी कराया जाता है।

मेरे विद्यालय के शिक्षक बच्चों को इमानदारी समर्पण और अच्छे आचरण की शिक्षा देते हैं। यहां बच्चों को अच्छे व्यवहार के बारे में सिखाया जाता है। मेरे सभी शिक्षक बड़े ही दयालु और बुद्धिमान हैं, जो अपने ज्ञान से हमें भविष्य में सफल होने योग्य बना रहे है। मेरे विद्यालय भवन की बनावट काफी सुंदर है इसमें एक बड़ा खेल का मैदान भी है जिसमें सभी बच्चे हर तरह का आउटडोर गेम बड़ी आसानी से खेल सकते हैं।

बच्चों को अधिक ज्ञान देने के लिए यहां पुस्तकालय और विज्ञान प्रयोगशाला भी है, जहां बच्चे आसानी से विज्ञान के सभी प्रयोग कर सकते हैं। विद्यालय में मेरे बहुत से मित्र हैं, मुझे मेरे विद्यालय से काफी स्नेह है और मुझे प्रतिदिन विद्यालय जा कर पढ़ाई करना बहुत अच्छा लगता है। 

रक्षाबंधन पर निबंध
विज्ञान के चमत्कार हिंदी में निबंध
आजादी का अमृत महोत्सव पर निबंध
 मित्रता दिवस पर निबंध
प्रदूषण पर निबंध
वर्षा ऋतु पर निबंध

mera vidyalaya nibandh in hindi (400 Words)

विद्यालय का शाब्दिक अर्थ है विद्या+ आलय मतलब विद्यालय एक ऐसा स्थान है, जहां विद्या प्राप्त की जाती है। हमारी संस्कृति में विद्या को देवी का स्थान दिया गया है और विद्यालय को मंदिर का। विद्यालय विद्यार्थी जीवन का एक ऐसा विषय है जिसे वह सबसे अधिक प्रेम करता है। विद्यालय में बिताए गए जीवन को विद्यार्थी कभी नहीं भूल सकता। इसी स्थान से हमारे भविष्य का निर्माण होता है। विद्यालय में ज्ञान देने वाले शिक्षक देवता के समान होते हैं जो अपनी जीवन भर की पूंजी हमें ज्ञान के स्वरूप में प्रदान करते हैं। मेरे जीवन में मेरे विद्यालय का बड़ा प्रभाव है।

मेरे विद्यालय का वर्णन 

मेरे विद्यालय का नाम आशुतोष पब्लिक स्कूल है। यह मेरे घर से कुछ ही दूरी पर स्थित है। मेरा स्कूल भवन काफी बड़ा है और इसमें एक हरा भरा खेल का मैदान भी है। स्कूल सुबह 7:00 बजे प्रारंभ होता है और सभी बच्चे सुबह खेल के मैदान में एक साथ एकत्रित होकर प्रार्थना करते हैं। मेरा विद्यालय मेरे लिए मेरा दूसरा घर है। यहां मेरे बहुत सारे दोस्त हैं जिनके साथ में लंच ब्रेक में गेम खेलता हूं। विद्यालय के सभी शिक्षक बड़े ही दयालु और बुद्धिमान है वह हमें हमारे अभिभावकों की तरह ही प्रेम से ज्ञान देते हैं। मेरे विद्यालय में बच्चों के लिए विज्ञान तथा बायलॉजी प्रयोगशाला भी हैं। इसके साथ ही विद्यालय में एक बड़ा सा पुस्तकालय है, जहां सभी बच्चे बड़ी आसानी से बैठकर एक साथ पढ़ाई कर सकते हैं।

विद्यालय की भूमिका

विद्यार्थी के जीवन में विद्यालय की एक अहम भूमिका होती है। विद्यालय ही वह स्थान होता है, जहां से विद्यार्थी नियम, संयम शिष्टाचार स्वास्थ्य संबंधित सभी विषयों के बारे में सीखता है। स्कूल में आयोजित होने वाली तरह तरह की प्रतियोगिताओं से ही विद्यार्थी के कौशल और ज्ञान में वृद्धि होती है। मेरे विद्यालय में बच्चों को उन सभी नियमों के बारे में सिखाया जाता है, जो कि एक वास्तविक जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

विद्यालय एक ऐसा स्थान है जो क्षमताओं को बढ़ावा देता है हमें अवधारणाएं सिखाता है। यहां होने वाले आयोजन हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाने का कार्य करते हैं। हमें अपनी संस्कृति से अवगत कराते हैं। विद्यालय ही हमें भौतिक व वास्तविक ज्ञान देकर भविष्य के लिए तैयार करता है। मुझे मेरे विद्यालय और विद्यार्थी जीवन से बहुत प्रेम है। यह वही जगह है, जहां मैंने दोस्ती जैसे बंधन का निर्माण होते देखा है। मुझे मेरा विद्यालय भवन अति प्रिय है और मुझे यहां आकर पढ़ाई करना बहुत पसंद है। मेरा विद्यालय हम सभी विद्यार्थियों का गौरव है, और हम इस महान संस्था में अध्ययन कर रहे हैं, यह हमारा सौभाग्य है।

my school essay in hindi (500 Words)

विद्यालय का छात्र के जीवन में एक अलग स्थान होता है। यहां बच्चों के जीवन निर्माण की नीव रखी जाती है। एक अच्छा विद्यालय सबसे अच्छे विद्यार्थियों का निर्माण करता है, जो भविष्य में अपने विद्यालय और देश का नाम रोशन करते हैं। बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण में विद्यालय और उनके शिक्षकों का काफी योगदान होता है। यहीं से देश के आने वाले नेता, साइंटिस्ट डॉक्टर, इंजीनियर तैयार होते हैं। विद्यालय में ज्ञान देने वाले शिक्षक हमारे जीवन के रचयिता होते हैं, वह हमें अच्छे जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं।

मेरे विद्यालय का वर्णन

मेरे विद्यालय का नाम संत कबीरदास हाई स्कूल है। यह शहर से तकरीबन 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मैं प्रतिदिन पैदल ही स्कूल जाता हूं, कभी-कभी मेरे पिताजी ऑफिस जाते समय मुझे विद्यालय तक छोड़ देते हैं। विद्यालय भवन बहुत ही बड़ा है, इसमें लगभग 45 कमरे हैं और बच्चों के खेलने के लिए एक बड़ा खेल का मैदान भी है। मेरा विद्यालय सुबह 7:00 बजे से प्रारंभ होता है। जहां सभी बच्चे खेल के मैदान में खड़े होकर प्रार्थना में भाग लेते हैं। इसके बाद सभी बच्चे अपनी अपनी क्लास में पुनः लौट जाते हैं। मेरे विद्यालय में बड़ा पुस्तकालय है जहां बच्चों को पढ़ने की पूरी आजादी है इसके साथ-साथ विद्यालय में विज्ञान प्रयोगशाला खेल सामग्री नृत्य कक्षा जैसी कई कक्षाएं हैं। यहां का वातावरण हरियाली से भरा हुआ है और काफी साफ और स्वच्छ है। बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ शारीरिक विकास के लिए भी यहां कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। हर सप्ताह विद्यालय में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं होती है, जिसमें बच्चे अपने ज्ञान का प्रदर्शन करते हैं। मेरा विद्यालय शहर का सबसे अच्छा विद्यालय है और मुझे इसका विद्यार्थी होने पर गर्व है।

विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य

विद्यालय को ज्ञान का मंदिर कहा जाता है। जहां बच्चे अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण ज्ञान अर्जित करता है, जिस तरह लोग भगवान के मंदिर का सम्मान करते हैं और उसे साफ रखते हैं। उसी तरह हमें भी हमारे विद्यालय का सम्मान करना चाहिए, और उसे साफ स्वच्छ रखना चाहिए। विद्यालय में शिक्षा दे रहे सभी शिक्षक हमारे लिए गुरु के समान होते हैं, हमें हमारे गुरु का सम्मान करना चाहिए। हमें विद्यालय के नियमों का पालन करना चाहिए और इसे आगे बढ़ाने में हमें अपना योगदान देना चाहिए। विद्यालय की गरिमा को बढ़ाना हमारा कर्तव्य होता है। विद्यालय से शिक्षा पूरी करने के बाद हमें अपने शिक्षक और विद्यालय को कभी भूलना नहीं चाहिए।

विद्यालय उसमें पढ़ने वाले सभी बच्चों की संपत्ति होती है, तथा उसका ध्यान रखना भी उन बच्चों का कर्तव्य होता है। विद्यालय सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान का माध्यम नहीं है बल्कि वास्तविक जीवन का ज्ञान भी है हमें यही से प्राप्त होता है। यहां बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य प्रतियोगिताओं में आगे बढ़ने का अवसर दिया जाता है। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद संगीत प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने का मौका दिया जाता है। जहां बच्चों के मानसिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास पर भी काफी ध्यान दिया जाता है। यहां बच्चों को खेल-कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के अवसर दिए जाते हैं। जिससे बच्चों का मानसिक एवं शारीरिक विकास होती है। बच्चों को विद्यालय का पूरा लाभ उठाना चाहिए और अपनी पूरी निष्ठा से ज्ञान अर्जित करना चाहिए।  

समय का सदुपयोग पर निबंध
दशहरा पर निबंध

mera vidyalaya in hindi

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस mera vidyalaya in hindi जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह essay on school in hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह my school essay in hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay कौन से टॉपिक पर चाहिए इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

All Education Updates

मेरे स्कूल पर निबंध (Essay on my school in Hindi)

Photo of author

मेरे स्कूल पर निबंध (mera vidyalaya essay in hindi) – बचपन के दिन इतने जल्दी क्यों बीत जाते हैं। हम अक्सर यही सोचते हैं कि काश हम बचपन के दिनों में ही रहते तो ज्यादा अच्छा होता। एक अलग ही एहसास होता है बचपन के दिनों में। हमें ज्यादा टेंशन नहीं लेनी पड़ती किसी भी बात की। हां, बस उस समय स्कूल हमारे जीवन के लिए एक अहम पड़ाव होती है। स्कूल के दिन भी अपने आप में बहुत खास होते हैं। स्कूल में हमें हर चीज का अनुभव होता है। स्कूल में हमें अपना कौशल विकसित करने का अच्छा मौका मिलता है। आइये नीचे mera vidyalaya par nibandh पढ़ना शुरू करें।

स्कूल यानि कि विद्यालय। स्कूल एक प्रकार की संस्थान है जहां पर बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। स्कूल बच्चों का भविष्य तैयार करने में मदद करता है। विद्यालय को विद्यार्थियों का मंदिर कहना गलत नहीं होगा। यह इस प्रकार का मंदिर है जहां पर बच्चों को पूर्ण रूप से तराशा जाता है। बिना विद्या के हमारे जीवन का ना तो कोई लक्ष्य हो सकता है और ना ही कोई महत्व। स्कूल हमें हर तरह की चुनौतियों के लिए तैयार करती है। हम शिक्षा को हासिल स्कूल जाकर ही कर सकते हैं। स्कूल की दुनिया एकदम अलग होती है। तो आज का हमारा विषय स्कूल पर आधारित है। तो आज हम अपने इस पोस्ट के जरिए जानेंगे मेरे स्कूल पर निबंध (hindi essay mera vidyalaya) हिंदी में। तो आइए हम निबंध पढ़ना चालू करते हैं।

Join Telegram Channel

विद्यालय हमेशा से एक बच्चे को विद्यार्थी के रूप में ढालने में अग्रसर रहा है। हमारी स्कूल हमारे लिए ज्ञान के सागर की तरह होती है। यह हमें ज्ञान को हासिल करने में मदद करती है। स्कूल तो हमेशा से ही प्रचलन में थे। चाहे हम नालंदा विश्वविद्यालय की बात करें या तक्षशिला विश्वविद्यालय की। हमारे जीवन की असली शुरुआत स्कूल तो स्कूल के दिनों से ही होती है। वहां पर हमें अलग अलग चीजें सीखने को मिलती है। हमारा कौशल निखरता है। हम हरफनमौला बनते हैं।

स्कूल का अर्थ

जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमें ज्ञान की बहुत जरूरत होती है। बिना ज्ञान के हमें कुछ हासिल नहीं हो सकता है। यह ज्ञान हमें या तो हमारे माँ बाप देते हैं या फिर स्कूल देती है। स्कूल का अर्थ एक ऐसे शिक्षण संस्थान से है जहां पर एक बालक शिक्षा हासिल करने के लिए जाता है। स्कूल सभी तरह के कौशल को निखारने में बहुत बड़ा योगदान देता है। फिर चाहे वह कोई भी कौशल हो जैसे शारीरिक, मानसिक या फिर बौद्धिक कौशल। स्कूल शब्द ग्रीक भाषा के Skohla या Skhole से पूरी दुनिया में प्रचलन में आया। स्कूल को संस्कृत में विद्यालयः कहते हैं।

ये भी पढ़ें :-

स्कूल का महत्व

स्कूल का महत्व हमारे जीवन में हमेशा से ही रहा है। बिना स्कूल के हम अपने जीवन के कोई तरह के लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते हैं। आज स्कूल की वजह से ही हमारा सुनहरा भविष्य तैयार होता है। आप एक बात खुद सोच कर देखो कि क्या हम घर पर बैठकर ही अपना भविष्य तैयार कर सकते हैं? नहीं, हम ऐसा बिल्कुल भी नहीं कर सकते हैं। जब हम बच्चे के रूप से निकलकर एक किशोर की अवस्था में पहुंचते हैं तो हम केवल घर पर सारे संसार का ज्ञान हासिल नहीं कर सकते हैं।

हमें इसके लिए शैक्षणिक संस्थान का दामन थामना ही पड़ता है। जो कोई भी विद्यार्थी अपने जीवन में सामाजिक उन्नति, आर्थिक उन्नति, या व्यक्तिगत उन्नति करता है तो वह सब स्कूल के योगदान की वजह से ही संभव हो पाता है। स्कूल आपको बहुत अच्छी शिक्षा देती है। वह आपको एक सच्चे हीरे की तरह तराशती है। एक बेहतरीन और उम्दा स्कूल बच्चों को बड़े से बड़े पदों पर पहुंचा देती है। स्कूली शिक्षा पाना ज्ञान की गंगा को पाने के समान है। हम सभी इसको पाने की लालसा रखते हैं।

स्कूली शिक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?

स्कूल की शिक्षा हमारे जीवन में बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह बचपन में ही तय हो जाता है कि हम बड़े होकर क्या बनेंगे? और इस चीज में अहम भूमिका निभाती है स्कूल में मिलने वाली शिक्षा। आज दुनिया में जितने भी उन्नत देश हैं वह सभी उन्नत इसलिए हुए क्योंकि उन्होंने शिक्षा का इस्तेमाल सही ढंग से किया था। आज का समय शिक्षा और ज्ञान को महत्व देता है। उचित प्रकार का ज्ञान हमें हर मुश्किल रास्तों को भी पार करना सिखाता है।

हम जब छोटे बालक होते हैं तो हमें हमारे अभिभावक स्कूल भेजने की तैयारी करते हैं। वह हमें स्कूल इसलिए भेजते हैं ताकि हम पढ़ लिखकर समाज में कुछ ऐसा मुकाम हासिल करे ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए हम आदर्श बन जाए। स्कूल में दाखिला मिलने के बाद बच्चे को हर तरह गुण सीखने को मिलता है। वह केवल किताबी ज्ञान को ही हासिल नहीं करता बल्कि व्यावहारिक ज्ञान को भी अच्छे से सीख जाता है।

आज के समय में गरीब छात्रों के माँ बाप भी उन्हें अच्छा पढ़ाना लिखाना चाहते हैं। क्योंकि वह इस बात को अच्छे से समझते हैं कि उनको स्कूल की शिक्षा प्राप्त नहीं होने पर वह अनपढ़ रह गए। अनपढ़ लोगों की समाज में कोई कद्र नहीं होती। प्रगति वही इंसान करता है जिसको बुनियादी शिक्षा प्राप्त हो गई हो। पढ़े लिखे लोग समाज का उत्थान करते हैं। उनको अच्छे और बुरे की अच्छे से समझ होती है।

स्कूल में अच्छे टीचर कितना मायने रखते हैं?

यह एक साधारण सी बात है कि एक बच्चे को उसके जीवन में अगर कुछ बड़ा हासिल करना होता है तो वह अपने माता-पिता से ज्ञान हासिल करता है। उसके माता-पिता उसके जीवन के पहले गुरु होते हैं। लेकिन एक बच्चे के माँ बाप यही चाहते हैं कि उनका बच्चा सर्वश्रेष्ठ हो। इसलिए वह अपने बच्चे को स्कूल भेजने का मन बनाते हैं।

स्कूल में बच्चे को अभिभावक के रूप में शिक्षक मिल जाते हैं। स्कूल में पहुंचकर विद्यार्थी बहुत अच्छा महसूस करते हैं। उनको स्कूल पहुंचकर एक नई दिशा मिलती है। शिक्षक अपने छात्र के भविष्य को लेकर बहुत सजग रहते हैं। वह अपने विद्यार्थियों के सपनों में पंख लगाते हैं। वह उन्हें उड़ना सीखाते हैं। शिक्षक जो अपने विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं उसी शिक्षा को वह अपने मन और दिमाग में पूरी तरह से अवशोषित कर लेते हैं।

स्कूल और शिक्षकों का यह बड़ा कर्त्तव्य बनता है कि वह बच्चों को उचित शिक्षा दे ताकि बच्चों को आगे चलकर कोई तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़े। शिक्षकों की पढ़ाने की शैली ऐसी ना हो जिसके चलते बच्चे एक रोबोट के समान काम करने लग जाए। शिक्षक अपने विद्यार्थियों को कुछ इस प्रकार तैयार करे कि बच्चा आने वाले भविष्य में पढ़ाई के साथ-साथ व्यावहारिक तौर पर अच्छा बने।

स्कूल के दिन जीवन के सबसे अच्छे दिन क्यों होते हैं?

स्कूल के दिन जीवन के सबसे अलग दिनों में से एक होते हैं। हमें सबसे पहले स्कूल में ही डाला जाता है। स्कूल बहुत खास होता है हमारे लिए। हम जब छोटे होते हैं तो हमें लगता है कि हम कब जल्दी से बड़े हो रहे हैं। हम समय बीतने का इंतजार करते रहते हैं। स्कूल की उस सुबह वाली प्रार्थना लाइन में लगना, सुबह सुबह जल्दी उठकर स्कूल जाना, होमवर्क करना, और क्लास पीरियड बोरिंग लगना बचपन के दिनों में आम बात है।

लेकिन हम जैसे जैसे बड़े होते जाते हैं हमें बचपन के दिनों की बहुत याद आने लगती है। स्कूल के बीते दिन बुरे भी होते हैं तो कोई अच्छे भी होते हैं। स्कूल के दिनों में जो सीख हमें मिलती है वह हमारे साथ ताउम्र रहती है। हमें स्कूल में नए शिक्षकों से शिक्षा मिलती है। हम स्कूल में नए दोस्त भी बनाते हैं। हम स्कूल में अनेक प्रकार की गतिविधियों में सक्रियता से भाग लेते हैं। हमारी शारीरिक और बौद्धिक क्षमता स्कूल में बहुत ज्यादा निखरती है।

स्कूल के दिनों में आपको केवल अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान देना होता है। आपके ऊपर जॉब करने का किसी भी तरह से प्रेशर नहीं होता। आप खुलकर अपने जीवन का आनंद उठाते हैं। आप जब बड़े हो जाते हैं तब आपको आपके बचपन के दिन बहुत ज्यादा याद आते हैं। बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो सोचते हैं कि वह स्कूल के बीते हुए दिन काश वापिस से उनके पास लौट आए।

भारत के दस सबसे महंगे स्कूल

1) बिशप कॉटन स्कूल , पैसिफिक बिशप कॉटन स्कूल हिमाचल

2) बिड़ला पब्लिक स्कूल , पिलानी

3) स्टोनहिल इंटरनेशनल स्कूल , बैंगलोर

4) गुड शेफर्ड इंटरनेशनल स्कूल , ऊटी

5) वुडस्टॉक स्कूल , मसूरी

6) वेल्हम बॉयज स्कूल, देहरादून

7) इकोले मोंडियाल वर्ल्ड स्कूल, मुंबई

8) मेयो कॉलेज, अजमेर

9) सिंधिया स्कूल, ग्वालियर

10) द दून स्कूल, देहरादून

भारत में पहला स्कूल कब खुला था?

विद्या देने में हमारा देश हमेशा से अव्वल रहा है। लेकिन क्या आपको यह बात पता है कि हमारे देश का पहला मॉडर्न स्कूल कब खुला था? शायद आपको इस बात का अंदाजा नहीं होगा। दरअसल भारत का पहला स्कूल खोलने का श्रेय सावित्री बाई फुले और फातमा शेख को जाता है। यह बात उस समय की है जब भारत को उसकी आजादी भी नहीं मिली थी।

सावित्री बाई फुले और फातमा शेख ने यह तय किया कि वह पुणे के भिडेवाड़ा में केवल ल़डकियों के लिए एक स्कूल खोलेंगे। सावित्रीबाई फुले ज्योतिराव फुले की पत्नी थी। ज्योतिराव फुले ने उन्हें पूरा समर्थन दिया था। सावित्रीबाई फुले और फातमा शेख एक अच्छी सामाजिक कार्यकर्ता थी। 5 सितंबर, 1848 को अखिरकार देश की पहली अपनी स्कूल खुल गई थी। हालांकि शुरुआत में उन्हें बहुत ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ा था। पर अंत में उनकी ही जीत हुई।

मेरा स्कूल में पहला दिन

सभी को अपने स्कूल का पहला दिन अक्सर याद रहता है। हालांकि कोई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपना पहला दिन याद ही नहीं रहता। मुझे आज भी याद है कि मेरे स्कूल का पहला दिन। मेरे स्कूल का पहला दिन ना ज्यादा अच्छा था और ना ही बुरा। मुझे आज भी याद है कि कैसे मेरे पापा मुझे ननिहाल से स्कूल लेकर गए थे।

उस दिन मैं ननिहाल आ रखी थी। मेरे पापा ने मेरी नानी को कहा कि वह मुझे जल्दी से तैयार कर दे। मैं तैयार हो गई। और पापा मुझे वहां से ले गए। आखिरकार मैं स्कूल पहुंची। स्कूल बहुत बड़ी थी। स्कूल में बहुत ज्यादा हरियाली थी। स्कूल का खेल का मैदान भी बहुत बड़ा था। वहां पर खूब सारे बच्चे खेल रहे थे।

मेरी स्कूल का नाम सोफिया स्कूल था। वहां पर पहुंचते ही मेरी मुठभेड़ मेरी क्लास टीचर से हो गई। पापा ने बताया कि वह मेरी क्लास टीचर है। मेरी क्लास टीचर का नाम ममता मेम था। अब मेरे पापा जब स्कूल से जाने लगे तो ना जाने क्यों मैं जोरों से रोने लगी। मेरी टीचर ने मुझे चॉकलेट देकर मुझे मुझे चुप करवाया। और फिर मुझे क्लास में ले गई। सच में, मेरा स्कूल का पहला दिन बहुत मुश्किल से बीता था। मैं बहुत ज्यादा भावुक हो गई थी।

मेरे स्कूल पर निबंध 150 शब्दों में

स्कूल दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज होती है। स्कूल ही एक ऐसी जगह होती है जहां पर एक बच्चा पहली बार कदम रखता है। स्कूल जाना सबसे यादगार पल होता है एक बच्चे के लिए। वहां पर उसको हर चीज का अनुभव होता है। स्कूल में पहुंचकर वह अपने कौशल को और भी अधिक निखारता है।

स्कूल के दिनों को हम बहुत बेफिक्री के साथ जीते हैं। वहां पर हमारे अनेकों दोस्त बनते हैं। हम वहां पर पहुंचकर खूब मस्ती करते हैं। हमें स्कूल के दिनों में पैसा कमाने की कोई चिंता नहीं होती। हमें केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करके अपना भविष्य उज्जवल करना होता है। स्कूल हमें यह अच्छे से सिखाता है कि हमारे लिए कौन सा मार्ग सही है और कौन सा मार्ग गलत। जब बच्चे स्कूल में दाखिला लेते हैं तो उन बच्चों के माता-पिता चैन की साँस लेते हैं। स्कूल में जाकर बच्चों के तौर-तरीकों में भी एक बड़ा अंतर देखने को मिलता है। स्कूल में झूले होते हैं, खेल के मैदान होते हैं, लाइब्रेरी होती है।

मेरा स्कूल पर 10 लाइन

1) स्कूल एक बच्चे के लिए बहुत जरूरी संस्थान होता है।

2) स्कूल में दाखिला लेने के बाद एक बच्चे को स्कूल में कई गतिविधियों को सीखने का मौका मिलता है।

3) हमारे जीवन की असली शुरुआत स्कूल से ही होती है।

4) स्कूल के शिक्षकों का काम बच्चों को पढ़ाना लिखाना होता है।

5) स्कूल जाने पर बच्चा बहुत ज्यादा होशियार हो जाता है। वहां पर उसके ज्ञान का दायरा बढ़ता है।

6) शिक्षकों का यह फर्ज होता है कि वह बच्चों को ऐसी शिक्षा दे कि जिससे बच्चों का भविष्य सुनहरा हो सके।

7) स्कूल में पहुंचकर एक बच्चा पढ़ाई के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी सीखता है।

8) स्कूल की यादों को हमें हमेशा के लिए संजोकर रखना चाहिए।

9) स्कूल का पहला दिन सभी के लिए बहुत यादगार होता है।

10) स्कूल एक बच्चे को अनुशासन में रहना सिखाती है।

मेरे स्कूल पर निबंध FAQ’S

A1. स्कूल की शिक्षा हमारे जीवन में बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह बचपन में ही तय हो जाता है कि हम बड़े होकर क्या बनेंगे? और इस चीज में अहम भूमिका निभाती है स्कूल में मिलने वाली शिक्षा। आज दुनिया में जितने भी उन्नत देश हैं वह सभी उन्नत इसलिए हुए क्योंकि उन्होंने शिक्षा का इस्तेमाल सही ढंग से किया था। आज का समय शिक्षा और ज्ञान को महत्व देता है।

A2. हम स्कूल के जीवन से इसलिए प्यार करते हैं क्योंकि स्कूल पहुंचकर हम अपने आप को बहुत खुशनसीब मानते हैं। स्कूल में प्रवेश करने के बाद हमें कई सारी नई चीजों का ज्ञान होता है। हमें स्कूल में हर प्रकार की गतिविधियों से परिचित करवाया जाता है। स्कूल का जीवन हमारे कौशल को निखारने में मदद करता है।

A3. मुझे अपना विद्यालय इसलिए पसंद था क्योंकि वहां पर एक बड़ा बगीचा था। वहां का प्लेग्राउंड बहुत सुंदर और बड़ा था। वहां का ऑडिटोरियम भी बहुत भव्य था। वहां पर मेरी टीचर्स भी बहुत अच्छी थी। स्कूल में एक शानदार लाइब्रेरी थी।

A4. विश्व का सबसे पुराना स्कूल तक्षशिला को माना जाता है। इसकी स्थापना 700 वर्ष ईसा पूर्व हुई थी।

A5. स्कूल में बच्चे को अभिभावक के रूप में शिक्षक मिल जाते हैं। स्कूल में पहुंचकर विद्यार्थी बहुत अच्छा महसूस करते हैं। उनको स्कूल पहुंचकर एक नई दिशा मिलती है। शिक्षक अपने छात्र के भविष्य को लेकर बहुत सजग रहते हैं। वह अपने विद्यार्थियों के सपनों में पंख लगाते हैं। वह उन्हें उड़ना सीखाते हैं।

A6. बच्चों को स्कूल जाना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि स्कूल जाने पर उसको ढेरों सारी चीजें देखने को मिलती है। स्कूल जाने पर उसके शारीरिक और मानसिक क्षमता का विकास होता है।

A7. स्कूल में बच्चों को सबसे ज्यादा चीज जो पसंद आती है वह है खेल कूद। स्कूल में बच्चों को क्रिकेट खेलने को मिलता है, टेनिस खेलने को मिलता है। वह कई प्रकार के खेलों को खेल के मैदान में खेल सकते हैं।

Leave a Reply Cancel reply

Recent post, mp board class 12 result 2024 – एमपी बोर्ड कक्षा 12वीं जल्द घोषित होगा, एमपी बोर्ड रिजल्ट 2024 (mp board result 2024) – जल्द जारी होंगे, mp board class 10 result 2024 – एमपी बोर्ड 10वीं रिजल्ट ऐसे मिलेगा, पुदुचेरी सामान्य ज्ञान प्रश्न (puducherry gk questions in hindi), दिल्ली सामान्य ज्ञान प्रश्न (delhi gk questions in hindi), लक्षद्वीप सामान्य ज्ञान प्रश्न (lakshadweep gk questions in hindi).

Join Whatsapp Channel

Subscribe YouTube

Join Facebook Page

Follow Instagram

essay on my school in hindi short

School Board

एनसीईआरटी पुस्तकें

सीबीएसई बोर्ड

राजस्थान बोर्ड

छत्तीसगढ़ बोर्ड

उत्तराखंड बोर्ड

आईटीआई एडमिशन

पॉलिटेक्निक एडमिशन

बीएड एडमिशन

डीएलएड एडमिशन

CUET Amission

IGNOU Admission

डेली करेंट अफेयर्स

सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर

हिंदी साहित्य

[email protected]

A-840/ Chirag Dilli, New Delhi -110030

© Company. All rights reserved

About Us | Contact Us | Terms of Use | Privacy Policy | Disclaimer

Hindi Grammar by Sushil

मेरा स्कूल पर निबंध | Essay on My School in Hindi

Essay on My School in Hindi ; विद्यालय का मतलब विद्या का मंदिर होता है यह एक ऐसा स्थान है जहां आपको शिक्षा मिलती है हमारे संस्कारों में विद्या को देवी का दर्जा दिया जाता है और स्कूलों को मंदिर का दर्जा दिया जाता है हर स्कूल में बच्चों को इस पर निबंध लिखने को दिया जाता है शिक्षा ग्रहण करने के लिए हमें अपना आधा समय स्कूल यानी विद्यालय में ही व्यतीत करते हैं जिससे हमारी कई यादें जुड़ी होती हैं

दोस्तों आप सभी ने अपने स्कूल समय में मेरा विद्यालय पर निबंध तो जरूर ही लिखा होगा लेकिन आपने यह भी देखा होगा कि आपका निबंध सही होने पर भी आपको पूरे अंक नहीं दिए जा रहे हैं वह केवल इसलिए क्योंकि आप लिखने का तरीका और फॉर्मेट सही नहीं होगा आज हम आपको अपने आर्टिकल के जरिए यह बताएंगे कि कैसे आप मेरा विद्यालय पर लाइन के अनुसार और शब्दों के अनुसार निबंध लिख सकते हैं और अपने स्कूल में एक इस निबंध को पढ़कर अच्छी परफॉर्मेंस दे सकते हैं

मेरा स्कूल पर निबंध | Essay on My School in Hindi

Table of Contents

मेरा स्कूल पर 100 शब्दों का निबंध :-

विद्यालय अर्थात विद्या का हाल है या घर मतलब वह स्थान जहां विद्या उपार्जन होता हो हमारे संस्कार में विद्या को देवी का स्थान दिया गया हर विद्यालय को मंदिर की उपमा दी गई है मेरा विद्यालय एक ऐसा विषय है जिस पर अक्सर ने बना दी लिखने को दिया जाता रहता है हमारी जिंदगी का सबसे अहम समय हमने अपने विद्यालय में ही बिताया हैं

मेरे विद्यालय का नाम बाल निकेतन है यह शहर की भीड़ – भाड़ से दूर बेहद शांत माहौल में विद्यमान है इसके चारों ओर हरियाली ही हरियाली है जिस कारण वातावरण शुद्ध रहता है और हमें शुद्ध वायु भी मिलती है मेरा विद्यालय मेरे घर से थोड़ी ही दूरी पर है मेरे विद्यालय का व्यास बहुत बड़ा है इसके चारों तरफ सुंदर-सुंदर फूलों की क्यारियां लगी है

विद्यालय और शिक्षा हमारे जीवन में किस प्रकार से महत्व रखती है यह आपको निबंध की सहायता से बताया गया है विद्यालय पर निबंध लिखने से पूर्व आपको अपने विद्यालय की छवि अपने सामने रखनी चाहिए इससे आपको निबंध लिखने में सहायता होगी

मेरा स्कूल पर 250 शब्दों का निबंध :-

मेरे विद्यालय की बाउंड्री वाल बहुत ऊंची है ताकि कोई बाहर का अज्ञात व्यक्ति बिना किसी परमिशन के अंदर ना आ सके हमारे विद्यालय में कुल 20 क्लासरूम है जिसमें 18 रूम हमारे विद्यालय के लिए छात्रों को पढ़ने के लिए और एक हमारे अध्यापकों को बैठने व कार्य करने के लिए और एक अन्य हमारे प्रधानाचार्य जी के लिए है

हमारे विद्यालय में एक बहुत बड़ा खेल का मैदान है जहां पर हम सभी छात्र छात्राएं खेलते हैं और साथ-साथ शारीरिक व्यायाम भी करते हैं और यहां पर हमारी एक योगा क्लास भी चलती है

हमारे विद्यालय में पूरे 600 विद्यार्थी 11 अध्यापक और एक प्रधानाचार्य और दो गार्डन काल है हमारे विद्यालय में 3 शौचालय है जिसमें 1 छात्रों के लिए तथा एक छात्राओं के लिए और एक अध्यापकों के लिए है हमारे विद्यालय में साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है

हमारे विद्यालय का वातावरण बहुत ही साफ रहता है और यहां का शासन बहुत ही व्यवस्थित है अगर विद्यालय का कोई बच्चा शासन तोड़ता है तो उसे प्रधानाचार्य द्वारा सजा दी जाती है हमारा विद्यालय खेलकूद, डांस , मनोरंजन, ड्रामा इन सभी क्षेत्रों में बच्चों को प्रेरित करता है

मेरा स्कूल पर 300 शब्दों का निबंध :-

विद्यालय शिक्षा का द्वारा होता है जो हमें सफलता की ओर ले जाता है यह भविष्य के लिए युवा उज्जवल दिमाग को प्रशिक्षण मार्गदर्शन और तैयार करने में मदद करते हैं सबसे अच्छा स्कूल हमेशा सर्वश्रेष्ठ छात्रों का निर्माण करता है मेरा स्कूल भी मेरे क्षेत्र के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक हैं

मेरा विद्यालय मेरे क्षेत्र के सबसे पुराने विद्यालयों में से एक है शिक्षा के क्षेत्र में इसका बहुत अच्छा और सफल इतिहास रहा है मेरा स्कूल मेरे घर पर काफी करीब है मैं अक्सर पैदल ही अपने स्कूल जाता हूं लेकिन कभी-कभी मेरे पिता अपने ऑफिस जाते समय मुझे स्कूल छोड़ देते हैं

मेरे विद्यालय में एक विस्तृत खेल का मैदान और एक सुंदर उद्यान के साथ एक सुंदर इमारत है | मैं हमेशा अपने स्कूल समय पर पहुंचता हूं सभा में भाग लेने के बाद सभी विद्यार्थी अपनी अपनी कक्षा में चले जाते हैं | मेरे शिक्षक बहुत ही दयालु है |

वह हमें देखभाल और प्यार से सिखाते हैं मेरे क्लास फेलो बहुत सावधान है यह सभी पढ़ाई में एक दूसरे की मदद करते हैं मेरा स्कूल अनुशासन का सख्ती से पालन करता है हमारे स्कूलों में विभिन्न सेमिनार और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं छात्रों को उन सभी आयोजन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है

मेरा स्कूल पर 500 शब्दों का निबंध :-

प्रस्तावना :-.

विद्यालयों को प्राचीन काल से ही मंदिरों का दर्जा दिया गया है प्राचीन काल में बालक 68 अथवा 11 वर्ष की अवस्था में गुरुकुल ओ अथवा विद्यालय में ले जाए जाते थे और वे गुरु के पास बैठकर ब्रह्मचारी के रूप में शिक्षा प्राप्त करते थे गुरु उनके शारीरिक और बौद्धिक संस्कारों को पूर्ण करता हूं हुआ उन्हें सभी शास्त्रों एवं उपयोगी विद्याओं के शिक्षा देता था अंत में दीक्षा देकर उन्हें विवाह कर गृहस्थ आश्रम के विविध कर्तव्यों का पालन करने के लिए वापस भेजता था वर्तमान के विद्यालय प्राचीन काल के गुरुकुल से बहुत अलग अवश्य है किंतु आज भी विद्यालयों को मंदिर और अध्यापकों को भगवान का दर्जा दिया जाता है

विद्यालय स्थल :-

मेरा विद्यालय बहुत सुंदर है और मुझे मेरा विद्यालय बहुत अच्छा लगता है मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इसलिए हमारे विद्यालय से एक पीले रंग की स्कूल बस रोज सुबह 8:00 बजे समय पर मेरे घर के सामने मुझे लेने के लिए आती है और मेरी माता जी रोज मुझे बस में बिठा कर स्कूल भेजती हैं

मेरा विद्यालय शहर की भीड़भाड़ से दूर एकांत स्थल पर है प्राचीन काल से ही विद्यालयों के लिए ऐसे स्थान कोपर तो समझा जाता था जहां पर किसी भी प्रकार का सोना क्योंकि पढ़ाई के लिए शांति की आवश्यकता होती है मेरा विद्यालय बहुत बड़ी जगह में फैला हुआ है इसके चारों ओर ऊंची ऊंची दीवारें हैं

विद्यालय परिसर :-

मेरे विद्यालय के पीछे की ओर एक बहुत बड़ा मैदान है जिसमें हम सभी विद्यार्थी खेलकूद का आनंद लेते हैं यहीं पर हमारा प्रार्थना स्थल है जहां पर हम सुबह प्रार्थना करते हैं और अपने दिन की शुरुआत करते हैं विद्यालय के मैदान के चारों और बड़े-बड़े वृक्ष लगे हुए हैं और छोटी-छोटी घास लगी हुई है विद्यालय परिसर में कई छोटी-छोटी बटिकाए भी हैं जिनमें रंग बिरंगे फूल खिलते हैं इससे हमारे विद्यालय का वातावरण बहुत ही अच्छा रहता है और यह देखने में भी बहुत सुंदर लगता है ।

मेरे स्कूल के शिक्षक :-

हमारे स्कूल के अध्यापक बहुत ही परेशानी विद्वान और छात्रों के हित का ध्यान रखने वाले अध्यापक हैं हमारे स्कूल के अध्यापक बहुत ही परिश्रम और लगन से सिलेबस के अनुसार पढ़ाते हैं साथ ही लिखित कार्य का भी अभ्यास कराते हैं सभी अध्यापक हमारे लिखित कार्य को बहुत ही सावधानी पूर्वक देखते हैं और हमारी अशुद्धियों की ओर हमारा ध्यान दिलाते हैं इससे हमें शुद्ध भाषा सीखने और उसका प्रयोग करने में सहायता मिलती है हमारे स्कूल के अध्यापक बहुत ही दयालु हैं जो हमें अनुशासन का अनुसरण करना सिखाते हैं हमारे शिक्षक हमेशा हमें खेल क्रियाओं प्रश्न उत्तर प्रतियोगिताओं मौखिक लिखित परीक्षा वाद वाद विवाद समूह चर्चा आदि दूसरी क्रिया में भाग लेने के लिए भी प्रेरित करते हैं हमारे स्कूल के अध्यापक हमें स्कूल में अनुशासन को बनाए रखने और स्कूल परिसर को साफ और स्वच्छ बनाए रखने के लिए भी प्रेरित करते हैं सचमुच हमारे स्कूल के शिक्षक अच्छे हैं

मेरे स्कूल का पुस्तकालय :-

हमारे स्कूल में एक बहुत ही विशाल पुस्तकालय है इसमें नर्सरी से लेकर 10वीं तक की विभिन्न विषयों की पुस्तकें हैं इस पुस्तकालय में हिंदी के दैनिक समाचार पत्र और कई महत्वपूर्ण माह से कार सवार थे का और वार्षिक पत्रिकाएं भी आती है पुस्तकालय अध्यक्ष बहुत ही परिश्रमी और अच्छे व्यक्ति हैं हमें पुस्तकालय से हमारी जरूरत क प्रत्येक पुस्तक मिल जाती है जिसे घर भी ले जाया जा सकता है पुस्तकालय से पुस्तक को केवल कुछ निश्चित समय के लिए ही घर ले जाने की अनुमति मिलती है ।

विद्यालय के प्रकार :-

बचपन से बड़े होने तक हम अलग-अलग विद्यालयों में पढ़ते हैं विद्यालयों के भी कई प्रकार होते हैं जैसे

  • आंगनवाड़ी :- आंगनवाड़ी में समानता छोटे बच्चों को बैठना और बाकी आधारभूत चीज सिखाते हैं
  • प्राथमिक विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय में 1 से 5 तक की पढ़ाई होती है
  • माध्यमिक विद्यालय- इस व्यवस्था में प्रथम से आठवीं तक की शिक्षा दी जाती है कभी-कभी यह कक्षा 6 से 8 तक भी होती है
  • उच्चतर माध्यमिक विद्यालय- 12वीं तक की शिक्षा यहां संपादित होती है

विद्यालय में जब हमारा दाखिला होता है तो उस वक्त हमें नन्हे पौधे रहते हैं हमारा विद्यालय ही हमें चेंज करे बड़ा एक वृक्ष बनाता है और इस दुनिया में रहने योग्य बनाता है हमें अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घड़ियों हम अपने विद्यालय में ही बताते हैं बड़े होने पर हम सबसे अधिक विद्यालय में बिताए लम्हों को ही याद करते हैं

विद्यालय का क्या महत्व है?

विद्यालय में बालक किसी भी विषय का विशिष्ट तथा विस्तृत ज्ञान प्राप्त करता है इसलिए बालक की शिक्षा के लिए विद्यालय घर की अपेक्षा बहुत महत्वपूर्ण है

विद्यालय का वाक्य क्या होगा?

हम प्रतिदिन विद्यालय जाते हैं

स्कूल में स्टूडेंट लाइफ क्या है?

छात्र जीवन का उल्लेख हो सकता है एक छात्र की रोजमर्रा की जिंदगी है छात्र जीवन संगठन एक छात्र नेतृत्व वाला समाज जो स्कूलों में उपयोग करता है

एक अच्छे स्कूल में क्या क्या होना चाहिए?

1. मैनेजमेंट की सोच मैनेजमेंट का वजन ही यह तय करता है कि टीम में कौन टीचर होंगे क्या-क्या एक्टिविटी होंगे और बच्चों का लर्निंग आउटकम क्या होगा 2. जोशीले टीचर्स 3. स्टूडेंट का रिस्पेक्ट 4. लर्निंग आउटकम 5. हैप्पीनेस

इन्‍हें भी पढ़ें

  • मेरा प्रिय लेखक पर निबंध

Suneel

नमस्‍कार दोस्‍तों! Hindigrammar.in.net ब्‍लॉग पर आपका हार्दिक स्‍वागत हैं। मैं Suneel Kevat इस ब्‍लॉग का Writer और Founder हूँ. और इस वेबसाइट के माध्‍यम से Hindi Grammar, Essay, Kavi Parichay, Lekhak Parichay, 10 Lines Nibandh and Hindi Biography के बारे में जानकारी शेयर करता हूँ।

Share this:

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

  • CBSE Class 10th

CBSE Class 12th

  • UP Board 10th
  • UP Board 12th
  • Bihar Board 10th
  • Bihar Board 12th
  • Top Schools in India
  • Top Schools in Delhi
  • Top Schools in Mumbai
  • Top Schools in Chennai
  • Top Schools in Hyderabad
  • Top Schools in Kolkata
  • Top Schools in Pune
  • Top Schools in Bangalore

Products & Resources

  • JEE Main Knockout April
  • Free Sample Papers
  • Free Ebooks
  • NCERT Notes

NCERT Syllabus

  • NCERT Books
  • RD Sharma Solutions
  • Navodaya Vidyalaya Admission 2024-25

NCERT Solutions

  • NCERT Solutions for Class 12
  • NCERT Solutions for Class 11
  • NCERT solutions for Class 10
  • NCERT solutions for Class 9
  • NCERT solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 7
  • JEE Main 2024
  • MHT CET 2024
  • JEE Advanced 2024
  • BITSAT 2024
  • View All Engineering Exams
  • Colleges Accepting B.Tech Applications
  • Top Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in Tamil Nadu
  • Engineering Colleges Accepting JEE Main
  • Top IITs in India
  • Top NITs in India
  • Top IIITs in India
  • JEE Main College Predictor
  • JEE Main Rank Predictor
  • MHT CET College Predictor
  • AP EAMCET College Predictor
  • GATE College Predictor
  • KCET College Predictor
  • JEE Advanced College Predictor
  • View All College Predictors
  • JEE Main Question Paper
  • JEE Main Cutoff
  • JEE Main Answer Key
  • JEE Main Result
  • Download E-Books and Sample Papers
  • Compare Colleges
  • B.Tech College Applications
  • JEE Advanced Registration
  • MAH MBA CET Exam
  • View All Management Exams

Colleges & Courses

  • MBA College Admissions
  • MBA Colleges in India
  • Top IIMs Colleges in India
  • Top Online MBA Colleges in India
  • MBA Colleges Accepting XAT Score
  • BBA Colleges in India
  • XAT College Predictor 2024
  • SNAP College Predictor
  • NMAT College Predictor
  • MAT College Predictor 2024
  • CMAT College Predictor 2024
  • CAT Percentile Predictor 2023
  • CAT 2023 College Predictor
  • CMAT 2024 Registration
  • TS ICET 2024 Registration
  • CMAT Exam Date 2024
  • MAH MBA CET Cutoff 2024
  • Download Helpful Ebooks
  • List of Popular Branches
  • QnA - Get answers to your doubts
  • IIM Fees Structure
  • AIIMS Nursing
  • Top Medical Colleges in India
  • Top Medical Colleges in India accepting NEET Score
  • Medical Colleges accepting NEET
  • List of Medical Colleges in India
  • List of AIIMS Colleges In India
  • Medical Colleges in Maharashtra
  • Medical Colleges in India Accepting NEET PG
  • NEET College Predictor
  • NEET PG College Predictor
  • NEET MDS College Predictor
  • DNB CET College Predictor
  • DNB PDCET College Predictor
  • NEET Application Form 2024
  • NEET PG Application Form 2024
  • NEET Cut off
  • NEET Online Preparation
  • Download Helpful E-books
  • LSAT India 2024
  • Colleges Accepting Admissions
  • Top Law Colleges in India
  • Law College Accepting CLAT Score
  • List of Law Colleges in India
  • Top Law Colleges in Delhi
  • Top Law Collages in Indore
  • Top Law Colleges in Chandigarh
  • Top Law Collages in Lucknow

Predictors & E-Books

  • CLAT College Predictor
  • MHCET Law ( 5 Year L.L.B) College Predictor
  • AILET College Predictor
  • Sample Papers
  • Compare Law Collages
  • Careers360 Youtube Channel
  • CLAT Syllabus 2025
  • CLAT Previous Year Question Paper
  • AIBE 18 Result 2023
  • NID DAT Exam
  • Pearl Academy Exam

Animation Courses

  • Animation Courses in India
  • Animation Courses in Bangalore
  • Animation Courses in Mumbai
  • Animation Courses in Pune
  • Animation Courses in Chennai
  • Animation Courses in Hyderabad
  • Design Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in Bangalore
  • Fashion Design Colleges in Mumbai
  • Fashion Design Colleges in Pune
  • Fashion Design Colleges in Delhi
  • Fashion Design Colleges in Hyderabad
  • Fashion Design Colleges in India
  • Top Design Colleges in India
  • Free Design E-books
  • List of Branches
  • Careers360 Youtube channel
  • NIFT College Predictor
  • UCEED College Predictor
  • NID DAT College Predictor
  • IPU CET BJMC
  • JMI Mass Communication Entrance Exam
  • IIMC Entrance Exam
  • Media & Journalism colleges in Delhi
  • Media & Journalism colleges in Bangalore
  • Media & Journalism colleges in Mumbai
  • List of Media & Journalism Colleges in India
  • CA Intermediate
  • CA Foundation
  • CS Executive
  • CS Professional
  • Difference between CA and CS
  • Difference between CA and CMA
  • CA Full form
  • CMA Full form
  • CS Full form
  • CA Salary In India

Top Courses & Careers

  • Bachelor of Commerce (B.Com)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Company Secretary
  • Cost Accountant
  • Charted Accountant
  • Credit Manager
  • Financial Advisor
  • Top Commerce Colleges in India
  • Top Government Commerce Colleges in India
  • Top Private Commerce Colleges in India
  • Top M.Com Colleges in Mumbai
  • Top B.Com Colleges in India
  • IT Colleges in Tamil Nadu
  • IT Colleges in Uttar Pradesh
  • MCA Colleges in India
  • BCA Colleges in India

Quick Links

  • Information Technology Courses
  • Programming Courses
  • Web Development Courses
  • Data Analytics Courses
  • Big Data Analytics Courses
  • RUHS Pharmacy Admission Test
  • Top Pharmacy Colleges in India
  • Pharmacy Colleges in Pune
  • Pharmacy Colleges in Mumbai
  • Colleges Accepting GPAT Score
  • Pharmacy Colleges in Lucknow
  • List of Pharmacy Colleges in Nagpur
  • GPAT Result
  • GPAT 2024 Admit Card
  • GPAT Question Papers
  • NCHMCT JEE 2024
  • Mah BHMCT CET
  • Top Hotel Management Colleges in Delhi
  • Top Hotel Management Colleges in Hyderabad
  • Top Hotel Management Colleges in Mumbai
  • Top Hotel Management Colleges in Tamil Nadu
  • Top Hotel Management Colleges in Maharashtra
  • B.Sc Hotel Management
  • Hotel Management
  • Diploma in Hotel Management and Catering Technology

Diploma Colleges

  • Top Diploma Colleges in Maharashtra
  • UPSC IAS 2024
  • SSC CGL 2024
  • IBPS RRB 2024
  • Previous Year Sample Papers
  • Free Competition E-books
  • Sarkari Result
  • QnA- Get your doubts answered
  • UPSC Previous Year Sample Papers
  • CTET Previous Year Sample Papers
  • SBI Clerk Previous Year Sample Papers
  • NDA Previous Year Sample Papers

Upcoming Events

  • NDA Application Form 2024
  • UPSC IAS Application Form 2024
  • CDS Application Form 2024
  • CTET Admit card 2024
  • HP TET Result 2023
  • SSC GD Constable Admit Card 2024
  • UPTET Notification 2024
  • SBI Clerk Result 2024

Other Exams

  • SSC CHSL 2024
  • UP PCS 2024
  • UGC NET 2024
  • RRB NTPC 2024
  • IBPS PO 2024
  • IBPS Clerk 2024
  • IBPS SO 2024
  • Top University in USA
  • Top University in Canada
  • Top University in Ireland
  • Top Universities in UK
  • Top Universities in Australia
  • Best MBA Colleges in Abroad
  • Business Management Studies Colleges

Top Countries

  • Study in USA
  • Study in UK
  • Study in Canada
  • Study in Australia
  • Study in Ireland
  • Study in Germany
  • Study in China
  • Study in Europe

Student Visas

  • Student Visa Canada
  • Student Visa UK
  • Student Visa USA
  • Student Visa Australia
  • Student Visa Germany
  • Student Visa New Zealand
  • Student Visa Ireland
  • CUET PG 2024
  • IGNOU B.Ed Admission 2024
  • DU Admission 2024
  • UP B.Ed JEE 2024
  • DDU Entrance Exam
  • IIT JAM 2024
  • IGNOU Online Admission 2024
  • Universities in India
  • Top Universities in India 2024
  • Top Colleges in India
  • Top Universities in Uttar Pradesh 2024
  • Top Universities in Bihar
  • Top Universities in Madhya Pradesh 2024
  • Top Universities in Tamil Nadu 2024
  • Central Universities in India
  • CUET Exam City Intimation Slip 2024
  • IGNOU Date Sheet
  • CUET Mock Test 2024
  • CUET Admit card 2024
  • CUET PG Syllabus 2024
  • CUET Participating Universities 2024
  • CUET Previous Year Question Paper
  • CUET Syllabus 2024 for Science Students
  • E-Books and Sample Papers
  • CUET Exam Pattern 2024
  • CUET Exam Date 2024
  • CUET Syllabus 2024
  • IGNOU Exam Form 2024
  • IGNOU Result
  • CUET Courses List 2024

Engineering Preparation

  • Knockout JEE Main 2024
  • Test Series JEE Main 2024
  • JEE Main 2024 Rank Booster

Medical Preparation

  • Knockout NEET 2024
  • Test Series NEET 2024
  • Rank Booster NEET 2024

Online Courses

  • JEE Main One Month Course
  • NEET One Month Course
  • IBSAT Free Mock Tests
  • IIT JEE Foundation Course
  • Knockout BITSAT 2024
  • Career Guidance Tool

Top Streams

  • IT & Software Certification Courses
  • Engineering and Architecture Certification Courses
  • Programming And Development Certification Courses
  • Business and Management Certification Courses
  • Marketing Certification Courses
  • Health and Fitness Certification Courses
  • Design Certification Courses

Specializations

  • Digital Marketing Certification Courses
  • Cyber Security Certification Courses
  • Artificial Intelligence Certification Courses
  • Business Analytics Certification Courses
  • Data Science Certification Courses
  • Cloud Computing Certification Courses
  • Machine Learning Certification Courses
  • View All Certification Courses
  • UG Degree Courses
  • PG Degree Courses
  • Short Term Courses
  • Free Courses
  • Online Degrees and Diplomas
  • Compare Courses

Top Providers

  • Coursera Courses
  • Udemy Courses
  • Edx Courses
  • Swayam Courses
  • upGrad Courses
  • Simplilearn Courses
  • Great Learning Courses

Access premium articles, webinars, resources to make the best decisions for career, course, exams, scholarships, study abroad and much more with

Plan, Prepare & Make the Best Career Choices

हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi) - हिंदी निबंध लेखन, हिंदी निबंध 100, 200, 300, 500 शब्दों में

हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) - छात्र जीवन में विभिन्न विषयों पर हिंदी निबंध (essay in hindi) लिखने की आवश्यकता होती है। हिंदी निबंध लेखन (essay writing in hindi) के कई फायदे हैं। हिंदी निबंध से किसी विषय से जुड़ी जानकारी को व्यवस्थित रूप देना आ जाता है तथा विचारों को अभिव्यक्त करने का कौशल विकसित होता है। हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखने की गतिविधि से इन विषयों पर छात्रों के ज्ञान के दायरे का विस्तार होता है जो कि शिक्षा के अहम उद्देश्यों में से एक है। हिंदी में निबंध या लेख लिखने से विषय के बारे में समालोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित होता है। साथ ही अच्छा हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखने पर अंक भी अच्छे प्राप्त होते हैं। इसके अलावा हिंदी निबंध (hindi nibandh) किसी विषय से जुड़े आपके पूर्वाग्रहों को दूर कर सटीक जानकारी प्रदान करते हैं जिससे अज्ञानता की वजह से हम लोगों के सामने शर्मिंदा होने से बच जाते हैं।

आइए सबसे पहले जानते हैं कि हिंदी में निबंध की परिभाषा (definition of essay) क्या होती है?

हिंदी निबंध (hindi nibandh) : निबंध के अंग कौन-कौन से होते हैं, हिंदी निबंध (hindi nibandh) : निबंध के प्रकार (types of essay), हिंदी निबंध (hindi nibandh) : निबंध में उद्धरण का महत्व, सुभाष चंद्र बोस पर निबंध (subhash chandra bose essay in hindi), गणतंत्र दिवस पर निबंध (republic day essay in hindi), गणतंत्र दिवस पर भाषण (republic day speech in hindi), मोबाइल फोन पर निबंध (essay on mobile phone in hindi), हिंदी दिवस पर निबंध (essay on hindi diwas in hindi), मकर संक्रांति पर निबंध (essay on makar sankranti in hindi), ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध - कारण और समाधान (global warming essay in hindi), भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध (corruption in india essay in hindi), गुरु नानक जयंती पर निबंध (essay on guru nanak jayanti in hindi), मेरा पालतू कुत्ता पर निबंध ( my pet dog essay in hindi), स्वामी विवेकानंद पर निबंध ( swami vivekananda essay in hindi), महिला सशक्तीकरण पर निबंध (women empowerment essay), भगत सिंह निबंध (bhagat singh essay in hindi), वसुधैव कुटुंबकम् पर निबंध (vasudhaiva kutumbakam essay), गाय पर निबंध (essay on cow in hindi), क्रिसमस पर निबंध (christmas in hindi), रक्षाबंधन पर निबंध (rakshabandhan par nibandh), होली का निबंध (essay on holi in hindi), विजयदशमी अथवा दशहरा पर हिंदी में निबंध (essay in hindi on dussehra or vijayadashmi), दिवाली पर हिंदी में निबंध (essay in hindi on diwali), बाल दिवस पर हिंदी में भाषण (children’s day speech in hindi), हिंदी दिवस पर भाषण (hindi diwas speech), हिंदी दिवस पर कविता (hindi diwas poem), स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day essay), प्रदूषण पर निबंध (essay on pollution in hindi), वायु प्रदूषण पर हिंदी में निबंध (essay in hindi on air pollution), जलवायु परिवर्तन पर हिंदी में निबंध (essay in hindi on climate change), पर्यावरण दिवस पर निबंध (essay on environment day in hindi), मेरा प्रिय खेल पर निबंध (essay on my favourite game in hindi), विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (wonder of science essay in hindi), शिक्षक दिवस पर निबंध (teachers day essay in hindi), अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध (essay on international women’s day in hindi), बाल श्रम पर निबंध (child labour essay in hindi), मेरा प्रिय नेता: एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध (apj abdul kalam essay in hindi), मेरा प्रिय मित्र (my best friend nibandh), सरोजिनी नायडू पर निबंध (sarojini naidu essay in hindi).

हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi) - हिंदी निबंध लेखन, हिंदी निबंध 100, 200, 300, 500 शब्दों में

कुछ सामान्य विषयों (common topics) पर जानकारी जुटाने में छात्रों की सहायता करने के उद्देश्य से हमने हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) और भाषणों के रूप में कई लेख तैयार किए हैं। स्कूली छात्रों (कक्षा 1 से 12 तक) एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हिंदी निबंध (hindi nibandh), भाषण तथा कविता (useful essays, speeches and poems) से उनको बहुत मदद मिलेगी तथा उनके ज्ञान के दायरे में विस्तार होगा। ऐसे में यदि कभी परीक्षा में इससे संबंधित निबंध आ जाए या भाषण देना होगा, तो छात्र उन परिस्थितियों / प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन कर पाएँगे।

महत्वपूर्ण लेख :

  • 10वीं के बाद लोकप्रिय कोर्स
  • 12वीं के बाद लोकप्रिय कोर्स
  • क्या एनसीईआरटी पुस्तकें जेईई मेन की तैयारी के लिए काफी हैं?
  • कक्षा 9वीं से नीट की तैयारी कैसे करें

छात्र जीवन प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के सबसे सुनहरे समय में से एक होता है जिसमें उसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वास्तव में जीवन की आपाधापी और चिंताओं से परे मस्ती से भरा छात्र जीवन ज्ञान अर्जित करने को समर्पित होता है। छात्र जीवन में अर्जित ज्ञान भावी जीवन तथा करियर के लिए सशक्त आधार तैयार करने का काम करता है। नींव जितनी अच्छी और मजबूत होगी उस पर तैयार होने वाला भवन भी उतना ही मजबूत होगा और जीवन उतना ही सुखद और चिंतारहित होगा। इसे देखते हुए स्कूलों में शिक्षक छात्रों को विषयों से संबंधित अकादमिक ज्ञान से लैस करने के साथ ही विभिन्न प्रकार की पाठ्येतर गतिविधियों के जरिए उनके ज्ञान के दायरे का विस्तार करने का प्रयास करते हैं। इन पाठ्येतर गतिविधियों में समय-समय पर हिंदी निबंध (hindi nibandh) या लेख और भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन करना शामिल है।

करियर संबंधी महत्वपूर्ण लेख :

  • डॉक्टर कैसे बनें?
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें
  • इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?

निबंध, गद्य विधा की एक लेखन शैली है। हिंदी साहित्य कोष के अनुसार निबंध ‘किसी विषय या वस्तु पर उसके स्वरूप, प्रकृति, गुण-दोष आदि की दृष्टि से लेखक की गद्यात्मक अभिव्यक्ति है।’ एक अन्य परिभाषा में सीमित समय और सीमित शब्दों में क्रमबद्ध विचारों की अभिव्यक्ति को निबंध की संज्ञा दी गई है। इस तरह कह सकते हैं कि मोटे तौर पर किसी विषय पर अपने विचारों को लिखकर की गई अभिव्यक्ति ही निबंध है।

अन्य महत्वपूर्ण लेख :

  • हिंदी दिवस पर भाषण
  • हिंदी दिवस पर कविता
  • हिंदी पत्र लेखन

आइए अब जानते हैं कि निबंध के कितने अंग होते हैं और इन्हें किस प्रकार प्रभावपूर्ण ढंग से लिखकर आकर्षक बनाया जा सकता है। किसी भी हिंदी निबंध (Essay in hindi) के मोटे तौर पर तीन भाग होते हैं। ये हैं - प्रस्तावना या भूमिका, विषय विस्तार और उपसंहार।

प्रस्तावना (भूमिका)- हिंदी निबंध के इस हिस्से में विषय से पाठकों का परिचय कराया जाता है। निबंध की भूमिका या प्रस्तावना, इसका बेहद अहम हिस्सा होती है। जितनी अच्छी भूमिका होगी पाठकों की रुचि भी निबंध में उतनी ही अधिक होगी। प्रस्तावना छोटी और सटीक होनी चाहिए ताकि पाठक संपूर्ण हिंदी लेख (hindi me lekh) पढ़ने को प्रेरित हों और जुड़ाव बना सकें।

विषय विस्तार- निबंध का यह मुख्य भाग होता है जिसमें विषय के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। इसमें इसके सभी संभव पहलुओं की जानकारी दी जाती है। हिंदी निबंध (hindi nibandh) के इस हिस्से में अपने विचारों को सिलसिलेवार ढंग से लिखकर अभिव्यक्त करने की खूबी का प्रदर्शन करना होता है।

उपसंहार- निबंध का यह अंतिम भाग होता है, इसमें हिंदी निबंध (hindi nibandh) के विषय पर अपने विचारों का सार रखते हुए पाठक के सामने निष्कर्ष रखा जाता है।

ये भी देखें :

अग्निपथ योजना रजिस्ट्रेशन

अग्निपथ योजना एडमिट कार्ड

अग्निपथ योजना सिलेबस

अंत में यह जानना भी अत्यधिक आवश्यक है कि निबंध कितने प्रकार के होते हैं। मोटे तौर निबंध को निम्नलिखित श्रेणियों में रखा जाता है-

वर्णनात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में किसी घटना, वस्तु, स्थान, यात्रा आदि का वर्णन किया जाता है। इसमें त्योहार, यात्रा, आयोजन आदि पर लेखन शामिल है। इनमें घटनाओं का एक क्रम होता है और इस तरह के निबंध लिखने आसान होते हैं।

विचारात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में मनन-चिंतन की अधिक आवश्यकता होती है। अक्सर ये किसी समस्या – सामाजिक, राजनीतिक या व्यक्तिगत- पर लिखे जाते हैं। विज्ञान वरदान या अभिशाप, राष्ट्रीय एकता की समस्या, बेरोजगारी की समस्या आदि ऐसे विषय हो सकते हैं। इन हिंदी निबंधों (hindi nibandh) में विषय के अच्छे-बुरे पहलुओं पर विचार व्यक्त किया जाता है और समस्या को दूर करने के उपाय भी सुझाए जाते हैं।

भावात्मक निबंध - ऐसे निबंध जिनमें भावनाओं को व्यक्त करने की अधिक स्वतंत्रता होती है। इनमें कल्पनाशीलता के लिए अधिक छूट होती है। भाव की प्रधानता के कारण इन निबंधों में लेखक की आत्मीयता झलकती है। मेरा प्रिय मित्र, यदि मैं डॉक्टर होता जैसे विषय इस श्रेणी में रखे जा सकते हैं।

इसके साथ ही विषय वस्तु की दृष्टि से भी निबंधों को सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, खेल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसी बहुत सी श्रेणियों में बाँटा जा सकता है।

ये भी पढ़ें-

  • केंद्रीय विद्यालय एडमिशन
  • नवोदय कक्षा 6 प्रवेश
  • एनवीएस एडमिशन कक्षा 9

जिस प्रकार बातचीत को आकर्षक और प्रभावी बनाने के लिए लोग मुहावरे, लोकोक्तियों, सूक्तियों, दोहों, कविताओं आदि की मदद लेते हैं, ठीक उसी तरह निबंध को भी प्रभावी बनाने के लिए इनकी सहायता ली जानी चाहिए। उदाहरण के लिए मित्रता पर हिंदी निबंध (hindi nibandh) लिखते समय तुलसीदास जी की इन पंक्तियों की मदद ले सकते हैं -

जे न मित्र दुख होंहि दुखारी, तिन्हिं बिलोकत पातक भारी।

यानि कि जो व्यक्ति मित्र के दुख से दुखी नहीं होता है, उनको देखने से बड़ा पाप होता है।

हिंदी या मातृभाषा पर निबंध लिखते समय भारतेंदु हरिश्चंद्र की पंक्तियों का प्रयोग करने से चार चाँद लग जाएगा-

निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल

बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।

प्रासंगिकता और अपने विवेक के अनुसार लेखक निबंधों में ऐसी सामग्री का उपयोग निबंध को प्रभावी बनाने के लिए कर सकते हैं। इनका भंडार तैयार करने के लिए जब कभी कोई पंक्ति या उद्धरण अच्छा लगे, तो एकत्रित करते रहें और समय-समय पर इनको दोहराते रहें।

उपरोक्त सभी प्रारूपों का उपयोग कर छात्रों के लिए हमने निम्नलिखित हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) तैयार किए हैं -

सुभाष चंद्र बोस ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुभाष चंद्र बोस भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के नेता थे और बाद में उन्होंने फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया। इसके माध्यम से भारत में सभी ब्रिटिश विरोधी ताकतों को एकजुट करने की पहल की थी। बोस ब्रिटिश सरकार के मुखर आलोचक थे और स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए और अधिक आक्रामक कार्रवाई की वकालत करते थे। विद्यार्थियों को अक्सर कक्षा और परीक्षा में सुभाष चंद्र बोस जयंती (subhash chandra bose jayanti) या सुभाष चंद्र बोस पर हिंदी में निबंध (subhash chandra bose essay in hindi) लिखने को कहा जाता है। यहां सुभाष चंद्र बोस पर 100, 200 और 500 शब्दों का निबंध दिया गया है।

भारत में 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के सम्मान में स्कूलों में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। गणतंत्र दिवस के दिन सभी स्कूलों, सरकारी व गैर सरकारी दफ्तरों में झंडोत्तोलन होता है। राष्ट्रगान गाया जाता है। मिठाईयां बांटी जाती है और अवकाश रहता है। छात्रों और बच्चों के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में गणतंत्र दिवस पर निबंध पढ़ें।

26 जनवरी, 1950 को हमारे देश का संविधान लागू किया गया, इसमें भारत को गणतांत्रिक व्यवस्था वाला देश बनाने की राह तैयार की गई। गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाषण (रिपब्लिक डे स्पीच) देने के लिए हिंदी भाषण की उपयुक्त सामग्री (Republic Day Speech Ideas) की यदि आपको भी तलाश है तो समझ लीजिए कि गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) की आपकी तलाश यहां खत्म होती है। इस राष्ट्रीय पर्व के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक बनाने और उनके ज्ञान को परखने के लिए गणतत्र दिवस पर निबंध (Republic day essay) लिखने का प्रश्न भी परीक्षाओं में पूछा जाता है। इस लेख में दी गई जानकारी की मदद से Gantantra Diwas par nibandh लिखने में भी मदद मिलेगी। Gantantra Diwas par lekh bhashan तैयार करने में इस लेख में दी गई जानकारी की मदद लें और अच्छा प्रदर्शन करें।

मोबाइल फ़ोन को सेल्युलर फ़ोन भी कहा जाता है। मोबाइल आज आधुनिक प्रौद्योगिकी का एक अहम हिस्सा है जिसने दुनिया को एक साथ लाकर हमारे जीवन को बहुत प्रभावित किया है। मोबाइल हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। मोबाइल में इंटरनेट के इस्तेमाल ने कई कामों को बेहद आसान कर दिया है। मनोरंजन, संचार के साथ रोजमर्रा के कामों में भी इसकी अहम भूमिका हो गई है। इस निबंध में मोबाइल फोन के बारे में बताया गया है।

भारत में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने जनभाषा हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया। इस दिन की याद में हर वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है। वहीं हिंदी भाषा को सम्मान देने के लिए 10 जनवरी को प्रतिवर्ष विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Diwas) मनाया जाता है। इस लेख में राष्ट्रीय हिंदी दिवस (14 सितंबर) और विश्व हिंदी दिवस (10 जनवरी) के बारे में चर्चा की गई है।

मकर संक्रांति का त्योहार यूपी, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में 14 जनवरी को मनाया जाता है। इसे खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान के बाद पूजा करके दान करते हैं। इस दिन खिचड़ी, तिल-गुड, चिउड़ा-दही खाने का रिवाज है। प्रयागराज में इस दिन से कुंभ मेला आरंभ होता है। इस लेख में मकर संक्रांति के बारे में बताया गया है।

पर्यावरण से संबंधित मुद्दों की चर्चा करते समय ग्लोबल वार्मिंग की चर्चा अक्सर होती है। ग्लोबल वार्मिंग का संबंध वैश्विक तापमान में वृद्धि से है। इसके अनेक कारण हैं। इनमें वनों का लगातार कम होना और ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन प्रमुख है। वनों का विस्तार करके और ग्रीन हाउस गैसों पर नियंत्रण करके हम ग्लोबल वार्मिंग की समस्या के समाधान की दिशा में कदम उठा सकते हैं। ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध- कारण और समाधान में इस विषय पर चर्चा की गई है।

भारत में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है। समाचारों में अक्सर भ्रष्टाचार से जुड़े मामले प्रकाश में आते रहते हैं। सरकार ने भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए कई उपाय किए हैं। अलग-अलग एजेंसियां भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई करती रहती हैं। फिर भी आम जनता को भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है। हालांकि डिजीटल इंडिया की पहल के बाद कई मामलों में पारदर्शिता आई है। लेकिन भ्रष्टाचार के मामले कम हुए है, समाप्त नहीं हुए हैं। भ्रष्टाचार पर निबंध के माध्यम से आपको इस विषय पर सभी पहलुओं की जानकारी मिलेगी।

समय-समय पर ईश्वरीय शक्ति का एहसास कराने के लिए संत-महापुरुषों का जन्म होता रहा है। गुरु नानक भी ऐसे ही विभूति थे। उन्होंने अपने कार्यों से लोगों को चमत्कृत कर दिया। गुरु नानक की तर्कसम्मत बातों से आम जनमानस उनका मुरीद हो गया। उन्होंने दुनिया को मानवता, प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। भारत, पाकिस्तान, अरब और अन्य जगहों पर वर्षों तक यात्रा की और लोगों को उपदेश दिए। गुरु नानक जयंती पर निबंध से आपको उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की जानकारी मिलेगी।

कुत्ता हमारे आसपास रहने वाला जानवर है। सड़कों पर, गलियों में कहीं भी कुत्ते घूमते हुए दिख जाते हैं। शौक से लोग कुत्तों को पालते भी हैं। क्योंकि वे घर की रखवाली में सहायक होते हैं। बच्चों को अक्सर परीक्षा में मेरा पालतू कुत्ता विषय पर निबंध लिखने को कहा जाता है। यह लेख बच्चों को मेरा पालतू कुत्ता विषय पर निबंध लिखने में सहायक होगा।

स्वामी विवेकानंद जी हमारे देश का गौरव हैं। विश्व-पटल पर वास्तविक भारत को उजागर करने का कार्य सबसे पहले किसी ने किया तो वें स्वामी विवेकानंद जी ही थे। उन्होंने ही विश्व को भारतीय मानसिकता, विचार, धर्म, और प्रवृति से परिचित करवाया। स्वामी विवेकानंद जी के बारे में जानने के लिए आपको इस लेख को पढ़ना चाहिए। यह लेख निश्चित रूप से आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन करेगा।

हम सभी ने "महिला सशक्तिकरण" या नारी सशक्तिकरण के बारे में सुना होगा। "महिला सशक्तिकरण"(mahila sashaktikaran essay) समाज में महिलाओं की स्थिति को सुदृढ़ बनाने और सभी लैंगिक असमानताओं को कम करने के लिए किए गए कार्यों को संदर्भित करता है। व्यापक अर्थ में, यह विभिन्न नीतिगत उपायों को लागू करके महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण से संबंधित है। प्रत्येक बालिका की स्कूल में उपस्थिति सुनिश्चित करना और उनकी शिक्षा को अनिवार्य बनाना, महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस लेख में "महिला सशक्तिकरण"(mahila sashaktikaran essay) पर कुछ सैंपल निबंध दिए गए हैं, जो निश्चित रूप से सभी के लिए सहायक होंगे।

भगत सिंह एक युवा क्रांतिकारी थे जिन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ते हुए बहुत कम उम्र में ही अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। देश के लिए उनकी भक्ति निर्विवाद है। शहीद भगत सिंह महज 23 साल की उम्र में शहीद हो गए। उन्होंने न केवल भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि वह इसे हासिल करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने को भी तैयार थे। उनके निधन से पूरे देश में देशभक्ति की भावना प्रबल हो गई। उनके समर्थकों द्वारा उन्हें शहीद के रूप में सम्मानित किया गया था। वह हमेशा हमारे बीच शहीद भगत सिंह के नाम से ही जाने जाएंगे। भगत सिंह के जीवन परिचय के लिए अक्सर छोटी कक्षा के छात्रों को भगत सिंह पर निबंध तैयार करने को कहा जाता है। इस लेख के माध्यम से आपको भगत सिंह पर निबंध तैयार करने में सहायता मिलेगी।

वसुधैव कुटुंबकम एक संस्कृत वाक्यांश है जिसका अर्थ है "संपूर्ण विश्व एक परिवार है"। यह महा उपनिषद् से लिया गया है। वसुधैव कुटुंबकम वह दार्शनिक अवधारणा है जो सार्वभौमिक भाईचारे और सभी प्राणियों के परस्पर संबंध के विचार को पोषित करती है। यह वाक्यांश संदेश देता है कि प्रत्येक व्यक्ति वैश्विक समुदाय का सदस्य है और हमें एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए, सभी की गरिमा का ध्यान रखने के साथ ही सबके प्रति दयाभाव रखना चाहिए। वसुधैव कुटुंबकम की भावना को पोषित करने की आवश्यकता सदैव रही है पर इसकी आवश्यकता इस समय में पहले से कहीं अधिक है। समय की जरूरत को देखते हुए इसके महत्व से भावी नागरिकों को अवगत कराने के लिए वसुधैव कुटुंबकम विषय पर निबंध या भाषणों का आयोजन भी स्कूलों में किया जाता है। कॅरियर्स360 के द्वारा छात्रों की इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वसुधैव कुटुंबकम विषय पर यह लेख तैयार किया गया है।

गाय भारत के एक बेहद महत्वपूर्ण पशु में से एक है जिस पर न जाने कितने ही लोगों की आजीविका आश्रित है क्योंकि गाय के शरीर से प्राप्त होने वाली हर वस्तु का उपयोग भारतीय लोगों द्वारा किसी न किसी रूप में किया जाता है। ना सिर्फ आजीविका के लिहाज से, बल्कि आस्था के दृष्टिकोण से भी भारत में गाय एक महत्वपूर्ण पशु है क्योंकि भारत में मौजूद सबसे बड़ी आबादी यानी हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए गाय आस्था का प्रतीक है। ऐसे में विद्यालयों में गाय को लेकर निबंध लिखने का कार्य दिया जाना आम है। गाय के इस निबंध के माध्यम से छात्रों को परीक्षा में पूछे जाने वाले गाय पर निबंध को लिखने में भी सहायता मिलेगी।

क्रिसमस (christmas in hindi) भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इसे 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने के लिए कई बार स्कूलों में बच्चों को क्रिसमस पर निबंध (christmas in hindi) लिखने का कार्य दिया जाता है। क्रिसमस पर एग्जाम के लिए प्रभावी निबंध तैयार करने का तरीका सीखें।

रक्षाबंधन हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह पर्व पूरी तरह से भाई और बहन के रिश्ते को समर्पित त्योहार है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षाबंधन बांध कर उनके लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई अपनी बहनों को कोई तोहफा देने के साथ ही जीवन भर उनके सुख-दुख में उनका साथ देने का वचन देते हैं। इस दिन छोटी बच्चियाँ देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को राखी बांधती हैं। रक्षाबंधन पर हिंदी में निबंध (essay on rakshabandhan in hindi) आधारित इस लेख से विद्यार्थियों को रक्षाबंधन के त्योहार पर न सिर्फ लेख लिखने में सहायता प्राप्त होगी, बल्कि वे इसकी सहायता से रक्षाबंधन के पर्व का महत्व भी समझ सकेंगे।

होली त्योहार जल्द ही देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला है। होली आकर्षक और मनोहर रंगों का त्योहार है, यह एक ऐसा त्योहार है जो हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन की सीमा से परे जाकर लोगों को भाई-चारे का संदेश देता है। होली अंदर के अहंकार और बुराई को मिटा कर सभी के साथ हिल-मिलकर, भाई-चारे, प्रेम और सौहार्द्र के साथ रहने का त्योहार है। होली पर हिंदी में निबंध (hindi mein holi par nibandh) को पढ़ने से होली के सभी पहलुओं को जानने में मदद मिलेगी और यदि परीक्षा में holi par hindi mein nibandh लिखने को आया तो अच्छा अंक लाने में भी सहायता मिलेगी।

दशहरा हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। बच्चों को विद्यालयों में दशहरा पर निबंध (Essay in hindi on Dussehra) लिखने को भी कहा जाता है, जिससे उनकी दशहरा के प्रति उत्सुकता बनी रहे और उन्हें दशहरा के बारे पूर्ण जानकारी भी मिले। दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) के इस लेख में हम देखेंगे कि लोग दशहरा कैसे और क्यों मनाते हैं, इसलिए हिंदी में दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) के इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।

हमें उम्मीद है कि दीवाली त्योहार पर हिंदी में निबंध उन युवा शिक्षार्थियों के लिए फायदेमंद साबित होगा जो इस विषय पर निबंध लिखना चाहते हैं। हमने नीचे दिए गए निबंध में शुभ दिवाली त्योहार (Diwali Festival) के सार को सही ठहराने के लिए अपनी ओर से एक मामूली प्रयास किया है। बच्चे दिवाली पर हिंदी के इस निबंध से कुछ सीख कर लाभ उठा सकते हैं कि वाक्यों को कैसे तैयार किया जाए, Class 1 से 10 तक के लिए दीपावली पर निबंध हिंदी में तैयार करने के लिए इसके लिंक पर जाएँ।

बाल दिवस पर भाषण (Children's Day Speech In Hindi), बाल दिवस पर हिंदी में निबंध (Children's Day essay In Hindi), बाल दिवस गीत, कविता पाठ, चित्रकला, खेलकूद आदि से जुड़ी प्रतियोगिताएं बाल दिवस के मौके पर आयोजित की जाती हैं। स्कूलों में बाल दिवस पर भाषण देने और बाल दिवस पर हिंदी में निबंध लिखने के लिए उपयोगी सामग्री इस लेख में मिलेगी जिसकी मदद से बाल दिवस पर भाषण देने और बाल दिवस के लिए निबंध तैयार करने में मदद मिलेगी। कई बार तो परीक्षाओं में भी बाल दिवस पर लेख लिखने का प्रश्न पूछा जाता है। इसमें भी यह लेख मददगार होगा।

हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। भारत देश अनेकता में एकता वाला देश है। अपने विविध धर्म, संस्कृति, भाषाओं और परंपराओं के साथ, भारत के लोग सद्भाव, एकता और सौहार्द के साथ रहते हैं। भारत में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं में, हिंदी सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली और बोली जाने वाली भाषा है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार 14 सितंबर 1949 को हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में अपनाया गया था। हमारी मातृभाषा हिंदी और देश के प्रति सम्मान दिखाने के लिए हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। हिंदी दिवस पर भाषण के लिए उपयोगी जानकारी इस लेख में मिलेगी।

हिन्दी में कवियों की परम्परा बहुत लम्बी है। हिंदी के महान कवियों ने कालजयी रचनाएं लिखी हैं। हिंदी में निबंध और वाद-विवाद आदि का जितना महत्व है उतना ही महत्व हिंदी कविताओं और कविता-पाठ का भी है। हिंदी दिवस पर विद्यालय या अन्य किसी आयोजन पर हिंदी कविता भी चार चाँद लगाने का काम करेगी। हिंदी दिवस कविता के इस लेख में हम हिंदी भाषा के सम्मान में रचित, हिंदी का महत्व बतलाती विभिन्न कविताओं की जानकारी दी गई है।

15 अगस्त, 1947 को हमारा देश भारत 200 सालों के अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ था। यही वजह है कि यह दिन इतिहास में दर्ज हो गया और इसे भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। इस दिन देश के प्रधानमंत्री लालकिले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते तो हैं ही और साथ ही इसके बाद वे पूरे देश को लालकिले से संबोधित भी करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का पूरा भाषण टीवी व रेडियो के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाता है। इसके अलावा देश भर में इस दिन सभी कार्यालयों में छुट्टी होती है। स्कूल्स व कॉलेज में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस से संबंधित संपूर्ण जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी जो निश्चित तौर पर आपके लिए लेख लिखने में सहायक सिद्ध होगी।

प्रदूषण पृथ्वी पर वर्तमान के उन प्रमुख मुद्दों में से एक है, जो हमारी पृथ्वी को व्यापक स्तर पर प्रभावित कर रहा है। यह एक ऐसा मुद्दा है जो लंबे समय से चर्चा में है, 21वीं सदी में इसका हानिकारक प्रभाव बड़े पैमाने पर महसूस किया जा रहा है। हालांकि विभिन्न देशों की सरकारों ने इन प्रभावों को रोकने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना बाकी है। इससे कई प्राकृतिक प्रक्रियाओं में गड़बड़ी आती है। इतना ही नहीं, आज कई वनस्पतियां और जीव-जंतु या तो विलुप्त हो चुके हैं या विलुप्त होने की कगार पर हैं। प्रदूषण की मात्रा में तेजी से वृद्धि के कारण पशु तेजी से न सिर्फ अपना घर खो रहे हैं, बल्कि जीने लायक प्रकृति को भी खो रहे हैं। प्रदूषण ने दुनिया भर के कई प्रमुख शहरों को प्रभावित किया है। इन प्रदूषित शहरों में से अधिकांश भारत में ही स्थित हैं। दुनिया के कुछ सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली, कानपुर, बामेंडा, मॉस्को, हेज़, चेरनोबिल, बीजिंग शामिल हैं। हालांकि इन शहरों ने प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अभी बहुत कुछ और बहुत ही तेजी के साथ किए जाने की जरूरत है।

वायु प्रदूषण पर हिंदी में निबंध के ज़रिए हम इसके बारे में थोड़ा गहराई से जानेंगे। वायु प्रदूषण पर लेख (Essay on Air Pollution) से इस समस्या को जहाँ समझने में आसानी होगी वहीं हम वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार पहलुओं के बारे में भी जान सकेंगे। इससे स्कूली विद्यार्थियों को वायु प्रदूषण पर निबंध (Essay on Air Pollution) तैयार करने में भी मदद होगी। हिंदी में वायु प्रदूषण पर निबंध से परीक्षा में बेहतर स्कोर लाने में मदद मिलेगी।

एक बड़े भू-क्षेत्र में लंबे समय तक रहने वाले मौसम की औसत स्थिति को जलवायु की संज्ञा दी जाती है। किसी भू-भाग की जलवायु पर उसकी भौगोलिक स्थिति का सर्वाधिक असर पड़ता है। पृथ्वी ग्रह का बुखार (तापमान) लगातार बढ़ रहा है। सरकारों को इसमें नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त कदम उठाने होंगे। जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने के लिए सरकारों को सतत विकास के उपायों में निवेश करने, ग्रीन जॉब, हरित अर्थव्यवस्था के निर्माण की ओर आगे बढ़ने की जरूरत है। पृथ्वी पर जीवन को बचाए रखने, इसे स्वस्थ रखने और ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से निपटने के लिए सभी देशों को मिलकर ईमानदारी से काम करना होगा। ग्लोबल वार्मिंग या जलवायु परिवर्तन पर निबंध के जरिए छात्रों को इस विषय और इससे जुड़ी समस्याओं और समाधान के बारे में जानने को मिलेगा।

हमारी यह पृथ्वी जिस पर हम सभी निवास करते हैं इसके पर्यावरण के संरक्षण के लिए विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) हर साल 5 जून को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1972 में मानव पर्यावरण पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मलेन के दौरान हुई थी। पहला विश्व पर्यावरण दिवस (Environment Day) 5 जून 1974 को “केवल एक पृथ्वी” (Only One Earth) स्लोगन/थीम के साथ मनाया गया था, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने भी भाग लिया था। इसी सम्मलेन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की भी स्थापना की गई थी। इस विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) को मनाने का उद्देश्य विश्व के लोगों के भीतर पर्यावरण (Environment) के प्रति जागरूकता लाना और साथ ही प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करना भी है। इसी विषय पर विचार करते हुए 19 नवंबर, 1986 को पर्यवरण संरक्षण अधिनियम लागू किया गया तथा 1987 से हर वर्ष पर्यावरण दिवस की मेजबानी करने के लिए अलग-अलग देश को चुना गया।

आज के युग में जब हम अपना अधिकतर समय पढाई पर केंद्रित करने का प्रयास करते नजर आते हैं और साथ ही अपना ज़्यादातर समय ऑनलाइन रह कर व्यतीत करना पसंद करते हैं, ऐसे में हमारे जीवन में खेलों का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। खेल हमारे लिए केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं, अपितु हमारे सर्वांगीण विकास का एक माध्यम भी है। हमारे जीवन में खेल उतना ही जरूरी है, जितना पढाई करना। आज कल के युग में मानव जीवन में शारीरिक कार्य की तुलना में मानसिक कार्य में बढ़ोतरी हुई है और हमारी जीवन शैली भी बदल गई है, हम रात को देर से सोते हैं और साथ ही सुबह देर से उठते हैं। जाहिर है कि यह दिनचर्या स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं है और इसके साथ ही कार्य या पढाई की वजह से मानसिक तनाव पहले की तुलना में वृद्धि महसूस की जा सकती है। ऐसी स्थिति में जब हमारे जीवन में शारीरिक परिश्रम अधिक नहीं है, तो हमारे जीवन में खेलो का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है।

  • यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं सिलेबस 2024
  • यूपी बोर्ड 12वीं सिलेबस 2024
  • आरबीएसई 10वीं का सिलेबस 2023

हमेशा से कहा जाता रहा है कि ‘आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है’, जैसे-जैसे मानव की आवश्यकता बढती गई, वैसे-वैसे उसने अपनी सुविधा के लिए अविष्कार करना आरंभ किया। विज्ञान से तात्पर्य एक ऐसे व्यवस्थित ज्ञान से है जो विचार, अवलोकन तथा प्रयोगों से प्राप्त किया जाता है, जो कि किसी अध्ययन की प्रकृति या सिद्धांतों की जानकारी प्राप्त करने के लिए किए जाते हैं। विज्ञान शब्द का प्रयोग ज्ञान की ऐसी शाखा के लिए भी किया जाता है, जो तथ्य, सिद्धांत और तरीकों का प्रयोग और परिकल्पना से स्थापित और व्यवस्थित करता है।

शिक्षक अपने शिष्य के जीवन के साथ साथ उसके चरित्र निर्माण में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। कहा जाता है कि सबसे पहली गुरु माँ होती है, जो अपने बच्चों को जीवन प्रदान करने के साथ-साथ जीवन के आधार का ज्ञान भी देती है। इसके बाद अन्य शिक्षकों का स्थान होता है। किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण करना बहुत ही बड़ा और कठिन कार्य है। व्यक्ति को शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उसके चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण करना भी उसी प्रकार का कार्य है, जैसे कोई कुम्हार मिट्टी से बर्तन बनाने का कार्य करता है। इसी प्रकार शिक्षक अपने छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के साथ साथ उसके व्यक्तित्व का निर्माण भी करते हैं।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत 1908 में हुई थी, जब न्यूयॉर्क शहर की सड़को पर हजारों महिलाएं घंटों काम के लिए बेहतर वेतन और सम्मान तथा समानता के अधिकार को प्राप्त करने के लिए उतरी थीं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का प्रस्ताव क्लारा जेटकिन का था जिन्होंने 1910 में यह प्रस्ताव रखा था। पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्ज़रलैंड में मनाया गया था।

हम उम्मीद करते हैं कि स्कूली छात्रों के लिए तैयार उपयोगी हिंदी में निबंध, भाषण और कविता (Essays, speech and poems for school students) के इस संकलन से निश्चित तौर पर छात्रों को मदद मिलेगी।

  • आरबीएसई 12वीं का सिलेबस
  • एमपी बोर्ड 10वीं सिलेबस
  • एमपी बोर्ड 12वीं सिलेबस

बाल श्रम को बच्चो द्वारा रोजगार के लिए किसी भी प्रकार के कार्य को करने के रूप में परिभाषित किया गया है जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा डालता है और उन्हें मूलभूत शैक्षिक और मनोरंजक जरूरतों तक पहुंच से वंचित करता है। एक बच्चे को आम तौर व्यस्क तब माना जाता है जब वह पंद्रह वर्ष या उससे अधिक का हो जाता है। इस आयु सीमा से कम के बच्चों को किसी भी प्रकार के जबरन रोजगार में संलग्न होने की अनुमति नहीं है। बाल श्रम बच्चों को सामान्य परवरिश का अनुभव करने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने और उनके शारीरिक और भावनात्मक विकास में बाधा के रूप में देखा जाता है। जानिए कैसे तैयार करें बाल श्रम या फिर कहें तो बाल मजदूरी पर निबंध।

एपीजे अब्दुल कलाम की गिनती आला दर्जे के वैज्ञानिक होने के साथ ही प्रभावी नेता के तौर पर भी होती है। वह 21वीं सदी के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों में से एक हैं। कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति बने, अपने कार्यकाल में समाज को लाभ पहुंचाने वाली कई पहलों की शुरुआत की। मेरा प्रिय नेता विषय पर अक्सर परीक्षा में निबंध लिखने का प्रश्न पूछा जाता है। जानिए कैसे तैयार करें अपने प्रिय नेता: एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध।

हमारे जीवन में बहुत सारे लोग आते हैं। उनमें से कई को भुला दिया जाता है, लेकिन कुछ का हम पर स्थायी प्रभाव पड़ता है। भले ही हमारे कई दोस्त हों, उनमें से कम ही हमारे अच्छे दोस्त होते हैं। कहा भी जाता है कि सौ दोस्तों की भीड़ के मुक़ाबले जीवन में एक सच्चा/अच्छा दोस्त होना काफी है। यह लेख छात्रों को 'मेरे प्रिय मित्र'(My Best Friend Nibandh) पर निबंध तैयार करने में सहायता करेगा।

3 फरवरी, 1879 को भारत के हैदराबाद में एक बंगाली परिवार ने सरोजिनी नायडू का दुनिया में स्वागत किया। उन्होंने कम उम्र में ही कविता लिखना शुरू कर दिया था। उन्होंने कैम्ब्रिज में किंग्स कॉलेज और गिर्टन, दोनों ही पाठ्यक्रमों में दाखिला लेकर अपनी पढ़ाई पूरी की। जब वह एक बच्ची थी, तो कुछ भारतीय परिवारों ने अपनी बेटियों को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। हालाँकि, सरोजिनी नायडू के परिवार ने लगातार उदार मूल्यों का समर्थन किया। वह न्याय की लड़ाई में विरोध की प्रभावशीलता पर विश्वास करते हुए बड़ी हुई। सरोजिनी नायडू से संबंधित अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ें।

  • 12वीं के बाद यूपीएससी की तैयारी कैसे करें?
  • 10वीं क्लास से नीट की तैयारी कैसे करें?
  • 12वीं के बाद नीट के बिना किए जा सकने वाले मेडिकल कोर्स

Frequently Asked Question (FAQs)

किसी भी हिंदी निबंध (Essay in hindi) को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है- ये हैं- प्रस्तावना या भूमिका, विषय विस्तार और उपसंहार (conclusion)।

हिंदी निबंध लेखन शैली की दृष्टि से मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं-

वर्णनात्मक हिंदी निबंध - इस तरह के निबंधों में किसी घटना, वस्तु, स्थान, यात्रा आदि का वर्णन किया जाता है।

विचारात्मक निबंध - इस तरह के निबंधों में मनन-चिंतन की अधिक आवश्यकता होती है।

भावात्मक निबंध - ऐसे निबंध जिनमें भावनाओं को व्यक्त करने की अधिक स्वतंत्रता होती है।

विषय वस्तु की दृष्टि से भी निबंधों को सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, खेल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसी बहुत सी श्रेणियों में बाँटा जा सकता है।

निबंध में समुचित जगहों पर मुहावरे, लोकोक्तियों, सूक्तियों, दोहों, कविता का प्रयोग करके इसे प्रभावी बनाने में मदद मिलती है। हिंदी निबंध के प्रभावी होने पर न केवल बेहतर अंक मिलेंगी बल्कि असल जीवन में अपनी बात रखने का कौशल भी विकसित होगा।

कुछ उपयोगी विषयों पर हिंदी में निबंध के लिए ऊपर लेख में दिए गए लिंक्स की मदद ली जा सकती है।

निबंध, गद्य विधा की एक लेखन शैली है। हिंदी साहित्य कोष के अनुसार निबंध ‘किसी विषय या वस्तु पर उसके स्वरूप, प्रकृति, गुण-दोष आदि की दृष्टि से लेखक की गद्यात्मक अभिव्यक्ति है।’ एक अन्य परिभाषा में सीमित समय और सीमित शब्दों में क्रमबद्ध विचारों की अभिव्यक्ति को निबंध की संज्ञा दी गई है। इस तरह कह सकते हैं कि मोटे तौर पर किसी विषय पर अपने विचारों को लिखकर की गई अभिव्यक्ति निबंध है।

  • Latest Articles
  • Popular Articles

Explore Premium

Understand your attachment style and learn how you can reform your relationships, 7 tips to convey your struggles to your loved ones, decision-making: common challenges faced, tips to make good decisions, how stay-at-home parents can care for themselves, teenage relationships: tips to help your teenager deal with a breakup, getting over the pink and blue divide: revising gender roles, artificial rain: concept and techniques, what is lenz’s law in electricity and magnetism and why is it true, cancer treatment: why chemotherapy does not suit all patients, upcoming school exams, national institute of open schooling 12th examination.

Admit Card Date : 28 March,2024 - 22 May,2024

National Institute of Open Schooling 10th examination

Punjab board of secondary education 12th examination.

Exam Date : 05 April,2024 - 27 April,2024

Bihar Board 12th Examination

Admit Card Date : 19 April,2024 - 11 May,2024

Jammu and Kashmir State Board of School Education 10th Examination

Exam Date : 23 April,2024 - 23 April,2024

Explore Career Options (By Industry)

  • Construction
  • Entertainment
  • Manufacturing
  • Information Technology

Data Administrator

Database professionals use software to store and organise data such as financial information, and customer shipping records. Individuals who opt for a career as data administrators ensure that data is available for users and secured from unauthorised sales. DB administrators may work in various types of industries. It may involve computer systems design, service firms, insurance companies, banks and hospitals.

Bio Medical Engineer

The field of biomedical engineering opens up a universe of expert chances. An Individual in the biomedical engineering career path work in the field of engineering as well as medicine, in order to find out solutions to common problems of the two fields. The biomedical engineering job opportunities are to collaborate with doctors and researchers to develop medical systems, equipment, or devices that can solve clinical problems. Here we will be discussing jobs after biomedical engineering, how to get a job in biomedical engineering, biomedical engineering scope, and salary. 

Ethical Hacker

A career as ethical hacker involves various challenges and provides lucrative opportunities in the digital era where every giant business and startup owns its cyberspace on the world wide web. Individuals in the ethical hacker career path try to find the vulnerabilities in the cyber system to get its authority. If he or she succeeds in it then he or she gets its illegal authority. Individuals in the ethical hacker career path then steal information or delete the file that could affect the business, functioning, or services of the organization.

GIS officer work on various GIS software to conduct a study and gather spatial and non-spatial information. GIS experts update the GIS data and maintain it. The databases include aerial or satellite imagery, latitudinal and longitudinal coordinates, and manually digitized images of maps. In a career as GIS expert, one is responsible for creating online and mobile maps.

Data Analyst

The invention of the database has given fresh breath to the people involved in the data analytics career path. Analysis refers to splitting up a whole into its individual components for individual analysis. Data analysis is a method through which raw data are processed and transformed into information that would be beneficial for user strategic thinking.

Data are collected and examined to respond to questions, evaluate hypotheses or contradict theories. It is a tool for analyzing, transforming, modeling, and arranging data with useful knowledge, to assist in decision-making and methods, encompassing various strategies, and is used in different fields of business, research, and social science.

Geothermal Engineer

Individuals who opt for a career as geothermal engineers are the professionals involved in the processing of geothermal energy. The responsibilities of geothermal engineers may vary depending on the workplace location. Those who work in fields design facilities to process and distribute geothermal energy. They oversee the functioning of machinery used in the field.

Database Architect

If you are intrigued by the programming world and are interested in developing communications networks then a career as database architect may be a good option for you. Data architect roles and responsibilities include building design models for data communication networks. Wide Area Networks (WANs), local area networks (LANs), and intranets are included in the database networks. It is expected that database architects will have in-depth knowledge of a company's business to develop a network to fulfil the requirements of the organisation. Stay tuned as we look at the larger picture and give you more information on what is db architecture, why you should pursue database architecture, what to expect from such a degree and what your job opportunities will be after graduation. Here, we will be discussing how to become a data architect. Students can visit NIT Trichy , IIT Kharagpur , JMI New Delhi . 

Remote Sensing Technician

Individuals who opt for a career as a remote sensing technician possess unique personalities. Remote sensing analysts seem to be rational human beings, they are strong, independent, persistent, sincere, realistic and resourceful. Some of them are analytical as well, which means they are intelligent, introspective and inquisitive. 

Remote sensing scientists use remote sensing technology to support scientists in fields such as community planning, flight planning or the management of natural resources. Analysing data collected from aircraft, satellites or ground-based platforms using statistical analysis software, image analysis software or Geographic Information Systems (GIS) is a significant part of their work. Do you want to learn how to become remote sensing technician? There's no need to be concerned; we've devised a simple remote sensing technician career path for you. Scroll through the pages and read.

Budget Analyst

Budget analysis, in a nutshell, entails thoroughly analyzing the details of a financial budget. The budget analysis aims to better understand and manage revenue. Budget analysts assist in the achievement of financial targets, the preservation of profitability, and the pursuit of long-term growth for a business. Budget analysts generally have a bachelor's degree in accounting, finance, economics, or a closely related field. Knowledge of Financial Management is of prime importance in this career.

Underwriter

An underwriter is a person who assesses and evaluates the risk of insurance in his or her field like mortgage, loan, health policy, investment, and so on and so forth. The underwriter career path does involve risks as analysing the risks means finding out if there is a way for the insurance underwriter jobs to recover the money from its clients. If the risk turns out to be too much for the company then in the future it is an underwriter who will be held accountable for it. Therefore, one must carry out his or her job with a lot of attention and diligence.

Finance Executive

Product manager.

A Product Manager is a professional responsible for product planning and marketing. He or she manages the product throughout the Product Life Cycle, gathering and prioritising the product. A product manager job description includes defining the product vision and working closely with team members of other departments to deliver winning products.  

Operations Manager

Individuals in the operations manager jobs are responsible for ensuring the efficiency of each department to acquire its optimal goal. They plan the use of resources and distribution of materials. The operations manager's job description includes managing budgets, negotiating contracts, and performing administrative tasks.

Stock Analyst

Individuals who opt for a career as a stock analyst examine the company's investments makes decisions and keep track of financial securities. The nature of such investments will differ from one business to the next. Individuals in the stock analyst career use data mining to forecast a company's profits and revenues, advise clients on whether to buy or sell, participate in seminars, and discussing financial matters with executives and evaluate annual reports.

A Researcher is a professional who is responsible for collecting data and information by reviewing the literature and conducting experiments and surveys. He or she uses various methodological processes to provide accurate data and information that is utilised by academicians and other industry professionals. Here, we will discuss what is a researcher, the researcher's salary, types of researchers.

Welding Engineer

Welding Engineer Job Description: A Welding Engineer work involves managing welding projects and supervising welding teams. He or she is responsible for reviewing welding procedures, processes and documentation. A career as Welding Engineer involves conducting failure analyses and causes on welding issues. 

Transportation Planner

A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.

Environmental Engineer

Individuals who opt for a career as an environmental engineer are construction professionals who utilise the skills and knowledge of biology, soil science, chemistry and the concept of engineering to design and develop projects that serve as solutions to various environmental problems. 

Safety Manager

A Safety Manager is a professional responsible for employee’s safety at work. He or she plans, implements and oversees the company’s employee safety. A Safety Manager ensures compliance and adherence to Occupational Health and Safety (OHS) guidelines.

Conservation Architect

A Conservation Architect is a professional responsible for conserving and restoring buildings or monuments having a historic value. He or she applies techniques to document and stabilise the object’s state without any further damage. A Conservation Architect restores the monuments and heritage buildings to bring them back to their original state.

Structural Engineer

A Structural Engineer designs buildings, bridges, and other related structures. He or she analyzes the structures and makes sure the structures are strong enough to be used by the people. A career as a Structural Engineer requires working in the construction process. It comes under the civil engineering discipline. A Structure Engineer creates structural models with the help of computer-aided design software. 

Highway Engineer

Highway Engineer Job Description:  A Highway Engineer is a civil engineer who specialises in planning and building thousands of miles of roads that support connectivity and allow transportation across the country. He or she ensures that traffic management schemes are effectively planned concerning economic sustainability and successful implementation.

Field Surveyor

Are you searching for a Field Surveyor Job Description? A Field Surveyor is a professional responsible for conducting field surveys for various places or geographical conditions. He or she collects the required data and information as per the instructions given by senior officials. 

Orthotist and Prosthetist

Orthotists and Prosthetists are professionals who provide aid to patients with disabilities. They fix them to artificial limbs (prosthetics) and help them to regain stability. There are times when people lose their limbs in an accident. In some other occasions, they are born without a limb or orthopaedic impairment. Orthotists and prosthetists play a crucial role in their lives with fixing them to assistive devices and provide mobility.

Pathologist

A career in pathology in India is filled with several responsibilities as it is a medical branch and affects human lives. The demand for pathologists has been increasing over the past few years as people are getting more aware of different diseases. Not only that, but an increase in population and lifestyle changes have also contributed to the increase in a pathologist’s demand. The pathology careers provide an extremely huge number of opportunities and if you want to be a part of the medical field you can consider being a pathologist. If you want to know more about a career in pathology in India then continue reading this article.

Veterinary Doctor

Speech therapist, gynaecologist.

Gynaecology can be defined as the study of the female body. The job outlook for gynaecology is excellent since there is evergreen demand for one because of their responsibility of dealing with not only women’s health but also fertility and pregnancy issues. Although most women prefer to have a women obstetrician gynaecologist as their doctor, men also explore a career as a gynaecologist and there are ample amounts of male doctors in the field who are gynaecologists and aid women during delivery and childbirth. 

Audiologist

The audiologist career involves audiology professionals who are responsible to treat hearing loss and proactively preventing the relevant damage. Individuals who opt for a career as an audiologist use various testing strategies with the aim to determine if someone has a normal sensitivity to sounds or not. After the identification of hearing loss, a hearing doctor is required to determine which sections of the hearing are affected, to what extent they are affected, and where the wound causing the hearing loss is found. As soon as the hearing loss is identified, the patients are provided with recommendations for interventions and rehabilitation such as hearing aids, cochlear implants, and appropriate medical referrals. While audiology is a branch of science that studies and researches hearing, balance, and related disorders.

An oncologist is a specialised doctor responsible for providing medical care to patients diagnosed with cancer. He or she uses several therapies to control the cancer and its effect on the human body such as chemotherapy, immunotherapy, radiation therapy and biopsy. An oncologist designs a treatment plan based on a pathology report after diagnosing the type of cancer and where it is spreading inside the body.

Are you searching for an ‘Anatomist job description’? An Anatomist is a research professional who applies the laws of biological science to determine the ability of bodies of various living organisms including animals and humans to regenerate the damaged or destroyed organs. If you want to know what does an anatomist do, then read the entire article, where we will answer all your questions.

For an individual who opts for a career as an actor, the primary responsibility is to completely speak to the character he or she is playing and to persuade the crowd that the character is genuine by connecting with them and bringing them into the story. This applies to significant roles and littler parts, as all roles join to make an effective creation. Here in this article, we will discuss how to become an actor in India, actor exams, actor salary in India, and actor jobs. 

Individuals who opt for a career as acrobats create and direct original routines for themselves, in addition to developing interpretations of existing routines. The work of circus acrobats can be seen in a variety of performance settings, including circus, reality shows, sports events like the Olympics, movies and commercials. Individuals who opt for a career as acrobats must be prepared to face rejections and intermittent periods of work. The creativity of acrobats may extend to other aspects of the performance. For example, acrobats in the circus may work with gym trainers, celebrities or collaborate with other professionals to enhance such performance elements as costume and or maybe at the teaching end of the career.

Video Game Designer

Career as a video game designer is filled with excitement as well as responsibilities. A video game designer is someone who is involved in the process of creating a game from day one. He or she is responsible for fulfilling duties like designing the character of the game, the several levels involved, plot, art and similar other elements. Individuals who opt for a career as a video game designer may also write the codes for the game using different programming languages.

Depending on the video game designer job description and experience they may also have to lead a team and do the early testing of the game in order to suggest changes and find loopholes.

Radio Jockey

Radio Jockey is an exciting, promising career and a great challenge for music lovers. If you are really interested in a career as radio jockey, then it is very important for an RJ to have an automatic, fun, and friendly personality. If you want to get a job done in this field, a strong command of the language and a good voice are always good things. Apart from this, in order to be a good radio jockey, you will also listen to good radio jockeys so that you can understand their style and later make your own by practicing.

A career as radio jockey has a lot to offer to deserving candidates. If you want to know more about a career as radio jockey, and how to become a radio jockey then continue reading the article.

Choreographer

The word “choreography" actually comes from Greek words that mean “dance writing." Individuals who opt for a career as a choreographer create and direct original dances, in addition to developing interpretations of existing dances. A Choreographer dances and utilises his or her creativity in other aspects of dance performance. For example, he or she may work with the music director to select music or collaborate with other famous choreographers to enhance such performance elements as lighting, costume and set design.

Social Media Manager

A career as social media manager involves implementing the company’s or brand’s marketing plan across all social media channels. Social media managers help in building or improving a brand’s or a company’s website traffic, build brand awareness, create and implement marketing and brand strategy. Social media managers are key to important social communication as well.

Photographer

Photography is considered both a science and an art, an artistic means of expression in which the camera replaces the pen. In a career as a photographer, an individual is hired to capture the moments of public and private events, such as press conferences or weddings, or may also work inside a studio, where people go to get their picture clicked. Photography is divided into many streams each generating numerous career opportunities in photography. With the boom in advertising, media, and the fashion industry, photography has emerged as a lucrative and thrilling career option for many Indian youths.

An individual who is pursuing a career as a producer is responsible for managing the business aspects of production. They are involved in each aspect of production from its inception to deception. Famous movie producers review the script, recommend changes and visualise the story. 

They are responsible for overseeing the finance involved in the project and distributing the film for broadcasting on various platforms. A career as a producer is quite fulfilling as well as exhaustive in terms of playing different roles in order for a production to be successful. Famous movie producers are responsible for hiring creative and technical personnel on contract basis.

Copy Writer

In a career as a copywriter, one has to consult with the client and understand the brief well. A career as a copywriter has a lot to offer to deserving candidates. Several new mediums of advertising are opening therefore making it a lucrative career choice. Students can pursue various copywriter courses such as Journalism , Advertising , Marketing Management . Here, we have discussed how to become a freelance copywriter, copywriter career path, how to become a copywriter in India, and copywriting career outlook. 

In a career as a vlogger, one generally works for himself or herself. However, once an individual has gained viewership there are several brands and companies that approach them for paid collaboration. It is one of those fields where an individual can earn well while following his or her passion. 

Ever since internet costs got reduced the viewership for these types of content has increased on a large scale. Therefore, a career as a vlogger has a lot to offer. If you want to know more about the Vlogger eligibility, roles and responsibilities then continue reading the article. 

For publishing books, newspapers, magazines and digital material, editorial and commercial strategies are set by publishers. Individuals in publishing career paths make choices about the markets their businesses will reach and the type of content that their audience will be served. Individuals in book publisher careers collaborate with editorial staff, designers, authors, and freelance contributors who develop and manage the creation of content.

Careers in journalism are filled with excitement as well as responsibilities. One cannot afford to miss out on the details. As it is the small details that provide insights into a story. Depending on those insights a journalist goes about writing a news article. A journalism career can be stressful at times but if you are someone who is passionate about it then it is the right choice for you. If you want to know more about the media field and journalist career then continue reading this article.

Individuals in the editor career path is an unsung hero of the news industry who polishes the language of the news stories provided by stringers, reporters, copywriters and content writers and also news agencies. Individuals who opt for a career as an editor make it more persuasive, concise and clear for readers. In this article, we will discuss the details of the editor's career path such as how to become an editor in India, editor salary in India and editor skills and qualities.

Individuals who opt for a career as a reporter may often be at work on national holidays and festivities. He or she pitches various story ideas and covers news stories in risky situations. Students can pursue a BMC (Bachelor of Mass Communication) , B.M.M. (Bachelor of Mass Media) , or  MAJMC (MA in Journalism and Mass Communication) to become a reporter. While we sit at home reporters travel to locations to collect information that carries a news value.  

Corporate Executive

Are you searching for a Corporate Executive job description? A Corporate Executive role comes with administrative duties. He or she provides support to the leadership of the organisation. A Corporate Executive fulfils the business purpose and ensures its financial stability. In this article, we are going to discuss how to become corporate executive.

Multimedia Specialist

A multimedia specialist is a media professional who creates, audio, videos, graphic image files, computer animations for multimedia applications. He or she is responsible for planning, producing, and maintaining websites and applications. 

Quality Controller

A quality controller plays a crucial role in an organisation. He or she is responsible for performing quality checks on manufactured products. He or she identifies the defects in a product and rejects the product. 

A quality controller records detailed information about products with defects and sends it to the supervisor or plant manager to take necessary actions to improve the production process.

Production Manager

A QA Lead is in charge of the QA Team. The role of QA Lead comes with the responsibility of assessing services and products in order to determine that he or she meets the quality standards. He or she develops, implements and manages test plans. 

Process Development Engineer

The Process Development Engineers design, implement, manufacture, mine, and other production systems using technical knowledge and expertise in the industry. They use computer modeling software to test technologies and machinery. An individual who is opting career as Process Development Engineer is responsible for developing cost-effective and efficient processes. They also monitor the production process and ensure it functions smoothly and efficiently.

AWS Solution Architect

An AWS Solution Architect is someone who specializes in developing and implementing cloud computing systems. He or she has a good understanding of the various aspects of cloud computing and can confidently deploy and manage their systems. He or she troubleshoots the issues and evaluates the risk from the third party. 

Azure Administrator

An Azure Administrator is a professional responsible for implementing, monitoring, and maintaining Azure Solutions. He or she manages cloud infrastructure service instances and various cloud servers as well as sets up public and private cloud systems. 

Computer Programmer

Careers in computer programming primarily refer to the systematic act of writing code and moreover include wider computer science areas. The word 'programmer' or 'coder' has entered into practice with the growing number of newly self-taught tech enthusiasts. Computer programming careers involve the use of designs created by software developers and engineers and transforming them into commands that can be implemented by computers. These commands result in regular usage of social media sites, word-processing applications and browsers.

Information Security Manager

Individuals in the information security manager career path involves in overseeing and controlling all aspects of computer security. The IT security manager job description includes planning and carrying out security measures to protect the business data and information from corruption, theft, unauthorised access, and deliberate attack 

ITSM Manager

Automation test engineer.

An Automation Test Engineer job involves executing automated test scripts. He or she identifies the project’s problems and troubleshoots them. The role involves documenting the defect using management tools. He or she works with the application team in order to resolve any issues arising during the testing process. 

Applications for Admissions are open.

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Get up to 90% scholarship on NEET, JEE & Foundation courses

JEE Main Important Chemistry formulas

JEE Main Important Chemistry formulas

As per latest 2024 syllabus. Chemistry formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

ALLEN NEET Coaching

ALLEN NEET Coaching

Ace your NEET preparation with ALLEN Online Programs

SAT® | CollegeBoard

SAT® | CollegeBoard

Registeration closing on 19th Apr for SAT® | One Test-Many Universities | 90% discount on registrations fee | Free Practice | Multiple Attempts | no penalty for guessing

TOEFL ® Registrations 2024

TOEFL ® Registrations 2024

Thinking of Studying Abroad? Think the TOEFL® test. Register now & Save 10% on English Proficiency Tests with Gift Cards

Resonance Coaching

Resonance Coaching

Enroll in Resonance Coaching for success in JEE/NEET exams

Everything about Education

Latest updates, Exclusive Content, Webinars and more.

Explore on Careers360

  • Board Exams
  • Top Schools
  • Navodaya Vidyalaya
  • NCERT Solutions for Class 10
  • NCERT Solutions for Class 9
  • NCERT Solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 6

NCERT Exemplars

  • NCERT Exemplar
  • NCERT Exemplar Class 9 solutions
  • NCERT Exemplar Class 10 solutions
  • NCERT Exemplar Class 11 Solutions
  • NCERT Exemplar Class 12 Solutions
  • NCERT Books for class 6
  • NCERT Books for class 7
  • NCERT Books for class 8
  • NCERT Books for class 9
  • NCERT Books for Class 10
  • NCERT Books for Class 11
  • NCERT Books for Class 12
  • NCERT Notes for Class 9
  • NCERT Notes for Class 10
  • NCERT Notes for Class 11
  • NCERT Notes for Class 12
  • NCERT Syllabus for Class 6
  • NCERT Syllabus for Class 7
  • NCERT Syllabus for class 8
  • NCERT Syllabus for class 9
  • NCERT Syllabus for Class 10
  • NCERT Syllabus for Class 11
  • NCERT Syllabus for Class 12
  • CBSE Date Sheet
  • CBSE Syllabus
  • CBSE Admit Card
  • CBSE Result
  • CBSE Result Name and State Wise
  • CBSE Passing Marks

CBSE Class 10

  • CBSE Board Class 10th
  • CBSE Class 10 Date Sheet
  • CBSE Class 10 Syllabus
  • CBSE 10th Exam Pattern
  • CBSE Class 10 Answer Key
  • CBSE 10th Admit Card
  • CBSE 10th Result
  • CBSE 10th Toppers
  • CBSE Board Class 12th
  • CBSE Class 12 Date Sheet
  • CBSE Class 12 Admit Card
  • CBSE Class 12 Syllabus
  • CBSE Class 12 Exam Pattern
  • CBSE Class 12 Answer Key
  • CBSE 12th Result
  • CBSE Class 12 Toppers

CISCE Board 10th

  • ICSE 10th time table
  • ICSE 10th Syllabus
  • ICSE 10th exam pattern
  • ICSE 10th Question Papers
  • ICSE 10th Result
  • ICSE 10th Toppers
  • ISC 12th Board
  • ISC 12th Time Table
  • ISC Syllabus
  • ISC 12th Question Papers
  • ISC 12th Result
  • IMO Syllabus
  • IMO Sample Papers
  • IMO Answer Key
  • IEO Syllabus
  • IEO Answer Key
  • NSO Syllabus
  • NSO Sample Papers
  • NSO Answer Key
  • NMMS Application form
  • NMMS Scholarship
  • NMMS Eligibility
  • NMMS Exam Pattern
  • NMMS Admit Card
  • NMMS Question Paper
  • NMMS Answer Key
  • NMMS Syllabus
  • NMMS Result
  • NTSE Application Form
  • NTSE Eligibility Criteria
  • NTSE Exam Pattern
  • NTSE Admit Card
  • NTSE Syllabus
  • NTSE Question Papers
  • NTSE Answer Key
  • NTSE Cutoff
  • NTSE Result

Schools By Medium

  • Malayalam Medium Schools in India
  • Urdu Medium Schools in India
  • Telugu Medium Schools in India
  • Karnataka Board PUE Schools in India
  • Bengali Medium Schools in India
  • Marathi Medium Schools in India

By Ownership

  • Central Government Schools in India
  • Private Schools in India
  • Schools in Delhi
  • Schools in Lucknow
  • Schools in Kolkata
  • Schools in Pune
  • Schools in Bangalore
  • Schools in Chennai
  • Schools in Mumbai
  • Schools in Hyderabad
  • Schools in Gurgaon
  • Schools in Ahmedabad
  • Schools in Uttar Pradesh
  • Schools in Maharashtra
  • Schools in Karnataka
  • Schools in Haryana
  • Schools in Punjab
  • Schools in Andhra Pradesh
  • Schools in Madhya Pradesh
  • Schools in Rajasthan
  • Schools in Tamil Nadu
  • NVS Admit Card
  • Navodaya Result
  • Navodaya Exam Date
  • Navodaya Vidyalaya Admission Class 6
  • JNVST admit card for class 6
  • JNVST class 6 answer key
  • JNVST class 6 Result
  • JNVST Class 6 Exam Pattern
  • Navodaya Vidyalaya Admission
  • JNVST class 9 exam pattern
  • JNVST class 9 answer key
  • JNVST class 9 Result

Download Careers360 App's

Regular exam updates, QnA, Predictors, College Applications & E-books now on your Mobile

student

Cetifications

student

We Appeared in

Economic Times

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay In Hindi)

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay In Hindi), मेरी पाठशाला पर निबंध

आज के इस लेख में हम मेरा स्कूल विषय  पर निबंध (Essay On My School In Hindi) लिखेंगे। मेरा स्कूल विषय पर लिखा यह निबंध बच्चो और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

मेरा स्कूल विषय पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On My School In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।

Table of Contents

मेरा स्कूल पर निबंध ( My School Essay In Hindi)

प्रस्तावना 

घर के बाद एक बच्चे के जिंदगी में पहला बदलाव स्कूल होता है। स्कूल के जरिए ही एक बच्चा पहली बार दुनियाँ से सामना करता है और बहुत कुछ सीखता है। इसलिए ऐसा कह सकते हैं कि किसी भी बच्चे के जीवन मे स्कूल का बहुत अधिक महत्व होता है।

यह महत्व सिर्फ पढ़ाई की दृष्टि से नही बल्कि एक बच्चे के पूरे व्यक्तित्व विकास में भी बहुत अहम होता है। ठीक इसी तरह मेरे जीवन मे भी स्कूल का महत्व रहा है। मेरे स्कूल का नाम सरस्वती शिशु मंदिर है।

मेरे स्कूल की गिनती शहर के कुछ प्रसिद्ध स्कूलों में होती है, इस वजह से हर विद्यार्थी यहां से पढ़ने के लिए लालायित रहता है। लेकिन यहाँ आना इतना आसान नही है। मेरे स्कूल में कोई भी विद्यार्थी तभी प्रवेश पा सकता है जब वह प्रवेश परीक्षा को पास कर पाएगा।

हर वर्ष हमारे स्कूल में एक प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसको देने के लिए शहर और गाँव के विद्यार्थी आते हैं। परीक्षा के बाद इन लोगों को नंबर दिए जाते हैं, जिसके आधार पर एक मेरिट लिस्ट बनाई जाती है।

मेरिट लिस्ट के आधार पर ही कोई भी यहां पर प्रवेश पा सकता है। जिसका नाम उंस मेरिट लिस्ट में होगा उसका प्रवेश सुनिश्चचित हो जाता है। लेकिन जिनका नाम नही है उन्हें प्रवेश नही मिल पाएगा। हालांकि वह दूसरी बार परीक्षा में जरूर बैठ सकते हैं, इसके लिए उन पर कोई पाबंदी नही है।

स्कूल का परिसर

हमारे स्कूल का परिसर बहुत ही भव्य है, क्योंकि यहां कक्षा 1 से लेकर 12 वी तक कि कक्षाएं लगती है। कक्षा 1 से लेकर 10 वी तक कि कक्षाओं के लिए एक अलग परिसर है, जबकि कक्षा 11 वी और 12 वी के लिए दूसरा परिसर बनाया गया है।

इन दोनों परिसरों के बीच दो बड़े खेल के मैदान हैं जिसमें एक तरफ 11, 12 वी के विद्यार्थी होते हैं ,जबकि दूसरे मैदान में 10वी और बाकी कक्षा के बच्चे होते हैं। इन दोनों मैदानों के बीचो बीच एक सड़क बनी हुई है।

जहां से गुजर कर हमारी स्कूल बस जाती है। हमारे स्कूल में कुल 3 स्कूल बस हैं। कई लोग सायकल से तो कुछ लोग बाइक से भी स्कूल आते हैं। मैं फिलहाल बस से ही स्कूल आता हूँ। स्कूल में 2 मंजिला इमारत बनी हुई है। जिसमें निचली मंजिला में 11वी की कक्षा लगती है।

और वही ऊपरी मंजिला में 12 की कक्षा लगती है, जबकि सबसे ऊपर वाले मंजिल में प्रार्थनाएं होती हैं। स्कूल का प्रार्थना कक्ष इतना बड़ा बना हुआ है, कि उसमें 350 बच्चे आसानी से बैठ सकते हैं।

प्रार्थना कक्ष के फर्श में कालीन बिछाई गई है, जिसका रंग गुलाबी है। सामने एक मंच है, जहाँ से कभी कभी हमारे प्रधानाचार्य स्पीच देते हैं। हमारे स्कूल के सबसे नीचे वाली मंजिल में ही प्रधानाध्यापक का कक्ष है। इसके ठीक बगल में पुस्तकालय बना हुआ है, हम सब अपनी जरूरत की कई किताबें पुस्तकालय से ही लेते हैं।

पुस्तकालय के बगल में फीस जमा करने का कक्ष बना हुआ है, यही पर फ़ीस से संबंधित सभी काम किए जाते हैं।

स्कूल में मिलने वाली सुविधाएँ

हमारे स्कूल में जरूरत की हर सुविधा उपलब्ध है। जैसे कि कई बच्चों को खेल में काफी रुचि होती है तो ऐसे स्टूडेंट्स के लिए खेल से जुड़े सभी सामान मिल जाते हैं।

हमारे स्कूल में क्रिकेट से संबंधित सभी सामान मौजूद है, जैसे बैट, गेंद, विकेट, ग्लब्स आदि। वही फुटबाल पसंद करने वालों के लिए यहां पर फ़ुटबॉल भी मौजूद है। इसके साथ साथ, बैडमिंटन, रस्सी कूद जैसे खेल की तमाम सुविधाएं यहाँ मिल जाती है।

कुछ स्टूडेंट्स को खेल में आगे बढ़ना होता है और उन्हें लंबी कूद, ऊंची कूद, गोला फेक, भाला फेक जैसी कई प्रतियोगिताएं काफी लुभाती है। ऐसे विद्यार्थियों के ट्रेनिंग के लिए भी हमारे स्कूल में पर्याप्त साजो-सामान मौजूद है।

खेल से अलग बात करें तो हमारे स्कूल में एक बेहतरीन कंप्यूटर लैब है, जिसमें करीब 60 कंप्यूटर्स होंगे। हर स्टूडेंट को एक एक कंप्यूटर दिया जाता है। कंप्यूटर चलाना हम सबको बहुत पसंद होता है, इसलिये कंप्यूटर का क्लास मुझे बहुत पसंद होता है।

कंप्यूटर के अलावा पुस्तकालय भी मुझे बहुत पसंद है। जहां से मुझे अपने पसंद की कई किताबें मिल जाती है। हमारे स्कूल के पुस्तकालय में कोर्स की किताबों के साथ साथ अन्य तरह की किताबें भी रहती है। जैसे कि किस्से कहानियों की किताबें, कविताओं और महान पुरुषों की जीवनी संबंधी किताबें।

मुझे कविताओं और महान लोगों की जीवनी पढ़ने में काफी रुचि है। इसलिए मैं बार बार वही किताबें पुस्तकालय से जारी करवाता रहता हूँ।

स्कूल में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम

मेरे स्कूल में हमेशा दिन में 3 वक़्त प्रार्थना होती है। पहली प्रार्थना सुबह के वक़्त होती है जब हम लोग स्कूल आते हैं। इस दौरान हम सरस्वती वंदना, गीता पाठ करते हैं। इसके बाद 5 मिनट के लिए भ्रामरी प्राणायाम, और ॐ का उच्चारण करते हैं।

प्राणायाम करने के बाद हमारी एकाग्रता काफी ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे पढ़ाया हुआ हमे आसानी से और जल्दी समझ मे आता है। इसके बाद भोजन के वक़्त भी हम एक प्रार्थना करते हैं।

फिर जब स्कूल से छुट्टी होती है तो एक छोटी सी प्रार्थना होती है। इन सब के अलावा हमारे स्कूल में हर साल सरस्वती पूजा का कार्यक्रम बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। कई मुख्य अतिथि भी इसमे शामिल होते हैं।

हर साल वार्षिक समारोह का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें कई स्टूडेंट्स भाग भी लेते हैं। स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस जैसे महत्वपूर्ण पर्व बहुत अच्छे से मनाए जाते हैं।

इसके अलावा हर वर्ष पूर्व छात्र मिलन नाम का एक प्रोग्राम चलाया जाता है, जिसमे हमारे स्कूल में पढ़े हुए कई छात्रों को बुलाया जाता है। इसमे से कई ऐसे होते हैं जो अपने कैरियर में काफी ऊँचाई में होते हैं।

ऐसे पूर्व छात्रों के जरिए लगातार हमे अच्छी अच्छी बातें बताई जाती है और साथ मे भविष्य में आने वाली चुनौतियों से भी अवगत करवाया जाता है।

स्कूल में होने वाली परीक्षाएं

मेरा स्कूल इन सब चीजों के साथ साथ पढ़ाई पर भी विशेष ध्यान देता है। इसलिए हर माह मासिक टेस्ट जरूर होती है। मासिक टेस्ट हालांकि उतना कठिन नही होता है, लेकिन फिर भी इस टेस्ट में भी अच्छा करने का दवाब हमारे ऊपर बना रहता है।

इसके साथ ही हर तीन तीन माह में हमारी परीक्षाएं आयोजित करवाई जाती है। जैसे 3 माह बाद त्रैमासिक परीक्षाएं, 6 माह बाद अर्धवार्षिक परीक्षाएं और फिर आखिरी में वार्षिक परीक्षाएं आयोजित करवाई जाती हैं।

इन्ही तीनो परीक्षाओं के आधार पर हमारा रिजल्ट बनाया जाता है। इसके साथ साथ हमारी स्टूडेंट्स के लिए हर वर्ष प्रवेश परीक्षाएं भी आयोजित कराई जाती है। इसके लिए स्कूल के शिक्षक ही पेपर तैयार करते हैं और नंबर के आधार पर  स्टूडेंट्स की एक सूची तैयार करते हैं।

स्कूल के शिक्षक

हमारे स्कूल के शिक्षकों की बात करें तो वह सब बहुत ही योग्य और हमारे साथ सहानुभूति जताने वाले होते हैं।  सभी शिक्षक इस बात की पूरी कोशिश करते हैं कि विषय की समझ हमारी गहरी हो। इसके लिए वह विषय को पूरी गहराई से समझाते हैं।

इसके साथ ही यदि किसी भी स्टूडेंट को विषय को समझने में दिक्कत हो रही है, तो वह क्लास के बाद अलग से उंस विषय के शिक्षक से मिलकर उस टॉपिक को दोबारा भी समझा सकता है।

इसके लिए कोई भी शिक्षक मना नही करता है। यदि मैं बताऊं की मुझे सबसे अधिक कौन से शिक्षक पसंद है तो मैं कहूंगा कि वैसे तो सभी शिक्षक पसंद है। लेकिन जो मुझे हिंदी पढ़ाते हैं, उनके पढ़ाने का तरीका काफी अलग है जो कि मुझे बहुत अच्छा लगता है।

वही स्कूल में खेल के लिए एक अलग शिक्षक नियुक्त किये गए हैं, जिनका काम सिर्फ हम लोगो को खेल खिलाना और सीखाना है।

किसी भी व्यक्ति के जीवन की मीठी यादों में स्कूल का जीवन जरूर शामिल होता है। इसलिए मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे एक ऐसे वातावरण में रहने और पढ़ने का अवसर मिल रहा है, जो बहुत ही सकारात्मक है, जहां से मैं हर दिन काफी कुछ सीखता हूँ।

यहाँ मुझे हर दिन अच्छा लगता है। शिक्षको का सानिध्य और अपने दोस्तों का साथ मुझे स्कूल छोड़ने के बाद भी बहुत याद रहेगा और मै इसे हमेशा याद करूँगा।

इन्हे भी पढ़े :-

  • 10 Lines On My School In Hindi Language
  • मेरा आदर्श विद्यालय पर निबंध (Adarsh Vidyalaya Essay In Hindi)
  • आदर्श विद्यार्थी पर निबंध (Ideal Student Essay In Hindi)
  • शिक्षा पर निबंध (Essay On Education In Hindi)
  • यदि परीक्षा ना होती तो पर निबंध (If There Were No Exams Essay In Hindi)

मेरा विद्यालय पर निबंध (Short Essay On My School In Hindi)

मेरे विद्यालय का नाम उच्चय विद्यालय हैं। ये एक बहुत बड़ी ईमारत हैं और इसमें सभी क्लास के क्षात्रो के लिए अलग अलग कमरा बनाये हुए हैं। सभी क्लास में खिड़किया बनायी हुइ हैं, जिससे हमें प्राकृतिक रौशनी मिल पाती हैं।

मेरे स्कूल में हर कक्षा में बेंच लगाये हुए हैं। इस विद्यालय में हम पहली क्लास से पढ़ते आ रहे हैं। हमारे पाठशाला में सभी विषय के शिक्षक उपलब्ध हैं। जब हम सुबह में विद्यालय आते हैं, तो हमारे बिद्यालय की साफ -सफाई होते रहती हैं और हमारे विद्यालय के क्लास रूम भी साफ सुथरे रहते हैं। जिस वजह से मुझे मेरे विद्यालय में पढ़ना अच्छा लगता हैं।

विद्यालय आने के बाद हमें सबसे पहले प्रार्थना करवायी जाती हैं। उस प्रार्थना में विद्यालय के सभी विद्यार्थी और सभी शिक्षक शामिल होते हैं। प्रार्थना के समय कोई भी बच्चा शोर नहीं करता हैं।

नहीं तो अगर कोई भी बच्चा प्रार्थना के समय कुछ और करते रहता हैं। उसे प्रार्थना ख़त्म होने के बाद हमारे विद्यालय के शिक्षक उसे कुछ न कुछ सजा देते हैं। इसलिए हमारे बिद्यालय में सभी क्षात्र शांति पूर्वक प्रार्थना करते हैं।

प्रार्थना खत्म होने के बाद सभी बच्चो को राष्ट्रीय गाण करवाया जाता हैं और “भारत माता की जय” का नारा लगाया जाता हैं। मेरे स्कूल में सभी बहुत ही अनुशासन में रहते हैं और अनुशासन से पढ़ाई भी करते हैं।

मेरे स्कूल के सभी शिक्षक अपने समय से विद्यालय में आते हैं और हमें पढ़ाने के लिए समय पर क्लास में आते हैं। मेरा विद्यालय का एक बहुत ही अच्छा नियम हैं, जो की है समय से घंटी बजाना और उसी घंटी के अनुशार हमारे सभी बिषय के शिक्षक मेरे क्लास में पढ़ाने आ जाते हैं।

हमारे सभी विषय के शिक्षक रोज पढ़ाने के बाद कुछ ना कुछ घर से (होम वर्क) बनाने के लिए जरूर देते हैं। और दुशरे दिन वो क्लास के सभी बच्चो की कॉपी देखते हैं और जो भी विद्यार्थी होम वर्क नहीं बना कर ले आता है उसे छोटी सी सजा दी जाती हैं। और जो विद्यार्थी होम वर्क बना कर के ले आता है उसे शिक्षक शाबासी देते हैं और उसकी प्रशंसा भी करते है ।

मेरे विद्यालय में सभी शिक्षक अपने -अपने विषय का साप्ताहिक जाँच (टेस्ट) लेते हैं और इसमें देखते हैं कौन विद्यार्थी कितना सीखा। इस टेस्ट में जो अच्छा नंबर लाता हैं उसे पुरस्कार से सम्मानित किया जाता हैं।

इससे हम सभी के मन में बना रहता हैं की अलगे टेस्ट में हम सब से ज्यादा नंबर लाएंगे और पुरस्कार जीतेंगे और इससे हम अपने पढाई पे ज्यादा मेहनत करते हैं।

हमे दोपहर में खाना खाने के लिए समय मिलता हैं। इस समय हम सभी अपने दोस्तो के साथ विद्यालय के ग्राउंड में बैठ कर अपना अपना खाना खाते हैं। मेरा विद्यालय का फिल्ड बहुत बड़ा हैं इसमें बहुत सारे तरह -तरह के पेड़ लगा हुआ हैं। उन पेड़ो को रोज पानी दिया जाता हैं, जिससे हमारे स्कूल का मैदान हरा -भरा रहता हैं।

हमे खेलने के लिए भी समय दिया जाता हैं, जिसमे हमारे खेल के शिक्षक हमे तरह -तरह का खेल खेलणा सिखाते हैं और हम सब उन खेलो का आनंद लेते हैं। शाम तक हमारे सभी विषय की पढ़ाई हो जाती हैं और फिर हमे छुट्टी मिल जाती हैं और उसके पश्चात हम अपने घर पे चले जाते हैं।

हमारे जिंगदगी में विद्यालय एक ऐसी जगह हैं जहा हम अपने माता -पिता से दूर रह कर कुछ घंटो के लिए अपने दिक्कतो का खुद से सामना करते हैं। वहाँ से हम अपनी जिंदगी की शुरुआत करते हैं।

हम अपने बचपन से बड़े होने तक अनेक प्रकर के विद्यालय में पढ़ते हैं। जैसे आंगनवाड़ी, प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय और विशव विधालय।

आँगनवाड़ी – ये एक छोटा सा केन्द्र होता है जो की मुहल्ले में ही होता है। यहाँ पर हमारे गाँव या मोहल्ले के छोटे -छोटे बच्चो को शिक्षा देने की शुरुआत कि जाती है। यहाँ के शिक्षक बच्चो को कुछ घंटो के लिए अपने परिवार से दूर रहना सिखाते हैं।

आँगनवाड़ी केन्द्र में ज्यादा देर तक पढाई नहीं होती हैं, बच्चो को यहाँ कुछ घंटो के लिए पढ़ाया जाता हैं। ये केंद्र सरकारी होते हैं इसका सभी खर्च सरकार द्वारा दिया जाता हैं।

प्राथमिक विद्यालय – यहाँ क्लास प्रथम से लेकर क्लास (कक्षा) पाँच तक पढाई होती हैं। जिसमे बच्चो को पढ़ाई का और स्कूल आने का तौर -तरीका सिखाया जाता हैं।

माध्यमिक विद्यालय – यहाँ क्लास आठवीं तक पढ़ाया जाता हैं। इस विधालय में बच्चो को सभी विषय का थोड़ी – बहुत जानकारी दि जाती हैं। माध्यमिक विद्यालय का समय ज्यादा तक सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होता हैं।

उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय – यहाँ बच्चो को अच्छे से सभी विषय का अनुभव हो जाता हैं। इस विद्यालय में आने के बाद हम अपने आप कुछ पढ़ने लायक बन जाते हैं। इस विधालय में अनुसासन भी अच्छी तरह से सीखाया जाता हैं।

विशव विधालय – यहाँ हमें दुनियाँ की सभी उच्च शिक्षा मिलती हैं। यह आने के बाद सभी बच्चे अपने पढाई को समझने लगते है और उन्हें जिस विषय में ज्यादा रूचि होती हैं। उसमें अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पढाई करते हैं।

स्कूल और विद्यालय के लिए जरुरी चीजे 

विद्यालय के आस -पास और विद्यालय में शांति का वातावरण होना बहुत जरुरी हैं। इससे विद्यालय के बच्चो को पढाई में ध्यान लगाने में कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

विद्यालय में सभी विषयो का अच्छा शिक्षक उपलब्ध होना चाहिए। जिससे विधार्थी को सभी विषय पर उचित जानकारी मिल सके और बच्चो को कोई भी विषय के सम्बन्ध में दिक्कत आये तो उसका जबाब शिक्षक दे सके।

विद्यालय में शिक्षक और विधार्थी को अनुशासित रहना चाहिए, इससे हमारे विद्यालय का नाम रौशन होगा। रोज नियमित रूप से सभी बच्चो को होम वर्क (H.W) मिलना चाहिए, जिससे बच्चे अपने घर पे भी कुछ देर पढाई से जुड़े रहे।

विधालय में साफ सफाई रोज होना चाहिए, जिससे विधालय में किसी को बीमारियो का सामना नहीं करना पढ़े और सभी स्वस्थ रह सके। विद्यालय में शौचालय जरूर होना चाहिए और बच्चो को पिने के लिए शुद्ध पिने के पानी की व्यबस्था जरूर होनी चाहिए।

स्कूल में कुछ ना कुछ आयोजन करते रहना चाहिए, इससे विधार्थी अपने स्कूल के साथ आसानी से जुड़ने लगते हैं। स्कूल में नियमित गाणा, डांस और खेलो का आयोजन होना चाहिए और इनकी सुविधा होनी चाहिए। जिससे बच्चो का विद्यालय में मन लगा रहेगा और कुछ न कुछ सिखने को भी मिलता रहेगा।

विद्यालय में साप्ताहिक क्लास टेस्ट होनी चाहिए, इससे बच्चो का मनोवल बढ़ते रहता हैं और विद्यार्थी अपने आप से मेहनत करने की ज्यादा कोशिश करते हैं। इससे विद्यार्थी पढाई में ज्यादा ध्यान देते हैं।

विद्यालय जिंदगी का बहुत बड़ा हिस्सा हैं, जहाँ से हम बहुत सारी अच्छी बाते सीखते हैं। इसीलिए अपने विद्यालय का और अपने शिक्षक का हमेशा सम्मान करना चाहिए। विद्यालय में पढ़ते पढ़ते उससे हमारे बहुत सारी यादे जुड़ जाती हैं।

हमें अपने विद्यालय के बारे में हमेसा अच्छा सोचना चाहिए और अपने लिए और साथ में अपने विद्यालय के लिए कुछ ना कुछ अच्छा करना चाहिए।

तो यह था मेरा स्कूल विषय पर निबंध, आशा करता हूं कि मेरा स्कूल विषय   पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On My School) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

Sharing is caring!

Related Posts

इंद्रधनुष पर निबंध (Rainbow Essay In Hindi Language)

इंद्रधनुष पर निबंध (Rainbow Essay In Hindi)

ओणम त्यौहार पर निबंध (Onam Festival Essay In Hindi)

ओणम त्यौहार पर निबंध (Onam Festival Essay In Hindi)

ध्वनि प्रदूषण पर निबंध (Noise Pollution Essay In Hindi Language)

ध्वनि प्रदूषण पर निबंध (Noise Pollution Essay In Hindi)

Class Topper Logo

मेरे स्कूल के बारे में 10 लाइन | 10 Lines on My School in Hindi

essay on my school in hindi short

मेरा स्कूल के बारे में 10 लाइन: यदि आप मेरे स्कूल के बारे में 10 लाइन खोज रहे हैं। यह Class 1 के लिए सबसे अच्छी जगह है। यह निबंध याद रखने में बहुत आसान और सरल है। यह निबंध आपके लिए बहुत उपयोगी है।

हमने अपने स्कूल के बारे में 10 पंक्तियों के नीचे उल्लेख किया है। ये टिप्स और ट्रिक्स छात्रों को मेरे स्कूल में एक आदर्श निबंध लिखने में मदद करेंगे। मुझे आशा है कि यह आपके जैसा है और यह कक्षा 1 के आपके लिए सहायक होगा।

essay on my school in hindi short

Table of Contents

10 Lines on My School in Hindi

Pattern 1  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, and 5 Students.

  • मेरे स्कूल का नाम एच.एन. स्कूल है।
  • यह मेरे शहर का एक बड़ा और प्रसिद्ध स्कूल है।
  • मैं कक्षा 1 में पढता हु।
  • हमारे स्कूल में 20 शिक्षक और 500 छात्र हैं।
  • मेरे विद्यालय में एक बड़ी प्रयोगशाला है और सभी प्रकार की पुस्तकों से भरा हुआ है।
  • मेरे विद्यालय में एक अच्छा खेल का मैदान है।
  • इसमें एक अद्भुत बगीचा और कई तरह के फूल हैं।
  • मेरे स्कूल में एक कंप्यूटर लैब, ऑडिटोरियम में एक साइंस लैब आदि भी है।
  • मैं अपने स्कूल में हर दिन नई चीजें सीखता हूं।
  • मुझे अपने स्कूल से बहुत प्यार है।

मेरा स्कूल के बारे में 10 लाइन हिंदी में

10 Lines on My School in English

Pattern 2  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 6, 7, 8, and 9 Students.

  • The name of my school is H.N School.
  • It is a big and famous School in my city.
  • I study in class 1.
  • There are 20 teachers and 500 students in our school.
  • My school has a big laboratory and is full of all kinds of books.
  • My school has a nice playground.
  • There is a wonderful garden and many kinds of flowers in it.
  • My school also has a computer lab, a science lab in the auditorium, etc.
  • I learn new things every day in my school.
  • I love my school very much.

मेरा स्कूल के बारे में 10 लाइन अंग्रेजी में

Short Essay on My School in Hindi

Pattern 3  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 10,11 12, and Competitive Exams preparing Students.

हमारे स्कूल का नाम एचएन स्कूल है। जगतसिंहपुर के निदेशक तिरोल हैं। इसकी स्थापना 1945 में हुई थी।

स्कूल भवन में चलता है। इसमें 6 से 10 तक की कक्षाएं हैं। कक्षाओं में प्रत्येक में 3 खंड हैं। मेरे विद्यालय में एक बड़ा खेल का मैदान है। हम यहां फुटबॉल, क्रिकेट, वॉलीबॉल और अन्य खेल खेलते हैं।

मेरे स्कूल में एक बड़ी प्रयोगशाला है और सभी प्रकार की पुस्तकों से भरा हुआ है। और में मेरा स्कूल बहत प्यार करता हु।

10 Lines on My School in Odia for Students

Pattern 4  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to Higher Class Students.

  • ମୋ ସ୍କୁଲର ନାମ ହେଉଛି H.N. ବିଦ୍ୟାଳୟ ହେଉଛି |
  • ଏହା ମୋ ସହରର ଏକ ବଡ ଏବଂ ପ୍ରସିଦ୍ଧ ବିଦ୍ୟାଳୟ |
  • ମୁଁ ପ୍ରଥମ ଶ୍ରେଣୀରେ ଅଧ୍ୟୟନ କରେ |
  • ଆମ ବିଦ୍ୟାଳୟରେ 20 ଜଣ ଶିକ୍ଷକ ଏବଂ 50 ଜଣ ଛାତ୍ର ଅଛନ୍ତି।
  • ମୋ ସ୍କୁଲରେ ଏକ ବଡ଼ ଲାବୋରେଟୋରୀ ଅଛି ଏବଂ ଏହା ସମସ୍ତ ପ୍ରକାର ବହିରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ |
  • ମୋ ସ୍କୁଲରେ ଏକ ସୁନ୍ଦର ଖେଳ ପଡିଆ ଅଛି |
  • ଏହାର ଏକ ଅଦ୍ଭୁତ ଉଦ୍ୟାନ ଏବଂ ଅନେକ ପ୍ରକାରର ଫୁଲ ଅଛି |
  • ମୋ ବିଦ୍ୟାଳୟରେ ଏକ କମ୍ପ୍ୟୁଟର ଲ୍ୟାବ, ଅଡିଟୋରିୟମରେ ସାଇନ୍ସ ଲ୍ୟାବ ଇତ୍ୟାଦି ଅଛି |
  • ମୁଁ ମୋ ସ୍କୁଲରେ ପ୍ରତିଦିନ ନୂଆ ଜିନିଷ ଶିଖେ |
  • ମୁଁ ମୋ ସ୍କୁଲକୁ ବହୁତ ଭଲ ପାଏ |

10 Lines on My School in Telugu for Students

Pattern 5  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to Higher Class Students.

  • నా పాఠశాల పేరు హెచ్.ఎన్. పాఠశాల ఉంది.
  • ఇది నా నగరంలో పెద్ద మరియు ప్రసిద్ధ పాఠశాల.
  • నేను 1వ తరగతి చదువుతున్నాను.
  • మా పాఠశాలలో 20 మంది ఉపాధ్యాయులు, 50 మంది విద్యార్థులు ఉన్నారు.
  • నా పాఠశాలలో పెద్ద ప్రయోగశాల ఉంది మరియు అది అన్ని రకాల పుస్తకాలతో నిండి ఉంది.
  • మా స్కూల్లో చక్కటి ఆట స్థలం ఉంది.
  • ఇది అద్భుతమైన తోట మరియు అనేక రకాల పుష్పాలను కలిగి ఉంది.
  • నా పాఠశాలలో కంప్యూటర్ ల్యాబ్, ఆడిటోరియంలో సైన్స్ ల్యాబ్ మొదలైనవి కూడా ఉన్నాయి.
  • నేను నా పాఠశాలలో ప్రతిరోజూ కొత్త విషయాలు నేర్చుకుంటాను.
  • నేను నా పాఠశాలను చాలా ప్రేమిస్తున్నాను.

10 Lines on My School in Marathi for Students

Pattern 6  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to Higher Class Students.

  • माझ्या शाळेचे नाव H.N. शाळा आहे.
  • माझ्या शहरातील ही एक मोठी आणि प्रसिद्ध शाळा आहे.
  • मी इयत्ता 1 मध्ये शिकतो.
  • आमच्या शाळेत 20 शिक्षक आणि 50 विद्यार्थी आहेत.
  • माझ्या शाळेत एक मोठी प्रयोगशाळा आहे आणि ती सर्व प्रकारच्या पुस्तकांनी भरलेली आहे.
  • माझ्या शाळेत एक छान खेळाचे मैदान आहे.
  • येथे एक अद्भुत बाग आणि अनेक प्रकारची फुले आहेत.
  • माझ्या शाळेत संगणक प्रयोगशाळा, सभागृहात विज्ञान प्रयोगशाळा इ.
  • मी माझ्या शाळेत रोज नवीन गोष्टी शिकतो.
  • मला माझी शाळा खूप आवडते.

Short Essay on My School in Video

Last Words on My School in Hindi

मेरा स्कूल के बारे में 10 लाइन को पढ़ने क लिए आप सभी को धन्यवाद। हम छात्रों के पढ़ाई के लिए ही Article बनाते है। जो एक छात्रों के पढ़ाई में सके। कैसे एक Student आसानी से अपने Homework , Essay, Short Essay  के साथ साथ अपने General Knowledge को कैसे बढ़ा सकता है, सिर्फ उसीके बारे मै ही हमरे सारे Article बनाते हे । एक Student के लिए जीतने भी जरूरती Essay है जो मदत कर सकता है उनके पढ़ाई मै वो सारे Essay को हमने पोस्ट किए है। आसा करते हे की ये मेरा स्कूल के बारे में 10 लाइन आपको अच्छा लगा होगा।

अन्य पोस्ट देखें –  Short Essay  /  10 Lines Essay .

नीचे टिप्पणी अनुभाग में किसी भी संबंधित प्रश्न या सुझाव को बेझिझक छोड़ें। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए मूल्यवान है! यदि आपको यह जानकारी दिलचस्प लगती है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करने में संकोच न करें, जो इसे पढ़ने का आनंद भी ले सकते हैं। साझा करना देखभाल है!

References Links:

  • https://www.wikiwand.com/en/My_School
  • https://en.wikipedia.org/wiki/My_School

You must be logged in to post a comment.

Best 5 & 10 Lines on My School in Hindi Essay l मेरा विद्यालय

10 lines on my school in hindi essay

क्या आप Essay on My School in Hindi और 5 & 10 Lines on My School in Hindi for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 & 8 , 9 & 10 Students खोज रहे हैं? यह अक्सर छात्रों को उनके स्कूल के बारे में लिखने के लिए दिया जाता है और वे इसके साथ कुछ समस्याओं का सामना करते हैं। इसलिए, हमने “मेरा विद्यालय” के बारे में 10 lines, 5 lines और निबंध के कुछ सेट तैयार किए हैं।

हमें उम्मीद है, आपको पढ़ने में निश्चित रूप से मज़ा आएगा। चलिए पढ़ना शुरू करते हैं।

• Must Read: 5 & 10 Lines on My Village in Hindi

• Must Read: 5 & 10 Lines on My Family in Hindi

Table of Contents

10 Lines on My School in Hindi for Class 1, 2, 3 (Set 1)

मेरा विद्यालय पर 10 lines.

  • मेरा स्कूल बहुत सुंदर है।
  • मैं अपने स्कूल में class 2 में पढ़ता हूँ।
  • मेरे स्कूल के कक्षाओं बहुत सुंदर और हवादार हैं।
  • हमारे स्कूल में छात्रों के लिए एक बड़ा खेल का मैदान है।
  • एक कंप्यूटर लैब है जहां हम कंप्यूटर का उपयोग करते हैं।
  • हमारे विद्यालय में छात्रों के लिए एक बड़ा पुस्तकालय है।
  • हम अपने शिक्षकों से प्यार करते हैं क्योंकि वे बहुत दयालु हैं।
  • हम अपने विद्यालय में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, भाषण, वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग लेते हैं।
  • मेरा विद्यालय हमें अच्छे आचरण, नैतिकता और स्वच्छता सिखाता है।
  • मेरी स्कूल हमारे शहर का सबसे अच्छा स्कूल है।

My School Essay in Hindi 10 Lines for Class 4, 5, 6 (Set 2)

मेरा स्कूल पर निबंध 10 lines.

  • मेरे स्कूल में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक की पढ़ाई होती है।
  • मेरा स्कूल आसपास के सभी स्कूलों में सर्वश्रेष्ठ है।
  • मेरे स्कूल में एक बड़ा खुला मैदान है जहाँ हम खेलते हैं।
  • मेरे स्कूल के सभी बच्चे नीली पोशाक पहनते हैं।
  • मेरे स्कूल की स्थापना 2005 में हुई थी।
  • मेरे स्कूल का समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक है।
  • हमारे स्कूल का भवन मध्यम आकार का है। मेरे स्कूल में 14 कमरे हैं।
  • यहाँ एक विज्ञान प्रयोगशाला है।
  • मेरे विद्यालय में एक पुस्तकालय है और यहाँ हम किताबें पढ़ते हैं।
  • मुझे अपने स्कूल पर गर्व है।

My School in Hindi 10 Lines for Class 1, 2, 3 (Set 3)

स्कूल के बारे में 10 lines हिंदी में.

  • मेरे स्कूल का नाम “झकरा महाविद्यालय” है।
  • यह मेरे घर से 3 KM दूर है, मैं पीले स्कूल की बस में स्कूल जाता हूँ।
  • मैं 3 वीं कक्षा में पढ़ता हूं।
  • मेरा स्कूल छोटा लेकिन सुंदर है।
  • स्कूल के सामने एक बड़ा खेल का मैदान है।
  • मेरे स्कूल में कक्षा 1 से कक्षा 5 तक कुल 240 छात्र हैं।
  • मेरी स्कूल की वर्दी नीली शर्ट और लाल पैंट है।
  • स्कूल के शिक्षक बहुत अच्छे हैं, वे हम पर कभी गुस्सा नहीं करते।
  • हम स्कूल में रोज खेलते हैं।
  • मेरा स्कूल बहुत कम होमवर्क देता है।
  • मुझे अपने स्कूल से प्यार है।

5 Lines on My School in Hindi for Class (Set 4)

  • स्कूल, मेरे लिए दूसरा मंदिर है।
  • स्कूल हमें बहुत अच्छा ज्ञान देता है।
  • अगर हम स्कूल में ठीक से पढ़ते हैं, तो यह हमारे भविष्य को उज्ज्वल बनाता है।
  • मेरे स्कूल के शिक्षक हमें अपने बच्चों की तरह पढ़ाते हैं।
  • मुझे अपने स्कूल से बहुत प्यार है।

My School Essay in Hindi 10 Lines (Set 5)

मेरा विद्यालय पर निबंध 10 lines class 3, 4, 5.

  • मेरे स्कूल का नाम रैला प्राइमरी स्कूल है।
  • यह बहुत बड़ा स्कूल है।
  • हमारे शिक्षकों बहुत अच्छी हैं।
  • बेंचों की अच्छी व्यवस्था है।
  • हमारे स्कूल में हम स्मार्ट बोर्ड से अधिक सीखते हैं।
  • हम अपनी अंग्रेजी को अंग्रेजी प्रयोगशाला में सुधारते हैं।
  • हम अपने स्कूल में एक बहुत बड़ा खेल का मैदान बना रहे हैं।
  • हमारे स्कूल में दो कंप्यूटर लैब हैं।
  • हमारे स्कूल की बिल्डिंग बहुत बड़ी है।

5 Lines on Koyal in Hindi

5 Lines on Dog in Hindi

5 Lines on Parrot in Hindi

5 Lines on My Family in Hindi

5 lines on Peacock in Hindi

5 Lines on Tiger in Hindi

10 Lines Essay on My School in Hindi for Class 8, 9, 10 (Set 6)

मेरा विद्यालय पर निबंध.

  • विद्यालय, वह स्थान है जो हमें एक अच्छे भविष्य के लिए तैयार करता है।
  • मुझे अपने स्कूल से प्यार है क्योंकि यह सबसे अच्छे स्कूलों में से एक है
  • मेरे विद्यालय की कक्षाओं चौड़ी, बड़ी और हवादार हैं।
  • हमारे स्कूल में एक बहुत बड़ा खेल का मैदान है जहाँ हम खेलते हैं।
  • मेरे विद्यालय में एक कंप्यूटर लैब, विज्ञान प्रयोगशाला और एक बड़ा पुस्तकालय है।
  • मेरे विद्यालय के सभी शिक्षक बहुत दयालु और सहयोगी हैं।
  • मेरा स्कूल खेल, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, भाषण आदि जैसे विभिन्न अतिरिक्त पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी भाग लेता है।
  • हम अपने स्कूल में सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।
  • मुझे अपने स्कूल पर गर्व है क्योंकि हम सभी एक परिवार की तरह यहां पढ़ते हैं।
  • मैं हमेशा ईश्वर से कहता हूं कि मेरा स्कूल और वहां के सभी शिक्षक और छात्र जीवन में खुश और समृद्ध रहें।

5 Lines on My School in Hindi (Set 7)

  • मेरे स्कूल का नाम RLPV PMM रोटरी स्कूल है।
  • मेरा स्कूल मेदिनीपुर रेलवे स्टेशन के पास स्थित है।
  • मेरे स्कूल में लगभग 40 क्लासरूम हैं।
  • इसमें एक बड़ा खेल का मैदान है जहाँ हम खेलते हैं।
  • स्कूल में 35 शिक्षक हैं और स्कूल से बहुत प्यार करते हैं।

About My School in Hindi 5 Points (Set 8)

  • मेरे स्कूल का नाम चंद्रकोना जिरट स्कूल है और यह बहुत बड़ा है।
  • मेरे स्कूल में फूलों का बगीचा है, खेलने के लिए पार्क है और मैदान भी है।
  • मेरे स्कूल में प्री-नर्सरी से 12 वीं तक की कक्षाएं हैं।
  • मेरे विद्यालय में विभिन्न शिक्षक हैं जो विभिन्न विषयों को पढ़ाते हैं।
  • मेरे स्कूल में कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी, म्यूज़िक रूम, आर्ट रूम और कई प्रयोगशालाएँ हैं।

Short Essay on My School in Hindi : 1

मुझे अपने स्कूल से बहुत प्यार है। मेरा स्कूल का नाम निर्मला हाई स्कूल है। हमारे स्कूल में एक बड़ा मैदान है। वहां हम लंबे समय तक खेल सकते हैं। मैं अपने शिक्षकों से प्यार करता हूं। वे बहुत अच्छी कहानियां सुनाते हैं।

हमारे स्कूल में हमारे खेलने के लिए एक बड़ा पार्क भी है। हमारे विद्यालय द्वारा प्रति सप्ताह प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। हमारे पुस्तकालय में बहुत सी कहानी पुस्तकें और कविता की किताबें हैं। हम उन पुस्तकों को पढ़ना पसंद करते हैं।

About My School in Hindi Essay : 2

मैं कक्षा 10 का छात्र हूं। मैं SVLM उच्च विद्यालय में पढ़ता हूं। यह बहुत बड़ा स्कूल है। यहां एक विशाल खेल का मैदान है जहाँ छात्र अपने लंच ब्रेक में खेलते हैं। कक्षाओं काफी बड़े और हवादार हैं। हमारे पास साइंस लैब, लाइब्रेरी, कंप्यूटर रूम आदि हैं।

हमारे स्कूल के शिक्षक काफी सख्त हैं, लेकिन वे हमें प्यार और लगन के साथ पढ़ाते हैं। हमारा कर्तव्य है कि हम अपने विद्यालय को स्वच्छ रखें। हमारा स्कूल हमें उन अवसरों की किस्में देता है जो पाठ्येतर गतिविधियाँ हैं। जब भी कोई बीमार होता है या घायल होता है तो हमारा स्कूल हमें सर्वोत्तम सहायता प्रदान करता है। मुझे मेरे विद्यालय से प्रेम है!

Essay on My Family in Hindi

Essay on My Village in Hindi

Essay on My Brother in Hindi

My School in Hindi Essay 15 Lines : 3

(मेरा स्कूल पर निबंध class 3, 4, 5, 6).

  • मेरे स्कूल का नाम “विद्यासागर विद्यापीठ” है।
  • इसमें 50 शिक्षक हैं।
  • मेरे विद्यालय में 1500 छात्र हैं।
  • स्कूल में एक बड़ा खेल का मैदान है।
  • मेरे विद्यालय में एक पुस्तकालय है।
  • हम सभी अपने स्कूल में विशेष दिन जैसे शिक्षक दिवस, छात्र दिवस आदि मनाते हैं।
  • हमारे स्कूल के शिक्षक बहुत प्यारे और सख्त हैं।
  • हम अपने स्कूल में उचित अनुशासन बनाए रखते हैं।
  • हमारे पास उन छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं हैं जो पढ़ाई में कमजोर हैं।
  • बेहतर सीखने के लिए हमारे पास स्मार्ट कक्षाएं हैं।
  • हमारी सुरक्षा के लिए CCTV कैमरा उपलब्ध हैं।
  • मेरा स्कूल उन छात्रों के लिए परिवहन सुविधा प्रदान करते हैं जो स्कूल से बहुत दूर रहते हैं।
  • हम अपने विचारों को स्वतंत्र रूप से व्यक्त कर सकते हैं।
  • छात्रों के लिए प्रति वर्ष हमारे विद्यालय में प्रदर्शनी आयोजित की जाती है।

Essay on My School in Hindi : 4

(मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में class 4, 5, 6).

मेरे स्कूल का नाम महानंदा विद्यालय है। यह हमारे जिले का एक बहुत प्रसिद्ध स्कूल है। मेरा स्कूल मेरे घर के बहुत पास है। मैं और मेरे दोस्त एक पीले बस में स्कूल जाते हैं। मेरे स्कूल में एक बड़ा प्रवेश द्वार है, जहाँ 2 चौकीदार चाचा बैठते हैं। मेरे स्कूल में 2 भवन हैं और एक बड़ा खेल का मैदान भी है। हर शनिवार हम खेल के मैदान में जाते हैं और योग और पीटी करते हैं। मेरे स्कूल का रिजल्ट हमेशा अच्छा आता है।

हमारे शिक्षक बहुत अच्छे हैं, वे हम पर चिल्लाते नहीं हैं। वे कम होमवर्क देते हैं और यही कारण है कि मुझे अपने भाई के साथ घर पर खेलने का समय मिलता है। मेरा भाई भी उसी स्कूल में है। हमारे स्कूल में बहुत सारे कंप्यूटर हैं। हमारा स्कूल खेल के लिए भी प्रसिद्ध है। पिछले साल हमने ‘जिला फुटबॉल चैम्पियनशिप’ भी जीती। मुझे अपने स्कूल जाना पसंद है, यह बहुत मजेदार है। मुझे मेरे विद्यालय से प्रेम है।

Conclusion:

तो दोस्तों, क्या आपको “Essay on My School in Hindi 10 Lines ( मेरा स्कूल पर निबंध )” वाली पोस्ट अच्छी लगी है? अगर हां, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें।

यहां, मैंने आपको 5 & 10 Lines on My School in Hindi for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 & 10 दी हैं। अगर आपको यह पसंद आया, तो इसे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, भाई-बहनों और बच्चों के साथ साझा करना न भूलें। ताकि वे भी इसके बारे में जान सकें।

अंत में, मैं आपको बताऊंगा कि यदि आपके कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो आप नीचे टिप्पणी कर सकते हैं। और अगर आप ऐसे ही आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो इसे सब्सक्राइब करें।

Reference Source:

विद्यालय – विकिपीडिया

Share with your Friends:

Related Posts:

10 lines essay on my brother in hindi

Biswanath Samui

Hello Friends, My name is Biswanath Samui. Welcome to my blog @ tophindistories.com (Hindi Me Sikho). tophindistories.com is one of the Hindi Educational Website, where you will get amazing Hindi Stories, Hindi Essays, List in Hindi and English, Interesting Facts in Hindi and many more educational content. Let's enjoy our articles. ✌✌✌ Thank you...

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

StoryRevealers

मेरा विद्यालय पर निबंध । Essay on My School in Hindi

by StoriesRevealers | May 14, 2020 | Essay in Hindi | 0 comments

Essay on My School in Hindi

Essay on My School in Hindi : मेरा स्कूल 4 मंज़िल इमारत का है। मैं जिस शहर में रहता हूं, उसमें यह सबसे अच्छे स्कूलों में से एक है। इसे सुंदर लाल रंग में चित्रित किया गया है। इसमें एक अद्भुत, पुराने विक्टोरियन स्टाइल का बुनियादी ढाँचा है। यह अपने पिछले प्रसिद्ध छात्रों के लिए पूरे देश में जाना जाता है। मेरा विद्यालय अपनी शैक्षिक और पाठ्येतर उपलब्धियों के लिए जाना जाता है।

Also Read: Essay on Independence Day in Hindi 

हमारा विद्यालय उन सभी सुविधाओं से सुसज्जित है जो भी छात्रो को चाहिए होता है। यह बौद्धिक रूप से सीखने और बढ़ने के लिए एक अद्भुत जगह है। शिक्षक ईमानदार और दयालु हैं। 10 लैब असिस्टेंट के साथ कुल मिलाकर 80 शिक्षक हैं। मेरे स्कूल में 2 विज्ञान प्रयोगशालाएं, 2 कंप्यूटर लैब, एक संगीत कक्ष और एक नृत्य कक्ष है। एक कला वर्ग भी है। प्रयोगशालाएं कला वर्ग के साथ पहली मंज़िल पर स्थित हैं, जबकि संगीत कक्ष भूतल पर है। डांस रूम दूसरी मंज़िल पर है। बच्चों के पीने के लिए स्कूल में आरओ के साथ वाटर कूलर भी हैं। शौचालय से पानी और साफ सफाई कि सुविधा सुचारु रूप से है।

Essay on My School in Hindi

Essay on My School in Hindi

छात्रों और शिक्षकों के बीच एक करीबी रिश्ता है। बीमार होने वाले छात्रों के लिए भी एक सूचना है। बीमार छात्रों के इलाज के लिए एक नर्स मौजूद है। भूतल में स्वागत कक्ष और प्रधानाचार्य कार्यालय शामिल हैं। शिक्षकों के आराम करने के लिए प्रत्येक मंज़िल पर दो स्टाफ रूम हैं। आमतौर पर दो छोटे ब्रेक और एक लंच ब्रेक होता है।

Read More: Raksha Bandhan Essay in Hindi

छोटे ब्रेक आमतौर पर 5 मिनट के होते हैं। लंच ब्रेक 25 मिनट का होता है। ब्रेक के दौरान छात्र और शिक्षक अपना दोपहर का भोजन करते है। छात्र खेल के मैदान में जाते हैं और अपने दोपहर के भोजन का उपभोग करते हैं, अपनी कक्षाओं में बैठते हैं या कैंटीन जाते हैं। मेरे स्कूल में खेलने के लिए झूले, स्लाइड, और लटकरे के लिए एक बार भी है। स्कूल परिसर में बास्केटबॉल कोर्ट के साथ-साथ फुटबॉल कोर्ट भी है। इसमें छात्रों के बैठने और मौज करने के लिए एक विशाल लॉन भी है। स्कूल के बगीचे में सुंदर सुंदर किस्म के फूल मौजूद हैं। यह माली द्वारा नियमित रूप से प्रबंधित किए जाते है। स्कूल की संपत्ति लगभग 1 एकड़ भूमि में फैली हुई है।

जब यहर शिक्षाविदों और पाठ्येतर गतिविधिया होती है, तो छात्रों के बीच बहुत प्रतिस्पर्धा होती है। स्कूल में लगभग 1500 छात्र भर्ती हैं। छात्रों का एक दूसरे के साथ बहुत अच्छी तरह मेल जोल है। विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले बच्चों के लिए स्कूल द्वारा परिवहन सेवा भी प्रदान की जाती है। गर्मी के मौसम में सुबह 7.30 से दोपहर 2 बजे और सर्दियों के मौसम में सुबह 8 से दोपहर 2.30 बजे तक चलता था। 

Also Read: Dr. APJ Abdul Kalam Essay in Hindi

मेरे स्कूल में एक बहुत ही अच्छा वातावरण है जो हर दिन स्कूल में आने के मुझे प्रोत्साहित करता है। शिक्षक विद्यार्थियों को नई शिक्षण सामग्री और बच्चों को हर दिन कुछ नया करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। ऐसे कई क्लब हैं जिनमें बच्चे शामिल हो सकते हैं और नई चीजें सीख सकते हैं जैसे कि शतरंज क्लब, डिबेट क्लब, एनसीसी और कई अन्य। मेरा विद्यालय विश्व का सर्वश्रेष्ठ स्थान है।

Thanks for Reading: Essay on My School in Hindi

Recent Posts

essay on global warming

Recent Comments

  • StoriesRevealers on Diwali Essay in Hindi
  • Ramadhir on Diwali Essay in Hindi
  • Ram on Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi
  • Srikanth on ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध Dr. APJ Abdul Kalam Essay in Hindi
  • aduq on Global Warming Essay in Hindi 500+ Words

Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please consider supporting us by whitelisting our website.

Refresh

IMAGES

  1. Essay on My School in hindi

    essay on my school in hindi short

  2. Essay on my school in hindi || मेरा विद्यालय पर निबंध

    essay on my school in hindi short

  3. मेरा स्कूल पर निबंध

    essay on my school in hindi short

  4. 10 lines on my school in Hindi || मेरा विद्यालय पर 10 लाइन

    essay on my school in hindi short

  5. Essay On My School In Hindi

    essay on my school in hindi short

  6. मेरा विद्यालय पर हिंदी निबंध || 20 lines Essay on my school in hindi

    essay on my school in hindi short

VIDEO

  1. 10 Lines Essay On My School In English l Essay On My School l Short Essay On My School in English

  2. मेरा विद्यालय पर निबंध/10 lines on my school in hindi/essay on my school/mera school par nibandh

  3. Essay on Students Life in Hindi

  4. 10 Lines Hindi & English essay on My School 🏫 Simple easy 10 points on My School |Best 10Lines essay

  5. My school essay in urdu

  6. मेरा विद्यालय पर 10 लाइन / 10 lines Essay on My School in Hindi Writing /मेरा विद्यालय निबंध

COMMENTS

  1. Essay on My School in Hindi, मेरा विद्यालय पर निबंध

    मेरा विद्यालय पर निबंध - Essay of my school in Hindi is Important for all classes 5th to 12th. Essay on My School in Hindi - इस लेख में हमने विद्यालय के बारे में बताया है। विद्यालय और शिक्षा हमारे जीवन में किस ...

  2. मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

    मेरा विद्यालय पर छोटे - बड़े निबंध (Short and Long Essay on My School in Hindi, Mera Vidyalaya par Nibandh Hindi mein) मेरा विद्यालय पर निबंध - 1 (250 - 300 शब्द)

  3. Essay on My School in Hindi

    Essay on My School in Hindi: हमारी जिंदगी में विद्यालय और शिक्षा काफी महत्व रखती है। बिना विद्यालय और शिक्षा के हम एक अच्छे जीवन की कल्पना नही कर सकते है।

  4. मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

    इस पोस्ट में हमने मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on My School in Hindi) हिन्दी में लिखा है। यह मेरी पाठशाला पर निबंध Class 3, 4, 5, 7 मे अधिकतर

  5. My school essay in hindi: मेरा विद्यालय/पाठशाला पर निबंध, हिंदी में

    मेरी पाठशाला पर निबंध, my school essay in hindi (400 शब्द) मेरा स्कूल बहुत भव्य है, जिसमें तीन मंजिला प्रभावशाली ढंग से संरचित इमारत और शहर के केंद्र ...

  6. मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

    (मेरा विद्यालय) Essay On My School In English And Hindi. why I like my school- I read in ramjas senior secondary school no 5. it always shows good results. it is situated in Karol Bagh. its pass percentages are cent percent. the teacher is good and able. they are hard-working. the principal is a good guide. the students ...

  7. Essay on My school in Hindi

    500+ Words Essay on My School. शिक्षा हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। हम ज्ञान के बिना कुछ भी नहीं हैं, और शिक्षा वह है जो हमें दूसरों से अलग करती है। शिक्षा प्राप्त ...

  8. मेरा विद्यालय पर निबंध, लेख, 10 लाइन » हिंदी निबंध, Nibandh

    मेरा विद्यालय पर निबंध- Essay on My School in Hindi. विद्यालय यानी विद्या और आलय, अर्थात शिक्षा का मंदिर। जहाँ पर हर रोज़ लाखो बच्चे विद्या अर्जन करने ...

  9. मेरा विद्यालय पर निबंध : Essay on My School in Hindi

    मेरा विद्यालय पर निबंध : Essay on My School in Hindi:- आज के इस महत्वपूर्ण जानकारी वाले लेख में हमनें 'मेरा विद्यालय पर निबंध' से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

  10. Mera School Essay in Hindi: कुछ ऐसे लिखें परीक्षा में मेरे स्कूल पर

    Mera School Essay in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है: मेरा स्कूल एक जादुई जगह है जहाँ पढ़ना एक रोमांच जैसा लगता है। हर दिन, मैं अपने दोस्तों और ...

  11. मेरी पाठशाला पर निबंध हिंदी

    Essay on My School in Hindi [Short] 350 Words Essay on My School in Hindi. मेरे पाठशाला का नाम राजा भरत सिंह इंटर कॉलेज है। मेरा पाठशाला एक सरकारी पाठशाला है। मेरे पाठशाला में ...

  12. मेरा विद्यालय पर निबंध

    Essay In Hindi कक्षा 1 से 4 के लिए निबंध कक्षा 5 से 9 के लिए निबंध कक्षा 10 से 12 के लिए निबंध प्रतियोगी परीक्षा के लिए निबंध ऋतुओं पर निबंध त्योहारों ...

  13. मेरा स्कूल पर निबंध

    मेरा विद्यालय पर निबंध - My school essay in hindi 09/08/2022 19/04/2022 by Wasim Akram विद्या ग्रहण करना हर इंसान के लिए आवश्यक है क्योंकि इससे इंसान के सोचने और समझने की ...

  14. My School Essay in Hindi: मेरे स्कूल पर निबंध

    essay on school in hindi (100 Words) विद्यालय को ज्ञान का मंदिर कहा जाता है। यहां पर बच्चों को ज्ञान का प्रकाश दिया जाता है, जिससे बच्चे उनके भविष्य को ...

  15. मेरे स्कूल पर निबंध (Essay on my school in Hindi)

    मेरे स्कूल पर निबंध (mera vidyalaya essay in hindi) - बचपन के दिन इतने जल्दी क्यों बीत जाते हैं। हम अक्सर यही सोचते हैं कि काश हम बचपन के दिनों में ही रहते तो ज्यादा अच्छा ...

  16. मेरा स्कूल पर निबंध

    August 24, 2023. Essay on My School in Hindi; विद्यालय का मतलब विद्या का मंदिर होता है यह एक ऐसा स्थान है जहां आपको शिक्षा मिलती है हमारे संस्कारों में विद्या ...

  17. हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi)

    कुछ सामान्य विषयों (common topics) पर जानकारी जुटाने में छात्रों की सहायता करने के उद्देश्य से हमने हिंदी में निबंध (Essay in Hindi) और भाषणों के रूप में कई लेख तैयार किए ...

  18. मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay In Hindi)

    मेरा विद्यालय पर निबंध (Short Essay On My School In Hindi) मेरे विद्यालय का नाम उच्चय विद्यालय हैं। ये एक बहुत बड़ी ईमारत हैं और इसमें सभी क्लास के ...

  19. 10 Lines on My School in Hindi

    इस पोस्ट में हम आपके लिए 10 lines on my school in Hindi / 10 Lines short essay on my school in Hindi दे रहे हैं। यह कक्षा 1 2 3 और कक्षा 4

  20. मेरे स्कूल के बारे में 10 लाइन

    Short Essay on My School in Hindi. Pattern 3 - 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for class 10,11 12, and Competitive Exams preparing Students.. हमारे स्कूल का नाम एचएन स्कूल है। जगतसिंहपुर के निदेशक तिरोल हैं। इसकी स्थापना 1945 में हुई ...

  21. मेरा विद्यालय पर निबंध

    मेरे विद्यालय पर निबंध mere vidyaalay par nibandh Essay On My School In Hindi मेरे विद्यालय पर निबंध 200 शब्दों में मेरा विद्यालय निबंध हिंदी ...

  22. Best 5 & 10 Lines on My School in Hindi Essay l मेरा विद्यालय

    10 Lines Essay on My School in Hindi for Class 8, 9, 10 (Set 6) मेरा विद्यालय पर निबंध; 5 Lines on My School in Hindi (Set 7) About My School in Hindi 5 Points (Set 8) Short Essay on My School in Hindi : 1 ; About My School in Hindi Essay : 2; My School in Hindi Essay 15 Lines : 3

  23. मेरा विद्यालय पर निबंध । Essay on My School in Hindi

    Essay on My School in Hindi : मेरा स्कूल 4 मंज़िल इमारत का है। मैं जिस शहर में रहता हूं, उसमें यह सबसे अच्छे स्कूलों में से एक है। इसे सुंदर लाल रंग में चित्रित किया गया है ...

  24. A short history of India in eight maps

    India, Hindi (the language), Hindu (a follower of the religion) and Hindustan (the country) all take their name from the Indus, the mighty river that flows from the Himalayas into the Arabian Sea.